सोमवार, 8 अगस्त 2011

किराए को लेकर युवकों ने टैक्सी चालक की थी हत्या


किराए को लेकर युवकों ने टैक्सी चालक की थी हत्या
जैसलमेर दो दिन पूर्व पुलिस को मिले टैक्सी चालक के शव के मामले में पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए इस हत्या के मामले को खोलते हुए दो युवकों को गिरफ्तार कर लिया है। गौरतलब है कि 5 अगस्त को पुलिस को सूचना मिली कि जोधपुर रोड पर आर्मी एरिया के पास जंगल में एक टैक्सी पलटी खाई हुई पड़ी है और उसके कुछ दूरी पर झाडिय़ों में एक व्यक्ति की लाश पड़ी है। इस पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव की शिनाख्त अमरिश उर्फ ईश्वरलाल पुत्र सोनाराम खटीक के रूप में की। इस संबंध में मृतक के भाई ने 2 अगस्त को थाने में अपने भाई के गायब होने की रिपोर्ट भी लिखवाई थी।
पुलिस अधीक्षक ममता विश्रोई ने बताया कि मौके पर मौजूदा हालत को देखते हुए मामला हत्या का पाया गया। जिस पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर अनुसंधान शुरू कर दिया। पुलिस अधीक्षक ने शहर कोतवाल विरेन्द्रसिंह के नेतृत्व में टीम गठित कर शीघ्र ही मामले की गुत्थी सुलझाने के निर्देश दिए। रविवार को पुलिस ने आर्मी एरिया में कंस्ट्रक्शन के कार्य में लगे मुस्तबा मेहरू पुत्र चंदन व मनोज पुत्र बिसन
निवासी बालघाट (म.प्र.) को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस ने रेलवे स्टेशन के सामने टैक्सी वालों से पूछताछ की तो यह तथ्य सामने आए कि दो युवक आर्मी एरिया में चल रहे कंस्ट्रक्शन कार्य तक मृतक की टैक्सी किराए पर लेकर गए थे। टैक्सी किराए पर ले जाने से पूर्व रेलवे स्टेशन के सामने मोबाइल रिचार्ज की दुकान से रिचाई भी
करवाया था। जिस पर मोबाइल रिचार्ज की दुकान में पूछताछ कर मोबाइल नम्बरों की सूची प्राप्त कर आर्मी एरिया में कार्य पर लगे मजदूरों से
पूछताछ की गई। मोबाइल नंबरों की सूचना के आधार पर मुस्तबा मेहरू को पुलिस ने धरदबोचा और उसने अपने साथी मनोज के साथ टैक्सी
किराए पर ले जाने की बात स्वीकारी। पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि टैक्सी किराए को लेकर मृतक से बोलचाल हो गई थी
और उनके द्वारा टैक्सी चालक की हत्या करना स्वीकार कर लिया गया। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और अग्रिम अनुसंधान जारी है। पुलिस की इस टीम में विरेन्द्रसिंह के अलावा पीराराम,
शोभसिंह भी शामिल थे।

