शनिवार, 30 जुलाई 2011

जुर्म तो है लेकिन मजबूरी भी, सरकार ने नहीं दिए रोजगार के विकल्प


छह बच्चे, पति के गुर्दे खराब ऐसे में
शराब को बनाया गुजारे का सहारा
जुर्म तो है लेकिन मजबूरी भी, सरकार ने नहीं दिए रोजगार के विकल्प

बाड़मेर
पति रासिंगाराम हथकढी शराब बना कर बेचने का काम करता था, बीते आठ सालों से पति गुर्दे की बीमारी के कारण चल फिर नहीं सकता लिहाजा पति के साथ अपने छह बच्चों के गुजारे के लिए मैंने इसी धंधे को गुजारे के लिए अपना लिया। 

यह कहानी है सांसियों का तला में रहने वाली राधा देवी की, जिसे शुक्रवार दोपहर कोतवाली पुलिस ने चौहटन चौराहे के पास चालीस बोतल हथकढ़ी शराब का परिवहन करते दबोच लिया। कोतवाल मनोज शर्मा ने बताया कि राधा देवी सवेरे एक थ्री-व्हीलर में सवार होकर देशी हथकढी शराब को बेचने के लिए हरिजनों के मोहल्ले में जा रही थी। इसके पास से चालीस बोतल शराब बरामद की है। पुलिस ने महिला को गिरफ्तार कर लिया।
 

मैं नहीं और भी हंै
 

थाने में राधा ने बताया कि वो अकेली ऐसी महिला नहीं है जो शराब बनाने और बेचने का काम करती है। ऐसी करीब दर्जन महिलाएं है जो हर सवेरे शहर में शराब बेचने आती है।
 


निजी बैंकिंग कंपनियों की जांच के लिए चलेगा विशेष अभियान


निजी बैंकिंग कंपनियों की जांच के लिए चलेगा विशेष अभियान
सतर्कता समिति की बैठक में कलेक्टर ने दिए निर्देश
बाड़मेर
गैर सरकारी निजी बैंकिंग कंपनियों एवं क्रेडिट को- ऑपरेटिव सोसायटीज की पड़ताल के लिए विशेष जांच अभियान चलाया जाएगा। जिला स्तरीय अभाव अभियोग एवं सतर्कता समिति की शुक्रवार को आयोजित बैठक में कलेक्टर गौरव गोयल ने ये निर्देश दिए।

उन्होंने कहा जिले के बैंकिंग क्षेत्र में गैर सरकारी एवं निजी फाइनेंसर एवं क्रेडिट को- ऑपरेटिव सोसायटीज की संख्या बढ़ रही है। ये संस्थाएं लोगों को अधिक ब्याज, कम समय में जमा धन दुगुना अथवा तीन गुना जैसी लुभावनी योजनाओं के जरिए गुमराह कर रही हैं। साथ ही ऊंची ब्याज दरों पर ऋण देकर जबरन वसूली सहित गैर कानूनी गतिविधियों में लिप्त हैं। पुलिस के आर्थिक मामलों के विशेषज्ञ अधिकारियों का दल बना कर इनकी जांच के लिए अभियान चलाया जाए।

उन्होंने लीड बैंक अधिकारी को भारतीय रिजर्व बैंक की ओर से मान्यता प्राप्त संस्थाओं की सूची मंगाने, मान्यता के नियमों आदि की विस्तृत जांच करने को कहा। साथ ही बैंकिंग एवं सोसायटी की गतिविधियों से संबंधित मामलों की जानकारी एवं शिकायत सीधी उन्हें करने को कहा। सरकारी बैंकों में ऋण प्रक्रिया पर भ्रष्टाचार की बढ़ती शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए लीड बैंक अधिकारी से कड़ी कार्रवाई करने को कहा। वाहन चोरों के खिलाफ अभियान चलाने के निर्देश देते हुए नाकाबंदी कर कार्रवाई की जाए।
 

उन्होंने शाम आठ बजे के बाद अवैध शराब की बिक्री की रोकथाम के लिए पुलिस एवं आबकारी विभाग को त्वरित कार्रवाई करने की हिदायत दी। बैठक में जिले के कपूरडी गांव में बोथिया जागीर में सरकारी पड़त भूमि को गलत तरमीम करवा कर ओएनजीएसएल से करीब 33 लाख रुपए का मुआवजा दिलाने के प्रकरण में भूमि अवाप्ति अधिकारी को दुबारा जांच करने के निर्देश दिए गए। बैठक में जिला प्रमुख मदन कौर, विधायक कर्नल सोना राम चौधरी, मेवाराम जैन, पदमाराम मेघवाल, नगरपालिका अध्यक्ष उषा जैन, सहित संबंधित विभागीय अधिकारी मौजूद थे।

आकाशीय बिजली गिरने से युवक की मौत

आकाशीय बिजली गिरने से युवक की मौत 
 
बालोतरा। आकाशीय बिजली गिरने की दो अलग-अलग घटनाओं मे एक युवक व चार बकरियों की मौत हो गई। जबकि एक रहवासीय मकान बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। गुरूवार रात बरसात के दौरान ग्राम पंचायत गोपड़ी के वेदरलाई सरहद में एक किसान भंवरसिंह (30) पुत्र राणसिंह बकरियों को झोंपे में बांध रहा था।
 

इसी दौरान गिरी आकाशीय बिजली के कारण भंवरसिंह व चार बकरियों की मौके पर ही मौत हो गई। घटना की सूचना मिलने पर पचपदरा तहसीलदार शैतानसिंह राजपुरोहित, पचपदरा थानाधिकारी उगमराज सोनी, पंचायत समिति सदस्य बाबू खां कलर, पूर्व पंचायत समिति सदस्य श्रीराम गोदारा, समाजसेवी गुमानसिंह वेदरलाई, रहीम खां रिछोली, पटवारी भीखदान चारण मौके पर पहुंचे। मृतक के शव का मौके पर ही पोस्टमार्टम करवाया गया। इसी तरह पाटोदी कस्बे में गुरूवार देर रात विद्युत सब स्टेशन के समीप रहने वाले कंपाउडर लूंबाराम के रहवासीय मकान पर आकाशीय बिजली गिर गई।
 


नेशनल हाइवे पर पिस्तौल की नोक पर लूट


 




बाड़मेर । बाड़मेर-जोधपुर सड़क मार्ग पर स्थित चारलाई गांव के निकट अज्ञात लूटेरों ने पिस्तौल की नोक पर एक कार रूकवाकर लूट की वारदात को अंजाम दिया। लूट की वारदात से गुस्साए ग्रामीणों ने नेशनल हाइवे जाम कर दिया। रात करीब नौ बजे हुई लूट की वारदात के बाद से लेकर समाचार लिखे जाने तक मार्ग जाम था। 

प्राप्त जानकारी के अनुसार बाड़मेर से जोधपुर जा रही एक कार का पचपदरा से सफेद रंग की बिना नम्बर प्लेट की स्कार्पियों ने पीछा करना शुरू किया। करीब तीस किमी दूर चारलाई गांव के निकट स्कार्पियों में सवार लोगों ने ओवरटेक कर कार को रूकवा दिया। स्कार्पियों से उतर कर अज्ञात लूटेरों ने पिस्तौल की नोक पर कार में सवार लोगों को नीचे उतरने का कहा। कार में सवार लोगों से रूपए एवं सोन की चैन छीन लिए। इस दौरान कार के चालक ने हिम्मत दिखाते हुए लूटेरों का मुकाबला किया।
 

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार आरोपियों ने पिस्तौल से फायर भी किया जिसकी आवाज काफी दूर तक सुनाई दी। आरोपियों से हाथापाई के दौरान पिस्तौल नीचे गिर गई तथा आरोपी स्कार्पियों में बैठकर फरार हो गए। घटना की सूचना मिलते ही चारलाई एवं निकटवर्ती सरवड़ी गांव के ग्रामीण बड़ी संख्या में सड़क पर पहुंच गए।
 


पुलिस की कार्यशैली पर नाराजगी जताते हुए एवं आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर नेशनल हाइवे जाम कर दिया। जाम करते ही सड़क मार्ग के दोनों ओर वाहनों की लम्बी कतारें लग गई। घटना की सूचना मिलने के बाद कल्याणपुर थाने से पुलिस जाब्ता पहुंचा,लेकिन समाचार लिखे जाने तक आरोपियों का कोई सुराग नहीं लग पाया। सड़क मार्ग पर जाम भी जारी था

