शनिवार, 30 जुलाई 2016

झुंझुनू : चिकित्सा अधिकारी के क्वार्टर पर चल रही थी शराब पार्टी, ग्रामीण पहुंचे तो खड़ा हुआ हंगामा

झुंझुनू : चिकित्सा अधिकारी के क्वार्टर पर चल रही थी शराब पार्टी, ग्रामीण पहुंचे तो खड़ा हुआ हंगामा




झुंझुनू। खेतड़ीनगर के जसरापुर में सरकारी अस्पताल में ग्रामीणो ने डॉक्टरो को उनके सरकारी क्वार्टर में शराब व मीट की पार्टी करते हुए पकड़ा। ग्रामीणो को देख गुस्साए डॉक्टरों और ग्रामीणों के बीच हाथापाई भी हो गई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामले को शांत कराया।




सरपंच जयप्रकाश ने बताया कि रात करीब 11 बजे गांव के आठ-दस लोग घर पर आए और उन्होंने बताया कि सरकारी अस्पताल के क्वार्टर में शराब पार्टी चल रही है,उन्होंने बताया कि मरीज को दिखाने के लिए गए तो डाक्टर ने उन्हें बाहर निकाल दिया। पार्टी की सूचना खेतड़ी नगर थाने में दी। पुलिस के मौके पर पहुंचकर उनके साथ क्वार्टर में गया तो देखा कुछ ग्रामीणों के साथ उक्त डॉक्टर की कहासुनी चल रही थी। कमरे में शराब की बोतल व मीट रखी हुई मिली।



डॉक्टरो ने गांव के सरपंच खिलाफ मारपीट का मामला दर्ज करवाया :


पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार अस्पताल में कार्यरत डॉ योगेश ने रिपोर्ट दी कि बुधवार रात करीब 12 बजे अपने सरकारी क्वार्टर में राकेश चौधरी व 108 एंबूलेंस कर्मचारी सतीश के साथ खाना खा रहे थे। इसी दौरान सरपंच जयप्रकाश पांडे,झंडू गुर्जर,रामचंद्र,रघुवीर तथा 15-20 अन्य लोग जबरन आकर क्वार्टर में घुस गए और मारपीट करने लगे। और जाते समय टेबल पर रखे पर्स को भी उठा कर ले गए जिसमें 20 हजार रूपए थे।

मोदी राज में पत्रकारिता मुश्किल जॉब हुआ, भाजपा—आरएसएस समर्थक पत्रकारों को सरेआम गालियां देते हैं : शेखर गुप्ता

मोदी राज में पत्रकारिता मुश्किल जॉब हुआ, भाजपा-आरएसएस समर्थक पत्रकारों को सरेआम गालियां देते हैं : शेखर गुप्ता



जयपुर। वरिष्ठ पत्रकार और इंडियन एक्सप्रेस के पूर्व संपादक शेखर गुप्ता ने कहा कि मोदी राज में पत्रकारिता बहुत मुश्किल जॉब हो गया है। भाजपा और मोदी के समर्थकों ने मीडिया को निशाना बनाना शुरू किया। हालांकि मीडिया को निशाना बनाने का सिलसिला अन्ना आंदोलन के समय से ही शुरू हो गया था, लेकिन केंंद्र मेंं भाजपा की सरकार बनने के बाद तो यह सिलसिला और बढ़ गया। शेखर गुप्ता शुक्रवार को यहां दिल्ली रोड स्थित एक होटल में तीन दिवसीय टॉक जर्नलिज्म सेमीनार में बोल रहे थे।


उन्होंने कहा कि जो भाजपा या सरकार के समर्थन में नहीं लिखे उसके लिए प्रेस्टीट्यूट और प्रेश्या जैसे शब्दों का इस्तेमाल शुरु कर दिया गया, दल्ले तक कहा गया। जो उनके साथ हैं वे राज्यसभा में बैठे हैं, जो साथ नहीं है वे प्रेस्टिीट्यूट हैं, यह माहौल बना दिया है। भाजपा—आरएसएस के समर्थक मीडिया को खुलेआम गालियां दे रहे हैं, कोई टफ सवाल पूछ लेता है, वह प्रेस्टिीट्यूट करार दे दिया जाता है।


मोदी राज में कोई बड़ा स्कूप नहीं निकला, सूचनाओं पर पहरा सा बैठा दिया :गुप्ता ने कहा कि मोदी राज के दो साल में सरकार से कोई बड़ा स्कूप निकलकर नहीं आया। दो साल में सरकार से कोई बड़ी सूचना लीक होकर खबर नहीं बनी। स्मृति इरानी को एचआरडी से हटाया जाएगा, इसकी किसी को कानों—कान खबर नहीं लगी। यहां तक कि सचिवों के तबादलों तक में कोई खबर नहीं लगती। सूचनाओं पर एक तीह से पहरा बैठा दिया गया हैै।


