रविवार, 8 अप्रैल 2012

मनमोहन ने उठाया आतंकवाद का मुद्दा

नई दिल्‍ली. पाकिस्‍तान के राष्‍ट्रपति आसिफ अली जरदारी एक दिन के भारत दौरे पर हैं। जियारत के लिए अजमेर जाने से पहले जरदारी पीएम मनमोहन सिंह के बुलावे पर सात रेस कोर्स पहुंचे और मनमोहन सिंह से मुलाकात की। करीब 40 मिनट तक चली इस बैठक के बाद मनमोहन और जरदारी मीडिया के सामने आए और अपनी बात रखी। पीएम मनमोहन सिंह ने जरदारी के जरिये अपनी तरफ से मन्‍नतों की चादर ख्‍वाजा के दरबार में चढ़ाने के लिए भेजी। दिल्‍ली से जयपुर के रास्‍ते अजमेर दौरे के लिए केंद्रीय मंत्री पी के बंसल पीएम के दूत के तौर पर जरदारी के साथ हैं।
 
साझा बयान के दौरान मनमोहन सिंह ने कहा, 'पाकिस्‍तानी राष्‍ट्रपति जरदारी के साथ तमाम द्विपक्षीय मुद्दों पर दोस्‍ताना माहौल में बातचीत हुई। मैं बातचीत से संतुष्‍ट हूं। हमारी बैठक सकारात्‍मक रही। जरदारी ने मुझे पाकिस्‍तान जाने का न्‍यौता दिया और मैं सही वक्‍त पर पाकिस्‍तान जाउंगा।' वहीं, जरदारी ने कहा कि वह भारत से बेहतरीन रिश्‍ते चाहते हैं। उम्‍मीद है कि पाकिस्‍तान में मनमोहन सिंह से जल्‍द मुलाकात होगी। सूत्रों के मुताबिक मनमोहन सिंह सितंबर में पाकिस्‍तान जा सकते हैं। आज की बैठक में मनमोहन सिंह ने मुंबई हमले के गुनहगार हाफिज सईद का भी मुद्दा उठाया। बैठक में आतंकवाद, मुंबई हमले, कश्‍मीर, सर क्रीक सहित तमाम मसलों पर बात हुई।

जानिए अब तक क्‍या - क्‍या हुआ

1450 : विदेश सचिव रंजन मथाई ने प्रेस कांफ्रेंस कर मनमोहन-जरदारी की बैठक में हुई बातचीत का ब्‍यौरा दिया।

1434: जरदारी का काफिला जयपुर के लिए रवाना।
1424 : पाकिस्‍तान के गृह मंत्री रहमान मलिक ने चिदंबरम से अनौपचारिक बातचीत की।
1420 : जरदारी का काफिला आईजीआई एयरपोर्ट पहुंचा।

1410 : जरदारी का काफिला पीएम आवास से आईजीआई एयरपोर्ट के लिए रवाना।

1405: पीएम निवास पर लंच का कार्यक्रम समाप्‍त हुआ। कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी, गृह मंत्री पी चिदंबरम सहित तमाम नेता मौजूद।

1317: मनमोहन सिंह और जरदारी मीडिया के सामने आए और अपनी बात सामने रखी। इस दौरान बिलावल भी मौजूद रहे।

1312: बीजेपी नेता लालकृष्‍ण आडवाणी और सुषमा स्‍वराज पीएम निवास पहुंचे।

1240: मनमोहन सिंह ने जरदारी का गर्मजोशी से स्‍वागत किया, बैठक शुरू।

1236 : जरदारी का काफिला पीएम मनमोहन सिंह के आवास पहुंचा।

1231 : जरदारी के बेटे बिलावल ने ट्वीट किया, ‘पहली बार भारत आया, अच्‍छा लग रहा है।’

1221 : जरदारी का काफिला पीएम आवास के लिए रवाना हुआ।

1217 : आईजीआई एयरपोर्ट पर पवन कुमार बंसल ने जरदारी की अगवानी की।

1201 : जरदारी का‍ विमान नई दिल्‍ली के आईजीआई एयरपोर्ट पर उतरा।

1030 : पाकिस्‍तान के राष्‍ट्रपति आसिफ अली जरदारी का‍ विमान लाहौर से नई दिल्‍ली के लिए रवाना हुआ।

दूल्हे ने मां-बाप के पांव नहीं छुए, दुल्हन ने किया शादी से इनकार!

खेतड़ी नगर. मां-बाप का सम्मान नहीं करने वाले एक दूल्हे के साथ फेरे से ठीक पहले युवती ने शादी से इनकार कर दिया। युवती का कहना था कि जो मेरे माता-पिता की इज्जत नहीं कर सकता वह मुझे क्या खुश रख पाएगा? वाकिया खेतड़ी नगर का है। सांगासी हाल खेतड़ी नगर में रहने वाले मनीष की शादी यहीं के सुल्तानाराम की बेटी कंचन के साथ शुक्रवार को होनी थी।
 
बारात खेतड़ी नगर स्थित जाट धर्मशाला पहुंची थी जहां बारातियों के स्वागत का इंतजाम था। ढुकाव (तोरण) के बाद एक तरफ बाराती भोजन कर रहे थे। दूसरी ओर आशीर्वाद समारोह चल रहा था। आशीर्वाद समारोह के दौरान दूल्हे ने दुल्हन के माता-पिता का आशीर्वाद नहीं लिया।

दूल्हे को उसकी मॉसी ने कटाक्ष करते हुए लड़की के माता-पिता के पांव में झुकने से इनकार किया था। इसी बात को लेकर दुल्हन नाराज हो गई। उसने शादी करने से मना कर दिया। काफी देर तक समझाइश का दौर चला। मामला थाने भी पहुंचा, पर बात नहीं बनी। इससे वर पक्ष के लोग भड़क गए। दूल्हे के नाना ने दुल्हन के पिता व उसके परिजनों के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दर्ज कराया है।

