रविवार, 28 जून 2015

पोकरण में नकाबपोशों ने व्यापारी को लूटा

पोकरण में नकाबपोशों ने व्यापारी को लूटा


जैसलमेर जिले के पोकरण क्षेत्र में बीती रात एक व्यापारी से लूट का सनसनीखेज मामला सामने आया है। जानकारी के मुताबिक बोलेरो में आए नकाबपोश लोगों ने होलसेल व्यापारी से 5 लाख रुपए लूट लिए।

पीडि़त व्यापारी कैलाश गांधी उस समय अपनी दुकान बंद कर जा रहा था। इस दौरान बोलेरो में 4-5 लोग नकाब पहन कर आए और गांधी से बैग छीन लिया।

सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और मुआयना किया। घटना के बाद से क्षेत्र में दहशत का माहौल है। शांत व सुकून वाले पोकरण क्षेत्र में इस तरह की वारदात को लेकर रविवार को सुबह से ही चर्चाओं का दौर बना हुआ है।

इस संबंध में पीडि़त कैलाश गांधी ने पुलिस में मामला दर्ज करवाया है। सुबह पुलिस थाने के पास भीड़ जमा हो गई और व्यापारियों ने शीघ्र आरोपितों को गिरफ्तार करने और रात्रि गश्त व सुरक्षा के माकूल इंंतजाम करने की मांग की, ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।

अजीतगढ़ (सीकर).31 घंटे बाद बोरवेल से बालिका को बाहर निकाला

अजीतगढ़ (सीकर).31 घंटे बाद बोरवेल से बालिका को बाहर निकाला

बुरजा की ढाणी में करीब साढ़े चार सौ फीट गहरे बोरवेल में फंसी आठ साल की बालिका सुनीता को 31 घंटे बाद बाहर निकाल लिया गया है। सेना, राष्ट्रीय आपदा राहत दल और स्थानीय प्रशासन के सहयोग से कड़ी मशक्कत के बाद बालिका को बाहर निकाला जा सका है।
बचाव कर्मी अपराह्न करीब साढ़े तीन बजे सुरंग के माध्यम से बालिका को बाहर लेकर आए, तब हर किसी ने राहत की सांस ली। फिलहाल उसकी तबीयत खराब है। उसे अजीतगढ़ के अस्पताल में ले जाया गया है।
उल्लेखनीय है कि शनिवार सुबह करीब आठ बजे अपने खेत में खेलते समय रुड़ाराम की बेटी सुनीता बोरवेल में गिर गई थी। वह बोरवेल में करीब 30-35 फीट के बीच फंसी हुई थी। बचावकर्मियों ने बोरवेल के पास सुरंग बनाकर उसे बाहर निकाला है।
पहले बनाई गई सुरंग की खुदाई के दौरान पत्थर आ जाने पर उसे बंद कर देना पड़ा था। रविवार दूसरी तरफ से सुरंग बनाकर बालिका की जान बचाई जा सकी है।

गुजरात में बाढ़ का कहर: 10 शेरों के मिले शव, 250 से अधिक नीलगाय मरीं

गुजरात में बाढ़ का कहर: 10 शेरों के मिले शव, 250 से अधिक नीलगाय मरीं 


गुजरात के सौराष्ट्र क्षेत्र में पिछले दिनों हुई भारी वर्षा के दौरान एशियाई शेरों के एकमात्र निवास गिर के जंगल के आसपास के क्षेत्रों में मरने वाले शेरों की संख्या बढ़कर 10 हो गई है।

इनमें से नौ के शव दो नदियों के तट से तथा एक खेत से बरामद किए गए हैं। लगभग 20 ईंच तक हुई बारिश के कारण सौराष्ट्र क्षेत्र में पचास से अधिक लोगों की भी मौत हुई है।

वन विभाग के सूत्रों ने बताया कि रविवार को भावनगर जिले के पालिताना के मायधार गांव से एक शेर का शव बरामद किया गया। इसके साथ ही पिछले तीन दिनों में अब तक कुल दस शेरों के शव बरामद हो चुके हैं। अमरेली जिले में पांच तथा इतने ही शेरों के शव भावनगर से बरामद किए गए हैं। इनमें से सात शव शेत्रुंजी नदी तथा दो गागडियों नदी के तट से बरामद हुए हैं। इनमें आधी संख्या मादाओं की है।

अन्य जानवर भी मरे

वन और वन्यजीव कर्मी शेत्रुंजी नदी के आसपास के क्षेत्रों में विशेष अभियान चला रहे हैं। गिर के निकट बनने वाली इस नदी के आसपास आम दिनों में 50 से अधिक शेर रहते थे। वर्षा के कारण अचानक आई बाढ में फंसकर मरने वाले जानवरों में ढाई सौ से अधिक नीलगाय, दो चीतल तथा कई अन्य छोटे बड़े जानवर भी शामिल हैं।

