मंगलवार, 19 जून 2018

*बाड़मेर आज़ाद प्रकरण में कुछ सवाल जिला कलेक्टर से जो सर्व समाज की बैठक में सामने आए*मुख्यमंत्री जी को गुमराह किया

*बाड़मेर आज़ाद प्रकरण में कुछ सवाल मुख्यमंत्री  से जो सर्व समाज की बैठक में सामने आए*मुख्यमंत्री जी को गुमराह किया 

*जिला प्रशासन से मांगा जवाब,जवाब नही तो करेंगे कानूनी कार्यवाही*
एडवोकेट महेंद्र सिंह भाटी तेजमालता की फेसबुक वाल से 
*1.कथित धोखाधड़ी के मामले में छह माह पूर्व दर्ज हुए प्रकरण की जांच के बाद एफ आर लगाई गई तो फिर अचानक आज़ाद सिंह दोषी कैसे*


*2.बाड़मेर क्लब को संघ को किसने हेंड ओवर किया,कार्यसमिति का अध्यक्ष खुद कलेक्टर है तो नियमानुसार साल में एक बैठक क्यों आहूत नही की।।ये लापरवही और कर्तव्य पालना में कमी किसकी।।*


*3.संघ सचिव का कार्यकाल 2012 में समाप्त हो गया तो चुनाव कराने की जिम्मेदारी किसकी।।अध्यक्ष की।अध्यक्ष कौन।।खुद जिला कलेक्टर।।मतलब कर्तव्य का निर्वहन नही किया गया*


*3.जिस संस्था के चुनाव नही होते संवैधानिक तौर पर पदाशिन लोग ही कार्यवाहक के रूप में चुनाव होने तक कार्य करते है।तो सचिव अवैध कैसे*


*4.आज़ाद सिंह की कम्पनी को भवन किराये पे दिया,सचिव को अधिकार दिए गए है कानूनी दस्तावेजों पे हस्ताक्षर करने के ,सचिव ने तत्कालीन जिला कलेक्टर को नॉलेज में डालके लीजनडीड पे हस्ताक्षर किए,पंजीयन कार्यालय में पंजीबद्ध किया,इसमे क्या गलत हुआ,आज भी कई सरकारी भवन नाममात्र किराये पे दे रखे है उनके खिलाफ भी ऐसी कार्यवाही होगी*


*5.आज़ाद सिंह की आफिस का किराया चेक से संघ के खाते में अध्यक्ष के नाम से जमा हो रहा था,अध्यक्ष कौन।।फिर यह धोखाधड़ी और गबन कैसे*


*6.प्राइवेट लिमिटेड कंपनी को सीज करने का पावर जिला कलेक्टर के पास है क्या।।यह पावर RBI को भी नही।फिर भी सीज से पहले नोटिस देने की प्रक्रिया की पालना क्यों नही की गई।।*


*7.जिस संघ में गबन का मामला दर्ज करवाया उसके अध्यक्ष जिला कलेक्टर है। मामला दर्ज कराने का दायित्व अध्यक्ष का था फिर केंद्र सरकार के कार्मिक के कंधे पे बन्दूक क्यों रखी गई*


*8.नेहरू युवा केन्द्र समन्वयक को मानद सचिव मौखिक तोर पे बना उनसे एफ आई आर दर्ज करवा ली,दो दिन बाद एस डी एम को सचिव बनाया।।जिससे एफ आई आर करवाई वो न्यायालय में बिना दस्तावेजो के मुकदमा फेस करेगा।उसे मानद सचिव का आदेश क्यों नही दिया*


*9.युवा समन्वयक आपके सामने गिड़गिड़ाता रहा कि उसे क्यों मामले में घसीट रहे ,उसका कोई लेना देना नही।आपने उस पर घर जाने की अघोषित रोक नही लगा रखी थी। वह अपनी बहन की बीमारी का बार बार हवाला दे रहा था,आपका दिल नही पसीजा*


*10*तीन दिन का नोटिस आज़ाद सिंह को देने के लिए तैयार करवाया उसे तमिल क्यों नही करवाया,अचानक सीज की कार्यवाही क्यों कि गई*


*11.आप द्वारा सीजर टीम को हिदायत दी गई थी कि कोई फोटोग्राफी वीडियोग्राफी नही हो,फिर कार्यवाही सार्वजनिक कैसे हो गई।आपके द्वारा की कहा गत की कार्यवाही बीच मे रोक दी तो बेइज्जती हो जाएगी।उप खण्ड अधिकारी ने आपको सलाह भी दी नही मानी*


*बाड़मेर क्लब के दस्तावेजो में कांटछांट की बात कर रहे है इसकी फोरेंसिक जांच करवा लें कितनी पुरानी कांटछांट है। जो नए पेरेग्राफ जोड़े गए उसकी हेंड राइटिंग सारे मामले का पर्दाफास कर देगी।*