राजनेताओं में पत्रकारों को दूर रखने भावना घर कर गई :शेखर गुप्ता ने कहा कि दूसरी बड़ी समस्या यह हो गई है कि बड़े राजनेता अब मीडिया को इंटरव्यू देने से कतराते हैं। ममता बनर्जी, जयललिता, महबूबा मुफ्ती जैसी मुख्यमंत्री भी इंटरव्यू नहीं देते। राजनेता अब पत्रकारों के लिए अनएक्सेसेबल हो गए हैं। पत्रकारों को दूर रखो, राजनेताओं में अब यह भावना घर कर गई है।


जनता में पत्रकारों का पर्सेपशन यह बन गया कि पत्रकार वह जो सारे काम करा सके :शेखर गुप्ता ने कहा कि पत्रकारों के बारे में जनता में आम धारणा यह बन गई है कि है कि पत्रकार वह जो सारे काम करवा सकता है। वह कोल माइंस का लाइसेंस दिलवा सके, जमीन दिलवा सके, पत्रकार वह जो राज्यसभा की सीट फिक्स करवा सके।


सुबह सात बजे फोन आया, अमरसिंह से कहकर प्लॉट दिलवा दीजिए, मैंने कहा, तो फिर खुद ही ले लूंगा :शेखर गुप्ता ने पत्रकारों से लोग किस तरह की उम्मीदें रखने लगे हैं। इसके बारे में एक किस्सा सुनाया। गुप्ता ने कहा कि कई साल पुरानी बात है, जब मुलायम सिंह यूपी के सीएम थे और अमर सिंह पावरफुल थे। एक दिन सुबह सात बजे यूरोप के किसी देा से एक सज्जन का फोन आया, जिसने बताया कि उसने मुझे रेस्टोरेंट में खाना खिलाया था। उसने कहा कि वह भारत आना चाहता है, मैंने कहा कि मैं क्या कर सकता हूं। उस सज्जन ने कहा कि आप अमर सिंह से कहकर मुझे एक नोएडा में इंडस्ट्रियल प्लॉट दिलवा दीजिए ताकि वहां एक फैक्ट्री लगा लूंं, क्योंकि मैंने आपको अमर सिंह का इंटरव्यू करते देखा है, वह आपकी बात मान जाएंगे। मैंने मना किया तो बोला कि चलिए इंडस्ट्रीयल न सही आवासीय प्लॉट दिलवा दीजिए, ताकि मकान ही बना लूंं। गुप्ता ने कहा कि मैंने उस सज्जन को साफ कह दिया कि जब मेरी इतनी ही चलती तो मैं मेरे लिए या अपने परिजनों के लिए ही मांग लूंगा आपको क्यों दिलाउंगा।


आज के स्टूडियो में बैठे स्टार पत्रकारों ने कब खबर ब्रक की, ये पत्रकार नहीं फिल्म स्टार हैं :गुप्ता ने कुछ मशहूर एंकरों पर चुटकी लेते हुए कहा कि आज स्टार पत्रकार वह है, जो सबसे ज्यादा दिखता है लेकिन इन्होंने कभी कोई खबर ब्रेक नहीं की। इन बड़े एंकरों ने पिछले 10—15 साल में कब कोई बड़ी खबर ब्रेक की। ये स्टार एंकर पत्रकार नहीं फिल्म स्टार है। स्टार बने ये 16—17 एंकर फील्ड में काम नहीं कर रहे।

हिरण को बचाने के लिए शिकारी से भिड़ गई महिला, जान पर बन आई फिर भी शिकारी को हिरण पकड़ने नहीं दिया, पढ़ें साहसिक महिला के बारे में

हिरण को बचाने के लिए शिकारी से भिड़ गई महिला, जान पर बन आई फिर भी शिकारी को हिरण पकड़ने नहीं दिया, पढ़ें साहसिक महिला के बारे में




जोधपुर. जिले के एक गांव में विश्नोई समाज की महिला हिरण को बचाने के लिए अपनी जान जोखिम में डालकर शिकारी से भिड़ गई। घायल होने के बावजूद उसने हिरण को उसके चंगुल से बचा लिया। फलोदी के निकट खेत में शिकारी की तरफ से लगाए गए पिंजरे में गुरुवार शाम एक हिरण फंस गया। फंसने के बाद उसके चिल्लाने से खेत में काम कर रही महिला सायरी देवी का ध्यान उस तरफ गया। सायरी देवी भागकर हिरण की तरफ गई तो देखा कि गांव का ही शिकारी शैतान सिंह उसे मारने का प्रयास कर रहा है। महिला ने शिकारी को धक्का देकर नीचे गिरा दिया और हिरण को मुक्त कर दिया। इसके बाद शिकारी ने उस पर हमला कर दिया। घायल होने के बावजूद उसने शिकारी को फिर से हिरण को नहीं पकड़ने दिया। घटना की जानकारी मिलते ही बड़ी संख्या में विश्नोई समुदाय के लोग एकत्र हो गए और उन्होंने फरार शिकारी को गिरफ्तार करने की मांग की।
hiran

