बुधवार, 27 जनवरी 2016

जालोर डाॅ. सोनी होंगे उत्तम जीवन रक्षा पदक से सम्मानित




जालोर डाॅ। सोनी होंगे उत्तम जीवन रक्षा पदक से सम्मानित

जालोर 27 जनवरी - जिले में गत मानसून में बाढ एवं अतिवृष्टि से उत्पन्न हुई आपातकालीन स्थितियों में अपनी बहादुरी व सूझ बूझ से जान पर खेलकर बच्चों सहित आठ व्यक्तियों को बचाने पर महामहिम राष्ट्रपति द्वारा जालोर जिला कलक्टर डाॅ। जितेन्द्र कुमार सोनी को उत्तम जीवन रक्षा पदक देने की घोषणा की गई हैं।

यह जीवन रक्षा पदक वीरता के लिए दिये जाने वाले अतिसम्मानित अशोक चक्र की श्रृंखला का भाग हैं जिसकी स्थापना 1961 में की गई थी जो आपातकालीन स्थितियों जैसे- पानी में डूबना, दुर्घटना , आगजनी, खानों मंे रक्षा आॅपरेशन आदि में जान बचाने पर दिया जाता हैं। इस पुरस्कार के लिए सभी राज्यों व केन्द्र शासितों से प्रविष्ठियां मंगवाई जाती हैं व एक उच्च स्तरीय कमेटी के साथ विचार-विमर्श कर राष्ट्रपति व प्रधानमंत्राी की अन्तिम संतुति के पश्चात् वीरता के सर्वश्रेष्ठ कार्य को इसके लिए चुना जाता हैं। उत्तम जीवन रक्षा पदक पुरस्कार के रूप में केन्द्रीय गृह मंत्राी द्वारा हस्ताक्षरित प्रमाण पत्रा दिया जाता हैं साथ ही नकद 60 हजार रूपयों की राशि प्रदान की जाती हैं।

धातव्य हैं कि 27 जुलाई को वाडाभाडवी के धोलाराम मेघवाल के दो पुत्रा भरत और सुरेश वि़द्यालय समय के पश्चात् वही खेलने लग गयें। उनको खेलता देखकर उनका भाई महेन्द्र धोलाराम की दोहित्राी विमला के साथ वही आकर खेलने लग गये। खेल के दौरान बारिश के पानी से विभिन्न करतब करते हुए भाई-बहिन खेल में इस प्रकार मग्न हो गये कि उन्हें समय का ध्यान ही नहीं रहा।

उधर घर पर बारिश होने की खुशी में झूम रही धोलाराम की पत्नी गोमी के साथ-साथ परिवार के अन्य सदस्यो को बच्चों की अनुपस्थिति चिन्ता का विषय बनी हुई थी। गोमी ने अपनी पुत्रावधु झीणी को बच्चों को लाने के लिए भेजा। झीणी विभिन्न स्थानों पर ढूंढते-पूछते बच्चों के खेलने वाले स्थान की तरफ बढने लगी। बच्चें बारिश के पानी से खेल रहे थे उनकी मासूम समझ इस बात से अंजान थी कि पानी ने भी उनके साथ खेलना शुरू कर दिया हैं। खेतों तथा ऊंचे स्थानों पर अतिवृष्टि के कारण उस स्थान पर जल स्तर में बढोतरी होने लगी थी जिसे वे एक नये खेल के रूप में खेल रहे थे कि पानी किसके कहां तक आता हैं उनके खेल में व्यवधान झीणी की आवाज से पडा। बच्चे तो आखिर बच्चें ही थे। झीणी जो कि उनकी भाभी-मामी थी, के बुलावे को अनसुना कर खेल में लग गये। झीणी ने उन्हें घर ले जाना उचित समझा और बहते पानी में से बच्चों के पास पहुंचकर उन्हें घर चलने का कहा। इस कवायद के दौरान जल का बहाव और ऊँचाई तेजी से बढने लगा और झीणी ने अपने को तेज बहाव के सामने असहाय पाया। बच्चों ने झीणी को बेबस देखा तो उनकी मुखाकृति में भी लटकाव शुरू हो गया। बच्चे तो ठहरे बच्चे रोने लग गये। झीणी ने भी बदहवास सी कुछ करने की स्थिति में नहीं थी। सभी की चिल्लाहट सुनकर ग्रामीणजन आये। बारिश की बून्दों के साथ आई खुशी ने गोमी को अब चिन्तित कर दिया और उसे अपने परिवार पर खतरा मंडराता नजर आया। ग्रामीणों ने अपने पास उपलब्ध संसाधनों से भरसक प्रयास किया कि किसी तरह से बचाया जा सकें। रस्से, तैराक, ट्रेक्टर और न जाने क्या-क्या जितने प्रयास हो सकते थे किये, मगर प्रकृति के रौद्र रूप के सामने मानवीय प्रयास बौने साबित हो गये। जल स्तर लगातार बढ रहा था। थक हार कर ग्रामीणों ने बागोडा उपखण्ड में स्थापित नियन्त्राण कक्ष में फोन किया। बागोडा उपखण्ड अधिकारी चुनाराम विश्नोई ने तत्परता दिखाई और तुरन्त जिला कलक्टर डाॅ। जितेन्द्र कुमार सोनी को त्रासदी से अवगत करवाया।

