शनिवार, 31 दिसंबर 2016

कच्छ के कोटेष्वरम से शुरू हुई सद्भावना यात्रा -बाड़मेर के युवाओं की तीन राज्यो जायेगी यह यात्रा



कच्छ के कोटेष्वरम से शुरू हुई सद्भावना यात्रा

-बाड़मेर के युवाओं की तीन राज्यो जायेगी यह यात्रा


बाड़मेर 31.12.16

गुजरात के कच्छ जिले के कोटेश्वरम से बाड़मेर के युवाओं की सद्भावना यात्रा शनिवार को शुरू हुई। इस यात्रा के लिए दस युवाओं का दल शुक्रवार को कोटेश्वरम पहुँचा। यहाँ पर सीमा सुरक्षा बल के आला अधिकारियों ने इनकी अगुवाई की। कैयर्न इंडिया, वेदान्ता, रेडक्रॉस सोसायटी, स्वच्छ भारत मिषन के सहयोग से इस यात्रा का आगाज कोटेष्वर से हुआ। बेटी बचाओ, संपूर्ण स्वच्छता और पानी बचाओ के स्वर को मुखर करने वाली इस यात्रा की शुरुवात में कोटेश्वरम महादेव मंदिर में विशेष पूजा का आयोजन किया गया उसके बाद कोटेश्वरम मंदिर के मुख्य महंत पंडित दिनेश गिरी और डिप्टी कमान्डेंट भवानीसिंह ने वैदिक मंत्रोच्चार और मंगल कामनाओ के साथ यात्रा की शुरुवात की। युवाओं के दल के अगुवाकर्ता मदन बारूपाल ने बताया कि सेवानिवृत अतिरिक्त महानिदेषक एम.एल. बॉथम के नेतृत्व में सद्भावना यात्रा शुरू हुई। बीते कई दिनों से बेटी बचाओ, संपूर्ण स्वच्छता और पानी बचाओ के मुद्दे को मुखर करने के लिए युवाओं में विचार मंथन किया जा रहा था जिसका परिणाम यह यात्रा है। आगामी 7 जनवरी को अमृतसर के वाघा बॉर्डर पर खत्म होने वाली यह यात्रा अपने सन्देश और अपने सफर को लेकर ऐतिहासिक रहेगी।

इन पड़ावों से गुजरेगी यात्रा

सद्भावना यात्रा कोटेश्वरम से वाघा बॉर्डर तक का सफर तय करेगी जिसमे सुईगाव, राधनपुर, ब्राह्मणों की ढाणी, केलनोर, गडरा, तामलोर, मुनाबाव, सुंदरा, लोंगेवाला, किशनगढ़, तनोट, बीकानेर, अनूपगढ़, बिज्जू, घड़साना, हिंदुमल कोट, अबोहर, फजलका और अमृतसर मुख्य पड़ाव होंगे। इन स्थानों पर सीमा सुरक्षा बल और अन्य कई संस्थाओं के साथ बेटी बचाओ, संपूर्ण स्वछता और पानी बचाओ के मुद्दों पर कार्यक्रमो का आयोजन किया जाएगा। युवाओं के इस दल द्वारा विभिन्न गाँवो में विधालयो, चौपालों और सामुदायिक सभा भवनों में कई कार्यक्रमो का आयोजन किया जाएगा।

इस दल में जिला आईईसी समन्वयक अशोक सिंह राजपुरोहित, पत्रकार विजय कुमार, प्रवीण बोथरा, पप्पू कुमार जसवंतसिंह दीपक जैलिया, ठाकराराम सहित दस युवा शामिल है।

अजमेर.रिश्ते शर्मसार- जीने मरने की कसम खाने वाले पति ने पहले बनाया बंधक फिर किया यह गन्दा काम



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बाल विवाह का दंश एक किशोरी को गत दिनों भुगतना पड़ गया। बीमारी के इलाज के लिए किशोरी के पति ने उसकी मर्जी के बगैर तीन दिन तक कमरे में कैद रखकर उसे अपनी हवस का शिकार बनाया। आरोपित के कुकृत्यों में उसके माता-पिता ने भी बढ़ावा दिया।




पीडि़ता ने अदालत के जरिए आरोपित और ससुराल पक्ष पर कमरे में कैद करने और दुराचार करने का मामला दर्ज कराया है। क्रिश्चियन गंज थाना पुलिस ने पीडि़ता की शिकायत पर मामला दर्ज कर अनुसंधान शुरू कर दिया है।

भिनाय के देवरिया गांव निवासी पीडि़ता का मसूदा सूरजपुरा बाघमार निवासी एक युवक से वर्षों पहले बाल विवाह हुआ था। चार माह पहले उसे उसके परिजन बीमारी का इलाज कराने के लिए जवाहरलाल नेहरू अस्पताल लेकर आए। यहां उपचार के दौरान मसूदा हाल जटिया हिल्स दातानगर में रहने वाले ससुराल पक्ष भी पहुंच गया। अस्पताल में भर्ती रहने के दौरान पीडि़ता के किसी परिजन की मृत्यु हो गई।




पीडि़ता के ससुराल पक्ष ने पीडि़ता की तीमारदारी का विश्वास दिलाते हुए उसके परिजन को गांव भेज दिया। दूसरे दिन पीडि़ता को अस्पताल से छुट्टी मिल गई। ससुराल पक्ष के लोग उसे अपने घर ले गए। यहां पीडि़ता के पति ने पहली रात उसके साथ जबरदस्ती का प्रयास किया। पीडि़ता ने विरोध करते हुए सास को उसकी हरकत की जानकारी दी।




सास और परिवार के बाकी सदस्यों ने भी आरोपित को कुछ कहने की बजाय पीडि़ता को खरीखोटी सुना दी और तीन दिन तक उसको एक कमरे में बंधक बनाए रखा। इस दौरान उसने पीडि़ता के साथ दुराचार किया। घटना से पीडि़ता काफी सहम गई। उसके परिजन जब उसको लेने पहुंचे तो उसने अपनी पीड़ा बयान की।




परिजन भी बगैर गौना और ससुराल भेजे पीडि़ता के साथ हुए व्यवहार से आहत नजर आए। परिजन ने तीन माह तक चुप्पी साधे रखी लेकिन पीडि़ता ने आवाज उठाने का फैसला किया। उसने न्याय के लिए कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। पुलिस ने पीडि़ता का शुक्रवार को जेएलएन अस्पताल में मेडिकल मुआयना करवाया।

