शनिवार, 18 अगस्त 2018

बाड़मेर। भाजपा कार्यकर्ता ने मुंडन कराकर दी अटलजी को श्रद्धांजलि

बाड़मेर। भाजपा कार्यकर्ता ने मुंडन कराकर दी अटलजी को श्रद्धांजलि




Image may contain: 2 peopleबाड़मेर। दिल्ली में जब पूर्व प्रधानमंत्री, भारत रत्न और बीजेपी के दिग्गज नेता अटल बिहारी वाजपेयी के अंतिम यात्रा की तैयारी चल रही थी ठीक उसी समय राजस्थान के बाड़मेर जिले के भाजपा कार्यकर्ता ने अपना मुंडन करवा कर श्रद्धांजलि दी। बाड़मेर भाजपा कार्यकर्ता व पार्षद जगदीश खत्री ने पूर्व प्रधानमंत्री एवम भाजपा के वरिष्ठ नेता श्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन हो जाने पर उनकी याद में व उनको श्रद्धांजलि स्वरूप अपने बालो का मुंडन करवा उनको दिल से श्रधांजलि अर्पित की। अटल जी निधन पर पुरे देश भर में  शौक की लहर है। 



जैसलमेर। दर्दनाक हादसे में तीन महिलाओं की मौत,पांच ने पेड़ पर चढ़ जान बचाई

जैसलमेर। दर्दनाक हादसे में तीन महिलाओं की मौत,पांच ने पेड़ पर चढ़ जान बचाई


          विधायक छोटूसिंह भाटी ने बचाव के सराहनीय प्रयास किये 




जैसलमेर देवा गांव में किसी की मौत पर बैठने गए एक ही परिवार की आठ महिलाएं वाहन चालक सहित अचानक ब्रहमसर नदी में आये पानी की चपेट में आ गए।जिसमे तीन महिलाओं की मौत हो गई।
जानकारी के अनुसार जैसलमेर शहर है माली जाति की आठ महिलाए अपने किसी रिश्तेदार की मौत पर बैठने गए थे। इन्होंने वाहन किराये पे ले रखा था। शाम को वापसी के समय ब्रहमसर के पास नदी की रपट में वाहन फंस गया। चालक ने महिलाओं को नीचे उतारा,बारिश चल रही थी। पीछे से नदी का बहाव आया जिसमे सभी महिलाए चालक बाह गए। चूंकि वाहन के गेट खुले थे पानी वाहन के अंदर घुस गया जिससे वाहन पलटी खा गया। तीन महिलाए वाहन के नीचे दब गई। बाकी महिलाए बह गई।भाग्यवस महिलाओ को खेजड़ी का पेड़ नजर आ गया जिस पर जैसे तैसे चढ़ गए। इसी बीच चालक गायब हो गया। उसी रुट पर दौरे से लौट रहे विधायक छोटू सिंह भाटी ने घटना को देख प्रशासन और ग्रामीणों को सूचित किया। ब्रहमसर सरपंच हजारी सिंह ने ग्रामीणों की मदद से महिलाओ को तलाशना शुरू किया इसी बीच प्रशासनिक अधिकारी मौके पे पहुंचे।सीमा सुरक्षा बल की रेस्क्यू टीम को बुलाया।।कांग्रेस युवा अध्यक्ष विकास व्यास बादशाह और उनकी फेक्ट्री की लेबर भी रेस्क्यू में साथ लग गए। रेस्क्यू टीम के मेम्बर्स ने पेड़ पर चढ़ी महिलाओ तो नीचे उतारा। साथ ही वाहन के नीचे दबी महिलाओ को भी निकाला जिसमे दो महिलाओं की मौके पे मौत हो चुकी थी शेष महिलाओ को बिधायक की गाड़ी से जवाहर अस्पताल भेजा।एक महिला ने उपचार ले दौरान दम तोड़ दिया। बाकी पांच महिलाओ कॉ उपचार चल रहा है। अस्पताल में लोगो की भारी भीड़ जमा हो गई। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जयनारायण मीना, तहसीलदार वीरेंद्र सिंह , सदर थानाधिकारी कांता सिंह सहित कई अधिकारी अस्पताल में घायलों के उपचार की व्यवस्था देख रहे थे। सभी मृतक महिलाए एक ही परिवार से है।