शनि शिगनापुर मंदिर की महिमा अपरंपार

 सूर्य पुत्र शनिदेव के धाम शनि शिगनापुर मंदिर की। शनिदेव के बारे में माना जाता है कि यदि शनि महाराज प्रसन्न हों तो सब कुछ अच्छा, लेकिन यदि ये कुपित हो गए तो इनकी कोध्राग्नि से बचना बेहद मुश्किल है। इसलिए शनिदेव के भक्त अपने ईष्ट को मनाने के लिए उन्हें तेल चढ़ाते हैं।


शनि शिगनापुर मंदिर की महिमा अपरंपार है। महाराष्ट्र के नासिक शहर के पास स्थित शिगनापुर गाँव में शनिदेव का प्राचीन मंदिर है। इस मंदिर में शनिदेव की अत्यंत प्राचीन पाषाण प्रतिमा है। प्रतिमा को स्वयंभू माना जाता है। वास्तव में इस प्रतिमा का कोई आकार नहीं है। मूलतः एक पाषाण को शनि रूप माना जाता है।

शनिधाम शिगनापुर गाँव की भी एक रोचक लेकिन सत्य कथा है। माना जाता है इस गाँव के राजा शनिदेव हैं, इसलिए यहाँ कभी चोरी नहीं होती। इस गाँव के लोग अपने घर में ताला नहीं लगाते हैं, लेकिन उनके घर से कभी एक कील भी चोरी नहीं होती।

यहाँ के लोगों का मानना है कि शनि की इस नगरी की रक्षा खुद शनिदेव का पाश करता है। कोई भी चोर गाँव की सीमारेखा को जीवित अवस्था में पार नहीं कर सकता। गाँव के बड़े-बुजुर्गों को जोर देने पर भी याद नहीं आता कि उनके गाँव में चोरी की कोई छोटी-सी भी घटना हुई हो।

इसके साथ ही लोगों की आस्था है कि शिगनापुर गाँव के अंदर यदि किसी व्यक्ति को जहरीला साँप काट ले तो उसे शनिदेव की प्रतिमा के पास लाना चाहिए। शनिदेव की कृपा से जहरीले से जहरीले साँप का विष भी बेअसर हो जाता है।

शनि शिगनापुर मंदिर में शनिदेव के दर्शन करने, उनकी आराधना करने के कुछ नियम हैं। चूँकि शनिदेव बाल ब्रह्मचारी हैं, इसलिए महिलाएँ दूर से ही उनके दर्शन करती हैं। वहीं पुरुष श्रद्धालु स्नान करके, गीले वस्त्रों में ही शनि भगवान के दर्शन करते हैं।

तिल का तेल चढ़ाकर पाषाण प्रतिमा की प्रदक्षिणा करते हैं। दर्शन करने के बाद श्रद्धालु यहाँ स्थित दुकानों से घोड़े की नाल और काले कपड़ों से बनी शनि भगवान की गुड़िया जरूर खरीदते हैं। लोक मान्यता है कि घोड़े की नाल घर के बाहर लगाने से बुरी नजर से बचाव होता है और घर में सुख-समृद्धि आती है।

कैसे जाएँ-
हवाई यात्रा- यहाँ का सबसे निकटतम हवाई अड्डा पूना में है, जो यहाँ से 160 किमी दूर है।
रेल- यहाँ का निकटतम रेलवे स्टेशन श्रीरामपुर है।
रोड- नासिक से यहाँ के लिए बस, टैक्सी आदि सुविधाएँ उपलब्ध हैं। मुंबई, पूना अहमदाबाद से यहाँ सड़क मार्ग से आया जा सकता है।

शुक्रवार, 29 जुलाई 2011

लड़के की मां से लिया बदला, घसीटकर सरेराह किया निर्वस्त्र

नारनौंद. गांव लोहारी राघो में एक लड़के पर गांव की एक विवाहिता को घर से भगाकर ले जाने के आरोप में कुछ लोगों ने आरोपी लड़के की मां को गली में घसीटा और निर्वस्त्र कर दिया। पुलिस ने मामला दर्ज कर तफ्तीश शुरू कर दी है। गांव में गुरुवार देर शाम तक पंचायत भी हुई। कल कोई फैसला होने की उम्मीद है।

नारनौंद अस्पताल में भर्ती महिला ने बताया कि 24 जुलाई की रात करीब आठ बजे जब वह घर पर बैठी थी तो गांव के ही टिम्मी गाबा, खरायती चावला, बिल्लू पुलिसिया, बाली, बिल्लू, बेदी, सुकली, पूर्ण व पिरथी व अन्य लोग वहां आए। उन्होंने शोर मचाते हुए उनके बेटे प्रवीन उर्फ काला के बारे में पूछा। उसका फोन नंबर मांगा।

आरोप है कि बेटे के बारे में जानकारी न होने की बात कहने पर ये लोग महिला को घर से घसीटते हुए गली में ले आए और उसे निर्वस्त्र कर दिया। ऐसा देख गांव की एक महिला बाहर आई और आरोपियों को रोका। इस पर आरोपी भाग गए। महिला ने उसे कपड़े ओढ़ाए और घर पहुंचाया।

दूसरी तरफ इस मामले में आरोपी पक्ष के लोगों का कहना है कि कुछ दिन पहले धर्मपाल रोहिला का बेटा प्रवीन उर्फ काला गांव की एक विवाहिता को घर से भगा कर ले गया था। दो दिन बाद यह महिला जींद में लावारिस हालत में मिली थी। पुलिस उसे घर छोड़ कर आई थी। इसके बाद ही युवक की मां से बदला लिया गया।

इस बारे में गांव के सरपंच ओम प्रकाश ने कहा कि जिस दिन घटना हुई, वह गांव में नहीं थे। अगर गांव में ऐसा हुआ तो गलत है। थाना प्रभारी ने बताया कि मामला दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।

जयपुर ने याद किया पूर्व राज माता को

जयपुर ने याद किया पूर्व राज माता को 
 
जयपुर। पूर्व राज माता गायत्री देवी की दूसरी पुण्यतिथि पर राजधानी जयपुर में याद किया जा रहा। उनकी याद में कई स्कूलों और संगठनों की तरफ से कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। गायत्री देवी की पुण्यतिथि के अवसर पर देश भर में उनकी फोटो की प्रदर्शनी यात्रा की शुरूआत की जा रही है।

सूत्रों के मुताबिक इस प्रदर्शनी में तीन साल की गायत्री देवी से लेकर उनके अंतिम समय तक की तस्वीरें शामिल की जाएंगी। इसमें उनके बचपन, जवानी, चुनाव अभियान, खेल के प्रति प्यार, विशेष्ाकर पोलो और कारों के साथ उनकी तस्वीरें शामिल की गई हैं।

महाराजा सवाई जय सिंह बेनेवोलेंट ट्रस्ट के ट्रस्टी धमेंद्र कंवर ने बताया कि प्रदर्शनी में गायत्री देवी की कुल 160 तस्वीरों को शामिल किया गया है। ये उन्हीं के द्वारा चुनी गई थीं। सबसे पहले यह प्रदर्शनी गायत्री देवी के उन शहरों में पहुंचेगी जहां उन्होंने सबसे ज्यादा समय बिताया है।
 

नहीं रहे ध्रुपद के उस्ताद फहीमुद्दीन डागर

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नई दिल्ली।। प्रख्यात ध्रुपद गायक उस्ताद रहीम फहीमुद्दीन डागर का लम्बी बीमारी के बाद बुधवार रात निधन हो गया। उनके निधन के साथ ही भारतीय शास्त्रीय संगीत की एक स्वर्णिम आवाज हमेशा के लिए खामोश हो गई है। उन्हें प्रख्यात मुगल संगीतकार तानसेन के गुरु का वंशज कहा जाता था। वह 84 साल के थे।

डागर का एक निजी अस्पताल में लम्बी बीमारी के बाद निधन हो गया। देश के सबसे प्राचीन संगीत घरानों के लिए यह एक अपूरणीय क्षति है। ध्रुपद के डागर घराने ने युवाओं को भी इस गायन शैली की ओर खूब आकर्षित किया है।

डागर को 23 अप्रैल को लकवा मारने के बाद अस्पताल में दाखिल कराया गया था।

वह डागर वाणी ध्रुपद संगीत विद्यालय के वरिष्ठ गुरु थे। उन्होंने छह दशकों से भी लम्बे समय तक दुनिया भर में यादगार प्रस्तुतियां देकर ध्रुपद की ऐतिहासिक विरासत को जीवित बनाए रखने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। डागर के परिवार में उनकी पत्नी और एक बेटी हैं।

उन्हें 2008 में पद्मभूषण से सम्मानित किया गया था, 2010 में उन्हें संगीत नाटक अकादमी रत्न पुरस्कार मिला। उनका जन्म 1927 में राजस्थान के अलवर में हुआ था।

बनारसी साड़ी में कंडोम का इस्तेमाल!

