बालोतरा.पुलिस के शिकंजे में फंसे पूर्व कांग्रेसी विधायक को क्यों ले गए चौहटन
पुलिसकर्मियों पर पथराव कर सरकारी सम्पत्ति को नुकसान पहुंचाने के मामले में गिरफ्तार पचपदरा के पूर्व विधायक मदन प्रजापत को पुलिस ने रविवार को चौहटन में न्यायाधीश के घर पेश किया। जहां से उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजने के आदेश दिए।
इससे पहले रीको के क्षेत्रीय प्रबंधक से धक्का-मुक्की और राजकार्य में बाधा पहुंचाने के मामले में भी पूर्व विधायक को बालोतरा एसीजेएम कोर्ट ने उन्हें इतनी ही न्यायिक हिरासत में भेजा था। जिस पर बाद में बाड़मेर एडीजे कोर्ट से उन्हें जमानत मिली थी। इधर, उपद्रव मामले में पुलिस रविवार को भी आरोपितों की तलाश में रही और गिरफ्तारी के लिए कई जगह दबिश दी। मगर मामले के आरोपित फिलहाल भूमिगत हो गए हैं।
यह है पूरा मामला
गौरतलब हैकि गत 14 जून को औद्योगिक क्षेत्र में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के दौरान विरोध कर रहे प्रजापत ने रीको के क्षेत्रीय प्रबंधक प्रवीण कुमार गुप्ता को थप्पड़ जड़ दियाथा, जिस पर थाने में दर्जमामले के बाद पुलिस ने गिरफ्तारी के लिए प्रजापत पर दबाव बनाया था। वहीं कांग्रेस ने मामले को झूठा और अतिक्रमण हटाने की कार्रवाईको गलत बताते हुए 16 जून को हनुमंत भवन के आगे धरना दिया। जहां पूर्वविधायक के पहुंचने पर उसे पुलिस ने जबरन गिरफ्तार कर लिया था।
इससे नाराज हुए उनके समर्थकों ने पुलिस पर पथराव किया, वहीं पुलिस की एक बाइक को जला कुछ गाडिय़ों के शीशे तोड़ दिए थे। इस घटना में तीन पुलिसकर्मियों को भी चोटे आई थी। करीब तीन घंटे तक शहर में उपद्रव के बाद स्थिति काबू में आई और इसके बाद पुलिस ने प्रजापत सहित 23 जनों पर आपराधिक षड्यंत्र रच पुलिस पर जानलेवा हमला कर सरकारी सम्पत्ति को नुकसान पहुंचाने का मामला दर्ज किया था।
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