*हितकारी स्वराज के कम किराये को गबन माना, मनोरंजन केंद्र मात्र एक रुपये के मासिक किराये पे दे रखा था,करिए वसूली और तत्कालीन जिला कलेक्टर संजय दीक्षित के खिलाफ कराए मुकदमा दर्ज।।कई सरकारी बिल्डिंगे कम दर पर दी हुई है फिर सबकी जांच हो*


*बाड़मेर क्लब और संघ के मेटर में विधान ,पंजीयन जिन तत्कालीन कलेक्टरों की देखरेख में बना उनके खिलाफ भी कार्यवाही अमल में लाये*


*ये प्रश्न आज सर्व समाज की बैठक में जिला कलेक्टर की भूमिका को लेकर उठे।।इन प्रश्नों के जिम्मेदार कौन है।*

बाड़मेर जिला प्रशासन की आज़ाद सिंह के खिलाफ कार्यवाही प्रकरण,भाजपा चारो खाने चित*




बाड़मेर जिला प्रशासन की आज़ाद सिंह के खिलाफ कार्यवाही प्रकरण,भाजपा चारो खाने चित*



*बाड़मेर आर सी ए कोषाध्यक्ष बनाने के बाद पहली बार बाड़मेर पहुंचे आज़ाद सिंह राठौड़ के खिलाफ नियमो के विरुद्ध कार्यवाही का डंडा चला कर जिला प्रशासन ने चुनावी साल में काँग्रेस को जोरदार सहयोग कर भाजपा को चारों खाने चित कर दिया।।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी,अध्यक्ष अमित शाह सहित भाजपा के स्थानीय नेताओं की राजपूतो को भाजपा में वायस लेन के जो प्रयास किये जा रहे थे उस पर प्रशासन ने पानी फेर रही सही उम्मीद भी खत्म कर दी। जिला प्रशासन की इस कार्यवाही से भाजपा से पहले ही नाराज चल रहे राजपूत समाज मे और आक्रोश फैल गया।।बाड़मेर जैसालमेर की आठ विधानसभा सीट के अलावा जोधपुर जालोर में इस प्रकरण का असर दिखेगा।जोधपुर में मारवाड़ प्रांतीय राजपूत सभा ने आज़ाद सिंह के खिलाफ हुई द्वेषपूर्ण कार्यवाही के विरोध में आंदोलन का बगल बजा दिया। आज जोधपुर में राजपूत समाज ज्ञापन दे रहा। जैसलमेर,जालोर ,पाली में भी समाज के लीग आज़ाद के साथ आ गए।।जिला प्रशासन के इस रवैये से भाजपा की थोड़ी बहुत उम्मीदों पर पानी फिर गया।।राजपूत समाज के अलावा भी सर समाज मे भी इस कार्यवाही की कड़ी प्रतिक्रिया आई है। जिला प्रशासन की इस कार्यवाही ने भाजपा के उन राजपूत नेताओ के माथे पे बल डाल दिये जो कल तक दावा कर रहे थे कि राजपूत भाजपा के साथ आ जाएंगे मगर पिछले चार दिनों के घटनाक्रम ने भाजपा नेताओं के चेहरों की हवाईयां उड़ा दी। राजपूत नेताओ और मंत्रियों के फोन भी जिला प्रशासन के पास आये मगर प्रशासन ने ऊपर का हवाला देकर चुप करवा दिया। आनंदपाल सिंह और चुतर सिंह प्रकरणों के बाद भाजपा से नाराज चल रहे राजपूत समाज के भाजपा में वापसी की उम्मीदों पर जिला प्रशासन ने अंतिम कील ठोक दी।संघ के सचिव राजू सिंह जी चोधरी पर अनैतिक कार्यवाही कर जिला प्रशासन ने प्रत्यक्ष अप्रत्यक्ष रूप से जाटो से भी नाराजगी मोल लेली।।राजू सिंह लेगा जाट समाज के ही नही सभी समाजो के लिए प्रतिष्ठित व्यक्ति है। उनके खिलाफ आक्रामक कार्यवाही कर कही न कही जाटो की नाराजगी मोल ले ली।।जिसका सर विधानसभा चुनावों में दिखेगा।।जिला प्रशासन कहाँ तो काँग्रेस को नुकसान पहुंचाने निकला था उल्टे अपने हाथ जला बैठा।।भाजपा को रसातल में डाल दिया।।अब आज़ाद सिंह के समर्थन में कई समाज आगे आ रहे है प्रतिदिन कलेक्टर के पास राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन देंगे।।विभिन समाजो ने इस कार्यवाही को काली सूची में डाल दिया है। जिला प्रशासन ने जिस शख्स से कथित मुकदमा दर्ज कराया वो भाजपा परिवार का हिस्सा है उनके भाई बिशाला के भाजपा ब्लॉक अध्यक्ष है।।तो राजू सिंह लेगा परिवार भी भाजपा से है।उनके पुत्र स्व देवेंद्र लेगा युवा मोर्चा के लोकप्रिय जिला अध्यक्ष रहे।।।आज देवेंद्र लेगा संसार मे नही है ।।तो जिला प्रशासन की इस कार्यवाही का असर तो पड़ना तय हैं।।जिला प्रशासन की इस कार्यवाही के चलते ऊर्जा मंत्री पुष्पेंद्र सिंह को अपना बाड़मेर दौरा निरस्त करना पड़ा।।राज्य सरकार की गुड बुक से बाहर आ चुके जिला कलेक्टर काँग्रेज़ नेताओ के खिलाफ कार्यवाही कर नम्बर बढ़ाने के प्रयास में थे मगर जाने अनजाने भाजपा की बलि दे दी।।।*

