मंगलवार, 1 दिसंबर 2015

भरतपुर.हैड कांस्टेबल ने 4 हजार रुपए जेब में रखे और एसीबी ने जकड़ा



भरतपुर.हैड कांस्टेबल ने 4 हजार रुपए जेब में रखे और एसीबी ने जकड़ा


भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने सोमवार दोपहर कोतवाली थाने के हैड कांस्टेबल को रंगे हाथ चार हजार रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है।

आरोपित ने थाने में दर्ज एक प्रकरण में परिवादी की पत्नी का नाम व धारा हटाने की एवज में रिश्वत ली थी। कार्रवाई को एसीबी के पुलिस अधीक्षक डॉ. रामदेव सिंह के निर्देशन में अंजाम दिया गया।

एसपी डॉ. सिंह ने बताया कि शहर के अनाह गेट निवासी नरेन्द्र सोनी पुत्र ओम प्रकाश सोनी ने भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो कार्यालय में शिकायत दी थी। इसमें बताया कि उसकी मां पुष्पादेवी ने 26 नवम्बर को उसके व पत्नी नीतू के खिलाफ थाना कोतवाली में मारपीट व कुण्डल आदि छीनने का मामला दर्ज करा रखा है।

तफ्तीश कर रहे हैड कांस्टेबल शिवशंकर पाण्डे ने परिवादी नरेन्द्र से उसकी पत्नी व भादसं. की धारा 379 हटाने की एवज में 5 हजार रुपए की मांग की। बाद में सौदा 4 हजार रुपए पर तय हो गया।

एसीबी ने मामले में सत्यापन कराया, जिसमें शिकायत सही पाई गई। नरेन्द्र ने हैड कांस्टेबल से संपर्क किया, जिस पर उसने मथुरा गेट चौकी स्थित उसकी दुकान पर आने की बात कही।

एसपी के नेतृत्व में एसीबी की टीम यहां नजर बनाए हुए थी। दोपहर करीब 3 बजे हैड कांस्टेबल पाण्डे परिवादी की दुकान पर पहुंचा और चार हजार रुपए पेंट की जेब में रख लिए। एसीबी ने कार्रवाई कर उसे रंग हाथ पकड़ लिया और रिश्वत राशि उसकी जेब से बरामद कर ली। आरोपित का जिला अस्पताल में मेडिकल कराया गया।

ढाई घंटे तक किया इतंजार

हैड कांस्टेबल ने नरेन्द्र को उसकी दुकान पर आकर चार हजार रुपए लेने की बात कही थी। इस पर एसीबी के एसपी डॉ. सिंह मौके पर पहुंच गए और एक अन्य दुकान पर बैठ गए।

हैड कांस्टेबल के नहीं पहुंचने पर उसे फोन किया तो उसने एक चिकित्सक के पास जाना बताया। आरोपित के इतंजार में एसपी ने करीब ढाई घंटे तक मौके पर इतंजार किया और करीब तीन बजे पहुंचने पर उसे रंगे हाथ धरदबोचा।

दी थी नुकसान उठाने की चेतावनी

परिवादी हैड कांस्टेबल से मिला, जिस पर उसने चार हजार रुपए में एक व्यक्ति का नाम निकालने की बात कही। साथ ही उसने चेतावनी दी कि राशि नहीं देने पर नुकसान उठाना पड़ सकता है। हैड कांस्टेबल ने कहा कि ये राशि सभी में

बंटती है।

बीकानेर आरोग्य राजस्थान में ब्लाक व एसीएमएचओ को नोटिस

बीकानेर आरोग्य राजस्थान में ब्लाक  व एसीएमएचओ को नोटिस


बीकानेर आरोग्य राजस्थान में स्वास्थ्य कार्ड बनाने में ढिलाई बरतने पर अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं ब्लाक सीएमएचओ को नोटिस जारी किए गए हैं।

जिला कलक्टर ने मंगलवार को सीएमएचओ सभागार में सभी ब्लाक सीएमएचओ तथा पीएचसी, सीएचसी के डाक्टरों की बैठक कर अगले पांच दिनों में लक्ष्य के स्वास्थ्य कार्ड बनाने के निर्देश दिए हैं। वहीं लक्ष्य पूरा नहीं करने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की चेतावनी है।

आरोग्य राजस्थान योजना में अब तक मात्र 46 प्रतिशत स्वास्थ्य कार्ड बने हैं। जिले में कुल तीन लाख 32 हजार परिवारों के स्वास्थ्य कार्ड बनाए जाने हैं।

जिला कलक्टर की ओर से समीक्षा बैठक में स्वास्थ्य कार्ड लक्ष्य के अनुरूप नहीं बनने का कारण फार्म देर से पहुंचने, एएनएम के आधे पद रिक्त होने से आशाएं प्रेरित नहीं होने तथा गांवों में लोगों के ढाणियों में रहना बताया गया।

इस बीच मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने योजनाओं की समीक्षा की। इसमें भामाशाह बीमा योजना की समीक्षा की गई।

बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम में जिला आमुखीकरण में बच्चों का 70 प्रतिशत तक ही टीकाकरण होने तथा बच्चों में जन्मजात कमियों की पहचान के बारे में बताया गया।

स्वास्थ्य अधिकारियों को कुशल मंगल योजना, प्रसूती दिवस, सुरक्षित मातृत्व दिवस एवं एड्स दिवस पर गोष्ष्ठी की गई।

कमीशन का खेल होगा खत्म, ठेकेदारों को मिलेगा आॅनलाइन पेमेंट

कमीशन का खेल होगा खत्म, ठेकेदारों को मिलेगा आॅनलाइन पेमेंट

जयपुर।
नगर निगम में भ्रष्टाचार को रोकने के लिए जल्द ही ई—टेण्डर,ई—आॅक्शन की तर्ज पर ठेकेदारों को आरटीजीएस के माध्यम से ई—पेमेंट किया जाएगा। यानि टेण्डर से लेकर ठेकेदारों के भुगतान तक पूरा प्रोसेस को आॅनलाइन किया जाएगा। ऐसे में ठेकेदारों को अपने भुगतान के लिए कर्मचारियों और अधिकारियों के यहां चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। साथ ही इस प्रक्रिया से नगर निगम में व्याप्त भ्रष्टाचार पर भी अकुंश लगेगा।







भ्रष्टाचार को रोकने की पहल

नगर निगम में ठेकेदारों को अपने भुगतान के लिए कर्मचारी और अधिकारियों से लेकर जनप्रतिनिधियों के यहां चक्कर काटने पडते हैं। ऐसे में ठेकेदारों को अपनी फाइल आगे बढाने से लेकर बिल पास कराने के लिए कमीशन देने पड़ता है। आॅनलाइन पेमेंट योजना लागू होने के बाद ठेकेदारों का चक्कर काटने के साथ साथ कमीशन के खेल से भी छुटकारा मिलेगा।





100 करोड़ रूपए के भुगतान का क्या!

शहरभर में कराए गए विकास कार्यो के कारण पहले ही ठेकेदार नगर निगम से करीब 100 करोड रूपए मांगते हैं। ऐसे में ठेकेदार पहले ही कई बार हड़ताल पर बैठ चुके हैं। आॅनलाइन पेमेंट से फिलहाल इस कर्जे को नगर निगम ने दूर रखा है। नण् सिरे से किए जाने वाले कार्यो को ही इस योजना से जोडा जाएगा। ऐसे में ठेकेदारों को नगर निगम प्रशासन से अपना बकाया भुगतान मिलने का अभी भी इंतजार है।





महापौर निर्मल नाहटा का कहना है कि इस प्रक्रिया के बाद नगर निगम में कमीशनखोरी पर अकुंश लगेगा। इस प्रक्रिया को लेकर सभी तरह की जांच पूरी कर ली गर्इ है। जल्द इस योजना को लागू कर दिया जाएगा।

राजसमंद.पहले पिता को शराब पिलाया, फिर जिंदा जला दिया

राजसमंद.पहले पिता को शराब पिलाया, फिर जिंदा जला दिया


राजसमंद. राजसमंद. पिता की गाली गलोच व मारपीट से परेशान होकर बेटे ने ही पिता को पहले अत्यधिक शराब पिलाकर निढाल किया और बाद में लकडिय़ों के ढेर पर सुलाकर जिंदा जला डाला। घर के बाहर राख में अधजले अंग मिलने के बाद सनसन फैल गई, मगर राजनगर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए पर्दाफाश कर आरोपित बेटे को गिरफ्तार कर लिया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हर्ष रतनू ने बताया कि टुकड़ा खुर्द (सुंदरचा) निवासी उमा उर्फ ढुमा (55) पुत्र काना भील के घर के बाहर राख के साथ अधजले अंग मिले और ढुमा घर से गायब मिला। गठित पुलिस दल ने हत्या कर उसे जलाने की शंका पर उसके बेटे गोपाल भील को ही हिरासत में ले लिया। पहले तो आरोपित काफी टालमटोल करता रहा, मगर पुलिस की सख्ती पर टूट गई और पिता ढुमा की हत्या करना कबूल कर लिया। पुलिस पूछताछ में कबूला कि पिता आए दिन शराब पीकर उसे गाली गलोच कर मारपीट करता। इसलिए 27 नवंबर शाम को पिता अकेले होने का फायदा उठाते हुए शराब लेकर आया अत्यधिक शराब पिलाई। धक्का देकर नीचे पटका, जिससे ढुमा बेहोश हो गया। घर के बगल में ही लकडिय़ों को ढेर लगा बेसुध हालत में पिता को सुला दिया और केरोसिन छिड़कर आग लगा दी। बाद में घर की जलाऊ लकड़ी भी उसके ऊपर डाल दी। बेहोशी हालत में ही पिता को जिंदा जला दिया। घटना के बाद आरोपित गोपाल रात को ही चारभुजा के पास कुडिय़ा में उसकी बहन के घर चला गया, जहां 28 नवंबर दोपहर को वापस घर लौट गया। तब तक घर के बाहर राख में अधजले अंग मिलने की खबर चौतरफा फैल गई, मगर आरोपित गोपाल ने मां व बहनों के समक्ष वारदात कबूल कर माफी मांगी। इस पर आरोपित के साथ परिजन भी मामले को रफा- दफा करने में जुट गए, मगर तब तक ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस घटना स्थल पर पहुंच गई। अब मंगलवार को आरोपित गोपाल को न्यायालय में पेश किया जाएगा।

