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सोमवार, 26 जून 2017

एक्सक्लूसिव : इस शख्स को कैसे पता था कि दो घंटे बाद होगा आनंदपाल का एनकाउंटर ?



एक्सक्लूसिव : इस शख्स को कैसे पता था कि दो घंटे बाद होगा आनंदपाल का एनकाउंटर ?




राजस्थान के गृह मंत्री ने गुलाबचंद कटारिया ने आनंदपाल एनकाउंटर को लेकर बयान दिया था कि मुझे मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने रात में फोन कर बधाई दी तब पता चला की कुख्यात अपराधी आनंदपाल पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में मारा गया है.

जब जनता को आनंदपाल एनकाउंटर का पता चला तो चर्चा चली की आनंदपाल पुलिस मुठभेड़ में नही मारा गया बल्कि पुलिस ने आत्मसमर्पण के बाद मार दिया है. हालाँकि पुलिस ने कहा आनंदपाल को आत्मसमर्पण के लिए कहा गया लेकिन उसने आत्मसमर्पण करने की बजाय पुलिस पर गोलियां चलने लगा. तब आत्मरक्षा में चलाई गई गोलियों से आनंदपाल मारा गया.




राजस्थान में एक शख्स को इस घटना से पहले ही पता की आज आनंदपाल या तो पकड़ा जाएगा या मारा जाएगा. मशहूर सोशल साईट फेसबुक में एक शख्स ने 24 जून को रात 8:57pm को पोस्ट डाली कि ‘आज हो सकती है आनन्दपाल की गिरफ्तारी। या एनकाउंटर!’




राजस्थान पुलिस कह रही है कि 9:30 बजे SOG ने चुरू पुलिस अधीक्षक को सूचना दी इसके बाद वो राहुल बारोट, संजीव भटनागर व करण शर्मा के नेतृत्व में तीन टीमें बनाई गई व मालासर की तरफ रवाना हुई.




इसी वीर इंद्र सारण नाम के आदमी ने रात 10:22 पर पोस्ट डाली कुछ ही देर में होगा आनंदपाल खाक।

तैयारीया पूरी। पुलिस का भी दावा है कि साढ़े दस बजे आनंदपाल मारा गया.


जब एक आम आदमी को इस ऑपरेशन की इतनी जानकारी थी और गृहमंत्री कह रहे है कि उनको मुख्यमंत्री ने इस एनकाउंटर की सूचना दी. अगर वाकई ऐसा है तो कटारिया को खुद को आत्ममंथन करना चाहिए कि वो राजस्थान के गृह मंत्री के लायक है?

रविवार, 25 जून 2017

पढ़िए पूरा घटनाक्रम डेढ़ साल से फरार आनंदपाल का चूरू में रात 11:25 बजे एनकाउंटर, पुलिस पर 100 राउंड चलाई गोलियां*



पढ़िए पूरा घटनाक्रम डेढ़ साल से फरार आनंदपाल का चूरू में रात 11:25 बजे एनकाउंटर, पुलिस पर 100 राउंड चलाई गोलियां*

रात को मारा गया आज गांव मे होगा दाहिने संस्कार

जयपुर/ करीब डेढ़ साल से फरार चल रहा कुख्यात बदमाश आनंदपाल सिंह आखिरकार मारा गया। शनिवार रात करीब 11:25 बजे एसओजी ने चूरू के मालासर में मुठभेड़ के दौरान उसे मार गिराया। मुठभेड़ के दौरान आनंदपाल और उसके दो साथियों ने एके 47 व अन्य हथियारों से 100 राउंड फायर किए। इस दौरान आनंदपाल को छह गोलियां लगी। एसओजी के सीआई सूर्यवीर सिंह के हाथ में फ्रेक्चर आया, जबकि पुलिसकर्मी सोहन सिंह गोलियां लगने से घायल हो गया। आनंदपाल के पास से 2 एके-47 व 400 कारतूस मिले हैं। एसओजी ने आनंदपाल के दो भाइयों देवेंद्र उर्फ गुट्‌टू और विक्की को हरियाणा के सिरसा से गिरफ्तार किया था। 5 राज्यों में ठिकाने, 21 लोगों को था जान का खतरा...



