सोमवार, 31 जुलाई 2017

जालोर जिले में 19 पंजीकृत गौशालाओं के लिए साढ़े 4 करोड़ से अधिक की राशि स्वीकृत



 जालोर  जिले में 19 पंजीकृत गौशालाओं के लिए साढ़े 4 करोड़ से अधिक की राशि स्वीकृत

जालोर 31 जुलाई - जिला कलक्टर एल.एन.सोनी ने जिले की सांचैर व चितलवाना तहसील में अवस्थित 19 पंजीकृत गौशालाओं द्वारा संधारित पशुओं को राहत सहायता प्रदान करने के लिए 4 करोड़ 50 लाख 24 हजार 574 रूपयों की वित्तीय स्वीकृति जारी की हैं।

जिला कलक्टर एल.एन.सोनी ने बताया कि आपदा प्रबन्धन एवं सहायता विभाग राजस्थान द्वारा अभाव संवत 2073 में खरीफ फसल खराबा रिपोर्ट के आधार पर अभावग्रस्त पंजीकृत गौशालाओं द्वारा संधारित पशुओं को राहत सहायता स्वीकृत करने के लिए 1909.93 लाख का बजट आवंटित हुआ हैं। उन्होंने बताया कि आवंटित बजट में से सांचैर व चितलवाना उपखण्ड अधिकारी द्वारा अनुशंषा सहित प्राप्त अनुदान क्लेमों के आधार पर सांचैर व चितलवाना तहसील की 19 पंजीकृत गौशालाओं में संधारित 8 लाख 26 हजार 48 पशुओं को राहत सहायता प्रदान करने के लिए 4 करोड़ 50 लाख 24 हजार 574 रूपयों की वित्तीय स्वीकृति जारी की गई हैं।

उन्होंने बताया कि स्वीकृति के तहत सांचैर तहसील की श्री सनातन गौसेवा आश्रम पथमेड़ा के 3930 छोटे व 4710 बड़े पशुओं, श्री सुरभी गौसेवा आश्रम पथमेडा के 3030 छोटे व 2910 बड़े पशुओं, श्री धनवंतरी गौसेवा आश्रम मेडाजागीर पथमेड़ा के 21152 छोटे व 61076 बड़े पशुओं, श्री धेनुकेश्वर गौसेवा आश्रम पथमेड़ा के 8190 बड़े पशुओं, श्री भारत माता गौसेवा आश्रम पथमेड़ा के 870 छोटे व 18390 बड़े पशुओं, श्री भृगुऋषि गौसेवा आश्रम मेडाजागीर के 420 छोटे व 7470 बड़े पशुओं, श्री मुरलीधर गौसेवा आश्रम पथमेड़ा के 2460 छोटे व 4830 बड़े पशुओं, श्री कामधेनु गौसेवा आश्रम पथमेड़ा के 5190 छोटे व 1620 बड़े पशुओं, श्री गोपाल गोवर्धन गौशाला पथमेड़ा के 8430 छोटे व 113970 बड़े पशुओं, श्री लक्ष्मीनारायण गौसेवा आश्रम प्रतापपुरा के 270 छोटे व 5700 बड़े पशुओं, श्री शिवशक्ति गौसेवा आश्रम लुणियासर के 2790 छोटे व 3210 बड़े पशुओं, श्री राजऋषि दिलीप गौसेवा आश्रम विरोल के 960 छोटे व 24150 बड़े पशुओं, श्री महावीर हनुमान गौवंश एवं पर्यावरण संरक्षण गौशाला गोलासन के 29400 छोटे व 315480 बड़े पशुओं, श्री ब्रह्मर्षि रतनदेव गौसेवा श्रम वासन चैहान के 450 छोटे व 1350 बड़े पशुओं, श्री ठाकुर गौसेवाश्रम पालड़ी सोलंकियान के 23430 छोटे व 70830 बड़े पशुओं व श्री दत्तात्रोय गौसेवा आश्रम पथमेड़ा के 420 छोटे व 7320 बड़े पशुओं तथा चितलवाना तहसील क्षेत्रा की श्री महर्षि वशिष्ठ गौसेवा आश्रम आमली के 2100 छोटे व 1050 बड़े पशुओं, श्री खेतेश्वर गौशाला आश्रम आशापुरा वन खिरोड़ी के 11730 छोटे व 33330 बड़े पशुओं व श्री गोकुल गौधाम गौशाला श्रम संस्थान हिण्डवाडा के 1200 छोटे व 22230 बड़े पशुओं को राहत प्रदान करने के लिए 4 करोड़ 50 लाख 24 हजार 574 रूपयों की राशि की वित्तीय स्वीकृति जारी की गई हैं।

