सोमवार, 25 मार्च 2019

माउंट आबू में फांसी के फंदे पर झूलकर युवक ने की खुदकुशी

माउंट आबू में फांसी के फंदे पर झूलकर युवक ने की खुदकुशी

माउंट आबू में फांसी के फंदे पर झूलकर युवक ने की खुदकुशी


राजस्थान के सिरोही जिले के माउंट आबू में युवक द्वारा अपने ही घर में फांसी के फंदे पर झूल जाने का मामला सामने आया है. आत्महत्या की इस घटना से इलाके में सनसनी फैल गई. सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने मौके से शव को उतार कर पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है. फिलहाल पुलिस मौके से मिली जानकारी के आधार पर जांच में जुटी है.

जानकारी के मुताबिक माउंट आबू  के सनसेट रोड पर एक युवक ने पेड़ से फांसी का फंदा लगाकर अपनी जान दे दी. घटना की जानकारी मिलते ही माउंट आबू पुलिस मौके पर पहुंची. वहीं थाना अधिकारी अचल सिंह एवं ड्यूटी ऑफिसर रतन सिंह ने मौके से शव को उतार कर माउंट आबू के राजकीय चिकित्सालय के मोर्चरी में रखवा दिया.

वहीं मौके से मिले दस्तावेजों के आधार पर पुलिस मृतक की शिनाख्त में जुटी है. वहीं पुलिस पूरे मामले को लेकर जहां मृतक के परिजनों से संपर्क करने का प्रयास कर रही है. पुलिस के मुताबिक परिजनों के आने के बाद ही शव का पोस्टमार्टम किया जाएगा

बेटे ने गला रेतकर बुजुर्ग मां-बाप को उतारा मौत के घाट, आरोपी गिरफ्तार

बेटे ने गला रेतकर बुजुर्ग मां-बाप को उतारा मौत के घाट, आरोपी गिरफ्तार

बेटे ने गला रेतकर बुजुर्ग मां-बाप को उतारा मौत के घाट, आरोपी गिरफ्तार

राजस्थान के भरतपुर के रारह गांव में एक कलयुगी बेटे ने अपने मां-बाप पर दरांती से प्रहार कर उन्हें मौत के घाट उतार दिया. वृद्ध दंपति की हत्या होने से क्षेत्र में सनसनी फैल गई और मौके पर ग्रामीणों की भीड़ इकट्ठी हो गई. सूचना मिलने पर उद्योग नगर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और शवों को कब्जे में लेकर आरबीएम अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया. वहीं मौके पर एफएसएल की टीम ने पहुंचकर साक्ष्य जुटाए और हथियार बरामद किया. पुलिस ने ग्रामीणों की मदद से हत्यारोपी पुत्र प्रताप सिंह को हिरासत में ले लिया है, जिससे पुलिस पूछताछ करने में जुटी हुई है.

ग्रामीणों के अनुसार आरोपी प्रताप सिंह मानसिंह रूप से रोग व्यक्ति था और पिछले काफी समय से अपने ही घर पर रहता था और कोई काम भी नहीं करता था. बताया जा रहा है कि मृतक देवीराम ने अपनी गाय को बेचा था और गाय बेचने से प्राप्त हुई 15 हजार रूपए की राशि को आरोपी प्रताप सिंह उनसे मांग रहा था. इन्हीं बातों को लेकर उन में झगड़ा हो गया था.

झगड़े के दौरान आरोपी ने घर में ही रखी दरांती से अपने पिता पर प्रहार करने शुरू कर दिए और जैसे ही आरोपी की मां रामबीबी अपने पति को बचाने के लिए आई तो उसने अपनी मां पर भी दरांती से प्रहार कर उनकी हत्या कर दी. घटना से गांव में शोक की लहर दौड़ गई. फिलहाल पुलिस ने दोनों ही मृतकों के शवों का पोस्टमार्टम करा कर परिजनों को सौंप दिया है और आरोपी से पूछताछ में जुटी है.

