बाड़मेर डीएसओ दोषी, अपराधियों को दिया रिकार्ड संधारण का समय
बाड़मेर गुड़ामालानी पुलिस ने13 सितंबर 2015 को गांधव पुल के पास तलाशी के दौरान खाद्य निगम के 66 टन गेहूं से भरे तीन ट्रक को बरामद कर तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने बाड़मेर डीएसओ को सूचना दी, लेकिन डीएसओ 40 घंटे देरी से पहुंचे। पहले दिन ही भास्कर ने खुलासा कर दिया था कि पकड़ा गया गेहूं खाद्य निगम का है, कालाबाजारी के लिए गुजरात जा रहा था। डीएसओ की कार्यप्रणाली को लेकर भी सवाल उठाए थे।
कलेक्टर के खिलाफ शिकायत करूंगा
बाड़मेर प्रवास के दौरान बैठक में मैने गेहूं की कालाबाजारी का मुद्दा उठाया था, उस पर सीएम ने जांच के आदेश दिए थे। अगर जांच रिपोर्ट कलेक्टर को सौंपने के 6 माह बाद भी अगर सरकार को नहीं भेजी गई तो कलेक्टर के खिलाफ भी कार्रवाई के लिए सीएम को शिकायत की जाएगी। -कर्नलसोनाराम चौधरी, सांसद, बाड़मेर
कलेक्टर को सौंप दी है जांच रिपोर्ट
^सीएमके निर्देश पर गेहूं घोटाले की जांच 9 दिसंबर को दी गई थी। एक माह में जांच पूरी कर 15 जनवरी को ही बाड़मेर कलेक्टर को सौंप दी। जांच में डीएसओ दोषी साबित हुए है, जिनके खिलाफ सरकार से अनुशासनात्मक विभागीय कार्रवाई की अभिशंषा की गई है। -नाथुसिंहराठौड़, एसडीओ, गुड़ामालानी
^गुड़ामालानी एसडीओ ने मेरे को जांच रिपोर्ट सुपुर्द कर दी है, लेकिन मैंने सरकार को भेजी या नहीं, यह तो देखकर ही बता सकता हूं। -सुधीरशर्मा, जिला कलेक्टर
15 जनवरी: अब6 माह से फिर कलेक्ट्रेट में अटकी
गुड़ामालानीएसडीएम नाथूसिंह ने 9 दिसंबर से जांच शुरू की, पुलिस और डीएसओ के साक्ष्यों की जांच के बाद डीएसओ राकेश शर्मा को पूरे मामले में दोषी ठहराया। 15 जनवरी 2016 को जांच की अंतिम रिपोर्ट बाड़मेर कलेक्टर सुधीर शर्मा को सौंप दी। सीएम के आदेश पर शुरू हुई जांच अब पिछले छह माह से कलेक्टर के पास ही अटकी हुई है। कलेक्टर ने इसे सरकार के पास अग्रिम कार्रवाई के लिए नहीं भेजा है।
9 दिसंबर : सीएमके आदेश के बावजूद भी डेढ़ माह तक कलेक्ट्रेट में अफसर घुमाते रहे फाइल
सीएमके आदेश के बावजूद तत्कालीन कलेक्टर मधुसूदन शर्मा की लापरवाही से जांच की फाइल डेढ़ माह तक कलेक्ट्रेट में ही घुमती रही। 9 दिसंबर 2015 को कलेक्टर ने गुड़ामालानी एसडीओ नाथूसिंह को जांच की जिम्मेदारी दी।
25 अक्टूबर: बाड़मेरदौरे के दौरान सीएम ने कलेक्टर को दिए थे दुबारा जांच के आदेश
तीनदिवसीय बाड़मेर दौरे के दौरान जिला कलेक्ट्रेट कॉन्फ्रेंस हॉल में बाड़मेर सांसद कर्नल सोनाराम की ओर से राशन के गेहूं की कालाबाजारी होने की शिकायत पर सीएम वसुंधरा राजे ने कलेक्टर को दुबारा जांच करवाकर तत्काल रिपोर्ट प्रस्तुत करने के आदेश दिए थे।
