बाढ़ पीड़ितों के आंसू मेरे आंसू-मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री ने जालोर एवं सिरोही में अधिकारियों की बैठक लेते हुए कहा कि बाढ़ पीड़ितों का दर्द मेरा दर्द है, उनके आंसू मेरे आंसू हैं। उन्हें अतिशीघ्र राहत पहुंचाना मेरी पहली प्राथमिकता है, इसमें किसी प्रकार की देरी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
श्रीमती राजे ने कहा कि जब से प्रदेश के ये जिले भारी बारिश के कारण प्राकृतिक आपदा का सामना कर रहे है तब से वे एक क्षण के लिए भी लोगों की तकलीफ से खुद को दूर नहीं कर पाईं हैं और राहत-बचाव कार्यों की पल-पल जानकारी ले रही हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि 26 जुलाई को मैंने वीडियो काॅन्फ्रेंस से जिला कलक्टरों एवं अन्य अधिकारियों को पूरी सजगता एवं सक्रियता से आपात स्थितियों से निपटने के निर्देश दिए थे। उन्होंने कहा कि गत शनिवार को भी वे बाढ़ प्रभावित लोगों की तकलीफ जानने निकली थी, लेकिन मौसम खराब होने के कारण हेलिकाॅप्टर आगे नही जा सका और न चाहते हुए भी वापस लौटना पड़ा।
श्रीमती राजे ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के हालात का हवाई सर्वेंक्षण करने के बाद कहा कि जयपुर में खराब मौसम होने के बावजूद आज फिर से वे बाढ़ पीड़ितों की तकलीफ जानने के लिए पहंुची है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार आपदा की इस घड़ी में पीड़ितो के साथ खड़ी है और उनकी हर संभव मदद की जा रही है।
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