इन्होंने दुल्हन के फेरे करवाने व साथ ले जाने के लिए दवाब बनाया। तब दुल्हन के परिजनों ने दूल्हे व उसकी मां से दुल्हन को खुश रखने की जिम्मेदारी लेने की बात कही, तब भी वर पक्ष की ओर से कोई आगे नहीं आया। आखिरकार वधू पक्ष ने विवाह करने से इनकार कर दिया गया तब बारात को बिना दुल्हन लौटना पड़ा।

दुल्हन की मां अस्पताल में भर्ती

दूल्हे सहित बारात चली जाने के के घटनाक्रम से परिवार सदमे में आ गया। दुल्हन की मां तो बेहोश हो गई। उसे परिजनों ने केसीसी अस्पताल में भर्ती करवाया जहां उपचार किया जा रहा है। इधर, पता चला कि दूल्हा मनीष एमबीबीएस कर चुका है और उदयपुर में पीजी कर रहा है। कंचन ग्रेजुएशन करने के बाद आगे और पढ़ाई कर रही है।

दूल्हे मनीष से सीधी बात

दुल्हन की ओर से उसके माता-पिता से अभद्रता करने को लेकर लगाए आरोप में कितनी सच्चाई है?

मनीष . अभद्रता की जैसी कोई बात ही नहीं। मैं संभ्रात व शिक्षित परिवार से हूं। कल शाम रिसेप्पशन चल रहा था तभी अचानक वे लोग कंचन को अंदर लेते गए। हमने काफी समझाइश की तब उसे दुबारा लाया गया। इसके बाद फोटो सेशन चला। थोड़ी देर बाद फिर स्टेज पर भीड़ हो गई। उस समय मंच पर कंचन की मां के साथ उसकी छोटू बहन (शायद सोनू) भी थी। ये लोग वापस उसे उठा ले गए।

पिता सुल्तानराम तो दहेज का भी आरोप लगा रहे हैं?

मनीष : सरासर गलत है। 26 अक्टूबर को सगाई हुई थी। केवल रुपया नारियल लिया था। इसके बाद 4 अप्रैल को तिलक दस्तूर में भी रुपया नारियल लिया था। फिर तोरण पर भी दस्तूर में केवल रुपये नारियल लिया। नकदी व कार मांगने का आरोप मनगढ़ंत है। मैं सोच भी नहीं सकता ऐसा क्यों किया गया?

वधू पक्ष से समझाइश के प्रयास भी हुए लेकिन आपकी ओर से पहल नहीं की गई?

मनीष : हमारे पक्ष की महिलाओं के साथ अभद्रता व धक्का-मुक्की की गई। फिर भी मैंने व मेरे परिजनों ने कहा कि कंचन को ब्याहने आए हैं। कोई बात नहीं। हमें रिश्ता बनाना है। मैं स्वयं शनिवार सुबह १क् बजे तक वहीं रहा। वे लोग कुछ सुनने को ही तैयार नहीं थे। पता नहीं वे क्या चाह रहे थे।

ऑल्टो कार भी मांगी थी

'वर पक्ष की ओर से नकद रुपए और ऑल्टो कार की मांग थी। 4 अप्रैल को टीके के समय यह मांग की गई थी तब हमने कहा था कि हम अच्छे से अच्छा करने की कोशिश करेंगे। स्वागत समारोह के दौरान फिर यह मांग भी उठी थी।'
सुल्तानाराम, पिता (इलेक्ट्रिशियन, केसीसी)

कॉलेज छात्रा के साथ की छेड़छाड़, जैन मुनि को जेल

 

मुंबई. कॉलेज छात्रा के साथ छेड़खानी करने के मामले में गिरफ्तार जैन मुनि मनोहरमुनि महाराजसाहेब (65) को विक्रोली कोर्ट से जमानत मिल जाने के बावजूद जेल जाना पड़ा है।
पुलिस उपायुक्त संजय शिंत्रे ने बताया कि अदालत ने जैन मुनि को 15 हजार रुपये की जमानत पर रिहा कर दिया था, परंतु मुंबई में उनका कोई भी निवासी पता न होने की वजह से उन्हें ठाणे जेल भेज दिया गया है।
पुलिस उपायुक्त शिंत्रे ने बताया कि जैन मुनि मनोहरमुनि महाराजसाहेब के खिलाफ शुक्रवार की रात सोमैया कॉलेज(चेंबूर) की छात्रा ने मुलुंड पुलिस स्टेशन में छेड़खानी का मामला दर्ज कराया था।
शिकायतकर्ता छात्रा का आरोप था कि मुलुंड (प.), सेवाराम लालवाणी रोड स्थित श्री मुलुंड वर्धमान स्थानकवासी जैन उपाश्रय में उसे उसके पिता जैन मुनि के पास ले गये थे।
बताया जाता है कि शिकायतकर्ता छात्रा मानसिक रूप से बीमार रहती थी। जिसकी वजह से उसके पिता उसे जैन मुनि के पास इलाज के लिए ले गये थे। छात्रा का आरोप है कि इलाज करने के नाम पर जैन मुनि से उसे अपने करीब बैठाया और उसके पिता को बाहर जाने को कहा।

इसके बाद मुनि ने उसके साथ जबरदस्ती करने की कोशिश की और इसकी जानकारी किसी को न देने के लिए धमकाया भी। हालांकि छात्रा की शिकायत पर पुलिस ने जैन मुनि के खिलाफ शुक्रवार की रात ही छेड़खानी करने, धमकी देने और मारपीट करने का मामला दर्ज कर लिया, परंतु मुंबई के जैन समाज में इस घटना को लेकर काफी आक्रोश है।

कई लोग इस घटना को जैन मुनि को फंसाने और बदनाम करने की साजिश भी बता रहे हैं। चूंकि शिकायतकर्ता छात्रा मानसिक रोगी है, लिहाजा उसके द्वारा लगाये गये आरोप को लेकर जैन समाज के लोगों में अलग-अलग राय है।