बाड़मेर में सेना भर्ती रैली 26 अगस्त से, रजिस्ट्रेशन जारी

बाड़मेर में सेना भर्ती रैली 26 अगस्त से, रजिस्ट्रेशन जारी


आन लाइन करना होगा रजिस्ट्रेशन

बाड़मेर। थल सेना की ओर से बाड़मेर में भर्ती रैली 26 अगस्त से 9 सितंबर तक आयोजित होगी। इसमें जोधपुर तथा उदयपुर संभाग के युवक भाग लें सकेंगे। सैन्य प्रवक्ता लेफ्टिनेट कर्नल मनीष ओझा ने बताया कि सेना भर्ती रैली में शामिल होने के लिए युवकों को wwwjoinindianarmy-nic-in ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाना होगा। रजिस्ट्रेशन गत 23 जून से शुरू हो गया है जो 15 अगस्त तक जारी रहेगा। उम्मीदवारांे को आनलाइन रजिस्ट्रेशन से प्राप्त प्रवेश पत्र की दो प्रतिलिपि साथ लेकर आनी होगी। उन्हांेने बताया कि सेना में सामान्य सैनिक, सैनिक क्लर्क, सैनिक नर्सिंग असिस्टेंट, सैनिक टेक्निकल तथा ट्रेडमेन पद के लिए भर्ती रैली आयोजित हो रही है। यह रैली बाड़मेर के आदर्श स्टेडियम में होगी। इसमें जोधपुर, पाली, जैसलमेर, बाड़मेर, जालोर, सिरोही, उदयपुर, डूंगरपुर, बांसवाड़ा, प्रतापगढ़ जिले के अभ्यर्थी भाग ले सकेंगे। ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाने के बाद 10 रुपए के स्टांप पर अभ्यर्थी को पूरा ब्यौरा लेकर जाना होगा। स्टाम्प पेपर की प्रतिलिपि संबंधित तहसील कार्यालय से प्राप्त की जा सकती है। भर्ती के दौरान स्टाम्प पेपर होना अनिवार्य होगा। सेना भर्ती का विस्तृत कार्यक्रम 20 अगस्त से वेबसाइट पर उपलब्ध होगा। उन्होंने बताया कि 1.6 किमी दौड़ के लिए अभ्यर्थियांे के पास बनियान,नेकर एवं जूते होने जरूरी है।

शुक्रवार, 29 जुलाई 2016

जोधपुर खांडा फलसा बालिका माध्यमिक विद्यालय में गणवेश वितरण कार्यक्रम शनिवार को श्री देसराज चेरिटेबल ट्रस्ट बालिकाओ को गणवेश वितरण करेंगे

जोधपुर खांडा फलसा बालिका माध्यमिक विद्यालय में गणवेश वितरण कार्यक्रम शनिवार को 

श्री देसराज चेरिटेबल ट्रस्ट बालिकाओ को गणवेश  वितरण करेंगे 

जोधपुर राजकीय बालिका माध्यमिक विद्यालय खांडा फलसा में शनिवार को श्री देसराज चेरिटेबल ट्रस्ट की और से  गणवेश वितरण कार्यक्रम का आयोजन पूर्व सांसद एवं केंद्रीय उन बोर्ड के अध्यक्ष  जसवंत सिंह विश्नोई ,विधायक सूर्य कांटा व्यास ,केयर्न के  डी जी एम् अयोध्या प्रसाद गौड़ ,वौइस् ऑफ़ हक के संपादक मोइनुल हक़ और शिक्षा विभाग के कई अधिकारी शिरकत करेंगे। विद्यालय की वरिष्ठ अध्यापिका देवी बिजियाणी ने उपरोक्त जानकारी देते हुए बताया की इस साल विद्यालय में प्रवेश लेने वाली समस्त बालिकाओ सहित गणवेश वितरण किया जायेगा ट्रस्ट के अध्यक्ष विजय नेब ने बताया की ट्रस्ट सरकारी विद्यालयों में पढ़ने वाले छात्रो को निजी विद्यालयों में पढ़ने वाली छात्राओ के सम्मान आत्म विश्वास से लबरेज देखना चाहते हैं ,उन्होंने कहा की सरकारी विद्यालयों पर थोड़ा ध्यान दिया जाए तो  विद्यार्थी हर क्षेत्र में आगे आ जाये ,उन्होंने बताया की गणवेश वितरण छात्राओ को कोई दान नही हे बल्कि एक ऋण हे जो वो बड़े होकर समाज में लायक बन जरूरतमन्दों की मदद कर उतार सकते हैं ,उन्होंने कहा की ट्रस्ट इन बालिकाओ को आगे बढ़ने का अवसर प्रदान करना चाहते हैं