पूछताछ में पता चला कि आनंदपाल मालासर में श्रवण सिंह के घर पर छिपा हुआ है। डीजीपी मनोज भट्ट ने बताया कि पिछले डेढ़ माह से एसओजी के आईजी दिनेश एमएन के सुपरविजन में एडिशनल एसपी संजीव भटनागर हरियाणा में डेरा डाले हुए थे। इस दौरान संजीव भटनागर को आनंदपाल के भाई विक्की व देवेन्द्र को सिरसा में दबिश देकर शाम छह बजे गिरफ्तार किया। इसके बाद एसओजी की एक टीम करण शर्मा के नेतृत्व में चूरू जिले के मालासर गांव में पहुंची। यहां आनंदपाल दो दिन पहले आया था। एसओजी ने घेराबंदी कर आनंदपाल को पकड़ने का प्रयास किया, लेकिन वह छत पर जाकर पुलिस पर फायरिंग करने लगा। आनंदपाल ने करीब 100 राउंड फायर किए। एसओजी की जवाबी कार्रवाई में वह मारा गया।



*5 राज्यों में ठिकाने, 21 लोगों को था जान का खतरा*

इंटेलीजेंस ने सरकार को रिपोर्ट भेजी थी कि आनंदपाल के खिलाफ दर्ज केसों में बने गवाह, विरोधी राजू ठेहट की गैंग का सहयोग और उसकी खिलाफत करने वाले लोगों की जान को खतरा है। इंटेलीजेंस के अफसरों का मानना था कि आनंदपाल के फरार होने के बाद कई नेताओं को भी खतरा था। इनमें विधायक हनुमान बेनीवाल, चेतन डूडी, बजरंगलाल फोगड़ी, गोपालराम, रामप्रकाश, प्रमोद, इंद्रचंद जाट, एडवोकेट रामेश्वर भाकर, चूरू निवासी वीरेन्द्र कुमार, सीताराम, रामनारायण रामनिवास, बीकानेर निवासी हनुमान जाखड़, ओमप्रकाश ठेहट, सीकर निवासी हरिराम रणवां, ओमप्रकाश जिगर, दिनेश, मनोज आेला, रामचन्द्र और जयपुर निवासी राजाराम मील गगन शर्मा का नाम शामिल था। इन सभी पर कभी आनंदपाल या फिर उसकी गैंग के सदस्य कभी भी जानलेवा हमला कर सकते थे। आनंदपाल के पांच राज्यों में 12 ठिकाने थे। आनंदपाल लूट, डकैती, गैंगवार, हत्या जैसे 24 मामलों में अपराधी था।



*पेशी के दौरान भागा था, बेटी की भूमिका भी संदिग्ध*

3 सितंबर 2015 को अजमेर पुलिस आनंदपाल को नागौर के लाडनूं में पेशी पर लेकर आई थी। पेशी से लौटते समय योजना के अनुसार परबतसर के पास बदमाशों ने पुलिस पर फायरिंग कर दी और आनंदपाल, श्रीवल्लभ व सुभाष मूंड को छुड़ाकर ले गए। आनंदपाल पुलिस की एक एके-47 भी अपने साथ ले गया था। एसओजी ने आनंदपाल की बेटी की भूमिका को भी संदिग्ध माना था। अब एसओजी आनंदपाल की बेटी को भी गिरफ्तार कर सकती है। आनंदपाल की बेटी ने जीवनराम गोदाराम हत्याकांड के गवाहों को मैनेज करने के लिए अपने पिता के साथ मिलकर फरारी की रणनीति बनाई थी। इसके बाद वह महेन्द्र सिंह व केसर सिंह के माध्यम से कमांडो शक्ति सिंह से मिली थी। इसके बाद आनंदपाल की गैंग के सदस्यों ने योजना बनाई थी। इसके लिए शक्ति सिंह ने पैसे लिए थे।



*एसओजी पहुंचती उससे पहले आनंदपाल गायब हो जाता*

फरारी के पांच माह बाद नागौर पुलिस ने आनंदपाल का पीछा किया, लेकिन वह कमांडो खूमाराम पर फायरिंग कर भाग गया। फायरिंग से खुमाराम की मौत हो गई थी।