ऊर्जावान डाॅ। सोनी ने आपदा प्रबन्धन में कुशलता दिखाते हुए हैलीकाॅप्टर की मांग की। कुछ समय पश्चात् डाॅ। सोनी स्वयं हैलीकाॅप्टर में बैठकर घटना स्थल पर उपस्थित थे। उन्होंने देखा कि वहां हैलीकाॅप्टर उतारने के लिए पर्याप्त जगह नहीं थी। रस्सी के सहारे ऊपर खींचने की कोशिश की तो बदहवास मासूमियत सहयोग करने की स्थिति में नहीं थी ऐसे में सोनी ने आव देखा न ताव अपनी जान की परवाह न की और सीधे नीचे कूद गये। उन्होंने सर्वप्रथम रोते हुए बच्चे भरत को गले लगाकर सांत्वना दी और ढांढस युक्त प्यार की झप्पी से उनको कुछ सम्बल मिला। डाॅ। सोनी की संवेदनशीलता देखकर बचाव दल के सदस्य भी फोटो शूट करने से स्वयं को रोक न सकें। उनकी यह फोटो बाहर आई तो भारतीय प्रशासनिक सेवा के किसी अधिकारी का मानवीय पक्ष बाहर आ सका। नीली टी-शर्ट पहने सोनी एक-एक बच्चे को पकडकर हैलीकाॅप्टर तक लेकर आये। बच्चों के बचने पर झीणी और विमला को भी जोश आ गया। वे दोनांे स्वयं हैलीकाॅप्टर के पास आ गई। इसी प्रकार डाॅ। सोनी ने उस दिन 8 फंसे हुए व्यक्तियों को बचाया।

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जालोर मुख्यमंत्राी जल स्वावलम्बन अभियान मंे बढ-चढ कर भामाशाह आये आगे



जालोर मुख्यमंत्राी जल स्वावलम्बन अभियान मंे बढ-चढ कर भामाशाह आये आगे

जालोर 27 जनवरी - मुख्यमंत्राी जल स्वावलम्बन अभियान का आगाज करते हुए दांती महाराज के आह्वान पर सांकरणा ग्राम में एकत्रित भामाशाहों ने सरकार के इस महत्वाकांक्षी अभियान के लिए 6 लाख 28 रूपये दिए। ग्रामवासियों ने जनप्रतिनिधियों, प्रशासन व धार्मिक सन्त-महात्माओं को विश्वास दिलाया कि आने वाले समय में वे इसी तरह इस अभियान में योगदान देते रहेंगे।

