रविवार, 19 जून 2011

सत्य साईं बाबा के खजाने में भी सेंध लगाई

पुट्टपर्थी. सत्य साईं बाबा के खजाने में भी सेंध लगाई गई है। पुलिस ने एक वैन में पुट्टपर्थी से बंगलुरु ले जाए जा रहे नोटों से भरे दो बैग बरामद किए हैं। इन बैग में करीब 50 लाख की रकम बताई गई है। नोटों की गिनती का काम चल रहा है। पुलिस ने इस सिलसिले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है।पुलिस को सूचना मिली थी कि साईं बाबा के आश्रम से बड़ी रकम निकालकर, कहीं और ले जाई जा रही है। इसके बाद पुलिस ने अनंतपुर जिले के कोडीकोंडा में अतिरिक्त फोर्स लगाकर, सभी वाहनों की जांच शुरु की। रात को दो गाड़ियां वहां से तेजी से निकलीं और रोकने के बाद भी नहीं रुकीं। इसके बाद पुलिस ने उनका पीछा किया और कुछ दूरी पर जाकर उन्हें रोका। गाड़ी में दो बैग मिले, जो नोटों से भरे हुए थे। पुलिस ने इस संबंध में वेन के ड्राइवर हरीश आनंद शेट्टी को गिरफ्तार किया है। हरीश सत्य साईं बाबा ट्रस्ट का कर्मचारी है। हरीश ने पुलिस को बताया है कि उसे एक दूसरे ड्राइवर ने यह रकम ले जाने के लिए दी।हाल ही में सत्य साईं बाबा का पुट्टपर्थी में व्यक्तिगत निवास खोला गया, जहां से 98 किलो सोना, 307 किलो चांदी और 11.5 करोड़ नगद राशि मिली है।

पिता ने 6 वर्षीय पुत्री को सीने से लगाकर गोली मार ली

अलवर. बयाना-जयपुर पैसेंजर ट्रेन में शनिवार शाम एक पिता ने 6 वर्षीय पुत्री को सीने से लगाकर गोली मार ली। दोनों के शव ट्रेन के शौचालय में मिले। मृतक की पहचान अलवर निवासी रविंद्र श्रीवास्तव के रूप में हुई है।

अलवर पुलिस के अनुसार वह 15 जून को अपनी 15 साल की बेटी ट्विंकल और पत्नी रश्मि की गोली मारकर हत्या करने के बाद छोटी बेटी को साथ लेकर फरार हो गया था। जीआरपी पुलिस ने ट्रेन के शौचालय से 315 बोर का देशी कट्टा तथा खाली कारतूस बरामद किया है। रविंद्र के दो थैले तथा आगरा से गंगापुर के बीच का टिकट भी मिला है।

बयाना-जयपुर ट्रेन जब मलारना स्टेशन से आगे निकली तो एक यात्री ने शौचालय में रविंद्र और उसकी बेटी सुहानी के शव पड़े देखे। जब ट्रेन सवाई माधोपुर जंक्शन पर पहुंची तो जीआरपी के जवानों को जानकारी दी गई। पुलिस का मानना है कि रविंद्र ने सुहानी को सीने से लगा कर खुद की पीठ के पीछे से फायर किया। गोली रविंद्र के सीने को भेदती हुई बालिका के सीने व पीठ से बाहर निकल गई। दोनों के शव सवाईमाधोपुर के अस्पताल में रखवाए गए हैं। जीआरपी पुलिस ने अलवर पुलिस को सूचित कर दिया है।

आर्थिक स्थिति खराब थी: रविंद्र अलवर की मनुमार्ग हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में पिता डीडी श्रीवास्तव के मकान 1जी11 में भूतल पर रहता था। उसने ड्राफ्टमैन का डिप्लोमा किया हुआ था। बताया जाता है कि रविंद्र की आर्थिक स्थिति सही नहीं थी। डाक विभाग से रिटायर उसके पिता पेंशन में से उसका कुछ खर्च उठाते थे। रविंद्र ने अपने पोर्शन के एक हिस्से में किरायेदार भी रखा हुआ था।

अलवर एसपी महेश गोयल के अनुसार उस पर कर्जा था और अलवर, जयपुर, कोटा, उदयपुर व जोधपुर सहित कई शहरों में चैक बाउंस के मामले भी दर्ज हैं। रविंद्र के दो शादीशुदा भाई हैं। इनमें से एक गुडग़ांव में नौकरी करता है, जबकि दूसरा अपने पिता के साथ उनके मकान के प्रथम तल पर रहता है और उसकी अलवर के एमआईए में फैक्ट्री है। एक बहिन है, जिसकी शादी हो चुकी है।