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गोलासन की नन्दीशाला के लिए 97.14 लाख की राशि स्वीकृत
जालोर 31 जुलाई - सांचैर के गोलासन ग्राम की महावीर हनुमान गोशाला (नन्दी) के लिए पशुपालन विभाग द्वारा 97 लाख 14 हजार रूपयों की पशु अनुदान राशि स्वीकृत की गई है।

जिला कलक्टर एल.एन. सोनी ने बताया कि सांचैर तहसील क्षेत्रा के गोलासन ग्राम में स्थित महावीर हनुमान गौशाला (नन्दी शाला) के लिए पशुपालन विभाग द्वारा 94 लाख 14 हजार 240 रूपयों की राशि पशु अनुदान के रूप में स्वीकृत की गई है ।

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जैसलमेर, साप्ताहिक समीक्षा बैठक अतिवृष्टि प्रभावित क्षेत्र में राहत के पुख्ता प्रबंध



जैसलमेर, साप्ताहिक समीक्षा बैठक  अतिवृष्टि प्रभावित क्षेत्र  में राहत के पुख्ता प्रबंध
जैसलमेर, 31 जुलाई। जिले के भणियाणा उपखण्ड के अतिवृष्टि प्रभावित क्षेत्रों में राहत के पुख्ता प्रबंध किए गए है। प्रभावित क्षेत्र भणियाणा, भिखोडाई, राजमथाई, फलसूण्ड एवं फूलासर गांवों में जिला कलक्टर कैलाष चन्द मीना ने चिकित्सकों एवं पषु चिकित्सक दल भेजकर लोगों को राहत पहुंचाने की हिदायत दी है। वह सोमवार सांय कलेक्ट्रेट सभागार में जिले में पानी, बिजली, सडक, स्वास्थ्य आदि आवष्यक सेवाओं की साप्ताहिक समीक्षा के साथ-साथ अतिवृष्टि तथा आपदा प्रबंधन की समीक्षा कर रहें थें।

इस मौके पर जिला कलक्टर ने बताया कि पोकरण तथा भणियाणा उपखण्ड में पिछले सप्ताह के दौरान अतिवृष्टि हुई है तथा इससे जिले के दूर-दराज के क्षेत्रों के लोग प्रभावित हुए है। उन्होंने प्रभावित क्षेत्र में तत्काल राहत पहंुचाने के लिए चिकित्सकों का दल भेजकर बीमारियों का सर्वे करने तथा पेयजल स्त्रोतों की जांच करने की हिदायत दी। साथ ही पषु चिकित्सकों का दल भेजकर प्रभावित क्षेत्र में पषुओं का उपचार करने तथा बीमार पषुओं में दवा वितरण करने के निर्देष दिये।

जिला कलक्टर ने अतिवृष्टि से क्षतिग्रस्त सडकों व भवनों का सर्वे कराने के साथ-साथ रामदेवरा को जाने वाले सडकों को अविलम्ब मरम्मत करवाने के निर्देष दिये। साथ ही रामदेवरा पद यात्रियों के लिए पैदल ट्रेक के अतिवृष्टि से क्षतिग्रस्त हिस्से को तुरन्त ठीक करवाने को कहा। उन्होंने अतिवृष्टि प्रभावित क्षेत्रों में क्षतिग्रस्त बिजली तंत्र को दुरस्त कर तुरन्त बिजली आपूर्ति सुचारू करने तथा नियतिम पेयजल वितरण की हिदायत दी। उन्होंने कहा कि बारिष के बाद जिला मुख्यालय पर गन्दगी हो जाती है जिसे अविलम्ब साफ किया जायें एवं जिला अस्पताल एवं सार्वजनिक स्थानों पर साफ-सफाई चाक चैबन्द रखी जाए।