दहेज हत्या के आरोपियो को दस वर्ष का कारावास

दहेज हत्या के आरोपियो को दस वर्ष का कारावास

बाड़मेर। अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश (फास्ट ट्रेक) बालोतरा मुख्यालय बाड़मेर ने दहेज हत्या के एक मामले में आरोपियों को दस-दस वर्ष के कारावास की सजा सुनाई। प्रकरण के मुताबिक गोरखाराम पुत्र अर्जुनराम निवासी नेतराड़ ने 16 सितम्बर 2009 को मामला दर्ज कराया कि उसकी पुत्री शांति को पति हनुमानसिंह, ससुर बांकाराम पुत्र सोनाराम, सास गेरोंदेवी पत्नी बांकाराम ने मिलकर दहेज के लिए हत्या कर दी। पुलिस ने इस मामले की जांच के बाद तीनों आरोपियों के खिलाफ न्यायालय में चालान में पेश किया।

मामले की अंतिम सुनवाई शनिवार को हुई। सुनवाई के बाद न्यायाधीश ने फैसला दिया, जिसमें तीनों का दोषसिद्ध मानते हुए दस-दस वर्ष के कारावास की सजा सुनाई। अपराध कारित होने के समय बांकाराम राउप्रावि धारासर में प्रधानाध्यापक के पद पर कार्यरत था। उक्त प्रकरण में अभियोजन पक्ष की ओर से विशेष लोक अभियोजक सम्पतराज बोथरा, प्रार्थी पक्ष की ओर कन्हैयालाल जैन, श्रवण चौधरी और अभियुक्तों की ओर से एडवोकेट करनाराम चौधरी ने पैरवी की।

"कांग्रेस ओछी राजनीति पर उतरी"

"कांग्रेस ओछी राजनीति पर उतरी"

बाड़मेर। जिला भाजपा की ओर से जिलाध्यक्ष मेजर परबतसिंह के नेतृत्व में शनिवार को जिला कलक्ट्रेट के समक्ष धरना व प्रदर्शन किया। इसमें भाजपा नेता राजेन्द्रसिंह राठौड़ के खिलाफ की गई कार्यवाही की निंदा करते हुए वक्ताओं ने इसे कांग्रेस के इशारे पर की गई ओछी राजनीति करार दिया। धरने को संबोधित करते हुए भाजपा जिलाध्यक्ष मेजर परबतसिंह ने कहा कि सीबीआई कांग्रेस के इशारों पर राजेन्द्र राठौड़ के खिलाफ कार्यवाही कर ओछी राजनीति को बढ़ावा दे रही है।

भाजपा नेता मानवेन्द्रसिंह ने कहा कि राजेन्द्र राठौड़ के खिलाफ की गई कार्यवाही सोनिया गांधी, मनमोहनसिंह व अशोक गहलोत की चाल है। उन्होंने कहा कि आंदोलन व्यापक रूप से चलेगा और सीबीआई का इस्तेमाल कांग्रेस नहीं करे यह सुनिश्चित किया जाएगा। सिवाना विधायक कानसिंह कोटड़ी ने कहा कि अशोक गहलोत जाति विशेष्ा लोगों को लेकर राजनीतिक जीवन खत्म करने के लिए सीबीआई का इस्तेमाल कर रहे हंै। भाजपा नेता अमराराम चौधरी ने कहा कि सीबीआई कांग्रेस की एजेन्सी है जो उसके इशारों पर भाजपानीत सात राज्यों में निर्दोष नेताओं को शिकंजे में लेकर राजनीतिक जीवन खत्म करना चाहती है।

लादूराम बिश्नोई ने राष्ट्रपति से सीबीआई को स्वतंत्र रखने की मांग की। वरिष्ठ उपाध्यक्ष पहाड़सिंह महेचा ने इसे कांग्रेस की ओछी राजनीति बताया। मृदुरेखा चौधरी ने कहा कि सीबीआई कांग्रेस का हथियार बन गई है। जिला प्रवक्ता स्वरूप आचार्य ने कहा कि कांग्रेस ने प्रशासनिक व सामाजिक ढांचें को कमजोर किया है। शिव विधानसभा क्षेत्र के प्रभारी स्वरूपसिंह खारा ने कहा कि सीबीआई से जनता का विश्वास उठ गया है। धरने को नूर मोहम्मद, ताज मोहम्मद, असरफ अली, बायतु प्रभारी बालाराम मूंढ़, दिनेश विश्नोई ने भी संबोधित किया।

इस अवसर पर जिला मंत्री प्रागसिंह सोढ़ा, नगरपालिका अध्यक्ष बालोतरा महेश चौहान, बाड़मेर ग्रामीण मण्डल अध्यक्ष महावीरसिंह चूली, मण्डल अध्यक्ष धोरीमन्ना कुलदीपसिंह, बालोतरा ग्रामीण मण्डल अध्यक्ष भवानीसिंह टापरा, श्यामसिंह मेवानगर, लक्ष्मण बडेरा, स्वरूपसिंह, योगेश, राणसिंह, आर के चूली, किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष हमीरसिंह भायल, मूलसिंह भायल, जसोल के ईश्वरसिंह, हीरसिंह भाटी, खुमानसिंह सोढ़ा, स्वरूपसिंह भदरू,

स्वरूपसिंह आगोर, गिरधरसिंह कोटड़ा, तनसिंह सणाऊ, बिहारीलाल माली, कुम्भाराम गोदारा, जबरसिंह, एडवोकेट रूपसिंह, हिन्दूसिंह, तरूणराय कागा, पीराराम गोदारा, चेतनराम सारण, शारदा चौधरी, प्रकाश सर्राफ ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर तगाराम मेघवाल, टाबाराम मेघवाल, पहाड़सिंह, आम्बसिंह महाबार, पेमाराम मेघवाल, गनीखां, प्रतापसिंह, तनसिंह महाबार, जितेन्द्रसिंह सेतराऊ, मोतीसिंह, गोपसिंह, रमेश गौड़, उदयभनुसिंह, सुरेश मोदी आदि मौजूद थे। संचालन पूर्व जिला महामंत्री वीरसिंह भाटी ने किया।