गुड्डी दो साल से जंजीरों में जकड़ी

 




जोधपुर  रातड़ी नाडी, कास्टी रोड पर एक खेत में रहने वाले ओमाराम भील की नौ वर्षीय पुत्री गुड्डी दो साल से जंजीरों में जकड़ी है। बचपन से ही विक्षिप्त होने की वजह से उसे जंजीरों से बांध कर रखा गया है। वह हाथ पैरों से विकलांग होने के साथ मूक-बधिर भी है। परिजनों ने गुड्डी के इलाज पर हजारों रुपए खर्च किए, परंतु वह ठीक नहीं हुई।

मां की आंखों की रोशनी चली गई: गुड्डी को जंजीरों से जकड़ कर रखने के गम में मां जड़ाव देवी के आंखों की रोशनी चली गई। ऐसे में परिवार पर दोहरी मार पड़ रही है। खेलने-कूदने व स्कूल जाने की उम्र में इस मासूम को जंजीरों में जकड़ा देख किसी का भी दिल पसीज सकता है। 9 भाई-बहनों में गुड्डी आठवें नंबर की है। परिवार की आर्थिक हालत दयनीय होने की वजह से उसका सही तरीके से इलाज नहीं हो पा रहा है। पिता ओमाराम भील मजदूरी करते हैं। मां भी लाचार है। ऐसे में बालिका को संभालना भारी पड़ रहा है। इसलिए उसे बांध कर रखा गया है।

भामाशाह आगे आएं तो बने बात: ओमाराम को गुड्डी का इलाज कराने के लिए मदद की जरुरत है। इस मासूम को मनोचिकित्सक से इलाज की आवश्यकता है। भील के अनुसार उसके पास इतने पैसे नहीं कि वह इलाज करा सके। कस्बे के मौजिज लोगों ने प्रशासन से इस बालिका के उपचार में मदद मुहैया करवाने की मांग की हैं। किसी मददगार के आगे आने से भी बात बन सकती है।

राहुल गाँधी के ४१ वे जन्म दिवस पर बधाई शुभकामनाए


कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी रविवार को 41 साल के हो जाएंगे। इस बीच कांग्रेस में युवा नेता को अगला प्रधानमंत्री बनाने के पक्ष में आवाजें उठने लगी हैं। लेकिन पार्टी नेताओं का कहना है कि राहुल स्वयं निर्णय लेंगे कि वह देश का शीर्ष पद संभालना चाहते हैं या नहीं।
कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह का जहां कहना है कि अमेठी से सांसद राहुल में बेहतर प्रधानमंत्री बनने की सभी खूबियां और क्षमताएं हैं, वहीं अन्य पार्टी नेता बीरेंद्र सिंह ने कहा कि राहुल अपनी भूमिका के लिए उपयुक्त हैं और वक्त की मांग भी।
गौरतलब है कि पार्टी के उत्तर प्रदेश प्रभारी दिग्विजय सिंह अलगे विधानसभा चुनाव में देश की सर्वाधिक आबादी वाले इस राज्य में कांग्रेस को सत्ता में वापस लाने के लिए राहुल के साथ मिलकर कार्य कर रहे हैं।
कुछ फैसलों पर वरिष्ठ मंत्रियों से अलग विचार रखने वाले दिग्विजय सिंह ने कहा कि सामाजिक एवं राजनीतिक मुद्दों पर अच्छी समझ रखने वाले राहुल परिपक्व हो गए हैं। उनमें नेतृत्व करने की सारी खूबियां हैं।
कई अन्य नेताओं ने भी बातचीत में दिग्विजय सिंह की बातें दोहराईं।
कांग्रेस महासचिव बीरेंद्र सिंह ने कहा कि पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी के बेटे राहुल में प्रधानमंत्री बनने के सारे गुण हैं।
उन्होंने कहा, "पार्टी उनके पीछे है। उन्हें अपना फैसला खुद लेना है।"
कांग्रेस नेता शकील अहमद ने कहा कि अधिकांश पार्टी कार्यकर्ता महसूस करते हैं कि राहुल में अच्छा नेता बनने की क्षमता है।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता एवं पार्टी के कोषध्यक्ष मोतीलाल वोरा ने कहा, "वह (राहुल) देश को विकास के रास्ते पर ले जाने की क्षमता रखते हैं। वह दृष्टि सम्पन्न हैं।"
उल्लेखनीय है कि पूर्व केंद्रीय मंत्री अर्जुन सिंह ने 2009 के लोकसभा चुनाव से पहले राहुल को प्रधानमंत्री के उम्मीदवार के तौर पर पेश करने की मांग उठाई थी, लेकिन पार्टी नेतृत्व ने उनकी मांग ठुकरा दी थी।