बाड़मेर.25 साल बाद बुजुर्ग पिता को मिला नववर्ष का 'हीरा'



बाड़मेर.25 साल बाद बुजुर्ग पिता को मिला नववर्ष का 'हीरा'


बुढे माता-पिता अपने बैटे को 25 वर्ष पहले भाग गया था। लेकिन उन्हें ये पता नहीं था, कि इस तरह नव वर्ष पर तोहफा मिलेगी। बैटा 25 वर्ष पहले गुम हो गया था। उसके बाद जब 25 वर्ष बाद 31 दिसम्बर को घर लौटा तो गांव में खुशी का माहौल हो गया। ढाणी के लोग गुड-मिठाईयां लेकर घर पहुंचे। ढोल-ढमाकों के साथ स्वागत हुआ। गांव व परिवार में खुशी के जश्न देखने को मिला।

जिले के धोरीमन्ना क्षेत्र की छोटू पंचायत की अर्जुन की ढाणी निवासी हरजी राम जाट का पुत्र हीराराम 25 साल से पहले वर्ष 1993-94 में अचानक घर से लापता हो गया। इस दौरान वह 9 वीं कक्षा में अध्यनरत था, वह नवीं कक्षा में उत्तीर्ण हो गया था, उसके बाद तनाव में रहने लगा और घर छोड़कर चला गया। उसके घर से जाने के बाद परिजन हीरा के आने का इंतजार करते रहे। धीरे-धीरे एक साल बीता, दो साल बीते और साल बीतते-बीतते 25 साल का समय गुजर गया।

लग गया मजदूरी पर, व्यवसाय के साथ बसाया घर

घर से जाने के बाद हीरा पंजाब के जालन्धर चला गया। वहां पर किसी के मजदूरी करके पेट भरने लगा। और कुछ सालों बाद हीरा ने वहीं पर सिख समुदाय की लड़की रिंकी से शादी कर ली। मजदूरी करते हुए धीरे-धीरे उसने अपनी खुद की किराणे की दुकान लगाई। इसके साथ वहां पर प्लॉट खरीदा और घर बना कर हंसी ख़ुशी गृहस्थी का जीवन जीने लगा। हीरा के के दो बच्चे है लड़का मेजरसिंह और लड़की गुरुप्रीत है। जो वहां पर स्कूल में अध्ययनरत है।

पत्नी की जिद के आगे झुका हीरा

घर से चले जाने के बाद हीरा ने वहीं पर शादी कर व्यवसाय शुरू करके और घर बना कर रहने लगा। लेकिन वापस घर जाने की कभी नहीं सोची। उसकी पत्नी ने हीरा को घर लौटने के लिए कई बार कहा लेकिन हिरा नहीं माना । एक दिन पत्नी रिंकी ने जिद करते हुए कहा कि मेरा भाई भी कई साल से लापता है, आज तक उसका कोई पता नहीं चला पाया है, मेरे माता-पिता बहुत दु:खी जीवन व्याप्त कर रहे है। तो तूम भी सोचो तुम्हारे माता-पिता के क्या हाल होंगे। पत्नी की जिद पर आखिर हीरा मान गया। और उसने अपने घर का पता देकर बेटा-बेटी और पत्नी को घर भेज दिया। और कहा कि मेरे माता-पिता से बात करने के बाद में आऊंगा।

29 को आयी थी हीरा की पत्नी रिंकी

हीरा की पत्नी अपने बेटा बेटी के साथ 29 दिसम्बर को हीरा के घर पहुंची थी। पर यहाँ पर कोई जान पहचान नहीं होने की वहज से उसके घर में आने नहीं दिया गया। किसी अनजान महिला के बच्चों के साथ आने जानकारी मिलते ही आस पास के ग्रामीण एकत्रित हो गए। उसने हीरा फ ोटो दिखाए और फ ोन पर हीरा से बता करवायी। बैटे से 25 साल बाद बात होने पर माता-पिता के आँखों में ख़ुशी के आंसू झलक पड़े। और हीरा ने कहा कि मैं कल रवाना हो रहा हूँ । और घर आ रहा हूँ ।

आखिर मिल गया नए वर्ष का तौहफा

हीरा शनिवार शाम को कालका एक्सप्रेस से बाड़मेर पहुंचा । रेलवे स्टेशन पर परिजनों ने हीरा का स्वागत किया । हीराराम के घर पहुंचे पर माँ राजोंदेवी के आँखों में से आंसू छलक पड़े । वहीं 70 वर्षीय बुजुर्ग पिता हरजीराम के लिए नववर्ष 2017 खुशियां लेकर आया और 25 साल से लापता बेटा वापस घर आ गया। पिता हरजीराम कहते हैं कि जिसका वह पिछले 25 साल से इंतजार कर रहे थे उसका घर लौटना उनके लिए सौभाग्य की बात है। माँ राजोंदेवी बताती है कि उसने अपने बेटे के घर लौटने की आस कभी नहीं छोड़ी थी। हीरा के घर आने की खबर मिलते ही सैकडों की संख्या में ग्रामीण हीरा के घर पहुंचे और कुशलक्षेम पूछी ।

LIVE: मोदी का राष्ट्र के नाम संदेश- गरीब और मध्यवर्ग के लिए सस्ते होम लोन, गर्भवतियों के लिए 6 हजार रु. की मदद का एलान



LIVE: मोदी का राष्ट्र के नाम संदेश- गरीब और मध्यवर्ग के लिए सस्ते होम लोन, गर्भवतियों के लिए 6 हजार रु. की मदद का एलान

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नई दिल्ली.नरेंद्र मोदी राष्ट्र के नाम संदेश दे रहे हैं। मोदी ने कहा, गरीब, निम्न मध्यमवर्ग और मध्यमवर्ग घर खरीद सकें इसके लिए प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत शहरों में इस वर्ग को नए घर देने के लिए दो नई स्कीम बनाई गई हैं। इसके तहत 2017 में घर बनाने के लिए 9 लाख रुपए तक के कर्ज पर ब्याज में 4 प्रतिशत की छूट मिलेगी और 12 लाख रुपए तक के कर्ज पर ब्याज में 3 प्रतिशत की छूट दी जाएगी। इसके अलावा सरकार गर्भवती महिलाओं को अस्पताल में डिलिवरी, टीकाकरण और पौष्टिक आहार के लिए छह हजार रुपए की मदद देगी। LIVE UPDATES ...

