गुरुवार, 9 जून 2011

पुलिस के सामने सरे आम महिला को अधनंगा कर पीटा, तस्वीरों में देखें हैवानियत







आगरा. उत्तर प्रदेश की ताज नगरी आगरा में गुरुवार दोपहर कुछ ऐसा घटा जिससे समाज शर्मसार हो जाए। यहां एक महिला को पहले तो बुरी तरह पीटा गया फिर उसके बाल पकड़कर गलियों में घसीटा गया। इस महिला पर जुल्म करने वाले उसके रिश्तेदार सिर्फ यहीं नहीं रुके। उन्होंने उसके कपड़े उतार दिए और फिर उसे नेशनल हाइवे नंबर दो पर ले गए।

जुल्म की इस करतूत को यूं तो सैंकड़ों लोगों ने देखा लेकिन जुल्म रोकने की हिम्मत किसी ने भी नहीं की। बाद में महिला पर अत्याचार करने वाले उसके रिश्तेदार उसे बदहवास हालत में छोड़ गए। घटना का सबसे संगीन पहलू यह भी है कि पूरी वारदात को दो पुलिसकर्मी भी देख रहे थे लेकिन उन्होंने इस महिला को बचाने का प्रयास नहीं किया।

जानकारी के मुताबिक पीड़िता आगरा के हरिपर्वत थानाक्षेत्र के नगला धनि इलाके की रहने वाली है। स्थानीय लोगों ने पूरे प्रकरण के बारे में बताया कि पीड़िता को उसी के घर में किसी गैर मर्द के साथ आपत्तिजनक हालत में देखा गया था। महिला को घर में गैर मर्द के साथ देखे जाने पर परिजन और पड़ोसी भड़क गए और फिर उसे घर से अर्धनग्न हालत में बाल पकड़कर घसीटते हुए बाहर ले आए। महिला के साथ एक पुरुष भी लोगों के हत्थे चढ़ गया जिसे भी पीट-पीटकर लहुलुहान कर दिया गया। हद तब हो गई जब लोग महिला को पीटते हुए नेशनल हाइवे पर ले आए और वहां भी लोग तमाशबीन ही बने रहे।

प्रकरण में महिला के परिजनों का कहना है कि उसके साथ में पकड़े गए व्यक्ति के साथ नाजायज संबंध हैं। उसे कई बार समझाने का प्रयास भी किया गया लेकिन वो नहीं मानी। जबकि पीड़िता का कहना है कि उस पर लगाए गए तमाम आरोप गलत हैं और जिन लोगों ने उस पर अत्याचार किया वो उसके भैय्या और भाभी हैं।

इस मामले में थाना हरिवर्त के एसएचओ अवधेश मिश्रा का कहना है कि पीडिता ने एक व्यक्ति से पचास हजार रुपए उधार लिए थे। बाद में वो आदमी महिला के साथ ही रहने लगा। जब इस बात का पता महिला के परिजनों को चला तो उन्होंने विरोध किया। आज महिला को रंगे हाथों उसके साथ रह रहे व्यक्ति को देखकर परिजनों ने आपा खो दिया और दोनों की पिटाई कर दी। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