बनारसी साड़ी में कंडोम का इस्तेमाल! 
 

नई दिल्ली। क्या आपको मालूम है कि भारत ही नहीं पूरी दुनिया में मशहूर बनारसी साडियों को बनाने के लिए आम तौर पर किन चीजों की जरूरत होती है? आपमें से अधिकतर का जवाब होगा- सिल्क के धागे, जरी, बॉबिन वाला करघा और इसके साथ ही एक अनुभवी बुनकर। लेकिन यदि हम आपको ये बता दें कि इन सबके अलावा भी एक और अहम चीज है, जिसका बनारसी साड़ी बनाने में सालों से इस्तेमाल किया जाता रहा है। चौंकिएगा मत।

आप मानें या न मानें पर यह सच है कि बनारसी साड़ी बनाने में "कंडोम" की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। बनारस के एक बुनकर के अनुसार खासकर हैंडलूम की बनारसी साडियों में बॉबिन को चिकना बनाने के लिए "कंडोम" का इस्तेमाल किया जाता है। मोटे तौर पर एक अनुमान के मुताबिक बनारस के उन इलाकों में जहां पर बनारसी साडियों की बुनाई का काम सबसे अधिक होता है, रोजाना लगभग छह लाख कंडोम की खपत होती है।

कैसे होता है इस्तेमाल ?
बनारसी साड़ी बनाने वाले एक कारीगर महफूज आलम के अनुसार करघे पर काम करने वाला बुनकर कंडोम को बीच से काटने के बाद इसे बॉबिन पर घिसता है। कंडोम में मौजूद लुबरिकेंट बॉबिन को चिकना बना देता है, जिससे यह धागों के बीच काफी तेज गति से चलता है और बुनाई जल्दी-जल्दी होती है। आलम ने बताया कि "बनारसी साड़ी बनाने में कंडोम का इस्तेमाल किए जाने की इस तकनीक को किसने ईजाद किया, यह कोई नहीं जानता। लेकिन बनारस में जितने भी बुनकर है, लगभग वो सभी साड़ी बुनने में कंडोम का इस्तेमाल करते हैं।" आलम के मुताबिक बनारस में तकरीबन 1.5 लाख करघे हैं, जिन पर बनारसी साड़ी बुनने का काम किया जाता है और एक करघे पर रोजाना चार कंडोम इस्तेमाल किया जाता है।

फ्री व सस्ते ब्रांड का "जुगाड़"
बनारसी साड़ी बनाने के लिए इतनी भारी मात्रा में कंडोम के बंदोबस्त की कहानी भी दिलचस्प है। आलम के अनुसार परिवार नियोजन के लिए मुफ्त में बांटी जाने वाले कंडोम बनारसी साड़ी बुनने में इस्तेमाल किए जाते हैं। बनारस में ऎसे कई एनजीओ और सरकारी संस्थाएं हैं, जो फैमिली प्लानिंग के क्षेत्र में काम कर रही हैं। साड़ी बनाने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली कंडोम के लिए बुनकर आमतौर पर यहां से मिलने वाले मुफ्त कंडोम पर निर्भर करते हैं। इसके अलावा सस्ते ब्रांड के कंडोम भी बुनकरों द्वारा खरीदे जाते हैं। लेकिन बुनकर कंडोम तभी खरीदता है, जब फ्री में मिलने की गुंजाइश नहीं बची हो। बुनकरों से बनारस में संचालित हेल्थ सेंटर्स के कर्मचारियों से अच्छी मिली-भगत होती है और इस जुगाड़ की बदौलत वो काफी अधिक मात्रा में कंडोम फ्री में हासिल करने में कामयाब हो जाते हैं। 

बीवी का सिर काटा और हाथ में लेकर कमरे से बाहर आया

family.jpgमुंबई।। मुंबई के नालासोपारा इलाके में एक दिल दहला देना वाला वाकया सामने आया। गुरुवार दोपहर करीब दो बजे यहां के बिलाल पाड़ा चॉल में रहने वाला चंद्रकांत आहिरे अपने कमरे से बाहर निकला तो उसके हाथ में उसकी बीवी का कटा हुआ सिर था और उसके हाथ व कपड़े खून से सने हुए थे। उसने अपनी बीवी और डेढ़ साल की बेटी संचिता का मर्डर कर दिया था।

चंद्रकांत को देखकर चॉल के लोगों में हड़बड़ी मच गई और लोग इधर उधर भागने लगे। कई लोगों को तो अपनी आंखों पर विश्वास ही नहीं हुआ। किसी ने पुलिस को बुलाया। शुरुआती जांच में पता चला कि चंद्रकांत को शक था कि उसकी बीवी संचिता का किसी और से अफेयर है। इस मामले में चंद्रकांत के पड़ोसी ने भी बताया कि वह अक्सर घर में शराब पीकर आता था और मारपीट करता था।

पुलिस जब चॉल में पहुंची तो आहिरे दरवाजा नहीं खोल रहा था। जब पुलिस ने खिड़की से झांक कर अंदर देखा तो पाया कि वह दोनों लाशों के पीछे बैठा था। जब वे दरवाजा तोड़कर अंदर गए तो उसने भागने की कोशिश न करते हुए अपना जुर्म कबूल लिया। पुलिस मामले की जांच कर रही है। 

लोगों ने फिर कहा "वाह ताज"

लोगों ने फिर कहा "वाह ताज" 
 

नई दिल्ली। दुनिया के सात अजूबों में शुमार ताजमहल ने कमाई के मामले में सबको पछाड़ एक बार फिर अपनी बादशाहत साबित कर दी है। सूत्रों के मुताबिक 2010-11 में सरकार को पर्यटन स्थलों से 87.03 करोड़ की कमाई हुई। इसमें 19.89 करोड़ रूपए की आय के साथ ताजमहल पर्यटकों को आकर्षित करने में सबसे आगे है।

सूत्रों ने बताया कि ताजमहल के बाद आगरा फोर्ट इस मामले में सबसे आगे है। जिसने 10.42 करोड़ रूपए की आय अर्जित की है। तीसरे नंबर के दिल्ली के कुतुब मिनार ने 10.05 करोड़ रूपए की आय की है।

इस बीच, अकेले आगरा सर्कल के आठ स्मारकों से सरकार को 37.85 करोड़ की रिकॉर्ड आय हुई है। वहीं आगरा की आय भी 2009-10 की तुलना में तीन करोड़ का इजाफा हुआ है। यहां फतेहपुर सीकरी 5.73 करोड़ रूपए की कमाई के साथ तीसरे नंबर पर आ गया है।

दिल्ली सर्कल के दस स्मारक 22.95 करोड़ की आय के साथ कमाई के मामले में दूसरे स्थान पर है। यहां हुमायु का मकबरा 6.15 करोड़ रूपए, लाल किला 5.9 करोड़ रूपए, जंतर मंतर 30.25 लाख रूपए, पुराना किला 37.63 लाख रूपए, तुगलकाबाद 2.92 लाख रूपए, फि रोज शाह कोटला से 2.91 लाख रूपए की कमाई हुई है।

इसके बाद औरंगाबाद सर्कल के छह स्मारकों अजंता, एलोरा और औरंगाबाद की गुफाओं 4.27 करोड़ रूपए की कमाई की है। वहीं चेन्नई सर्कल के भुवनेश्वर, बंगलूरू और हैदराबाद ने 2.97 करोड़ रूपए कमाए हैं। 

फांसी के खिलाफ कसाब सुप्रीम कोर्ट में

फांसी के खिलाफ कसाब सुप्रीम कोर्ट में 
 

मुंबई। 26/11 हमलों के दोषी अजमल आमिर कसाब ने फांसी की सजा के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का रूख किया है। सूत्रों के मुताबिक कसाब ने विशेष अनुमति याचिका के तहत हाई कोर्ट के फैसले को शीर्ष अदालत में चुनौती दी है। 

सूत्रों ने बताया कि आर्थर रोड जेल प्रशासन द्वारा दायर की गई यह याचिका सुप्रीम कोर्ट महासचिव को भेजी गई है। याचिका की रजिस्ट्री के बाद कोर्ट सुनवाई की तारीख निर्घारित करेगी। गौरतलब है कि विशेष अदालत द्वारा मुंबई हमलों के मामले में विशेष अदालत ने कसाब को फांसी की सजा सुनाई थी। इस फैसले को कसाब ने हाई कोर्ट में चुनौती दी थी। हाई कोर्ट ने निचली अदालत के फैसले को बरकरार रख याचिका खारिज कर दी थी। 