जेसलमेर नशे का बढ़ता कारोबार,किशोर फंसे चायनीज ई हुक्को में*

जेसलमेर नशे का बढ़ता कारोबार,किशोर फंसे चायनीज ई हुक्को में*

*पर्यटको की आड में अवैध हुक्का बार का संचालन*

*चाइनीज ई हुक्को का बढ़ता बाज़ार युवाओ की जिन्दगि से खेल रहा*








जैसलमेर सरहदी जिला जैसलमेर मादक पदार्थो की तस्करी के लिए कुख्यात रहा है।अस्सी और नब्बे के दशक में मादक और नशीले पदार्थो की तस्करी चरम पर थी।यह वह समय था जब जेसलमेर पर्यटन के क्षेत्र में अपना मुकाम बना रहा था।।विदेशी पर्यटकों के आगमन के साथ जैसलमेर की आबोहवा बदलने लगी।।पर्यटको से जुड़े व्यवसाय में लगातार बढ़ोतरी हुई।बाहर से लोग व्यवसाय करने इस शहर में पहुंचने लगे। होटलों और रेस्तरांओं की भरमार हो गई।।आज साढ़े आठ सौ से अधिक वेध अवैध होटले संचालित की जा रही है। करोड़ो रूपये निवेश कर इनका संचालन हो रहा है।।पैसा कमाने की धुन में अवैध व्यापार भी लगातार बढ़ता रहा। देह व्यापार से लेकर नशीले पदार्थ पर्यटको को उपलब्ध कराए जाते है ।आधुनिक युवा पीढ़ी देशी विदेशी हुक्को के कस मारने की शौकीन है।।मेट्रो शहरों की तर्ज पर जेसलमेर के छोटे बड़े होटलोंऔर रेस्तरांओं में अवैध रूप से हुक्का बार का संचालन होता है। चूंकि हुक्का बार पर कोई प्रतिबंध नही है।मगर निर्धारित प्रक्रिया के अंतर्गत लाइसेंस लेना आवश्यक है।।प्रशासनिक सूत्रों की माने तो जेसलमेर में एक भी अधिकृत लाइसेंस हुक्का बार का निहि है।इसके बावजूद होटलों और रेस्तरांओं में हुक्का बार संचालित किया जा रहा है।विभिन फ्लेवर के हुक्के उपलब्ध है।।एक बार एक हुक्के की कीमत पांच सौ से आठ सौ रुपये है।।सामान्य हुक्के धूम्रपान का प्रतीक है मगर जो हुक्के फ्लेवर की आड़ में चल रहे है उनमें नशीले पदार्थो का समावेश होता है।।आधी रात के बाद हुक्का बार का कारोबार शुरू होता है। इस हुक्का बार के संचालन का विपरीत प्रभाव शहरी क्षेत्र के किशोर उम्र के युवाओ पर सर्वाधिक पड़ा है। शहर में छोटे छोटे स्थानों पर पेंसिल नुमा हुक्को का प्रचलन सर्वाधिक हो रहा है। इस यरह का अवैध व्यापार करने वाले संगठित गिरोह चला रहे है। यह गिरोह स्कूली बच्चों को इसके आदि करने की मुहिम चलाये है।होली के फिन पुलिस ने ऐसा एक मामला पकड़ा भी।।इसके बाद अभिभावक भी जागे है।।ये संगठित गिरोह जिसमे अधिकांस किशोर व्यय लड़के है स्कूली बच्चों को घरों से पैसे लाने को मजबूर कर रहे है। ऐसी कई शिकायतें आने पर कुछ अभिभावक संबंधित स्कूल भी पहुंच गए।।स्कूली छात्रों को पेंसिल हुक्का के आदि किये जा रहे है।।इन छात्रों से दस मिनट हुक्का पीने के सौ रुपये से दो सौ रुपये वसूले जा रहे है। जजेसलमेर में हुक्के का रोग बढ़ता जा रहा है।अभिभावक परेशान है।उनके बच्चे हुक्को के चक्कर मे घरों से पैसे चोरी करके ले जा रहे।।यह संगठित गैंग छात्रों को मजबूर कर रहे है पैसे लाने के लिए।।

जेसलमेर की आबोहवा में मादक और नशीले पदार्थो का जहर घोला जा रहा है।।पुलिस विभाग को इस अवैध कारोबार को यही रोकने के व्यापक उपास्य ईमानदारी से करने होंगे ताकि युवा पीढ़ी नशे की लत से बच सके। इसके लिए जरूरी है इस कारोबार से जुड़े असली मुजरिमो तक पहुंचे।।