08:11 PM: ''अब डिजिटल लेनदेन को लेकर समाज में काफी सकारात्मक परिवर्तन देखा जा रहा है। कल ही सरकार ने बाबा साहेब आंबेडकर के नाम पर डिजिटल ट्रांजैक्शन के लिए स्वदेशी प्लेटफॉर्म भीम लॉन्च किया है। यानी भारत इंटरफेस फॉर मनी। देश के किसानों, व्यापारियों से आग्रह है कि वे इससे ज्यादा से ज्यादा जुड़ें। दीपावली के बाद जो हुआ, निर्णय हुए, इनका मूल्यांकन अर्थशास्त्री तो करेंगे ही। लेकिन समाजशास्त्री और इतिहाविद् भी इस पूरे घटनाक्रम का मूल्यांकन करें। एक राष्ट्र के रूप में भारत का गांव-गरीब-किसान-युवा-पढ़े लिखे, पुरुष-महिला, सबने अप्रतिम धैर्य और लोकशक्ति का दर्शन कराया है। कुछ समय के बाद 2017 शुरू होगा। आज से ठीक सौ साल पहले 1917 में महात्मा गांधी के नेतृत्व में चंपारण में पहली बार सत्याग्रह का आंदोलन आरंभ हुआ था। इन दिनों हमने देखा कि सौ वर्ष के बाद भी हमारे देश में सचाई और अच्छाई के प्रति सकारात्मक संस्कार का मूल्य है। आज महात्मा गांधी नहीं हैं लेकिन उनका यह मार्ग हमें सत्य का आग्रह करने के लिए प्रेरित करता है। चंपारण शताब्दी के अवसर पर हम महात्मा गांधी का पुण्य स्मरण करें और सत्य का आग्रह करें। इससे आगे बढ़ने में हमें कठिनाई नहीं आएगी। इस लड़ाई को हमें रुकने नहीं देना है। सत्य का अाग्रह संपूर्ण सफलता की गारंटी है।''

08:10 PM: ''अब वक्त आ गया है कि सभी नेता और दल जनता के आक्रोश को समझें और ईमानदार लोगों का आदर करें। ये बात सही है कि राजनीतिक दलों ने समय-समय पर सार्थक प्रयास किए हैं। सभी दलों ने स्वेच्छा से अपने ऊपर बंधनों को स्वीकार किया है। आज आवश्यकता है कि सभी राजनेता और सभी राजनीतिक दल हॉलियर दैन काऊ से अलग हटकर भ्रष्टाचार और कालेधन से राजनीति को मुक्त कराने में कदम उठाएं। आम लोगों से राष्ट्रपतिजी तक सभी ने साथ-साथ चुनाव कराने को कहा है। आए दिन चल रहे चुनावी चक्र और उससे उत्पन्न बोझ से मुक्ति पाने की बात कही है। अब इस पर सार्थक बहस करने का वक्त आ गया है।''

08:09 PM: ''सरकार वरिष्ठ नागरिकों के लिए भी एक स्कीम शुरू करने जा रही है। बैंक में ज्यादा पैसा आने पर अक्सर डिपॉजिट पर ब्याज घट जाता है। वरिष्ठ नागरिकों पर इसका प्रभाव न हो। इसके लिए साढ़े सात लाख रुपए की राशि पर 10 साल के लिए सालाना आठ प्रतिशत ब्याज सुरक्षित किया जाएगा। ब्याज की यह राशि नागरिक हर महीने प्राप्त कर सकेंगे।''

08:08 PM:''सरकार का मुद्रा योजना को डबल करने का इरादा है। मैं माताओं-बहनों से भी कहना चाहता हूं कि गर्भवती महिलाओं के लिए देशव्यापी योजना की शुरुआत की जा रही है। देश के सभी 650 से ज्यादा जिलों में सरकार गर्भवती महिलाओं को अस्पताल में डिलिवरी, टीकाकरण और पौष्टिक आहार के लिए छह हजार रुपए की मदद देगी। ये राशि सीधे उनके खाते में जमा होगी। देश में माता मृत्यु दर को कम करने में इस योजना से बड़ी सहायता मिलेगी। अभी सिर्फ चार हजार रुपए की मदद 53 जिलों में महिलाओं को दी जा रही है।''

08:03 PM: ''एमएसएमई यानी लघु, मध्यम उद्योगों का भी खेती जैसा महत्व है। सरकार ने तय किया है छोटे कारोबारियों के लिए क्रेडिट गारंटी 1 करोड़ रुपए से बढ़ाकर दो करोड़ रुपए की जाएगी। भारत सरकार एक ट्रस्ट के जरिए बैंकों को यह गारंटी देती है कि आप छोटे व्यापारियों को लोन दीजिए, गारंटी हम लेते हैं। एक करोड़ रुपए तक का लोन कवर किया जाता था। अब दो करोड़ रुपए तक का लोन क्रेडिट गारंटी से कवर होगा। नाॅन बैकिंग फाइनेंशियल कंपनियों से दिया गया लोन भी कवर होगा। इससे छोटे दुकानदार, छोटे उद्योगों को मिलेगा। गारंटी का खर्च केंद्र वहन करेगा, इसके चलते कर्ज पर ब्याज दर भी कम होगी। सरकार ने बैंकों काे यह भी कहा है कि छोटे उद्याेगों के लिए कैश क्रेडिट लिमिट 20 प्रतिशत से बढ़ाकर 25 प्रतिशत करें। डिजिटल ट्रांजैक्शन पर वर्किंग कैपिटल लोन 20 प्रतिशत से बढ़ाकर 30 प्रतिशत करने को कहा गया है। नवंबर में इस सेक्टर से जुड़े बहुत लोगों ने कैश डिपॉजिट किया है। बैंकों से यह संज्ञान लेने को कहा गया है।''

08:00 PM: ''जो कारोबारी साल में दो करोड़ रुपए तक का कारोबार करते हैं, उनके टैक्स की गणना 8 प्रतिशत आय को मानकर की जाती थी। अब वे डिजिटल लेनदेन करेंगे तो 6 प्रतिशत आय मानी जाएगी। इस तरह उनका टैक्स काफी कम हो जाएगा।''