शुक्रवार, 17 अगस्त 2018

बिशाला गाँव में हुआ राठौड़ अभिनन्दन व सम्मान समारोह

बिशाला गाँव में हुआ राठौड़ अभिनन्दन व सम्मान समारोह




Image may contain: 1 person, standing and indoorबिशाला। कांग्रेस के युवा नेता आज़ाद सिंह राठौड़ के आर. सी. ए. कोषाध्यक्ष बनने पर बिशाला के सर्व समाज के युवाओं व गणमान्य निवासियों द्वारा बिशाला में सम्मान और अभिनन्दन समारोह का आयोजन किया गया । इस दौरान उपस्थित स्थानीय ग्रामीणों द्वारा उनका स्वागत व सम्मान किया गया । इस दौरान आज़ाद सिंह राठौड़ ने मंच से संबोधित करते हुए कहा कि “कुछ ही महीने बचे हैं चुनावों में , इस जनविरोधी , दमनकारी और भ्रष्ट शासन का अंत होने वाला है और साथ ही मैं आज परिवार के सदस्यों के बीच में यह बात कहना चाहता हूँ कि आगे भी मेरा भविष्य यही परिवार तय करेगा तथा इसी तरह बुजुर्गों का आशीर्वाद व युवा साथियों का साथ मिलता रहे ।



इस अवसर पर हिन्दू सिंह (पूर्व सरपंच बिशाला ), बांकाराम प्रजापत (पूर्व सरपंच बिशाला), रिडमल सिंह, बाबूलाल जैन, रिखबदास खत्री, इशाक खान, रामाराम मेघवाल, छगनाराम भील, देरावर सिंह, जवाहरनाथ जोगी , भीखाराम देशांतरी , मोहन परबत , रावतमल सोनी, गोपाल जोशी व देवाराम प्रजापत सहित कई गणमान्य नागरिक व युवा उपस्थित रहे।



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दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का पार्थिव शरीर पंचतत्व में विलीन

दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का पार्थिव शरीर पंचतत्व में विलीन




दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का पार्थिव शरीर पंच तत्व में विलीन हो गया. शुक्रवार को शाम पांच बजे स्व वाजपेयी के पार्थिव शरीर को वैदिक मंत्रोच्चार के साथ बेटी नमिता ने मुखाग्नि दी. इससे पहले प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की अंतिम यात्रा में शुक्रवार को जनसैलाब उमड पड़ा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कैबिनेट के मंत्री, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह समेत बड़ी संख्या में लोग वाजपेयी की अंतिम यात्रा में साथ-साथ चले.

पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का पार्थिव शरीर पंचतत्व में विलीन

स्मृति स्थल पर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह समेत कई विपक्षी दलों के नेता भी मौजूद रहे. राष़्ट्रपति रामनाथ कोविंद, पीएम मोदी सहित अन्य नेताओं ने श्रदधांजलि दी. इससे पूर्व सेना की एक विशेष वाहन पर वाजपेयी की अंतिम यात्रा निकाली गयी.

तीनों सेनाओं की एक संयुक्त टुकड़ी उनके पार्थिव शरीर को लेकर निकली. भाजपा मुख्यालय पर अंतिम दर्शन के बाद दोपहर में उनकी अंतिम यात्रा स्मृति स्थल के लिए निकली. अटल के पार्थिव शरीर के ठीक पीछे पीएम मोदी और बीजेपी के तमाम बड़े नेता चल रहे थे.

दिल्ली में सड़क के दोनों तरफ लोगों का सैलाब उमड़ पड़ा था. हजारों की भीड़ पार्थिव शरीर के साथ चल रही थी. केंद्रीय कैबिनेट के मंत्री, एमपी के सीएम शिवराज सिंह, महाराष्ट्र सीएम फडनवीस, झारखंड के सीएम रघुवर दास, हिमाचल के सीएम जयराम ठाकुर, समेत तमाम बड़े नेता वाजपेयी की अंतिम यात्रा में शामिल हुए. सुरक्षा एजेंसियों ने वीवीआईपी की भारी भीड़ को देखते हुए सुरक्षा के तगड़े इंतजाम किया.

भाजपा मुख्यालय से स्मृति स्थल की दूरी करीब चार किलोमीटर है. पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी का गुरुवार को 93 साल की उम्र में निधन हो गया था. गुरुवार शाम पांच बजकर पांच मिनट पर दिल्ली के एम्स में पूर्व पीएम वाजपेयी ने अंतिम सांस ली. गुरुवार शाम से उनके पार्थिव शरीर को उनके आवास पर रखा गया था, जहां दिग्गज नेताओं ने उन्हें श्रद्धांजलि दी. शुक्रवार सुबह नौ बजे उनके पार्थिव शरीर को भारतीय जनता पार्टी के मुख्यालय लाया गया, जहां पर आम लोगों समेत वीवीआईपी लोगों ने उनके अंतिम दर्शन किये.

