बुधवार, 30 मई 2012

 बाड़मेर में दहेज़ ह्त्या सहित कई मामले दर्ज

बाड़मेर में दहेज़ ह्त्या सहित कई मामले दर्ज

बाड़मेर बाड़मेर जिले के बालोतरा थाना में दहेज़ के कारन विवाहिता की ह्त्या करने का मामला दर्ज कराया हें .पुलिस अधीक्षक राहुल बारहट ने बताया की बालोतरा थाने में बन्शीलाल पुत्र धनाराम माली निवासी जेठन्तरी ने मुलजिम विशनाराम पुत्र मदनलाल
माली निवासी गाधीपुरा बालोतरा वगेरा 5 के विरूद्व मुकदमा दर्ज करवाया कि मुलजिमान द्वारा
मुस्तगीस की भतीजी कमलादेवी को दहेज हेतु प्रताडित कर मारने की नियत से केरोसीन डाल
कर जलाना वगैरा पर मुलजिमान के विरूद्व पुलिस थाना बालोतरा पर मुकदमा दर्ज किया जाकर
अग्रीम अनुसंधान किया जा रहा है।
इसी तरह प्रार्थीया श्रीमति चम्पादेवी पत्नी गोमाराम मेगवाल निवासी कोसलू ने मुलजिम भावना पुत्री रामलाल
ब्राहम्मण निवासी कोसलू वगेरा 2 के विरूद्व मुकदमा दर्ज करवाया कि मुलजिम द्वारा मुस्तगीसा
की दुकान में प्रवेश कर सामान चोरी कर ले जाना व जातिगत शब्दो से अपमानित करना वगैरा
पर मुलजिम के विरूद्व पुलिस थाना सिणधरी पर मुकदमा दर्ज किया जाकर अग्रीम अनुसंधान
किया जा रहा है।
इधर श्री गिरधारीलाल हैड कानि. पुलिस चौकी भीयाड़ थाना शिव ने मुलजिम जीवराजसिंह पुत्र भूरसिंह
राजपूत निवासी भीयाड़ वगेरा 8 के विरूद्व मुकदमा दर्ज करवाया कि मुलजिमान द्वारा लोक सेवक
को राजकाय करने में बाधा पहुंचा कर मारपीट कर चोटे पहुंचाना व सरकारी सम्पति को नुकशान
पहुंचाना वगेरा पर पुलिस थाना शिव पर मुकदमा दर्ज किया जाकर अग्रीम अनुसंधान किया जा
रहा है।
वहीं प्रार्थी श्री जीयाराम पुत्र सोनाराम जाट निवासी पाटीयाल पचपदरा ने मुलजिम अज्ञात के विरूद्व
मुकदमा दर्ज करवाया कि अज्ञात मुलजिम द्वारा रात्रि में हॉउसींग बोर्ड बालोतरा में मुस्तगीस की
बोलेरो एलएलएक्स नम्बर आरजे 04 यूए 1734 को चुराकर ले जाना वगेरा पर पुलिस थाना
बालोतरा पर मुकदमा दर्ज किया जाकर अग्रीम अनुसंधान किया जा रहा है।

लड़कों का बलात्‍कार करने के आरोप में लड़कियों को भी मिल सकेगी सजा

नई दिल्ली. बच्चों को यौन शोषण से बचाने के लिए बनने जा रहे नए कानून प्रोटेक्शन ऑफ चिल्ड्रन फ्रॉम सेक्सुअल ऑफेंसेस एक्‍ट (पीसीएसओए) के प्रावधानों पर गौर करने से पता चलता है कि इसमें कई नई बातें हैं तो कई चिंता बढ़ाने वाली भी हैं। इस कानून का एक प्रमुख प्रावधान यह है कि 18 साल से कम उम्र में सहमति के बावजूद सेक्स करना गैरकानूनी होगा। पहले यह उम्र सीमा 16 साल थी। इसके अलावा नए कानून के प्रावधान आईपीसी में वयस्कों से संबंधित इसी प्रकार के मौजूदा प्रावधानों से इस तरह अलग है।
 
अवयस्कों के लिए रेप में लिंग का महत्व नहीं

1860 में बनी आईपीसी के अनुसार एक पुरुष ही बलात्कार करता सकता है, लेकिन पीसीएसओए के तहत इसे ‘पेने‍ट्रेटिव सेक्सु्अल एसॉल्टल’ कहा जाएगा। इसका मतलब यह हुआ कि जब वयस्कों का मामला होगा तो केवल महिला के साथ ही बलात्कार हो सकता है। पीसीएसओए में पहली बार इस बात की पहचान की गई है कि एक लड़के के साथ एक लड़की या एक महिला भी बलात्कार कर सकती है।