बाड़मेर बाड़मेर के धार्मिक स्थलों का पर्यटन सर्किट बनेगा


बाडमेर में पर्यटन अधिकारी का पद सृजित होगा
बाड़मेर के धार्मिक स्थलों
का पर्यटन सर्किट बनेगा
बाड़मेर, 9 जून। जिले के धार्मिक स्थलों का पर्यटन सर्किट के रूप में विकास कर इन्हे मूलभूत सुविधाओं से जोड़ा जाएगा ताकि जिले में पर्यटन को बढावा दिया जा सके। जिला कलेक्टर गौरव गोयल ने गुरूवार को जिला पर्यटन समिति की बैठक में इस आशय के निर्देश दिए।
इस अवसर पर जिला कलेक्टर ने कहा कि बालोतरा क्षेत्र के ब्रह्मा मंदिर आसोतरा, नाकोड़ा जैन तीर्थ, रणछोड़राय खेड़ तीर्थ तथा राणीभटियाणी मंदिर जसोल को एक धार्मिक पर्यटन सर्किट के रूप में विकसित किया जाए तथा यहां यातायात की सुविधाए उपलब्ध करवाई जाए। उन्होंने बाड़मेर तथा बालोतरा से इस सर्किट का भ्रमण कराने वाली बसें भी आरंभ करने के निर्देश दिए।
पर्यटन अधिकारी
जिला कलेक्टर ने बाडमेर में पर्यटन की संभावना तलाशने तथा यहां पर्यटन का विकास करने एवं पर्यटन के लिए मूलभूत सुविधाओं हेतु पर्यटन अधिकारी का पद सृजित करने के लिए राज्य सरकार से सिफारिश करने के लिए कहा। उन्होने निर्देश दिए कि बाडमेर में पर्यटन अधिकारी का पद सृजित कर इस पर शीध्र ही नियुक्ति करवाई जाए।
थार महोत्सव
गोयल ने बाडमेर में प्रतिवर्ष होने वाले थार महोत्सव के व्यापक प्रचार प्रसार तथा इससे पर्यटकों को जोडने के लिए इस वर्ष सम्पन्न थार महोत्सव के आकर्षक कार्यक्रमों, फोटोग्राफ्स तथा वीडियो रिकार्डिग को बाडमेर जिले की अधिकृत वेबसाईट पर डालने के निर्देश दिए। उन्होने बाडमेर के प्रमुख पर्यटन स्थलों के विशाल होर्डिग बनाकर राष्ट्रीय राजमार्ग एवं अन्य मुख्य मार्गो पर लगाने के निर्देश दिए ताकि पर्यटक उनके प्रति आकर्षित हो सकें।
टूरिस्ट पैकेज
जिला कलेक्टर ने बाड़मेर में तीन-चार पर्यटन स्थलों का विकास करने की योजना बनाने को कहा ताकि पर्यटक यहां तीन-चार दिन का पैकेज बनाकर ठहराव कर सके। इसके लिए उन्होंने महाबार, शिल्पग्राम तथा किराडू के अलावा एक दो अन्य टूरिज्म साइटें विकसित करने को कहा। साथ ही बाड़मेर जिले के पर्यटन स्थलों के व्यापक प्रचार प्रसार के भी निर्देश दिए। गोयल ने बाड़मेर में पर्यटक स्वागत केन्द्र खोलने तथा पर्यटन अधिकारी की नियुक्ति तथा राजस्थान पर्यटन विकास निगम के होटल खड़ताल के भी आधुनिकिकरण के कार्य को शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए ताकि पर्यटकों को यहां मूलभूत सुविधाए विकसित हो सके।
बैठक में उद्योग केन्द्र के महाप्रबन्धक ओ.पी. गोस्वामी, जिला शिक्षा अधिकारी गोरधनलाल पंजाबी, जनसम्पर्क अधिकारी श्रवण चौधरी समेत संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
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ऑनलाईन होंगे लोक कलाकार
बाडमेर की लोक कला एवं संस्कृति का
इन्टरनेट के जरिये होगा प्रचार प्रसार
बाडमेर, 9 जून। जिले की विश्व विख्यात लोक कला एवं संस्कृति का इन्टरनेट के जरिये प्रचार प्रसार किया जाएगा तथा लब्ध प्रतिष्ठित कलाकारों को भी ऑनलाईन किया जाएगा।
जिला कलेक्टर गौरव गोयल ने बताया कि सूचना क्रान्ति के वर्तमान दौर में कम्प्युटर तथा इन्टरनेट का महत्व बढ गया है, ऐसे में जिले की लोक कला एवं संस्कृति का व्यापक प्रचार प्रसार करने तथा पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए इन्टरनेट के जरिये इनका प्रचार प्रसार किया जाएगा। उन्होने बताया कि बाडमेर की लोक कलाओं तथा प्रमुख विद्याओं के बारे में संक्षिप्त नोट आकर्षक फोटोग्राफ्स के साथ जिला प्रशासन की अधिकृत वेबसाईट इंतउमतण्दपबण्पद पर डाला जाएगा, ताकि विश्वभर में इन्टरनेट के जरिये बाडमेर की परम्परागत कलाओं का प्रचार प्रसार हो सकें।
उन्होने बताया कि बाडमेर के लंगा तथा मागणियार गायकी, लूर नृत्य, कनाना, लाखेटा, सनावडा की विश्व प्रसिद्ध डांडिया गैर नृत्यों तथा अन्य प्रमुख लोक कलाओं तथा विद्याओं को आकर्षक फोटोग्राफ्स के साथ वेबसाईट पर डाला जाएगा। जिला कलेक्टर ने बताया कि इसके लिए जिला सूचना विज्ञान अधिकारी को निर्देश जारी कर दिए गए है तथा शीध्र ही इन्हें वेबसाईट पर डाल दिया जाएगा।
ऑनलाईन होंगे लोक कलाकार
जिला कलेक्टर ने बताया कि इसी प्रकार जिले के प्रमुख लोक कलाकारों के परिचय, उनकी उपलब्धियों, उनकी कला विद्याओं की जानकारी भी इन्टरनेट के जरिये दी जाएगी। उन्होने बताया कि जिले के अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के ख्याति प्राप्त लोक कलाकारो के फोटो, उनकी कला प्रदर्शनी के बारे में संक्षिप्त नोट बनाकर इसे वेबसाईट पर डाला जाएगा ताकि उनकी उपलब्धियों का विश्व स्तर पर प्रचार प्रसार किया जा सकें।
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विभागों में उपस्थिति की जांच
अठारह कार्मिक अनुपस्थित
बाड़मेर, 9 जून। जिले में समय की पाबंदी हेतु चलाए जा रहे निरीक्षण अभियान के अन्तर्गत गुरूवार को आकस्मिक निरीक्षण के दौरान अठारह कार्मिक अनुपस्थित पाए गए।
जिला कलेक्टर गौरव गोयल ने बताया कि गुरूवार को निरीक्षण दल संख्या 4 प्रभारी डूंगरदास खींची द्वारा आकस्मिक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान आंगनवाडी केन्द्र सेगडी में कार्यकर्ता श्रीमती मनतो व सयोगिनी श्रीमती नोजी अनुपस्थित पाई गई। इसी प्रकार आंगनवाडी केन्द्र उतमा भील की ढाणी सांवलोर में कार्यकर्ता श्रीमती तुलसी, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र चौहटन में कनिष्ट लिपिक बलवन्तराय, राजूराम, व जीएनएम शंकरलाल, सहायक अभियन्ता जोधपुर विद्युत वितरण निगम चौहटन में कनिष्ट लिपिक ईश्वरसिंह, मीटर रीडर नोखराम, च.श्रे.कर्म. श्रीमती धनवन्ती, मीटर रीडर ओम प्रकाश व टेक्नीकल हेल्पर शुभ कुमार, विकास अधिकारी पंचायत समिति चौहटन में कनिष्ट लिपिक भीमराज सोनी व च.श्रे.कर्म. वीराराम राजपुरोहित तथा कार्यक्रम अधिकारी महानरेगा चौहटन में एईएन रामलाल जैन, कनिष्ट तकनीकी सहायक मोटाराम विश्नोई, सुरेश जांगिड, डाटा एन्ट्री आपरेटर जुगताराम व च.श्रे.कर्म. विरधाराम अनुपस्थित पाए गए।
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पर्यावरण समिति की बैठक 16 को
बाडमेर, 9 जून। जिले मे पर्यावरण संबंधी समस्याओं के निराकरण एवं प्रदूषण नियन्त्रण संबंधी आवश्यक उदृेश्यों की क्रियान्विति हेतु गठित जिला स्तरीय समिति की बैठक जिला कलेक्टर गौरव गोयल की अध्यक्षता में 16 जून को प्रातः 11.00 बजे जिला कार्यालय में आयोजित की जाएगी।
उप वन संरक्षक बी.आर. भादू ने बताया कि उक्त बैठक में जिले की पर्यावरण संबंधी समस्याओं के निराकरण एवं प्रदूषण रोकने संबंधी आवश्यक कार्यवाही पर चर्चा के अलावा हरित राजस्थान कार्यक्रम वर्ष 2011 के अन्तर्गत वृक्षारोपण के लक्ष्य निर्धारित करने, पर्यावरण संबंधी कार्यक्रमों को प्रोत्साहन देने के लिए सरकारी एवं स्वयं सेवी संस्ािाओं को उत्प्रेरित करने, लूनी नदी के प्रदूषण के संबंध मे गत बैठक में लिये गये निर्णणों की पालना तथा पोलीथीन थैलियों की रोकथाम बाबत विचार विमर्श किया जाएगा।
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प्रशिक्षणों में सीखी विद्याओं का
प्रयोग कक्षा कक्ष में हो- खत्री
बाडमेर, 9 जून। शिक्षक प्रशिक्षण के दौरान सीखे गये ज्ञान, विद्याओं का प्रयोग कक्षा कक्ष में हो तभी इस प्रशिक्षण की सार्थकता है। ये उदगार अवर उप जिला शिक्षा अधिकारी अम्बालाल खत्री ने छः दिवसीय प्राथमिक शिक्षक प्रशिक्षण शिविर राउप्रावि महावीर नगर में व्यक्त किए।
उन्होने कहा कि प्रशिक्षणार्थी अगर शिविर में विषय संबंधी नवीन विद्याओं को सीखे तथा अपने ज्ञान मे वृद्धि करे तथा उसका लाभ कक्षा कक्ष मे बच्चो को नहीं मिले तो यह समय, धन, ऊर्जा सबका अपव्यय है। इसलिए प्रशिक्षणों मे मन से जुडकर सम्पूर्ण लाभ उठावें।
शैक्षिक प्रकोष्ठ अधिकारी (प्रा.शि.) डॉ. लक्ष्मीनारायण जोशी ने अपने उद्बोधन मे कहा कि समय की गतिशीलता को समझे अन्यथा शिक्षक अपने महत्व को खो देगा। समय के साथ अपडेट रहे, नवीन जानकारियां हासिल करें। साथ ही उन्होने निःशुल्क अनिवार्य शिक्षा विधेयक पर चर्चा कर शिक्षकों की शंकाओं का निवारण किया। नये शिक्षा सत्र में ज्यादा से ज्यादा बच्चे जो विद्यालयों से बाहर है, उन्हें विद्यालयों से जोडे। शिक्षक प्रशिक्षण शिविर में सभी 46 संभागी उपस्थित पाए गए। व्यवस्थाएं व शिक्षण व्यवस्था सन्तोषजनक पाई गई। व्यवस्थापक चेतनसिंह चौधरी ने आभार प्रकट किया।
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वृद्धवस्था पेंशन के लिए आयु सीमा 60 वर्ष