सांकरणा ग्राम में बुधवार को दांती महाराज के नेतृत्व में प्रशासन व जनप्रतिनिधियों ने श्रमदान कर इस अभियान का शुभारम्भ किया। इस अवसर दांती महाराज ने कहा कि यह अभियान एक यज्ञ हैं जिसमे जितना संभव हो, उतना आहूति रूपी योगदान दे। उन्होंने प्रशासन से आग्रह किया कि जो भामाशाह तालाब, नाडी या किसी भी जलाशय के लिए सर्वाधिक दान दे उसका नाम इन जल स्त्रोतों पर अंकित करवाया जाये जिससे आगामी पीढी इनके योगदान को समझ व सराहा सके। सांसद देवजी पटेल ने कहा कि नर्मदा, जवाई व अन्य कोई बाहरी स्त्रोत तब तक पानी की आवश्यकता पूरी नहीं कर सकते जब तक हम स्थानीय पानी को स्थानीय रूप से उपयोग करने का तरीका नहीं जान सकते। मुख्यमंत्राी ने इसी सोच को साकार करने के उद्देश्य से यह अभियान प्रारम्भ किया हैं। अगर क्षेत्रा को फ्लोराइड की समस्या से बचाना हैं तो हमे वर्षा जल को संग्रहित करना होगा जिससे पानी का जल स्तर बढ सकें व इस समस्या से निजात मिल सकें। उन्होंने गुजरात राज्य का उदाहरण देते हुए कहा कि अगर प्रयास किये जाए तो इस समस्या से निजात पाई जा सकती हैं।

इस अवसर पर जिला प्रमुख डाॅ। वन्नेसिंह गोहिल ने कहा कि हमें अपने पूर्वजों से प्रेरणा लेने की आवश्यकता हैं जिन्होंने जल संरक्षण के अनूठे पारम्परिक तरीके खोज रखे थे। जिला कलक्टर डाॅ। जितेन्द्र कुमार सोनी ने कहा कि इस योजना में किया गया छोटा सा योगदान भी भावी पीढीयों के भविष्य को सुरक्षित करेगा। उन्होंने कहा कि सांकरणा क्षेत्रा को इस अभियान के आगाज के लिए चुनने का कारण इस गांव के लोगों की जागरूकता व किसी भी सामाजिक उद्देश्य के लिए एक साथ आगे आने की भावना के कारण किया गया हैं। जिला पुलिस अधीक्षक श्रीमती श्वेता धनखड ने जल संरक्षण पर अपनी स्वरचित कविता सुनाकर लोगो को मंत्रा-मुग्ध कर दिया। इस अवसर पर जालोर विधायक श्रीमती अमृता मेघवाल ने भी लोगों को इस अभियान मंे बढ-चढ कर भाग लेने के लिए प्रेरित किया। आहोर विधायक शंकरंिसंह राजपुरोहित ने सांकरणा ग्राम को आगामी दिनों में उदाहरण स्थापित करने के लिए प्रेरित किया।

इस अवसर पर जालोर प्रधान सुश्री संतोष, आहोर प्रधान श्रीमती राजेश्वरी कंवर, मुख्य कार्यकारी अधिकारी जवाहर चैधरी, अतिरिक्त जिला पुलिस अधीक्षक रघुनाथ गर्ग, आहोर उपखण्ड अधिकारी प्रकाशचन्द्र अग्रवाल, उप वन संरक्षक एल.एल.परमार सहित विभिन्न जिला स्तरीय अधिकारी व जनप्रतिनिधि उपस्थित थे

बाडमेर, ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज मंत्री गोयल आज समीक्षा बैठक लेंगे

बाडमेर, ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज मंत्री गोयल आज समीक्षा बैठक लेंगे


बाडमेर, 27 जनवरी। ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग मंत्री सुरेन्द्र गोयल जनवरी को प्रातः 11.00 बजे जिला परिषद सभागार में जिले के विभिन्न विभागों द्वारा संचालित समस्त योजनाओं की समीक्षा बैठक लेंगे। 28

जिला कलक्टर सुधीर शर्मा ने बताया कि ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग मंत्री गोयल 28 जनवरी को प्रातः 11.00 बजे जिला परिषद के सभागार में जिले के विभिन्न विभागों द्वारा संचालित योजनाओं की प्रगति की समीक्षा बैठक लेंगे। इसके पश्चात् वे 6.00 से 2.30 बजे बजे तक विभिन्न स्थानों पर कार्यो का निरीक्षण करने के बाद बाडमेर से सायं 6.00 बजे जैतारण के लिए प्रस्थान कर जाएगें।