करंट से मां-बेटी की मौत

करंट से मां-बेटी की मौत

जैसलमेर रेेलवे कॉलोनी में करंट की चपेट में आने से मां व बेटी की मौत हो गई, वहीं एक युवक गंभीर रूप से झुलस गया। इसी दौरान पास के क्र्वाटर में काम कर रही एक महिला भी करंट की चपेट में आने से घायल हो गई।
जानकारी के अनुसार रविवार सुबह करीब साढ़े नौ बजे प्रभाति देवी (50) पत्नी रामलाल मीणा अपने क्वार्टर के चौक में कपड़े धो रही थी। प्रभाति देवी ने जैसे वहां लोहे की तार पर कपड़े सुखाने का प्रयास किया तो करंट की चपेट में आ गई। पास ही में कपड़े धो रही उसकी पुत्री जीतू (20) ने मां को करंट से झुलसते देखा तो उसे छुड़ाने के चक्कर में वह भी लोहे की तार से चिपक गई। उनकी आवाज सुनकर प्रभाति देवी का बेटा राकेश भागता हुआ आया और करंट से छुड़ाने के प्रयास में वह भी करंट की चपेट में आ गया।
पास ही के एक क्वार्टर में पोछे लगा रही मीना (25) पत्नी हुकमीचंद भी करंट की चपेट में आने से घायल हो गई। राकेश के क्वार्टर से चीखने चिल्लाने की आवाज सुनकर पाड़ौसी वहां पहुंचे और काफी मशक्कत के बाद सभी को करंट से छुड़वाया। इस दौरान प्रभाति देवी व जीतू की मौके पर ही मौत हो गई और राकेश व मीना को घायल अवस्था में जवाहिर चिकित्सालय लाया गया।
आठ क्वार्टरों में दौड़ा करंट
कॉलोनीवासियों के मुताबिक एक दूसरे से जुड़े आठों क्वार्टर में अर्थिंग के चलते करंट दौड़ गया। राकेश के क्वार्टर में करंट की सूचना मिलते ही सभी क्वार्टर में रहने वाले लोग दौड़कर बाहर आ गए। जानकारी के अनुसार रविवार की सुबह अर्थिंग के चलते क्वार्टर में लगी लोहे की तार जिस पर हर रोज ये लोग कपड़े सुखाते उसमें करंट दौड़ रहा था। पास ही के क्वार्टर में भी इस तार के ऐंगल से तार बंधी हुई थी जिसके चलते वहां काम कर रही मीना को भी करंट आ गया।
रेलवे कॉलोनी के एक क्वार्टर में आए करंट में सबसे पहले प्रभाति देवी चपेट में आई और थोड़ी ही देर बाद उसकी पुत्री जीतू भी तार से चिपक गई। कुछ देर बाद वहां पहुंचा राकेश भी करंट की वजह से तार से चिपक गया। प्रभाति देवी व जीतू करीब 15 मिनट तक करंट से झुलसते रहे। पाड़ौसियों ने काफी मशक्कत के बाद सभी को करंट से छुड़वाया और लाइन बंद करवाई। जिसके चलते प्रभाति देवी व जीतू की मौके पर ही मौत हो गई। 108 के माध्यम से इन्हें जवाहिर चिकित्सालय लाने पर चिकित्सकों ने मां व बेटी को मृत घोषित कर दिया और राकेश व पास के क्वार्टर में करंट से झुलसी मीना का उपचार कर अस्पताल में भर्ती किया।

पंचायत का फरमान "बेटी के बदले बेटी"



पंचायत का फरमान "बेटी के बदले बेटी"
मुजफ्फरनगर। प्रेम विवाह और सगोत्र विवाह पर समाज के तथाकथित ठेकेदार जहां अक्सर अपना फरमान सुनाते रहते हैं वहीं रविवार को पंचायत का एक अलग ही फरमान सामने आया। जिसमें एक प्रेमी युगल के फरार हो जाने पर पंचायत ने प्रेमी के परिजनों को सजा के तौर पर अपनी बेटी का विवाह प्रेमिका के भाई से करने का फरमान सुना दिया।
मामला जनपद मुजफ्फरनगर के बाबरी थाना छेत्र के गांव का है। गांव के चंदर की नाबालिग बेटी का सोनीपत (हरियाणा ) निवासी विनोद से प्रेम सम्बंध हो गए। चंदर को इस बात की जानकारी होने पर उसने प्रेमी युगल के मिलने पर पाबंदी लगा दी। आठ दिन पहले मौका देखकर दोनों घर से फरार हो गए।
प्रेमिका के पिता चंदर ने पुलिस में प्रेमी विनोद के खिलाफ बेटी के अपहरण की रिपोर्ट दर्ज करा दी। पुलिस ने दो दिन पहले प्रेमी की मां, चाचा और एक परिचित को पूछताछ केलिए थाने में बैठा लिया। जब ग्रामीणों और प्रेमिका के परिजनों को इसकी सूचना मिली तो वे थाने पहुंच गए।
इसके बाद शनिवार को बाबरी थाने में एक पंचायत बुलाई गई। पंचायत में पुलिस भी मौजूद थी। दोनों पक्षों की बात सुनकर पंचायत ने एक फरमान जारी करते हुए कहा कि पीडित पक्ष की बेटी न मिलने पर आरोपी (प्रेमी) की बहन की शादी प्रेमिका के भाई से करा दी जाए। पंचायत ने यह शादी थाने में ही कराए जाने का फैसला दिया है।
वहीं, पंचायत के इस फरमान को दोनों पक्षों के लोगों की रजामंदी मिल गई है और साले से जीजा बनने जा रहे धर्मेन्द्र ने भी यह नया रिश्ता मंजूर कर लिया है। पुलिस थाने में बैठे प्रेमी विनोद की मां और चाचा ने भी बदले में अपनी बेटी की शादी धर्मेन्द्र से तय कर दी है और उन्हें पंचायत के इस फैसले से किसी तरह की कोई आपत्ति नहीं है।






