गुरुवार, 26 मार्च 2015

जरायम के नेटवर्क में फंसे बरेली के नौजवान



धार्मिक उन्माद, रुपये-पैसे का लालच, रईस बनने का जूनून या ब्रेन वाश...। तरीका कोई भी हो, दिल्ली में मुहम्मद यूसुफ की गिरफ्तारी से साफ है कि बरेली के युवा माफिया और आतंकी संगठनों के हथियार बन रहे हैं। दिल्ली में माफिया डॉन लक्कड़वाला का गुर्गा यूसुफ भी गरीबी से जूझ रहे पुराने शहर के एक परिवार का है। इसके साथ ही यह आशंका मजबूत हो गई है कि आतंकी संगठनों ने धीरे-धीरे ही सही, शहर के युवाओं तक अपना नेटवर्क तैयार कर लिया है। अब तक 5 युवक राष्ट्रविरोधी ताकतों की मदद करते पकड़े जा चुके हैं।




आतंकी संगठनों की मदद के बारे में सबसे पहले बरेली अक्षरधाम मंदिर पर हुए हमले के समय चर्चा में आया था। अक्षरधाम मंदिर पर हुए आतंकी हमले में बरेली के चांद को खुफिया विभाग की सूचना पर गिरफ्तार किया गया था। वह पेशे से मैकेनिक था। उसके बाद बंगलुरू में विज्ञान मंदिर हमले की जांच में शीशगढ़ के जाफरपुर निवासी इरफान बंजारा का नाम सामने आया था। उसे कर्नाटक के कोलार से पकड़ा गया था। दो गिरफ्तारियों से आईबी के अफसर भी मानने लगे कि बरेली में युवकों को आतंकियों ने अपने मददगार के तौर पर इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है। कोहाड़ापीर का रहने वाला नमाजी भी राजस्थान के बाड़मेर सेक्टर से पकड़ा गया था जब वह सीमा पार करने की फिराक में था।




इन तीन गिरफ्तारियों से जो आशंका बनी, राजेश गुप्ता की गिरफ्तारी ने उस पर मुहर लगा दी थी। दिल्ली और लखनऊ के करीब बीच में होने के कारण बरेली को आतंकियों ने अब तक एक सेंटर के रूप में इस्तेमाल किया है। यहां से दिल्ली, लखनऊ के साथ ही पूर्वांचल और बिहार तक आसानी से पहुंचा जा सकता है। उसके बाद राजेश को एके 47 के साथ गिरफ्तार किया जाना खतरे की घंटी बजाने वाला रहा। अब मुहम्मद यूसुफ की गिरफ्तारी से साफ हो गया है कि बरेली के नौजवानों को जरायम की दुनिया में असलहे की तरह इस्तेमाल किया जा रहा है।

बुधवार, 25 मार्च 2015

भीलवाड़ा डायन बता चिमटे से दागा



भीलवाड़ा

बनेड़ा क्षेत्र के निम्बाहेड़ा कलां गांव में महिला को डायन (ऊपरी हवा का प्रकोप) बताकर ससुराल पक्ष ने चिमटे से दागा ही नहीं बल्कि मारपीट कर गम्भीर रूप से घायल कर दिया। महिला की हालत बिगडऩे पर सोमवार देर रात उसे महात्मा गांधी चिकित्सालय में भर्ती करवाया गया।
Tell witch scored with tongs


पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आरोपित पति, सास, ननद व देवर को मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया। चारों को अदालत में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।




थाना प्रभारी राजेन्द्रसिंह ने बताया कि निम्बाहेड़ा कलां में महिला को रविवार देर रात पति रफीक, सास सम्भो, ननद मेराज व देवर असलम ने ऊपरी हवा को भगाने की बात कहते हुए गर्म चिमटे से पीठ और पेट पर कई जगह दागा। उसके चिल्लाने पर आरोपितों ने उसके साथ मारपीट की। कई जगह दागे जाने से पीडि़ता की हालत बिगड़ गई।




ले गए धर्मस्थल पर

दागने के बाद आरोपित महिला को जंगल में स्थित धर्मस्थल पर ले गए,जहां उसे बैठा दिया गया। उसका चेहरा चुन्नी से ढक दिया गया। दर्द से कहराती पीडि़ता घुंघट में आंसू बहाती रही, लेकिन आरोपितों ने उसे वहां से उठने नहीं दिया। इस दौरान वहां कई लोग मौजूद थे।