अजमेर, अधिकारी संवेदनशील होकर करे जन समस्याओं का निराकरण- प्रो। देवनानी


अजमेर, अधिकारी संवेदनशील होकर करे जन समस्याओं का निराकरण- प्रो। देवनानी 

मसूदा की बेगलियास ग्राम पंचायत में विधायक जन सेवा शिविर का आयोजन मसूदा विधायक श्रीमती सुशील कवंर पलाड़ा, प्रभारी सचिव श्री पाण्डे एवं अन्य अधिकारी व जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे 

अजमेर, 27 जनवरी। जिले के प्रभारी एवं शिक्षा राज्य मंत्राी प्रो। वासुदेव देवनानी ने कहा कि जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियो ंद्वारा आमजन की समस्याओं का निराकरण सच्ची मानव सेवा है। अधिकारी संवेदनशील होकर आमजन की समस्या का निराकरण करें। शिक्षा राज्य मंत्राी ने यह बात आज मसूदा विधानसभा क्षेत्रा की बेगलियास ग्राम पंचयात में विधायक श्रीमती सुशील कवंर पलाड़ा द्वारा आयोजित विधायक जन सेवा शिविर में कही। उन्होंने कहा कि गणतन्त्रा की सफलता तभी संभव है जब तन्त्रा (शासन) के प्रतिनिधियों द्वारा गण (जनता) की समस्याओं का निराकरण किया जाए। विधायक श्रीमती पलाड़ा द्वारा लगाए जाए ​​रहे यह जन सेवा शिविर अनुकरणीय है। सभी जनप्रतिनिधियों को इसी तरह आमजन की परिवेदनाओं का निराकरण करना चाहिए। प्रो। देवनानी ने कहा कि सभी जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी संवेदनशील होकर समस्याओं का समाधान करें एवं जनता को राहत प्रदान करे। अधिकारी मन लगाकर कार्य करे। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्राी श्रीमती वसुन्धरा राजे के नेतृत्व में राजस्थान प्रगति कर ओर अग्रसर है। आमजन राज्य सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ उठाए। ग्रामीण अपने बच्चों को स्कूल अवश्य भेजे। प्रो। देवनानी ने कहा कि गांवों में बालिका शिक्षा को विशेष महत्व देना चाहिए ग्रामीण तय कर लें की पहले अपनी बच्चियों को पढ़ाएंगे और उसके बाद ही उनकी शादी करेंगे। उन्होंने नारा दिया पहले पढ़ाई फिर विदाई शिक्षा राज्य मंत्राी ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को लैपटाॅप, छात्राओं को साईकिल, ट्रांसपोर्ट वाउचर, मिड डे मील, कौशल विकास कई कल्याणकारी योजनाए चलायी जा रही है। जिनसे आमजन को राहत मिली है। मसूदा विधायक श्रीमती सुशील कंवर पलाड़ा ने कहा कि विधायक जन सेवा शिविर विधानसभा क्षेत्रा की जनता की सेवा के लिए सर्वोत्तम माध्यम है। इन शिविरों के माध्यम से अब तक हजारों लोगों को राहत प्रदान की गई है। शिविरों में आम जन के हजारों कार्य करवाए जा रहे है। उन्होंने कहा कि विधानसभा क्षेत्रा में विभिन्न प्रकार की समस्याओं का निराकरण किया जा रहा है। क्षेत्रा के लोगों को राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ दिलवाया जा रहा है। इन शिविरों के माध्यम से आमजन में सरकारी योजनाओं के प्रति जनचेतना जागृत की जा रही है। समाज सेवी श्री भंवर सिंह पलाड़ा ने बताया कि अब तक मसूदा विधानसभा क्षेत्रा में 11 जन सेवा शिविरों का आयोजन किया जा चुका है। इनमें हजारों लोगों को राहत प्रदान की गई है। प्रभारी सचिव श्री श्रीमत पाण्डे ने कहा कि आमजन की समस्याओं के निराकरण के लिए इस तरह के शिविर आयोजित होने चाहिए। जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी मौके पर ही मिलकर ही परिवेदनाओं का निराकरण करें। यह एक माॅडल शिविर है। ऐसे शिविर और आयोजित होने चाहिए। अध्यक्ष प्रो। बी.पी.सारस्वत ने भी कार्यक्रम को सम्बोधित किया। जल स्वावलम्बन अभियान में मिलेगा 5.62 करोड़ रूपये का जन सहायता अजमेर, 27 जनवरी। जल स्वावलम्बन अभियान के तहत अजमेर जिले में करोड़ों रूपये का जन सहयोग मिलेगा। बांदनवाड़ा में आयोजित जल स्वावलम्बन अभियान समारोह में जिला कलक्टर डाॅ। आरूषी मलिक ने बताया कि किशनगढ़ में विभिन्न संस्थाओं व भामाशाहों द्वारा अभियान के लिए 2.5 करोड़ रूपये का जन सहयोग किया जा रहा है। इसी तरह ब्यावर में 2 करोड़ रूपये जन सहयोग से प्राप्त होगे। समारोह में संसदीय सचिव पुष्कर विधायक श्री सुरेश रावत ने पुष्कर क्षेत्रा से 51 लाख तथा मसूदा विधायक श्रीमती सुशील कंवर पलाड़ा ने मसूदा क्षेत्रा से 61 लाख रूपये जन सहयोग से एकत्रित कराने की घोषणा की। भाजपा देहात अध्यक्ष ने संगठन की तरफ से एक लाख 11 हजार रूपये जमा कराने की घोषणा की।






























