झालावाड़ गाजे-बाजे से स्वागत होगा आंगनवाड़ी में नये बच्चों का
झालावाड़ 22 जून। जिले में आगामी 1 जुलाई को समस्त 14 हजार 311 आंगनवाड़ी केन्द्रों में मनाये जाने वाले प्रवेशोत्सव में 3 से 6 साल तक की आयु के नये बच्चों का गाजे-बाजे और ढोल-ढमाकों के साथ स्वागत होगा।
जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी की अध्यक्षता में आज महिला एवं बाल विकास, पंचायती राज तथा स्वयंसेवी संस्थाओं की बैठक में यह निर्णय लिया गया। जिला कलक्टर ने महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे आंगनवाड़ी केन्द्रों को प्रवेशोत्सव से पहले साफ-सफाई करके सजाया जाये तथा बच्चों को उत्साहपूर्ण माहौल में आंगनवाड़ी में प्रवेश दिया जाये। इस अवसर पर महिला जनप्रतिनिधियों एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं को भी आमंत्रित किया जाये।
जिला कलक्टर ने आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को निर्देश दिये कि उसी दिन प्रत्येक आंगनवाड़ी केन्द्र पर बच्चों के लिये टॉय बैंक का उद्घाटन किया जाये। जिला कलक्टर ने सरकारी अधिकारियों एवं गैर सरकारी संस्थाओं के प्रतिनिधियों का आव्हान किया कि वे प्रत्येक आंगनवाड़ी केन्द्र पर बच्चों के लिये अधिक से अधिक संख्या में खिलौने एकत्रित करें। उन्होंने कहा कि नये खिलौनों के साथ-साथ घरों में अनुपयोगी पड़े पुराने खिलौनों को भी आंगनवाड़ी केन्द्रों पर इकठ्ठा किया जाये ताकि उनका उपयोग हो सके। जिला कलक्टर के आव्हान पर पायल जनकल्याण संस्थान ने आंगनवाड़ी केन्द्रों में खोले जाने वाले टॉय बैंकों के लिये 5 हजार रुपये के खिलौने उपलब्ध कराने की घोषणा की। हुसैनी जनकल्याण संस्थान ने 5 हजार रुपये, सोशियल वेलफेयर रूरल डवलपमेन्ट सोसायटी ने 7 हजार रुपये, ब्रहमकुमारी ईश्वरीय संस्थान ने 5 हजार रुपये, मयंक जनकल्याण संस्थान ने 2 हजार रुपये के खिलौने उपलब्ध कराने की घोषणा की।
जिला कलक्टर ने जिला कलक्टर कार्यालय द्वारा जनसहयोग से 21 हजार रुपये के खिलौने उपलब्ध कराने की घोषणा की। जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने रामपाल शर्मा ने भी जिला परिषद द्वारा जनसहयोग से 21 हजार रुपये के खिलौने उपलब्ध कराने की घोषणा की। जिला कलक्टर ने जिले की समस्त पंचायत समितियों के विकास अधिकारियों को जनसहयोग से एक-एक लाख रुपये के खिलौने एकत्रित करने का लक्ष्य दिया।
बैठक में सभी आंगनवाड़ी केन्द्रों पर वृक्षारोपण करने का भी निर्णय लिया गया। जिला कलक्टर ने कहा कि प्रत्येक आंगनवाड़ी केन्द्र परिसर अथवा उसके आस-पास नीम, जामुन, शीशम आदि के कम से कम पांच पौधे लगाये जायें तथा उनकी सुरक्षा के पूरे इंतजाम किये जायें। उन्होंने कहा कि जहां कहीं भी संभावना हो आंगनवाड़ी केन्द्रों पर तुलसी, गुलाब, मोगरा, चमेली आदि के सजावटी एवं उपयोगी पौधे भी लगाये जायें।
बैठक में उपवन संरक्षक सी.आर. मीणा ने कहा कि 1 जुलाई से 15 जुलाई के बीच जिले में वन महोत्सव मनाया जायेगा। इस दौरान एक रुपये में एक पौधा उपलब्ध कराया जायेगा तथा जिले की समस्त आंगनवाड़ियों के लिये 7500 रुपये में 7500 पौधे उपलब्ध कराये जायेंगे। जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने कहा कि पौधों के लिये भुगतान की व्यवस्था जिला परिषद की ओर से की जायेगी। बैठक में पायल जनकल्याण संस्थान ने जिले में एक हजार पौधे, योगिता उद्यमिता एवं विकास संस्थान ने 500 पौधे एवं ब्रहमकुमारी संस्थान ने 500 पौधे लगवाने की घोषणा की।
बैठक में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रामपाल शर्मा ने बताया कि योगिता उद्यमिता एवं विकास संस्थान द्वारा राड़ी के बालाजी क्षेत्र में मानसिक विमंद बच्चांे के लिये आवासीय विद्यालय खोला गया है जहां 6 साल एवं उससे अधिक आयु के 100 बच्चे रह सकते हैं। इसी प्रकार सरस्वती बाल विद्या निकेतन झालरापाटन में मूकबधिर बच्चों के लिये आवासीय विद्यालय खोला गया है। उन्होंने गैर सरकारी संस्थाओं एवं सरकारी अधिकारियांे से अपील की कि वे अधिक से अधिक संख्या में मानसिक विमंदित तथा मूक एवं बधिर बच्चों को इन संस्थाओं मंे भर्ती करवाने में सहयोग दें। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्रीमती वसंुधरा राजे की पहल पर झालावाड़ जिले के बच्चों के लिये ये महत्वपूर्ण देन है।
आज की बैठक में महिला एवं बाल विकास विभाग की उपनिदेशक रमा गौतम, जिला शिक्षा अधिकारी सुरेन्द्र सिंह गौड़, लक्ष्मण मालावत, डॉ. सैय्यद सहित अनेक अधिकारी एवं गैर सरकारी संस्थाओं के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
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