07:56 PM:''देश में माहौल बना था कि खेती नहीं हो रही। लेकिन पिछले वर्ष की तुलना में रबी की बुवाई में 6 प्रतिशत का इजाफा हुआ है। फर्टिलाइजर भी 9 प्रतिशत ज्यादा उठाया गया है। किसानों को दिक्कत ना हो, ये ध्यान रखा गया। किसान भाइयों के हित में और अहम निर्णय लिए गए हैं। डिस्ट्रिक्ट कोऑपरेटिव बैंक और प्रायमरी सोसायटी से जिन किसानों ने बुवाई के लिए कर्ज लिया था, उस कर्ज के 60 दिन का ब्याज सरकार वहन करेगी और किसानों के खातों में ट्रांसफर करेगी। इनसे और ज्यादा कर्ज किसानों को मिल सके, उसके लिए उपाय किए हैं। नाबार्ड ने पिछले महीने 21 हजार करोड़ की व्यवस्था की थी। सरकार इसे दोगुना करते हुए इसमें 20 हजार करोड़ रुपए और जोड़ रही है। इसे नाबार्ड कम ब्याज पर लोन देगा और नाबार्ड को होने वाले नुकसान को सरकार वहन करेगी। सरकार ने यह भी तय किया है कि अगले तीन महीने में तीन करोड़ किसान क्रेडिट कार्ड को रुपे कार्ड में बदला जाएगा। किसान क्रेडिट कार्ड में एक कमी यह थी कि पैसे निकालने के लिए बैंक जाना पड़ता था। अब जब किसान क्रेडिट कार्ड को रुपे कार्ड में बदला जाएगा तो किसान कहीं पर भी अपने कार्ड से खरीद-बिक्री कर पाएगा।''

07:52 PM: ''गांव, गरीब, किसान, शोषित, वंचित और महिलाएं जितनी सशक्त होंगी, आर्थिक रूप से पैरों पर खड़ी होंगी, देश उतना ही मजबूत बनेगा और विकास होगा। सबका साथ, सबका विकास। इस ध्येय वाक्य काे चरितार्थ करने के लिए नववर्ष की पूर्व संध्या पर देश के सवा सौ करोड़ देशवासियों के लिए सरकार कुछ नई योजनाएं ला रही है। स्वतंत्रता के इतने साल बाद भी देश में लाखों गरीबों के पास अपना घर नहीं है। जब अर्थव्यवस्था में कालाधन बढ़ा तो मध्यमवर्ग की पहुंच से घर दूर हो गया था। गरीब, निम्न मध्यमवर्ग और मध्यमवर्ग घर खरीद सकें इसके लिए प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत शहरों में इस वर्ग को नए घर देने के लिए दो नई स्कीम बनाई गई हैं। इसके तहत 2017 में घर बनाने के लिए 9 लाख रुपए तक के कर्ज पर ब्याज में 4 प्रतिशत की छूट मिलेगी और 12 लाख रुपए तक के कर्ज पर ब्याज में 3 प्रतिशत की छूट दी जाएगी। सरकार ने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत गांवों में बनने वाले घरों की संख्या को भी बढ़ा दिया है। पहले जितने घर बनते थे, उनसे 33 प्रतिशत ज्यादा घर बनाए जाएंगे। गांव में रहने वाले जो लोग 2017 में अपना घर बनाना चाहते हैं या पुराने घर में एक-दो कमरे या मंजिल बनाना चाहते हैं, उन्हें दो लाख रुपए तक के कर्ज में तीन प्रतिशत ब्याज की छूट दी जाएगी।''

07:51 PM: मोदी ने कहा, ''कानून अपना काम करेगा। पूरी कठोरता से करेगा। सरकार के लिए यह भी प्राथमिकता है कि ईमानदारों को मदद और सुरक्षा कैसे मिले। ईमानदारी की जिंदगी बिताने वालों की कठिनाई कैसे कम हो। ईमानदारी अधिक प्रतिष्ठित कैसे हो। ये सरकार सज्जनों की मित्र है और दुर्जनों को सज्जनता के रास्ते पर लाने के लिए उपयुक्त वातावरण बनाने के पक्ष में है। ये भी कड़वा सच है कि लोगों को सरकार की व्यवस्था, सरकार के अफसरों और लालफीताशाही के चलते कड़वे अनुभव होते हैं। इस बात से कौन इनकार कर सकता है कि नागरिकों से ज्यादा जिम्मेदारी सरकार में बैठे अफसरों की है।''

07:50 PM: मोदी ने कहा, ''हम कब तक सच्चाइयों से मुंह मोड़ते रहेंगे। मैं आपके सामने जानकारी साझा करना चाहता हूं। इसे सुनने के बाद आप या तो हंस पड़ेंगे या गुस्सा फूट पड़ेगा। आपको जानकर हैरानी होगी कि देश में सिर्फ 24 लाख लोग ये स्वीकारते हैं कि उनकी आय 10 लाख रुपए सालाना से ज्यादा है। क्या किसी देशवासी के गले ये बात उतरेगी? आप भी अपने आसपास बड़ी-बड़ी कोठियां-गाड़ियां देखते होंगे। किसी एक बड़े शहर में आपको सालाना 10 लाख से अधिक आय वाले लाखों लोग मिल जाएंगे। देश की भलाई के लिए ईमानदारी के आंदोलन को अधिक ताकत देने की जरूरत है।''

07:48 PM: ''बैंक कर्मियों ने दिन-रात एक किया है। महिलाओं ने काम किया है। आपके इस अविरत प्रयास के बीच कुछ बैंकों में कुछ लोगों के गंभीर अपराध भी सामने आए। कहीं-कहीं सरकारी कर्मचारियों ने गंभीर अपराध किए हैं और आदतन फायदा उठाने का निर्लज्ज प्रयास हुआ है। इन्हें बख्शा नहीं जाएगा। देश के बैंकिंग सिस्टम के लिए यह स्वर्णिम अवसर है। मैं देश के सभी बैंकों से आग्रहपूर्वक एक बात कहना चाहता हूं कि इतिहास गवाह है कि हिंदुस्तान की बैंकों के पास इतनी बड़ी मात्रा में इतना धन का भंडार पहले कभी नहीं आया था। बैंकों की स्वतंत्रता का आदर करते हुए कहना चाहता हूं कि बैंक परंपरागत तरीकों से बाहर निकलते हुए वे गरीब, निम्न मध्यमवर्ग और मध्यमवर्ग को ध्यान रखकर काम करे। बैंक हो सके उतना जल्दी लोकहित में उचित निर्णय करें और उचित कदम उठाएं।''