बाड़मेर। संस्कृति विकृति में बदल गई और विकृति ने पुरी प्रकृति को ही बदल दिया: साध्वी सुरंजना

बाड़मेर। संस्कृति विकृति में बदल गई और विकृति ने पुरी प्रकृति को ही बदल दिया: साध्वी सुरंजना

रिपोर्ट :- चन्द्रप्रकाश बी. छाजेड़ / बाड़मेर 


बाड़मेर। ‘‘आहार शुद्ध होने से अंतकरण की शुद्धि होती है । अंतकरण शुद्ध हो जाने से भावना दृढ़ हो जाती है और भावना की स्थिरता से हृदय की समस्त गांठे खुल जाती है । जैसा ‘‘खाएं अन्न, वैसा बने मन’’ वाली उक्ति अक्षरशः सत्य है।

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गुरूमां साध्वी सुरंजनाश्री महाराज ने शुक्रवार को स्थानीय जैन न्याति नोहरा में धर्मसभा में उपस्थिति धर्मावलम्बियों को उद्बोधन देते हुए कहा कि आत्मा को अनंतगुणा दोष से पावन करनेे का पाउडर है तो वो वंदितु सूत्र है। वंदितु सूत्र को एकबार भी अर्थ सहित भी इस्तेमाल कर देता है तो निश्चित भवोभव के दलों, का पापों का जो पिंड छिपा हुआ है वो हमें निर्मल कर देता है। व्यक्ति हिंसा कर रहा है लेकिन भीतर डर है, भय है, परमात्मा की आज्ञा है तो सबकुछ पाप करने के बाद भी कीचड़ में जैसे कमल रहता है पर कमल को कीचड़ से कोई लगाव नही वो कीचड़ से निर्लिप्ति रहता है उसी प्रकार संसारी प्राणी भी निर्लिप्ति रहता है। भी निर्लेप रहता है दीप स्वयं जलकर दूसरों को प्रकाश देता है। अंधकार दूर करता है, लेकिन काला धुंआ अवश्य छोड़ता है। यह उसके भीतर के तेल का असर है। उसी प्रकार व्यक्ति भी जिस प्रकार अन्न खाता है, उसका स्वभाव और व्यवहार भी वैसा ही हो जाता है। कहा कि पाप की कमाई करने वाले के विचार भी कुत्सित हो जाते हैं। अतरू व्यक्ति को सात्विक भोजन व ईमानदारी से जीविकोपार्जन करना चाहिए। धर्म मार्ग पर चलने की नसीहत देते हुए उन्होंने कहा कि धर्म हमारी आत्मा को शुद्ध करता है। मानव जैसा करेगा आहार, वैसे बनेगा उसका विचार। मानव को चाहिए कि वो अंडा, मास का सेवन न करे। इस तरह का सेवन अगर मानव करता है तो वह राक्षस बन जाता है। शाकाहारी भोजन ग्रहण करना चाहिए। मासाहारी भोजन ग्रहण करने से राक्षस प्रवृत्ति के विचार मन में पैदा होने लगते है।

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उन्होंने कहा कि आज मनुष्य धन-दौलत जोड़ने के लिए दिन-रात पागलों की तरह मारा-फिरता है। इसके लिए यह नहीं देखता कि जो वह कार्य कर रहा है वह अच्छा है या बूरा है। मनुष्य को यह बात सोचनी चाहिए कि धन, दौलत कमाने के लिए मारा-मारा फिरता है, लेकिन अंत समय उसके क्या धन, दौलत जाएगी। इस बात का हर किसी को पता है कि अंत समय धन, दौलत नहीं जाएगी तो क्यों इतना धन, दौलत के पीछे मनुष्य पागल हो रहा है। माता-पिता की सेवा को सबसे बड़ी सेवा बताते हुए रमेश मुनि ने कहा कि अगर हम अपने माता-पिता की सेवा करेगे तो हमारे बच्चे भी हमारी सेवा करेगे। जैसे बच्चे परिवार में हमारा आचरण देखते है वैसा ही वो हमारे साथ व्यवहार करते है।

