बुधवार, 18 सितंबर 2019

जैसलमेर वार म्यूजियम मेंं हुआ श्रधान्जली स्थल का उदघाटन लेफ्टीनेंट जनरल एस. के. सैनी ने किया युद्ध स्थल का शुभारंभ ।

जैसलमेर वार म्यूजियम मेंं हुआ श्रधान्जली स्थल का उदघाटन लेफ्टीनेंट जनरल एस. के. सैनी ने किया युद्ध स्थल का शुभारंभ । 









जैसलमेर पर्यटकों के लिये भ्रमण स्थल के रूप मेंं विख्यात वार म्यूजियम का भव्य शुभारंभ हुआ इस अवसर पर लेफ्टीनेंट जनरल एस. के. सैनी (अति विशिष्ट सेवा मेडल , युद्ध सेवा मेडल , विशिष्ट सेवा मेडल)जनरल ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ दक्षिणी कमान ने आज युद्ध स्थल के साथ साथ श्रधान्जली स्टाल का उद्घाटन  किया । वीर शहीदों की याद मेंं श्रधान्जली स्थल एक अभूतपूर्व प्रयास हैँ जो सैनिको एवं आम लोगों के लिये हमेशा प्रेरणादायी रहेगा । इस युद्द स्थल मेंं श्रधान्जली स्थल को बनाना शहीदों एवं वीरता पुरस्कार विजेताओं को श्रधान्जली देना हैँ एवं सैनिकों के बलिदान के बारे मेंं जानकारी देना हैँ ।

    यह स्मारक जोधपुर के पत्थर से भव्य रूप मेंं बनाया गया हैँ तथा आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा स्रोत बना रहेगा । श्रधान्जली स्टाल के पास 21 परमवीर चक्र , 53 अशोक चक्र,  188 महावीर चक्र प्राप्त शहीदों के नाम , 12 वीरता पुरस्कार विजेताओं के साथ साथ जैसलमेर जिले के 15 शहीदों के नाम स्वर्णाक्षरों मेंं उकेरे गये हैँ । श्रधान्जली स्टॉल का निर्माण टी.के. आईच जनरल ऑफिसर कमाडिंग बेटल एक्स डिवीजन जैसलमेर के मार्गदर्शन मेंं सम्पन्न हुआ । 16 फीट ऊंची और 138 फीट चौड़ी चक्र का निर्माण श्रधान्जली स्टॉल के ठीक मध्य मेंं किया गया । यह चक्र हमारे जीवन चक्र को इंगित करता हैँ जो वीर शहीदों ने मातृ भूमि के लिए संघर्ष किया था । चक्र के ठीक नीचे तीन सैनिकों के प्रतिबिंब को दिखाया गया हैँ जो विभिन्न प्रांतों का प्रतिनिधित्व करते हैँ ।

   गौरतलब हैँ कि वार म्यूजियम की स्थापना भारतीय सेना द्वारा 24 अगस्त 2015 को की गयी थी धीरे धीरे युद्ध स्थल का विस्तार होता गया जो आज वर्तमान स्वरूप हासिल कर सका ।  जैसलमेर यूआईटी एवं सैनिक कल्याण बॉर्ड राजस्थान के सहयोग से इस मुकाम को हासिल किया जा सका ।

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