07:47 PM: मोदी ने कहा, ''पूरी दुनिया में सत्य है कि आतंकवाद से जुड़े लोग, काली कमाई करने वाले कालेधन पर निर्भर रहते हैं। हमारे एक निर्णय ने इस सब पर गहरी चोट पहुंचाई है। अगर हम जागरुक रहे तो अपने बच्चों को हिंसा के रास्ते पर जाने से बचा पाएंगे। इस अभियान की सफलता इस बात पर भी है कि अर्थव्यवस्था की मुख्यधारा से जो धन बाहर था, वह वापस आ गया है। पिछले कुछ दिनों की घटना से यह साबित हो चुका है कि चालाकी करने वालों के लिए आगे के रास्ते बंद हो चुके हैं। आदतन बेईमान लोगों को भी टेक्नोलाॅजी के कारण मुख्यधारा में आना होगा।''

07:40 PM:''इन दिनों करोड़ों देशवासियों ने जिस धैर्य, अनुशासन अौर संकल्प शक्ति के दर्शन कराए हैं, अगर आज लाल बहादुर शास्त्री, जयप्रकाश नारायण, राम मनोहर लोहिया या कामराज होते तो देश को अाशीर्वाद देते। ये देश के लिए शुभ संकेत हैं कि नागरिक मुख्यधारा में वापस आना चाहते हैं। लोगों ने कानून का पालन किया है। ये अप्रत्याशित है। और सरकार इसका स्वागत करती है।''

07:38 PM:''मैं जानता हूं कि आपको परेशानी हुई। घंटों लाइनों में लगना पड़ा। मुझे चिट्ठियां मिलीं। अपना दर्द भी साझा किया। इन सबमें एक बात अनुभव की कि आपने मुझे अपना मानकर बातें कहीं। भ्रष्टाचार, कालाधन, जाली नोट के खिलाफ लड़ाई में आप एक कदम भी पीछे नहीं रहना चाहते। आपका ये प्यार आशीर्वाद की तरह है। अब प्रयास यह है कि नववर्ष में हो सकते उतना जल्दी बैंकों को सामान्य स्थिति की ओर ले जाया जाएगा। खासकर ग्रामीण इलाकों और दूरदराज वाले इलाकों में प्रो-एक्टिव होकर कमियों को दूर किया जाए ताकि गांव के नागरिकों की कठिनाई खत्म हो जाएं।''

07:39 PM: ''हिंदुस्तान ने जो कर दिखाया, वैसा दुनिया में कोई और उदाहरण नहीं है। पिछले कुछ वर्षों में 500 और 1000 के नोट सामान्य रूप से कम और पैरेलल इकोनॉमी में ज्यादा चल रहे थे। हमारे समकक्ष देशों की इकोनॉमी में भी इतना कैश नहीं होता। हमारी इकोनॉमी में ये नोट महंगाई, कालाबाजारी बढ़ा रहे थे और देश के गरीब से उसका अधिकार छीन रहे थे। अर्थव्यवस्था में कैश का अभाव तकलीफदेह है लेकिन हम ये भी ना भूलें कि कैश का असर और तकलीफदेह होता है। हमारा प्रयास है कि इसका संतुलन बना रहे।''

07:38 PM: ''मैं जानता हूं कि आपको परेशानी हुई। घंटों लाइनों में लगना पड़ा। मुझे चिट्ठियां मिलीं। अपना दर्द भी साझा किया। इन सबमें एक बात अनुभव की कि आपने मुझे अपना मानकर बातें कहीं। भ्रष्टाचार, कालाधन, जाली नोट के खिलाफ लड़ाई में आप एक कदम भी पीछे नहीं रहना चाहते। आपका ये प्यार आशीर्वाद की तरह है। अब प्रयास यह है कि नववर्ष में हो सकते उतना जल्दी बैंकों को सामान्य स्थिति की ओर ले जाया जाएगा। खासकर ग्रामीण इलाकों और दूरदराज वाले इलाकों में प्रो-एक्टिव होकर कमियों को दूर किया जाए ताकि गांव के नागरिकों की कठिनाई खत्म हो जाएं।''

07:36 PM: ''8 नवंबर के बाद काल के कपाल पर अंकित हो चुका है कि जनशक्ति का सामर्थ्य क्या होता है। उत्तम अनुशासन किसे कहते हैं। सत्य को पहचानने की विवेक किसे कहते हैं। गरीबी से बाहर निकलने को आतुर जिंदगी क्या-कुछ नहीं कर सकती। देशवासियों ने जो कष्ट झेला है, वह भारत के उज्ज्वल भविष्य के लिए त्याग की मिसाल है। सवा सौ करोड़ देशवासियों ने संकल्पबद्ध होकर उज्ज्वल भविष्य की आधारशीला रखी है। जब आंदोलन होते हैं तो सरकार और जनता आमने-सामने होती है। ये इतिहास की ऐसी मिसाल है, जिसमें सचाई और अच्छाई के लिए सरकार और जनता दोनों मिलकर कंधे से कंधा मिलाकर लड़ाई लड़ रहे हैं।''

07:38 PM:''कभी लगता था कि सामाजिक जीवन की बुराइयां-विकृतियां जाने-अनजाने, इच्छा-अनिच्छा से हमारी जिंदगी का हिस्सा बन गई हैं लेकिन 8 नवंबर के बाद की घटनाएं हमें दोबारा विचार करने के लिए मजबूर करती हैं।''

07:37 PM:''दीपावली के बाद लगातार देशवासी दृढ-संकल्प अप्रतिम धैर्य के साथ त्याग की परिकाष्ठा करते हुए, कष्ट झेलते हुए बुराइयों को पराजित करने के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं। जब हम कहते हैं कि कुछ बात है कि हस्ती मिटती नहीं हमारी... इस बात को देशवासियों ने जीकर दिखाया है।''

07:36 PM: ''चाहे 1962 की लड़ाई हो, 1965 की लड़ाई हो, कारगिल की लड़ाई हो, हमने भारत की जनता की शक्तियों के दर्शन किए हैं। कभी-न-कभी बुद्धिजीवी वर्ग इसकी चर्चा जरूर करेगा कि देश के कोटि-कोटि नागरिक अपने ही देश के भीतर घर कर चुकी विकृतियों-बुराइयों के खिलाफ लड़ाई लड़ने उतरते हैं तो वह घटना हर किसी को नए सिरे से सोचने के लिए प्रेरित करती है।