सोमवार, 18 जून 2018

बाड़मेर।आज़ाद प्रकरण में बोले पूर्व सांसद हरीश चौधरी,बदले की भावना से की गई कार्यवाही*राजनीती से ऊपर उठ के विरोध करना चाहिए



बाड़मेर।आज़ाद प्रकरण में बोले पूर्व सांसद हरीश चौधरी,बदले की भावना से की गई कार्यवाही*राजनीती से ऊपर उठ के  विरोध करना चाहिए 



एआईसीसी सचिव एवं पूर्व सांसद हरीश चौधरी ने जिला प्रशासन द्वारा राज्य सरकार के दबाव में आरसीए कोषाध्यक्ष युवा आजादसिंह राठौड़ के बाड़मेर में कई वर्षों से संचालित कार्यालय को आनन फानन में ताला तोड़कर सीज करवाने की कार्रवाई की कड़े शब्दों में निन्दा की है। पूर्व सासंद ने कहा कि बाड़मेर में नेताओं के बीच राजनीतिक विरोधाभाष वैचारिक विरोधाभाष रहे होंगे लेकिन ऐसी बदले की कार्रवाई करने की परम्परा कभी नहीं रही है।

मुख्य मंत्री वसुन्धरा राजे ने अपने राजनीतिक द्वेष के कारण प्रेम सौहार्द वाले इस क्षेत्र में दमनकारी नीति अपनाकर जिले के सभी अधिकारियों और पुलिस के साये में प्रशासन द्वारा लीज के आधार पर दिये हुए भवन को खाली करने के लिए भय का माहौल पैदा कर नई परम्परा शुरू की है। पूर्व सांसद हरीश चौधरी ने कहा कि जिले में और भी कई सरकारी सम्पतियां किराये पर दी हुई हैं, उनके विरूद्ध सरकार और प्रशासन उनके लिए क्यों चुप है। राज्य में वसुन्धरा राजे को मुख्यमंत्री बने साढ़े चार वर्ष हुए हैं लेकिन अब अचानक इस तरह की कार्रवाई क्यों की गई।




पूर्व सांसद हरीश चौधरी ने कहा कि जीवन पर्यन्त भारतीय जनता पार्टी से जुड़े रहे भाजपा जिला युवा मोर्चा के पूर्व अध्यक्ष स्व0 देवेन्द्र लेघा के बुजुर्ग पिता श्री राजूसिंह चौधरी को भी मुख्यमंत्री ने अपने स्वार्थ सिद्धी में हथियार बनाकर गिरफ्तार करवाया। पूर्व सांसद चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे की इस तरह की कार्रवाई निन्दनीय है और सभी को राजनीति से उपर उठकर इसका विरोध करना चाहिए।