मौका पाकर भाई को किया कॉल

सोमवार सुबह आरोपितों के इधर-उधर होने पर मौका पाकर पीडि़ता ने किसी का मोबाइल लेकर अपने भाई को फोन कर दिया। मोबाइल पर वह महज उसे जल्द आने के अलावा कुछ नहीं कह पाई। इससे पीहर पक्ष हरकत में आ गया। कई लोग वाहन लेकर उसके ससुराल पहुंचे, लेकिन वहां कोई नहीं मिला। तलाशते हुए दोपहर में धर्मस्थल पर पहुंच गए।




जाने नहीं दिया पास

पीहर पक्ष वहां पहुंचा तो ससुराल पक्ष ने ऊपरी हवा बताते हुए उसे बैठे रहने देने की सलाह दी। कुछ देर तक पीडि़ता का भाई बैठा रहा, लेकिन उसे कुछ ठीक नहीं लगा। वह पीडि़ता को वाहन में बैठाकर पीहर ले आया।




तब तक पीडि़ता ने भाई को गर्म चिमटे से दागने की बात नहीं बताई। सोमवार रात को पीडि़ता ने भाई को इसके बारे में बताया। हालत बिगडऩे पर उसे भीलवाड़ा के महात्मा गांधी चिकित्सालय भर्ती कराया गया। सूचना पर देर रात बनेड़ा थाना पुलिस वहां पहुंची और पीडि़ता के बयान दर्ज किए।



आठ साल पहले हुआ विवाह

पीडि़ता का आठ साल पूर्व रफीक से विवाह हुआ। उसके डेढ़ साल का पुत्र भी है। लम्बे समय से उसे डायन बताकर परेशान कर रहे थे। कई बार मारपीट भी की गई, जिससे ससुराल चली आई, लेकिन पीहर पक्ष ने समझाइश कर उसे वापस भेज दिया। मारपीट से उसकी आंख पर गहरी चोट आई है तथा चेहरा सूज गया है।




बैरक में मां-बेटी गुत्थमगुत्था

बहू को डायन कहकर प्रताडि़त कर चिमटे से जलाने वाली सास और ननद के बीच मंगलवार देर रात जिला कारागार में खूनी संघर्ष हो गया। महिला बैरक में बंद बेटी ने मां पर हमला कर दिया, जिससे जेल में आधी रात को हंगामा खड़ा हो गया। दोनों को छुड़ाने गई अन्य महिला बंदी भी लहूलुहान हो गई। मां-बेटी को महात्मा गांधी चिकित्सालय में भर्ती कराया गया जबकि तीन अन्य महिला बंदियों का प्राथमिक उपचार किया गया।




जेल उपाधीक्षक सुमन मालीवाल ने बताया कि निम्बाहेड़ा कलां निवासी सम्भो व उसकी बेटी मेराज को शाम को जेल लाया गया। महिला बैरक मंे मां-बेटी बंद थे। रात ग्यारह बजे मेराज ने वहां सो रही सम्भो पर हमला कर दिया। उसके बाल पकड़ कर दीवार पर पटकने लगी तथा वहां रखी झाडु से मारने लगी। यह देख बैरक में सो रही अन्य महिला बंदी बचाने आई, लेकिन मेराज ने सभी को पछाड़ दिया। उसने अन्य महिला बंदियों की भी पिटाई कर दी।




बैरक में बंद 13 महिला बंदियों में से 11 उसे काबू में नहीं कर पा रही थी। इस दौरान दो महिला कांस्टेबल भी बचाव में दौड़ी। बैरक में हंगामा सुनकर अन्य प्रहरी दौड़कर आए। इस दौरान जेल उपाधीक्षक मालीवाल भी वहां पहुंच गई। बमुश्किल मेराज को अलग गया, लेकिन तब तक दोनों लहूलुहान हो गई। इस सम्बंध में जिला कलक्टर रविकुमार सुरपुर और पुलिस अधीक्षक हेमंत शर्मा को हालात से अवगत कराया गया।

भीलवाड़ा डायन बता चिमटे से दागा



भीलवाड़ा

बनेड़ा क्षेत्र के निम्बाहेड़ा कलां गांव में महिला को डायन (ऊपरी हवा का प्रकोप) बताकर ससुराल पक्ष ने चिमटे से दागा ही नहीं बल्कि मारपीट कर गम्भीर रूप से घायल कर दिया। महिला की हालत बिगडऩे पर सोमवार देर रात उसे महात्मा गांधी चिकित्सालय में भर्ती करवाया गया।
Tell witch scored with tongs


पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आरोपित पति, सास, ननद व देवर को मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया। चारों को अदालत में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।




थाना प्रभारी राजेन्द्रसिंह ने बताया कि निम्बाहेड़ा कलां में महिला को रविवार देर रात पति रफीक, सास सम्भो, ननद मेराज व देवर असलम ने ऊपरी हवा को भगाने की बात कहते हुए गर्म चिमटे से पीठ और पेट पर कई जगह दागा। उसके चिल्लाने पर आरोपितों ने उसके साथ मारपीट की। कई जगह दागे जाने से पीडि़ता की हालत बिगड़ गई।




ले गए धर्मस्थल पर

दागने के बाद आरोपित महिला को जंगल में स्थित धर्मस्थल पर ले गए,जहां उसे बैठा दिया गया। उसका चेहरा चुन्नी से ढक दिया गया। दर्द से कहराती पीडि़ता घुंघट में आंसू बहाती रही, लेकिन आरोपितों ने उसे वहां से उठने नहीं दिया। इस दौरान वहां कई लोग मौजूद थे।




मौका पाकर भाई को किया कॉल

सोमवार सुबह आरोपितों के इधर-उधर होने पर मौका पाकर पीडि़ता ने किसी का मोबाइल लेकर अपने भाई को फोन कर दिया। मोबाइल पर वह महज उसे जल्द आने के अलावा कुछ नहीं कह पाई। इससे पीहर पक्ष हरकत में आ गया। कई लोग वाहन लेकर उसके ससुराल पहुंचे, लेकिन वहां कोई नहीं मिला। तलाशते हुए दोपहर में धर्मस्थल पर पहुंच गए।




जाने नहीं दिया पास

पीहर पक्ष वहां पहुंचा तो ससुराल पक्ष ने ऊपरी हवा बताते हुए उसे बैठे रहने देने की सलाह दी। कुछ देर तक पीडि़ता का भाई बैठा रहा, लेकिन उसे कुछ ठीक नहीं लगा। वह पीडि़ता को वाहन में बैठाकर पीहर ले आया।




तब तक पीडि़ता ने भाई को गर्म चिमटे से दागने की बात नहीं बताई। सोमवार रात को पीडि़ता ने भाई को इसके बारे में बताया। हालत बिगडऩे पर उसे भीलवाड़ा के महात्मा गांधी चिकित्सालय भर्ती कराया गया। सूचना पर देर रात बनेड़ा थाना पुलिस वहां पहुंची और पीडि़ता के बयान दर्ज किए।



आठ साल पहले हुआ विवाह

पीडि़ता का आठ साल पूर्व रफीक से विवाह हुआ। उसके डेढ़ साल का पुत्र भी है। लम्बे समय से उसे डायन बताकर परेशान कर रहे थे। कई बार मारपीट भी की गई, जिससे ससुराल चली आई, लेकिन पीहर पक्ष ने समझाइश कर उसे वापस भेज दिया। मारपीट से उसकी आंख पर गहरी चोट आई है तथा चेहरा सूज गया है।




बैरक में मां-बेटी गुत्थमगुत्था

बहू को डायन कहकर प्रताडि़त कर चिमटे से जलाने वाली सास और ननद के बीच मंगलवार देर रात जिला कारागार में खूनी संघर्ष हो गया। महिला बैरक में बंद बेटी ने मां पर हमला कर दिया, जिससे जेल में आधी रात को हंगामा खड़ा हो गया। दोनों को छुड़ाने गई अन्य महिला बंदी भी लहूलुहान हो गई। मां-बेटी को महात्मा गांधी चिकित्सालय में भर्ती कराया गया जबकि तीन अन्य महिला बंदियों का प्राथमिक उपचार किया गया।




जेल उपाधीक्षक सुमन मालीवाल ने बताया कि निम्बाहेड़ा कलां निवासी सम्भो व उसकी बेटी मेराज को शाम को जेल लाया गया। महिला बैरक मंे मां-बेटी बंद थे। रात ग्यारह बजे मेराज ने वहां सो रही सम्भो पर हमला कर दिया। उसके बाल पकड़ कर दीवार पर पटकने लगी तथा वहां रखी झाडु से मारने लगी। यह देख बैरक में सो रही अन्य महिला बंदी बचाने आई, लेकिन मेराज ने सभी को पछाड़ दिया। उसने अन्य महिला बंदियों की भी पिटाई कर दी।




बैरक में बंद 13 महिला बंदियों में से 11 उसे काबू में नहीं कर पा रही थी। इस दौरान दो महिला कांस्टेबल भी बचाव में दौड़ी। बैरक में हंगामा सुनकर अन्य प्रहरी दौड़कर आए। इस दौरान जेल उपाधीक्षक मालीवाल भी वहां पहुंच गई। बमुश्किल मेराज को अलग गया, लेकिन तब तक दोनों लहूलुहान हो गई। इस सम्बंध में जिला कलक्टर रविकुमार सुरपुर और पुलिस अधीक्षक हेमंत शर्मा को हालात से अवगत कराया गया।

खुली जेल से चल रहा था हथियार तस्करी का गिरोह



सीकर

पत्नी से विवाद में फायरिंग करने के आरोपित से पूछताछ के बाद बुधवार को कई राज खुले हैं। सीकर की खुली जेल से हथियार तस्करी का गिरोह चलाए जाने का भी खुलासा हुआ है। गिरोह के तार श्रीगंगानगर व हनुमानगढ़ जिले से जुड़े हुए हैं। पुलिस ने गिरोह के दो सदस्यों को गिरफ्तार कर इनसे हथियार बरामद किए हैं।
arms releted crime from Open jail



एसपी डा. रवि ने बताया कि श्रीगंगानगर के घमूड़वाली थाना इलाके का चन्द्रमोहन जाट सीकर के शांति नगर में किराए के मकान पर रह रहा है। 20 मार्च की रात को चन्द्रमोहन का अपनी पत्नी से किसी बात को लेकर विवाद हो गया था।




इस पर चन्द्र मोहन ने हवाई फायर कर दिया। सूचना पाकर उद्योग नगर पुलिस मौके पर पहुंची और चन्द्रमोहन को गिरफ्तार कर इसके पास से देशी कट्टा व दो कारतूस बरामद किए। चन्द्रमोहन से पुलिस पूछताछ में पता चला कि वह हत्या के मामले में सजा भी काट चुका था।




साथ ही चन्द्रमोहन ने श्रीगंगानगर की पुरानी आबादी निवासी नरेन्द्र, सिंधी मोहल्ला हनुमानगढ़ टाउन निवासी रवि अरोड़ा और बिरानी थाना इलाके के अजीतपुरा निवासी सुनील के अपने किराए के मकान पर आने-जाने की जानकारी दी। उसने बताया कि उसके साथी चोरी व अन्य वारदातों में लिप्त हैं। नरेन्द्र ने ही उसे देशी कट्टा व कारतूस उपलब्ध करवाए थे।




जेल में कालूराम देता शरण

पुलिस के अनुसार नरेन्द्र कुमार व रवि सीकर आते थे, तब सीकर की खुली जेल के बंदी कालूराम उर्फ रामभुलया के पास ठहरते थे। यहीं पर वारदात को अंजाम देने की योजनाएं बनाते।




इस पर सीकर पुलिस ने जिला जेल के आस-पास निगरानी रखनी शुरू की। साथ ही नरेन्द्र व रवि की तलाश में टीमें भी रवाना की गई। बुधवार को मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने नरेन्द्र व रवि को भी गिरफ्तार कर लिया।




हथियार मिले

पुलिस ने नरेन्द्र से एक अवैध देशी कट्टा व एक जिंदा कारतूस तथा रवि से चार जिंदा कारतूस जब्त किए हैं। दोनों के खिलाफ सीकर के उद्योग नगर थाने में आम्र्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है।




साथियों व पड़ोसी की हत्या का आरोप

पुलिस के अनुसार आरोपित नरेन्द्र ने सुनील कुमार निवासी अजीतपुरा श्रीगंगानगर की गला दबाकर हत्या कर दी थी। उसका शव जगमालपुरा में रेलवे लाइन के पास दबा दिया था।




इसके अलावा करीब ढाई माह पूर्व अन्य साथी पवन गिरी निवासी राजियासर, सूरतगढ़ को भी गला दबाकर मार दिया था। उसका शव भटिण्डा रोड पर नहर में फैंका था। इसी प्रकार दूसरे आरोपी रवि आरोड़ा पर हनुमानगढ़ टाउन में अपने पड़ोसी गोपी नायक की हत्या का आरोप है।