पुलिस दल ने रातभर की पड़ताल

डीएसपी माधुरी वर्मा के नेतृत्व में थाना प्रभारी विवेकसिंह राव, एएसआई गोवर्धनसिंह, हालसिंह, रामसिंह, हैड कांस्टेबल गोविन्दसिंह, महावीरसिंह, राजेन्द्रसिंह व दिनेश द्वारा घटना के बाद बारीकी से गहन जांच की गई। उदयपुर से एफएसल मोबाइल दल द्वारा भी साक्ष्य जुटाकर मदद ली गई। फिर परिजनों के साथ ही गांव के लोगों से रातभर पुलिस पूछताछ करती रही और आखिर तीसरे दिन वारदात का राजफाश हो ही गया।

संसद में गूंजा रिफाइनरी का मुद्दा सांसद देवजी पटेल ने भवातड़ा में रिफाइनरी लगाने की रखी मांग



संसद में गूंजा रिफाइनरी का मुद्दा सांसद देवजी पटेल ने भवातड़ा में रिफाइनरी लगाने की रखी मांगDevji Patel MP (Loksabh).JPG दिखाया जा रहा है
नई दिल्ली, 1 दिसम्बर, 2015 मंगलवार।
Devji Patel MP (Loksabh).JPG दिखाया जा रहा है
जालोर-सिरोही सांसद देवजी पटेल ने मंगलवार को 16वीं लोकसभा के छठें शीतकालीन सत्र में नियम 377 के दौरान भवातड़ा में रिफाईनरी लगाने का मुद्दा उठाया।

सांसद पटेल ने सदन में केन्द्र सरकार से भवातड़ा में रिफाइनरी लगाने की मांग रखते हुए बताया कि संसदीय क्षेत्र जालोर सिरोही में रणखार से जुड़ते गांव भवातड़ा गुजरात बोर्डर से करीब 10 किलोमीटर दूर हैं। जहां हजारों बीघा से अधिक सिवाय चक सरकारी जमीन उपलब्ध है, जो खेती योग्य नहीं है। जिससे सरकार को जमीन अवाप्ति केे लिए अतिरिक्त पैसा भी खर्च करना नहीं पडेगा। साथ ही भौगोलिक दृष्टि से जालोर, जोधपुर, पाली, बनासाकाठा जिला अर्थात् दोनों राज्य राजस्थान और गुजरात से जुडा हुआ है।

सांसद देवजी पटेल ने बताया कि जालोर जिला में ड्राईपोर्ट बनाने के दौरान गुजरात के समुद्र से भवातड़ा तक काल्पनिक नहर निर्माण के दौरान पानी लाया जाएगा। वहीं सांचैर के सीलू गांव में नर्मदा नहर का पानी उपलब्ध होने से भरपूर मात्रा में पानी की उपलब्धता रहेगी। सीलू हेड से भवतड़ा की दूरी मात्र 30 किमी होने से नर्मदा नहर के पानी का उपयोग भी आसानी से किया जा सकता हैं। सांचैर से होकर गुजरात के लिए जाने वाला नेशनल हाईवे होने से सडक की सुविधा उपलब्ध होगी।

सांसद पटेल ने कहा कि भविष्य में रिफाइरनी के बाद बाय प्रोडेक्ट इंडस्ट्रीज की संभावना बनती है तो ट्रांसपोर्टेशन को लेकर समस्या नहीं आएगी। क्योंकि जालोर एवं सिरोही जिले के रिको में कई हैक्टेयर जमीन उपलब्ध हैं तथा इसके विस्तार के लिए भी जमीन अवाप्त की जा सकती हैं।

सांसद पटेल ने बताया कि जालोर स्थित चितलवाना के काछेला गांव में ग्रीन पाॅवर प्लांट से बिजली उत्पादित करने के साथ रिफाइनरी के लिए सीधी बिजली ली जा सकती है। इसके बाद झाब में केयर्न कम्पनी की ओर से तेल कुओं का कार्य चल रहा है, जहाॅ प्रारंभिक तौर पर इस क्षेत्र मे गैस व तेल भंडार होने के संकेत मिले हैं। यहाॅ पर गैस आधारित पावर प्लांट लगा कर बिजली की मांग पूरी की जा सकती हैं।

सांसद पटेल ने कहा कि यदि भवातड़ा में रिफाइनरी लगती है तो जालोर, बाडमेर, सिरोही, उदयपुर, पाली सहित पश्चिमी राजस्थान एवं गुजरात प्रदेश के बनासकांठा जिला क्षेत्र के लोगों को रोजगार मिलेंगा एवं रोजगार के लिए युवाआंे का पलायन भी कम होगा। उक्त क्षेत्र में बरसात के भरोसे खेती की जाती है, ऐसे में मेनपाॅवर की समस्या भी नहीं रहेगी।