बाड़मेर आज़ाद के समर्थन में आया सर्व समाज,कानूनी भाषा मे बात करेंगे प्रशासन से*



बाड़मेर आज़ाद के समर्थन में आया सर्व समाज,कानूनी भाषा मे बात करेंगे प्रशासन से*



बाड़मेर आर सी ए कोषाध्यक्ष आज़ाद सिंह राठौड़ और खेल संघ के सचिव राजू सिंह लेगा के खिलाफ जिला प्रशासन ने एक किराये के मामले में रात को तीन बजकर अठारह मिनट पे मुकदमा दर्ज कराया।।पूरे राजस्थान ही नही भारत वर्ष में कभी ऐसा नही हुआ। यह बात यशवर्धन सिंह ने आर सी ए कोषाध्यक्ष आज़ाद सिंह के खिलाफ राज्य सरकार के इशारे पर जिला प्रशासन द्वारा की गई दमनात्मक कार्यवाही के विरोध में राणी रूपादे संस्थान में आज़ाद के समर्थन में आयोजित सर्व समाज की बैठक में कही।।उन्होंने कहा कि जिस संघ में जिला कलेक्टर सचिव को अवैध बात रहे है उस संघ के अध्यक्ष जिला कलेक्टर खुद है। सहकारी समितियों के नियमानुसार संघ अध्यक्ष को साल में एक बैठक अनिवार्य आहूत करनी होती है।इतने साल तक जिला कलेक्टर ने अपने कर्तव्य का निर्वहन नही किया।।उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन ने संविधान,नियम,कानून को ताक में रख द्वेषपूर्ण भावना स्व आज़ाद सिंह के खिलाफ सरकार के इशारे पर की।।उन्होंने कहा कि इस तरह की कार्यवाही बड़े अपराधियो के खिलाफ भी नही होती। कानून के रखवाले दबाव में नियम और कानून को तक मे रख कार्यवाही करने लग जाये तो आम आदमी किसपे भरोसा करें। सर्व समाज की बैठक को संबोधित करते हुए भँवर लाल जेलिया ने कहा कि प्रशासन ने एक सफल व्यवसायी की साख को धूमिल करने का षड्यंत्र रचा और उसे अमली जामा पहनाया।।प्रशासन को जवाब देना पड़ेगा। कमल सिंह चुली ने कहा कि एक युवा अपने दम पर आगे बढ़ रहा है उसके खिलाफ राजनीतिक षड्यंत्र रचा उसे बदनाम किया जा रहा।प्रशासन के इस कदम को कोई सहन नही करेगा। पृथ्वी सिंह रामदेरिया ने कहा कि ऊपर के इशारे से की गई बर्बरतापूर्ण कार्यवाही का सर्व समाज विरोध करता है। युवा की राजनीति को खत्म करने का षड्यंत्र भले रच हो सफल होने नही देंगे।।उन्होंने कहा कि समाज को इस प्रकरण के बाद लामबंद होकर सरकार और प्रशासन से जवाब मांगना चाहिए।आज आज़ाद के साथ हुआ कल आपके साथ होगा।।

सभा को यूसुफ खान,संग सिंह लुणु ,हुकम सिंह अजित,नारायण सिंह कपूरड़ी,खुमान सिंह सोढा,कमल सिंह रानीगांव ,पूर्व पार्षद शांति गहलोत,पार्षद किशोर शर्मा,गिरधर सिंह कोटड़ा,सहित कई वक्ताओं ने संबोधित कर राज्य सरकार के दबाव में आज़ाद सिंह के खिलाफ की गई अनैतिक ,नियम विरुद्ध कार्यवाही की कड़े शब्दों में भत्सर्ना की गई। कार्यक्रम में सभी ने सर्व सम्मति से तय किया कि इस लड़ाई को कानूनी रूप से लड़ा जाए।जिला प्रशासन ने द्वेषपूर्ण कार्यवाही की है उसकी शिकायत महामहिम राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को की जाए।इसके लिए एक डेलिगेशन दिल्ली जाएगा। सभा को संबोधित करते हुए हरीश धनदे ने कहा कि जिला कलेक्टर सहित षड्यंत्र में धमिल लोगो के खिलाफ न्यायालय के जरिये मुकदमे किये जायें।प्रशासन ने दमन की नीति अपना संविधान नियम कानून की धज्जियां उड़ा दी।उन्होंने कहा कि एक लिमिटेड कंपनी को जिला प्रशासन कैसे खुर्द बुर्द कर सकता है। जिला प्रशासन ने नेहरू युवा केन्द्र के समन्वयक को बलि का बकरा बना दिया।।सभा में हीर सिंह भाटी,किशोर सिंह कानोड़,दुर्जन सिंह गड़ीसर,रिड़मल सिंह दांता, महेंद्र सिंह तेजमालता,महेंद्र सिंह तारातरा,मान सिंह भाटी,नेपाल सिंह,भीम सिंह सोढा ,नरेंद्र खत्री,मोहम्मद सादिक,चन्दन सिंह भाटी,सहित सेकड़ो की तादाद में सर्व समाज के लीग उपस्थित थे।।बैठक में निर्णय कीट गया कि जिला कलेक्टर दमन और कानून विरोधी विचारधारा के है उन्हें ज्ञापन नही देंगे।।सर्वसम्मति से बड़े आंदोलन की भूमिका ओर भी चर्चा की गई।।कार्यक्रम का संचालन के डी चारण ने किया।।सर्व समाज को पूरे प्रकरण की सच्चाई बताई गई।।

बाड़मेर आर सी ए कोषाध्यक्ष आज़ाद के खिलाफ ललित मोदी के इशारे पर भाजपा सरकार का कहर ,फिर राजपूत निशाने पे

बाड़मेर आर सी ए कोषाध्यक्ष आज़ाद के खिलाफ  ललित मोदी  के इशारे पर भाजपा सरकार का कहर ,फिर राजपूत निशाने पे 



श्रवण सिंह राठाैड़ @ नई दिल्ली। 
बाड़मेर के युवा व्यवसायी आजाद  सिंह राठौड़ को आरसीए के  चुनावों में ललित मोदी के समर्थकों से उलझना भारी पड़ गया। वसुंधरा राजे के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार ने आधी रात को बाडमेर कलेक्टर से पुलिस थाने में एक पुराने प्रकरण में मुकदमा दर्ज करा दिया। युवा लेखक और व्यवसायी आजाद सिंह को सरकार के इशारे पर पुलिस ने गिरफ्तार करने की तैयारी कर ली है। दरअसल आर्बिट्रेशन के फैसले पर आजाद सिंह राठौड़ के आरसीए का कोषाध्यक्ष बनना सरकार और ललित मोदी को नागवार गुजरा। सरकार ने अपने पूरे  प्रशासन को आजाद सिंह की जन्म पत्री तैयार करने में लगा दिया गया। फ़ाइलें खंगाली गई। थानों में आपराधिक रिकॉर्ड ढूंढा गया, लेकिन कुछ हाथ नहीं लगा। तब सीएमओ के निर्देश पर वहां कलेक्टर आफिस के पास बाड़मेर क्लब ने  9 साल की लीज पर आजाद सिंह को कुछ वर्षों पूर्व किराए पर दी गई ज़मीन को लेकर कलेक्टर ने मुकदमा दर्ज कराया। सब जानते है कि सरकार की निगाह टेढ़ी होने पर मीनमेख निकाल कर कैसे  सलटाया जाता हैं। ये मामला भी प्रथम दृष्टया ऐसा ही नजर आ रहा है। जिस क्लब को लेकर ये मामला बनाया गया है, उस 
बाड़मेर क्लब के अध्यक्ष खुद वहां के कलेक्टर ही है। अचानक कार्यवाही क्यों ?  वजह सब समझते हैं। लीज वाली जमीन एसपी और कलेक्टर आफिस से लगती हुई है। आजाद सिंह ने वहां अपना आफिस बना रखा है। सभी आला अफसरों का वहां लगातार उठना बैठना रहा है। आजाद सिंह राठौड़ पर पहले का कोई मुकदमा नहीं है। साफ सुथरा व्यवसाय है। अब प्रशासन ने अचानक से बिना नोटिस जारी किए आजाद सिंह का आफिस सीज कर दिया है।
जिस कलेक्टर के कार्यकाल में ये लीज हुई, क्या राज्य सरकार उन अफसरों के खिलाफ भी लेक आफ सुपरविजन के तहत मुकदमा दर्ज कर ऐसे ही कार्रवाई करेगी? असल में आधी रात को दर्ज मुकदमे से सरकार की नियत में खोट नजर आ रही है। बाड़मेर में जाति विशेष के व्यक्ति को फंसाने का ये पहला मामला नहीं है। लोगों की मानें तो पिछले लोकसभा चुनावों से ही इस पटकथा की शुरुआत हो चुकी थी। जब बाड़मेर में पूर्व केंद्रीय मंत्री जसवंत सिंह जी जसोल ने वसुंधरा राजे जी के द्वारा भाजपा का टिकट काटे जाने पर उनके निर्दलीय चुनाव लडने के बाद से लगातार वहां मौजिज लोगों को निशाना बनाकर दुर्भावना पूर्ण कार्यवाही की जा रही है। पिछले दिनों केंद्रीय कृषि राज्यमंत्री गजेन्द्र सिंह जी शेखावत के खिलाफ भी ऐसे ही जोधपुर में जमीन के एक पुराने मामले में प्रकरण बनाया गया है। एक एक करके सबको जलील किया जा रहा है। 
राजपूत भाजपा में रहकर राजनीति करें, तब आपको (वसुंधरा राजे जी) को तकलीफ़। भाजपा के अध्यक्ष के लिए जब गजेन्द्र सिंह शेखावत का नाम चलें, तब आप दलील देती हो कि राजपूत को अध्यक्ष बनाया गया तो जाट नाराज हो जाएंगे। जब आजाद सिंह राठौड़ जैसा नौजवान कांग्रेस से जुड़कर जाट नेता हेमाराम जी और हरीश चौधरी जी के टीम में काम करते हुए आरसीए चुनाव लड़कर कोर्ट के आदेश से कोषाध्यक्ष बन जाता है तब भी आपको तकलीफ़। सामाजिक समरसता भी आपको मंजूर नहीं। 
मतलब भाजपा में रहने पर दिक्कत, कांग्रेस से राजनीति करने पर दिक्कत ?  जाट से दूर रहें तो बहाना, साथ रहे तो उलाहना! 
राजस्थान सदैव ही सामाजिक समरसता वाला प्रदेश रहा है। यहां कभी भी छोटे मन के लोग नहीं रहे हैं। वसुंधरा राजे सरकार सारी परंपराओं को तोडकर राजस्थान में जो जाति विशेष के खिलाफ दुर्भावना से प्रेरित होकर  बदले की भावना से कार्रवाई कर रही है, उसका नतीजा गंभीर होगा। न खाऊंगा और न खाने दूंगा, के जुमले बोलने वाले नरेंद्र मोदी जी आंखें मूंद कर सब खामोशी से देख रहे हैं। वो भी इस अपराध के लिए उतने ही दोषी है। वसुंधरा राजे जी पानी सर से निकल रहा है। आजाद सिंह हो या फिर गजेन्द्र सिंह जी। जो दोषी हो, उसे आप भले ही फांसी पर लटका दो, लेकिन पहले आप खुद का दामन तो साफ हो।‌
मोहतरमा एक तरफ तो आप की नाक के नीचे बिना लिए दिए कुछ भी काम नहीं हो रहा है, दूसरी तरफ आप गडे मुर्दे उखाड़ कर राजनीति करना चाह रहीं हों, यह मंजूर नहीं है। लाते सहन करने और  अत्याचार देख रहे लोगों को भी समझना होगा, कि ऐसे आंखें बंद करने से कुछ होगा। क्या पता अगला नंबर आपका हो ? फैसला करना सीखों। लोकतंत्र में वोट की चोट ही सबसे बड़ा हथियार है। मन में ठान लो। स्वाभिमान से बढ़कर कुछ नहीं है। दल विशेष की गुलामी छोड़ो। झटका देना सीखों, वरना गुमनामी के अंधेरे में धकेल दिए जाओगे। 
( श्रवण सिंह राठाैड़। )
#हमारा अभियान#जिंदा रहे स्वाभिमान#

रविवार, 17 जून 2018

युवती से गैंगरेप के बाद बेहोशी की हालत में गांव के बाहर फेंका

युवती से गैंगरेप के बाद बेहोशी की हालत में गांव के बाहर फेंका

  युवती से गैंगरेप के बाद बेहोशी की हालत में गांव के बाहर फेंका


भिवानी (हरियाणा).एक दिन पहले लापता हुई युवती शुक्रवार रात गांव के बाहर बेहोशी की हालत में मिली। उसका आरोप है कि 5-6 युवकों ने अपहरण कर नशीला पदार्थ पिलाया और उससे सामूहिक दुष्कर्म किया। पुलिस ने लड़की का मेडिकल कराकर जांच शुरू कर दी है। भिवानी के एक गांव की 18 वर्षीय लड़की गुरुवार शाम करीब 6:30 बजे पड़ोस के मकान से घर आ रही थी। रास्ते में कुछ युवक उसे गाड़ी में अपहरण कर ले गए। देर रात तक जब वह घर नहीं आई तो परिजनों ने तलाश शुरू की। शुक्रवार रात को लड़की गांव के बाहरी क्षेत्र में सड़क के नजदीक अचेत अवस्था में मिली।

- शनिवार को होश आने पर उसने आपबीती सुनाई। परिजन पीड़िता को लेकर मुंढाल पुलिस चौकी पहुंचे, लेकिन वहां पर पुलिस ने केस दर्ज नहीं किया। इसके बाद वे महिला थाने पहुंचे और शिकायत दी। पुलिस ने पीड़िता का सिविल अस्पताल में मेडिकल कराया।

- परिजनों ने बताया कि लड़की एक युवक को पहचानती है। उसके साथ 4-5 युवक और थे। शोर मचाने पर मुंह पर कपड़ा बांध दिया। जबरदस्ती नशीला पदार्थ पिलाया। इससे वह बेहोश हो गई। आरोपियों ने उसके हाथ-पैर भी बांध रखे थे।

- लड़की अभी डरी हुई है। सभी आरोपी गांव के ही हो सकते हैं। मुंढाल चौकी इंचार्ज रामअवतार ने बताया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है। मेडिकल रिपोर्ट के बाद आगे की कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

राजस्थान: धार्मिक आयोजन में तोप फटने से 6 घायल, मची भगदड़

राजस्थान: धार्मिक आयोजन में तोप फटने से 6 घायल, मची भगदड़
राजस्थान: धार्मिक आयोजन में तोप फटने से 6 घायल, मची भगदड़

हिंडौन सिटी (करौली)। बयाना क्षेत्र के गांव धाधरेन में रविवार को कन्हैया पददंगल (धार्मिक गायन) के दौरान तोप फटने से छह लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। तोप फटने से हुए तेज धमाके से आयोजन स्थल पर भगदड़ मच गई। सभी घायलों को ग्रामीणों ने हिंडौन के राजकीय अस्पताल में भर्ती कराया। हालत गंभीर होने पर चार लोगों को जयपुर रेफर कर दिया गया। बयाना पुलिस के अनुसार तोप पुरानी थी और बारूद भरकर सरिए से धंसते समय फट गई। सूचना मिलने पर बयाना पुलिस के एएसआई सूरज सिंह पुलिस दल के साथ धाधरेन पहुंचे और ग्रामीणों से पूरे मामले की जानकारी ली।

पददंगल के शुरू होने पर चलाई थी तोप

- आज भी कई गांवों में पददंगल आदि धार्मिक कार्यक्रम के दौरान तोप चलाने की परम्परा है। तोप की आवाज सुनकर लोग समझ जाते हैं कि धार्मिक आयोजन शुरू हो गया है और भीड़ जुटना शुरू हो जाती है।धाधरेन में रविवार को कन्हैया पददंगल का शुभारंभ हुआ था तो काफी लोग मौजूद थे। इसी दौरान पुरानी तोप में बारूद भरकर सरिए से चलाते समय तोप फट गई और आसपास मौजूद लोग अंगारों की चपेट में आ गए जिसमें 6 लोग गंभीर रुप से झुलस गए। तोप फटने से अफरा-तफरी मच गई और लोग अपने-अपने घरों को चले गए।

ये हुए घायल

- तोप फटने से धाधरेन निवासी पिंटू मीना (25) पुत्र हरकेश मीना, बीनू मीना (35) पुत्र देवी सिंह मीना, सत्येन्द्र (17) पुत्र अमृत मीना, उमराव (65) पुत्र टूंडाराम, मुनीम मीना (30) दलगंजी, मलुआ मीना (18) पुत्र अमृतलाल शामिल हैं। घायलों ने बताया कि वे भी दंगल सुनने गए थे। इस दौरान तोप फटने से घायल हो गए।

चिकित्सा में जुटे डॉक्टर

- हिंडौन के राजकीय अस्पताल में डॉ. जेपी मीना, डॉ. राजकुमार और डॉ. गोपेश भारद्वाज सहित चिकित्साकर्मियों ने घायलों का उपचार किया। इस दौरान घायलों के परिजन एवं काफी लोग भी अस्पताल में जमा हो गए। डॉक्टरों ने बताया कि चार लोगों की आंखों में ज्यादा प्राब्लम होने के कारण जयपुर रेफर कर दिया गया है।

- डाक्टरों ने बताया कि हादसे में लोग 30 से 40 प्रतिशत तक झुलस गए।

पुलिस भय से छुपाए तोप के अवशेष

- धाधरेन में तोप फटने के बाद ग्रामीणों ने पुलिस के भय से फटी हुई तोप के अवशेष छुपा दिए। बयाना के थानाप्रभारी खलील अहमद ने बताया कि एएसआई सूरज सिंह को भेजा गया, लेकिन मौके पर तोप के अवशेष नहीं मिले। उन्होंने ग्रामीणों से इस मामले में जानकारी ली है।

भाजपा सांसद उदित राज को बाड़मेर के दलितों की दर्द भरी दास्तान सुनाई



भाजपा सांसद उदित राज को बाड़मेर के दलितों की दर्द भरी दास्तान सुनाई 


बाड़मेर भारत बंद कार्यक्रम बाड़मेर के संयोजक लक्ष्मण बडेरा ने जयपुर के इंदिरा गांधी पंचायती राज संस्थान में शनिवार को आयोजित सम्मेलन में अनुसूचित जाति जन जाती संगठनों के अखिल भारतीय परिसंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष व नई दिल्ली के भाजपा सांसद डॉ उदित राज को बाड़मेर जिले में दलितों पर आए दिन होने वाले हमलो वह अत्याचारों की दास्तान सुनाई सांसद उदितराज को सौंपे ज्ञापन में बताया कि 2 अप्रेल के दिन बाड़मेर बन्द के दौरान दलितो पर सामन्ती तत्वों व पुलिस ने मिलकर बंद समर्थकों की बेरहमी से पिटाई की तथा इस हमले में कई युवा घायल व लहूलुहान होकर जमीन पर गिर पड़े पुलिस दलितों को सुरक्षा देने की बजाय मौन खड़ी रही दलितो की सरेआम गाड़ियां जलाई मगर पुलिस ने रोकथाम के कोई कदम नही उठाये जब दलित स्वयं अपनी रक्षा को तैयार हुए तो पुलिस सामन्ती तत्वों की रक्षा के लिये दलितों पर लाठी चार्ज कर घायल किया दलित समाज के लोगो को पुलिस ने हिरासत में लेकर असहनीय यातनाएं देकर हाथ पैर तोड़ दिए पुलिस अपनी नाकामी व अपराध को छुपाने के लिए दलितो पर झूठे व फर्जी मुकदमे दर्ज कर बेकसूर दलितो की धरपकड़ कर गिरफ्तार कर जेल भेज दिया की तथा यातना देकर डर व खोफ का माहौल बनाया लक्षमण बडेरा व भूराराम भील ने बाड़मेर बन्द के दौरान पुलिस व सामन्ती तत्वों की ज्यादती की तस्वीरों को दिखाकर न्याय की मांग की पूर्व पार्षद कपिल धारू ने पुलिस हिरासत में पूरी रात मारपीट करने की यातना के बारे में बताया पुलिस ने दलितों पर हमला करने व दलितों की गाड़िया जलाने वाले सामन्ती तत्वों के विरुद्ध कोई कार्यवाही नही की दूसरी तरफ बेकसूर दलितों को गिरफ्तार कर यातना देती रही इस मामले में सरकार ने दलितों की तत्काल कोई मदद नही की जिससे दलितों में सरकार व भारतीय जनता पार्टी के प्रति भारी रोष है सांसद व अनुसूचित जाति जनजाति संगठनों के अखिल भारतीय परिसंघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ उदितराज ने कहा कि में यह सारा मामला प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री के सामने रखकर दोषियों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही कराकर पीड़ित दलितों को न्याय दिलाउंगा ।इंदिरा गांधी पंचायतीराज संस्थान जयपुर के सभागार में प्रदेश स्तरीय सम्मेलन में भील समाज बाड़मेर के अध्यक्ष भूराराम भील जटिया समाज के महामंत्री किशन लाल बडेरा एस सी एसटी एकता मंच के लक्ष्मण बडेरा रामसर के मूलाराम बालाच चुतराराम भील हेमराज मोसलपुरिया नेमीचन्द बडेरा किशोर खोरवाल श्रवण सिंगाडिय सहित दो दर्जन प्रतिनिधि शामिल हुए

