जयपुर। राजस्थान में गांधी जयंती पर गुरूवार को केंद्र सरकार के "स्वच्छता अभियान" के अनुसरण में राजधानी जयपुर सहित प्रदेशभर में सरकारी कर्मचारियों एवं सामाजिक, राजनीतिक कार्यकर्ताओं ने झाडू हाथ में लेकर साफ-सफाई करने के साथ स्वच्छता की शपथ ली।
जनसंघ के संस्थापक दीनदयाल उपाध्याय की जन्मस्थली धानक्या में गुरूवार को राज्यपाल कल्याण सिंह ने मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे सहित जनप्रतिनिधियों एवं सरकारी कर्मचारियों को स्वच्छता की शपथ दिलाई। इस अवसर पर राजे सहित कई जनप्रतिनिधियों ने झाडू हाथ में लेकर धानक्या रेलवे स्टेशन पर सफाई की।
वसुंधरा राजे ने कहा कि जब तक हमारे आसपास स्वच्छता नहीं होगी तब तक प्रदेश स्वच्छ नहीं होगा और जब तक प्रदेश स्वच्छ नहीं होगा तब तक वह आगे नहीं बढ़ेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश आगे बढ़ेगा तो देश भी आगे नहीं बढ़ेगा। यह कार्य कोई एक व्यक्ति नहीं कर सकता, इसके लिए सबको साथ चलना होगा।
जबसब साथ चलेंगे तो आने वाले समय में हमें चमकता हुआ राजस्थान मिलेगा। राजे ने कहा कि जेडीए के क्षेत्राधिकार में आने वाले 120 ग्राम पंचायतों को 50-50 लाख रूपए, चौमूं व बगरू नगरपालिका को ढाई-ढाई करोड़ रूपए एवं जयपुर नगर निगम को 5 करोड़ रूपए की राशि स्वच्छता अभियान के लिए दी जाएगी। स्वच्छता अभियान के कुल 70 करोड़ रूपए इन संस्थाओं को दी जाएगी।
वसुंधरा राजे साथ धरोहर प्रौन्नति प्राधिकरण के अध्यक्ष औंकार सिंह लखावत भी थे। इससे पहले आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए राज्यपाल कल्याण सिंह ने कहा कि इस अभियान से आमजन में सफाई के महत्व का अहसास होगा।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि इस अभियान से देश में स्वच्छता के प्रति जागरूकता आएगी। इस अवसर पर उन्होंने महात्मा गांधी एवं पूर्व प्रधानमंत्री लालबहादुर शास्त्री को भी याद किया।
जयपुर। जेल में रहने वाली महिलाओं के लिए भले ही लोगों का अलग नजरिया हो, लेकिन ये बंदी महिलाएं समाज को आईना दिखा रही हैं।
घाटगेट स्थित महिला बंदी सुधार गृह की कैदी महिलाओं ने साम्प्रदायिक सौहार्द की अनूठी मिसाल पेश की है।
जेल में अस्मीना, शरीफन, रिहाना, शहनाज सहित आठ मुस्लिम महिलाओं ने नवरात्र का व्रत रखा है। वहीं, रमजान के महीने में कई हिन्दू महिलाएं भी रोजे रखती हैं।
सुबह मुस्लिम महिलाएं भी मंदिर में माता की पूजा करती हैं और शाम को बैरकों में ढोल-मजीरों के साथ भजन में मशगूल रहती हैं।
कैदी अस्मीना ने बताया कि यहां आने के बाद अनुभव हुआ कि सभी धर्म एक ही हैं। कैदी शरीफन का कहना था कि समाज में सभी लोग मिलजुल कर रहेंगे तो हिन्दुस्तान स्वर्ग बन जाएगा।
उपाधीक्षक, महिला जेल मोनिका अग्रवाल ने बताया कि जेल में सभी धर्मो की बंदी हैं। सभी स्वेच्छा से व्रत रख रही हैं। दीपावली, ईद, क्रिसमस सभी त्योहार सब मिलजुल कर मनाते हैं।
-
जम्मू के मध्य में स्थित है प्रसिद्ध हिंदू मंदिर रघुनाथ धाम जहां एक दो नहीं बल्कि 33 करोड़ देवी-देवताओं से एक साथ भेंट कर आप उनका आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं। उत्तर भारत के मुख्य मंदिरों में इसे महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है।
इस मंदिर को 1857 में महाराजा गुलाब सिंह और उनके पुत्र रणवीर सिंह ने बनवाया था। श्री राम के मुख्य मंदिर के समीप ही बहुत सारे मंदिर हैं, जिसमें पृथ्क-पृथ्क देवी-देवताओं का पूजन होता है और यह ऐतिहासिक धार्मिक स्थल कहलाता है। मंदिर की खूबसूरत नक्काशी को देखकर कोई भी उसके सम्मोहन से बच नहीं सकता।