उल्लेखनीय है कि कसाब मुंबई हमलों का एक मात्र जीवित आरोपी है जिसमे 166 लोग मारे गए थे जबिक 238 लोग घायल हुए थे। 

दो शावकों की मौत

दो शावकों की मौत 
 

भीनमाल। राजपुरा-दांतलवास गांवों के बीच सड़क मार्ग पर बुधवार रात्रि को अज्ञात वाहन की टक्कर से जरख के दो मादा बच्चों की मौत हो गई। सूचना पर वन विभाग के कार्मिकों ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर वाहन से जसवंतपुरा स्थित वन विभाग की चौकी में लाया गया। वहां डॉक्टरों से शवों का पोस्टमार्टम करवाकर अंतिम संस्कार किया गया।

क्षेत्रीय वन अधिकारी अनिलकुमार गुप्ता ने बताया कि गुरूवार सुबह दो जरख के शावकों की मौत की सूचना पर वहां पहुंचकर शव को कब्जे में लिया। प्रारंभिक तौर पर मौत अज्ञात वाहन की टक्कर से होना पाया गया। दोनों मादा शावकों की आयु करीब डेढ़ साल की थी

कोर्ट ने करवाई पहली लेस्बियन शादी

कोर्ट ने करवाई पहली लेस्बियन शादी 
 

गुड़गांव। भारत में भले ही अभी तक समान लिंग वालों की शादी को कानूनी तौर पर मान्यता नहीं मिली है लेकिन गुड़गांव की एक अदालत ने दो लड़कियों की शादी करवा कर उसे कानून मान्यता दे दी। गुड़गांव की सत्र अदालत ने बागपत के खेड़ागांव की रहने वाली बीना और सविता की शादी को मान्यता देते हुए पुलिस को उनको सुरक्षा प्रदान करने का आदेश दिया है।

अदालत ने 2009 के पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के उस आदेश का पालन करते हुए दोनों की शादी को मान्यता दी है जिसमें सभी जिला एवं सेशन न्यायाधीशों को घर से भागने वाले जोड़ों को हर तरह की मदद देने को कहा गया था। बीना और सविता शादी के लिए घर से भाग गई थी। सविता की पहले एक पुरूष से शादी हो चुकी है लेकिन बागपत की खाप पंचायत ने उस शादी को रद्द करवा दिया था।

यह जानते हुए कि भारत में अभी भी इस तरह की शादियां कानूनी रूप से मान्य नहीं है, अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश विमल कुमार ने दोनों के बयान दर्ज करवा लिए। बयान के मुताबिक सविता और बीना ने 22 जुलाई 2011 को अपनी मर्जी से शादी की है। शादी के लिए उनके ऊपर किसी का दबाव नहीं है और न ही किसी लालच के कारण वे ऎसा कर रही हैं। सविता और बीना ने गुड़गांव के एक पब्लिक नोटेरी के यहां शादी के लिए शपथपत्र बनवाया था। गौरतलब है कि दिल्ली हाईकोर्ट ने अपने फैसले में कहा था कि समलैंगिक सम्बन्ध रखना कोई अपराध नहीं है। 

धूमधाम से मनाया जाएगा जैसलमेर का 865वां स्थापना दिवस


धूमधाम से मनाया जाएगा जैसलमेर का 865वां स्थापना दिवस

10 अगस्त को स्वर्णनगरी में होंगे विभिन्न आयोजन

जैसलमेर
स्वर्णनगरी जैसलमेर का 856वां स्थापना दिवस 10 अगस्त को धूमधाम से मनाया जाएगा। स्थापना दिवस पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगेे। विभिन्न क्षेत्रों में बेहतरीन प्रदर्शन करने वाली जिले की प्रतिभाओं को भी सम्मानित किया जाएगा।

परंपराएं आज भी कायम: जैसलमेर की स्थापना विक्रम संवत 1212 की श्रावण शुक्ला द्वादशी के दिन जैसलमेर दुर्ग की नींव रख महारावल जैसलदेव ने की थी। कार्यक्रमों की शुरुआत दुर्ग स्थित कुलदेवी मां स्वांगिया के पूजन तथा महारावल जैसलदेव एवं जैसलमेर के शाही ध्वज के पूजन के साथ होती है। इसके बाद स्वांगिया चौक में नगर की खुशहाली के लिए यज्ञ किया जाता है। इस बार भी यहां गायत्री यज्ञ का आयोजन रखा गया है।

प्रतियोगिताओं का होगा आयोजन: स्थापना दिवस पर स्कूल व कॉलेज के विद्यार्थियों के लिए विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा। इस बार जैसलमेर के वन्य पशु, पक्षी विषयक चित्रकला एवं ‘आपकी सोच में कल का जैसलमेर’ विषय पर पत्र वाचन प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। जिसमें कॉलेज एवं स्कूली विद्यार्थी भाग लेंगे।

प्रतिभाओं का होगा सम्मान: स्थापना दिवस के अवसर पर दुर्ग की तलहटी स्थित अखे प्रोल में शाम 6 बजे होने वाले समारोह में जिले की प्रतिभाओं को सम्मानित किया जाएगा। समारोह के दौरान बोर्ड की परीक्षाओं तथा विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में बेहतर प्रदर्शन करने वाले युवाओं को सम्मानित किया जाएगा। साथ ही स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित प्रतियोगिताओं में प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले छात्रों को भी सम्मानित किया जाएगा।

बाड़मेर क्राइम समाचार .......आहट

बाड़मेर क्राइम समाचार .......आहट


हत्या के आरोप में चार गिरफ्तार 

बाड़मेर  धोरीमन्ना थानातंर्गत मांगता गांव में मंगलवार रात भील समाज के दो परिवारों में हुए झगड़े में एक महिला की मौत के बाद गुरुवार को पुलिस ने नामजद आरोपियों में से चार को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के अनुसार मंगलवार रात्रि आपसी रंजिश के चलते एक परिवार पर दूसरे लोगों ने हमला बोल दिया। घायल लक्ष्मण राम ने रिपोर्ट देकर किशना, चूना, टिकमा, भूरा, अगराराम व गिरधारी ने लाठियों से हमला बोलने का आरोप लगाया था। जिसके बाद पुलिस ने हत्या के मामले में मांगता निवासी भूराराम, चूनाराम, किशनाराम व टिकमाराम को गिरफ्तार कर लिया। वहीं दो आरोपी अगराराम व गिरधारी अभी पुलिस गिरफ्त से दूर है। 
गंभीर को लेकर पुलिस नहीं गंभीर 

हमले में गंभीर घायल हुए सोनाराम को जोधपुर रैफर कर दिया गया था लेकिन गुरुवार को उसके बारे में जानने पर पुलिस का जवाब था कि घायल के बारे में कोई जानकारी नहीं है। है

टांके में गिरने से विवाहिता की मौत 

बाड़मेर  चौहटन आगोर में गुरुवार को एक विवाहिता की टांके में गिरने से मौत हो गई। पुलिस के अनुसार उपरला निवासी पूनमाराम विश्नोई ने रिपोर्ट देकर बताया कि उसकी पुत्री सोहनी() की शादी चार साल पहले चौहटन आगोर निवासी दिनेश विश्नोई से हुई थी। शादी के बाद सास, पति व मामी ससुर उसे दहेज के लिए मारपीट करने लगे। गुरुवार को सुबह 8 बजे के करीब उसके टांके में गिरने से मौत की जानकारी मिली। रिपोर्ट में मृतका के परिजनों ने ससुराल वालों पर हत्या कर टांके में डालने का आरोप लगाया है। मौके पर पहुंची पुलिस ने महिला को टांके से बाहर निकाला और पीएम के बाद शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया। चौहटन थाने में दहेज हत्या का मामला दर्ज करने के साथ ही पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है

टांके में डूबने से महिला की मौत

बालोतरा  निकटवर्तीपचपदरा थानांतर्गत एक विवाहिता की टांके में डूबने से मौत हो गई।पुलिस के अनुसार हनुमानाराम पुत्र हरजीराम जाट निवासी साजियाली ने मामला दर्जकरवाया कि उसकी पत्नी सुखिया उम्र 30 वर्षगुरुवार को घर से खेत में बने टांके पर पानी भरने के लिए गईथी।पैर फिसलने के कारण वह टांके में गिर गई जहां डूबने से उसकी मौत हो गई। सूचना मिलने पर पुलिस ने मौके पर पहुंच शव का पोस्टमार्टम करवा परिजनों को सुपर्द कर दिया