बाड़मेर सीमा सुरक्षा बल के जवानांे ने राहगीरांे को पिलाया मीठा पानी



बाड़मेर सीमा सुरक्षा बल के जवानांे ने राहगीरांे को पिलाया मीठा पानी
-सिक्ख धर्म के गुरू श्री अर्जुनदेव के शहीदी दिवस पर राहगीरों को पिलाया मीठा पानी।

बाड़मेर, 17 जून। सिक्ख धर्म के पांचवे गुरू श्री अर्जुनदेव के शहीदी दिवस पर बाड़मेर जिला मुख्यालय पर सीमा सुरक्षा बल की 115 वाहिनी की ओर से राहगीरांे को मीठा पानी पिलाया गया।

बाड़मेर जिला मुख्यालय पर नेहरू नगर मंे सीमा सुरक्षा बल की 115 वाहिनी के मुख्य द्वार पर श्री अर्जुनदेव के शहीदी दिवस पर प्याउ लगाकर गुजरने वाले राहगीरांे को मीठा जल पिलाया। इस कार्य मंे बीएसएफ के अधिकारियांे एवं जवानांे ने भाग लिया।

सिक्यूरिटी गार्ड एवं सुपरवाइजर पद पर चयन के लिए चौहटन मंे परीक्षा आज

बाड़मेर,17जून। भारतीय सुरक्षा दस्ता परिषद नई दिल्ली,एसएससीआई एवं पसारा एक्ट 2005 के तहत ग्रामीण एवं शहरी शिक्षित बेरोजगार नवयुवकांे के सिक्यूरिटी गार्ड एवं सुपरवाइजर के पद पर चयन के लिए 18 जून को चौहटन पंचायत समिति स्तर पर परीक्षा का आयोजन होगा।

एसएससीआई रीजनल ट्रेनिंग एकेडमी उदयपुर के भर्ती अधिकारी महिपालसिंह ने बताया कि पंचायत समिति चौहटन मंे 18 जून, शिव मंे 19, बायतू मंे 20 एवं सिणधरी मंे 21 एवं पंचायत समिति बाड़मेर मंे 22 जून को प्रातः 10 से 4 बजे तक शिविर का आयोजन होगा। उन्हांेने बताया कि भारतीय सुरक्षा दस्ता परिषद नई दिल्ली की ओर से 325 युवाआंे का चयन किया जा रहा है। इसके लिए आवेदक शिक्षित एवं शारीरिक रूप से सक्षम होने के साथ आयु 20 से 35 वर्ष होनी चाहिए। दसवीं कक्षा उत्तीर्ण के साथ अभ्यर्थी की लंबाई 170 सेमी, अजाजजा वर्ग के अभ्यर्थियांे के लिए 168 सेमी एवं वजन 55 किलोग्राम तथा सीना 80 से 85 सेमी होनी चाहिए। सफल अभ्यर्थियांे का भर्ती स्थल पर पंजीकरण किया जाएगा। एक माह के प्रशिक्षण के बाद काल लेटर उपलब्ध कराया जाएगा। प्रशिक्षण के बाद 65 वर्ष तक स्थाई नौकरी प्रदान की जाएगी। उनके मुताबिक चयनित अभ्यर्थियांे को ऐतिहासिक स्थलांे, औद्योगिक तथा मल्टीनेशनल क्षेत्रांे मंे नौकरी उपलब्ध कराई जाएगी।