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साध्वी श्री ने कहा कि तामसिक और राजसिक भोजन करने से न केवल शारीरिक स्वास्थ्य की जड़ खोखली होती है, वरन् उन का प्रभाव मानसिक स्तर पर भी पड़ता है। आहार के अनुरूप ही मानसिक स्थिति में तमोगुण छाया रहता है। कुविचारं उठते हैं। उत्तेजनाएं छाई रहती है। चिंता, उद्विग्नता और आवेष का दौर चढ़ा रहता है। ऐसी स्थिति में न तो एकाग्रता सधती है और न ध्यान-धारण बन पड़ती है। मन की चंचलता ही इंद्रियों को चंचल बनाए रखती है। हमारा शरीर भी उसी के इषारे पर चलता है। उस विध्न को जड़ से काटने के लिए अध्यात्मपथ के पथिक सबसे पहले आहार की सात्विकता पर ध्यान देते हैं। साध्वीश्री ने कहा कि पेट हमारा है खाना विदेशियों का है, शरीर हमारा है पहनावा फिरंगियों का है। संस्कृति विकृति में बदल गई और विकृति ने पुरी प्रकृति को ही बदल दिया। पहले घर पर बाहर से कोई अतिथि आता था तो उसे घर में ही आदरपूर्वक भोजन करवाते थे अब उन्हेें भी होटल ले जाते हैं पहले घर में खाते थे और बाहर(शौच) जाते थे अब बाहर खाते है और घर में जाते है।

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मुनि वैराग्यसागर महाराज के देवलोकगमन पर सकल संघ ने दी श्रद्धांजलि

जैन समुदाय के संत मुनि श्री वैराग्यसागरजी महाराज के 16 अगस्त को कैवल्यधाम छतीसगढ़ में देवलोकगमन पर खरतरगच्छ संघ बाड़मेर द्वारा गुणानुवाद सभा का आयोजन किया गया। गुणानुवाद सभा में संबोधित करते हुए गुरूवर्या श्री ने कहा कि मुनिश्री ने गृहस्थ धर्म का निर्वाह कर ये जान लिया कि जीवन को यदि सत्यपथ पर ले जाना है तो संयम के बिना मुक्ति नहीं और संयम के बिना सच्चा सुख नहीं। और उन्होनें अध्यात्मयोगी महेन्द्रसागरजी महाराज के चरणों में अपना जीवन समर्पित किया। पूज्य आचार्य जिनपीयूषसागर सूरीश्वर महाराज के करकमलों से संयम जीवन अंगीकार कर वैराग्यरत्नसागर नाम प्राप्त किया। वो गाने में बड़ें अजोड़ थे, उनकी राग मधुर थी और दिल के भावों से गाते जिससे सुनने वाला ह्दय से भावविभोर हुए बिना नही रहतें थे। उनके भीतर में खरतरगच्छ के लिए बहुत बड़े-बड़े सपने थे कि हर व्यक्ति के भीतर में स्वाध्याय की ललक जगनी चाहिए, हर व्यक्ति स्वाध्यायी बने, हर व्यक्ति को प्रतिक्रमण आये। वो व्यक्ति संसार में आया, संसार को देखा और संसार को देखने के बाद में संयम को भी स्वीकार कर लिया। एक सुयोग्य गुरू के हाथों उनका जीवन पला और पलने के बाद कर्मसŸाा ने आकर किसी व्याधि ने उनको घेर लिया और 16 अगस्त को प्रातः 9.30 बजे कैवल्यधाम तीर्थ में इस नश्वर देह का त्याग कर पंचतत्व में विलीन हो गए। आने वाला चला गया, हमें ओर आपको भी जाना है पर जाने से पहले हमें ऐसा जीवन बनाना है कि प्रभु तुने हमें मनुष्य बनाकर भेजा है और इस संसार से जब भी विदा लूं तब मेरे जीवन में तेरे शासन के प्रति मेरा समर्पण, अनुराग और तेरे शासन की यशोगाथा गाता रहूं।

‘जब प्राण तन से निकले’ भव्य कार्यक्रम की प्रस्तुति रविवार को

खरतरगच्छ संघ चातुर्मास समिति के मिडिया प्रभारी चन्द्रप्रकाश बी. छाजेड़ ने बताया कि सोहनलाल संखलेचा ‘अरटी’ ने बताया कि 19 अगस्त को चैन्नई से पधार रहे बंधु-बेलड़ी मोहन-मनोज गोलछा द्वारा स्थानीय जैन न्याति नोहरा में प्रातः 8.30 बजे ‘जब प्राण तन से निकले’ भव्य संवेदना के कार्यक्रम की संगीतमय प्रस्तुति दी जायेगी। भगवान पाश्र्वनाथ के मोक्ष कल्याणक निमित 18 से 20 अगस्त तक अट्ठम की आराधना का आयोजन किया गया है जिसमें अधिक संख्या में जुड़ने का आह्वान किया गया। संघपूजन का लाभ ओमप्रकाश बोथरा परिवार गुड़ावालों ने लिया। सभी श्रावक-श्रविकाओं के मस्तक पर कुंकुम का तिलक करके संघ प्रभावना दी गई। किशनलाल छाजेड़ भादरेश का संघ की ओर से बहुमान किया गया।