पोल गिरने से बच्च्े की मौत 

पोकरण ग्राम पंचायत भीखोड़ाई में जीएसएस निर्माण के दौरान बिजली का पोल गिर जाने से वहां खेल रहे मुकेश पुत्र आदाराम (7) निवासी भीखोड़ाई की मौके पर ही मौत हो गई वहीं कैलाश (11) निवासी भीखोड़ाई गंभीर रूप से घायल हो गया। घायल को आपातकालीन 108 भणियाणा एम्बूलेंस के ईएमटी चंद्रपाल रतनू, पायलट बरकत खां द्वारा पोकरण चिकित्सालय लाया गया। जहां से उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए डॉक्टरों ने उसे जोधपुर रेफर कर दिया

जब्त किए गुटखे व तंबाकू के पाउच 

बालोतरा  प्रशासन की ओर से प्रतिबंधित प्लास्टिक का निर्माण, भंडारण व विक्रय करने वाले व्यापारियों के खिलाफ गुरुवार को अभियान चलाया गया।उपखंड अधिकारी ओमप्रकाश विश्रोईने बताया कि प्रदूषण नियंत्रण बोर्डके कनिष्ठ अभियंता अनुराग यादव के नेतृत्व में जांच दल ने कार्रवाईकी।विश्रोईने बताया कि दल ने अभियान के दौरान गौर का चौक में मदन मेहरबान जनरल स्टोर से 2 किलो, महामंत्र किराणा स्टोर भैरू बाजार से १३.५ किलो, मनभावन किराणा स्टोर छतरियों का मोर्चा से ३.५ किलो, अन्नपूर्णामिष्ठान भंडार छतरियों का मोर्चा से १.९ किलो, यहीं के गोविंद किराणा स्टोर से ११ किलो गुटखा व तंबाकू के पाउच बरामद किए। उन्होंने बताया कि दल की ओर से उन गुटखा व तंबाकू के पाउचों को बरामद किया गया जो कि प्रतिबंधित प्लास्टिक की पेकिंग में थे। उसके अलावा दल ने कचहरी रोडपर स्थित महासागर जनरल स्टोर से 1 किलो प्लास्टिक केरी बैग भी जब्त किए

सरहदें रोक नहीं सकीं लोक संगीत की सोंधी महक को फैलने से


सरहदें रोक नहीं सकीं लोक संगीत की सोंधी महक को फैलने से











सरहदें रोक नहीं सकीं लोक संगीत की सोंधी महक को फैलने से


बाड़मेर: पाकिस्तान में मांगणियार जाति के लोक कलाकारों ने अपनी गायकी से अलग पहचान बना रखी है। पाक के सिन्ध प्रान्त के मिटठी, रोहड़ी, गढरा, थारपारकर, उमरकोट, खिंपरो, सांगड आदि जिलों में मांगणियार जाति के लोग निवास करते हैं। पाक में रह रहे मांगणियार मूलतः राजस्‍थान के बाड़मेर और जैसलमेर जिलों के हैं, जो भारत-पाक युद्ध (1965 और 1971) में पलायन कर पाक चले गए।
लोक गीतों के माध्यम से थार संस्कृति और परम्परा की छटा बिखेरने वाले मांगणियार कलाकारों की पाक में सम्मानजनक स्थिति नहीं थी। पाक के मांगणियार भी राजपूत जाति के यहां यजमानी कर अपना पालन-पोषण करते थे। सोढा राजपूतों का सिन्ध में बाहुल्य हैं। सोढा राजपूतों की सिन्ध में जागीरदारी होने के कारण कई मांगणियार परिवार भारत-पाक विभाजन के दौरान पाक में रह गए, तो कई परिवार युद्ध के दौरान पाक चले गए। 
बाड़मेर से गये एक परिवार में सन 1961 में संगीत के कोहिनूर ने जन्म लिया। इस कोहिनूर ने, जिसे पाकिस्तान और विदेशों में उस्ताद सफी मोहम्मद फकीर के नाम से जाना जाता हैं, मांगणियार गायकी को पाक में अलग पहचान और ख्‍याति दिलाई। उनके अलावा अनाब खान, शौकत खान, हयात खान, मोहम्मद रफीक, सच्चु खान, सगीर खान ढोली ने मांगणियार संस्कृति को पाक में नई पहचान दी है।
इसके अलावा, बाड़मेर-जैसलमेर सीमा पर स्थित देवीकोट के मूल निवासी फिरोज गुल ने पाक में लुप्त हो चुके हारमोनियम कला को पुनर्जीवित कर काफी नाम कमाया। पाक में आज फिरोज गुल का हारमोनियम बजाने में कोई सानी नहीं है। पाक की मशहूर लोक गायिका आबदा परवीन के दल के साथ फिरोज देश-विदेश में ख्‍याति अर्जित कर रहे हैं। पाक में मारवाड़ी लोक गीतों की जबरदस्त मांग को मांगणियार लोक कलाकार पूरा कर रहे हैं। इन लोक कलाकारों ने पाक में मांगणियार गायकी को नया आयाम प्रदान किया है और मारवाडी लोक गीत-संगीत को पाक में मान-सम्मान दिलाया है। 
इसके अलावा पाक में कृष्‍ण भील, सुमार भील, मोहन भगत, जरीना, माई नूरी, माई डोली, माई सोहनी, सबीरा सुल्तान, दिलबर खान, फरमान अली, आमिर अली, असलम खान, लॉग खान, सुमार खान, मोहम्मद इकबाल जैसे मांगणियार लोक गीत-संगीत के पहरुओं ने राजस्थान की लोक कला, गीत संगीत, संस्कृति और परम्परा को पाक में जिन्दा रखा है। सिन्ध और थार की लोक संस्कृति, परम्पराओं, गीत-संगीत, कला में महज देश का फर्क है।
मांगणियार लोक गायकों ने लोक संगीत के जरिए दोनों देशों की सीमाएं तोड़ दी हैं। पाकिस्तान गए भारतीय मांगणियार परिवारों ने थार शैली के लोक गीत-संगीत को पाकिस्तान में ना केवल जिन्दा रखा, अपितु उसे दुनिया भर में नई उंचाइयां दीं। पाकिस्तान में एक वक्त हारमोनियम समाप्त सा हो गया था, ऐसे में फिरोज मांगणियार ने हारमोनियम को नया जन्म देकर पाकिस्तान में हारमोनियम को लोकप्रियता के शिखर पर पहुंचाया

हंसना आपकी पाचन क्रिया के लिए अच्छा है,

हंसना आपकी पाचन क्रिया के लिए अच्छा है, यह आपके तनाव संबंधी हारमोन का स्तर घटाता है, आपकी प्रतिरक्षा शक्ति को बढ़ाता है और शरीर के भीतरी अवयवों की मालिश करता है। हंसना आपकी आध्यात्मिक सेहत के लिए अभी अच्छा है क्योंकि यह अपने आप में एक तरह का ध्यान भी है। क्या आपने कभी गौर किया है कि हंसते समय आप विचारों और चिंताओं से पूरी तरह मुक्त होते हैं। परस्पर गठबंधन में एक उत्प्रेरक का काम करती है। साथ ही शक्ति को बढ़ाती भी है। यह सच है कि हंसी के बिना गुजरे चार दिन भी आदमी को कमजोर बनाने के लिए बहुत होते हैं। हंसी रचनात्मकता की पराकाष्ठा तक पहुंचने की कुंजी भी है। हंसी हमारे दिमाग को तमाम जुड़ावों से मुक्त करती है। इस कारण यह हमारे मस्तिष्क को लचीला बनाती है जिससे यह नए जुड़ाव बनाने में सक्षम हो जाता है। मुस्कान एक खूबसूरत सौंदर्य उत्पाद है जबकि हंसी ताकत का एक बेहतरीन टॉनिक है

भगवान श्रीकृष्ण के कलयुगी अवतार खाटू श्यामजी।



भगवान श्रीकृष्ण के कलयुगी अवतार खाटू श्यामजी। 

वीर प्रसूता राजस्थान की धरा यूँ तो अपने आँचल में अनेक गौरव गाथाओं को समेटे हुए है, लेकिन आस्था के प्रमुख केन्द्र खाटू की बात अपने आप में निराली है। 

 शेखावाटी के सीकर जिले में स्थित परमधाम खाटू। यहाँ विराजित हैं भगवान श्रीकृष्ण के कलयुगी अवतार खाटू श्यामजी। श्याम बाबा की महिमा का बखान करने वाले भक्त राजस्थान या भारत में ही नहीं बल्कि दुनिया के कोने-कोने में मौजूद हैं।