पेनेट्रेशन की परिभाषा में विस्तार

आईपीसी के अनुसार बलात्कार की परिभाषा में पेनेट्रेशन एक आवश्यकक शर्त है और परंपरागत रूप से इसे 'पेनाइल वेजिना इंटरकोर्स' तक सीमित रखा गया है। इसके बरक्स पीसीएसओए के प्रावधानों में पेनाइल पेनेट्रेशन केवल योनि तक सीमित नहीं होकर बच्चे के मुख, यूरेथ्रा या गुदा भी शामिल है। इसके तहत उन परिस्थितियों को भी शामिल किया गया है जहां आरोपी किसी बच्चे के शरीर के किसी हिस्से में किसी हद तक कोई वस्तु या शरीर का कोई हिस्सा ‘पेनेट्रेट’ करता है। 18 साल के किसी बच्चे के साथ ‘ओरल सेक्स’ भी रेप की परिभाषा के तहत आएगा।

दुष्कर्म के लिए सजा बढ़ी

आईपीसी के तहत यदि कोई शख्स किसी महिला की इज्जत के साथ खिलवाड़ करता है तो उसे दो साल की सजा हो सकती है। रुचिका गिरहोत्रा केस में लोगों के गुस्से का नतीजा यह दिखा कि पीसीएसओए के तहत यदि कोई वयस्क किसी बच्चे के साथ दुष्कर्म करता है तो उसे तीन से पांच साल तक की सजा का प्रावधान किया गया है।

पीडित नहीं, आरोपी पर खुद को निर्दोष साबित करने का बोझ

पीसीएसओए में कहा गया है कि बच्‍चों के खिलाफ यौन अपराध के मामले में आरोपी को यह साबित करना होगा कि उसने ऐसा नहीं किया, न कि पीडित को यह साबित करने की जरूरत है कि उसके साथ गलत हुआ। यदि आरोपी अवयस्क है तो मामले की सुनवाई के दौरान बचाव पक्ष की बात पहले रखी जाएगी।

झूठी शिकायत करने वाले बच्चे को कोई सजा नहीं

यदि कोई वयस्क किसी के खिलाफ बच्चों के साथ यौन अपराध के झूठे आरोप लगाता है तो ऐसे शख्स के खिलाफ पीसीएसओए के तहत छह महीने तक कैद का प्रावधान है लेकिन नया कानून किसी बच्चे को ऐसे आरोप लगाने के बाद निर्दोष मानता है। यदि कोई बच्चा यौन शोषण की झूठी शिकायत करता है या गलत सूचना देता तो उसे किसी तरह की सजा नहीं होगी। इसका मतलब हुआ कि यदि कोई अवयस्क दूसरे अवयस्क के खिलाफ झूठे आरोप लगाता है तो आरोप लगाने वाले पर कोई जवाबदेही तय नहीं होती।

एक घंटे का 25 हजार, बाहर ले जाने पर एक लाख रुपए लेने वालीं कॉल गर्ल पकड़ी गईं

नई दिल्ली.राजधानी में विदेशी कॉल गर्ल का रैकेट पुलिस की सख्ती के बावजूद फलफूल रहा है। आलम यह है कि इंटरनेट पर बाकायदा जिस्मफरोशी का रेट तय कर ग्राहकों को लुभाया जा रहा है। मध्य एशिया के उज्बेकिस्तान और किर्गिस्तान जैसे देशों से भारत में आकर देह व्यापार करने वाली युवतियों पर तमाम कोशिशों को बावजूद रोक नहीं लग रही है। ग्राहकों से एक घंटे का 25 हजार रुपये लेने वाली ऐसी ही 6 उज्बेकिस्तानी युवतियों को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने पकड़ा है। पकड़ी गईं कॉल गर्ल बाहर ले जाने के लिए अपने ग्राहकों से एक लाख रुपये वसूलती थीं।
 
पकड़ी गईं सभी युवतियां दक्षिण दिल्ली के पॉश इलाके में पिछले दो सालों से रह रही थीं। इन सभी के पास से लैपटॉप के साथ-साथ 'वीआईपी' ग्राहकों की एक लिस्ट भी बरामद की गई है। कॉल गर्ल का रैकेट दिल्ली में अपनी जड़ें किस कदर जमा चुका है इसका अंदाजा इसी बात से लगता है कि पकड़ी गईं कॉल गर्ल में से एक के पास मैरेज सर्टिफिकेट मिला है, जबकि अन्य पांच स्टूडेंट वीजा पर भारत में रह रही थीं और अपने देश से भारत आया-जाया करती थीं।