बाड़मेर गुड़ामालानी पुलिस ने13 सितंबर 2015 को गांधव पुल के पास तलाशी के दौरान खाद्य निगम के 66 टन गेहूं से भरे तीन ट्रक को बरामद कर तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने बाड़मेर डीएसओ को सूचना दी, लेकिन डीएसओ 40 घंटे देरी से पहुंचे। पहले दिन ही भास्कर ने खुलासा कर दिया था कि पकड़ा गया गेहूं खाद्य निगम का है, कालाबाजारी के लिए गुजरात जा रहा था। डीएसओ की कार्यप्रणाली को लेकर भी सवाल उठाए थे।
कलेक्टर के खिलाफ शिकायत करूंगा
बाड़मेर प्रवास के दौरान बैठक में मैने गेहूं की कालाबाजारी का मुद्दा उठाया था, उस पर सीएम ने जांच के आदेश दिए थे। अगर जांच रिपोर्ट कलेक्टर को सौंपने के 6 माह बाद भी अगर सरकार को नहीं भेजी गई तो कलेक्टर के खिलाफ भी कार्रवाई के लिए सीएम को शिकायत की जाएगी। -कर्नलसोनाराम चौधरी, सांसद, बाड़मेर
कलेक्टर को सौंप दी है जांच रिपोर्ट
^सीएमके निर्देश पर गेहूं घोटाले की जांच 9 दिसंबर को दी गई थी। एक माह में जांच पूरी कर 15 जनवरी को ही बाड़मेर कलेक्टर को सौंप दी। जांच में डीएसओ दोषी साबित हुए है, जिनके खिलाफ सरकार से अनुशासनात्मक विभागीय कार्रवाई की अभिशंषा की गई है। -नाथुसिंहराठौड़, एसडीओ, गुड़ामालानी
^गुड़ामालानी एसडीओ ने मेरे को जांच रिपोर्ट सुपुर्द कर दी है, लेकिन मैंने सरकार को भेजी या नहीं, यह तो देखकर ही बता सकता हूं। -सुधीरशर्मा, जिला कलेक्टर
15 जनवरी: अब6 माह से फिर कलेक्ट्रेट में अटकी
गुड़ामालानीएसडीएम नाथूसिंह ने 9 दिसंबर से जांच शुरू की, पुलिस और डीएसओ के साक्ष्यों की जांच के बाद डीएसओ राकेश शर्मा को पूरे मामले में दोषी ठहराया। 15 जनवरी 2016 को जांच की अंतिम रिपोर्ट बाड़मेर कलेक्टर सुधीर शर्मा को सौंप दी। सीएम के आदेश पर शुरू हुई जांच अब पिछले छह माह से कलेक्टर के पास ही अटकी हुई है। कलेक्टर ने इसे सरकार के पास अग्रिम कार्रवाई के लिए नहीं भेजा है।
9 दिसंबर : सीएमके आदेश के बावजूद भी डेढ़ माह तक कलेक्ट्रेट में अफसर घुमाते रहे फाइल
सीएमके आदेश के बावजूद तत्कालीन कलेक्टर मधुसूदन शर्मा की लापरवाही से जांच की फाइल डेढ़ माह तक कलेक्ट्रेट में ही घुमती रही। 9 दिसंबर 2015 को कलेक्टर ने गुड़ामालानी एसडीओ नाथूसिंह को जांच की जिम्मेदारी दी।
25 अक्टूबर: बाड़मेरदौरे के दौरान सीएम ने कलेक्टर को दिए थे दुबारा जांच के आदेश
तीनदिवसीय बाड़मेर दौरे के दौरान जिला कलेक्ट्रेट कॉन्फ्रेंस हॉल में बाड़मेर सांसद कर्नल सोनाराम की ओर से राशन के गेहूं की कालाबाजारी होने की शिकायत पर सीएम वसुंधरा राजे ने कलेक्टर को दुबारा जांच करवाकर तत्काल रिपोर्ट प्रस्तुत करने के आदेश दिए थे।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें