झालावाड़ महिला जनप्रतिनिधि अपने अधिकारों एवं दायित्वों को समझें - जिला प्रमुख
झालावाड़ 16 जून। जिला प्रमुख श्रीमती टीना कुमारी भील ने कहा है कि महिला जनप्रतिनिधि अपने अधिकारों एवं दायित्वों को ठीक से समझकर अपने कार्यक्षेत्र में उनका क्रियान्वयन करें।
जिला प्रमुख आज सुनेल में राष्ट्रीय महिला आयोग तथा टाटा सामाजिक विज्ञान संस्था मुम्बई द्वारा आयोजित अवधारणा प्रमाण महिला जनप्रतिनिधियों का सशक्तीकरण प्रशिक्षण कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के आसन से बोल रही थीं। उन्होंने कहा कि सरकार ने जनप्रतिनिधियों को बहुत सारे अधिकार और कर्तव्य दिये हैं किन्तु महिला जनप्रतिनिधि उनकी जानकारी न होने के कारण उनका पालन नहीं कर पाती है। अतः मुख्यमंत्राी श्रीमती वसुंधरा राजे की पहल पर यह प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है।
जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने कहा कि महिला जनप्रतिनिधि चाहें तो अपने क्षेत्र की तस्वीर बदल सकती हैं। वे महिलाओं से संबंधित संवेदनशील मामले पुरूष जनप्रतिनिधियों की अपेक्षा अधिक अच्छे से समझ सकती हैं। उन्होंने कहा कि शुरूआत में कठिनाई आती है किन्तु बाद में चीजें आसान हो जाती हैं। उन्होंने कहा कि आज से आरम्भ हो रहे द्वितीय चरण के तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में 44 महिला सरपंच एवं महिला वार्ड पंच भाग ले रही हैं। प्रशिक्षण के बाद इन्हें अपने कार्यक्षेत्र में कार्य करने में अधिक आनन्द आयेगा। उन्होंने कहा कि खुले में शौच से मुक्ति, पेयजल समस्या, सड़क निर्माण, खेल मैदानों का निर्माण, वृक्षारोपण, नरेगा में काम कर रही महिला मजदूरों की समस्याएं, आंगनवाड़ी आदि विभिन्न गतिविधियों पर अपना ध्यान केन्द्रित कर सकती हैं। उन्होंने कहा कि कार्यस्थल पर जाये बिना कार्य की वास्तविकता को नहीं समझा जा सकता। अपने योगदान का महत्व समझें। छोटे से छोटे योगदान का बड़ा महत्व है।
प्रशिक्षण कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र को सम्बोधित करते हुए डग विधायक श्री रामचन्द्र सुनारीवाल ने कहा कि भारत में संयुक्त परिवार की परम्परा महिलाओं के स्नेहिल नेतृत्व के कारण ही सफल रही है। कर्तव्य बोध के साथ-साथ अधिकार बोध भी होना चाहिए लेकिन केवल अधिकार बोध अपेक्षित परिणाम नहीं दे सकता। महिला जनप्रतिनिधि अपने क्षेत्र के विकास की रूपरेखा स्वयं निर्धारित करें।
राष्ट्रीय महिला आयोग की वरिष्ठ शोध अधिकारी ऋचा ओझा ने कहा कि महिला सरपंच एवं महिला जनप्रतिनिधि देश का भविष्य हैं। उनके कार्यक्षेत्र की समस्त महिलाएं अपनी महिला जनप्रतिनिधि से बहुत अपेक्षा रखती हैं। महिला जनप्रतिनिधि अपने आपको कमजोर न समझें।
पंचायत समिति प्रधान कन्हैयालाल पाटीदार ने कहा कि इस प्रशिक्षण के माध्यम से सरकार महिला जनप्रतिनिधियों को उनकी शक्तियां याद दिला रही है। शिक्षित महिला जनप्रतिनिधि अपने परिवार के साथ-साथ अपने क्षेत्र की जनता का विश्वास भी जीतें। उपप्रधान ममता कुंवर ने कहा कि महिला जनप्रतिनिधि भ्रष्टाचार को जड़ से मिटाने के लिये कार्य करें।
उद्घाटन सत्र का संचालन करते हुए जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रामपाल शर्मा ने कहा कि अभी महिला सशक्तीकरण के क्षेत्र में राज्य को विशेषकर झालावाड़ जिले को लम्बी यात्रा तय करनी है। उन्हांेने राष्ट्रीय स्तर पर चर्चित मण्डावर ग्राम पंचायत की मेट रामकन्या तथा ग्राम सेवक से बीडीओ बनी सविता राठौड़ का समस्त महिला जनप्र्रतिनिधियों से परिचय करवाया। कार्यक्रम में कृषि उपज मण्डी भवानीमण्डी के अध्यक्ष जालिम सिंह भी उपस्थित थे।
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