अजीतगढ़ (सीकर).31 घंटे बाद बोरवेल से बालिका को बाहर निकाला
बुरजा की ढाणी में करीब साढ़े चार सौ फीट गहरे बोरवेल में फंसी आठ साल की बालिका सुनीता को 31 घंटे बाद बाहर निकाल लिया गया है। सेना, राष्ट्रीय आपदा राहत दल और स्थानीय प्रशासन के सहयोग से कड़ी मशक्कत के बाद बालिका को बाहर निकाला जा सका है।
बचाव कर्मी अपराह्न करीब साढ़े तीन बजे सुरंग के माध्यम से बालिका को बाहर लेकर आए, तब हर किसी ने राहत की सांस ली। फिलहाल उसकी तबीयत खराब है। उसे अजीतगढ़ के अस्पताल में ले जाया गया है।
उल्लेखनीय है कि शनिवार सुबह करीब आठ बजे अपने खेत में खेलते समय रुड़ाराम की बेटी सुनीता बोरवेल में गिर गई थी। वह बोरवेल में करीब 30-35 फीट के बीच फंसी हुई थी। बचावकर्मियों ने बोरवेल के पास सुरंग बनाकर उसे बाहर निकाला है।
पहले बनाई गई सुरंग की खुदाई के दौरान पत्थर आ जाने पर उसे बंद कर देना पड़ा था। रविवार दूसरी तरफ से सुरंग बनाकर बालिका की जान बचाई जा सकी है।
बुरजा की ढाणी में करीब साढ़े चार सौ फीट गहरे बोरवेल में फंसी आठ साल की बालिका सुनीता को 31 घंटे बाद बाहर निकाल लिया गया है। सेना, राष्ट्रीय आपदा राहत दल और स्थानीय प्रशासन के सहयोग से कड़ी मशक्कत के बाद बालिका को बाहर निकाला जा सका है।
बचाव कर्मी अपराह्न करीब साढ़े तीन बजे सुरंग के माध्यम से बालिका को बाहर लेकर आए, तब हर किसी ने राहत की सांस ली। फिलहाल उसकी तबीयत खराब है। उसे अजीतगढ़ के अस्पताल में ले जाया गया है।
उल्लेखनीय है कि शनिवार सुबह करीब आठ बजे अपने खेत में खेलते समय रुड़ाराम की बेटी सुनीता बोरवेल में गिर गई थी। वह बोरवेल में करीब 30-35 फीट के बीच फंसी हुई थी। बचावकर्मियों ने बोरवेल के पास सुरंग बनाकर उसे बाहर निकाला है।
पहले बनाई गई सुरंग की खुदाई के दौरान पत्थर आ जाने पर उसे बंद कर देना पड़ा था। रविवार दूसरी तरफ से सुरंग बनाकर बालिका की जान बचाई जा सकी है।
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