श्याम मंदिर बहुत ही प्राचीन है, लेकिन वर्तमान मं‍दिर की आधारशिला सन 1720 में रखी गई थी। इतिहासकार पंडित झाबरमल्ल शर्मा के मुताबिक सन 1679 में औरंगजेब की सेना ने इस मंदिर को नष्ट कर दिया था। मंदिर की रक्षा के लिए उस समय अनेक राजपूतों ने अपना प्राणोत्सर्ग किया था। 

खाटू में भीम के पौत्र और घटोत्कच के पुत्र बर्बरीक की पूजा श्याम के रूप में की जाती है। ऐसी मान्यता है कि महाभारत युद्ध के समय भगवान श्रीकृष्ण ने बर्बरीक को वरदान दिया था कि कलयुग में उसकी पूजा श्याम (कृष्ण स्वरूप) के नाम से होगी। खाटू में श्याम के मस्तक स्वरूप की पूजा होती है, जबकि निकट ही स्थित रींगस में धड़ स्वरूप की पूजा की जाती है।



हर साल फाल्गुन मास शुक्ल पक्ष में यहाँ विशाल मेला भरता है, जिसमें देश-विदेश से भक्तगण पहुँचते हैं। हजारों लोग यहाँ पदयात्रा कर पहुँचते हैं, वहीं कई लोग दंडवत करते हुए खाटू नरेश के दरबार में हाजिरी देते हैं। यहाँ के एक दुकानदार रामचंद्र चेजारा के मुताबिक नवमी से द्वादशी तक भरने वाले मेले में लाखों श्रद्धालु आते हैं। प्रत्येक एकादशी और रविवार को भी यहाँ भक्तों की लंबी कतारें लगी होती हैं।



खाटू मंदिर में पाँच चरणों में आरती होती है- मंगला आरती प्रात: 5 बजे, धूप आरती प्रात: 7 बजे, भोग आरती दोपहर 12.15 बजे, संध्या आरती सायं 7.30 बजे और शयन आरती रात्रि 10 बजे होती है। गर्मियों के दिनों में हालाँकि इस समय थोड़ा बदलाव रहता है। कार्तिक शुक्ल एकादशी को श्यामजी के जन्मोत्सव के अवसर पर मंदिर के द्वार 24 घंटे खुले रहते हैं।

दर्शनीय स्थल : श्याम भक्तों के लिए खाटू धाम में श्याम बाग और श्याम कुंड प्रमुख दर्शनीय स्थल हैं। श्याम बाग में प्राकृतिक वातावरण की अनुभूति होती है। यहाँ परम भक्त आलूसिंह की समाधि भी बनाई गई है। श्याम कुंड के बारे में मान्यता है कि यहाँ स्नान करने से श्रद्धालुओं के पाप धुल जाते हैं। पुरुषों और महिलाओं के स्नान के लिए यहाँ पृथक-पृथक कुंड बनाए गए हैं।

कैसे पहुँचें :
सड़क मार्ग : खाटू धाम से जयपुर, सीकर आदि प्रमुख स्थानों के लिए राजस्थान राज्य परिवहन निगम की बसों के साथ ही टैक्सी और जीपें भी यहाँ आसानी से उपलब्ध हैं।
रेलमार्ग : निकटतम रेलवे स्टेशन रींगस जंक्शन (15 किलोमीटर) है।
वायुमार्ग : यहाँ से निकटतम हवाई अड्‍डा जयपुर है, जो कि यहाँ से करीब 80 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है

गुरुवार, 28 जुलाई 2011

पीने से रोकने पर जवान ने बीवी को आग लगाई

जयपुर।। बीवी ने जब पीने से मना किया तो सेना के जवान उसे उसके शरीर पर किरोसिन छिड़कर आग लगा दी। यह घटना राजस्थान के अलवर जिले की है।

जम्मू कश्मीर के लेह जिले में पोस्टेड अशोक कुमार छुट्टी पर अपने घर रोमरोली तीन दिन पहले आया था। रात को जब उसकी पत्नी खाना बना रही थी, तो उसने पीना शुरू कर दिया।

नीमराना पुलिस स्टेशन के जांच अधिकारी ने इस बाबत कहा, चूंकि अशोक लगातार पी रहा था, इसलिए उसकी पत्नी ने खाना फिर से किचन में ले जाकर रख दिया और सोने चली गई। लेकिन सुबह चार बजे जब वह उठी तो देखी कि उसका पति उस वक्त भी पी रहा था, तो उसने उसे मना किया। इसी बात को लेकर दोनों में तकरार होने लगी। पहले तो अशोक ने अपनी पत्नी की पिटाई की और बाद में उसके शरीर पर किरोसिन गिराकर आग लगा दी। 

अधिकारी ने बताया, बाद में पड़ोस के लोगों ने अशोक की पत्नी कमलेश को हॉस्पिटल पहुंचाया। लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। पुलिस ने अशोक को गिरफ्तार कर लिया है। 

लोकपाल से पीएम बाहर, मंत्री अन्दर

लोकपाल से पीएम बाहर, मंत्री अन्दर 
 

नई दिल्ली। भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने गुरूवार को प्रधानमंत्री को लोकपाल के दायरे से बाहर रखते हुए लोकपाल विधेयक के प्रारूप को मंजूरी दे दी जिसे एक अगस्त से शुरू होने वाले संसद के आगामी मानसून सत्र में पेश किया जाएगा।

प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अध्यक्षता में यहां हुई केन्द्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में लोकपाल के प्रारूप को मंजूरी दी गई। केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अम्बिका सोनी और लोकपाल का प्रारूप बनाने के लिए गठित कमेटी के सदस्य केन्द्रीय विधि एवं न्याय मंत्री सलमान खुर्शीद ने बैठक में लिए गए निर्णय की जानकारी संवाददाताओं को दी।

उन्होंने बताया कि लोकपाल विधेयक के प्रारूप को 30 जुलाई तक तैयार कर लेने के वादे को निभाते हुए सरकार ने इसे मंजूरी दी है, जो संसद के आगामी मानसून सत्र में पेश किया जाएगा। उन्होंने बताया कि न्यायपालिका के किसी अतिवरिष्ठ व्यक्ति की अध्यक्षता में लोकपाल कमेटी का गठन किया जायेगा जिसमें अध्यक्ष के अलावा आठ सदस्य होंगे। इनमें से चार सदस्य न्यायपालिका से होंगे।

उन्होंने बताया कि लोकपाल के दायरे में प्रधानमंत्री कार्यालय और सभी मंत्रियों को रखा गया है पर प्रधानमंत्री उसकी परिधि से बाहर रहेंगे। हालांकि सभी पूर्व प्रधानमंत्री अवश्य उसके दायरे में आएंगे। सोनी ने बताया कि लोकपाल के पास आने वाली सभी शिकायतों का निस्तारण सात वर्ष में करना जरूरी होगा अन्यथा सात वर्ष बाद आरोपी स्वत: बरी हो जाएगा। 

बच्चों को पढ़ाएगा बुकीमॉन्स्टर सॉफ्टवेयर

अगर आपका बच्चा पढ़ने में ध्यान नहीं देता तो चिंता की कोई बात नहीं। अब एक ऐसा सॉफ्टवेयर आ गया है जो आपके बच्चे को पढ़ने में मदद करेगा।

जी हां, अब उन पेरेंट्स के लिए एक अच्छी खबर है जो अपने बच्चों को ट्यूशन पढ़ाने के लिए कोई शिक्षक ढूंढ रहे हैं।

सॉफ्टवेयर का नाम बुकीमॉन्स्टर रखा गया है। शोधकर्ताओं का मानना है कि यह बच्चों के लिए रीडिंग कोच साबित होगा। इस सॉफ्टवेयर में कम्प्यूटर से उत्पन्न आवाजों की मदद से पढ़ाई की जा सकेगी। यह सॉफ्टवेयर बच्चों की किताब को पढ़कर भी सुनाएगा। वाइकाटो विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने इस सॉफ्टवेयर को बनाया है

इंटरनेट के शौकीन दंपत्ति ने बेचें तीन बच्चे

चीन में एक युवा दंपत्ति को इंटरनेट पर सर्फिंग करना इतना भाता है कि इसके आगे उन्हें अपने बच्चों से भी मोह नहीं है। मध्य चीन में इस दंपत्ति को इंटरनेट और ऐशो आराम के लिए धन जुटाने की खातिर अपने तीन बच्चों को बेचने के आरोप में पकड़ा गया। बच्चों को बेचकर वे सारी रकम साइबर कैफे में उड़ाते रहे। घटना हुनान प्रांत की है।