*आखिर क्या है ई हुक्का*


ई हुक्का खुलेआम मार्केट में 30 फ्लेवर्स  में बिक रहा है। इसे खरीदने के लिए कक्षा नौ से लेकर इंटरमीडिएट व स्नातक तक के छात्र-छात्राओं में होड़ लगी हुई है।  कुछ शौकिया हुक्का खरीद रहे हैं तो कुछ का दावा है कि वो इसे सिगरेट की लत छुड़ाने के लिए पी रहे हैं। स्थिति यह है कि जिनके माता पिता पॉकेट मनी कम दे रहे हैं, उनके बच्चे चार से पांच के समूह में ई हुक्का खरीदकर इस शौक को पूरा कर रहे हैं। धीरे-धीरे यह शौक इन छात्र छात्राओं को सिगरेट और स्मैक के नशे की ओर ले जा रहा है।

मोटी स्केच या पेन की की तरह होता है। जिसमें लगी एक तरफ की क्लिप से जेब में पेन की तरह रख लिया जाता है। इसके अंदर बैट्री होती है, जिसको एक किनारे में यूएसबी पोर्ट लगाकर लैपटॉप या बिजली से करीब 20 से 30 मिनट में चार्ज किया जा सकता है। इसी बैट्री के बराबर में फ्लेवर और तंबाकू मिली एक टिक्की या रिफिल लगी होती है। ऑन कर दूसरी ओर से कश लगाने पर सिगरेट से ढाई गुना तेजी से और अधिक धुंआ निक लता है। जिसे सिगरेट से अधिक हानिकारक बताया जा रहा है। पेन या मोटी स्केच की शक्ल में होने के कारण इसे आसानी से पकड़ा नहीं जा सकता।

750 से लेकर एक हजार रुपये की कीमत वाला हुक्का एक बार ही इस्तेमाल किया जा सकता है। जबकि दो हजार रुपये तक के हुक्के में फ्लेवर और तंबाकू का 100 से 150 रुपये में अलग-अलग फ्लेवर में लिक्वड रिफिल करके करीब 20 बार चार्ज करने की व्यवस्था है। एक रिफिल या टिक्की में करीब 500 कश लगाने की क्षमता है। इन ई हुक्का को बेचने वालों का दावा है कि ये पूरी तरह तंबाकू फ्री है। इसमें नशा नहीं है, लेकिन यह बहुत जल्द बच्चों को नशे का लती बना देता है।

*शारीरिक नुकसान ई हुक्के से*

‘ई हुक्के का धुआं और बैट्री से मिलने वाली गर्मी युवाओं के फेफड़ों, चेस्ट और गुर्दे पर सीधे असर डालती है। जिसकी वजह से सांस की बीमारी, हार्ट अटैक और निमोनिया की चपेट में वे आ जाते हैं। आगे चलकर किडनी डेमेज होने का खतरा बना रहता है।’

रविवार, 24 मार्च 2019

जेसलमेर जिला फुटबॉल संघ कार्यसमिति की बैठक में पूनम स्टेडियम के विकास को लेकर चर्चा

जेसलमेर जिला फुटबॉल संघ कार्यसमिति की बैठक में पूनम स्टेडियम के विकास को लेकर चर्चा

