11 Kg सोना पहनता है ये 'G-बाबा', केजरीवाल से लेकर विदेशी कुड़ियां तक हैं भक्त! उज्जैन में चल रहे सिंहस्थ कुंभ में करोड़ों की कीमत के सोने के गहनों पहनने के कारण गोल्डन बाबा एक बार फिर आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। इस बीच पत्रिका ने खुलासा किया है कि गोल्डन बाबा वास्तव में दिल्ली के गांधीनगर थाने के हिस्ट्रीशीटर सुधीर उर्फ बिट्टू भगत हैं। सुधीर उर्फ बिट्टू भगत के खिलाफ अपहरण और फिरौती समेत तरीबन 34 मामले विचाराधीन हैं।
अरविंद केजरीवाल के साथ फोटो हुई थी वायरल
गोल्डन महाराज के कारण दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को भी भारी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था। दरअसल विधानसभा चुनाव से पहले गोल्डन बाबा के साथ केजरीवाल की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई थी। इस लेकर केजरीवाल विरोधियों के निशाने पर आ गए थे।
सीएम से लेकर विदेशी तक हैं इनके भक्त
दिलचस्प यह है कि करोड़पति बाबा गोल्डन पुरी के ज्यादातर अनुयायी गरीब तबके के लोग हैं। हालांकि, कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ भी इनकी फोटो है। केजरीवाल की तरह ही गोल्डन बाबा की उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हरीश रावत के साथ भी फोटो हैं। इसके अलावा बाबा के विदेश भक्त भी है, जिनमें लड़कियां भी शामिल है।
11 किलो सोने के गहने
सिंहस्थ में मौजूद गोल्डन बाबा 11 किलो सोने के गहने पहनते हैं। मप्र पुलिस के जवानों उनकी सुरक्षा में मुस्तैद हैं। बताया जाता है कि वे किसी समय गांधीनगर में ही दर्जी का काम करते थे। बाद वे हरिद्वार चले गए। कुछ दिनों बाद लौटे तो गांधीनगर में मंदिर बनवा दिया और धीरे-धीरे आश्रम का रूप देकर महंत बन बैठे। वे भक्तों से नकदी की जगह सोना लेते थे।
5 वर्षों में कई चेहरे
पांच साल में गोल्डन बाबा का चेहरा कई बार बदला। वे 2007 और फिर 2012 में प्रयाग में हुए कुम्भ मेले में भी शामिल रहे हैं। जरायम की दुनिया में बिट्टू भगत उर्फ सुधीर उस वक्त चर्चा में आए जब 2007 में 25 लाख की फिरौती के लिए किए गए अपहरण के मामले में भी उनका नाम सामने आया। दिल्ली पुलिस के मुताबिक, उन पर जबरन धन उगाही के भी आरोप हैं।
अरविंद केजरीवाल के साथ फोटो हुई थी वायरल
गोल्डन महाराज के कारण दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को भी भारी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था। दरअसल विधानसभा चुनाव से पहले गोल्डन बाबा के साथ केजरीवाल की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई थी। इस लेकर केजरीवाल विरोधियों के निशाने पर आ गए थे।
सीएम से लेकर विदेशी तक हैं इनके भक्त
दिलचस्प यह है कि करोड़पति बाबा गोल्डन पुरी के ज्यादातर अनुयायी गरीब तबके के लोग हैं। हालांकि, कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ भी इनकी फोटो है। केजरीवाल की तरह ही गोल्डन बाबा की उत्तराखंड के मुख्यमंत्री हरीश रावत के साथ भी फोटो हैं। इसके अलावा बाबा के विदेश भक्त भी है, जिनमें लड़कियां भी शामिल है।
11 किलो सोने के गहने
सिंहस्थ में मौजूद गोल्डन बाबा 11 किलो सोने के गहने पहनते हैं। मप्र पुलिस के जवानों उनकी सुरक्षा में मुस्तैद हैं। बताया जाता है कि वे किसी समय गांधीनगर में ही दर्जी का काम करते थे। बाद वे हरिद्वार चले गए। कुछ दिनों बाद लौटे तो गांधीनगर में मंदिर बनवा दिया और धीरे-धीरे आश्रम का रूप देकर महंत बन बैठे। वे भक्तों से नकदी की जगह सोना लेते थे।
5 वर्षों में कई चेहरे
पांच साल में गोल्डन बाबा का चेहरा कई बार बदला। वे 2007 और फिर 2012 में प्रयाग में हुए कुम्भ मेले में भी शामिल रहे हैं। जरायम की दुनिया में बिट्टू भगत उर्फ सुधीर उस वक्त चर्चा में आए जब 2007 में 25 लाख की फिरौती के लिए किए गए अपहरण के मामले में भी उनका नाम सामने आया। दिल्ली पुलिस के मुताबिक, उन पर जबरन धन उगाही के भी आरोप हैं।
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