न्यूज पोर्टल रेडनेट के मुताबिक, पुलिस ने तीनों बच्चों का पता लगा लिया है। उसके बावजूद 19 वर्षीय ली लोंगवेंग और उनकी 18 वर्षीया पत्नी ली येंग को अपने बच्चे वापस नहीं चाहिए। इनमें एक तीन साल का बेटा, दो साल की बेटी और और एक हाल ही में जन्मा बेटा है।

जियांगडोंग काउंटी की जेल में बंद दंपती से जब पुलिस ने पूछताछ की तो उन्होंने कहा, हमें अपने बच्चे नहीं चाहिए। प्लीज उन्हें वापस मत लाओ। पुलिस के अनुसार, इस आवारा दंपती को अपने जेल में बंद रहने की भी परवाह नहीं है।

दोनों पुलिस से हंसकर पूछते हैं, हम बाहर कब जा सकते हैं। इंटरनेट के आदि इस दंपती की मुलाकात भी 2007 में हुझाऊ शहर के साइबर कैफे में हुई थी। ली अपना स्कूल छोड़कर ली यिंग के साथ रहने लगा। कुछ ही समय में ली गर्भवती हो गई। वह गर्भपात कराना चाहती थी लेकिन ली की मां ने उसे ऐसा नहीं करने दिया। 2008 में उसने एक बेटे को जन्म दिया

चुंबन लेने वाली मुस्लिम लड़कियां गिरफ्तार

सबा राज्य के तवाउ शहर में मलेशियन इस्लामिक अधिकारियों ने सार्वजनिक तौर एक दूसरे का आलिंगन और चुंबन करने वाली दो मुस्लिम लड़कियों गिरफ्तार किया है।

खबरों के मुताबिक उनकी उम्र 16 और 17 वर्ष है। उन्हें तवाउ नगर निगम और ‘सबा इस्लामिक रिलीजियस अफेर्यस डिपार्टमेंट’ के एक संयुक्त अभियान के दौरान मंगलवार को हिरासत में लिया गया।

विभाग के अधिकारी अब्दुल इमाम बासिरन ने बताया कि दोनों लड़कियों को इस्लामी शरियत आपराधिक अपराध अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया गया है।

दोषी पाए जाने की स्थिति में उन पर अधिकतम 15,000 रुपए का जुर्माना, छह माह कैद या दोनों की सजा हो सकती है

अजमेर : पाकिस्तान की विदेश मंत्री द्वारा दरगाह की जियारत ..shandar foto







अजमेर : पाकिस्तान की विदेश मंत्री द्वारा दरगाह की जियारत 

जयपुर, 28 जुलाई। पाकिस्तान की विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार ने आज प्रसिद्घ सूफी संत ख्वाजा मोईनुद्दीन हसन चिश्ती की दरगाह की जियारत की और उनकी पवित्र मजार पर नीले व हरे रंग की मखमली चादर चढ़ाते हुए अपने अकीदत े फूल पेश किये। 
पाकिस्तान विदेश मंत्री ने ख्वाजा साहब े आस्ताने शरीफ में लगभग दस मिनट रूकते हुए हिन्दुस्तान-पाकिस्तान की प्रगाढ़ मैत्री े लिए दुआ मांगी। उन्होंने पांयती दरवाजे े पास दो रकाब शुक्रराना नमाज अदा की। इने साथ पाकिस्तान का आठ सदस्यीय मंडल ने भी जियारत की। 
पाकिस्तान की विदेश मंत्री लगभग साढ़े तीन बजे दरगाह े मुख्य निजाम द्वार पर पहुंची। जहां उने खादिम नातिक चिश्ती व अंजुमन कमेटी े पाधिकारियों ने उनकी अगवानी की । 
वे लगभग आधे घंटे दरगाह रूकी और यहां से सीधे घूघरा हेलीपेड े लिए रवाना हो गई। दरगाह में कड़ी सुरक्षा े बीच उन्होंने सुकून से जियारत की और उन्होंने अंजुमन कमेटी े विजिटिंग रजिस्टर में लिखा की ‘‘उन्हें आज अजमेर ख्वाजा साहब की दरगाह में आकर बहुत प्रसन्नता हुई है, वे शीघ्र ही पुनः दरगाह में हाजरी देने की कोशिश करेगी‘‘ अंजुमन कमेटी े सदर ने भी उनका स्वागत किया। इस मौे पर जिला कलक्टर श्रीमती मंजू राजपाल व जिला पुलिस अधीक्षक श्री बिपिन कुमार पांडे भी मौजूद थे।


 पाक विदेश मंत्री को भावभीनी विदाई 


जयपुर, 28 जुलाई। पाकिस्तान की विदेश मंत्री हिना रब्बानी खार को जयपुर े हवाई अड्डे से गुरूवार सायं भावभीनी विदाई दी गई। 
पाक विदेशमंत्री आज मध्यान्ह जयपुर आने े पश्चात यहां से दोपहर अजमेर दरगाह शरीफ में जियारत करने गई व सायंकाल पुनः जयपुर पहुंची और सांगानेर हवाई अड्डे से लाहौर े लिए प्रस्थान किया। 
प्रमुख शासन सचिव सामान्य प्रशासन विभाग श्रीमती किरण सोनी गुप्ता ने पाक विदेश मंत्री को राजस्थान की काफी टेबल बुक भेंट की। इस अवसर पर जिला कलक्टर श्री नवीन महाजन, अतिरिक्त पुलिस कमिश्नर श्री बीजू जोर्ज जोसफ, उप प्रमुख प्रोटोकोल अधिकारीश्री लोकनाथ सोनी उपिस्थत थे।

ऑक्सफर्ड और कैंब्रिज में पढ़ने का मौका


यूके में पढ़ने के सपने देख रहे हैं तो आप उन स्कॉलरशिप्स का सहारा ले सकते हैं जो ब्रिटेन में विभिन्न यूनिवर्सिटियों द्वारा दी जा रही हैं। अगले सत्र के लिए दी जा रही इन स्कॉलरशिप्स में कुछ की डेडलाइन तो निकल चुकी हैं, लेकिन अब भी बहुत से स्कॉलरशिप्स हैं जिनके जरिए आप विलायती डिग्री का सपना पूरा कर सकते हैं।

ब्रिटेन में पढ़ाई और रिसर्च के लिए वैसे तो ढेरों प्रकार की स्कॉलरशिप और फेलोशिप दी जाती हैं। लेकिन कैंब्रिज और ऑक्सफर्ड की बात ही कुछ और है। इन प्रमुख यूनिवर्सिटियों के लिए मिलने वाली स्कॉलरशिप्स तो हैं ही, और भी तमाम स्कॉलरशिप्स हैं जिन्हें आप अपने कोर्स के हिसाब से चुन सकते हैं।

कॉमनवेल्थ स्कॉलरशिप्स के अलावा फिलहाल आप जिन फेमस स्कॉलरशिप्स के लिए ऐप्लिकेशन दे सकते हैं, वे हैं: रोड्स, डॉ. मनमोहन सिंह और चार्ल्स वैलेस इंडिया ट्रस्ट स्कॉलशिप्स।



रोड्स स्कॉलरशिप 
रोड्स स्कॉलशिप के जरिए चयनित स्टूडेंट्स को जहां ऑक्सफर्ड में सपने साकार करने का मौका मिलता है वहीं डॉ. मनमोहन सिंह स्कॉलरशिप के तहत कैंब्रिज के सेंट जोंस कॉलेज में रिसर्च का मौका मिलता है। इस साल भी आर्ट्स, साइंस, लॉ और मेडिसिन में फर्स्ट क्लास ऑनर्स डिग्री रखने वाले पांच इंडियन स्टूडेंट्स को ऑक्सफर्ड यूनिवर्सिटी में स्कॉलरशिप के जरिए पढ़ने का मौका मिलेगा।

फाइनल इयर स्टूडेंट भी ऐप्लिकेशन दे सकते हैं। इसके लिए आवेदन कर रहे स्टूडेंट्स के लिए पढ़ाई के अलावा अन्य गतिविधियां, जैसे: खेल, थिएटर और कम्युनिटी सर्विस आदि भी अहम होते हैं। ऐप्लिकेशन देने की अंतिम तारीख 31 जुलाई, 2011 है। इस संबंध में अधिक जानकारी वेबसाइट rhodesscholarships-india.com से ली जा सकती है।