सूत्रों ने अभी और शेरों के शव मिलने की आशंका से इनकार नहीं किया। गौरतलब है कि अमेरली, गिर-सोमनाथ तथा जूनागढ और भावनगर की सीमा तक लगभग 1400 वर्ग किमी में फैले गिर के जंगलों में वर्ष 2010 तक 411 शेर थे जबकि इस वर्ष नवीनतम गणना में यह संख्या बढ़कर 527 तक पहुंच गई थी। इन जंगलों को फिलहाल सालाना मानसून कार्यक्रम के तहत चार माह के लिए पर्यटकों के लिए बंद रखा गया है।

नई दिल्ली।दिल्ली: फेसबुक फ्रेंड की करतूत, छात्रा को 3 दिन बंधक बना किया गैंगरेप



नई दिल्ली।दिल्ली: फेसबुक फ्रेंड की करतूत, छात्रा को 3 दिन बंधक बना किया गैंगरेप


दिल्ली मंडावली इलाके में 12 वीं की एक छात्रा को बंधक बनाकर उसके साथ गैंगरेप करने का मामला सामने आया है। आरोपियों में एक छात्रा का फेसबुक फ्रेंड भी है।

जानकारी के मुताबिक पीडि़ता 20 जून की रात करीब साढ़े नौ बजे अपने घर से मोबाइल रिचार्ज कराने निकली थी। रास्ते में पीडि़ता के आरोपी दोस्त ने बहला-फुसलाकर उसे कार में बैठा लिया। कार में पहले से ही तीन अन्य लोग और थे।

इसके बाद आरोपी दोस्त ने उसे पीने के लिए पानी दिया। पानी पीने के बाद पीडि़ता बहोश हो गई और जब होश में आई तो देखा कि उसके हाथ पैर बंधे हुए थे।

पीडि़ता के मुताबिक आरोपियों ने उसके कपड़े भी बदल डाले थे और विरोध करने पर आरोपियों ने ब्लेड से उसके शरीर पर कई कट भी मारे थे।

पीडि़ता का कहना है कि आरोपियों ने उसे तीन दिन तक बंधक बनाकर उसके साथ गैंगरेप किया और मारपीट की। पीडि़ता की शिकायत पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आरोपियोंं की तलाश शुरु कर दी है।

हमारी बहू बन रिश्ते मजबूत कर रहीं पाकिस्तानी बेटियां



बाड़मेर। पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान से हमारे रिश्ते भले ही मधुर न हो, लेकिन दोनों देशों के आम लोगों बीच रिश्तेदारियां बनती-मजबूत होती जा रही है। पिछले नौ साल में पाक की 10 बेटियां यहां शादी होकर आई और हिन्दुस्तानी बन गई। सीमावर्ती बाड़मेर जिले में 2006 में शुरू हुए थार एक्सप्रेस के संचालन के बाद जिला कलक्टर कार्यालय में अब तक 11 पाकिस्तानी नागरिकों ने अपनी शादी का पंजीयन करवाया है। इसमें 10 पाकिस्तान की बेटियां हैं। एक युवक यहां आकर शादी के बाद बसा है।
Our daughter, who Pakistani relations daughters
यहां से बहुत कम

भारत से कम ही बेटियां हैं जो पाकिस्तान शादी करके गई हैं। शादी हुई भी है तो पाकिस्तान से लड़के आकर भारत में बसे हैं।

अमरकोट और बाड़मेर का संबंध गहरा

अब तक पंजीकृत हुई शादियों में पाकिस्तान के अमरकोट और छाछरो से ही बेटियां यहां आई हैं। जिले के राजपूत, मेघवाल और मुस्लिम समाज की इन बेटियों ने अपना घर बसा लिया है। सीमावर्ती जिलों से पाकिस्तान का रोटी-बेटी का रिश्ता बरसों से है। रिश्तेदारियां जिंदा है और जैसे ही थार एक्सप्रेस का संचालन हुआ रिश्ते फिर से जीवंत हो गए। एक दूसरे से मिलन होने के बाद सगे संबंधियों ने फिर से दोनों देशों के बीच रिश्तों की इस प्रगाढ़ता को बेहिचक बढ़ाया है।

हमारे परिवार जुड़े हैं

दोनों देशों से हमारा पारिवारिक रिश्ता है। मैं यहां हूं और मेरे परिवार के शेष्ा सदस्य पाकिस्तान है। दोनों देशों में यही तो बड़ा जुड़ाव है। बेहिचक शादियां होती है क्योंकि आधा परिवार यहां और आधा वहां है। फिर बेटी देने में क्या हर्ज? तेजदान चारण

बेटियां बहुत त्याग करती हैं

बेटियां हैं, बहुत त्याग करती है। उनके लिए शादी के बाद ससुराल सबकुछ हो जाता है। पाकिस्तान से आई बेटी यहां परिवार में बहुत कद्र पाती है। वे भी कभी महसूस नहीं करती कि यहां अलग रह रही है। उसके अपने परिजन जो यहां रहते हैं वे पूरी सार संभाल रखते हैं।

हिन्दू सिंह सोढ़ा