शनिवार, 18 जून 2011

सरिस्का अभयारण्य में बाघ का शिकारः शिकारियों को सजा




अलवर. सरिस्का अभयारण्य में बाघ शिकार के मामले में शुक्रवार को अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट संख्या-1 हिमांकनी गौड़ ने पांच शिकारियों को सात-सात साल के कारावास से दंडित किया है। अदालत ने प्रत्येक आरोपी पर 1 लाख 30 हजार का अर्थदंड भी लगाया है।

प्रकरण के अनुसार 31 जुलाई 2006 को तत्कालीन क्षेत्रीय वन अधिकारी अकबरपुर रेंज चंदर राम मीणा ने न्यायालय में परिवाद पेश कर शिकायत दी कि 6 दिसम्बर 2005 को वन विभाग ने मालाखेड़ा के खारेड़ा का बास के जुहरू मेव को पूछताछ के प्रोटेक्शन वारंट में गिरफ्तार किया था।

जुहरू वन्यजीव अधिनियम के एक मामले में जेल में बंद था। पूछताछ में जुहरू मेव ने बताया कि करीब डेढ़ से दो साल पहले उसने पांच अन्य शिकारियों के साथ मिलकर एक बाघ का शिकार किया था। यह शिकार सरिस्का के कोर एरिया में आघेरा जंगल के नारंडी पांज स्थान पर किया गया था।

सवा सौ फुट ऊंचाई से गिरी कार लेकिन...




अहमदाबाद। क्या आप कल्पना कर सकते हैं कि अगर आपकी कार सवा सौ फुट की ऊंचाई से गिरे तो क्या होगा। लेकिन गुजरात मंे हुई यही घटना बिल्कुल चौंका देने वाली है, जिसमें कार के लगभग दस माले की ऊंचाई से गिरने के बाद भी उसमें बैठे चार लोगों की जान बच गई, जिन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हालांकि इस भयानक दुर्घटना में एक व्यक्ति की जान नहीं बच पाई और घटना के कुछ देर बाद मौके पर ही उसकी मौत हो गई।

पुलिस सूत्रों के अनुसार सूरत के वराछा में हीरे के व्यवसायी महेशभाई धीरूभाई सावलिया (27), पत्नी शीतलबहेन और दो अन्य संबंधियों व कार ड्राईवर के साथ स्विफ्ट कार से अहमदाबाद से सूरत के लिए रवाना हुए थे। वडोदरा से 15 किमी दूर पोर ब्रिज से गुजरते समय रात के लगभग 2-3 के बीच भरतभाई नामक कार चालक कार के स्टेयरिंग पर नियंत्रण नहीं रख सका और कार पुल की रैलिंग तोड़ते हुए लगभग सवा सौ फुट नीचे नदी मंे जा गिरी।

किस्मत से पेट्रोलिंग कर रही पुलिस की एक वेन इनके वाहन के पीछे ही थी, जिसने यह दृश्य देखा और तुरंत अन्य संबंधित विभागों को संपर्क कर बचाव का काम शुरू कर दिया। इस घटना में महेशभाई सावलिया को गंभीर चोटें आने की वजह से उनकी जान नहीं बच सकी, लेकिन बाकी अन्य चार सदस्य कुदरत के करिश्मे से बच गए, जिन्हें इलाज के लिए अस्प्ताल में भर्ती कराया गया है।

इस भयानक घटना के बारे में जहां सोच-सोचकर ही व्यक्ति का हृद्य कांप जाए, वहीं इस घटना मंे चार सदस्यों की जान बच जाना वाकई करिश्मा ही था।

प्राइमरी स्कूल के बच्चों ने चार लड़कियों से किया गैंगरेप


बीजिंग. ये बात बेहद चौकाने वाली लेकिन सच है कि यहाँ प्राइमरी स्कूल में पढने वाले दो बच्चों को रेप के ममाले में गिरफ्तार किया गया है.
पुलिस के मुताबिक गुंग्दोंग जिले मे तीन बच्चों को जो प्राइमरी स्कूल स्टूडेंट है को चार नाबालिक लड़कियों को रेप करने के मामले में गिरफ्तार किया गया है. ये चारो लड़कियां भी प्राइमरी स्कूल की ही छात्राएं हैं.
चारों लड़कियां आगामी ड्रैगन बोट फेस्टिवल के लिए वोर्मवूड के पत्ते तोड़ने गई हुई थीं. गौरतलब है कि इस त्यौहार पर वोर्मवूड के पत्तों को घर के दरवाजों पर सजाया जाता है. इसी दौरान उनके साथ ये हादसा हुआ.
रेप करने वाले बच्चों की उम्र 10 साल है. घटना की जानकारी लड़कियों के घरवालों को कुछ दिन बाद मिली. उन्होंने ही पुलिस को इस घटना के बारे में सूचित किया. पुलिस ने मामले में कोई भी प्रतिक्रिया करने से यह कह कर इंकार कर दिया की मामले की जांच चल रही है.

बिल्ली का अपहरण करके मांगी 7 करोड़ 22 लाख की फिरौती




ह्यूस्टन. आपने अपहरणकर्ताओं को इंसानों के बदले लाखों और करोड़ों रुपए की फिरौती मांगते हुए तो सुना होगा। क्या कभी किसी जानवर के बदले करोड़ों रुपए की फिरौती मांगने के बारे सुना है। पोलैंड के शहर माइस्लोवाइस में पिछले दिनों ऐसा ही कुछ हुआ।  
वहां एक बिल्ली चोर ने उसके मालिकों से 10 लाख पाउंड यानी 7 करोड़ 22 लाख रुपए की फिरौती मांगी। सीजर नामक यह बिल्ली 12 वर्षीय लड़के डेविड कीसाइलवेस्की की है। सीजर एक कटी पूंछ वाली दुर्लभ बिल्ली है और इसकी कीमत 500 पाउंड यानी 36 हजार रुपए है।
सीजर को पिछले महीने डेविड के घर से चुराया गया था। उसने अपनी प्यारी बिल्ली को ढूंढने के लिए पूरे शहर में पोस्टर लगवा दिए थे। लेकिन सीजर की कोई खबर नहीं मिली। उसने इसके दोबारा मिलने की उम्मीद छोड़ ही दी थी कि अचानक उसके माता-पिता को एक अनजान व्यक्ति का फोन आया। उसने बिल्ली लौटाने के बदले 10 लाख पाउंड मांगे। फिलहाल पुलिस बिल्ली चोर को ढूंढ रही है।

प्रेमिका के संग मिला फरार कैदी, मोबाइल भी बरामद

डीडवाना. नागौर जिले की डीडवाना जेल से भागे कैदियों में से पकड़े दो कैदियों के पास मोबाइल मिले हैं। एक कैदी के साथ उसकी प्रेमिका को भी पुलिस ने पकड़ा है। इन कैदियों ने जेल से भागने में फिल्मी स्टाइल भी अपनाई। कैदियों ने न केवल गुपचुप रूप से आरी की सहायता से सरियों को धीरे-धीरे काटा, बल्कि छत के सरिये काटने के लिए किसी सर्कस के कलाकार की तरह एक-दूसरे के ऊपर खड़े होकर सहायता भी की।

सब जेल से भागे 6 बंदियों में से हरियाणा के फतेहाबाद जिले में दबोचे गए दोनों कैदियों ने इस बात का खुलासा किया है। पुलिस की कड़ी पूछताछ में इन कैदियों ने बताया कि उन्होंने किस तरीके से सरिये काटे और वहां से फरार हुए। कैदियों ने गुपचुप ढंग से जेल में आरी मंगवाई और फिर बैरक के अंदर से ही बैरक के दो सरियों को काटा। बाद में लोहे के एंगल में फंसे सरिये के दूसरे सिरे को उखाड़ कर निकलने के लिए जगह बनाई।

इसके बाद कैदी बाहर निकले और छत के सरिये को काटा। सरिये ऊपर होने के कारण पहले एक कैदी बाल्टी पर खड़ा हुआ। फिर इस कैदी पर एक अन्य कैदी चढ़ा और पास में स्थित एक झरोखे में पैर रखकर उसने छत के सरिये को काटा। बाद में एक-एक कर यहां से भाग छूटे।

