जयपुर। जेल में रहने वाली महिलाओं के लिए भले ही लोगों का अलग नजरिया हो, लेकिन ये बंदी महिलाएं समाज को आईना दिखा रही हैं।
घाटगेट स्थित महिला बंदी सुधार गृह की कैदी महिलाओं ने साम्प्रदायिक सौहार्द की अनूठी मिसाल पेश की है।
जेल में अस्मीना, शरीफन, रिहाना, शहनाज सहित आठ मुस्लिम महिलाओं ने नवरात्र का व्रत रखा है। वहीं, रमजान के महीने में कई हिन्दू महिलाएं भी रोजे रखती हैं।
सुबह मुस्लिम महिलाएं भी मंदिर में माता की पूजा करती हैं और शाम को बैरकों में ढोल-मजीरों के साथ भजन में मशगूल रहती हैं।
कैदी अस्मीना ने बताया कि यहां आने के बाद अनुभव हुआ कि सभी धर्म एक ही हैं। कैदी शरीफन का कहना था कि समाज में सभी लोग मिलजुल कर रहेंगे तो हिन्दुस्तान स्वर्ग बन जाएगा।
उपाधीक्षक, महिला जेल मोनिका अग्रवाल ने बताया कि जेल में सभी धर्मो की बंदी हैं। सभी स्वेच्छा से व्रत रख रही हैं। दीपावली, ईद, क्रिसमस सभी त्योहार सब मिलजुल कर मनाते हैं।
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घाटगेट स्थित महिला बंदी सुधार गृह की कैदी महिलाओं ने साम्प्रदायिक सौहार्द की अनूठी मिसाल पेश की है।
जेल में अस्मीना, शरीफन, रिहाना, शहनाज सहित आठ मुस्लिम महिलाओं ने नवरात्र का व्रत रखा है। वहीं, रमजान के महीने में कई हिन्दू महिलाएं भी रोजे रखती हैं।
सुबह मुस्लिम महिलाएं भी मंदिर में माता की पूजा करती हैं और शाम को बैरकों में ढोल-मजीरों के साथ भजन में मशगूल रहती हैं।
कैदी अस्मीना ने बताया कि यहां आने के बाद अनुभव हुआ कि सभी धर्म एक ही हैं। कैदी शरीफन का कहना था कि समाज में सभी लोग मिलजुल कर रहेंगे तो हिन्दुस्तान स्वर्ग बन जाएगा।
उपाधीक्षक, महिला जेल मोनिका अग्रवाल ने बताया कि जेल में सभी धर्मो की बंदी हैं। सभी स्वेच्छा से व्रत रख रही हैं। दीपावली, ईद, क्रिसमस सभी त्योहार सब मिलजुल कर मनाते हैं।
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