.........बेटियों को मारने का सिलसिला थमा नहीं राजस्थान में
.जैसलमेर .............. आमिर खान ने पहले एपिसोड में कन्या भूर्ण हत्या को लेकर कार्यक्रम बताया था उसका बाद सबको यह लगा था कि अब राजस्थान में बेटियों को पैदा होते ही मारने सिलसला थम जाएगा लेकिन राजस्थान में बेटियों को मारने सिलसला थमने का नाम ही नहीं ले रहा है राजस्थान के जैसलमेर जिले में एक बार एक बेटी को पैदा होने के दो दिन बाद ही मारने का मामला सामने आया है हलाकि परिवार वालो का कहना है यह एक स्वभाविक मोत है लेकिन शिकायतकर्ता का कहना है कि परिवार वालो ने बेटी पैदा हुई इस लिए उसे मार कर दफना दिया है जैसलमेर प्रशाशन ने पुरे मामले की जाच शरू कर दी है
राजस्थान का जैसलमेर जिले के कुछ गाव पिछले कई दशको से बेटी को पैदा होते ही मार देना की परम्परा आज भी चल रही है यह बात सब जानते है क्योकि यह पर हर तीन चार महीने में बेटी को मारने के मामले सामने आते रहते है शनिवार को जैसलमेर में एक नवजात बालिका की मोत पर बवाल मच गया है जैसलमेर जिले के एक अस्पताल में पवन कवर पत्नी देवीसिंह ने तीन जून को एक बच्ची को जन्म दिया सामान्य प्रसव होने पर अस्पताल से चार जून को माँ -बेटी को स्वस्थ अवस्था में छुटी दी गई परिजनों का कहना है कि घर लाने के बाद बच्ची की मोत हो गई ओस उसे दफना दिया गया इस पर एक शक्श ने जैसलमेर प्रशाशन को शिकायत की और बताया कि इस परिवार ने बेटी पैदा होने उसे मार दिया है इस पर जैसलमेर अतरिक्त जिला कलेक्टर परशुराम धानका का कहना है कि तेजमालता गाव में बेटी पेड़ होते है मारने का मामला सामने आया था हमने एक टीम गठित की है टीम ने मोके पर पहुच शव को जमीन से बाहर निकलवाया और विसरा लेने के बाद शव पुन दफना दिया गया है यह विसरा जाच के लिए भेज दिया गया है
परिवार का कहना है कि यह एक स्वाभाविक मोत है वही .प्रशाशन ने विसरा का सेम्पल टेस्ट के लिए भेज दिया है और रिपोट आने पर कारवाही की बात कर रहा है लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिर राजस्थान के इन इलाके में बेटियों को पैदा होते है मारने का सिलसला थमेगा या नहीं
.जैसलमेर .............. आमिर खान ने पहले एपिसोड में कन्या भूर्ण हत्या को लेकर कार्यक्रम बताया था उसका बाद सबको यह लगा था कि अब राजस्थान में बेटियों को पैदा होते ही मारने सिलसला थम जाएगा लेकिन राजस्थान में बेटियों को मारने सिलसला थमने का नाम ही नहीं ले रहा है राजस्थान के जैसलमेर जिले में एक बार एक बेटी को पैदा होने के दो दिन बाद ही मारने का मामला सामने आया है हलाकि परिवार वालो का कहना है यह एक स्वभाविक मोत है लेकिन शिकायतकर्ता का कहना है कि परिवार वालो ने बेटी पैदा हुई इस लिए उसे मार कर दफना दिया है जैसलमेर प्रशाशन ने पुरे मामले की जाच शरू कर दी है
राजस्थान का जैसलमेर जिले के कुछ गाव पिछले कई दशको से बेटी को पैदा होते ही मार देना की परम्परा आज भी चल रही है यह बात सब जानते है क्योकि यह पर हर तीन चार महीने में बेटी को मारने के मामले सामने आते रहते है शनिवार को जैसलमेर में एक नवजात बालिका की मोत पर बवाल मच गया है जैसलमेर जिले के एक अस्पताल में पवन कवर पत्नी देवीसिंह ने तीन जून को एक बच्ची को जन्म दिया सामान्य प्रसव होने पर अस्पताल से चार जून को माँ -बेटी को स्वस्थ अवस्था में छुटी दी गई परिजनों का कहना है कि घर लाने के बाद बच्ची की मोत हो गई ओस उसे दफना दिया गया इस पर एक शक्श ने जैसलमेर प्रशाशन को शिकायत की और बताया कि इस परिवार ने बेटी पैदा होने उसे मार दिया है इस पर जैसलमेर अतरिक्त जिला कलेक्टर परशुराम धानका का कहना है कि तेजमालता गाव में बेटी पेड़ होते है मारने का मामला सामने आया था हमने एक टीम गठित की है टीम ने मोके पर पहुच शव को जमीन से बाहर निकलवाया और विसरा लेने के बाद शव पुन दफना दिया गया है यह विसरा जाच के लिए भेज दिया गया है
परिवार का कहना है कि यह एक स्वाभाविक मोत है वही .प्रशाशन ने विसरा का सेम्पल टेस्ट के लिए भेज दिया है और रिपोट आने पर कारवाही की बात कर रहा है लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिर राजस्थान के इन इलाके में बेटियों को पैदा होते है मारने का सिलसला थमेगा या नहीं
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