वृद्धवस्था पेंशन के लिए आयु सीमा 60 वर्ष 
 

नई दिल्ली। केन्द्र सरकार ने इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वृद्धावस्था पेंशन के लिए पात्रता की आयु सीमा 65 वर्ष से घटाकर 60 वर्ष करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अध्यक्षता में गुरूवार को हुई केन्द्रीय मंत्रिमण्डल की बैठक में उम्र सीमा घटाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई। इस फैसले से 72.32 लोग लाभान्वित होंगे।

साथ ही मंत्रिमण्डल ने 80 वर्ष व इससे ऊपर की उम्र वालों की पेंशन राशि 200 से बढ़ाकर 500 रूपए करने संबंधी प्रस्ताव को मंजूरी दी। नए नियम गत एक अप्रैल से प्रभावी माने जाएंगे। नए प्रस्तावों से सरकार पर 2270 करोड़ रूपए का अतिरिक्त भार पड़ेगा। वृद्धवस्था पेंशन की पात्रता की आयु सीमा घटाए जाने से इंदिरा गांधी राष्ट्रीय विधवा पेंशन योजना के तहत भी पात्रता आयु सीमा 40-64 वर्ष की बजाए 40-59 वर्ष तथा इंदिरा गांधी राष्ट्रीय विकलांग पेंशन योजना के तहत आयु सीमा 18-64 वर्ष के बजाए 18-59 वर्ष हो जाएगी।

पेंशन राशि बढ़ने का फायदा 80 वर्ष से अधिक आयु के करीब 26 लाख 49 हजार लोगों को मिलेगा। इस समय 65 वर्ष से अधिक आयु और गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन कर रहे एक करोड़ 69 लाख लोगों को इंदिरा गांधी वृद्धावस्था पेंशन मिल रही है। 

18 भारतीयों का विदेशी बैंकों में काला धन

18 भारतीयों का विदेशी बैंकों में काला धन 
 

नई दिल्ली। सरकार के मुताबिक 18 लोगों के विदेशी बैंकों में 39.66 करोड़ रूपए जमा हैं। यह राशि जर्मनी के एलजीटी बैंक में जमा है। यह पैसा 2002-04 के बीच जमा कराया गया था। पैसा जमा कराने वाले कोलकाता,नई दिल्ली, मुंबई और चेन्नई के व्यापारी व उनके परिजन है। इन पर करीब 24.27 करोड़ रूपए का टैक्स बकाया है।

18 में से 17 से टैक्स वसूलने की शुरूआत भी हो चुकी है। इन लोगों की सूची प्रवर्तन निदेशालय के पास है जो उसने सीबीआई को सौंप दी है। जांच एजेंसिया इस बात की जांच कर रही है कि कहीं यह पैसा कहीं हवाला करोबार से संबंधित तो नहीं है। साथ ही इस बात की भी जांच की जा रही है कि आतंकवाद फैलाने वालों की मदद के लिए तो पैसा जमा नहीं कराया गया है। सूत्रों के मुताबिक आयकर विभाग ने मार्च और मई की शुुरूआत में इनके खिलाफ जांच शुरू हो चुकी है। उल्लेखनीय है कि जर्मनी ने 2008 में 26 भारतीयों के वहां की बैंकों में जमा पैसे के बारे में जानकारी दी थी। 

अमेरिका में परिवार के दबाव के चलते भारतीय मूल की महिलाएं पुत्र की चाह में कन्या भ्रूण हत्या करा रही हैं।

ह्यूस्टन. आधुनिक शिक्षा के बावजूद भारतीयों की मानसिकता में बदलाव नहीं आया है। अमेरिका में परिवार के दबाव के चलते भारतीय मूल की महिलाएं पुत्र की चाह में कन्या भ्रूण हत्या करा रही हैं।

यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया द्वारा किए गए अध्ययन में यह बात सामने आई है। उल्लेखनीय है कि भारत में लिंग चयन तकनीक पर प्रतिबंध है। जबकि अमेरिका में किसी भी कारण से गर्भपात और विभिन्न चिकित्सकीय तकनीक के जरिए लिंग चयन की छूट है।




अध्ययन के मुताबिक ये महिलाएं कृत्रिम प्रजनन तकनीक इन व्रिटो फर्टिलाइजेशन (आईवीएफ) के दौरान सिर्फ नर भ्रूण को प्रत्यारोपित करा रही हैं। वह कन्या भ्रूण का गर्भपात करा देती हैं। शोधकर्ताओं ने कैलिफोर्निया, न्यूजर्सी और न्यूयॉर्क में 65 अप्रवासी भारतीय महिलाओं का साक्षात्कार लिया, जिन्होंने सितंबर, 2004 से दिसंबर, 2009 के बीच लिंग परीक्षण कराया।

साक्षात्कार के दौरान जो महिलाएं गर्भवती थीं, उनमें से 89 प्रतिशत ने कन्या भ्रूण पता चलने के बाद गर्भपात करा लिया। यह सभी महिलाएं विभिन्न धर्मो और अलग-अलग शैक्षिक पृष्ठभूमि की थीं। जबकि आधे से ज्यादा नौकरीपेशा थीं। हालांकि विभिन्न शैक्षिक स्तर होने के बावजूद उनकी मानसिकता एक समान थी।

इनमें 38 प्रतिशत हाईस्कूल पास थीं। जबकि 12 स्नातक और 15 के पास चिकित्सा, लॉ, बिजनेस, नर्सिग और वैज्ञानिक शोध की उच्च स्तरीय डिग्री थी। प्रमुख शोधकर्ता सुनीता पुरी ने कहा, ‘चिकित्सक इन मामलों में सलाह देने के लिए तैयार रहते हैं, लेकिन पारिवारिक दबाव के मामलों में संकोच कर जाते हैं।’

लेडी गागा ने पार्टी के दौरान उतार दिया सबकुछ और हो गईं...



न्यू यार्क. यहाँ एक पार्टी के दौरान लेडी गागा ने कुछ ऐसा किया जिसे देखना तो दूर उसे सुन कर ही किसी के भी होश उड़ जाएँ. जी हाँ, इस पार्टी की शुरुआत भी आम पार्टियों जैसी ही थी. गागा भी जब यहाँ आईं तो उन्होंने अपने तन का ज्यादातर हिस्सा ढक रख था. लेकिन डांस फ्लोर पर आने के बाद उन्होंने जो किया वो सिर्फ वही कर सकती थी.
उन्होंने पारदर्शी कपडे पर काला गाउन पहन रखा था. डांस के दौरान उनका गाउन उतर गया और शरीर पर रह गया केवल पारदर्शी काला ड्रेस. इस ड्रेस में उनका पूरा शरीर साफ़ झलक रहा था. अब देखना है कि लाइम लाइट में बने रहने के लिए वो और किस हद तक जा सकती हैं.

जब पुरुष से बलात्कार के आरोप में पुरुष को मिली सजा

इतिहास के पन्नों से नौ जून को जॉर्डन के शाह हुसैन की हत्या का प्रयास हुआ था। 1983 में मार्गरेट थैचर ने लगातार दूसरी बार बहुमत हासिल किया और इसी दिन 1995 में ब्रिटेन में एक पुरुष का बलात्कार करने के जुर्म में एक पुरुष को पहली बार सज़ा हुई थी।

1970 जॉर्डन के शाह हुसैन पर गोली चली

नौ जून को जॉर्डन के शाह हुसैन पर देश की राजधानी से कुछ किलोमीटर की दूरी पर गोलियां दागीं गईं थी। हालांकि शाह हुसैन इस हमले में बच गए थे पर उनके वाहन चालाक के घायल होने की ख़बर आई थी।

इस घटना से दो दिन पहले ही जॉर्डन के सैनिकों और फ़लस्तीनी लड़ाकों के बीच राजधानी अम्मान और अन्य शहरों में गोलीबारी हुई थी।

इसराइल के साथ शाह हुसैन के शांतिवार्ता में शामिल होने से ग़ुस्साए फ़लस्तीनियों ने शाह को ख़त्म करने की ठान ली थी। फलस्तीनियों के अल-फ़तह नामक संगठन के नेता यासिर अराफ़ात ने घोषणा की थी कि जो भी अरब नेता इसराइल के साथ शांति वार्ता की कोशिश करेगा उसका क़त्ल कर दिया जाएगा।

ये लड़ाई लम्बे समय तक चली पर आख़िरकार इसमें शाह हुसैन ने फ़लस्तीनी लड़ाकों को अपने यहाँ से हटा कर देश में अपना प्रभुत्व साबित करने में सफलता पाई।

1983 : मार्गरेट थैचर की लगातार दूसरी जीत

मार्गरेट थैचर के नेतृत्व में ब्रिटेन के आम चुनावों में कंज़र्वेटिव पार्टी ने विपक्षी लेबर पार्टी की 209 सीटों के मुक़ाबले 397 सीटें ले कर दूसरी बार बहुमत हासिल किया।

दोबारा प्रधानमंत्री चुने जाने के बाद थैचर ने घोषणा की कि वो स्थानीय निकायों से जुड़े क़ानूनों में फेरबदल करेंगी और श्रमिक संगठनों से जुड़े क़ानून में बदलाव लाएंगी। उन्होंने ये भी कहा कि वो सभी बिल दोबारा लाए जाएंगे जिन्हें पिछली सरकार में पारित नहीं किया जा सका था।

1995 : ब्रिटेन में पुरुष के बालात्कार के प्रयास में पहली बार एक पुरुष को सज़ा

अपने क़िस्म के पहले मुक़दमे में ब्रिटेन में एक पुरुष को दूसरे पुरुष के साथ बलात्कार के प्रयास में सज़ा सुनाई गई। अदालत ने 26 साल के एंड्रियू रिचर्ड्स को एक साल पहले बने एक नए कानून के तहत सज़ा सुनाई।

