जोधपुर।जिले के बाप थानान्तर्गत सोढ़ा दड़ा गांव में एक महिला समेत तीन बçच्चयों की संदिग्ध हालात में मौत हो गई। परिजनों ने पुलिस को सूचना दिए बगैर चारों का अंतिम संस्कार भी कर दिया। पीहर पक्ष की शिकायत पर पुलिस ने मंगलवार को हत्या का मामला दर्ज कर एसडीएम से शव बाहर निकलवाने की अनुमति ली है।
थानाधिकारी मनीष देव के अनुसार सोढ़ा दड़ा गांव निवासी सुशीला पत्नी राधाकिशन विश्Aोई, उसकी पुत्री प्रियंका (8) व मनीषा (2.5) तथा एक अन्य लड़की सुमन (3) पुत्री मांगीलाल विश्Aोई की संदिग्ध हालात में मृत्यु हुई है। इस संबंध में मृतका के भाई कानासर पंचायत समिति के मेवा गांव निवासी शैतानाराम पुत्र हरदानाराम विश्Aोई की रिपोर्ट पर पति राधाकिशन व सास के खिलाफ हत्या तथा साक्ष्य मिटाने का मामला दर्ज किया गया है।
उसका आरोप है कि बहनोई राधाकिशन व उसकी सास ने मिलकर सुशीला व तीनों की हत्या की है और फिर साक्ष्य मिटाने के लिए चारों शव खेत में बने टांके में डाल दिए। एक अन्य लड़की सुमन मेवा गांव की है और वर्तमान में सुशीला के पास रह रही थी।
परिजन संदेह के दायरे में
पुलिस का कहना है कि सुशीला के भाई को गत एक दिसम्बर की मध्य रात्रि बहन व तीनों के टांके में गिरने से मौत की सूचना मिली। बहन के ससुराल वालों ने सुशीला द्वारा तीनों को लेकर टांके में छलांग लगाकर जान देने की जानकारी दी। इस पर पीहर पक्ष के लोग दो नवम्बर को वहां पहुंचे, तब तक ससुराल वालों ने शव बाहर निकाल लिए थे।
फिर चारों का अंतिम संस्कार करते हुए शव दफना भी दिए गए, लेकिन इस पूरे घटनाक्रम के संबंध में किसी ने पुलिस को सूचना तक नहीं दी। अब पुलिस एसडीएम की अनुमति से जांच के लिए बुधवार को चारों दफन शव बाहर निकलवाएगी। फिर मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम भी कराया जाएगा। जिससे हत्या के कारण सामने आ सकेंगे। मृतका की शादी करीब दस वष्ाü पहले हुई थी।
थानाधिकारी मनीष देव के अनुसार सोढ़ा दड़ा गांव निवासी सुशीला पत्नी राधाकिशन विश्Aोई, उसकी पुत्री प्रियंका (8) व मनीषा (2.5) तथा एक अन्य लड़की सुमन (3) पुत्री मांगीलाल विश्Aोई की संदिग्ध हालात में मृत्यु हुई है। इस संबंध में मृतका के भाई कानासर पंचायत समिति के मेवा गांव निवासी शैतानाराम पुत्र हरदानाराम विश्Aोई की रिपोर्ट पर पति राधाकिशन व सास के खिलाफ हत्या तथा साक्ष्य मिटाने का मामला दर्ज किया गया है।
उसका आरोप है कि बहनोई राधाकिशन व उसकी सास ने मिलकर सुशीला व तीनों की हत्या की है और फिर साक्ष्य मिटाने के लिए चारों शव खेत में बने टांके में डाल दिए। एक अन्य लड़की सुमन मेवा गांव की है और वर्तमान में सुशीला के पास रह रही थी।
परिजन संदेह के दायरे में
पुलिस का कहना है कि सुशीला के भाई को गत एक दिसम्बर की मध्य रात्रि बहन व तीनों के टांके में गिरने से मौत की सूचना मिली। बहन के ससुराल वालों ने सुशीला द्वारा तीनों को लेकर टांके में छलांग लगाकर जान देने की जानकारी दी। इस पर पीहर पक्ष के लोग दो नवम्बर को वहां पहुंचे, तब तक ससुराल वालों ने शव बाहर निकाल लिए थे।
फिर चारों का अंतिम संस्कार करते हुए शव दफना भी दिए गए, लेकिन इस पूरे घटनाक्रम के संबंध में किसी ने पुलिस को सूचना तक नहीं दी। अब पुलिस एसडीएम की अनुमति से जांच के लिए बुधवार को चारों दफन शव बाहर निकलवाएगी। फिर मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम भी कराया जाएगा। जिससे हत्या के कारण सामने आ सकेंगे। मृतका की शादी करीब दस वष्ाü पहले हुई थी।
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