फ्रेंच ओपन : शारापोवा बनीं चैम्पियन
पेरिस। रूसी टेनिस खिलाड़ी मारिया शारापोवा ने वर्ष के दूसरे ग्रैंड स्लैम फ्रेंच ओपन का महिला एकल खिताब जीत लिया है। शनिवार को खेले गए महिलाओं की एकल स्पर्धा के खिताबी मुकाबले में दूसरी वरीयता प्राप्त शारापोवा ने 21वीं वरीयता प्राप्त इटली की सारा इरानी को 6-3, 6-2 से पराजित किया।
25 वर्षीय शारापोवा महिला एकल में करिअर ग्रैंड स्लेम पूरा करने वाली दुनिया की 10वीं और रूस की पहली खिलाड़ी हैं। सर्वाधिक सात अमेरिकी, एक आस्ट्रेलियाई और एक जर्मन खिलाड़ी ने अब तक महिला एकल में यह उपलब्धि हासिल की है। इनमें जर्मनी की स्टेफी ग्राफ एकमात्र खिलाड़ी हैं जिन्होंने ओलंपिक पदक भी जीता है। क्ले कोर्ट पर शारापोवा इससे पहले कभी भी खुद को सहज महसूस नहीं कर पाई थी और इस सतह पर अपनी तुलना "बर्फ पर गाय" से की थी लेकिन इस बार उन्होंने खुद को इस सतह के अनुरूप ढालकर पहली बार फ्रेंच ओपन के फाइनल में जगह बनाई और फिर खिताब भी जीता।
इस वर्ष क्लेकोर्ट पर उनका जीतहार का रिकार्ड 18-1 रहा है। वर्ष 2005 से 2008 के बीच 17 सप्ताह तक नंबर एक रहीं शारापोवा कंधे की चोट के कारण तीन साल पहले 126वें स्थान पर पहुंच गई थीं और ऎसा लग रहा था कि उनका करियर खत्म हो जाएगा लेकिन रूसी सुंदरी ने शानदार वापसी करते हुए न सिर्फ अपना नंबर वन का ताज वापस हासिल कर लिया बल्कि करिअर ग्रैंड स्लेम पूरा करने की दुर्लभ उपलब्धि भी हासिल कर ली। शारापोवा और इरानी की यह पहली भिड़ंत थी जिसमें पलड़ा शारापोवा के पक्ष में भारी रहा। इससे पहले तीन ग्रैंड स्लेम अपने नाम रखने वाली शारापोवा दुनिया में सबसे ज्यादा आय रखने वाली महिला खिलाड़ी हैं।
शारापोवा 10वीं बार फ्रेंच ओपन में उतरी थी और अब तक का उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन गत वर्ष सेमीफाइनल में पहुंचना था। शारापोवा से उम्र में मात्र 10 दिन और कद में 24 सेमी छोटी इरानी ने दो पूर्व चैंपियनों को टूर्नामेंट से बेदखल कर बेहद सनसनीखेज अंदाज में फाइनल में जगह बनाई थी लेकिन यहां उनका जादू नहीं चला। 21वीं सीड इरानी के खिलाफ दूसरी वरीय शारापोवा ने बेहद आक्रामक शुरूआत की और इरानी को वापसी के बहुत कम मौके दिए। उनके छह शानदार एस और 37 विनर्स का इरानी के पास कोई जवाब नहीं था और दोनों ही सेटों में थोडे बहुत संघर्ष के बाद इतालवी खिलाडी की चुनौती दम तोड़ गई।
शारापोवा ने मात्र 36 मिनट चले पहले सेट में लगातार तीन गेम जीतकर 3-0 की बढ़त ली और फिर तीसरा ब्रेकप्वाइंट भुनाकर इस बढ़त को 4-0 कर लिया। इस स्वप्निल शुरूआत को रूसी खिलाड़ी ने बेजां जाने नहीं दिया और स्कोर अचानक 5-3 होने के बावजूद पहला सेट 6-3 से अपने नाम कर लिया। 53 मिनट चले दूसरे सेट में शारापोवा ने 2-0 की शानदार बढ़त के शुरूआत की और स्कोर 2-1 होने के बाद वापसी कर अपने स्कोर को 4-1 तक ले गई। इरानी ने जब काफी संघर्ष के बाद अपना दूसरा गेम जीता तो एक बार लगा कि बाजी पलट सकती है लेकिन अनुभवी शारापोवा ने 6-2 से सेट जीतकर इतिहास रच दिया।
25 वर्षीय शारापोवा महिला एकल में करिअर ग्रैंड स्लेम पूरा करने वाली दुनिया की 10वीं और रूस की पहली खिलाड़ी हैं। सर्वाधिक सात अमेरिकी, एक आस्ट्रेलियाई और एक जर्मन खिलाड़ी ने अब तक महिला एकल में यह उपलब्धि हासिल की है। इनमें जर्मनी की स्टेफी ग्राफ एकमात्र खिलाड़ी हैं जिन्होंने ओलंपिक पदक भी जीता है। क्ले कोर्ट पर शारापोवा इससे पहले कभी भी खुद को सहज महसूस नहीं कर पाई थी और इस सतह पर अपनी तुलना "बर्फ पर गाय" से की थी लेकिन इस बार उन्होंने खुद को इस सतह के अनुरूप ढालकर पहली बार फ्रेंच ओपन के फाइनल में जगह बनाई और फिर खिताब भी जीता।
इस वर्ष क्लेकोर्ट पर उनका जीतहार का रिकार्ड 18-1 रहा है। वर्ष 2005 से 2008 के बीच 17 सप्ताह तक नंबर एक रहीं शारापोवा कंधे की चोट के कारण तीन साल पहले 126वें स्थान पर पहुंच गई थीं और ऎसा लग रहा था कि उनका करियर खत्म हो जाएगा लेकिन रूसी सुंदरी ने शानदार वापसी करते हुए न सिर्फ अपना नंबर वन का ताज वापस हासिल कर लिया बल्कि करिअर ग्रैंड स्लेम पूरा करने की दुर्लभ उपलब्धि भी हासिल कर ली। शारापोवा और इरानी की यह पहली भिड़ंत थी जिसमें पलड़ा शारापोवा के पक्ष में भारी रहा। इससे पहले तीन ग्रैंड स्लेम अपने नाम रखने वाली शारापोवा दुनिया में सबसे ज्यादा आय रखने वाली महिला खिलाड़ी हैं।
शारापोवा 10वीं बार फ्रेंच ओपन में उतरी थी और अब तक का उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन गत वर्ष सेमीफाइनल में पहुंचना था। शारापोवा से उम्र में मात्र 10 दिन और कद में 24 सेमी छोटी इरानी ने दो पूर्व चैंपियनों को टूर्नामेंट से बेदखल कर बेहद सनसनीखेज अंदाज में फाइनल में जगह बनाई थी लेकिन यहां उनका जादू नहीं चला। 21वीं सीड इरानी के खिलाफ दूसरी वरीय शारापोवा ने बेहद आक्रामक शुरूआत की और इरानी को वापसी के बहुत कम मौके दिए। उनके छह शानदार एस और 37 विनर्स का इरानी के पास कोई जवाब नहीं था और दोनों ही सेटों में थोडे बहुत संघर्ष के बाद इतालवी खिलाडी की चुनौती दम तोड़ गई।
शारापोवा ने मात्र 36 मिनट चले पहले सेट में लगातार तीन गेम जीतकर 3-0 की बढ़त ली और फिर तीसरा ब्रेकप्वाइंट भुनाकर इस बढ़त को 4-0 कर लिया। इस स्वप्निल शुरूआत को रूसी खिलाड़ी ने बेजां जाने नहीं दिया और स्कोर अचानक 5-3 होने के बावजूद पहला सेट 6-3 से अपने नाम कर लिया। 53 मिनट चले दूसरे सेट में शारापोवा ने 2-0 की शानदार बढ़त के शुरूआत की और स्कोर 2-1 होने के बाद वापसी कर अपने स्कोर को 4-1 तक ले गई। इरानी ने जब काफी संघर्ष के बाद अपना दूसरा गेम जीता तो एक बार लगा कि बाजी पलट सकती है लेकिन अनुभवी शारापोवा ने 6-2 से सेट जीतकर इतिहास रच दिया।