गुरुवार, 4 जुलाई 2013

प्राइवेट पार्ट में पेट्रोल-मिर्च डाल ले ली जान, परिजनों का बुरा हाल, मचा कोहराम!

प्राइवेट पार्ट में पेट्रोल-मिर्च डाल ले ली जान, परिजनों का बुरा हाल, मचा कोहराम!


जमुई। पुलिस रिमांड में कैदी मुन्ना सिंह की पिटाई से जख्मी और इलाज के दौरान मौत के बाद आक्रोशित ग्रामीणों ने मंगलवार को शहर भर में जमकर उपद्रव मचाया, पुलिस पर पथराव किया और जमुई-लखीसराय मुख्यमार्ग को दिन भर जाम रखा। साथी कैदी की मौत की खबर सुन कर जेल में भी हंगामा व भूख हड़ताल किया। दो पूर्व थानेदार और एसपी के दो बॉडीगार्ड पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है। एसपी के एक बॉडीगार्ड को हिरासत में ले लिया गया है। अन्य फरार पुलिसकर्मियों की गिरफ्तारी के लिए एक विशेष टीम का गठन किया गया है। इस बीच मुख्यमंत्री के निर्देश पर दीपक वर्णवाल को हटा कर जितेन्द्र सिंह राणा को जमुई के नए एसपी बनाए गए हैं। मृतक के परिजनों को जिला प्रशासन ने पांच लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की है।

गुमराह युवाओं पर स्मैक का कहर!


गुमराह युवाओं पर स्मैक का कहर!
बाड़मेर। बाड़मेर शहर में करीब चार वर्ष पहले स्मैक के नाम से शायद ही कोई युवा वाकिफ रहा होगा, लेकिन आज दो सौ से अधिक युवा स्मैक की गिरफ्त में आ गए हैं। चार-पांच दोस्तों के बीच मौज मस्ती के मूड में अनजाने से शुरू हुआ स्मैक का सरूर अब सिर चढ़कर बोल रहा है।

शुरूआती दौर में स्मैक की चपेट में आए युवा बर्बादी के उस पार पहुंच गए हैं। आलम यह है कि पूरी तरह से स्मैकची बन चुके इन युवाओं को परिजनों ने भगवान भरोसे छोड़ दिया है। उन्हें इस लत से बाहर लाने के परिजनों के तमाम प्रयास बेकार हो चुके हैं। किशोरावस्था से युवावस्था की दहलीज तक पहुंचने से पहले ही दर्जन भर से अधिक बाड़मेर शहर के युवाओं की एक खेप असमय ही धीरे-धीरे मौत के मुंह में जा रही है। वहीं कई युवा इसी नक्शे कदम पर आगे बढ़ते जा रहे हैं।

बेसुध करने वाला सुरूर
स्मैक का सेवन करने वाले युवा चौबीस घण्टे से भी अधिक समय तक बेसुध हो जाते हैं। स्मैकची सिगरेट से जर्दा निकालकर उसमें स्मैक का चूरा भरते हैं और सिगरेट की तरह पीते हैं अथवा पन्नी के नीचे आंच देकर उसके ऊपर स्मैक रखकर सूंघते हैं। स्मैक का नशा करने के बाद पसर जाते हैं और कई घण्टों बाद होश में आते हंै।

रूपयों का जुगाड़ होते ही नशा
होश में आने के बाद ये स्मैक खरीदने के लिए रूपयों का जुगाड़ करने में जुट जाते हैं। हजार-पंद्रह सौ रूपए का जुगाड़ होते ही स्मैक खरीदते हैं और फिर उसी नशे के आगोश में चले जाते हैं। रूपयो के जुगाड़ के लिए ये नए साथी तलाशते हैं और उन्हें भी अपनी दुनिया में घसीट लेेते हैं। इस तरह इनका दायरा बढ़ता जा रहा है।

अजमेर व जोधपुर से डिलीवरी
स्मैकची युवाओं को अजमेर व जोधपुर से स्मैक की पुडिया की डिलीवरी मिलती है। बाड़मेर व बालोतरा शहर में कुछ तिपहिया टैक्सी वाले स्मैकचियों को डिलीवरी देते हैं। टैक्सी वाले सिर्फ माध्यम है। इनके छुटभैये सरपरस्त बाड़मेर व बालोतरा में ही है, जो अभी तक पुलिस की नजर से साफ-साफ बचे हुए हैं। पुराने स्मैकचियों की सीधी पहुंच अजमेर तक है।

प्रभावी कार्रवाई होगी
बालोतरा में पुलिस ने स्मैक के मामले में कार्रवाई की है। बाड़मेर में भी ऎसा कुछ है तो पुलिस निगरानी रखेगी और प्रभावी कार्यवाही करेगी।
राहुल बारहट, पुलिस अधीक्षक बाड़मेर

केस-1 अक्षय (परिवर्तित नाम) की उम्र महज उनतीस वर्ष है। वह साधन-सम्पन्न परिवार का युवक है। उसके वैवाहिक जीवन को महज छह-सात वर्ष ही हुए हैं। लेकिन स्मैक के कहर ने उसे इस हद तक अपनी गिरफ्त में जकड़ लिया है कि न तो उसे अपने परिवार की प्रतिष्ठा का ख्याल है, न ही दाम्पत्य जीवन की जिम्मेवारी का भान है। उसके लिए स्मैक का सरूर ही जीवन है।

केस-2 कपिल (परिवर्तित नाम) एक सीधा-सादा और पढ़ने वाला लड़का है। उसके माता-पिता सरकारी नौकरी में है। मां-बाप के लाड़ प्यार के चलते उसकी जेब अकसर फूली हुई रहती। दोस्तों के साथ एक बार कुछ ऎसा नशा किया, जिससे वह बेसुध हो गया। दरअसल स्मैकची बन चुके दोस्तों ने उसकी जेब देखकर ही उसे अपनी संगत में लिया। स्मैक की आदत के चलते कपिल अपराध के रास्ते पर भी चला गया।