मजदूरो पर पुलिस का कहर बरपा दस मजदुर घयाल


मजदूरो पर पुलिस का कहर बरपा दस मजदुर घयाल  
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राजस्थान के बाड़मेर के बालोतरा इलाके में मजदुर नेता केलाश चोधरी को गिरफ्तार करने के बाद हजारो मजदुर प्रदशन कर रहे थे इसी दोहरान पुलिस ने भीड़ पर काबू पाने के लिए जमकर लाठीचार्ज किया और हजारो मजदूरो को पर एक साथ सडको पुलिस कर्मियों ने लाठिया बरसाई जिसमे कई लोग घ्याल हो गए जेसा की आप तस्वीरों में देख सकते है की पुलिस किसी तरह मजदूरो को भगा कर पिट रही है और किसी तरह सडको पर मजदूरो के लाठिया पड़ने के बाद सडक पड़े है खून की नदिया बह रही है आज सुबह से ही पुलिस के सकडो जवान के साथ ही पुलिस बाड़मेर पुलिस अधिसक संतोष चालके बालोतरा कस्बे में पहचे  थे दरसल शनिवार को रात को पुलिस ने मजदुर नेता केलाश चोधरी को गिरफ्तार कर दिया था उसके बाद से ही रात से ही मजदुर केलाश चोधरी की रिहाई की माग कर रहे थे नेता की रिहाई की माग को लेकर आज मजदूरो ने बालोतरा कस्बे के बंद करने का ऐलान किया था पुलिस ने इन हजारो मजदूरो को एक साथ लाठीचार्ज किया  जोधपुर हाइकोर्ट के एक आदेश ने लाखो लोगो बेरोजगार कर दिया है दरसल एक माह पहले ही एक याचिका पर सुनवाई करते हुए .... जोधपुर हाइकोर्ट ने यहाँ पर से बहने वाली लूणी नदी में फेक्त्रियो का पानी जा रहा था जो इस नदी को प्रदूषित कर रहा था ऐसे में हाइकोर्ट  ने यह आदेश देकर सभी फेक्टरियो  को आगामी आदेशो तक बंद करने के आदेश दे दिए थे अब यहाँ के एक  हजारो लोगो ने प्रदशन और उग्र आन्दोलन की रहा पर चले गए है अगर समय रहते इनकी मागो पर सरकार ने ध्यान नहीं दिया तो हालात और बिगड़ सकते है आज इस लाठीचार्ज में दस लोग घयाल हो गए पुलिस ने पुरे इलाके में RAC बल को तेनात कर दिया है दो घटे से रुक रुक कर पुलिस और प्रदशन कारी आपस में भीड़ रहे है पुलिस ने आस पास के जिलो की पुलिस बल को बुलकर तेनात किया है

शनिवार, 7 अप्रैल 2012

बजरी खनन पर रोक से अटके निर्माण

बजरी खनन पर रोक से अटके निर्माण

बालोतरा। राजस्थान उच्च न्यायालय द्वारा बजरी खनन पर रोक लगाए जाने के बाद शहर सहित उपखंड क्षेत्र में बजरी का टोटा पैदा हो गया है। निर्माण कार्यो में अड़चन से लोगों की परेशानी बढ़ गई है। जिन लोगों ने बजरी का स्टॉक कर रखा है, वे मनमाने दाम वसूल कर अपनी जेबें भर रहे हैं। दूसरी तरफ न्यायालय की रोक के बावजूद प्रशासनिक अनदेखी से खेड़ व कलावा सरहद में बजरी खनन का कार्य बदस्तूर चल रहा है। लूणी नदी के प्रवाह क्षेत्र में कनाना से लेकर सिणधरी तक कई जगह चोरी चुपके बजरी खनन हो रहा है। अवैध खनन कर पहंुचाई जा रही बजरी के मनमर्जी से भाव वसूले जा रहे हैं।

राजस्थान उच्च न्यायालय ने हाल ही में पूरे प्रदेश में बजरी खनन पर रोक के आदेश जारी किए हैं। इन आदेशों के बाद लूणी नदी के प्रवाह क्षेत्र में बड़े पैमाने पर पिछले कई वर्षो से हो रहे जायज व नाजायज खनन में कमी आ गई है। कई इलाकों में न्यायालय की रोक के बावजूद बजरी का खनन रूक नहीं पाया है। खनन में लगे लोग बदस्तूर लूणी नदी के प्रवाह क्षेत्र में मशीनरी से बजरी के अंधाधुंध खनन में लगे हैं। प्रशासनिक स्तर पर इसकी रोकथाम को लेकर अब तक सख्त रूख नहीं अपनाया गया है। ऎसे में न्यायालय के आदेशों की क्षेत्र में पूरी तरह से पालना नहीं हो पा रही है।

निर्माण में अड़चन
बजरी खनन पर लगाई गई रोक के बाद से शहर सहित उपखंड क्षेत्र में बजरी की किल्लत पैदा हो गई है। चालू निर्माण कार्य बीच में अटक गए हैं। नए निर्माण करवाने के इच्छुक लोगों को मजबूरन कार्य टालना पड़ रहा है। जिन लोगों ने बजरी का स्टॉक कर रखा है, उनकी इन दिनों मौज बनी हुई है। मनमाने दाम वसूलकर वे लोगों की मजबूरी का फायदा उठा रहे हैं।

कोढ़ में खाज : बालोतरा में वस्त्र कारोबार बंद रहने से बेरोजगारी के कारण मजदूरों की हालत वैसे ही खस्ता थी। हजारों लोग ठाले बैठे थे। ऎसे में कमठा निर्माण पर मजदूरी से सैकड़ों श्रमिको को रोजगार का अवसर मिल रहा था। बजरी खनन पर रोक के बाद निर्माण कार्य अटकने से श्रमिकों को मजदूरी नहीं मिल रही है।