रिचर्ड्स के ऊपर ये आरोप साबित हुआ कि उन्होंने 18 साल के अपने एक साथी के साथ बलात्कार का प्रयास किया। इस अपराधी को पहले भी एक बार 15 साल की एक लड़की के साथ बलात्कार के लिए 1988 में सज़ा सुनाई गई थी। जज ने पीड़ित व्यक्ति की तारीफ़ करते हुए कहा कि उसने शिकायत करने के लिए सामने आ कर बड़ी हिम्मत का काम किया। रिचर्ड्स को 10 साल की सज़ा सुनाई गई थी।

 

डोडा जिले के बग्गर क्षेत्र में बादल फटने से तीन लोगों के बहने की आशंका

जम्मू।  डोडा जिले के बग्गर क्षेत्र में बादल फटने से तीन लोगों के बहने की आशंका है। बादल फटने से बटोत-मार्ग का काफी बड़ा हिस्सा तथा मार्ग पर स्थित मार्केट का एक हिस्सा भी बह गया है। बादल फटने का असर 9 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र पर पड़ा है।

जानकारी के अनुसार बुधवार शाम करीब आठ बजे बटोत-डोडा मार्ग पर बादल फटने से रामगढ़ क्षेत्र में 3 होटल, 8 दुकानें, 10 खोखे, एक क्रशर तथा शिव मंदिर भी बह गया। पुलिस के अनुसार जहां बादल फटा है, वहां पर बटोत-डोडा मार्ग पर 8 से 10 फुट ऊंचा मलबा जमा हो गया है। इससे यातायात अवरुद्ध हो गया है। मलबे के नीचे तीन-चार छोटे वाहन फंसे होने की आशंका है। पुलिस के अनुसार बिजली न होने के कारण अंधेरे में बचाव कार्य में दिक्कत आ रही है।

डोडा रामबन रेंज के डीआईजी मनीष कुमार सिंह के अनुसार तीन लोग लापता हैं। इसके अलावा दो रेस्टोरेंट शहंशाह, ग्रीन लैंड तथा सड़क का डेढ किलोमीटर का हिस्सा बह गया है। उन्होंने बताया कि मलबे के नीचे छह वाहनों के दबे होने की सूचना मिल रही है।

यातायात बहाली में लग सकता एक सप्ताह का समय

डोडा के डीसी फारूक अहमद खान ने कहा कि दो ढाबे तथा कई खोखे मलबे के साथ बह गए हैं। मलबे के नीचे चार वाहन दबे दिख रहे हैं। सेना तथा पुलिस की टीमें बचाव कार्य कर रही है। लेकिन अंधेरा तथा फिसलन होने के कारण बचाव टीमों को दिक्कत हो रही है।

डीसी के अनुसार वीरवार सुबह ही बचाव कार्य में तेजी आएगी। रोशनी के लिए प्रशासन ने कुछ जेनरेटरों का प्रबंध किया है। खान ने बताया कि सड़क का एक काफी बड़ा हिस्सा बह चुका है। मलबा हटा कर इस सड़क को अस्थायी तौर पर यातायात के लिए बहाल करने में कम से कम एक सप्ताह का समय लग सकता है।

बहे व्यक्तियों में दो ढाबा मालिक

सूत्रों के अनुसार लापता तीन में दो व्यक्तियों की पहचान सज्जाद हुसैन तथा तथा मोहन लाल के रूप में हुई है। दोनों ढाबा मालिक हैं और ढाबे के साथ ही बह गए हैं। स्थानीय लोगों के अनुसार इस हादसे में काफी ज्यादा जानी नुकसान होने की आशंका है। नुकसान का यह शुरूआती अंदाज है। बचाव दल द्वारा पूरी स्थिति का जायजा लेने के बाद ही 

लंदन में ही होगा एमएफ हुसैन का अंतिम संस्‍कार

लंदन. मशहूर भारतीय चित्रकार मकबूल फिदा हुसैन का लंदन के एक अस्पताल में निधन हो गया। हुसैन 96 साल के थे। अपनी पेंटिग्स के जरिए लोकप्रियता हासिल करने और विवादों में रहने वाले फिदा हुसैन को फेफड़े का कैंसर था। लंदन के रॉयल ब्रॉम्‍पटन अस्‍पताल में भर्ती हुसैन ने गुरुवार सुबह 2.30 बजे (स्‍थानीय समयानुसार) अंतिम सांस ली। उनका अंतिम संस्‍कार यहीं होगा।

हुसैन 2006  से ही ब्रिटेन में रह रहे थे। हिंदू देवी-देवताओं के विवादस्पद चित्र बनाने के बाद एमएफ हुसैन को हिंदू संगठनों का विरोध झेलना पड़ा था जिसके बाद उन्होंने भारत छोड़ने का फैसला कर लिया था। 2010  में हुसैन को कतर ने नागरिकता देने का प्रस्ताव दिया था जिसे उन्होंने स्वीकार भी कर लिया था। हुसैन ने कुछ समय पहले एक इंटरव्‍यू में बताया था कि उनकी ख्‍वाहिश भारत लौटने की है।  आज उनके वकील ने भी एक टीवी चैनल से बताया कि हुसैन हमेशा भारत लौटना चाहते थे।

 1990 के दशक में उन्‍होंने बॉलीवुड स्टार माधुरी दीक्षित से प्रेरित होकर गजगामिनी पेंटिंग बनाई थी। इस पेंटिंग की वजह से हुसैन काफी मशहूर हुए थे। बाद में उन्होंने इसी नाम से एक फिल्म भी बनाई थी। माधुरी के प्रति उनके लगाव के चलते उनका नाम माधुरी फिदा हुसैन पड़ गया था। उन्‍होंने बॉलीवुड की कई अभिनेत्रियों की पेंटिंग बनाई। कुछ महीने पहले उन्‍होंने अनुष्का शर्मा की पेंटिंग बनाने की ख्‍वाहिश जाहिर की थी। अनुष्‍का की फिल्‍म ‘बैंड बाजा बारात’  उन्‍होंने आठ बार देखी थी और इसके बाद भी एक बार यह फिल्‍म देखने की इच्‍छा जताई थी।

