सोमवार, 21 फ़रवरी 2011

एक विवाहिता ने अपने दो मासूम बच्चों के साथ टांके में कूद कर आत्महत्या कर ली


जीप की टक्कर से मोटरसाइकिल सवार दो जनों की दर्दनाक मौत
बाड़मेर बालोतरा पचपदरा मार्ग पर रविवार शाम जीप की टक्कर से मोटरसाइकिल सवार दो जनों की दर्दनाक मौत हो गई। थानाघिकारी मदनलाल चौधरी ने बताया कि रविवार शाम सतीश (30) पुत्र चंपालाल निवासी बालोतरा व सुखदेव (32) पुत्र उमाराम निवासी कनाना मोटरसाइकिल पर सवार होकर बालोतरा की तरफ आ रहे थे। भांतगर हाउस के समीप सामने से आ रही जीप के चालक ने तेज गति से लापरवाही पूर्वक वाहन चलाकर मोटरसाइकिल को टक्कर मार दी।
भिडंत इतनी जबरदस्त थी कि काफी दूर तक मोटरसाइकिल के पुर्जे बिखर गए। हादसे में गंभीर घायलो को बालोतरा के राजकीय नाहटा अस्पताल पहुंचाया गया। जहां उपचार के दौरान दोनों ने दम तोड दिया। हादसे के बाद आरोपी जीप चालक मौके से फरार हो गया। दुर्घटना का समाचार मिलने पर अस्पताल व घटना स्थल पर बडी संख्या में लोगों की भीड एकत्र हो गई। पुलिस ने जीप क्रमांक आरजे 19 टीए 2891 तथा मोटरसाइकिल क्रमांक आरजे 04 एसबी 3292 को जब्त कर मामला दर्ज किया।


एक विवाहिता ने अपने दो मासूम बच्चों के साथ टांके में कूद कर आत्महत्या कर ली

बाड़मेर. सदर थानांतर्गत एक विवाहिता को पीहर में होने वाले विवाह समारोह में सुसराल के लोगों द्वारा जाने की अनुमति नहीं देना इतना नागवार गुजरा कि उसने अपने दो मासूम बच्चों के साथ टांके में कूद कर आत्महत्या कर ली। हादसे में विवाहिता के साथ उसके दोनों बच्चों की भी मौत हो गई।

पुलिस ने बताया कि घटना के बाद मृतका के पिता सणाऊ निवासी गुलाराम पुत्र अर्जनराम भील ने मामला दर्ज करवाते हुए बताया कि ससुराल पक्ष की ओर से पीहर(सणाऊ) में होने वाले एक शादी कार्यक्रम में नहीं भेजने से नाराज होकर उसकी पुत्री पालू देवी (23) पत्नी चेतनराम भील अपने दो बच्चों कुमारी चेलू (क्2) व देवाराम (2माह) ससुराल राणीगांव स्थित घर में बने टांके में कूद गई। इससे तीनों की मौत हो गई। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

रविवार, 20 फ़रवरी 2011

राजस्थानी भाषा मान्यता हस्ताक्षर अभियान, राजस्थान की ओलखाण राजस्थानीबाड़मेर



राजस्थानी भाषा मान्यता हस्ताक्षर अभियान, राजस्थान की ओलखाण राजस्थानीबाड़मेर

राजस्थान की ओलखाण राजस्थानी


राजस्थानी भाषा मान्यता हस्ताक्षर अभियान, राजस्थान की ओलखाण राजस्थानीबाड़मेर[चन्दन भटी] राजस्थानी भाषा को मान्यता दिलाने के लिए बाड मेर में कृष्णा संस्था, संकल्प एज्यूकेद्गानल एण्ड सोद्गिायल डवलपमेंन्ट सोसायटी एवं गु्रप फोर पीपुल्स द्वारा राजस्थानी भाषा मान्यता सघर्ष समिति के तत्वाधान में चलाए जा रहे हस्ताक्षर अभियान को थार की जनता का भरपूर समर्थन मिल रहा है। अभियान के तीसरे दिन शनिवार को साढे छः सौ से अधिक लोगो ने दस्तखत कर अपना समर्थन दिया। समिति राजस्थानी भाषा को मान्यता दिलाने के उद्‌देद्गय से जिला कलक्टर कार्यालय के बाहर हस्ताक्षर अभियान संचालित किया जा रहा है। इस अवसर पर जिला परिषद्‌ सदस्य श्रीमती कोसर बानो ने कहा कि राजस्थानी भाषा संसार की सिरेजोड ा भाषावा माये सू एक है, इण में रती भर रो ही फरक कोनी। इण भाषा रौ इतिहास ढाई हजार बरस जूनी है। अर इण रो सयद कौस सैसू लूंठौ है। जिणमें दो लाख दस हजार शब्द है। मिसरी सी मीठी भाषा के सागे भेदभाव कर लोगों मिनखौ रे मूडे माथे तालों लगा दियों। आज तकाल भारत सरकार २२ भाषावां रे मानता दे राखी है राजस्थानी साथे आ दुभांत क्यू? कठै है राजस्थानी लोगो रो समानता रो अधिकार। राजस्थानी मिनखांॅ ने राजस्थानी भाषा ने मानता दे और समानता रो अधिकार देवणों पड ी।

इस अवसर पर संयोजक रिड़मल सिह दांता ने कहा कि राजस्थान की पहचान राजस्थानी से है। राजस्थानी भाषा की मिठास और अदब का कोई सानी नही है। उन्होने कहा कि वृहद संस्कृति की पहचान मायड भाषा राजस्थानी भाषा कोई मान्यता देने दिलाने के लिए आम जनता में जबरदस्त उत्साह है। इस अवसर पर चन्दनसिंह भाटी ने कहा कि हर राजस्थानी के कण्ठ में बसी राजस्थानी भाषा को मान्यता के लिये हर स्तर पर जरूरी प्रयास करने होगें। इसके लिए हर स्तर पर जरूरी प्रयास करने होगें। इसके लिए सामुहिक प्रयासों की आवद्गयकता रहेगी। इस अवसर पर पार्षद सुरतानसिह रेडाणा, अद्गवनी रामावत, रूपसिंह माडपुरा, पार्षद उमा जैन, बोला सरपंच चिमाराम चौधरी, मौलवी हनीफ, ताराराम मेगवाल, दिनेद्गा दवें, एडवोकेट उदयभानसिह, प्रकाद्गा जोद्गाी सहित सैकड ो थारवासियों ने हस्ताक्षर कर अभियान को समर्थन दिया

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