07:35 PM:मोदी ने कहा, ''नई उमंग, नया जोश, नए सपने लेकर नववर्ष का स्वागत करेंगे। दीपावली के तुरंत बाद हमारा देश ऐतिहासिक शुद्धि यज्ञ का गवाह बना है। सवा सौ करोड़ देशवासियों के प्रयत्न से ये जो शुद्धि यज्ञ चला, आने वाले वर्षों में यह अहम भूमिका निभाएगी।''

07:32 PM:''ईश्वरदत्त मानव स्वभाव अच्छाई से भरा रहता है। लेकिन बुराइयों के चलते वह घुटन महसूस करता है। घुटन से बाहर निकलने के लिए वह छटपटाता रहता है।''

07:31 PM:मोदी ने कहा, "हमारे राष्ट्र जीवन और समाज जीवन में भ्रष्टाचार, कालाधन और जाली नोटों के जाल में ईमानदार को भी घुटने टेकने को मजबूर कर दिया था। उसका मन स्वीकार नहीं करता था लेकिन उसे परिस्थितियों को सहना-स्वीकार करना पड़ता था। दीपावली की घटना के बाद यह सिद्ध हो चुका है कि करोड़ों देशवासी ऐसी घुटन से मुक्ति के लिए प्रयास कर रहे थे।''

मुख्यमंत्री का नववर्ष पर तोहफा दूध उत्पादकों के लिए 5 लाख रुपए का दुर्घटना बीमा



मुख्यमंत्री का नववर्ष पर तोहफा

दूध उत्पादकों के लिए 5 लाख रुपए का दुर्घटना बीमा


जयपुर, 31 दिसम्बर। मुख्यमंत्री श्रीमती वसुन्धरा राजे ने प्रदेष के दूध उत्पादक किसानों को नववर्ष का तोहफा दिया है। राजस्थान को-आॅपरेटिव डेयरी फेडरेषन से जुड़े किसानों को अब ‘राज सरस सुरक्षा कवच बीमा योजना’ के तहत 5 लाख रुपए का व्यक्तिगत दुर्घटना बीमा लाभ मिलेगा। यह सम्भवतः दुग्ध उत्पादक किसानों के लिए सर्वाधिक व्यक्तिगत दुर्घटना बीमा राशि वाली देश की पहली योजना है।

मुख्यमंत्री ने सहकारिता एवं गोपालन मंत्री श्री अजय सिंह किलक को दुग्ध उत्पादक किसानों के लिए नववर्ष के अवसर पर यह सुरक्षा योजना लागू करने के निर्देश दिए थे। सहकारिता एवं गोपालन मंत्री ने बताया कि डेयरी फेडरेशन से जुड़ी दुग्ध उत्पादक सहकारी समितियों के सदस्यों के लिए नई बीमा योजना शुरू की गई है, जिसका लाखों दुग्ध उत्पादकों को लाभ मिलेगा।

इस बीमा योजना में महिलाओं तथा एससी-एसटी के सदस्यों को विशेष सौगात दी गई है। उन्हें कम प्रीमियम पर बीमा लाभ मिलेगा। इन सदस्यों को मात्र 20 रुपए 25 पैसे वार्षिक प्रीमियम पर इस दुर्घटना बीमा लाभ मिलेगा, जबकि सामान्य सदस्यों के लिए वार्षिक प्रीमियम 24 रुपए 30 पैसे होगा।

सहकारिता एवं गोपालन मंत्री ने कहा कि इस बीमा योजना से दुग्ध उत्पादक परिवारों को दुर्घटना की स्थिति में आर्थिक संबल मिल सकेगा। उन्होंने कहा कि यह दूध उत्पादक किसानों एवं उनके परिजनों के हित में लिया गया महत्वपूर्ण फैसला है।

‘राज सरस सुरक्षा कवच बीमा योजना’ के लिए राज्य सरकार ने यूनाइटेड इण्डिया इंष्योरेंस कम्पनी लिमिटेड से एमओयू किया है। इसके तहत बीमित सदस्य की मृत्यु होने पर उसके नाॅमिनी को 5 लाख रुपए का बीमा लाभ मिलेगा। बीमित व्यक्ति के पूर्ण अपंग होने पर या दोनों आखें अथवा दोनों हाथ अथवा दोनों पैर से अपंग होने पर 5 लाख रुपए का बीमा लाभ और एक आंख या एक पैर या एक हाथ की अपंगता पर 2.50 लाख रुपए का बीमा लाभ प्राप्त होगा।

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बाड़मेर राजस्थानी भाषा को मान्यता अंतिम पड़ाव पे।।मोदी जी करेंगे करोडो राजस्थानियों का सपना साकार।।

राजस्थानी भाषा समिति ने मेघवाल का किया बहुमान


बाड़मेर  राजस्थानी भाषा को मान्यता अंतिम पड़ाव पे।।मोदी जी करेंगे करोडो राजस्थानियों का सपना साकार।।

बाड़मेर केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री अर्जुन मेघवाल ने कहा कि राजस्थानी भाषा को अगले सत्र में मान्यता हर हाल में मिलेगी।सरकार के सारे पैरामीटर तय कर दिए।हंगामे की वजह से इस सत्र में मान्यता नही हो पाई।

0अर्जुन मेघवाल राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति बाड़मेर तथा भारत विकास परिषद द्वारा कैलाश इंटरनेशनल में आयोजित समारोह में बोल रहे थे।।मेघवाल ने कहा कि राजस्थानी को मान्यता में पेचीदगी थी।गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मिल कर उन प्रादेशिक भाषाओं को मान्यता देने का मानस बनाया जी को अन्तराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता हो।ऐसे में राजस्थानी को मान्यता का मार्ग प्रसस्त हुआ। अब इंतज़ार ख़त्म।राजस्थानियों को भाषा मान्यता की सौगात मिलेगी।।

उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी ने भारत के विकास का जो सपना देखा वो पूरा हो रहा हैं।उन्होंने कहा कि नोटबन्दी के बाद केसलेश ट्रांजेक्शन लागू करने से देश में एक नम्बर और दो नम्बर का सारा खेल खत्म हो जायेगा।उन्होंने कहा मोदी जी के इस मास्टर स्ट्रोक से देश से काला धन ,भृष्टाचार,कालाबाज़ारी तो खत्म होगी ही।इनकम टैक्स रेंज बढ़ेगी।।उन्होंने कहा कि देश बदल रहा है युवाओ के सपने साकार हो रहे हैं।।