बाड़मेर। बस ने पिकअप को मारी टक्कर, तीन की मौत

बाड़मेर। बस ने पिकअप को मारी टक्कर, तीन की मौत

बाड़मेर।बाड़मेर में बुधवार तड़के हुए सड़क हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई। हादसे में मारे गए लोगों की शिनाख्त नहीं हो सकी है। पुलिस ने तीनों शवों को मुर्दाघर में रखवाया है। पुलिस के अनुसार बाड़मेर के सिवाना इलाके में स्थित कुशीप गांव में सवेरे तेज रफ्तार चल रही एक निजी बस ने सामने से आ रही एक पिकअप को टक्कर मार दी। पिकअप में पांच लोग सवार थे। 

बस ने पिकअप के लिए चित्र परिणाम

हादसे में पिकअप का अगला हिस्सा बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। मौके पर ही तीन लोगों की मौत हो गई। हादसे में मारे गए लोगों की शिनाख्त करने के पुलिस प्रयास कर रही है। गांव के बाहर हुए इस हादसे के बाद मौके पर कुछ देर के लिए जाम लग गया। पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से जाम खुलवाया और यातायात सुचारू किया।

बाड़मेर। थार में गर्मी का असर शुरू , पारा पहुँचा 42 डिग्री

बाड़मेर।  थार में गर्मी का असर शुरू , पारा पहुँचा 42 डिग्री 


बाड़मेर। मौसम के बदलते मिजाज के साथ अब थार के लोग गर्मी का अहसास होने लगा है है। जहां कुछ दिन पहले तेज हवाओं का असर था वहीं पिछले दिनों से बाड़मेर में धूप की तपिश अपना अहसास करा रही है। जो कि अप्रैल से जुलाई तक कहर बरपाने वाली गर्मी का नमूना मात्र कहा जा सकता है। बाड़मेर में सुबह से शाम तक सूरज का तेज अब लोगों को बेहाल करने लगा है।

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हाड़ौती में किसानों की मौत का मामला सदन में गूंजा

हाड़ौती में किसानों की मौत का मामला सदन में गूंजा


— सदमे से किसानों की मौत का मामला उठा सदन में
— कांग्रेस विधायक रमेश मीणा ने शून्यकाल में उठाया मामला
— रमेश मीणा ने कहा, फसल खराबे के सदमे से किसान सदमे में है, किसान आत्महत्याएं कर रहे हैं, सदमें से मर रहे हैं किसान
— बूंदी में 7, कोटा में 4, बारां में 3 किसानों की सदमे और आत्महत्या से मौतें हो चुकी है
— फस्ट इंडिया ने प्रमुखता से उठाया था इस मामले को
— आपदा राहत मंत्री गुलाबचंद कटारिया ने कहा
— पेड़ से लटककर मरने वालों को हमारे खांते में डालना गलत
— कटारिया ने कहा, 28 तक आएगी गिरदावरी की रिपोर्ट
— जिलों के खाते में पैसा डाल दिया है, कलेक्टर मांगेेंगे तो अगले दिन पैसा खाते में डाल दिया जाएगा
— राज्य ने केंद्र से मांगा 1 लाख टन अतिरिक्त गेहूं, खराबा प्रभावितों को गेहूं दिया जाएगा


जयपुर। हाड़ौती में फसल खराबे के चलते सदमे से किसानों की मौत और आत्महत्याओं का मामले की विधानसभा में गूंज सुनारई दी।  कांग्रेस विधायक रमेश मीणा ने शून्यकाल में यह मामला उठाते हुए कहा कि फसल खराबे के सदमे से किसान आत्महत्याएं कर रहे हैं, सदमें से किसान मर रहे हैं। बूंदी में 7, कोटा में 4, बारां में 3 किसानों की सदमे और आत्महत्या से मौतें हो चुकी है हाड़ौती का किसन मदद के इंतजार में मर रहा है।

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आपदा राहत मंत्री गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि सभी कलेक्टरों के खाते में आपदा प्रबंधन विभाग ने पैसा डाल दिया है, 50 फीसदी खराबे वाले किसान को मदद देने के निर्देश दे दिए हैं, पूरे जिले की बजाय एक गांव की गिरदावरी भी पूरी हो गई है तो भी मदद देने के निर्देश हैं। कटारिया ने कहा, पेड़ पर लटककर मर जाने वाले को हमारे खाते में डालना गलत है। आपदा में 34 व्यक्तियों की मौत हुई है उनको मदद दे दी है ।



