झालावाड़ बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ पर विशाल जागरूकता सम्मेलन आयोजितझालावाड़ 17 अप्रेल। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जन अभाव अभियोग निराकरण समिति अध्यक्ष श्रीकृष्ण पाटीदारने अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ झालावाड़ के तत्वाधान मंे आयोजित बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ जागरूकता सम्मेलन का शुभारंभ माँ सरस्वती के चित्रा पर दीप प्रज्जवलित कर किया। जन अभाव अभियोग निराकरण समिति के अध्यक्ष ने सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान सरकार ने बेटियों को आगे बढ़ाने के लिए कई प्रकल्प खोले है, बालिका शिक्षा को बढ़ाने का संकल्प लिया और आज हर पंचायत मुख्यालय पर सीनियर सैकण्डरी स्कूल है। उन्होंने कहा कि हम तो पढ़ लिख कर आगे बढ़ गये हैं लेकिन बेटी को बचाने के लिए हमंे अशिक्षित को शिक्षित करने का काम भी करना है तभी जाकर हम कन्या भू्रण हत्या जैसे अपराध को रोक सकेंगे। उन्होंने कहा कि यदि बेटी पढ़ गई तो उसका परिवार कभी भी अनपढ़ नहीं रह सकता। बेटी के पढ़ने से परिवार, समाज और देश का नाम रोशन होता है। उन्होंने इस अनूठी और अच्छी पहल के लिए अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ के पदाधिकारियों, आयोजकों और कर्मचारियों को धन्यवाद देते हुए कहा कि इस पहल को जन-जन तक पहुंचाऐं। उन्होंने कहा कि राजस्थान मंे झालावाड़ जिले को नम्बर एक बनाने के लिए सभी का सहयोग और भागीदारी जरूरी है। समारोह मंे जिला प्रमुख श्रीमती टीना कुमारी भील ने संबोधित करते हुए कहा कि प्रत्येक घर मंे बेटी का होना जरूरी है। आज हम सभी यहां से बेटी को बचाने का संकल्प लेकर जायें। उन्होंने कहा कि बेटी घर की शोभा होती है और वो पूरे परिवार का मान-सम्मान बढाती है। समारोह मंे मनोहरथाना विधायक श्री कवंरलाल मीणा ने कहा कि बेटी के जन्म पर महिलाओं की सोच मंे परिवर्तन आया है और आज बेटी के जन्म पर महिलाएं खुश होती नजर आती है। उन्होंने कहा कि बेटी पूरी ईमानदारी से अपनी भूमिका निभाते हुए दो परिवारों मंे पारिवारिक दायित्वों को बखूबी निभाती है। इस अवसर पर जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी ने कहा कि बेटी शब्द का उच्चारण ही बेटी होने का अहसास कराता है। उन्होंने बेटी के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि बेटा व बेटी मंे कभी भी फर्क नहीं समझना चाहिए। बेटियों को शिक्षित करने के लिए राज्य सरकार द्वारा कई प्रकार की योजनाएं संचालित हैं जिनका लाभ लेकर बेटियों को पढ़ायें और आगे बढ़ायें। उन्होंने अपेक्षा की कि झालावाड़ जिला राजस्थान मंे बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ के क्षेत्रा मंे उदाहरण होना चाहिए। उन्होंने कहा कि पहली संतान बेटा हो इस सोच को हमंे बदलना होगा। समारोह मंे नगर पालिका भवानीमण्डी की अध्यक्ष श्रीमती पिंकी गुर्जर, पंचायत समिति झालरापाटन की प्रधान श्रीमती भारती नागर, संजय जैन, नगरपरिषद के सभापति मनीष शुक्ला, उपखण्ड अधिकारी खानपुर हनुमान सिंह गुर्जर, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. साजिद खान, पंचायती राज कर्मचारी संघ के प्रांतीय संघर्ष समिति के संयोजक महेश शर्मा, कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष राजेन्द्र सोनी ने भी सम्मेलन मंे बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ पर अपने विचार व्यक्त किये। समारोह मंे भवानीमण्डी नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष रामलाल गुर्जर एवं गजेन्द्र चौरसिया भी विशिष्ठ अतिथि के रूप मंे मंचासिन थे। समारोह मंे जिला कलक्टर के आग्रह पर बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ मुहिम को आगे बढ़ाते हुए अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ के पदाधिकारियों ने एक पालना ग्रह के लिये 60 हजार रुपये एक माह मंे देने के लिए आश्वस्त किया। कार्यक्रम के प्रारंभ मंे कर्मचारी संघ के पदाधिकारी गजेन्द्र गौतम, विनोद निगम, डॉ. हेमन्त शर्मा, मोबिना मंसूरी, चंदन चतुर्वेदी एवं श्रीमती अशोक कंवर ने भी अपने विचार व्यक्त किये। राष्ट्रीय कवि अनिल उपहार ने कार्यक्रम का संचालन किया तथा अंत मंे चन्दन चतुर्वेदी द्वारा आभार प्रदर्शन किया गया। समारोह मंे जिले भर से कर्मचारी संघ के पदाधिकारी एवं कर्मचारीगणों ने भाग लिया। ---00---
बाड़मेर गरीबॉ को आशियाना उपलब्ध कराने को शुरू होगी प्रधानमंत्री आवास योजनाबाड़मेरगरीबो को आशियाना उपलब्ध कराने के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण प्रारंभ होगी। इसके साथ अब आवास योजना के लिए लाभार्थियांे की सूची बीपीएल के आधार पर नहीं होकर सेक 2011 (सामाजिक, आर्थिक एवं जाति आधारित जनगणना सर्वे) के आधार पर होगी।जिला कलक्टर सुधीर शर्मा ने बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना के क्रियान्वयन एवं आवास की वरीयता सूची के संबंध मंे विकास अधिकारियांे को निर्देशित किया गया है। सेक 2011 को आधार मानते हुए इस सर्वे मंे शामिल लोगांे को प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण का लाभ मिल सकेगा। उन्हांेने बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत चयनित परिवार को आवास बनाने के लिए अब 1 लाख 20 हजार रुपए की राशि दी जाएगी। अब तक इंदिरा गांधी आवास योजना में 70 हजार रुपए की राशि दी जाती थी। इसके साथ इस सूची मंे अपात्र लोगांे के शामिल होने की स्थिति मंे नाम हटाने की कार्रवाई जिला स्तर से की जा सकेगी। जबकि सूची मंे नाम जोड़ने का अधिकार केन्द्र सरकार के पास रहेगा। उल्लेखनीय है कि अब तक इंदिरा आवास योजना मंे बीपीएल सूची 2002 के आधार पर लोगांे को लाभांवित किया जा रहा था। प्रधानमंत्री आवास योजना मंे अब तक सूची मंे जो लोग चयनित हो चुके हैं, उन्हें लाभ से वंचित नहीं किया जाएगा। लेकिन नए वित्तीय वर्ष 2016-17 में भी परिवार इस योजना के लिए चयनित किए जाएंगे, वह आर्थिक और सामाजिक जनगणना के आधार पर ही होगा। यदि तय दायरे में आते है, तो चयनित होंगे और नहीं तो उन्हें योजना का लाभ नहीं मिलेगा। बाहरी हस्तक्षेप खत्म होगा, जिला स्तर कमेटी करेगी तयः प्रधानमंत्री आवास योजना में खास बात यह है कि अब तक ग्राम पंचायतों से लेकर जिला स्तर जो लोग आवास योजनाओं में हस्तक्षेप कर दलाली करते थे, वह एक तरह से खत्म हो जाएगी। इसके लिए सीधे ही जिला कलेक्टर की अध्यक्षता में कमेटी का गठन किया जाएगा। इसमंे एक तो जिला परिषद के सीईओ होंगे और एक अन्य व्यक्ति को चयनित किया जाएगा। इस कमेटी के जिम्मे ही अंतिम वरीयता सूची में नाम तय करना रहेगा। तीसरा प्रतिनिधि किसी स्वयंसेवी संस्था से लिया जाएगा। जो गैर सरकारी होगा। नई योजना के तहत काम 21 अप्रैल सेः ग्रामीण विकास और पंचायतीराज विभाग ने इस नई योजना के तहत इसका प्रारूप तय कर दिया है। इसके तहत 21 अप्रैल से इंदिरा आवास योजना का नाम प्रधानमंत्री आवास योजना से प्रारंभ हो जाएगा। इस तारीख तक ग्राम पंचायतों में लाभार्थियों की जातिवार वरीयता सूची तैयार की जाएगी। 24 अप्रैल तक ग्रामसभा का आयोजन कर ग्राम पंचायतों में वरीयता सूची का सत्यापन अनुमोदन किया जाएगा। इसके बाद 25 अप्रैल को कलेक्टर की अध्यक्षता में कमेटी का गठन कर 30 मई तक किसी के नाम की आपत्ति हो तो उसका निस्तारण प्रक्रिया होगी। 20 जून तक नए वित्तीय वर्ष की नई सूची तैयार की जाएगी।
11 Kg सोना पहनता है ये 'G-बाबा', केजरीवाल से लेकर विदेशी कुड़ियां तक हैं भक्त! उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ कुंभ में करोड़ों की कीमत के सोने के गहनों पहनने के कारण गोल्डन बाबा एक बार फिर आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। इस बीच पत्रिका ने खुलासा किया है कि गोल्डन बाबा वास्तव में दिल्ली के गांधीनगर थाने के हिस्ट्रीशीटर सुधीर उर्फ बिट्टू भगत हैं। सुधीर उर्फ बिट्टू भगत के खिलाफ अपहरण और फिरौती समेत तरीबन 34 मामले विचाराधीन हैं।
अरविंद केजरीवाल के साथ फोटो हुई थी वायरल
गोल्डन महाराज के कारण दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को भी भारी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था। दरअसल विधानसभा चुनाव से पहले गोल्डन बाबा के साथ केजरीवाल की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई थी। इस लेकर केजरीवाल विरोधियों के निशाने पर आ गए थे।
सीएम से लेकर विदेशी तक हैं इनके भक्त
दिलचस्प यह है कि करोड़पति बाबा गोल्डन पुरी के ज्यादातर अनुयायी गरीब तबके के लोग हैं। हालांकि, कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ भी इनकी फोटो है। केजरीवाल की तरह ही गोल्डन बाबा की उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हरीश रावत के साथ भी फोटो हैं। इसके अलावा बाबा के विदेश भक्त भी है, जिनमें लड़कियां भी शामिल है।
11 किलो सोने के गहने
सिंहस्थ में मौजूद गोल्डन बाबा 11 किलो सोने के गहने पहनते हैं। मप्र पुलिस के जवानों उनकी सुरक्षा में मुस्तैद हैं। बताया जाता है कि वे किसी समय गांधीनगर में ही दर्जी का काम करते थे। बाद वे हरिद्वार चले गए। कुछ दिनों बाद लौटे तो गांधीनगर में मंदिर बनवा दिया और धीरे-धीरे आश्रम का रूप देकर महंत बन बैठे। वे भक्तों से नकदी की जगह सोना लेते थे।
5 वर्षों में कई चेहरे
पांच साल में गोल्डन बाबा का चेहरा कई बार बदला। वे 2007 और फिर 2012 में प्रयाग में हुए कुम्भ मेले में भी शामिल रहे हैं। जरायम की दुनिया में बिट्टू भगत उर्फ सुधीर उस वक्त चर्चा में आए जब 2007 में 25 लाख की फिरौती के लिए किए गए अपहरण के मामले में भी उनका नाम सामने आया। दिल्ली पुलिस के मुताबिक, उन पर जबरन धन उगाही के भी आरोप हैं।