गुगरवाल ने मुख्य कार्यकारी अधिकारी का पद भार संभाला


विकास योजनाओं का होगा प्रभावी कि्रयान्वयनःगुगरवाल 

गुगरवाल ने मुख्य कार्यकारी अधिकारी का पद भार संभाला 

बाड़मेर, 30 मई। ग्रामीण विकास योजनाओं के प्रभावी कि्रयान्वयन के साथ आमजन की समस्याओं के समाधान का प्रयास किया जाएगा। सरकारी योजनाओं का जरूरतमंदों एवं वास्तविक लोगों को फायदा मिले। इसके लिए नियमित रूप से मोनेटरिंग भी की जाएगी। यह बात जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एल.आर.गुगरवाल ने बुधवार को पदभार संभालने के बाद कही। 
गुगरवाल ने कहा कि राज्य सरकार की मां के अनुरूप ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज योजनाओं की कि्रयान्विति सुनिचत की जाएगी। महात्मा गांधी नरेगा योजना, मुख्यमंत्री बीपीएल ग्रामीण आवास योजना के साथ समस्त फलेगाीप योजनाओं के जरिए आमजन को अधिकाधिक लाभांवित करने का प्रयास किया जाएगा। गुगरवाल इससे पहले सीकर जिला परिषद में मुख्य कार्यकारी अधिकारी के पद पर कार्यरत थे। इसके अलावा मुख्य कार्यकारी अधिकारी टोंक, उप महानिरीक्षक रजिस्ट्रोन एवं स्टांप, एडीएम अलवर, एडीएम चितौड़ग़, उपखंड अधिकारी जेतारण,पाली, उपखंड अधिकारी गुड़ामालानी, एसीजेएम जालोर, उपखंड अधिकारी बाड़मेर, सहायक कलेक्टर कोटा, उपखंड अधिकारी कपासन चितौड़ग, सहायक कलेक्टर बाड़मेर एवं उदयपुर के पद पर कार्यरत रह चुके है। पदभार संभालने के बाद गुगरवाल ने संबंधित अधिकारियों से जिला परिषद द्वारा संचालित योजनाओं को जानकारी ली। उन्होंने 2 जून को होने वाली तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा के बारे में विस्तार से जानकारी लेने के साथ व्यवस्थाओं की समीक्षा करते हुए आवश्यक निर्देश दिए। 

राहुल का जादू खत्‍म? गुजरात में एक-तिहाई घटी नए युवा कांग्रेस सदस्‍यों की संख्‍या



नई दिल्‍ली. राहुल गांधी का जादू खत्‍म हो रहा है? युवा कांग्रेस में यह सवाल गंभीर हो गया है। भारतीय युवा कांग्रेस (आईवाईसी) के सदस्‍यता अभियान को भारी झटका लगा है। इसके नए सदस्‍यों की संख्‍या तेजी से गिरी है। गुजरात में तो इसमें एक-तिहाई कमी आई है। राज्‍य में अगले साल ही विधानसभा चुनाव होने हैं। तमिलनाडु और झारखंड में भी आईवाईसी के सदस्‍यों की संख्‍या कम हुई है।
 

पांच साल पहले राहुल गांधी ने आईवाईसी की कमान संभाली थी। उन्‍होंने आंतरिक लोकतंत्र और राजनीतिक चरित्र में बदलाव की बातें कर काफी उम्‍मीदें जगाई थीं। पर गुजरात में हाल के सदस्‍यता अभियान में मात्र 2.5 लाख लोग आईवाईसी से जोड़े जा सके हैं। 2010 में यह संख्‍या दस लाख थी। झारखंड में आईवाईसी ने 2010 में करीब 3.5 लाख नए सदस्‍य बनाए थे। हाल के अभियान में मात्र 35 से 40 हजार युवाओं ने आईवाईसी से जुड़ने में दिलचस्‍पी दिखाई।


ये आंकड़े आईवाईसी की राष्‍ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक (31 मई) से ऐन पहले आए हैं। संभव है, बैठक में इस मसले पर चर्चा हो। पार्टी के लिए उत्‍तर प्रदेश बड़ी चिंता का कारण है, जहां अखिलेश यादव युवाओं के नए आईकॉन के रूप में उभर रहे हैं।