जेसलमेर  जिला फुटबॉल संघ जेसलमेर की जिला कार्यसमिति की बैठक रविवार को संघ के जिलाध्यक्ष युवराज चैतन्यराज सिंह की अध्यक्षता तथा संघ के सलाहकार चन्दन  सिंह भाटी की उपस्थिति में स्थानीय जवाहर निवास पैलेस में आयोजित की गई।।बैठक में सरंक्षक नखत सिंह भाटी,सचिव मांगीलाल सोलंकी,कोषाध्यक्ष राजेन्द्र सिंह चौहान,लवजीत गहलोत,महेंद्र कुमार भाटी,प्रेम सिंह चौहान,प्रेम सिंह मिलन,राम सिंह भाटी,देवी सिंह चौहान,नरपत चौधरी मदन सिंह भाटी शेलेन्द्र भाटिया पंकज सोनी राजेन्द्र कुमार सुर्या पंकज कुमार वीरा राजेन्द्र सिंह सिसोदिया,जितेंद्र कुमार खत्री सहित संघ के पदाधिकारी और फुटबॉल क्लबो के मुखिया उपस्थित थे।।बैठक में संघ के जिलाध्यक्ष युवराज चैतन्यराज सिंह ने पूनम स्टेडियम में घास युक्त मैदान ,टर्फ एथेलेटिक ट्रक निर्माण और प्याऊ निर्माण के मुद्दों पर विस्तृत चर्चा की।उन्होंने कहा कि नगर परिषद से इन विकास कार्यो के लिए सहयोग मांगा गया है।उन्होने कहा कि जिला कलेक्टर नमित मेहता पूर्व में ही इन कार्यो पर अपनी सहमति दे चुके है।ऐसे में मैदान को तैयार करवाने की कार्य योजना बनाकर परिषद को दी जाए। उन्होंने कहा कि प्याऊ निर्माण के लिए कई भामाशाह आगे आये है उनके सहयोग से प्याऊ निर्माण गर्मियों से पूर्व करवा लेना चाहिए।।संघ सलाहकार चन्दन सिंह भाटी ने जिला फुटबॉल संघ में अधिकृत खिलाड़ियों और क्लबों के प्रवेश शुल्क,संघ के पदाधिकारियों और सदस्यो की सदस्यता शुल्क निर्धारण करने का मामला उठाया जिस पर सर्व सम्मति से निर्णय कर शुल्क निर्धारण किया गया।साथ ही जिला फुटबॉल संघ द्वारा राज्य स्तरीय आयोजन जेसलमेर में करवाये जाने के सचिव मांगीलाल सोलंकी के प्रस्ताव पर विचार विमर्श किया गया । संघ के सरंक्षक नखत सिंह भाटी ने कहा कि फुटबॉल संघ को आर्थिक रूप से और ज्यादा मजबूत करने की जरूरत है ताकि खिलाड़ियों को सुविधाएं  उपलब्ध कराई जा सके।कार्यसमिति ने बीकानेर में आयोजित होने वाली ओपन फुटबॉल प्रतियोगिता में जेसलमेर की टीम को भेजने के प्रयासों पर भी चर्चा की। इस दौरान राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में भाग लेकर आये खिलाड़ियों को प्रमाण पत्र युवराज चैतन्यराज सिंह ,नखत सिंह भाटी ,मांगीलाल सोलंकी,राजेन्द्र सिंह चौहान द्वारा वितरण किये गए । कार्यसमिति की बैठक के बाद होली स्नेह मिलन का आयोजन रखा गया।

शहादत को सलाम: नागौर का जाबांज सपूत सीमा पर हुआ शहीद, सोमवार को होगी अंत्येष्टि

शहादत को सलाम: नागौर का जाबांज सपूत सीमा पर हुआ शहीद, सोमवार को होगी अंत्येष्टि
शहादत को सलाम: नागौर का जाबांज सपूत सीमा पर हुआ शहीद, सोमवार को होगी अंत्येष्टि

पाकिस्तान ने एक बार फिर जम्मू-कश्मीर के पुंछ और नौशेरा में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर संघर्ष विराम का उल्लंघन किया. शनिवार रात को हुई भारी गोलाबारी में प्रदेश के नागौर जिले का एक जाबांज सपूत हरि भाकर शहीद हो गया. भाकर नागौर जिले की मकराना तहसील के जूसरी गांव के रहने वाले थे. शहीद भाकर की पार्थिव देह रविवार शाम को जयपुर लाई जाएगी. सोमवार को भाकर के पैतृक गांव जूसरी में सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा.
लाडले के शहादत की सूचना के बाद जूसरी गांव में माहौल गमगीन हो गया. हरि भाकर 2016 में सेना में भर्ती हुए थे. शहीद भाकर 4 ग्रेनेडियर में तैनात थे. बताया जा रहा है कि पाक ने शनिवार को सीज फायर का उल्लघंन किया. इसी दौरान नागौर का यह सपूत शहीद हो गया. जवाबी कार्रवाई में भारतीय सेना ने पाकिस्तान की एक चौकी उड़ा दी थी.