मंदिर के गृह में कई क्विंटल स्वर्ण जड़ा हुआ है जो तेज का रूप है। श्री राम के इस धाम में जितनी प्रतिष्ठा उनके पूजन की है, उतनी ही भोले शंकर के रूद्र पूजन की भी है। यहां आने वाले श्रद्भालु सर्व प्रथम श्री राम के इष्ट भोले शंकर का पूजन करते हैं तत्पश्चात उनके दर्शनों को आते हैं।
रघुनाथ मंदिर के बाहर बहुत ही सुंदर बाजार सजा हुआ है। जिनमें बनिया सुपर मार्किट, मुगल कश्मीर एम्पोरियम, बादाम और अखरोट की प्रसिद्ध दुकानें हैं।
रघुनाथ मंदिर से कुछ ही कदमों की दूरी पर स्थित है पैसों वाला मंदिर। जिसका निर्माण देश भक्त सेठ द्वारा करवाया गया था। उस समय इंग्लैण्ड के राजे रानियां भारतियों पर अपना वर्चस्व स्थापित करने के लिए चांदी के सिक्कों पर अपने चित्र अंकित करवाते थे। उन लोगों को मुंह तोड़ जवाब देने के लिए सेठ जी ने चांदी के सिक्कों को मंदिर की जमीन पर जड़वाया था।
मान्यता है की काल भैरव शिव शंभु का रुद्रावतार हैं। भैरव रूप की आराधना से जातक शत्रु से मुक्ति, संकट, कोर्ट-कचहरी के मुकदमों में विजय हासिल करता है। बहुत से समाज ऐसे हैं जहां यह कुल देवता के रूप में पूजे जाते हैं और इन्हें पूजने का प्रचलन भी भिन्न-भिन्न है, जो कि विधिवत न होकर स्थानीय परम्परा का हिस्सा है।
उपाय
1 रोज सुबह सूर्योदय से एक घंटा पहले उठें। नित्य कार्यों से निवृत होकर भैरव जी के दर्शन करने मंदिर जाएं और तेल का दीपक जलाएं। प्रतिदिन ऐसा करने से भैैरव बाबा से जो चाहें सो पाएं।
2 लोहबान, गूगल, कपूर, तुलसी, नीम, सरसों के पत्ते मिक्स करके सुबह-शाम घर में धूनी दें।
3 भैरू जी के मंदिर में इमरती व मदिरा का भोग लगाएं।
4 भैरू मंदिर में उड़द व सिद्ध एकाक्षी श्रीफल भैरू बाबा के समक्ष मन्नत मांग कर चढ़ाएं।
4 काले कुत्ते को इमरती खिलाएं व कच्चा दूध पिलाएं।
5 शुभ कामों में बार-बार बाधा आती हो या विलम्ब होता हो तो रविवार के दिन भैरों जी के मंदिर में सिंदूर का चोला चढ़ाएं और बटुक भैरव स्तोत्र का एक पाठ करें।
6 महाकाल भैरव मंदिर में चढ़ाए गए काले धागे को गले या बाजू में बांधने से भूत-प्रेत और जादू-टोने का असर नहीं होता।
7 रोली, सिन्दूर, रक्तचन्दन का चूर्ण, लाल फूल, गुड़, उड़द का बड़ा, धान का लावा, ईख का रस, तिल का तेल, लोहबान, लाल वस्त्र, भुना केला, सरसों का तेल भैरव जी की प्रिय वस्तुएं हैं। इन्हें भैरव जी पर अर्पित करने से मुंह मांगा फल प्राप्त किया जा सकता है।
8 प्रतिदिन भैरव मंदिर की आठ बार प्रदक्षिणा करने से पापों का नाश होता है।
9 भगवान भैरव का वाहन कुत्ता है इसलिए इस दिन कुत्ते की भी पूजा की जाती है। कहते हैं कि अगर कुत्ता काले रंग का हो तो पूजा का माहात्म्य और बढ़ जाता है। कुछ भक्त तो उसे प्रसन्न करने के लिए दूध पिलाते हैं और मिठाई खिलाते हैं।
मुजपफरनगर। उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में पति की गैरमौजूदगी में एक महिला के साथ उसके दो रिश्तेदारों द्वारा सामूहिक बलात्कार करने का मामला प्रकाश में आया है। इस कृत्य में पीडिता की सास ने दोनों आरोपियों को सहयोग करा। पीडिता ने न्यायालय की मदद से कोतवाली पुलिस में मामला दर्ज कराया है।
पुलिस के अनुसार कृष्णापुरी निवासी महिला की शादी कृष्णापुरी निवासी जुल्फकार के साथ कई साल पहले हुई थी। उसका पति काम के सिलसिले में घर से बाहर रहता है।
गत दो सितम्बर को उसके पति की गैरमौजूदगी का फायदा उठाते हुए उसके जेठ आफताब और सरताज ने उसके साथ दुष्कर्म कर डाला और जान से मारने की धमकी देकर मौके से फरार हो गए। इस घिनौने काम में पीडिता की सास ने भी आरोपियों को सहयोग दिया। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। - See more at: