कोटपूतली। यहां के निकटवर्ती गांव करवास में एक दंपत्ति की गला रेत कर शुक्रवार की रात हत्या कर दिए जाने की खबर से हड़कंप मच गया। बताया जाता है कि मरने वाला व्यक्ति हाल ही में दिल्ली से लौटा था। हत्यारों ने अपना काम इतने गुप-चुप और आहिस्ते से किया कि पड़ोसियों को भी खबर नहीं हो सकी। आज सुबह ही उन्हें इस खौफनाक हत्याकांड का पता चल सका।
जानकारी के मुताबिक, निकटवर्ती करवास गांव में आज सुबह पप्पूराम जाट (45) एवं उसकी पत्नी राजबाला (40) के लहूलुहान शव उनके ही घर के चौक में खाट पर पडे मिले। पप्पूराम दिल्ली में दाल मिल में मजदूरों की ठेकेदारी का काम करता था और कुछ दिनों से ही गांव में आया हुआ था। शुक्रवार की रात पप्पूराम चौक में खाट पर सोया था। उसकी पत्नी और बच्चे अंदर अलग-अलग कमरों में सोए थे। शनिवार की सुबह पप्पूराम के घर भैंस का दूध लेने आए पड़ोसी ने रक्तरंजित लाशें खाट पर पड़ी देखीं, तो वारदात का पता चला। हत्यारों ने बच्चों के कमरे को बाहर से बंद कर दिया था। दोहरे हत्याकांड की खबर के बाद घटना स्थल पर ग्रामीणों का हुजूम इकट्ठा हो गया। पुलिस प्रशासन के आला अफसर मौके पर पहुंच गए हैं। जयपुर से एफएसएल टीम एवं डॉग स्`ायड भी बुलाया गया है।
परिवार बेहाल : माता-पिता को एक ही रात में खो चुके पप्पूराम के बेटे एवं बेटियों का बुरा हाल है। ग्रामीण उन्हें सांत्वना देने में लगे हैं। मृतक की बूढ़ी मां और चार छोटे भाइयों का भी बुरा हाल है। जानकारी के मुताबिक, मृतक पप्पूराम जाट पुत्र फूलचंद जाट निवासी करवास, दिल्ली स्थित दो दाल मिलों में ठेका लेकर मजदूर मुहैया करवाता था। उसकी पत्नी राजबाला तथा दो बेटे व तीन बेटियां हैं, जो गांव में ही रहते हैं। पप्पूराम पिछले महीने गांव आया था, उसे रविवार को ही वापस दिल्ली जाना था।
संघर्ष हुआ था : वारदात स्थल पर चौक में खाट के नीचे और आसपास काफी मात्रा में खून फैला मिला है। राजबाला के गले की चेन टूटी पड़ी है और पप्पूराम का मोबाइल खून से सना है। कयास लगाया जा रहा है कि चौक में अकेले सो रहे पप्पूराम ने वारदात के वक्त हत्यारों से काफी संघर्ष किया था। शायद उसकी आवाज सुनकर राजबाला बाहर निकल आई और उसने प्रतिरोध किया। घटनास्थल दर्शाता है कि राजबाला को भी संघर्ष के बाद मारा गया है।
प्रशासन जांच में जुटा : दोहरे हत्याकांड की सूचना पाकर एसडीएम दिनेश जांगिड, एडिशनल एसपी विनीत बंसल, डिप्टी एसपी आलोक सिंघल, सब इंस्पेक्टर सुरेंद्र सैनी, सब इंस्पेक्टर सोहन लाल सहित तुरंत वारदात स्थल पर पहुंचे। पुलिस और प्रशासन के वरिष्ष्ठ अफसरों का लगातार मौके पर पहुंचने का सिलसिला जारी है। पुलिस मृतक एवं परिजनों के मोबाइल कॉल डिटेल तथा संपर्को की छानबीन कर रही
जानकारी के मुताबिक, निकटवर्ती करवास गांव में आज सुबह पप्पूराम जाट (45) एवं उसकी पत्नी राजबाला (40) के लहूलुहान शव उनके ही घर के चौक में खाट पर पडे मिले। पप्पूराम दिल्ली में दाल मिल में मजदूरों की ठेकेदारी का काम करता था और कुछ दिनों से ही गांव में आया हुआ था। शुक्रवार की रात पप्पूराम चौक में खाट पर सोया था। उसकी पत्नी और बच्चे अंदर अलग-अलग कमरों में सोए थे। शनिवार की सुबह पप्पूराम के घर भैंस का दूध लेने आए पड़ोसी ने रक्तरंजित लाशें खाट पर पड़ी देखीं, तो वारदात का पता चला। हत्यारों ने बच्चों के कमरे को बाहर से बंद कर दिया था। दोहरे हत्याकांड की खबर के बाद घटना स्थल पर ग्रामीणों का हुजूम इकट्ठा हो गया। पुलिस प्रशासन के आला अफसर मौके पर पहुंच गए हैं। जयपुर से एफएसएल टीम एवं डॉग स्`ायड भी बुलाया गया है।
परिवार बेहाल : माता-पिता को एक ही रात में खो चुके पप्पूराम के बेटे एवं बेटियों का बुरा हाल है। ग्रामीण उन्हें सांत्वना देने में लगे हैं। मृतक की बूढ़ी मां और चार छोटे भाइयों का भी बुरा हाल है। जानकारी के मुताबिक, मृतक पप्पूराम जाट पुत्र फूलचंद जाट निवासी करवास, दिल्ली स्थित दो दाल मिलों में ठेका लेकर मजदूर मुहैया करवाता था। उसकी पत्नी राजबाला तथा दो बेटे व तीन बेटियां हैं, जो गांव में ही रहते हैं। पप्पूराम पिछले महीने गांव आया था, उसे रविवार को ही वापस दिल्ली जाना था।
संघर्ष हुआ था : वारदात स्थल पर चौक में खाट के नीचे और आसपास काफी मात्रा में खून फैला मिला है। राजबाला के गले की चेन टूटी पड़ी है और पप्पूराम का मोबाइल खून से सना है। कयास लगाया जा रहा है कि चौक में अकेले सो रहे पप्पूराम ने वारदात के वक्त हत्यारों से काफी संघर्ष किया था। शायद उसकी आवाज सुनकर राजबाला बाहर निकल आई और उसने प्रतिरोध किया। घटनास्थल दर्शाता है कि राजबाला को भी संघर्ष के बाद मारा गया है।
प्रशासन जांच में जुटा : दोहरे हत्याकांड की सूचना पाकर एसडीएम दिनेश जांगिड, एडिशनल एसपी विनीत बंसल, डिप्टी एसपी आलोक सिंघल, सब इंस्पेक्टर सुरेंद्र सैनी, सब इंस्पेक्टर सोहन लाल सहित तुरंत वारदात स्थल पर पहुंचे। पुलिस और प्रशासन के वरिष्ष्ठ अफसरों का लगातार मौके पर पहुंचने का सिलसिला जारी है। पुलिस मृतक एवं परिजनों के मोबाइल कॉल डिटेल तथा संपर्को की छानबीन कर रही
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