हुसैन तब्बू और अमृता राव पर भी फिदा हुए थे। माधुरी और तब्बू पर उन्‍होंने फिल्‍म भी बनाई थी। लेकिन उन्‍हें माधुरी जैसी कोई नहीं लगी। एक साक्षात्कार में हुसैन ने कहा था कि माधुरी जैसी बात किसी भी हीरोइन में नहीं है। उन्हें सिर्फ विद्या बालन में ही माधुरी का थोड़ा-बहुत अक्स दिखाई देता था। कैटरीना के बारे में उनकी राय थी कि वह सुंदर तो हैं, लेकिन अभिनय में जीरो हैं।

हुसैन का जन्म 17 सितंबर 1915 में पंढरपुर में हुआ था। हुसैन को 2006 में भारत छोड़ना पड़ा था जब कुछ लोगों ने उनकी पेंटिंग को लेकर आपत्ति जाहिर की थी। इसके बाद हुसैन लंदन चले गए। बाद में उन्हें कतर की नागरिकता मिल गई। उन्हें 1991 में पद्म विभूषण भी मिला था। राम कथा पर जो सीरीज उन्होंने हैदराबाद में बनाई थी वो स्मरणीय है।

थानेदार व एएसआई को दो साल कैद

भीलवाड़ा. चित्तौड़गढ़ जिले के रूपपुरा गांव के घीसू पुत्र कालू ब्राह्मण को हमीरगढ़ थाने में बंद रख मारपीट के मामले में थानेदार जयनारायण खारोल व एएसआई मनोहरसिंह चारण को सीजेएम ने दो-दो साल की कठोर कैद की सजा सुनाई है। उन पर एक-एक हजार रुपए जुर्माना भी लगाया। यह मामला 17 साल पुराना है। सरकार की ओर से एपीपी एएस चिश्ती ने पैरवी की। अजमेर जिले के कुशायता निवासी थानेदार खारोल अभी कारोई थाना प्रभारी, जबकि रायपुर थाने के छातोड़ गांव निवासी चारण हमीरगढ़ थाने में एएसआई हैं।

कलंक हैं ऐसे पुलिस अधिकारी: सीजेएम योगेश कुमार गुप्ता ने फैसले में कहा कि घीसू को अभिरक्षा में रख निर्दयतापूर्वक मारपीट कर चोटें पहुंचाना निंदनीय ही नहीं शर्मनाक है। पुलिस विभाग के लिए ऐसे अधिकारी कलंक हैं। पुलिस की छवि पर विपरीत प्रभाव पड़ता है। ऐसे मामलों में आरोपियों को परिवीक्षा का लाभ देना कानून का मखौल उड़ाने के समान होगा।

क्या है मामला: पीड़ित घीसू शर्मा ने आठ फरवरी 1994 को भंवर शर्मा के जरिये न्यायिक मजिस्ट्रेट (तीन) की अदालत में प्रार्थना-पत्र पेश किया। इसमें बताया कि घीसू के खिलाफ हमीरगढ़ थाने में झूठा प्रकरण दर्ज कर उसे छह फरवरी की दोपहर तीन बजे उस वक्त बंदी बना लिया, जब वह राशन की शक्कर लेकर लौट रहा था। घीसू को लगातार अभिरक्षा में रखकर न्यायालय में पेश नहीं किया। उससे मारपीट की जा रही है। उससे लिखापढ़ी करवाने की भी आशंका है। जांच करवाई जाए। नौ फरवरी को कोर्ट ने थानेदार से सुबह 10 बजे स्पष्टीकरण मांगा। जवाब से संतुष्ट नहीं होने पर कोर्ट ने घीसू का मेडिकल करवाया। बाद में उसके प्रार्थना-पत्र पर प्रसंज्ञान लिया था।

क्यूं गिरफ्तार हुआ घीसू: चार फरवरी, 94 को हमीरगढ़ के नवरतनमल पुत्र देबीलाल ने थाने में रिपोर्ट दी कि 28 दिसंबर, 90 को घीसू ने सोने की रामनामी बताकर उसे दी और बदले में दो हजार रुपए लिए। इसके बाद 10 फरवरी 91 से 18 मई 93 तक घीसू ने तीन और रामनामी देकर क्रमश: दो, दो और 3500 रुपए लिए। शंका होने पर नवरतन ने गहनों की जांच कराई तो वे नकली पाई गई।

सेक्स ड्रग्स देकर सैनिकों से सामूहिक बलात्कार करवा रहा है गद्दाफी


लीबिया का तानाशाह अपने सैनिकों को सेक्स ड्रग्स देकर सामूहिक बलाक्तार के लिए प्रेरित कर रहा है। अब अंतर्राष्ट्रीय क्रिमिनल कोर्ट (आईसीसी) में इसे लेकर गद्दाफी पर सामूहिक बलात्कार का मामला भी दर्ज हो सकता है। आईसीसी के चीफ प्रोसिक्यूटर के अनुसार उनके पास इस बात के पुख्ता सबूत हैं। इसी बीच त्रिपोली में कर्नल मुअम्मर गद्दाफी के निवास के पास जबर्दस्त बम धमाके सुनाई दिए गए। 


गद्दाफी के खिलाफ लीबिया की जनता ने संघर्ष छेड़ रखा है, जिन्हें अंतर्राष्ट्रीय समुदाय का भी पूरा समर्थन है। नाटो गद्दाफी के ठिकानों पर लगातार हमले कर रही है।

आईसीसी के चीफ प्रोसिक्यूटर मोरेनो ओकंपो ने पत्रकारों को बताया कि मुअम्मर गद्दाफी ने खुद सामूहिक बलात्कार की साजिश की है।

ट्रक से सड़क पर सो रहे 16 श्रद्धालुओं को रौंदा



अहमदाबाद।। दोल्का-बागोदरा हाइवे पर एक ट्रक से कुचलकर कम से कम 16 लोगों की मौत हो गई। पुलिस का कहना है कि घटना गुरुवार सुबह हाइवे पर बेजवा के पास हुई।