मॉस्को।हैवानियत: पति की हत्या कर पालतु कुत्ते के सामने परोस दिया उसका मांसएक रूसी महिला ने पति के साथ रिश्तों में आई तल्खी के बाद इंसानियत की सारी हदें पार कर दीं। मैजोर्का में गिरफ्तार महिला पर आरोप है कि उसने अपने पति की हत्या कर दी। महिला अपने पति से इस कदर नाराज थी कि उसने अपने पति के शरीर का मांस अपने पालतु कुत्ते को परोस दिया। 46 वर्षीय स्वेतलाना बटुकोवा और 66 वर्षीय हेंस हेंकल्स की इसी साल जनवरी में शादी हुई थी। पिछले कुछ सालों से दोनों साथ रह रहे थे, लेकिन दोनों के रिश्तों में कड़वाहट घुल चुकी थी। घरेलू झगड़ों के कारण कई बार पुलिस भी उनके यहां पहुुंची थी। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार नोवोसिबस्र्क की रहने वाली स्वेतलाना बटुकोवा ने ये स्वीकार किया है कि एक बार वह पति की हत्या करवाने के लिए एक व्यक्ति से मिली थी। स्वेतलाना उस व्यक्ति को 50,000 यूरो देने के लिए भी तैयार हो गई थी। पति से थी बेइंतहा नफरतस्वेतलाना को अपने पति से कितनी नफरत थी इसका पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट से चलता है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार स्वेतलाना ने अपने पति हेंस पर मरते दम तक रसोई में इस्तेमाल किए जाने वाले चाकू से कई वार किए थे। कबूली हैवानियत स्वेतलाना ने कबूला है कि उसने अपने मृत पति की लाश से बांह काटी और उसे अपने पालतु कुत्ते के सामने परोस दिया। उसे कोकीन की लत थी। वारदात के कुछ घंटे बीत जाने के बाद उसने पुलिस को फोन किया। पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए जाने के वक्त भी वह ड्रग्स और शराब के नशे में थी। अब स्वेतलाना पर हत्या के आरोप में मुकदमा चलाया जा रहा है। स्वेतलाना अपने पति के साथ स्पेनिश आइसलैंड में सहारा के पूर्वी तट पर मौजूद काला मिलर रिसोर्ट में रहती थी।
इस्लामाबाद:वर्जिन न होने के शक में सुहागरात पर किया बीवी का मर्डरपाकिस्तान में एक दुल्हे द्वारा अपनी बीवी को सुहागरात के दिन जान से मारने वाली घटना सामने आई है। हत्या की वजह शक बताई जा रही है। लड़के को शक था कि उसकी बीवी वर्जिन नहीं है, जिसके चलते उसने हत्या कर दी है। रिपोर्ट्स के मुताबिक शादी की पहली रात दोनों एक-दूसरे से कमरे में बातें कर रहे थे। अचानक लड़के के परिवार को चीखने की आवाज आई। लड़की का नाम खानजादी है और उसने 28 साल बख्श लड़की का चचेरा भाई था।पूछताछ में चौंकाने वोले खुलासे लड़की की मौत की खबर जब उसके मायके वालों को हुई तो उन्होंने तुरंत इस बात की जानकारी पुलिस को दी। पुलिस ने जब उससे कड़ाई से पूछताछ की तो उसने चौंकने वाला खुलासा किया।दूल्हे का दावादुल्हे के मुताबिक वो शादी से पहले भी किसी के साथ शारीरिक सम्बध बना चुकी थी। वो गुस्से में आकर ये बात बर्दाश्त नहीं कर पाया और दुल्हन को मार डाला। पुलिस ने उलटा सवाए करते हुआ पूछ् कि ‘क्या तुम वर्जिन हो’ तो इस सवाल पर लड़के के माथे पर पसीने आ गए और वो चुप हो गया।
अलीगढ़।बेटी बोली- मां की गैर-मौजूदगी में पिता ने बनाए संबंध
उत्तर प्रदेश में अलीगढ़ के गांधीपार्क क्षेत्र में शनिवार देर रात एक व्यक्ति ने अपनी पत्नी की हत्या कर और बाद में खुद को पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस सूत्रों ने बताया कि रात करीब दस बजे नौरंगाबाद शास्त्रीनगर इलाके में सुनील और उसकी पत्नी 40 वर्षीय आशा देवी के बीच किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई।
कपड़े धोने की मुंगरी से पीट-पीटकर मारा
पुलिस सूत्रों के मुताबिक दोनों में बात इस कदर बढ़ गई कि सुनील ने आशा के सिर पर कपड़े धोने की मुंगरी मार दी जिससे उसकी मृत्यु हो गई। पत्नी की हत्या के बाद स्वयं पुलिस नियंत्रण कक्ष को सूचना दी और खुद को पुलिस के हवाले कर दिया। गौरतलब है कि आशा देवी 2009 में गांधीनगर में हुए चौहरे हत्याकांड में तीन साल तक जेल में रह कर आई थी।
बेटी ने बताया- मां के जेल जाने के बाद पिता ने दूसरी महिला से बनाए संबंध
मृतका की बेटी प्रियंका ने पुलिस के समक्ष खुलासा करते हुए कहा कि मां के जेल में रहने के दौरान पिता सुनील के किसी महिला से अवैध संबंध हो गए। इसी बात को लेकर माता-पिता के बीच झगड़ा होता था इस मनमुटाव के चलते सुनील द्वारा पत्नी की हत्या कर दी। पुलिस ने आरोपी को जेल भेज दिया।
क्वितो।7.8 तीव्रता के शक्तिशाली भूकंप से हिला इक्वाडोर, 77 लोगों की मौत
इक्वाडोर के पश्चिमी समुद्र तट के नजदीक 7.8 तीव्रता के शक्तिशाली भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप से मरने वालों की संख्या 77 तक पहुंच चुकी है। साथ ही 570 लोगों के घायल होने की खबर है। भारतीय समय के अनुसार रविवार सुबह 6 बजे भूकंप आया। भूकंप की भयावहता समय गुजरने के साथ सामने आ रही है।
भूकंप के चलते राजधानी क्वितो में इमारतों में दरारें पड़ गई और डरे-सहमे लोग घरों को छोड़कर बाहर निकल आए। भूकंप के बाद सुनामी की चेतावनी भी जारी की गई है।
स्थानीय मीडिया ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि इलाके में घरों की छतें टूट गई है। इस शक्तिशाली भूूकंप के चलते एक फ्लाईओवर भी टूटकर गिर गया। अमरीका के भूवैज्ञानिकों के मुताबिक भूकंप का केन्द्र इक्वाडोर के मुइस्ने है। ये काफी व्यस्त इलाका है, जहां पर लोग मछली पकडऩे के लिए बड़ी संख्या में आते हैं।
भूकंप के कारण सेवाएं बाधित
भूकंप का केन्द्र धरती से महज 10 किलोमीटर अंदर था। भूकंप का केन्द्र राजधानी क्वितो से करीब 170 किलोमीटर दूर है। भूकंप के कारण कई इलाकों में बिजली और मोबाइल सेवाएं बाधित होने की सूचना है।
सुनामी की चेतावनी
सुनामी की चेतावनी जारी करते हुए पेसिफिक सुनामी वार्निंग सेंटर ने बताया गया है कि भूकंप के केन्द्र से 300 किलोमीटर के दायरे में आने वाले समुद्र में ऊंची-ऊंची लहरें उठ सकती हैं। यूएस जिओलॉजिकर सर्वे के अनुसार इस क्षेत्र में 11 मिनटों के दौरान दो भूकंप के झटके महसूस किए गए। इनमें से पहला 4.8 तीव्रता का और दूसरा 7.8 तीव्रता का था।
आपातकाल लगाया
इक्वाडोर के उप राष्ट्रपति ने कहा कि देश में भूकंप के चलते बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है। इसे देखते हुए देश में आपातकाल लगाया गया है। उन्होंने देशवासियों से इस संकट की घड़ी में शांति बनाए रखने की अपील की है।
मुंबई।महाराष्ट्र: 2 हजार करोड़ रुपए का नशीला पाउडर जब्तठाणे क्राइम ब्रांच पुलिस ने इफेड्रिन नामक पाउडर की स्मगलिंग करने वाले एक अंतरराष्ट्रीय रैकेट का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने सोलापुर की एवोन लाइफ साइंसेस नामक फार्मा कंपनी से बड़ी मात्रा में इफेड्रिन पाउडर जब्त किया है। पुलिस ने अब तक साढ़े 18 टन पाउडर जब्त किया है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में जब्त पाउडर की कीमत 2 हजार करोड़ रुपए बताई जा रही है। सबसे बड़ी जब्ती का दावाठाणे पुलिस का दावा है कि इफेड्रिन पाउडर की यह देश की अब तक की सबसे बड़ी जब्ती है। पुलिस ने एक नाइजीरियन सहित कुल 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पकड़े गए लोगों में एवोन लाइफ साइंसेस फार्मा कंपनी का सीनियर प्रोडक्शन मैनेजर भी शामिल है। पुलिस रैकेट से जुड़े कई अन्य लोगों की तलाश में जुटी है। गुजरात के रास्ते पोलैंड में स्मगलिंग ड्रग की स्मगलिंग गुजरात के रास्ते यूरोपीय देश पोलैंड में की जाती थी। पाउडर से मेथ एम. फिटामाइन नामक पार्टी ड्रग बनाया जाता था, जिससे उसकी कीमत बढ़ जाती थी। ड्रग का उपयोग नशेड़ी सूंघकर, इंजेक्शन के जरिए या कोकीन के साथ करते हैं।
अजमेर मुख्यमंत्राी जल स्वावलम्बन अभियान नूर के नाड़े से मिलेगा प्राणियों को जल अजमेर 17 अप्रेल। मानव अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति प्रकृति के द्वारा प्रदत्त दूरस्थ स्त्रोतों से करने के लिए विज्ञान का सहारा ले लेता है। लेकिन पशु पक्षी प्रकृति पर ही पूर्ण रूपेण निर्भर होने के कारण अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए संचय नहीं करते। श्रीनगर पंचायत समिति के सबसे बड़े ग्राम रामसर के निवासियों को पीने का पानी बीसलपुर परियोजना से प्राप्त हो जाता है। पीने के पानी के लिए यत्रा-तत्रा भटकना पशु पक्षियों की नियति बन गया था। बीसलपुर के मीठे पानी के स्थान पर जानवरों तथा पशु पक्षियों को स्थानीय खारे तथा तैलीय पानी से अपनी प्यास बुझानी पड़ती थी। रामसर के ग्रामीणों ने जब मुख्यमंत्राी जल स्वावलबन अभियान के बारे में विभिन्न प्रचार माध्यमों के द्वारा सुना तो कुछ दयावान व्यक्तियों का ध्यान मूक प्राणियों को वर्षभर पानी उपलब्ध करवाने वाले जल स्त्रोत के निर्माण करने की तरफ गया। उन्होंने विचार विमर्श के पश्चात् नूर का नाड़ा की खुदाई का कार्य अंजाम देने का निश्चय किया। ग्राम सभा द्वारा इसकी कार्ययोजना बनाकर जिला स्तर पर भेज दी गई। नूर का नाड़ा झाड़-झंखाड़ से भरा हुआ था। समय की गर्द चढ़ने से नाड़े में भरपुर मिट्टी भर गई थी और यह अपने अस्तित्व का बचाने के लिए संघर्ष कर रहा था।नूर के नाड़े की खुदाई के लिए स्थानीय विधायक, श्रीनगर प्रधान, सरपंच तथा वार्डपंचों की अगुवाई में ग्रामीणों ने उत्साह के साथ खुदाई शुरू कर दी। सबने मिलकर अपने औजारों का उपयोग कर नूर के नाड़े का खोया हुआ नूर पुनः लौटाने के लिए कमर बांध ली। शुरूआत झाडि़यों को हटाने के साथ की गई। उसके पश्चात् मिट्टी को हटाने का काम हाथ में लिया गया। ग्रामीणों ने छोटे-छोटे समूह बनाकर कार्य किया। कुछ ही समय में दूर से देखने पर एक गड्डा नाड़े का रूप लेता हुआ नजर आने लगा। अब यह नाड़ा बारिश का इंतजार कर रहा है ताकि अपने में समेटे जल से चरागाह में चरने वाले जानवरों को वर्ष पर्यन्त अमृत पिलाकर प्राणियों के गलों को तर कर सके। नूर के नाड़े का नूर कयामत तक बना रहे। आमीन।