अजमेर जिले में मुख्यमंत्राी जल स्वालम्बन अभियान की शानदार शुरूआत



जल क्रांति से होगा गांवों का सम्पूर्ण विकास -प्रो. देवनानी

अजमेर जिले में मुख्यमंत्राी जल स्वालम्बन अभियान की शानदार शुरूआत

बांदनवाड़ा में नाड़ी निर्माण कार्य से हुआ अभियान का आगाज

अजमेर जिले में जन सहयोग से एकत्रित होगे करोड़ों रूपये

समारोह में संतों ने भी समझाया जल संरक्षण का महत्व

अजमेर, 27 जनवरी। जिले के प्रभारी एवं शिक्षा राज्य मंत्राी प्रो. वासुदेव देवनानी ने आज बांदनवाड़ा तारामगरी में नाड़ी निर्माण कार्य के आगाज से जिले में मुख्यमंत्राी जल स्वालम्बन अभियान का शुभारम्भ किया। संसदीय सचिव श्री सुरेश रावत, विधायक श्रीमती सुशील कंवर पलाड़ा जनप्रतिनिधियों, प्रभारी सचिव श्री श्रीमत पाण्डे और संतों के सानिध्य में अभियान की शुरूआत हुई । कार्यक्रम में उपस्थित सैकड़ों लोगों ने श्रमदान कर अपने गांव को जल के क्षेत्रा में स्वावलम्बी बनाने का संकल्प लिया।

मुख्यमंत्राी जल स्वावलम्बन अभियान की आज अजमेर जिले में शानदार शुरूआत हुई । बांदनवाड़ा में आयोजित मुख्य समारोह को सम्बोधित करते हुए प्रो. देवनानी ने कहा कि मुख्यमंत्राी श्रीमती वसुन्धरा राजे की अभिनव सोच से प्रदेश को जल के क्षेत्रा में आत्मनिर्भर बनाने के लिए इस अभियान की शुरूआत की गई है। यह अभियान राजस्थान के विकास में मील का पत्थर साबित होगा मुख्यमंत्राी का सपना साकार होगा और राजस्थान में पानी की कमी नहीं रहेगी।

प्रो. देवनानी ने कहा कि किसी भी अभियान को सफल बनाने के लिए जन क्रांति की आवश्यकता होती है और जन क्रांति से ही राजस्थान में जल क्रांति होगी। मनुष्य के जीवन में जल का सर्वाधिक महत्व है हमें जल का सदुपयोग करने को सर्वाधिक महत्व देना होगा। गांवों में कहा जाता है कि जहां जल है वहां जगदीश विराजते हंै। इस बात का गहरा अर्थ है। हम इस अर्थ को समझें और जल संरक्षण को सर्वोच्च महत्व दें।

उन्होंने कहा कि राजस्थान में जल की कमी को पूरा करने के लिए मुख्यमंत्राी श्रीमती वसुन्धरा राजे ने इस महत्वपूर्ण अभियान को शुरू किया है। हम इसमें सक्रिय सहयोग दें।