- एसओजी ने आनंदपाल के साथी को भरतपुर से गिरफ्तार किया था। आनंदपाल तब ग्वालियर था। एसओजी कुछ घंटों बाद ग्वालियर उसके ठिकाने पर पहुंची तो वह भाग गया।

- जोधपुर के फलौदी इलाके में एक माह पहले एसओजी ने दबिश दी, लेकिन आनंदपाल एक दिन पहले ही वहां से भाग गया। ऐसे में एसओजी को उसको शरण देने वाले आरोपियों को ही गिरफ्तार करना पड़ा।

- बीकानेर अमनदीप सिंह के फार्म हाउस से पुलिस व एसओजी की दबिश से तीन दिन पहले आनंदपाल भाग गया था। एेसे में एसओजी को अमनदीप सिंह को ही गिरफ्तार करना पड़ा।

- किशनगढ़ में आनंदपाल अपनी गैंग के सदस्य के पास डेढ़ माह पहले आया हुआ था, लेकिन एसओजी के पहुंचने से पहले वह भाग गया। इसके अलावा पंचकुला हरियाणा से भी पुलिस के पहुंचने से पहले आनंदपाल भाग गया था।





*सीआई सूर्यवीर व सिपाही सोहन घायल*

आनंदपाल से मुठभेड़ के दौरान एसओजी के सीआई सूर्यवीर सिंह के हाथ में फ्रेक्चर आया। इसके अलावा पुलिसकर्मी सोहन सिंह गोलियां लगने से घायल हो गया। सोहन की हालत गंभीर बताई जा रही है। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

शनिवार, 23 जुलाई 2016

आनंदपाल को पकड़ने का मास्टर प्लान, 3 टीमों के साथ दर्जन भर से ज्यादा IPS ढूंढ़ रहे सुराग

आनंदपाल को पकड़ने का मास्टर प्लान, 3 टीमों के साथ दर्जन भर से ज्यादा IPS ढूंढ़ रहे सुराग
आनंदपाल को पकड़ने का मास्टर प्लान, 3 टीमों के साथ दर्जन भर से ज्यादा IPS ढूंढ़ रहे सुराग

जयपुर. राजस्थान पुलिस महकमे की नाक में दम कर देने वाले गैंगस्टर आनदंपाल को लेकर पुलिस ने अब बेहद शातिर तरीके से सर्च ऑपरेशन शुरु किया है। अफसरों के अनुसार शुक्रवार दोपहर के बाद से ही पुलिस की तीन टीमें बनाई गई हैं। तीनों टीमों को अलग-अलग काम दिया गया है।

तीनों टीमों के साथ ही दर्जन भर से ज्यादा आईपीएस अधिकारी भी काम में लगे हुए हैं। अफसरों ने अब दिन की जगह रात को सर्च ऑपरेशन शुरू किया है। रातभर अफसरों और पुलिस की टीम ने पांच जिलों में तलाशी अभियान चलाया है।

पांच जिलों पर ध्यान

अफसरों ने फिलहाल नागौर के साथ ही पांच जिलों पर फोकस किया है। इनमें अजमेर, चूरू, सीकर और जयपुर भी शामिल है। इन जिलों में लगभग हर घर की तलाशी ली जा रही है।

खासतौर पर गांवों को घेरकर तलाशी अभियान किया जा रहा है। कुछ संदिग्धों से पूछताछ जारी है। पुलिस अफसरों की जो टीम सर्च ऑपरेशन में शामिल है, उस टीम के साथ ही तीन बदमाश भी पुलिस की मदद कर रहे हैं।
इन बदमाशों में जयपुर से पकड़ा गया कुलदीप भी शामिल है। बदमाशों के बताए पते पर पुलिस रेड कर रही है लेकिन फिलहाल आनंदपाल के बारे में सुराग नहीं लगा है।

शुक्रवार, 22 जुलाई 2016

जयपुर/ लाडनूं। आनंदपाल के गुर्गों अौर पुलिस के बीच मुठभेड़, SHO को मारी गोली, कार में आनंदपाल के होने की थी सूचना