सभी जिलों की गिरदावरी रिपोर्ट 28 मार्च तक आएगी। कलेक्टरों को निर्देश हैं कि पूरे जिले की गिरदावरी का इंतजार नहीं करें और जितने गांवों की या खेतों की रिपोर्ट आ गई है, उन्हें मदद दें। राज्य सरकार ने केंद्र सरकार से 1 लाख टन अतिरिक्त गेहूं मांगा है, प्रभावित लोगों को गेहूं भी दिया जाएगा। 25 फीसदी नुकसान वालों को केंद्र से सहायता आने पर मदद मिलेगी।

नेवी का विमान समुद्र में गिरा, दो अधिकारी लापता

नेवी का विमान समुद्र में गिरा, दो अधिकारी लापता

जयपुर। गोवा के करीब समुद्र में मंगलवार देर रात नेवी का विमान क्रैश हो गया। घटना के समय इस डोर्नियर एयरक्राफ्ट में तीन लोग सवार थे। वहीं बताया जा रहा है कि जहाज के कमांडर को सुरक्षित बचा लिया गया है तो वहीं कैप्टन और ऑर्ब्जवर सहित दो लोग लापता हैं।

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बताया जा रहा है कि लापता हुए दोनों सदस्य चालक दल के थे। समुद्र मे गिरे इन दोनों की तलीश जारी कर रखी है। यह हादसा रात गोवा के दक्षिण तट के करीब हुआ था। नौसेना के अधिकारियों के अनुसार इस विमान का अंतिम संपर्क 10 बजकर 08 मिनट पर हुआ था। प्राप्त ख़बरों के अनुसार हादसे के समय यह विमान प्रतिदिन की तरह ही ट्रेनिंग मिशन पर था।

मंगलवार, 24 मार्च 2015

बाड़मेर । देश पर मर मिटने का जज्बा होना चाहिएः कौर

बाड़मेर । देश पर मर मिटने का जज्बा होना चाहिएः कौर

               शहीद दिवस पर कई प्रतियोगिताओ का हुआ आयोजन
बाड़मेर । देश के लिए जीना और देश के लिए मर मिटने का जज्बा होना चाहिए। देश हित सबसे पहले होना चाहिए। युवा वर्ग देश की प्रगति में महत्वपूर्ण योगदान दे सकता है। यह बात सोमवार को नेहरू युवा केन्द्र, बाड़मेर द्वारा किसान कन्या छात्रावास में भगतसिंह, राजगुरू व सुखदेव के शहीद दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में व्यवस्थापिका अमृत कौर ने कही। उन्होंने कहा कि शहीदों ने हमेशा देश का हित सर्वोपरि माना है। उन्होंने कहा कि भगतसिंह, राजगुरू व सुखदेव जैसे शहीदों से देशवासियों को प्रेरणा लेनी चाहिए।

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जिला युवा समन्वयक ओम प्रकाश जोशी ने कहा कि शहीदों ने अगर देश के लिए बलिदान नहीं दिया होता तो हम आज देशवासी स्वतंत्र व आजादी से जीने की कल्पना भी नहीं कर सकते थे। उन्होंने कहा कि शहीदों ने देश को आजाद कराने के लिए व युवा पीढ़ी का भविष्य सुरक्षित करने के लिए योजनाबद्ध तरीके से किया, अपने प्राणों का बलिदान दिया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला साक्षरता कार्यालय के जिला समन्वयक राजेश जोशी ने कहा कि शहीदों ने अपनी सारी खुशियां देश के लिए त्याग दी। देश के हित को अपना हित माना। यह जज्बा प्रत्येक देशवासी में होना चाहिए। कार्यक्रम में फतेहसिंह, सोनाराम के जाट ने संबोधित किया।

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प्रतियोगिता का आयोजनः किसान कन्या छात्रावास में शहीद भगतसिंह, राजगुरू व सुखदेव के शहीद दिवस पर चित्रकला, निबंध प्रश्नोतरी कार्यक्रम का आयोजन रखा गया। इस अवसर पर चित्रकला प्रतियोगिता मे प्रथम सीरू, द्वितीय बसंती व तृतीय जसवंत रही। इसी तरह निबंध प्रश्नोतरी कार्यक्रम में प्रथम कृष्णा, द्वितीय किरण व तृतीय परमेश्वरी रही।