इससे पूर्व अतिरिक्त जिला कलक्टर के.एल.स्वामी ने जिले में स्वास्थ्य सेवाओं की विस्तृत समीक्षा की। उन्होंनें मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी व प्रमुख चिकित्सा अधिकारी को निर्देष दिये कि वर्षाकाल में सर्पदंष की घटनाओं में बढोतरी हो जाती है इसलिए जिले के सभी चिकित्सा संस्थानों में पर्याप्त मात्रा में सर्पदंष के इंजेक्षन उपलब्ध रखे जाएं। उन्होंने पुराने राजश्री के भुगतान के जो मामले है उसकी संपूण सूचना सहित सूची उपलब्ध करावें एवं इस कार्य में वे व्यक्तिगत रूचि लेकर संबंधित के बैंक खाते मंगवाकर एक सप्ताह में भुगतान करवा के शून्य की स्थिति में लावें। उन्होंनंे इसको सर्वोच्च प्राथमिकता से लेने के निर्देष दिए। उन्होंनंे पानी के सेम्पल जांच प्रभावी ढंग से करने के साथ ही वर्षा काल में जल जनित बीमारियों के उपचार की समुचित व्यवस्था सभी स्वास्थ्य केन्द्रों पर करने के निर्देष दिए। उन्होंनंे प्रमुख चिकित्सा अधिकारी को निर्देष दिए कि वे जिला अस्पताल में मरीजों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करावें वहीं वार्डो व शौचालयों की सफाई व्यवस्था में और अधिक सुधार लावंे।

उन्होंनें नगर परिषद को निर्देष दिये कि वे शहर में बारीष के मौसम के दौरान सफाई व्यवस्था में सुधार लावें वहीं किसी भी सूरत में नाले का गंदा पानी ओवरफ्लों न हों उनके पुख्ता प्रबंध करावें। वहीं आवारा पषुओं की धरपकड कर उन्हें गौषालाओं में भिजवानंे एवं साथ ही जो व्यक्ति शहर में पषु रखते है उनको भी समझाईष करें कि अपने पषुओं को खुला नहीं छोडें। उन्होंनें विद्युत विभाग के अधिकारी को निर्देष दिये कि वे वर्षा काल के दौरान बिजली आपूर्ति नियमित रखी जाएं तथा वर्षा से बिजली तंत्र क्षतिग्रस्त होने पर उसकी बहालगी तुरन्त करना सुनिष्चित करने के निर्देष दिये।

अतिरिक्त जिला कलक्टर ने सार्वजनिक निर्माण विभाग से रामदेवरा जाने वाले पैदल यात्रियों के पथ निर्माण की प्रगति की जानकारी ली एवं इससे आगामी भादवा मेले से पूर्व इसे पूर्ण करने को कहा। उन्होंनंे पीडब्ल्यूडी अधिकारी से गौरव पथ के निर्माण की जानकारी ली एवं जिला कलक्टर ने शेष गौरव पथ के निर्माण कार्य पूर्ण करने के निर्देष दिये।

अतिरिक्त जिला कलक्टर के.एल.स्वामी ने गत सप्ताह के दौरान विभिन्न विभागीय सेवाओं की प्रगति से अवगत कराया तथा बकाया कार्यो की जानकारी दी। बैठक में पानी, बिजली, सडक, स्वास्थ्य आदि विभागों से जुडें जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थें।

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दिव्यांग के पंजीयन कार्य ई-मित्र पर होगा

जैसलमेर, 31 जुलाई।पं0 दीनदयाल उपाध्याय विषेष योग्य जन षिविर 2017 के प्रथम चरण अन्तर्गत दिव्यांगो के पंजीयन का कार्य ई-मित्र पर किया जा रहा है। हिम्तसिंह कविया सहायक निदेषक सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग ने बताया कि दिव्यांगन जन अधिकार अधिनियम में दिव्यांगो की 21 प्रकार की निःषक्तता अधिसूचित की गई है, इन सभी दिव्यांगों के पंजीयन का कार्य किया जा रहा है । उन्होने बताया कि ई-मित्र पर पंजीयन हेतु नाम ,पता, पिता का नाम, भामाषाह कार्ड नम्बर, आघार कार्ड नम्बर, पेषंन प्राप्त कर रहा है तो पीपीओ प्रति, मूल निवास प्रमाण पत्र, परिवार की वार्षिक आय का प्रमाण पत्र, निःषक्तता प्रमाण पत्र (यदि पहले बना है तो)े जैसे आवष्यक दस्तावेज होगें।