6 घंटे कड़ी पूछताछ: पकड़े गए दो कैदियों को लेकर जसवंतगढ़ थानाप्रभारी अमराराम विश्नोई शुक्रवार को यहां पहुंचे। डीडवाना पुलिस थाने में उप पुलिस अधीक्षक हेमाराम ने दोनों बंदियों तथा उनके साथ पकड़ी गई युवती से 6 घंटे तक कड़ी पूछताछ की। पूछताछ में दोनों कैदियों ने कई खुलासे किए, जिनके आधार पर 4 अन्य फरार कैदियों की तलाश की जा रही है।

ऐसे आए पकड़ में: पुलिस उप अधीक्षक हेमाराम ने पत्रकारों को बताया कि कैदियों को जल्द पकड़ने के लिए जिला पुलिस अधीक्षक हरिप्रसाद शर्मा ने पुलिस की 4 टीमें गठित कर उन्हें अलग-अलग दिशाओं में भेजा था। जसवंतगढ़ थाना प्रभारी अमराराम विश्नोई के नेतृत्व में गठित टीम को हरियाणा भेजा गया। इस टीम ने सूत्रों से प्राप्त जानकारी के आधार पर फरार कैदियों की लोकेशन ट्रेस की और कैदी सुरेंद्र सिंह व रमेशचंद्र को फतेहाबाद जिले के गुना कस्बे में पकड़ लिया।

एक ही गाड़ी में भागे थे सारे कैदी: डीएसपी हेमाराम ने बताया कि प्रारंभिक पूछताछ में सामने आया है कि फरार सभी कैदी जेल से निकलने के बाद एक गाड़ी से भागे थे। यह लोग हरियाणा के हिसार तक साथ थे। इसके बाद सभी कैदी अलग -हो गए। दो कैदियों के साथ मिली युवती के बारे में बताया जा रहा है कि वह मुकुंद जैन हत्याकांड के आरोपी सुरेंद्रसिंह की प्रेमिका है। वह जिले के खींवज गांव की बताई जा रही है। जेल से भागने से पहले ही सुरेंद्रसिंह ने उसे योजना की जानकारी दे दी थी, वह घर से भागकर एक स्थान पर सुरेंद्रसिंह व उसके सहयोगियों का इंतजार कर रही थी। इस युवती के मिलने के बाद कयास लगाया जा रहा है कि क्या युवती ने इन कैदियों के भागने में सहयोग किया। हालांकि पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में इस बात की पुष्टि नहीं हुई है।

विनोद मीणा की योजना से भागे: सब जेल से भागने की योजना शातिर चोर विनोद मीणा ने बनाई थी। उसने सुरेंद्रसिंह और रमेश सिंह को साथ कर लिया। तीनों ने मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया। विनोद मीणा उर्फ राजेश कृषि मंत्री की जीप चोरी का आरोपी है और वाहन चोरी के कई मामले उस पर दर्ज हैं।

लापरवाही या मिलीभगत: जांच में कई बिंदुओं में जेल प्रशासन की लापरवाही उजागर हुई है। पुलिस इसे प्रथम दृष्टया लापरवाही मान रही है, लेकिन मिलीभगत की संभावना से भी इनकार नहीं किया जा सकता। जेल में आरी कैसे पहुंची। कैदियों द्वारा बैरक व छत के सरिए काट छत से भाग जाना लापरवाही उजागर करती है, लेकिन जेल में मोबाइल मिलने की घटना कथित रूप से मिलीभगत की ओर इशारा कर रही है। पुलिस सभी बिंदुओं पर जांच कर रही है।

कोटपूतली में दम्पती की हत्या

कोटपूतली। यहां के निकटवर्ती गांव करवास में एक दंपत्ति की गला रेत कर शुक्रवार की रात हत्या कर दिए जाने की खबर से हड़कंप मच गया।  बताया जाता है कि मरने वाला व्यक्ति हाल ही में दिल्ली से लौटा था। हत्यारों ने अपना काम इतने गुप-चुप और आहिस्ते से किया कि पड़ोसियों को भी खबर नहीं हो सकी। आज सुबह ही उन्हें इस खौफनाक हत्याकांड का पता चल सका।