बाबरी थानध्यक्ष बलजीत सिंह ने बताया कि पुलिस इस मामले में दो पहलुओं पर जांच करेगी। इसमें एक तो शादी दबाव में न कराई जाए और दूसरा दूल्हा-दुल्हन नाबालिग न हो। अगर ऎसा पाया जाता है तो दोषियों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।

लौद्रवा का जैन मंदिर कला की दृष्टि से बङ्ें महत्व























लौद्रवा का जैन मंदिर कला की दृष्टि से बङ्ें महत्व का है। दूर से ऊँचा भव्य शिखर तथा इसमें स्थित कल्पवृक्ष दिखाई पङ्ने लगते हैं। इस मंदिर में गर्भगृह, सभा मंडप मुख मंडप आदि है। यह मंदिर काफी प्राचीन है तथा समय-समय पर इसका जीर्णोधार होता रहा है। मंदिर में प्रवेश करते ही चौक में एक भव्य पच्चीस फीट ऊँचा कलात्मक तोरण स्थित है। इस पर सुंदर आकृतियों का रुपांतन पर खुदाई का काम किया गया है। मंदिर के गर्भगृह में सहसफण पार्श्वनाथ की श्याम मूर्ति प्रतिष्ठित है। यह मूर्ति कसौटी पत्थर की बनी हुई है। गर्भगृह के मुख्य द्वार के निचले हिस्से में गणेश तथा कुबेर की आकृतियाँ बनी हुई हैं। इसके खंभे विशाल हैं, जिसपर घट पल्लव की आकृतियां बनी हुई हैं। इस मूर्ति के ऊपर जङा हुआ हीरा मूर्ति के अनेक रुपों का दर्शन करवाता है।




ऐसा माना जाता है कि लौद्रवा की स्थापना परमार राजपूतों द्वारा की गई थी। बाद में यह भाटियों के कब्जें में आ गया था।इस मंदिर के चारों कोनों में एक-एक मंदिर बना हुआ है। मंदिर के दक्षिण-पूर्वी कोने पर आदिनाथ, दक्षिण-पश्चिमी कोने पर अजीतनाथ, उत्तर-पश्चिमी कोने पर संभवनाथ तथा उत्तर-पूर्व में चिंतामणी पार्श्वनाथ का मंदिर है। मूल मंदिर के पास कल्पवृक्ष सुशोभित है। मूल प्रासाद पर बना हुआ शिखर बङा आकर्षक है। तोरण द्वार, रंगमंडप, मूलमंदिर व अन्य चार मंदिर तथा उन पर निर्मित शिखर और कल्पवृक्ष सभी की एक इकाई के रुप में देखने पर इन सब की संरचना बङ्ी भव्य प्रतीत होती है। इस मंदिर में एक प्राचीन कलात्मक रथ रखा हुआ है, जिसमें चिंतामणि पाश्वनाथ स्वामी की मूर्ति गुजरात से यहां लाई गई थी।



लौद्रवा जो आज ध्वस्त स्थिति में है। प्राचीन काल में बङा समृद्ध था। यहाँ काल नदी के किनारे प्राचीन शिव मंदिर था। आज लगभग इसका तीन चौथाई भाग भूमिगत हो चुका है। यहाँ पंचमुखी शिवलिंग है। जिसकी तुलना ऐलिफेंटा गुहा व मध्य प्रदेश में मंदसौर से प्राप्त शिवलिंग से की जा सकती है। इसके अतिरिक्त विष्णु, लक्ष्मी, गणपति, शक्ति व कई पशु-पक्षियों की मूर्तियां भी रेत मे डूबी पङ्ी है। प्राचीन कला की दृष्टि से लौद्रवा का आज भी अत्यधिक महत्व है।