उन्होने बताया कि महिला एवं बाल विकास की महिला सुपरवाईजरो को अपने अपने क्षेत्र में आंगनवाडी कार्यकर्ता एवं सहायिकाओं को आंगनवाडी में नामांकित 0 से 6 वर्ष के दिव्यांग बच्चों तथा दिव्यांग धात्री महिलाओं की पहचान कराकर उनका पंजीयन कराये जाने में सहयोग प्रदान करावें । समस्त संस्था प्रधान राजकीय एवं निजी विद्यालयो में अध्यनरत विभिन्न प्रकार की निःषक्तता के दिव्यांग बालक बालिकाओं का तथा दिव्यांग अभिभावको चिन्हीकरण कराते हुए पंजीयन करावे । उन्होने बताया कि इस अभियान से कोई भी संस्था प्रधान व अध्यापक अनभिज्ञ न रहे, वे अपने अपने विद्यालय में ऐसे बालको की पहचान कर पंजीयन करा ले ।

ग्रामीण एवं पंचायत राज विभाग के ग्राम सेवक दिव्यांग पेंषन प्राप्त कर रहे दिव्यांगो एवं कोई हो तो उनकी पहचान कर चिन्हिकरण एवं पंजीयन का कार्य करावें। कोई भी दिव्यांग पंजीयन से वंचित न रहना चाहिए इसका पूर्ण ध्यान रखते हुए समय पर पंजीयन का कार्य हो उन्होने बताया कि सभी दिव्यांगों का पंजीयन किया जाना है चाहे उनके विकलांगता का प्रमाण पत्र पहले बना हुआ है या नही।

उन्होने बताया कि दिव्यांगो के पंजीयन कार्य से ग्रामीण एवं षहरी क्षेत्र के दिव्यांगों का अच्छा डाटा बेस तैयार होगा इससे इन वर्ग के कल्याण हेतु राज्य एवं केन्द्र सरकार द्वारा कई नई कल्याणकारी योजनाओं का संचालन होगा। उन्होने बतया कि भारत सरकार की यूडीआईडी कार्ड योजना से दिव्यांगो को विषिष्ठ पहचान प्राप्त होगी तथा साथ ही यह भविष्य में एकल दस्तावेज का स्थान प्राप्त करेगा।

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बाढ़ पीड़ितों के आंसू मेरे आंसू-मुख्यमंत्री



बाढ़ पीड़ितों के आंसू मेरे आंसू-मुख्यमंत्री



मुख्यमंत्री ने जालोर एवं सिरोही में अधिकारियों की बैठक लेते हुए कहा कि बाढ़ पीड़ितों का दर्द मेरा दर्द है, उनके आंसू मेरे आंसू हैं। उन्हें अतिशीघ्र राहत पहुंचाना मेरी पहली प्राथमिकता है, इसमें किसी प्रकार की देरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।




श्रीमती राजे ने कहा कि जब से प्रदेश के ये जिले भारी बारिश के कारण प्राकृतिक आपदा का सामना कर रहे है तब से वे एक क्षण के लिए भी लोगों की तकलीफ से खुद को दूर नहीं कर पाईं हैं और राहत-बचाव कार्यों की पल-पल जानकारी ले रही हैं।




मुख्यमंत्री ने कहा कि 26 जुलाई को मैंने वीडियो काॅन्फ्रेंस से जिला कलक्टरों एवं अन्य अधिकारियों को पूरी सजगता एवं सक्रियता से आपात स्थितियों से निपटने के निर्देश दिए थे। उन्होंने कहा कि गत शनिवार को भी वे बाढ़ प्रभावित लोगों की तकलीफ जानने निकली थी, लेकिन मौसम खराब होने के कारण हेलिकाॅप्टर आगे नही जा सका और न चाहते हुए भी वापस लौटना पड़ा।




श्रीमती राजे ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के हालात का हवाई सर्वेंक्षण करने के बाद कहा कि जयपुर में खराब मौसम होने के बावजूद आज फिर से वे बाढ़ पीड़ितों की तकलीफ जानने के लिए पहंुची है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार आपदा की इस घड़ी में पीड़ितो के साथ खड़ी है और उनकी हर संभव मदद की जा रही है।

मुख्यमंत्री ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लिया बाढ़ से नुकसान रोकने के लिए सरकार करेगी स्थाई समाधान



मुख्यमंत्री ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लिया

बाढ़ से नुकसान रोकने के लिए सरकार करेगी स्थाई समाधान


जालोर/सिरोही/जयपुर, 31 जुलाई। मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने कहा है कि प्रदेश के बाढ़ संभावित इलाकों को नुकसान से बचाने के लिए स्थाई समाधान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश में ऐसे कई जिले हैं जहां बार-बार बाढ़ के हालात उत्पन्न होते हैं और जन जीवन प्रभावित होता है। ऐसे सभी जिलों को बाढ़ से बचाने के लिए स्थाई हल निकाला जाएगा। मुख्यमंत्री सोमवार को जालोर और सिरोही में पत्रकारों को सम्बोधित कर रही थीं।

श्रीमती राजे ने कहा कि 24-25 जुलाई को बाढ़ की स्थिति बनते ही मैंने प्रभावित इलाकों में प्रभारी मंत्रियों और प्रभारी सचिवों को भेज दिया था, जो वहां लगातार पीड़ितों से मिल रहे हंै और राहत एवं बचाव कार्यों में मदद कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि स्थानीय प्रशासन, पुलिस, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, सेना, सीआरपीएफ एवं होमगार्ड पूरी मुस्तैदी से रात-दिन राहत एवं बचाव कार्य चला रहे हैं। जहां कहीं भी लोगों के पानी में फंसे होने और आवश्यक वस्तुओं की कमी की सूचना मिल रही है, राहत एवं बचाव दल पीड़ितों तक तत्काल पहंुच रहे हैं। उन्होंने कहा कि अब तक 11 हजार से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। वायु सेना के हेलिकाॅप्टर के माध्यम से 42 लोगों की जानंे बचाई गई हैं।

राशन का आॅफलाइन वितरण होगा

मुख्यमंत्री ने जालोर एवं सिरोही में बचाव एवं राहत कार्यों की समीक्षा करते हुए बाढ़ पीड़ितों को तत्काल राहत देने के लिए पोस मशीनों के बजाय आॅफलाइन व्यवस्था से राशन सामग्री के वितरण के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री ने नुकसान का आकलन करने के लिए विशेष गिरदावरी करवाकर शीघ्र रिपोर्ट भिजवाने के निर्देश दिए ताकि राष्ट्रीय आपदा राहत कोष से शीघ्र सहायता राशि प्राप्त की जा सके। उन्होंने बाढ़ पीड़ितों को एक्स-गे्रशिया अनुदान के रूप में 3800 रुपये की राशि आॅफलाइन वितरित करने को कहा।

फसल बीमा की अन्तिम तिथि बढ़ाने के लिए केन्द्र को पत्र

श्रीमती राजे ने कहा कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के लिए आवेदन करने की अन्तिम तिथि को 31 जुलाई से 1 माह और बढ़ाने के लिए राज्य सरकार केन्द्र को आग्रह करेगी। उन्होंने राहत शिविरों में रह रहे लोगों तथा विभिन्न स्थानों पर फंसे लोगों को भोजन तथा पानी का समुचित प्रबन्ध करने के निर्देश दिए। उन्होंने बाढ़ग्रस्त गांवों में चिकित्सा दल भेजने तथा प्रभावितों को अविलम्ब आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने को कहा।

जालोर-आहोर को जोड़ने वाली पुलिया का निरीक्षण किया

श्रीमती राजे ने जालोर को आहोर से जोड़ने वाली सड़क पर क्षतिग्रस्त साकरना पुलिया का निरीक्षण किया। उन्होंने पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों को इस पुलिया सहित क्षतिग्रस्त सड़कों एवं अन्य पुलियाओं की मरम्मत का काम और तेज करने के निर्देश दिए ताकि आवागमन शीघ्र सुचारू किया जा सके।

मुख्यमंत्री ने कहा कि जहां-जहां भी बिजली, जल आपूर्ति, संचार की व्यवस्था प्रभावित हुई है, उन्हें तुरंत बहाल किया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि बाढ़ की चपेट में आई गौशालाओं में गोवंश के इलाज के बेहतर इंतजाम किए जाए। जान-माल और पशुधन के नुकसान पर मुआवजा तत्काल वितरित कर पीड़ितों को राहत प्रदान की जाए। उन्होंने राहत एवं बचाव दलों और स्थानीय नागरिकों का आपदा पीड़ितों की मदद करने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने विभिन्न माध्यमों से आर्थिक मदद मुहैया करा रहे सामाजिक संगठनों एवं भामाशाहों का आभार व्यक्त किया।

जालोर में हेलीपेड पर हुई राहत एवं बचाव कार्यों की समीक्षा बैठक में सांसद श्री देवजी पटेल, विधायक श्रीमती अमृता मेघवाल, जिला कलक्टर श्री एलएन सोनी, पुलिस अधीक्षक श्री विकास शर्मा सहित जन प्रतिनिधि एवं जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।

सिरोही में समीक्षा बैठक में प्रभारी मंत्री श्री राजेन्द्र राठौड़, गोपालन राज्यमंत्री श्री ओटाराम देवासी, सांसद श्री देवजी पटेल, उपमुख्य सचेतक श्री मदन राठौड़, विधायक श्री ज्ञानचन्द पारख, श्री जगसीराम कोली, श्री समाराम गरासिया, जिला प्रमुख श्रीमती पायल परसरामपुरिया, जिला कलक्टर श्री संदेश नायक, पुलिस अधीक्षक श्री ओम प्रकाश सहित जनप्रतिनिधि एवं जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।

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बाड़मेर,चौधरी की सराहनीय सेवाएं सदैव यादगार रहेगीः -सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के सहायक निदेशक प्रदीप चौधरी हुए सेवानिवृत



बाड़मेर,चौधरी की सराहनीय सेवाएं सदैव यादगार रहेगीः

-सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के सहायक निदेशक प्रदीप चौधरी हुए सेवानिवृत

बाड़मेर, 31 जुलाई। सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के सहायक निदेशक प्रदीप चौधरी की सराहनीय सेवाएं सदैव यादगार रहेगी। बाड़मेर जिले मंे केन्द्र एवं राज्य सरकार की जन कल्याणकारी योजनाआंे को आमजन तक पहुंचाने मंे इनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। राजस्थान उर्दू अकादमी के चैयरमैन असरफ अली ने सोमवार को सूचना एवं जनसंपर्क कार्यालय मंे सहायक निदेशक प्रदीप चौधरी के सेवानिवृति समारोह के दौरान यह बात कही।

राजस्थान उदू अकादमी के चैयरमैन असरफ अली ने कहा कि चौधरी ने बाड़मेर जिले मंे लंबे समय तक सेवाएं देने के साथ आमजन तक सरकारी योजनाआंे की जानकारी पहुंचाने के लिए सदैव तत्पर रहे। उन्हांेने चौधरी के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते ने कहा कि चौधरी ने 37 वर्ष की सराहनीय सेवाएं दी है। मौजूदा समय मंे इतनी लंबी सेवाएं देना काफी मुश्किल है। उन्हांेने कहा कि सेवानिवृति जीवन का एक पड़ाव है। उन्हांेने उम्मीद जताई कि चौधरी युवा पीढ़ी को नियमित रूप से मार्गदर्शन देने के साथ समाज सेवा मंे महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। पुलिस अधीक्षक डा.गगनदीप सिंगला ने कहा कि इतनी लंबी सेवाएं निसंदेह यादगार रहेगी। उन्हांेने कहा कि आगामी समय मंे अपने परिवार को समय देने के साथ समाज के लिए भी तत्पर रहे। इस अवसर पर शिवप्रकाश सोनी, चंदनसिंह भाटी, पवन जोशी, कन्हैयालाल डलोरा, सुरेश जाटव, लाखाराम जाखड़, गौतम चमन, लक्ष्मण वडेरा, अशोक राजपुरोहित समेत विभिन्न पत्रकारांे एवं गणमान्य नागरिकांे ने सहायक निदेशक प्रदीप चौधरी के साथ बिताए अनुभवांे को साझा करते हुए कहा कि चौधरी आगामी समय मंे भी मार्गदर्शक के रूप मंे सेवाएं देते रहेंगे। विदाई समारोह के दौरान सहायक निदेशक प्रदीप चौधरी को जिला कलक्टर शिवप्रसाद मदन नकाते ने साफा पहनाकर, पुलिस अधीक्षक डा.गगनदीप सिंगला एवं राजस्थान उदू अकादमी के चैयरमैन असरफ अली ने माल्यार्पण कर अभिनंदन किया। सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग के उप निदेशक देवेन्द्र माथूर ने श्रीफल भेंटकर उज्जवल भविष्य की कामना की। कार्यक्रम का संचालन प्रवीण बोथरा ने किया। अंत मंे सहायक जनसंपर्क अधिकारी मदन बारूपाल ने आभार जताया। विदाई समारोह के दौरान महावीर जैन, भीमराज सोलंकी, भूपेश आचार्य, दिनेश बोहरा, जसवंतसिंह चौहान, प्रहलाद प्रजापत, सुशीला दहिया, अमरलाल बारोलिया,देवराज, अशोक कुमार, मदनदान चारण समेत विभिन्न मीडियाकर्मी एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।