प्रो. देवनानी ने कहा कि यह अभियान 27 जनवरी से 30 जून तक चलेगा। उन्होंने जिले के भामाशाहों, व्यापारियों, अधिकारियों, कर्मचारियों एवं आमजन से आग्रह किया कि तन,मन,धन से अभियान में सहयोग करें।

प्रो. देवनानी ने कहा कि गांवों और शहरों में लोग अपने आस पास के तालाबों, कुएं, बावडि़यों को पानी से भरपूर रखने के लिए इस अभियान में सक्रिय सहयोग करें। जैसे ही भूमिगत जल स्तर बढ़ेगा, कुओं और बावडि़यों में पानी आएगा। वैसे ही हमारे किसान और आम जन समृद्ध और खुशहाल होंगे। यह अभियान राजस्थान की तरक्की के लिए एक मिसाल साबित होगा।

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए संसदीय सचिव श्री सुरेश सिंह रावत ने कहा कि मुख्यमंत्राी श्रीमती वसुन्धरा राजे चाहती है कि हमारा प्रदेश पानी के क्षेत्रा मंे आत्मनिर्भर बने । गांव का पानी गांव में और खेत का पानी खेत में रहे। इसी सोच के साथ मुख्यमंत्राी जल स्वावलम्बन अभियान की शुरूआत की गई है। हम सभी को स्वयं की, अपने गांव की और प्रदेश की खुशहाली के लिए इस अभियान में सक्रिय सहयोग करना है।

श्री रावत ने कहा कि मुख्यमंत्राी जल स्वावलम्बन अभियान प्रदेश की तस्वीर और तकदीर बदल कर रख देगा, गांवों में पानी की समस्या का समाधान होगा और गांव की जमीन की उर्वरा शक्ति बढ़ेगी। किसान समृद्ध और खुशहाल होंगे और राजस्थान तरक्की करेगा।

इस कार्यक्रम में स्थानीय विधायक श्रीमती सुशील कंवर पलाड़ा ने कहा कि मुख्यमंत्राी श्रीमती वसुन्धरा राजे का सदैव मसूदा विधानसभा क्षेत्रा पर विशेष स्नेह रहा है। पिछले दिनों अतिवृष्टि के पश्चात मसूदा क्षेत्रा के किसानों को करोड़ोें रूपये का मुआवजा मिला। केन्द्र और राज्य के मंत्रियों ने इस क्षेत्रा में दौरे कर किसानों के हालचाल जाने। अब मुख्यमंत्राी जल स्वावलम्बन अभियान की शुरूआत यहां से हो रही है। यह अभियान गांवों में पानी की समस्या को हल करेगा।

श्रीमती पलाड़ा ने कहा कि राज्य सरकार गांव और गरीब की हितैषी है। सरकार किसान और आम आदमी को केन्द्र बिन्दु मानकर अपनी नीतियां बना रही है। उन्होंने कहा कि मसूदा क्षेत्रा में एक अभिनव पहल के तहत चलाए जा रहे विधायक जन सेवा शिविरों में हजारों ग्रामीणों की समस्याओं का समाधान किया गया है। यह अभियान पूरे प्रदेश में मिसाल बनकर उभरा है।

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए समाज सेवी श्री भंवर सिंह पलाड़ा ने कहा कि मसूदा विधानसभा क्षेत्रा मगरा क्षेत्रा में आता है। यहां खारा पानी और बिजली, पानी, सड़क जैसी सैकड़ों समस्याएं गांवों में है । मुख्यमंत्राी श्रीमती वसुन्धरा राजे के नेतृत्व में मसूदा क्षेत्रा का विकास किया जा रहा है। गांवों की सैकड़ों समस्याओं का समाधान किया गया है और अन्य समस्याओं का भी समाधान किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार गांव और ग्रामीणों की मदद के लिए तत्पर है। गांवों के विकास के लिए निरन्तर योजना बनायी जा रही है और उनका क्रियान्वयन किया जा रहा है। श्री पलाड़ा ने कहा कि विकास की यह गति निरन्तर बरकरार रहेगी।