अर्धनरनारीश्वर… शिव नर भी हैं और नारी भी,


अर्धनरनारीश्वर…

सृष्टी के निर्माण के हेतु शिव ने अपनी शक्ति को स्वयं से पृथक किया| शिव स्वयं पुरूष लिंग के द्योतक हैं तथा उनकी शक्ति स्त्री लिंग की द्योतक| पुरुष (शिव) एवं स्त्री (शक्ति) का एका होने के कारण शिव नर भी हैं और नारी भी, अतः वे अर्धनरनारीश्वर हैं|
जब ब्रह्मा ने सृजन का कार्य आरंभ किया तब उन्होंने पाया कि उनकी रचनायं अपने जीवनोपरांत नष्ट हो जायंगी तथा हर बार उन्हें नए सिरे से सृजन करना होगा। गहन विचार के उपरांत भी वो किसी भी निर्णय पर नहीं पहुँच पाय। तब अपने समस्या के सामाधान के हेतु वो शिव की शरण में पहुँचे। उन्होंने शिव को प्रसन्न करने हेतु कठोर तप किया। ब्रह्मा की कठोर तप से शिव प्रसन्न हुए। ब्रह्मा के समस्या के सामाधान हेतु शिव अर्धनारीश्वर स्वरूप में प्रगट हुए। अर्ध भाग में वे शिव थे तथा अर्ध में शिवा। अपने इस स्वरूप से शिव ने ब्रह्मा को प्रजन्नशिल प्राणी के सृजन की प्रेरणा प्रदान की। साथ ही साथ उन्होंने पुरूष एवं स्त्री के सामान महत्व का भी उपदेश दिया। इसके बाद अर्धनारीश्वर भगवान अंतर्धयान हो गए।
शक्ति शिव की अभिभाज्य अंग हैं। शिव नर के द्योतक हैं तो शक्ति नारी की। वे एक दुसरे के पुरक हैं। शिव के बिना शक्ति का अथवा शक्ति के बिना शिव का कोई अस्तित्व ही नहीं है। शिव अकर्ता हैं। वो संकल्प मात्र करते हैं; शक्ति संकल्प सिद्धी करती हैं। तो फिर क्या हैं शिव और शक्ति?

शिव कारण हैं; शक्ति कारक।
शिव संकल्प करते हैं; शक्ति संकल्प सिद्धी।
शक्ति जागृत अवस्था हैं; शिव सुशुप्तावस्था।
शक्ति मस्तिष्क हैं; शिव हृदय।
शिव ब्रह्मा हैं; शक्ति सरस्वती।
शिव विष्णु हैं; शक्त्ति लक्ष्मी।
शिव महादेव हैं; शक्ति पार्वती।
शिव रुद्र हैं; शक्ति महाकाली।
शिव सागर के जल सामन हैं। शक्ति सागर की लहर हैं।
आइये हम समझने की कोशिश करते हैं। शिव सागर के जल के सामान हैं तथा शक्ति लहरे के सामान हैं। लहर क्या है? जल का वेग। जल के बिना लहर का क्या अस्तित्व है? और वेग बिना सागर अथवा उसके जल का? यही है शिव एवं उनकी शक्ति का संबंध। आएं तथा प्रार्थना करें शिव-शक्ति के इस अर्धनारीश्वर स्वरूप का इस अर्धनारीश्वर स्तोत्र द्वारा ।

रविवार, 7 अगस्त 2011

अवैध संबंधों पर पत्नी की गला काटकर हत्या


गुवाहाटी।। अवैध संबधों के चलते पति ने अपनी पत्नी का गला काटकर हत्या कर दी है। पत्नी को अपने प्रेमी के साथ आपत्तिजनक स्थिति में पाकर गुस्से में पति ने पत्नी पर वार किया।

इसके बाद पुलिस के सामने जाकर अपना जुर्म भी कबूल कर लिया। घटना के बाद से प्रेमी फरार है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

डोडा-पोस्त के साथ दो गिरफ्तार


जोधपुर। ग्रामीण पुलिस ने एक ट्रक में डोडा-पोस्त से भरे 92 बोरे बरामद कर दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जब्त माल की कीमत लाखों रुपए बताई जा रही है। पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) नवज्योति गोगोई ने बताया कि रविवार सुबह बालेसर पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि डोडा-पोस्त से भरा एक ट्रक क्षेत्र से गुजरने वाला है।

