सोमवार, 19 सितंबर 2016

बाड़मेर, स्वच्छ भारत मिशन मंे पुरखाराम की अनोखी पहल



बाड़मेर, स्वच्छ भारत मिशन मंे पुरखाराम की अनोखी पहल
बाड़मेर, 18 सितंबर। बाड़मेर जिले की चोखला ग्राम पंचायत मंे रहने वाला पुरखाराम का परिवार इन दिनांे आसपास के गांवांे मंे सुर्खियांे मंे है। इसकी वजह है उसके घर मंे शौचालय का बनना। जन्म से नेत्रहीन पुरखाराम का परिवार शौचालय का उपयोग भी कर रहा है। उससे प्रेरणा लेकर अन्य ग्रामीण भी स्वच्छ भारत मिशन से जुड़ने मंे खासी रूचि दिखा रहे हैं।

जिला मुख्यालय से करीब 35 किमी दूर एक ढाणी मंे रहने वाले पुरखाराम की आर्थिक स्थिति एक साधारण किसान परिवार जैसी है। उसके पिता की काफी समय पहले मृत्यु हो गई थी। कुछ समय पर पहले उसके बेटे का भी असामयिक निधन हो गया। अब उसके परिवार मंे उसकी पत्नी, पुत्रवधु एवं एक चार माह की पोती है। घरेलू काम मंे उसकी पत्नी एवं पुत्रवधु कुछ हद तक मदद भी करती। लेकिन कमाऊ सदस्यांे की मौत के बाद पुरखाराम पर महत्वपूर्ण जिम्मेदारी आ गई। कुछ समय पूर्व आरडीओ के प्रतिनिधि जो कि इस क्षेत्र मंे केयर्न इंडिया के साथ केन्द्र एवं राज्य सरकार के महत्वपूर्ण कार्यक्रम स्वच्छ भारत मिशन मंे काम रहे है,वे पुरखाराम से मिले। उन्हांेने पुरखाराम से निवेदन किया कि वह अपने घर मंे शौचालय का निर्माण करवाएं। इसके लिए निर्धारित अनुदान की राशि भी उपलब्ध कराई जाएगी। शुरूआती दौर मंे उसने आर्थिक रूप से सक्षम नहीं होने का जिक्र करते हुए कुछ समय ठहरने के लिए बोला, ताकि वह निर्णय कर सके कि शौचालय का निर्माण करवाना है अथवा नहीं।

पुरखाराम से आरडीओ प्रतिनिधियांे की ओर से की गई समझाइश रंग लाई, वह अपने घर मंे शौचालय निर्माण के लिए तैयार हो गया। उसने स्वयं की ओर से भी शौचालय निर्माण मंे यथासंभव सहयोग करने का भरोसा दिलाया। कुछ समय पूर्व आरडीओ की ओर से पुरखाराम के घर में शौचालय का निर्माण कराया गया है। पुरखाराम एवं उसके परिवार के सदस्य इसका नियमित रूप से उपयोग कर रहे है। आसपास के गांवांे मंे इसको लेकर खासी चर्चा है कि जब पुरखाराम का अपने घर मंे शौचालय बना सकता है तो दूसरे लोग क्यांे नहीं बना सकते है। मौजूदा समय मंे स्वच्छ भारत मिशन से जुड़ने के लिए पुरखाराम के परिवार का उदाहरण प्रेरणा का कार्य कर रहा है।