जयपुर/ लाडनूं। आनंदपाल के गुर्गों अौर पुलिस के बीच मुठभेड़, SHO को मारी गोली, कार में आनंदपाल के होने की थी सूचना

आनंदपाल के गुर्गों अौर पुलिस के बीच मुठभेड़, SHO को मारी गोली, कार में आनंदपाल के होने की थी सूचना
बोलेरो में सवार कुख्यात आनंदपाल व उसके गुर्गों की सूचना पर पीछा कर रहे जसवतंगढ़ थानाधिकारी को गांव सांवराद के पास गुरुवार मध्यरात्रि डेढ़ बजे बदमाशों ने गोली मार दी। थानाधिकारी को गंभीर हालत में कस्बे के सरकारी अस्पताल ले जाया गया। हालत गंभीर होने पर चिकित्सकों ने थानाधिकारी को जयपुर रैफर कर दिया।


लादूसिंह को गांव सांवराद के पास बोलेरो में हार्डकोर अपराधी आनंदपाल सिंह व गुर्गों के आने की सूचना मिली थी। गांव के नजदीक थानाधिकारी ने बोलेरो को रुकने का इशारा किया। इस पर बोलरो सवार अज्ञात बदमाशों ने अंधाधुंध फायरिंग कर दी। फायरिंग में थानाधिकारी के एक गोली पेट को चीरती हुई बाहर निकल गई, दूसरी हाथ में लगी। गोली लगने पर थानाधिकारी लादूसिंह बेहोश हो गए।

मचा हड़कम्प
इधर, फायरिंग की सूचना लगने पर पुलिस महकमें में हड़कम्प मच गया। सीओ डीडवाना नरसीलाल मीणा, थानाधिकारी नागरमल कुमावत मौके पर पहुंचे। एसपी नागौर परिस देशमुख ने फोन कर घायल थानाधिकारी की कुशलक्षेम पूछी।


सीओ ने पीएमओ को फटकारा
अस्पताल में रैफर करने के दौरान सीओ नरसीलाल मीणा ने घायल एसएचओ के साथ एक चिकित्सक को भेजने के लिए कहा, लेकिन चिकित्सकों के मना करने पर उन्होंने जमकर खरी-खोटी सुनाई। सीओ की फटकार के बाद में घायल थानाधिकारी के साथ चिकित्सक को भेजा गया।

बुधवार, 20 जुलाई 2016

नागौर/पांचौड़ी गुढ़ा मुठभेड़ के बाद आनंदपाल 50 किमी तक पैदल भागा, केर की झाड़ियों में छुपा


नागौर/पांचौड़ी गुढ़ा मुठभेड़ के बाद आनंदपाल 50 किमी तक पैदल भागा, केर की झाड़ियों में छुपा