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए अध्यक्ष प्रो. बी.पी.सारस्वत ने कहा कि राजस्थान में जल का विशेष महत्व है। जल है तो कल है। मुख्यमंत्राी श्रीमती वसुन्धरा राजे ने गांवों और शहरों को जल के क्षेत्रा में आत्मनिर्भर बनाने के लिए मुख्यमंत्राी जल स्वावलम्बन अभियान की शुरूआत की है। पूरे प्रदेश को इसका फायदा मिलेगा।

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए जिला कलक्टर डाॅ. आरूषी मलिक ने कहा कि अजमेर जिले में 30 जून तक यह अभियान चलेगा। इसमें 43 ग्राम पंचायतों के 108 गांवों में जल स्वावलम्बन से संबंधित सभी कार्य करवाए जाएंगे। आज बांदनवाड़ा के तारामगरी में 17 लाख रूपये की लागत से नाड़ी विकास कार्य करवाया जा रहा है। इस अवसर पर प्रमुख शासन सचिव एवं जिले के प्रभारी सचिव श्री श्रीमत पाण्डे, पुलिस महानिरीक्षक श्रीमती मालनी अग्रवाल, पुलिस अधीक्षक श्री नितिन दीप बलग्न सहित अन्य अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।




संतों का मिला आशीर्वाद

मुख्यमंत्राी जल स्वावलम्बन अभियान को संतों का भी आशीर्वाद मिला है। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए अन्तर्राष्ट्रीय रामस्नेही सम्प्रदाय के रामदयाल जी महाराज ने जल संरक्षण को लेकर प्रभावशाली प्रवचन दिया। उन्होंने कहा कि पूरे विश्व में जल का महत्व है । जल ही सुख, समृद्धि और जीवन का आधार है । जीवन में जल का सर्वाधिक महत्व है और हमारे ऋषि, मुनियों, धर्म गुरूओं और चिन्तकों ने भी इसका महत्व प्रतिपादित किया है। उन्होंने धर्म, शौर्य, वीरता, धीरता, आन, बान और शान की भूमि राजस्थान में मुख्यमंत्राी श्रीमती वसुन्धरा राजे द्वारा शुरू किए इस अभियान की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्राी श्रीमती राजे ने राजस्थान की सबसे बड़ी समस्या को समझा और इसके समाधान का प्रयास किया। यह राजस्थान की धरती पर मुख्यमंत्राी श्रीमती वसुन्धरा राजे का महायज्ञ है और इसमें सभी को अपनी आहूति देनी चाहिए। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए राजगढ़ धाम के मुख्य उपासक श्री चम्पालाल महाराज ने कहा कि मुख्यमंत्राी द्वारा शुरू किया गया यह अभियान बेहद महत्वपूर्ण है। जल का सर्वाधिक महत्व है । हमें मिलकर इस अभियान की सफलता के लिए प्रयास करने चाहिए। राजगढ़ धाम द्वारा अभियान की सफलता के लिए पूर्ण प्रयास किया जाएगा। इस अवसर पर संत श्री ओमप्रकाश शास्त्राी, साई देवीदास, नारायण दास जी तथा खादिम श्री मुकद्दस मोईनी आदि उपस्थित थे।

जन सहयोग से एकत्रा होंगे करोड़ों रूपए

मुख्यमंत्राी जल स्वावलम्बन अभियान को अजमेर जिले में व्यपक जन समर्थन मिला है। जिले के विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में जनप्रतिनिधियों ने भामाशाहों के सहयोग से अभियान के लिए करोड़ों रूपए एकत्रा करने का भरोसा दिलाया हैं।

मुख्यमंत्राी जल स्वावलम्बन अभियान की शुरूआत

प्रो. देवनानी ने अजमेर केला बावड़ी से की शुरूआत, महापौर और जिला कलक्टर भी रहे उपस्थित,मीडियाकर्मियों ने भी किया श्रमदान