जानकारी के मुताबिक, निकटवर्ती करवास गांव में आज सुबह पप्पूराम जाट (45) एवं उसकी पत्नी राजबाला (40) के लहूलुहान शव उनके ही घर के चौक में खाट पर पडे मिले। पप्पूराम दिल्ली में दाल मिल में मजदूरों की ठेकेदारी का काम करता था और कुछ दिनों से ही गांव में आया हुआ था। शुक्रवार की रात पप्पूराम चौक में खाट पर सोया था। उसकी पत्नी और बच्चे अंदर अलग-अलग कमरों में सोए थे। शनिवार की सुबह पप्पूराम के घर भैंस का दूध लेने आए पड़ोसी ने रक्तरंजित लाशें खाट पर पड़ी देखीं, तो वारदात का पता चला। हत्यारों ने बच्चों के कमरे को बाहर से बंद कर दिया था। दोहरे हत्याकांड की खबर के बाद घटना स्थल पर ग्रामीणों का हुजूम इकट्ठा हो गया। पुलिस प्रशासन के आला अफसर मौके पर पहुंच गए हैं। जयपुर से एफएसएल टीम एवं डॉग स्`ायड भी बुलाया गया है।

परिवार बेहाल : माता-पिता को एक ही रात में खो चुके पप्पूराम के बेटे एवं बेटियों का बुरा हाल है। ग्रामीण उन्हें सांत्वना देने में लगे हैं। मृतक की बूढ़ी मां और चार छोटे भाइयों का भी बुरा हाल है। जानकारी के मुताबिक, मृतक पप्पूराम जाट पुत्र फूलचंद जाट निवासी करवास, दिल्ली स्थित दो दाल मिलों में ठेका लेकर मजदूर मुहैया करवाता था। उसकी पत्नी राजबाला तथा दो बेटे व तीन बेटियां हैं, जो गांव में ही रहते हैं। पप्पूराम पिछले महीने गांव आया था, उसे रविवार को ही वापस दिल्ली जाना था।

संघर्ष हुआ था : वारदात स्थल पर चौक में खाट के नीचे और आसपास काफी मात्रा में खून फैला मिला है। राजबाला के गले की चेन टूटी पड़ी है और पप्पूराम का मोबाइल खून से सना है। कयास लगाया जा रहा है कि चौक में अकेले सो रहे पप्पूराम ने वारदात के वक्त हत्यारों से काफी संघर्ष किया था। शायद उसकी आवाज सुनकर राजबाला बाहर निकल आई और उसने प्रतिरोध किया। घटनास्थल दर्शाता है कि राजबाला को भी संघर्ष के बाद मारा गया है।

प्रशासन जांच में जुटा : दोहरे हत्याकांड की सूचना पाकर एसडीएम दिनेश जांगिड, एडिशनल एसपी विनीत बंसल, डिप्टी एसपी आलोक सिंघल, सब इंस्पेक्टर सुरेंद्र सैनी, सब इंस्पेक्टर सोहन लाल सहित तुरंत वारदात स्थल पर पहुंचे। पुलिस और प्रशासन के वरिष्ष्ठ अफसरों का लगातार मौके पर पहुंचने का सिलसिला जारी है। पुलिस मृतक एवं परिजनों के मोबाइल कॉल डिटेल तथा संपर्को की छानबीन कर रही 

तानों से परेशान महिला 7 बेटियों के साथ नहर में कूदी




लखनऊ।। बेटा पैदा नहीं होने के कारण पति द्वारा लगातार दिए जाने वाले तानों से परेशान होकर यूपी के बाराबंकी में एक महिला ने 7 बेटियों के साथ नहर में छलांग लगा दी। महिला और उसकी 6 बेटियों को तो बचा लिया गया है, लेकिन एक अब तक लापता है।

बाराबंकी जिले के जहांगीराबाद इलाके में शनिवार को सुबह उस समय हड़कंप मच गया जब एक महिला अपने 7 बच्चियों के साथ नहर में छलांग लगा दी। महिला को बच्चियों के साथ नहर में कूदते ही आसपास लोगों में अफरा-तफरी मच गई। आनन-फानन लोग भी नहर में कूद पड़े और महिला एवं उसके 6 बच्चियों को नहर से जिंदा निकाल लिया, जबकि एक बच्ची लापता बताई जा रही है।