बहुमान किया

अर्जुन मेघवाल का राजस्थानी भाषा मान्यता संघर्ष समिति,भारत विकास परिषद,धारा संसथान,महिला मंडल आगोर,साहित्य परिषद की विभिन संस्थाओं ,मिशन बाड़मेर जैसलमेर द्वारा साफा,शॉल,मालाएं पहना अभिनन्दन किया,वही उन्हें स्मृति चिन्ह भेंट किए।।

मोदी के सपनो का भारत वीडियो का विमोचन किया।जम कर की तारीफ़।।

अर्जुन मेघवाल ने साहित्यकार डॉ बंशीधर तातेड़ द्वारा लिखित मोदी के सपनो का भारत वीडियो का विमोचन किया।उन्होंने रजनीकांत शर्मा और सुनीता चौधरी द्वारा गाये इस फिल्मांकन वीडियो को प्रोजेक्टर से पूरा देखा।तथा लेखक सहित गायकों की तारीफ़ करते हुए इस वीडियो को मोदी तक पहुंचने की बात कही।।

अर्जुन मेघवाल के साथ ओम् प्रकाश मुथा,डॉ अशोक तंवर और आदूराम मेघवाल विशेष अतिथि के रूप में मौजूद थे।।


ये थे उपस्थित।

समिति के प्रदेश उप पाटवी चन्दन सिंह भाटी,महेश पनपालिया,डॉ लक्ष्मीनारायण जोशी,संजय शर्मा,रिड़मल सिंह दांता,रावत त्रिभुवन सिंह राठौड़,हरीश धनदे,रमेश सिंह इंदा,पुरुषोत्तम खत्री,रामकुमार जोषी, प्रीतम हालवाल,संपत जैन,नरेंद्र खत्री,आदिल भाई,दुर्जन सिंह गुडिसर,धन सिंह मौसेरी,स्वरुप सिंह भाटी,डूंगर सिंह बाना,ललित छाजेड़,हितेश मूंदड़ा,छगन सिंह चौहान,जीतेन्द्र सिंह सेतराऊ। मुकेश बोहरा अमन ,दिग्विजय सिंह चुली,महेंद्र सिंह तेजमालता,शंकर लाल गोली,कैलाश भंसाली,ओम् प्रकाश जोशी,जसवंत गौड़,जगदीश माली,राजेंद्र लहुआ,जय परमार,छोटू सिंह पंवार,मदन कटारिया ,लूणकरण नाहटा ,जालम सिंह महेचा सहित कई मौजिज लोग उपस्थित थे।।

जैसलमेर श्रीमोहनगढ़ में आयोजित पं.दीनदयाल उपाधाय जन कल्याणकारी पंचायत षिविर में विधायक श्री भाटी ने सुनी ग्रामीणजनों की समस्याएं एवं तत्काल समाधान करने के दिए निर्देष



जैसलमेर श्रीमोहनगढ़ में आयोजित पं.दीनदयाल उपाधाय जन कल्याणकारी पंचायत षिविर में विधायक श्री भाटी ने सुनी ग्रामीणजनों की समस्याएं एवं तत्काल समाधान करने के दिए निर्देष

जैसलमेर, 31 दिसंबर। जिला मुख्यालय से 65 किलोमीटर की दूरी पर स्थित जिले के सबसे बड़े गांव श्रीमोहनगढ में विधायक श्री छोटूसिंह भाटी के मुख्य आतिथ्य में कार्यालय पंचायत समिति जैसलमेर के तत्वावधान में पं दीनदयाल उपाध्याय जन कल्याणकारी षिविर का आयोजन किया गया। इस अवसर पर जिला भाजपाध्यक्ष जुगलकिषोर व्यास ,समाजसेवी अचलाराम चैधरी ,सरपंच मोहनगढ़ दोस्तअली और विकास अधिकारी धनदान देथा तथा मोहनगढ के डाॅ. कल्याणाराम पंवार के साथ ही विभिन्न विभागों के अधिकारीगण एवं अच्छी संख्या मोहनगढ़ के वाषिंदे उपस्थित थे।

षिविर के दौरान विधायक श्री भाटी ने ग्रामीणों को राज्य सरकार की विविध कल्याणकारी एवं विकासोन्मुखी योजनाओं पूरा-पूरा लाभ लेने का आह्वान किया। उन्होंने षिविर के मौके पर मौजूद विभिन्न महकमों के सभी पदाधिकारीगण को सख्त निर्देष दिये कि वे अपने-अपने विभागों से संबंधित ग्रामीणों की समस्याओं को गंभीरता से लेते हुए निर्धारित समय सीमा में उनका पूर्ण पारदर्षिता के साथ समाधान करवा कर उन्हें राहत पहुंचावें। विधायक ने कहा कि षिविर का मूल उद्धेष्य मौके पर ही ग्रामीणों की समस्याओं का समाधान कर उन्हें राहत पहुंचाना है।

इस अवसर पर जुगलकिषोर व्यास भाजपाध्यक्ष ,समाजसेवी मोहनगढ़ अचलाराम चैधरी , सरपंच दोस्तअली और विकास अधिकारी जैसलमेर धनदान देथा ने उपस्थित ग्रामीणों को सम्बोधित करते हुए इस प्रकार के षिविर आयोजनों के साथ ही सरकार कई लाभदायी योजनाओं का समय रहते पूरा-पूरा लाभ लेने को कहा।

विधायक छोटूसिंह भाटी ने पंचायत षिविर के अवसर पर ग्रामीणों को संबांधित करते हुए कहा कि काष्तकारों को पर्याप्त नहरी पानी उपलब्ध कराने के हर संभव प्रयास किए जा रहे है। उन्होंने मीडियापेच की जमीन उन्ही ग्रामीण काष्तकारों को मिलेगी जिनकी जमीन मुरब्बे आवंटन क्षेत्र में आती है, को देने की पंचायत षिविर में घौषणा की।

विकास अधिकारी देथा ने षिविर की प्रगति के बारे में अवगत कराते हुए बताया कि श्रीमोहनगढ़ षिविर में सबसे अधिक मामले 150 मामले खाद्य सुरक्षा के आए। इसी प्रकार पेंषन के 65 तथा श्रमिक पंजीयन के 2 मामले दर्ज हुए। षिविर मौके पर डाॅ. कल्याणाराम पंवार द्वारा 120 मरीजों का आवष्यक चिकित्सा उपचार किया गया एवं 52 आउटडोर एवं 92 ब्लड सुगर के मरीजों की षिविर में जांच की गई। षिविर के तत्पष्चात विधायक महोदय एवं अन्य अतिथियों ने मोहनगढ़ क्षेत्र में वृक्षारोपण भी किया।