अजमेर, 27 जनवरी। मुख्यमंत्राी जल स्वावलम्बन अभियान की आज अजमेर में शानदार शुरूआत हुई। जिले के प्रभारी एवं शिक्षा राज्य मंत्राी प्रो. वासुदेव देवनानी ने बुधवार को अजमेर की ऐतिहासिक केला बावड़ी में श्रमदान कर जीर्णोद्धार कार्य का शुभारंभ किया। महापौर श्री धर्मेन्द्र गहलोत और जिला कलक्टर डाॅ. आरूषी मलिक ने भी बावड़ी में श्रमदान किया। मीडियाकर्मियों ने भी अभियान में श्रमदान किया।

अजमेर की केला बावड़ी का ऐतिहासिक महत्व है। यह बावड़ी सदियों से शहर की पानी की आवश्यकता पूरी करने वाली बावडि़यों की श्रृंखला का हिस्सा रही है। देखरेख के अभाव में बावड़ी में पानी की आवक के रास्ते बंद हो गए, लोगों ने यहां कचरा फंेकना शुरू कर दिया जिससें पानी की आवक बंद हो गई। अब बावड़ी का जीर्णोद्धार शुरू होने एवं पानी की आवक शुरू होने से यहां की सूरत बदलेगी।

प्रभारी मंत्राी प्रो. देवनानी ने बताया कि मुख्यमंत्राी जल स्वावलम्बन अभियान के तहत जिले की 43 ग्राम पंचायतों के 108 गांवों को शामिल किया गया है। यहां करीब 96 करोड़ रूपए की लागत से के कार्य करवाए जाएंगे।




पीसीपीएनडीटी की बैठक सम्पन्न

स्नातकोत्तर विषय विशेषज्ञ चिकित्सक भी कर सकेंगे सोनोग्राफी

अजमेर, 27 जनवरी। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवा अजमेर जोन के संयुक्त निदेशक डाॅ. गजेन्द्र सिंह सिसोदिया की अध्यक्षता में पीसीपीएनडीटी (लिंग प्रतिषेध) सलाहकार समिति की बैठक उनके कक्ष में आयोजित हुई। बैठक में बहुउद्देशीय पशु चिकित्सालय में सोनोग्राफी मशीन की स्थापना के लिए पंजीकरण करने की अनुमति प्रदान की गई। इस मशीन पर सोनोग्राफी करने वाले पशु चिकित्सक की योग्यता के संबंध में केन्द्रीय पर्यवेक्षण बोर्ड, भारत सरकार के निर्देशानुसार निर्णय लिया जाएगा। बैठक में स्वास्थ्य निदेशालय के निर्देशानुसार चिकित्सा विषयों में विशेषज्ञता प्राप्त स्नातकोत्तर चिकित्सकों को सोनोग्राफी करने की अनुमति प्रदान की गई।

इस अवसर पर स्त्राीरोग विशेषज्ञ डाॅ. नीता यादव, शिशु रोग विशेषज्ञ डज्ञॅ. अनिल जैन, सामाजिक कार्यकर्ता श्रीमती क्षमा काकड़े तथा पीसीपीएनडीटी के जिला समन्वयक ओम प्रकाश टेपण उपसिथत थे।




बांग्लादेश के मुख्य चुनाव आयुक्त 28 जनवरी को अजमेर में
अजमेर, 27 जनवरी। बांग्लादेश के मुख्य चुनाव आयुक्त श्री काजी रकीबुद्दीन अहमद गुरूवार 28 जनवरी को अजमेर में दरगाह की जियारत करेंगे।




संसदीय राजभाषा समिति का अजमेर में निरीक्षण 18 फरवरी से
अजमेर, 27 जनवरी। संसदीय राजभाष समिति की तीसरी उपसमिति द्वारा अजमेर स्थित केन्द्रीय सरकार के कार्यालयों का निरीक्षण 18 तथा 19 फरवरी को किया जाएगा। उपसमिति के द्वारा गुरूवार 18 फरवरी को दोपहर 2 बजे केनरा बैंक, 3 बजे उपमुख्य श्रम आयुक्त तथा 4 बजे क्षेत्राीय भविष्य निधि आयुक्त कार्यालय का निरीक्षण किया जाएगा। इसी प्रकार शुक्रवार 19 फरवरी को प्रातः 10 बजे भारतीय खान ब्यूरो, 11 बजे देना बैंक तथा 12 बजे बैंक आॅफ इण्डिया के निरीक्षण के बाद दिल्ली के लिए प्रस्थान किया जाएगा।