निविदाओं में कम दर डालने वालों की अब खैर नहीं
- निर्माण कार्यों की गुणवत्ता और समयबद्धता की दिशा में सानिवि का बड़ा फैसला,देनी होगी एडीशनल परफोरमेंस गारण्टी राशि-काम बीच में छोड़ा तो जब्त होगी संपूर्ण गारंटी राशि। बाड़मेर, 18 सितंबर। सार्वजनिक निर्माण विभाग में सड़क, पुल, भवन एवं अन्य निर्माण कार्यों की निविदाओं में विभाग की ओर से तय की गई कार्य की बाजार दर से अत्यधिक कम दर पर आवेदन करने वालों की अब बख्शा नहीं जाएगा। अब उन्हें निविदा में बाजार दर से 10 प्रतिशत से अधिक कम दर पर आवेदन करने पर पूर्व निर्धारित पांच प्रतिशत गारण्टी राशि के साथ एडीशनल परफोरमेंस गारण्टी के रुप में भी अतिरिक्त राशि जमा करानी होगी। सार्वजनिक निर्माण मंत्री यूनुस खान ने बताया कि वर्षों से निर्माण कार्यों की निविदा प्रक्रिया में यह प्रवृत्ति देखी जा रही थी कि कई संवेदक स्वस्थ प्रतियोगिता के बजाय किसी भी प्रकार निविदा हासिल करने के लिए विभागीय दर से काफी कम दरों पर आवेदन कर देते हैं। कई बार तो यह अंतर 30-40 प्रतिशत तक भी पहुंच जाता था। जबकि इस दर पर गुणवत्ता से कार्य किया जाना संभव ही नहीं होता। ऐसे में निर्माण कार्य में घटिया सामग्री के उपयोग अथवा कार्य को अधूरा छोड़ देने की आशंका रहती है। उन्हांेने बताया कि निविदा हासिलकर्ता संवेदक की ओर से कार्य छोड़ने के बाद निविदा प्रक्रिया दुबारा करनी पड़ती है जिससे न केवल जनता को उस कार्य का फायदा मिलने में ज्यादा समय लगता है, बल्कि कार्य की लागत भी बढ़ जाती है। इससे राज्य की विकास परियोजनाओं और उसके सम्पूर्ण विकास पर भी प्रतिकूल असर पडता है। इस प्रवृत्ति को खत्म करने के लिए एडीशनल परफोरमेंस गारण्टी राशि का प्रावधान ग्रामीण गौरव पथ समेत भविष्य में सानिवि के सभी कार्यों की निविदाओं में किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि यह प्रावधान केन्द्र प्रवर्तित प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, केन्द्रीय सड़क निधि, राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं में पहले ही जारी हैं। राज्य में कार्य विशेष में ही कम लागत के टेण्डर आने पर अधिक अमानत राशि का प्रावधान था। अब यह सभी निर्माण योजनाओं पर लागू होगा और असंतुलित निविदा दर डालने वाले संवेदकों से एडीशनल परफोरमेंस गारण्टी राशि ली जाएगी।

ऐसे होगी एडीशनल परफोरमेंस गारण्टी राशि की गणनाः नए प्रावधान के अनुसार यदि विभाग द्वारा किसी कार्य की लागत 100 लाख रुपए मानी जाती है और यदि संवेदक ने 90 लाख रुपए की लागत तक उस कार्य को करने के लिए निविदा के जरिए आवेदन किया है तो ऐसी स्थिति में उसे केवल पूर्व निर्धारित 5 प्रतिशत गारंटी राशि ही जमा करानी होगी। एडीशनल परफोरमेंस गारण्टी राशि का प्रावधान उस पर लागू नहीं होगा। दूसरी स्थिति में यदि एक संवेदक द्वारा 80 लाख रुपए की लागत से उस कार्य को करने के लिए निविदा के जरिए आवेदन किया जाता है तो उसे पूर्व निर्धारित 5 प्रतिशत गारंटी राशि के साथ 10 लाख रुपए एडीशनल परफोरमेंस गारण्टी राशि के रूप में जमा कराने होंगे।

समुदायिक स्वास्थ्य प्रशिक्षण आयोजित
बाड़मेर, 18 सितंबर। सामुदायिक स्वास्थ्य शिक्षण परियोजना के तहत ग्रामीण विकास संस्थान एवं राजवेस्ट पावर लिमिटेड के सहयोग से भादरेश ग्राम पंचायत के राजस्व गांव पुनसिया मंे सामुदायिक स्वास्थ्य प्रशिक्षण आयोजित किया गया।

इस प्रशिक्षण मंे संदर्भ व्यक्ति धर्मेन्द बिरला ने कहा कि सामुदायिक स्वास्थ्य एवं स्वच्छता कार्यक्रम केन्द्र सरकार की ओर से मिशन के रूप मंे चलाया जा रहा है। सबके घर मंे शौचालय बनाने के साथ उनका उपयोग किया जाए। ऐसी स्थिति मंे स्वच्छता पर काम की शुरूआत होगी। इस प्रशिक्षण मंे ग्राविस उपकेन्द्र बाड़मेर से परियोजना समन्वयक श्रीकांत भारद्वाज,फील्ड सुपरवाइजर भूराराम पंवार एवं सुरज कंवर ने भाग लिया। इस दौरान मौसमी बीमारियांे दस्त, मलेरिया, आई फलू से बचाव के बारे मंे विस्तार से जानकारी दी गई। परियोजना समन्वयक श्रीकांत भारद्वाज ने बताया कि आज की परिस्थिति मंे लोगांे को खान-पान, रहन-सहन अलग तरह का हो गया है। विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रांे मंे भी शुद्व खाने एवं पानी के अभाव मंे पेट संबंधित कई बीमारियां हो जाती है। भूराराम पंवार ने कहा कि पहला सुख निरोगी काया अर्थात शरीर स्वस्थ है तो सब कुछ ठीक है। उन्हांेने अपने घर को साफ सुथरा रखने की बात कही। ताकि गंदगी से होने वाली बीमारियांे को रोका जा सके। इस प्रशिक्षण मंे ग्रामीण महिलाआंे के साथ आंगनबाड़ी सहायिका गंगादेवी ने भाग लिया।

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