विकास कार्य प्रभावित
बजरी की किल्लत से सरकारी योजनाओं के तहत हो रहे विकास कार्य भी प्रभावित हो गए हैं। विभिन्न योजनाओं के तहत ग्राम पंचायतों व नगरपालिका क्षेत्र में निर्माण कार्य चल रहे हैं। बजरी पर एकाएक रोक लगने से सरकारी योजनाओं के तहत चल रहे निर्माण कार्य भी लड़खड़ा गए हैं।

रिफाइनरी की उम्मीदों में फिर एक पेंच पड़ गया

 

राजस्थान में रिफाइनरी की उम्मीदों में फिर एक पेंच पड़ गया लगता है। राज्य की सारी उम्मीदें ओएनजीसी पर टिकी हैं और ओएनजीसी को अब वेदांता समूह ने ले लिया है। इससे राज्य की कुछ चिंताएं बढ़ी हैं। उधर,ओएनजीसी अब एमआरपीएल को नामांकित कर सकती है। इस आशय के संकेत राज्य सरकार के अधिकारियों से मिले हैं।


ओएनजीसी 2005 से ही रिफाइनरी को घाटे का सौदा मानकर चल रही है, लेकिन राजस्थान से राजनीतिक दबाव के चलते वह कोई न कोई दूसरा बहाना बना लेती है और मामला टल जाता है। अब मौजूदा सरकार ने केंद्र और ओएनजीसी पर रिफाइनरी के लिए दबाव बढ़ा दिया है। खुद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बजट भाषण में कह चुके हैं कि रिफाइनरी लाने के लिए उनकी सरकार लगातार कोशिशें कर रही है और अब उसमें सकारात्मक संकेत हैं।


ओएनजीसी के संपर्क के बाद मेंगलोर रिफाइनरी एंड पेट्रो केमिकल्स के अधिकारियों ने इस बारे में विचार शुरू कर दिया है। एम आरपीएल ने इंजीनियर्स इंडिया से भी संपर्क किया है। राज्य सरकार और ओएनजीसी के बीच भी बातचीत चल रही है, लेकिन इसके लिए अभी कोई दस्तावेज तैयार नहीं हो सका है।
रिफाइनरी मामले में जानकारों का कहना है कि देश में अभी काफी रिफाइनरीज हैं और उनकी तेल शोधन क्षमता देश की मौजूदा तेल उत्सर्जन क्षमता से काफी ज्यादा है। इसे इस रूप में देखा जा रहा है कि राजस्थान में नई रिफाइनरी लगी तो उसके लिए कच्चा तेल उपलब्ध करवाना मुश्किल होगा, लेकिन कुछ का मानना है कि इस रिफाइनरी के लिए राजस्थान के अपने तेल कुओं से तेल का पर्याप्त उत्सर्जन हो सकता है।

वे जिंदा बेटी को दफनाने के पाप से बच गए।

कोटा. कोटा में एक नर्सिग होम के डॉक्टरों ने नवजात को मृत घोषित कर दफनाने के लिए कब्र तक पहुंचा दिया। गनीमत रही कि एनवक्त पर शरीर में हलचल देखकर पिता के हाथ रुक गए और वे जिंदा बेटी को दफनाने के पाप से बच गए। अब यह बच्ची शहर के ही एक अन्य निजी चिकित्सालय में भर्ती है।
हालांकि, प्री-मैच्योर होने के कारण उसका स्वास्थ्य खराब है। जिस नर्सिग होम में यह लापरवाही बरती गई, वह महापौर डॉ. रत्ना जैन का है। वे केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की केंद्रीय समिति की सदस्य भी हैं। इस घटना को लेकर परिजनों में आक्रोश है, लेकिन वे फिलहाल इसलिए चुप हैं, क्योंकि जच्च की तबीयत खराब है और वह नर्सिग होम में भर्ती है।

दूसरी ओर, नवजात बेटी का स्वास्थ्य भी ठीक नहीं है। फिलहाल परिजन किसी कानूनी पचड़े में उलझने की बजाय इलाज पर ध्यान दे रहे हैं। नवजात के पिता अमित का कहना है कि इस बारे में बाद में विचार किया जाएगा।

नांता के विकास नगर में रहने वाले अमित मीणा की पत्नी रेणु को शुक्रवार सुबह प्रसव पीड़ा हुई थी। परिजन उसे महापौर के नयापुरा स्थित रत्ना नर्सिग होम ले गए। रेणु को प्री मैच्योर (5 माह) डिलीवरी हुई और बेटी को जन्म दिया। करीब ढाई घंटे बाद डॉक्टर ने बच्ची को जीवित नहीं बताते हुए उसे अमित को सौंप दिया। अमित अन्य परिजनों के साथ उसे दफनाने के लिए नयापुरा मुक्तिधाम पहुंच गए। कब्र खोद दी गई।


नवजात के शव उसमें रखा ही जा रहा था कि अमित के सीने से चिपकी बच्ची के शरीर में कुछ हरकत हुई। अमित चौंक गया। उसे हिलाया-डुलाया तो बच्ची जीवित निकली। गम के आंसू खुशी में तबदील हो गए। बच्ची को सीधे नर्सिग होम लाया गया। डॉ. रत्ना जैन ने जांच की तो वे भी चौंक ढाई घंटे पहले मृत घोषित बच्ची जीवित घोषित कर दी गई। इसके बाद डॉ. जैन ने उसे अपने पति डॉ. अशोक जैन की पार्टनरशिप वाले तलवंडी स्थित निजी अस्पताल में रैफर कर दिया। उधर, बेटी के गम में सुध-बुध खोकर बैठी रेणु को भी उसके जीवित होने का पता लगा तो उसकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा।