पुलिस मुख्यालय के प्रवक्ता के मुताबिक, उस महिला का पति महिला को अक्सर लड़का न होने का ताना देता था और लगातार परेशान कर रहा था। इसी से परेशान होकर महिला ने इतना बड़ा कदम उठा लिया।

नहर से निकाले जाने के बाद बेहोश महिला एवं 6 बच्चियों को बाराबंकी जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस नहर में डूबी महिला की एक बच्ची की तलाश कर रही है।

डॉक्टर ने मसाज के नाम पर युवती की शारीरिक छेड़छाड़

वडोदरा। वडोदरा जिले के वासणा गांव में रहने वाली एक 18 वर्षीय युवती को पेट में दर्द की शिकायत पर परिजनों ने राधाकृष्ण सोसायटी स्थित संजीव नर्सिग होम में डॉक्टर को दिखाया।




डॉक्टर ने परिजनों से युवती के सोनोग्राफी की बात कही और उसे एक कमरे में ले गया। इसके बाद डॉक्टर ने सोनोग्राफी करने का कहकर युवती के कपड़ उतार दिए और उससे कहा कि तुम्हारी धड़कनें सही गति से नहीं चल रही है, जिसे मसाल के द्वारा नॉर्मल करना पड़ेगा।

इतना कहने के बाद डॉक्टर ने मसाज के नाम पर युवती की शारीरिक छेड़छाड़ शुरू कर दी। शुरुआत में तो युवती कुछ नहीं समझ पाई इसलिए उसने विरोध नहीं किया। लेकिन कुछ ही देर मंे डॉक्टर ने उसके साथ अश्लील हरकतें शुरू कर दीं। इस हरकत से घबराई युवती ने चीख-पुकार मचा दी।

युवती की आवाज सुनकर जब बाहर बैठे परिजन कमरे में पहुंचे तो वे युवती को नग्न हालत में देखकर चौंक उठे और उन्हांेने वहीं हंगामा मचा दिया। मामले की जानकारी होते ही पुलिस मौके पर पहुंची और पुलिस की समझाइश के बाद ही परिजन माने। पुलिस ने युवती की शिकायत पर डॉक्टर के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

पीएम 'रिमोट' से चलते हैं, मैं नहीं: अन्ना


नई दिल्ली।। भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन करने वाले गांधीवादी अन्ना हजारे का कहना है कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह आशा की किरण थे, लेकिन बीच में जाने क्या गड़बड़ हो गया। पीएम मनमोनह सिंह के बारे में उन्होंने कहा, 'मैं इस बात से सहमत हूं कि वह ईमानदार प्रधानमंत्री हैं, लेकिन वह क्या कर सकते हैं? वह रिमोट कंट्रोल से चलते हैं। हालांकि, उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि पीएम का 'रिमोट' किसके हाथ में है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि मैं आरएसएस के रिमोट से काम नहीं करता।

हज़ारे ने कहा, 'शुरू में सोनिया गांधी और प्रधानमंत्री से बहुत उम्मीदें थीं। वे दोनों आशा की किरण थे, पर बीच में क्या गड़बड़ हुआ, पता नहीं। सरकार पलट गई।'

सिंह के बारे में उन्होंने कहा, 'मैं इस बात से सहमत हूं कि वह ईमानदार प्रधानमंत्री हैं। लेकिन वह क्या कर सकते हैं? वह रिमोट कंट्रोल से चलते हैं। यह ऐसा है जैसे कोई उनसे कहता हो कि चुप बैठो, नहीं तो कान कटेगा।'

यह पूछे जाने पर कि योग गुरु रामदेव के आंदोलन पर हुई पुलिस कार्रवाई की तरह अगर उनके आंदोलन के खिलाफ भी ऐक्शन हुआ तो वह क्या करेंगे? उन्होंने कहा, 'तो ठीक है मारो। मार खाते रहेंगे, देश की भलाई के लिए।'

हजारे ने इंडिया टीवी के 'आप की अदालत' कार्यक्रम में सवालों के जवाब में कहा, 'लेकिन मैं आप को यह बता दूं कि यह जनशक्ति है, जो अपने अधिकार मांग रही है। सरकार को इसे स्वीकार करना होगा।'

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के रिमोट से संचालित होने के आरोपों को उन्होंने 'बकवास' बताते हुए कहा कि उन्होंने कभी भी किसी राजनीतिक दल के लिए काम नहीं किया है। उन्होंने कहा, 'मैं किसी दल में देश का भविष्य नहीं देखता हूं। उच्च पदों पर बैठे ये लोग झूठ फैला रहे हैं।'