अंत में मोहनगढ के सरपंच दोस्तअली एवं समाजसेवी अचलाराम चैधरी ने सभी आगन्तुक अतिथियों को तहेदिल से धन्यवाद ज्ञापित किया। इस मौके पर अच्छी संख्या में ग्रामीणों ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया एवं अपनी सार्वजनिक एवं व्यक्तिगत समस्याए रखी।

बाड़मेर शहरी क्षेत्र में कार्यरत आशा सहयोगिनी एवं जिला अस्पताल में कार्यरत यशोदा की मासिक बैठक का आयोजन



बाड़मेर शहरी क्षेत्र में कार्यरत आशा

सहयोगिनी एवं जिला अस्पताल में कार्यरत यशोदा की मासिक बैठक का आयोजन





बाड़मेर :- मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सुनील कुमार

सिंह बिस्ट के निर्देशानुसार बाड़मेर शहरी क्षेत्र में कार्यरत आशा

सहयोगिनी एवं जिला अस्पताल में कार्यरत यशोदा की मासिक बैठक का आयोजन

जिला स्वास्थ्य भवन में जिला आशा समन्वयक राकेश भाटी द्वारा ली गई | बैठक

के दोरान भाटी ने टीकाकरण शत प्रतिशत पूर्ण करने हेतु जानकारी दी एवं

समस्त आशा सहयोगिनियो को पाबंद किया गया की आपके कार्यक्षेत्र में कोई भी

बच्चा टीकाकरण से वंचित नही रहे, जिन बच्चो का टीकाकरण नही हुवा है उनकी

ड्यू लिस्ट तेयार करे एव आगामी टीकाकरण दिवस पर आवश्यक रूप से लेकर आये

एवं आगनवाडी केन्द्र पर सभी गर्भवती एवं धात्री महिलाओ की माँ एक संकल्प

पर मासिक बैठक लेने हेतु जानकारी दी गई एवं बैठक के दोरान स्तनपान के

बारे में सभी गर्भवती महिलाओ को जानकारी देवे | जिला आशा समन्वयक राकेश

भाटी ने बैठक के दोरान माह अप्रेल से दिसम्बर तक किये गये कार्यो की

समीक्षा की गई, जिन आशाओ द्वारा राष्ट्रीय कार्यक्रमों में पूर्ण

भागीदारी नही है उनको कार्य में सुधार करने हेतु पाबंद किया गया | भाटी

ने बताया की आगनवाडी क्षेत्र में सभी गर्भवती महिलाओ का प्रथम तिन माह

में आवश्यक रूप से पंजीयन किया जाये एवं गर्भावस्था के दोरान चार जाँच

एएनएम के पास ले जाकर करवाए ताकि गर्भावस्था के दोरान महिला को कोई खतरा

नही हो, सभी प्रसव संस्थागत करवाए, जिला अस्पताल से एसएसएनसीयु से

डिस्चार्ज बच्चो के नियमित रूप से फोलो अप करने, प्रसव पश्चात माँ एवं

बच्चो की 42 दिन तक जाँच करने हेतु एवं खतरे के लक्षण दिखाई देने पर

तुरंत प्रभाव से रेफर करने हेतु जानकारी दी गई | भाटी ने बताया की आगामी

15 दिनों में प्रत्येक आशा सहयोगिनी अपने कार्यक्षेत्र में भ्रमण कर अति

कुपोषित बच्चो की पहचान कर रिकोर्ड संधारण कर जिला अस्पताल में संचालित

कुपोषण उपचार केन्द्र में भर्ती करवाने हेतु बताया गया | भाटी ने सभी

आशाओ को बताया की अपने आगनवाडी केन्द्र के अधीन सभी किशोरी बालिकाओ की

सूचि तेयार करे एवं नियमित रूप से बैठक आयोजन करवाए | बैठक के दोरान डॉ

मुकेश गर्ग, मूलशंकर द्वे, ओमप्रकाश, कालू देव शर्मा एवं बाड़मेर शहर में

कार्यरत समस्त आशा सह्योगिनिया एवं जिला अस्पताल में कार्यरत यशोदा

उपस्थित रही |

जैसलमेर जरूरतमंद परिवारों के साथ मनाया नये वर्ष का जश्न ग्रुप फॉर पीपल ने।।वस्त्र वितरित किये।

जैसलमेर  जरूरतमंद परिवारों के साथ मनाया नये वर्ष का जश्न ग्रुप फॉर पीपल ने।।वस्त्र वितरित किये।

जैसलमेर सामाजिक सरोकार और नवाचार के प्रतीक ग्रुप फॉर पीपल जैसलमेर द्वारा नये वर्ष की पूर्व संध्या का जश्न जरूरतमंद परिवारों को संबल देकर मनाया।ग्रुप अध्यक्ष मुकेश गज्जा के नेतृत्व में सदस्यो ने कच्ची बस्ती गफूर भट्टा पर जरूरतमंद परिवारों को वस्त्र और बच्चों को मिठाई,बिस्किट वितरित कर न्य साल मनाया।।मुकेश गज्जा ने कहा कि जरूरतमंद परिवारों को शाहयोग कर उन्हें संबल प्रदान करना सबसे बड़ा धर्म हैं उन्होंने कहा ग्रुप फॉर पीपल बाड़मेर जैसलमेर का एकमात्र धरातल पर सेवा कार्य करने वाला ग्रुप हैं।।उन्होंने कहा निकट भविष्य में शहर की समस्त कच्ची बस्तियों में वस्त्र,खाद्य सामग्री और अन्य जरूरतमंद वस्तुओं का वितरण किया जयेगा।।


इस अवसर पर ग्रुप फॉर पीपल्स जैसलमेर अध्यक्ष मुकेश जी गज्जा, दलवीर सिंह भाटी, अनिल शर्मा, भँवर सिंह जी साधना, पुखराज सोनी, पार्षद पर्वत सिंह भाटी, देवेंद्र सिंह परिहार, जितेंद्र खत्री, मान सिंह देवडा, नवीन वाध्वानी, मनीष तंवर, अमित व्यास, महेश पुरोहित, जितेंद्र सिंह सैम भाटी आदि सदस्य रहे उपस्थित॥