जानकारी के आधार पर बालेसर थाने की टीम ने नाकाबंदी की। इसी दौरान दोपहर के वक्त उदयपुर नंबर का ट्रक जोधपुर की ओर से आता दिखाई दिया। पुलिस ने इसे रुकवाकर तलाशी ली तो ट्रक में 92 बोरे डोडा-पोस्त से भरे मिले। इनका वजन 17 क्विंटल 45 किलो है।

पुलिस ने ट्रक व डोडा-पोस्त जब्त कर ट्रक के मालिक उदयपुर के पुराबड़ निवासी मांगीलाल पुत्र भंवरलाल रैगर और चालक सलामत पुत्र करीम खां को गिरफ्तार कर लिया। प्रारंभिक पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि यह माल जैसलमेर में किसी को सप्लाई करना था। पुलिस इस मामले में अन्य तस्करों के बारे में पूछताछ करने में जुटी हुई है।

प्रेमिका ने प्रेमी को गोली मारकर की हत्या

प्रेमिका ने प्रेमी को गोली मारकर की हत्या 
 

इस्लामाबाद। पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में शनिवार को अपने मित्र के साथ आत्महत्या करने जा रही एक युवती ने उससे ऎन पहले झगड़ा हो जाने के कारण अपने मित्र की गोली मारकर हत्या कर दी।

मीडिया रिपोर्टों में पुलिस के हवाले से खबर दी गई है कि चारा गांव में रहने वाले युवक और युवती शादी करना चाहते थे लेकिन उनके परिवार इसके लिए राजी नहीं थे।

इस वजह से उन्होंने खुदकुशी करने का फैसला किया और इसके लिए एक खाली मकान में जा पहुंचे। उन दोनों ने तय किया था कि पहले युवती, युवक को गोली मारेगी और उसके बाद खुद को भी गोली मार देगी लेकिन उनमें झगड़ा हो गया। इस पर युवती ने युवक की गोली मारकर हत्या कर दी

स्मगलर किंग मुबारक खान गिरफ्तार , २५ हज़ार का इनाम घोषित था मुबारक पर


स्मगलर किंग मुबारक खान गिरफ्तार , २५ हज़ार का इनाम घोषित था मुबारक पर

सीमावर्ती बाड़मेर जिले में पाकिस्तानी गतिविधियों के सञ्चालन एवं तस्करों का सरगना मुबारक खान को आज जैसलमेर पोलिस ने देवीकोट में गिरफ्तार कर बहूत बड़ी सफलता हासिल की हें मुबारक राष्ट्रविरोधी गतिविधियों के कई मामलों में वांछित हें
जैसलमेर पुलिस ने एक बडी कार्यवाही कर दो साल से फरार ईनामी अपराधी को धर दबोचा है। इस पर अन्तर्राष्ट्रीय सीमा से घातक हथियार और आरडीएक्स तस्करी का मामला दर्ज है। 
जिला पुलिस अधीक्षक ममता बिश्नोई के निर्देश पर बनी रणनीति के अनुसार हुई पुलिस कार्यवाही के बाद यह सफलता हासिल हुई है। जैसलमेर पुलिस के लिए यह बडी सफलता है।
 
जिला पुलिस अधीक्षक ममता बिश्नोई ने बताया कि बाडमेर जिलान्तर्गत शिव पुलिस थाना के नेगरडा गांव निवासी यह कु यात तस्कर मुबारक खाँ पुत्र हमीरा खाँ सिंधी दो साल से फरार चल रहा था। इसकी गिर तारी पर राजस्थान पुलिस मु यालय द्वारा 25 हजार रुपये का ईनाम घोषित किया हुआ है।
 
यह है मामला
 
उल्लेखनीय है कि सन् 2॰॰9 में आठ सित बर को बाडमेर सदर पुलिस थाना क्षेत्र के मारूडी ग्राम की रोही से लूणीया उर्फ सोढे खां एवं उसके साथियों द्वारा पाकिस्तान से भारत में आतंकवादी संगठन से जुडे लोगों को सप्लाई करने के लिए भारी मात्रा में लायी गई घातक हथियार, गोलाबारूद एवं आरडीएक्स विस्फोटक पदार्थ की खेप बरामद हुई थी।
 