इस सवाल पर कि अगर लोकपाल भी विवादास्पद निकला तो क्या करेंगे, उन्होंने कहा, 'अगर लोकपाल ने गड़बड़ किया, तो पांच लोगों की हाई पावर कमिटी उसको निकाल देगी।' हज़ारे ने कहा कि लोकपाल विधेयक पारित नहीं होने पर वह 16 अगस्त से जंतर-मंतर पर फिर से अनशन करेंगे और अगर सरकार उन्हें ऐसा करने से रोकेगी तो वह जेल जाएंगे।

दंगों के बीच करते रहे प्यार का इजहार




दंगों के बीच करते रहे प्यार का इजहार 
 

वेंकूवर। किसी ने ठीक ही कहा कि प्यार अंधा होता है। इतना अंधा कि उसे प्यार के सामने उसे दुनिया की कोई समस्या नहीं दिखती। ऎसा ही कुछ नजारा देखा गया वेंकुवर में जहां शहर दंगो की आग में झुलस रहा था, पुलिस गोली-बारी कर रही थी वहीं एक प्रेमी युगल बीच सड़क पर लेटकर सरेआम एक-दूसरे को "किस" करने में मशगूल थे। 

गौरतलब है कि तीन दिन पहले वेंकुवर में स्टेनले कप के हॉकी मैच के दौरान दंगा भड़क गया था जब वेंकुवर कानुक्स टीम बोस्टन ब्रूनिस के हाथों 4-1 से हार गई थी। वेंकुवर के नाराज प्रशंसको ने स्टेडियम में तोड़फोड़ कर दी व आग लगा दी। स्टेडियम की टी वी स्क्रीन को भी आग के हवाले कर दिया। धीरे धीरे यह उपद्रव शहर की सड़कों में भी फैल गया था।

लेकिन दंगों से बेखबर एक युगल रोमांस करने मे मशगूल रहा। इस दृश्य को कैमरे में कैद किया फ्रीलांस जर्नलिस्ट रिचर्ड लेम ने। लैम ने बताया कि वे दंगो की तस्वीरें ले रहे थे। तभी उन्हें सड़क पर एक युगल लेटा हुआ दिखाई दिया। पहले उन्होंने सोचा कि उन्हें लोगो द्वारा पीटा गया है और वे चोटिल हैं। लेकिन बाद में उन्हें पता चला कि माजरा कुछ और ही है। 

कुत्ते में वकील की 'आत्मा', मिली मौत की सजा




येरुशलम।। आपने कभी सुना है कि किसी कुत्ते को अदालत ने मौत की सजा सुनाई है। लेकिन इस्राइल में ऐसा हुआ है। वहां की एक धार्मिक अदालत ने एक कुत्ते को मौत की सजा सुनाई है। कुत्ते को ये सजा इसलिए दी गई है क्योंकि अदालत को लगा कि एक धर्मनिरपेक्ष वकील ने कुत्ते की शक्ल में पुनर्जन्म ले लिया है।

इस वकील ने 20 साल पहले एक केस की पैरवी के दौरान जजों की तौहीन की थी। यह कुत्ता अदालत की परिसर में घुसने की कोशिश कर रहा था, तो वहां मौजूद एक जज को सालों पहले की एक घटना याद आ गई जब एक अन्य जज ने बदतमीज वकील को श्राप दिया था कि वह कुत्ते के रूप में पुनर्जन्म लेगा। जज को लगा कि कुत्ते में उसी श्राप दिए हुए वकील की रूह है और उसने उसे गिरफ्तार करवा कर सजा सुना दी।

कुत्ते को पत्थरों से मारने की सजा को लागू करने की जिम्मेदारी जज ने पड़ोस के बच्चों को सौंप दी। लेकिन सौभाग्य से सजा मिलने से पहले ही कुत्ता वहां से किसी तरह से भाग खड़ा हुआ। येरुशलम सिटी काउंसिल के मेंबर और सामाजिक कार्यकर्ता राशेल अज़ारिया ने इस मामले में अटॉर्नी जनरल को चिट्ठी लिखकर जज के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। जानवरों के लिए काम करने वाले एक संगठन ने जज के खिलाफ पुलिस से शिकायत भी दर्ज कराई है