सभी मरने वाले तीर्थयात्री हैं। वे सभी सड़क के किनारे सो रहे थे।उन्होंने बताया कि ट्रक से कुचलकर 16 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई और कुछ घायल हो गए। सभी घायलों को अहमदाबाद के वी. एस. अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मामले की जांच चल रही है।

हिन्दुओं के चार धामों में से एक गुजरात की द्वारिकापुरी मोक्ष तीर्थ के रूप में जानी जाती है।


हिन्दुओं के चार धामों में से एक गुजरात की द्वारिकापुरी मोक्ष तीर्थ के रूप में जानी जाती है। 





पूर्णावतार श्रीकृष्ण के आदेश पर विश्वकर्मा ने इस नगरी का निर्माण किया था। यहाँ का द्वारिकाधीश मंदिर, रणछोड़ जी मंदिर व त्रैलोक्य मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। आदिशंकराचार्य द्वारा स्थापित चार पीठों में से एक शारदा पीठ यहीं है।
कंसवध के बाद उसकी पत्नी अस्ति व प्राप्ति ने अपने पिता, मगध के राजा जरासंध को श्रीकृष्ण से बदला लेने के लिए उकसाया। जरासंध ने श्रीकृष्ण के साथ-साथ समस्त यदुवंशियों से पृथ्वी को विहीन करने का संकल्प ले लिया और यदु-राजाओं की राजधानी मथुरा पर आक्रमण किया। श्रीकृष्ण और बलराम ने युद्ध करते हुए जरासंध की सेना का वध कर डाला। हार से पीड़ित जरासंध अपनी नगरी को लौट गया।
जरासंध ने कुल सत्रह बार मथुरा पर आक्रमण किया और प्रत्येक बार श्रीकृष्ण के हाथों पराजित हुआ। जब वह अट्ठारवीं आक्रमण की तैयारी कर रहा था, उसी समय काल्पवन नामक यवन राजा को स्वयं नारद ने मथुरा पर आक्रमण करने की प्रेरणा दी। जरासंध और काल्पवन के क्रोध से यदुवंशियों की रक्षा करने के लिए श्रीकृष्ण ने सागर के बीच में द्वारिका नामक अजेय दुर्ग के निर्माण की योजना बनायी। द्वारिका नगरी का निर्माण होने पर श्रीकृष्ण ने मथुरा के सभी नागरिकों को वहाँ भेज दिया और बलराम को नगर प्रमुख बनाकर उनकी रक्षा का दायित्व सौंप दिया था।
सागर के मध्य द्वारिका का निर्माण कराने की बात कोई कल्पना नहीं है बल्कि बड़ौदरा मंडल के भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के अधीक्षण पुरातत्वविद की तरफ से द्वारिकाधीश मंदिर के गेट पर लगाये गये बोर्ड पर साफ लिखा है कि बेट द्वारिका के पास अरब सागर के गर्भ में छिपे प्राचीन द्वारिका का अस्तित्व हाल के शोधों से ज्ञात हुआ है। द्वारिकाधीश या रणछोड़ जी का मंदिर आठवीं व दसवीं शताब्दी के बीच निर्मित हुआ माना जा रहा है। एक मान्यता यह भी है कि मंदिर का निर्माण भगवान श्रीकृष्ण के पौत्र ब्रजनाथ ने किया था। कालांतर में इसके स्वरूप में परिवर्तन होते रहे। मंदिर के मौजूदा स्वरूप का निर्माण गुजरात के चालुक्य राजवंश की कलाशैली को दर्शाता है। इस कला शैली में गर्भगृह, अंतराल, रामामंडप व मुखमंडप का निर्माण प्रमुख है। मंदिर का शिखर 52 मीटर ऊँचा है और मंदिर में 72 अलंकृत स्तंभ हैं। यह मंदिर पांच तलों का है और प्रत्येक तल में आगे की ओर निकले विभिन्न आकृतियों के झरोखे बने हुए हैं।
मंदिर की एक बड़ी विशेषता यह है कि यह गोमती नदी के सागर में संगम के स्थल के निकट है। यहां रंगम नारायण, वसुदेव, गऊ, पार्वती, ब्रह्म, मुरधन, गंगा हनुमान व निष्पाप नाम के बारह घाट बने हुए हैं। ऐसी मान्यता है कि गोमती में स्नान किए बिना मंदिर के दर्शन करने पर आधा ही पुण्य मिलता है। नदी से 56 सीढ़ियां चढ़कर रणछोड़जी के मंदिर में पहुंचा जाता है। मंदिर में द्वारिकाधीश या रणछोड़ महाराज चांदी के सिंहासन पर सोने के मुकुट व मालाओं के साथ विराजमान हैं। एक मीटर ऊँची यह प्रतिमा काले आरज पहाड़ के पत्थर से बनाई गई है। इसमें भगवान कृष्ण का चतुर्भुजीय स्वरूप देखने को मिलता है। प्रतिमा और उसका श्रृंगार इतना सुंदर है कि भक्त बस देखते ही रह जाते हैं।
द्वारिकाधीश के दर्शन लगभग दस फुट की दूरी से किए जाते हैं। मंदिर की एक विशेषता यह भी है कि द्वारिकाधीश के विभिन्न तरह के श्रृंगार निश्चित समय पर खुले रूप से किये जाते हैं। प्रतिदिन हजारों श्रद्धालु अपनी आंखों से दिव्य-श्रं=गार होते देखते हैं। मुख्य मंदिर के चारों तरफ परिक्रमा करने के लिए खुला स्थान है। मंदिर परिसर में ही वेणी माधव पुरुषोत्तम जी, देवकी आदि के मंदिर हैं और आदि शंकराचार्य द्वारा स्थापित शारदापीठ भी मंदिर परिसर में ही है। स्कंदपुराण में श्री द्वारिका महात्म्य का वर्णन है। उसके अनुसार द्वारिका को कुशस्थली नगरी भी कहा जाता है। इसमें सबको मोक्ष देने वाले भगवान् श्रीकृष्ण सोलह कलाओं से परिपूर्ण होकर विराजमान हैं। द्वारिका की यात्रा करने पर सभी पाप नष्ट होते हैं और पितृगणों को भी मुक्ति मिलती है।