इस मामले में कु यात तस्कर मुबारक खंा पुत्र हमीरा खां जाति सिंधी मुसलमान निवासी नेगरडा पुलिस थाना शिव जिला बाडमेर लिप्त था। इससे स बंधित मुकदमा सं॰ 31॰/2॰॰9 धारा 4,5,6 विफोस्टक पदार्थ अधिनियम, 5,6,9(ख) विफोस्टक अधिनियम, 3/25,7/25(1),(डी),1(11) आ र्स एक्ट, 153ए,12॰बी भादस व 3,1॰,13,18,2॰ विधि विरूद्घ क्रिया कलाप (निवारण) अधिनियम 1967 पुलिस थाना सदर बाडमेर में दर्ज किया गया। उसी समय से मुबारक खाँ फरार चल रहा था। इस प्रकरण का अनुसंधान ए.टी.एस. जयपुर द्वारा किया जा रहा है।
 
वांछित अपराधियों की धरपकड की युद्घस्तरीय कार्यवाही का अंजाम
 
राज्य पुलिस मु यालय के निर्देशानुसार जैसलमेर जिले में वांछित अपराधियों की धरपकड के लिए चलाए जा रहे अभियान के अन्तर्गत जिला पुलिस अधीक्षक ममता बिश्नोई के निर्देश पर जैसलमेर पुलिस द्वारा की जा रही युद्घस्तरीय कार्यवाही और लगातार मार्गदर्शन से यह सफलता हाथ लगी है। अपनी तरह के इस गंभीर मामले में जिला पुलिस अधीक्षक द्वारा गठित विशेष टीम इस पर लगातार नजर रखते हुए धरदबोचने की रणनीति में जुटी हुई थी।
 
विशेष टीम ने की कार्यवाही
 
विशेष टीम के सदस्य प्रह्लादसिंह कानिस्टेबल ने अपने स्रोतों से पु ता सूचना पाने के बाद इस मामले में लगभग दो वर्ष से फरार चल रहे ईनामी अपराधी मुबारक खाँ को पुलिस थाना सांगड अन्तर्गत सरहदी गांव छोड में बीकेरी ढाणी से धरदबोचा। कु यात तस्कर मुबारक खाँ अपने रिश्तेदार सुमार खाँ पुत्र रावत खाँ सिंधी मुसलमान के यहाँ रात में छुपा हुआ था तथा सुबह होने से पूर्व ही भाग जाने की फिराक में था।
 
इन्होंने धरदबोचा
 
विशेष दल के सदस्य कानिस्टेल प्रह्लादसिंह सहित पुलिसकर्मियों ओमप्रकाश, शेराराम,रायमलराम, हीराराम, अशोककुमार, नारायणसिंह,चालक राजकुमार, अर्जुनसिंह,भंवरसिंह,महेन्द्र कुमार,जसवंतसिंह, भीमसिंह, तोगाराम, राजकुमार, राजाराम, श्रीमति नीतूसिंह, श्रीमति विमला, चालक अर्जुनसिंह, वीरसिंह,सुमेरदान आदि ने अत्यंत ही गोपनीयता व सतर्कता बरतते हुए रात में ही सुमार खाँ के घर बीकेरी की ढाणी में दबिश देकर इस कु यात फरार ईनामी अपराधी को धरदबोचा।
 
जिला पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस मामले में स बंधित अनुसंधान एजेन्सी ए.टी.एस. एवं उच्चाधिकारियों अग्रिम कार्यवाही के लिए अवगत करा दिया गया है

chan mere makhna

chan mere makhna

Mai Bhagi - Khari Neem Key Neecahy

MAI ALLAH WASAI--DAM DAM MEN THIYOON YAD PAWAN MARUN MITHIYOON GHALHRIYOON

GREAT SINGER OF SINDH MAI ALLAH WASAI

Mai Allah Wasai was great Sindhi Singer, She has sung Sindhi Song, Sindhi Classical, Sindhi Sufi Kalam. We have never forget her. When we listen his sweet sound our hearts goes to the memory of Mai Allah Wasai. Specially he has sung the poetry of all Sindhi Poets. Please listen following Video his famous song of great Sindhi Sufi poet Hazrat Sahib Dino Shah "Dama Dama main thiyoon yad achan Maren Mithyoon Galihoon". We Sindhi people never forget to Mai Allah Wasai.

MAI ALLAH WASAIE -- PIYAR DARYA AA DARYA BHI LATJI THO

Manganhaar - Dr Fouzia Saeed - DVD_007