पुलिस के पूछताछ में गिरफ्तार कुलदीप ने पांचौड़ी थाने में किया खुलासा



नागौर/पांचौड़ी
गुढ़ाभगवानदास क्षेत्र में 21 मार्च की रात को पुलिस कुख्यात अपराधी आनंदपाल के बीच हुई मुठभेड़ के बाद आनंदपाल अपने साथी कुलदीप के साथ 50 किमी पैदल भागा था। यह खुलासा मंगलवार को पांचौड़ी थाने में पूछताछ के दौरान कुलदीप ने किया है। मेड़ता डिप्टी राजेंद्र प्रसाद स्वामी की टीम ने मंगलवार को मुठभेड़ सहित जिन गांवों से वो और आनंदपाल भागा थे, उस संबंधी पूछताछ की। मौका पर ले जाया। कुलदीप ने बताया कि आनंदपाल सहित चार साथियों की पुलिस के क्यूआरटी जवानों से मुठभेड़ हुई। इसके बाद वह और आनंदपाल करीब अपने दो साथियों से अलग दिशा में निकले गए। उन्होंने बताया कि वे दोनों दो रात दो दिन तक करीब 50 किमी से ज्यादा तक पैदल ही भागे। इसके अलावा उन्होंने देऊ के ग्रामीण की एक बाइक पर बैठकर 13 किमी तथा उसके सहयोगियों की एक गाड़ी का करीब 30 किमी सफर तय कर नोखा पहुंचे।
यहां से वह दोनों अलग-अलग बसों से अागे के रास्ते भाग निकले। कुलदीप ने पूछताछ में बताया कि वह 21 मार्च रात को मुठभेड़ के बाद आनंदपाल सहित चारों साथी करीब 7 किमी दूरी पर पहुंचकर रात खड़काली के धोरों में गुजारी थी। उनके दो अन्य साथ यहां से अलग दिशा में निकले थे। वह और आनंदपाल दोनों सुबह यहां से पैदल निकल कर करीब 30 किमी के सफर में चलकर देर शाम तक देऊ पहुंचे थे। दोनों ने सुथारों की ढाणी स्थित मोहनराम सुथार के घर रुके। यहां से दोनों देर रात घर मालिक की बाइक लेकर 13 किमी दूर स्थित तांतावास की सरहद में पहुंचे गए। यहां सुबह होने पर दोनों ने बाइक को छोड़कर सीधे खेतों के रास्ते 6 किमी दूर भोजास पहुंचे। यहां अधिक रात होने के कारण एक केर की झाड़ियों में छिपकर रात निकाली थी। यहां से दोनों सुबह निकले 10 किलोमीटर साधूणा गांव पहुंचे। बाद में दोनों ने फोन के माध्यम से अपने सहयोगियों की गाड़ी मंगवाई। इस दौरान यहां गाड़ी लेकर पहुंचे उनके सहयोगियों ने दोनों को करीब 30 किलोमीटर बीकानेर के नोखा पहुंचा दिया था। दोनों यहां से अलग-अलग बसों के माध्यम से भाग निकले।

बुधवार, 13 जुलाई 2016

हनुमानगढ़।राजस्थान का कुख्यात गैंस्टर हनुमानगढ़ में छिपा! आनंदपाल को पकड़ने के लिए रात भर चला सर्च ऑपरेशन



हनुमानगढ़।राजस्थान का कुख्यात गैंस्टर हनुमानगढ़ में छिपा! आनंदपाल को पकड़ने के लिए रात भर चला सर्च ऑपरेशन
राजस्थान का कुख्यात गैंस्टर हनुमानगढ़ में छिपा! आनंदपाल को पकड़ने के लिए रात भर चला सर्च ऑपरेशन

कुख्यात गैंगस्टर आनंदपाल के हनुमानगढ़ में छिपे होने की अफवाहों ने मंगलवार रात पुलिस की परेड करा दी। अफवाहों के चलते पुलिस ने रात भर शहर में कड़ी नाकाबंदी की। हालांकि पुलिस ने आनंदपाल के शहर में पनाह लिए जाने की अफवाहों को सिरे से खारिज करते हुए इसे रूटीन नाकाबंदी बताया।

शहर पुलिस के आलाधिकारी भले ही इसे रूटीन बता रहे हों, लेकिन शहर में ही तैनात कई अधिकारियों ने स्वीकार किया कि आनंदपाल के शहर में होने की अफवाहों के चलते ही रात भर शहर से बाहर निकलने वाले रास्तों पर पुलिस ने कड़ी नाकाबंदी की गई थी। इनमें कोहेला रोड, गंगानगर रोड भी शामिल हैं। इसके साथ देहात की ओर जाने वाले मार्गों पर भी पुलिस ने नाकाबंदी की हुई थी।

सूत्रों के मुताबिक शहर में सोशल मीडिया पर आनंदपाल के शहर में होने की अफवाहें वाइरल हो रही थीं। अफवाहों को गंभीरता से लेते हुए शहर पुलिस ने पूरे शहर में कड़ी नाकाबंदी की थी। शहर से बाहर निकलने वाले रास्तों पर कड़ी नाकाबंदी के साथ ही पुख्ता पुलिस बंदोबस्त भी किया गया था।

इस दौरान एक-एक गाड़ी को गहन पड़ताल के बाद ही जाने दिया जा रहा था। गौरतलब है कि इससे पहले ग्वालियर और हरियाणा के हिसार में भी आनंदपाल की तलाश में पुलिस ने छापेमारी की थी।