भारत ने वेस्टइंडीज को 7 विकेट से हरा दिया




पोर्ट ऑफ स्पेन. क्वींस पार्क स्टेडियम में खेले गए दूसरे वनडे मुकाबले में भारत ने डकवर्थ लुइस नियम के तहत वेस्टइंडीज को  7 विकेट से हरा दिया। वेस्टइंडीज के 240 रनों का पीछा करते हुए भारत ने 22 ओवर में 1 विकेट खोकर 100 रन बना लिए थे। इसके बाद एकाएक बारिश आ जाने के कारण खेल को तुरंत ही रोक दिया गया। दोबारा खेल शुरू होने पर डकवर्थ लुइस नियम के तहत लक्ष्य में सुधार करते हुए 37 ओवर में 183 रन कर दिया गया। जिसे भारत ने 20 गेंद शेष रहते 3 विकेट के नुकसान पर पा लिया। इस जीत के साथ वनडे सीरीज में भारत ने 2-0 की बढ़त बना ली है।

भारत की ओर से विराट कोहली ( 81) और पार्थिव पटेल (56) ने शानदार अर्धशतकीय पारियां खेलीं। दोनों के बीच दूसरे विकेट के लिए 120 रन की साझेदारी हुई। जिसके बूते मैच आसानी से भारत ने जीत लिया।

विराट कोहली ने भारत की ओर से शानदार अर्धशतकीय पारी खेलते हुए 103 गेंदों पर छह चौकों और 1 छक्के की मदद से 81 रन बनाए। वहीं सलामी बल्लेबाज के रूप में उतरे विकेटकीपर बल्लेबाज पार्थिव पटेल ने 64 गेंदों पर 56 रनों की पारी खेली। इनके अलावा कप्तान सुरेश रैना और रोहित शर्मा ने क्रमशः 26 और 7 रन का योगदान दिया। भारत ने सलामी बल्लेबाज शिखर धवन का विकेट गंवाया। धवन ने सिर्फ तीन रन बनाए और वह तेज गेंदबाज रवि रामपॉल के शिकार हुए।

इससे पहले वेस्टइंडीज क्रिकेट टीम ने निर्धारित 50 ओवरों में नौ विकेट के नुकसान पर 240 रन बनाए। वेस्टइंडीज की ओर से रामनरेश सरवन और लेंडल सिमंस ने शानदार अर्धशतकीय पारियां खेलीं। सरवन ने 90 गेंदों पर 56 रन बनाए जबकि सिमंस ने 84 गेंदों का सामना करते हुए 53 रनों की पारी खेली। दोनों ने दूसरे विकेट के लिए 67 रनों की साझेदारी की।

सिमंस ने किर्क एडवडर्स के साथ टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी वेस्टइंडीज के लिए पारी की शुरुआत की। दोनों ने अपनी टीम को शानदार शुरुआत देते हुए पहले विकेट के लिए 57 रन जोड़े।

कैरेबियाई टीम का पहला विकेट 57 रनों के कुल योग पर गिरा था। उसे पहला झटका किर्क एडवडर्स के रूप में लगा। किर्क 25 रनों की संक्षिप्त किंतु आकर्षक पारी खेलने के बाद अमित मिश्रा की गेंद पर पार्थिव पटेल के हाथों विकेट के पीछे लपके गए। किर्क ने अपनी 28 गेंदों की पारी में तीन चौके और एक छक्का जड़ा।

इसके बाद बल्लेबाजी करने आए सरवन ने सिमंस के साथ मिलकर वेस्टइंडीज की टीम को मजबूती दी। मैच के 27वें ओवर में 124 रनों के कुल योग पर सिमंस के रूप में वेस्टइंडीज को दूसरा झटका लगा। सिमंस के आउट होने के बाद बल्लेबाजी करने आए मार्लन सैमुएल्स ने सरवन का अच्छा साथ निभाया। दोनों ने मिलकर तीसरे विकेट के लिए 51 रनों की साझेदारी की। आउट होने से पहले सैमुएल्स ने 32 गेंदों पर 36 रनों की उपयोगी पारी खेली।

वेस्टइंडीज का स्कोर जब 192 पर था तभी सरवन भी चलते बने। सरवन ने सर्वाधिक 56 रन बनाए। इस समय लग रहा था कि वेस्टइंडीज की टीम बड़ा स्कोर बनाने में सफल होगी लेकिन सरवन के आउट होने के बाद वेस्टइंडीज का यह सपना अधूरा रह गया। वेस्टइंडीज के शेष पांच बल्लेबाज महज 48 रन बनाकर पैवेलियन लौट गए।

विवाहिता ने मासूम बच्चे के साथ जान दी


विवाहिता ने मासूम बच्चे के साथ जान दी 

मकराना इंदौखा गांव की वृद्धा राधा देवी को मालूम नहीं था कि उसकी नींद में खलल डालने वाले झाडिय़ों की सरसराहट उसके मासूम पोते और बहू के कुएं में कूदने का संकेत दे रही है।
राधा देवी जब तक कुएं तक पहुंच पाती तब तक उसकी बहू चार साल के बेटे के साथ कुएं में कूदकर जान दे चुकी थी।
यह हृदय विदारक घटना बुधवार तड़के हुई। मकराना पंचायत समिति क्षेत्र के इन्दौखा गांव में बुधवार तड़के मंजू देवी पत्नी चैनाराम जाट अपने पुत्र मनफूल को लेकर तड़के तीन बजे घर के बाहर बने कुएं में कूद गई।
कुएं के पास ही उसकी वृद्ध सास राधा देवी चारपाई पर सो रही थी। उसकी कुएं पर ढंकी झाडिय़ां हटाने की आवाज से नींद खुली थी परंतु कुछ समझ पाती इससे पूर्व ही बहू मंजू ने कुएं में छलांग लगा दी। राधा देवी ने तुरंत अपने बड़े पुत्र ज्ञानाराम को इत्तला की जिसने गांव वालों को मौके पर बुलवा लिया एवं पुलिस को सूचना दी।
पुलिस ने सुबह नौ बजे शव को बाहर निकलवाया। मासूम मनफूल व मंजू के सिर बुरी तरह क्षत विक्षत हो गए थे। पुलिस ने आत्महत्या का मामला मानते जांच शुरू की है।