 

पुलिस बेड़े में व्यापक फेरबदल चार इंसपेक्टर बदले




पुलिस बेड़े में व्यापक फेरबदल चार इंसपेक्टर बदले 


कोतवाल देवाराम को भेजा गुड़ामालानी, अनितारानी महिला थाना एसएचओ, एक-दो दिन में होंगे अन्य ट्रांसफर

 बाड़मेर  चुनावी साल में जिले के पुलिस बेड़े में व्यापक फेरबदल किया गया है। एसपी राहुल मनहरदान बारहट ने नौ पुलिस थानों में नए एसएचओ को लगाया है। ट्रांसफर लिस्ट में चार इंसपेक्टर व 6 सब इंसपेक्टर के नाम शामिल है। अलग-अलग थानों में तैनात 25 कांस्टेबल के भी तबादले किए गए हैं। 

कोतवाल देवाराम चौधरी को गुड़ामालानी भेजा गया है जबकि वहां तैनात गौरव अमरावत को क्राइम ब्रांच में लगाया गया है। कोतवाली में थाना प्रभारी के पद पर किसी को भी नहीं लगाया गया है। पहली बार महिला पुलिस थाना में एसएचओ पद पर महिला अधिकारी एसआई अनिता रानी को तैनात किया गया है। इसके साथ ही अन्य जिलों से स्थानांतरित होकर आए सात पुलिस अधिकारियों को भी पोस्टिंग दे दी गई है। अब भी जिले में कई सब इंसपेक्टरों को पोस्टिंग देनी बाकी है। वहीं एएसआई, हैड कांस्टेबल और कांस्टेबल ट्रांसफर की और भी सूचियां आने की संभावना है।

एसपी ऑफिस से जारी तबादला सूची के अनुसार करीब एक वर्ष से कोतवाली में तैनात इंसपेक्टर देवाराम चौधरी को गुड़ामालानी एसएचओ बनाया गया है। वहीं गुड़ामालानी एसएचओ गौरव अमरावत का क्राइम ब्रांच में अपराध सहायक के पद पर तबादला किया गया है। इंसपेक्टर दशरथसिंह को सेड़वा एसएचओ बनाया बया है। इधर, सदर थानाधिकारी ताराराम बैरवा को इंसपेक्टर से डिप्टी बनाए जाने के बाद यहां जोधपुर से स्थानांतरित होकर आए ओमप्रकाश उज्ज्वल को लगाया गया है।

छह एसआई बदले

इसी तरह, गिराब थाने में तैनात सब इंसपेक्टर देवीचंद को रामसर एसएचओ बनाया गया है। वहीं मनोज मूंढ़ को गिड़ा थानाधिकारी लगाया गया है। जालोर से ट्रांसफर होकर आए अमरसिंह को समदड़ी व अनितारानी को महिला थाना एसएचओ बनाया गया है। सिरोही से बाड़मेर भेजे गए भैरूसिंह को कल्याणपुर और सुभान खां को बींजराड़ थाना प्रभारी बनाया है।





बुधवार, 3 जुलाई 2013

पति को उम्रकैद,ससुर को 3 साल की सजा

पति को उम्रकैद,ससुर को 3 साल की सजा
दौसा। अपर जिला एवं सैशन न्यायाधीश (एडीजे) युधिष्ठर शर्मा ने बुधवार को दहेज हत्या के मामले में आरोपित पति को आजीवन व ससुर को तीन वर्ष के कारावास की सजा सुनाई है। लोक अभियोजक दिनेशकुमार शर्मा ने बताया कि निहालपुरा निवासी रामलाल बैरवा की पुत्री आशा का विवाह 13 फरवरी 2011 को महेश्वरा खुर्द निवासी मदनलाल बैरवा के साथ हुआ था।

शादी के बाद से ही पति, ससुर कन्हैयालाल सहित परिवार के अन्य लोग उसे दहेज के लिए प्रताडित करने लगे। इसके बाद तीन जुलाई को पति ने आशा को खाने में जहर मिलाकर दे दिया। इससे उसकी मौत हो गई। ससुर सहित परिवार के अन्य लोगों ने साक्ष्य मिटाने की नियत से कमरे में मरा हुआ सांप पटक दिया और मौत सर्पदंश से होना बता दिया।

मामले के अनुसार आशा के पिता ने सदर थाने में पति, ससुर सहित सीताराम, राजंती, पार्वती व बरफी देवी के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कराया था। 21 गवाहों के बयानों के बाद एडीजे ने आरोपित पति को आजीवन कारावास व तीन हजार रूपए का जुर्माना तथा ससुर को तीन वर्ष का कारावास व एक हजार रूपए के जुर्माने की सजा सुनाई है। जबकि सीताराम, राजंती, पार्वती व बरफी को बरी कर दि

बाड़मेर में दो नये पुलिस थाने खोलने की अधिसूचना जारी करने को मंजूरी प्रदान की



बाड़मेर में दो नये पुलिस थाने खोलने की अधिसूचना जारी करने को मंजूरी प्रदान की

बाड़मेर राज्य सरकार ने मुख्यमंत्री की बजट घोषणा में स्वीकृत बाड़मेर जिले के दो नए पुलिस ठाणे खोलने की अधिसूचना जारी कर स्वीकृति प्रदान की हें .राज्य सरकार ने आज आदेश जरी कर बाड़मेर जिले के बाड़मेर ग्रामीण और रागेश्वरी गैस टर्मिनल रावली नादे में नए ठाणे खोलने की सिकृति प्रदान की .


--