महापाप से बच गया : अमित


अगर मेरी बेटी के शरीर में हरकत का अहसास होने में जरा सी भी देर हो जाती तो मैं उसे अपने हाथों से जिंदा दफन कर चुका होता। महापाप हो जाता। मैं इस महापाप से बच गया।
छाती से चिपके रहने से लौट आई धड़कनें : डॉक्टर

नर्सिग होम संचालक डॉ. रत्ना जैन का कहना है कि रेणु की प्री-मैच्योर (५ माह) डिलीवरी थी। बच्ची का वजन ५६क् ग्राम था। शरीर नीला पड़ चुका था, धड़कन भी नहीं थी। इसकी जानकारी परिजनों को दे दी गई। हम रेणु को संभालने में जुट गए। चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी ने बेटी परिजनों को सौंप दी। काफी देर सीने से चिपकाए रखने से उसकी धड़कन लौट आई। मेडिकल साइंस के अनुसार 5 माह का शिशु भ्रूण के बराबर ही होता है। ऐसे बच्चे कम ही बच पाते हैं।


बच जाते हैं पांच माह में जन्मे बच्चे

सबसे छोटा प्रीमेच्योर बच्चा जर्मनी की फ्रीडा है। इसका जन्म गर्भधारण के पांच माह में हो गया था। वजन 460 ग्राम और लंबाई 11 इंच थी। यह जीवित रही। दिल्ली के शालीमार बाग में भी पिछले साल फरवरी में एक बच्ची का जन्म गर्भधारण के 5 माह में हुआ था। जन्म के वक्त उसका वजन 600 ग्राम था।

हरीश के परिजनों को जगी उम्मीद

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हरीश के चाचा ने कहा  काश इस बार हत्या की गुत्थी सुलझ जाए, सीबीआई पर कोई दबाव न हो...

बहुचर्चित हरीश हत्याकांड की एक बार फिर सीबीआई करेगी जांच,तीन माह में जांच कर रिपोर्ट देने के निर्देश

जैसलमेर उनकी आंखों के आंसू सूख चुके हैं, हत्या का खुलासा होने के इंतजार में आंखे पथरा गई है, वे जब जब हरीश की तस्वीर देखते हैं तो उनकी आंखों के आगे हरीश से जुड़ी यादें सामने आ जाती है। साथ ही पुलिस, सीआईडी व सीबीआई की नाकामी भी नजर आती है। यह स्थिति उस युवक के परिजनों की है जिसकी करीब 10 वर्ष पूर्व 18 जनवरी 2002 को निर्मम हत्या कर दी गई थी। शुक्रवार को हरीश के पिता व अन्य परिजन गड़सीसर तालाब के उस स्थान पर जहां उसकी लाश मिली थी उसकी आत्मा की शांति व हत्यारों के पकड़े जाने की कामना को लेकर पूजा अर्चना कर रहे थे। गौरतबल है कि इंदिरा कॉलोनी रहने वाले तथा एयरफोर्स चौराहा पर मोटरपार्टस की दुकान करने वाले 19 वर्षीय युवक हरीश प्रजापत की 18 जनवरी 2002 को गड़सीसर तालाब की पाल के पीछे स्थित दादावाड़ी में तलवार से हत्या कर दी थी। हत्यारों ने हरीश की लाश को पत्थर से बांधकर गड़सीसर तालाब में फैंक दिया था। बहुचर्चित इस हत्याकांड की पहले पुलिस, सीआई और सीबीआई ने जांच की लेकिन इस हत्या की गुत्थी सुलझने के बजाय उलझती गई और किसी को भी सफलता नहीं मिली।

एक बार फिर हरीश के चाचा सगताराम की याचिका पर हाईकोर्ट ने इस हत्याकांड की जांच सीबीआई को सौंपी है और तीन माह में रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए हैं।

सीबीआई ने ईनाम भी रखा था: इस मामले में सीबीआई ने अखबारों के माध्यम से कई अपीलें भी जारी की। उस दौरान हत्यारों के बारे में सुराग देने पर पहले 25 हजार और बाद में एक लाख रुपए का ईनाम भी रखा गया था।

जांच भी रही संदिग्ध : हरीश के पिता चांदाराम के मुताबिक पुलिस, सीआईडी व सीबीआई की जांच भी संदेह के घेरे में रही है। जांच में कई बार ऐसे मोड़ आए जहां पुलिस व अन्य एजेंसियों की जांच संदिग्ध नजर आई। कई बार ऐसा भी लगा कि जांच एजेंसियां जानबूझकर मामले को उलझा रही है।



क्या इस बार हत्यारों तक पहुंच पाएगी सीबीआई : बहुचर्चित हरीश हत्याकांड की चर्चा एक बार फिर होने लगी है। हर किसी की जुबां पर यही बात है कि क्या इस बार हरीश के हत्यारों तक पहुंच पाएगी सीबीआई। हरीश के परिजन आज भी दुखों के पहाड़ के नीचे दबे हुए हैं मगर समय के साथ साथ उसके हत्याकांड की जांच धुंधली होती गई। गौरतलब है कि पूर्व में सीबीआई कई वर्षो तक इस मामले की जांच कर चुकी है। एक के बाद एक पूछताछ और गुत्थी उलझती गई, आखिरकार सीबीआई ने एफआर लगाने का फैसला कर लिया। हाईकोर्ट ने याचिका में प्रस्तुत किए गए ठोस आधारों को देखते हुए दोबारा जांच के आदेश दिए हैं। जहां हरीश के परिजनों को एक बार उसके हत्यारों का पता लगाने की उम्मीद जगी है वहीं जिले में भी यही चर्चा होने लगी है।

क्या हत्या से जुड़े सुराग अब मिल पाएंगे।

2006 में जांच बंद होने के बाद क्या हत्यारे निश्ंिचत हो गए थे, या फिर लगातार इस मामले से जुड़े सुराग, सबूतों व लोगों पर दबाव बना हुआ था।

क्या सीबीआई पूर्व में जांच करने वाले अधिकारियों से संदेह के आधार पर पूछताछ करेगी।


पूर्व में संदिग्ध लोगों से की गई पूछताछ दोबारा होगी, यदि होगी तो क्या उनके बयान वही रहेंगे या फिर बदल जाएंगे।










बाड़मेर ..सुर्खियां.....(बाड़मेर), ७ अप्रैल, 201२

बेटे ने मां को पीटा, मामला दर्ज

बाड़मेर चौहटन थाना क्षेत्र में शुक्रवार को बेटे के मां के साथ मारपीट करने का मामला दर्ज हुआ है। पुलिस के अनुसार धनाऊ निवासी डेली पत्नी खुशालचंद ओसवाल ने रिपोर्ट पेश कर बताया कि उसके लड़के रतनलाल ने घर में घुसकर उसके साथ मारपीट की। इसके साथ घर में लगे छीणे तोड़कर नुकसान पहुंचाया। पुलिस ने मामला दर्जकर जांच शुरू कर दी है।

आग से युवक झुलसा
बाड़मेर घर के बाहर कचरे में लगी आग से महावीर नगर निवासी मूलाराम पुत्र अशोक कुमार (28) झुलस गया। परिजनों का कहना है कि युवक की मानसिक स्थिति खराब है। पुलिस के अनुसार शुक्रवार दोपहर करीब साढ़े बारह बजे वह घर के बाहर था इसी बीच वह आग की चपेट में आया। उसे राजकीय अस्पताल भर्ती कराया गया है।


साढ़े तीन लाख रुपए का सट्टा पकड़ा loading...
बालोतरा पुलिस ने रेगरपुरा क्षेत्र में शुक्रवार देर रात आईपीएल मैच के दौरान क्रिकेट पर सट्टा लगा रहे दो जनों को दबोच लिया। इनके कब्जे से सट्टे में काम आने वाला सामान व हिसाब का रजिस्टर बरामद हुआ। डीएसपी रामेश्वरलाल ने बताया कि मुखबिर से इत्तला मिली थी कि तीसरी रेलवे फाटक के पास पूनमचंद अग्रवाल के सूने मकान में क्रिकेट पर सट्टा लगाया जा रहा है। इस पर उनके साथ सब इंस्पेक्टर भंवरसिंह, एएसआई शेराराम, कांस्टेबल कमलसिंह, बजरंग, नरसिंग व जाब्ते ने दबिश दी। कमरे में हनुमानचंद पुत्र दीपचंद चौपड़ा निवासी रबारियों का धोरा व वासूदेव प्रजापत निवासी रबारियों का टांका क्रिकेट मैच पर सट्टा लगा रहे थे। पुलिस ने उनके कब्जे से तीन हिसाब के रजिस्टर, एक टीवी, दो टेलीफोन, आठ मोबाइल, 12 चार्जर व दो कैल्क्यूलेटर बरामद किए।










आखिरी छोर तक पानी पहुंचाएगी 'जल सेना'

आखिरी छोर तक पानी पहुंचाएगी 'जल सेना'
पानी के इंतजाम को लेकर बनाई 80 अधिकारियों की टीम


आगामी दिनों में भीषण गर्मी की आशंका के चलते उठाया कदम


ढाणी तक होगी मॉनिटरिंग, मुख्यालय पर बनाया कंट्रोल रूम


कलेक्टर की अनूठी पहल loading...
बाड़मेर गर्मी के दिनों में थार के आखिरी छोर में बैठे वाशिंदों को पीने का पानी मुहैया करवाने के लिए कलेक्टर डॉ. वीना प्रधान ने जल सेना का गठन किया है। इस जल सेना में अस्सी टुकडिय़ां शामिल है। जिनकी कमान आला प्रशासनिक अधिकारी संभालेंगे और सेना में हर विभाग के कर्मचारी व अधिकारी शामिल होंगे।

अमूमन हर साल गर्मी के दिनों में जिले के हर हिस्से में पानी को लेकर त्राहि -त्राहि मचने लगती है। अंतिम छोर पर बैठे ग्रामीणों के सामने तो पानी की उपलब्धता आज भी सपना है। जलदाय विभाग के कर्मचारियों की लापरवाही और जनता के लिए किसी का जवाबदेह का नहीं होना, समस्या को और बढ़ा देता है। हजारों मवेशी काल कलवित हो जाते है। ऐसे में पशुपालन आधारित आजीविका कमाने वाले लोगों को लिए खुद अपने और अपने मवेशियों के लिए पानी का इंतजाम करना किसी चुनौती से कम नहीं है।
॥जिस इलाके में जो अधिकारी तैनात होगा उसके लिस्ट मय नंबर के वहां सरकारी भवनों में चस्पा होगी। इससे ग्रामीणों को इस बात की आसानी होगी कि वे अपनी शिकायत कहां करे। मुख्य कंट्रोल रूम से भी इस बारे में जानकारी मिल सकेगी कि किसे शिकायत करें। पानी पहुंचाने में जहां लापरवाही होगी वहां सख्त कार्रवाई की जाएगी।' डॉ. वीना प्रधान, कलेक्टर











शुक्रवार, 6 अप्रैल 2012

हुक्‍का पार्लर पर छापे के बाद भागी 'गोपी बहू'

 

मुंबई.अभिनेता विवेक ओबेरॉय और महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री सुरेश शेट्टी के बेटे क्षितिज के बाद हुक्का बार में अब छोटे पर्दे की मशहूर बहू ‘गोपी’ पकड़ी गई है। मुंबई पुलिस की समाजसेवा शाखा ने ‘गोपी बहू’ यानी टीवी सीरियल ‘साथ निभाना साथिया’ की अभिनेत्री जिया मानेक के पकड़े जाने की पुष्टि की है।


मुंबई पुलिस का कहना है कि बुधवार की रात एक हुक्का बार में छापे में कुल 21 लोग मिले, जिसमें टीवी सीरियल की अभिनेत्री जिया माणोक भी थी। पुलिस का कहना है कि इस हुक्का बार में रेस्तरां भी है और जिया यहां अपने कुछ पारिवारिक मित्रों के साथ खाना-खाने आई थी, इसलिए उसे बिना जुर्माना के घर जाने दिया गया।
 

जिया का कहना है कि वह वहां हुक्का सेवन करने नहीं गई थी। उनका कहना है कि वे अपनी मां के साथ गई थीं। जिया हुक्का बार में छापे के दौरान पुलिस से बचने के लिए बाहर भाग आई थीं, परंतु वहां कैमरामैनों व फोटोग्राफरों से पहचान छुपाने के चक्कर में उनसे उलझ गई थीं।
 

इससे पहले सोमवार की रात पुलिस ने बांद्र इलाके के जाज़ा बार पर छापा मारा. इस बार में भी खुलेआम हुक्का पीते हुए पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया, जिसमें महाराष्ट्र के स्वास्थ मंत्री सुरेश शेट्टी के बेटे क्षितिज शेट्टी भी पुलिस के हत्थे लगे।


इससे पहले 29 मार्च को मुंबई पुलिस ने अभिनेता विवेक ओबेरॉय को एक हुक्का बार से पकड़ा था। इसी तरह हाल ही में बांद्रा के जाजा रेस्तरां पर छापे के दौरान राज्य के स्वास्थ्य मंत्री के बेटे क्षितिज शेट्टी भी पकड़े गए थे। मुंबई महानगर पालिका के क्षेत्र में हुक्का बार चलाए जाने पर हाईकोर्ट ने पिछले साल ही प्रतिबंध लगा दिया था।

भाटी राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति के जैसलमेर प्रभारी नियुक्त

भाटी राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति के जैसलमेर प्रभारी नियुक्त 


 जैसलमेर अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति के प्रदेश महामंत्री ने आदेशा जारी कर चन्दन सिंह भाटी को जैसलमेर जिले का प्रभारी नियुक्त किया हें समिति की और से जरी आदेश में प्रदेशा महामंत्री राजेंद्र बारहट ने बताया की भाटी द्वारा राजस्थानी भाषा को मान्यता दिलाने के लिए बाड़मेर जिले में वृहद स्टार पर अभियान चला कर संगठन में नई जान फूंक कर संगठन को नै दिशा प्रदान की हें साथ  ही राजस्थानी भाषा को मान्यता दिलाने के लिए अभियान को जन जन तक पंहुचा कर आम जनता को राजस्थानी अभियान के साथ जड़ने में बड़ी सफलता हासिल की हें बारहट के अनुसार भाटी की कार्य प्रणाली से प्रभावित होकर उन्हें जैसलमेर जिले का प्रभारी मनोनीत किया हें ,साथ  ही उन्हें निर्देश जारी किये हें की जैसलमेर जिले में अखिल भारतीय राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति के गठन के साथ समिति के घटक संगठनो राजस्थानी महिला परिषद् ,राजस्थानी मोटियार परिषद् .राजस्थानी चिंतन परिषद्  का गठन तहसील स्टार पर कर नई कार्यकारिणी शीघ्र घोषित की जाए ,भाटी को जोधपुर संभाग के उप पाटवी  {उपाध्यक्ष } पद मर मनोनीत किया गया हें .भाटी ने बताया की शीघ्र जैसलमेर जिले का दौरा कर राजस्थानी भाषा प्रेमियों की बैठक बुला कर राजस्थानी भाषा को जैसलमेर में आम जन तक पंहुचने की दिशा में चर्चा कर नई कार्यकारिणी के गठन के प्रयास किये जायेंगे 

जैसलमेर.....news today,,,,अवैध शराब बेचने वालो के विरूद्ध पुलिस की कार्यवाही


अवैध शराब बेचने वालो के विरूद्ध पुलिस की कार्यवाही


पुलिस थाना जैसलमेर में एक साथ 02 मुकदमे दर्ज

पुलिस अधीक्षक जिला जैसलमेर ममता बिश्नोई के निर्देशानुसार जिला जैसलमेर में अवैध शराब रखने वालो के विरूद्ध चलाये जा रहे अभियान के तहत कल दिनांक 05.04.2012 को पुलिस थाना जैसलमेर में एकसाथ 02 कार्यवाही।

पुलिस थाना जैसलमेर के हल्खा क्षैत्र में विरेन्द्रसिंह निपु पुलिस थाना जैसलमेर मय जाब्ता द्वारा कल दिनांक 05.04.2012 को रात्रि 8.30 पीएम पर कॉलेज के सामने अवैध रूप से अग्रेजी शराब बेचते हुऐ पाये जाने पर मुलदान पुत्र मुरारदान चारण नि0 झिणकली हाल बबर मगरा जैसलमेर को गिरफतार किया। दूसरी तरफ कल दिनांक 05.04.2012 को ही पुलिस थाना जैसलमेर के हल्खा क्षैत्र में सुनिल पंवार (प्रोबे.) आरपीएस हाल थानाधिकारी पुलिस जैसलमेर मय जाब्ता द्वारा केन्द्रिय बस स्टेण्ड जैसलमेर के पास अवैध रूप से अंग्रेजी शराब बेचते हुऐ पाये जाने पर रूपकिशोर पुत्र तोलोराम खत्री नि0 अम्बेडकर कॉलोनी जैसलमेर को गिरफतार किया।

इसके अलावा मोटर वाहन अधिनियम के तहत बिना नम्बरी व ओरलोड 15 वाहनों के खिलाफ कार्यवाही की गई।




शांति भंग के आरोप में पुलिस थाना जैसलमेर में 01 गिरफतार

पुलिस थाना जैसलमेर के हल्खा क्षैत्र में कल दिनांक 05.04.2012 को लडाईझगडे पर उतारु गेमराराम पुत्र मनजीराम मेघवाल नि0 गिराब हाल गफूर भट्टा को जीतसिंह हैड कानि मय जाब्ता द्वारा शांति भंग के आरोप में धारा 151 सीआरपीसी के तहत गिरफतार किया।