डॉ. मनमोहन सिंह स्कॉलरशिप 
इंडियन पीएम के सम्मान में शुरू की गई यह स्कॉलरशिप ज्यादा पुरानी नहीं है। 2007 में ही इसकी शुरुआत की गई, लेकिन कुछ बरसों में यह प्रतिष्ठित स्कॉलरशिप में शुमार है। इस स्कॉलरशिप के जरिए भारतीय स्टूडेंट्स को कई सब्जेक्ट्स में मौके मिलते हैं। सिलेक्टेड स्टूडेंट्स सेंट जोंस कॉलेज से साइंस, इकनॉमिक्स और सोशल साइंस में डॉक्टोरल डिग्री हासिल कर सकते हैं।

ऐप्लिकेशन देने का समय वैसे तो दिसंबर तक है, लेकिन अगर आप ब्रिटेन में पढ़ने को लेकर सीरियस हैं, तो अपने होमवर्क में अभी से जुट जाएं। डॉक्टोरल डिग्री में प्रोग्राम और उससे जुड़े गाइड की भी तलाश करनी होती है। सत्र सितंबर-अक्टूबर में शुरू होते हैं। ऐप्लिकेंट के लिए यहां भी पढ़ाई के अलावा कई चीजें देखी जाती हैं जैसे लीडरशिप क्वॉलिटी वगैरह।

ऐप्लिकेशन सीधे कॉलेज में भेजना होता है। सफल ऐप्लिकेंट्स को फेलोशिप भी कॉलेज ही देता है। इंटरव्यू आमतौर पर फरवरी-मार्च में होते हैं और सफल कैंडिडेट्स के नामों की घोषणा अप्रैल के आसपास की जाती है। इसके लिए ऐप्लिकेशन दिसंबर के अंतिम सप्ताह तक दिए जा सकते हैं। स्कॉलशिप के रूप में एकेडमिक फीस, हवाई खर्च वगैरह शामिल है। इस स्कॉलशिप के लिए स्टूडेंट्स का पीजी होना जरूरी है। चयन प्रक्रिया में इंटरव्यू अहम है। चुनिंदा स्टूडेंट्स को ही इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता है।

चार्ल्स वैलेस इंडिया ट्रस्ट स्कॉलरशिप्स 
ब्रिटेन के लिए आर्ट्स और हेरिटेज कंजर्वेशन के लिए दिए जाने वाले चार्ल्स वैलेस इंडिया ट्रस्ट स्कॉलरशिप्स/अवॉर्ड के लिए भी ऐप्लिकेशन मंगाए जा रहे हैं। इस ट्रस्ट के द्वारा कई प्रकार के स्कॉलरशिप दिए जाते हैं। जैसे: लॉंग टर्म अवॉर्ड्स इन द आर्ट्स एंड हेरिटेज कंजर्वेशन, विजिटिंग फेलोशिप, ट्रांसलेटर फेलोशिप और शॉर्ट टर्म रिसर्च ऐंड प्रोफेशनल विजिट वगैरह। लेकिन कोई भी एक साल से ज्यादा समय के लिए नहीं होता है। आपको स्कॉलरशिप आपने हिसाब से चुननी होगी। जैसे ट्रांसलेटर फेलोशिप को लें। यह फेलोशिप दो महीने की अवधि के लिए होता है। कोई अपर एज लिमिट भी नहीं है। सितंबर तक आवेदन कर सकते हैं। लांग टर्म अवॉर्ड सबसे अहम है और यह हर साल अधिकतम 10 व्यक्तियों को दिया जाता है। इसके लिए इस साल शुक्रवार 25 नवंबर तक नजदीकी ब्रिटिश काउंसिल में आवेदन किए जा सकते हैं।

एमर्जिंग मार्केट स्कॉलशिप्स 
आप एमबीए या इकनॉमिक्स में कोर्स करना चाहते हैं तो एलएसबीएफ (लंदन स्कूल ऑफ बिजनेस एंड फाइनेंस) द्वारा भी कई प्रकार के स्कॉलशिप्स ऑफर किए जाते हैं। इसे एमर्जिंग मार्केट स्कॉलशिप्स के नाम से जाना जाता है। जैसे: ओरेकल कैपिटल स्कॉलशिप, द डाइवर्सिटी स्कॉलरशिप, द विमन इन बिजनेस स्कॉलशिप और द एंटरप्रेनरशिप स्कॉलरशिप। जाने से पहले की औपचारिकताओं, वीजा और यात्रा व्यवस्था में ब्रिटिश काउंसिल स्टूडेंट्स की मदद करती है। इन स्कॉलशिप की जानकारी आप ब्रिटिश काउंसिल से भी ले सकते हैं। वेबलिंक है:www.britishcouncil.org/india-scholarships 

ब्रिटेन के लिए अन्य स्कॉलशिप्स की लिस्ट में से आप अपनी उपयोगिता चुन सकते हैं। याद रहे कि तमाम स्कॉलरशिप्स की प्रक्रिया में लंबा समय लगता है। इस साल हो रहे आवेदन 2012-13 सेशन के लिए हैं।

लिस्ट:

द गोवा एजुकेशन ट्रस्ट स्कॉलशिप्स : यह खास तौर से गोवा के स्टूडेंट्स के लिए है। इसे 2010 में शुरू किया गया था।

न्यूटन इंटरनेशनल फेलोशिप : इसके तहत दो साल तक के लिए पोस्ट डॉक्टोरल रिसर्च का मौका मिलता है।
डॉ. डीसी पवाते मेमोरियल फेलोशिप इन कैंब्रिज : इसके तहत तीन लोगों को विजिटिंग फेलोशिप चार महीने की अवधि के लिए मिलती है।
द ग्रेजुएट स्कॉलरशिप्स एट एलएसई : यह स्कॉलरशिप मास्टर्स प्रोग्राम के लिए दी जाती है।
स्कॉल स्कॉलर फॉर द ऑक्सफर्ड एमबीए
यूनिवर्सिटी ऑफ लिवरपूल स्कॉलरशिप्स
यूनिवर्सिटी ऑफ मैनटेस्टर स्कॉलरशिप्स
एरासमस मुंड स्कॉलरशिप्स
पोस्ट ग्रैजुएट लीगल स्कॉलरशिप एट वारविक लॉ स्कूल
गेट्स कैंब्रिज स्कॉलरशिप्स
ऑक्सफर्ड सेंटर फॉर इस्लामिक स्टडीज स्कॉलरशिप्स
यूनिवर्सिटी ऑफ ग्लासगो: स्कॉलरशिप्स फॉर ग्रैजुएट स्कूल ऑफ मेडिसिन
यूनिवर्सिटी ऑफ आर्ट्स इन लंदन स्कॉलरशिप्स
द किंग्स कॉलेज लंदन स्कॉलरशिप्स 

विदेश जाने के लिए ताक पर रखा रिश्ता और भाई-बहन बन गए पति-पत्नी


मोगा . विदेश जाने के लिए एक भाई ने अपनी ही बहन के साथ शादी रचा ली। यही नहीं दोनों ने मिलकर फर्जी कागजात और प्रमाणपत्र तैयार करवाकर न्यूजीलैंड जाकर रहने लगे।
इस जालसाजी का खुलासा कोई और नहीं बल्कि लड़की के बहनोई ने किया। जिसकी शिकायत पर थाना धर्मकोट पुलिस ने जांच के बाद दो महिलाओं सहित चार लोगों के खिलाफ साजिश, धोखाधड़ी, पासपोर्ट एक्ट और जाली कागज तैयार करने का मामला दर्ज कर लिया है। 
एएसआई पलविंदर सिंह ने बताया की गांव सांगला निवासी नवतेज सिंह ने कुछ महीने पहले पुलिस को दी लिखित शिकायत में आरोप लगाया था की कस्बा धर्मकोट निवासी उसकी साली राजपाल कौर ने विदेश जाने के लिए वर्ष 2007 में जाली कागज के आधार पर पासपोर्ट के लिए आवेदन किया था।
पासपोर्ट तैयार होने के बाद उसकी साली राजपाल कौर अपने परिजनों के साथ मिल कर अपने ही सगे भाई वीर सिंह के साथ शादी कर उसे कोर्ट में रजिस्ट्रर करवा लिया। भाई-बहन से पति पत्नी बनने के बाद दोनों चार साल पहले न्यूजीलैंड जाकर रहने लगे। 
पुलिस ने नवतेज सिंह की शिकायत पर लंबी जांच के बाद शिकायतकर्ता के साले वीर सिंह, साली राजपाल कौर, सास हरबंस कौर और ससुर रेशम सिंह के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। पुलिस का कहना है कि दो आरोपी फिलहाल विदेश में है जबकि दो को गिरफ्तार करने के लिए छापेमारी की जा रही है। इस बाबत विदेश मंत्रालय, पासपोर्ट और वीजा दफ्तर को भी सूचित कर दिया गया है।