गोवंश संरक्षण-संवर्धन के लिए गोपालन विभाग की पहल
जयपुर। गोपालन विभाग की ओर से गौवंश की नस्ल में सुधार लाने की दिशा में आवारा सांडों की नसबंदी करने की योजना चलाई जा रही है। इसे लेकर विभाग का दावा है कि आवारा सांडों और बछड़ों की नसबंदी करने की दिशा में अब तक अच्छा काम हुआ है।
गौरतलब है कि विभाग ने 35 हजार आवारा सांडों और बछड़ों की नसबंदी करने का टारगेट अपने हाथ में लिया था, जिनमें से राज्यभर में अब तक करीब 24 हजार 104 आवारों सांडों और बछड़ों की नसबंदी की जा चुकी है।
गोपालन राज्य मंत्री ओटाराम देवासी का कहना है कि नस्ल सुधार के लिए ऐसे कदम उठाने की बेहद जरुरत है। विभाग की मंशा है कि उन्नत नस्ल के सांडों से प्रजनन कराके गौवंश की नस्ल में सुधार किया जाए। इससे देसी गौवंश के संरक्षण एवं संवर्धन को बढ़ावा मिल सकेगा। साथ ही दुग्ध उत्पादन में भी बढ़ोतरी होगी।
विभाग की ओर से नसबंदी के लिए पशुपालकों को प्रति सांड 150 रुपए की आर्थिक मदद भी दी जा रही है। वहीं पशुधन विकास बोर्ड के जरिए देशी गौवंश के संवर्धन यानि प्रजनन के लिए भी पशुपालकों को प्रति सांड 30 हजार रुपए की सहायता राशि दी जा रही है।
गोपालन राज्य मंत्री ने कहा कि चालू वित्तीय वर्ष में विभाग ने करीब 40 उन्नत नस्ल के सांड पशुधन विकास बोर्ड को उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा है।
जयपुर। गोपालन विभाग की ओर से गौवंश की नस्ल में सुधार लाने की दिशा में आवारा सांडों की नसबंदी करने की योजना चलाई जा रही है। इसे लेकर विभाग का दावा है कि आवारा सांडों और बछड़ों की नसबंदी करने की दिशा में अब तक अच्छा काम हुआ है।
गौरतलब है कि विभाग ने 35 हजार आवारा सांडों और बछड़ों की नसबंदी करने का टारगेट अपने हाथ में लिया था, जिनमें से राज्यभर में अब तक करीब 24 हजार 104 आवारों सांडों और बछड़ों की नसबंदी की जा चुकी है।
गोपालन राज्य मंत्री ओटाराम देवासी का कहना है कि नस्ल सुधार के लिए ऐसे कदम उठाने की बेहद जरुरत है। विभाग की मंशा है कि उन्नत नस्ल के सांडों से प्रजनन कराके गौवंश की नस्ल में सुधार किया जाए। इससे देसी गौवंश के संरक्षण एवं संवर्धन को बढ़ावा मिल सकेगा। साथ ही दुग्ध उत्पादन में भी बढ़ोतरी होगी।
विभाग की ओर से नसबंदी के लिए पशुपालकों को प्रति सांड 150 रुपए की आर्थिक मदद भी दी जा रही है। वहीं पशुधन विकास बोर्ड के जरिए देशी गौवंश के संवर्धन यानि प्रजनन के लिए भी पशुपालकों को प्रति सांड 30 हजार रुपए की सहायता राशि दी जा रही है।
गोपालन राज्य मंत्री ने कहा कि चालू वित्तीय वर्ष में विभाग ने करीब 40 उन्नत नस्ल के सांड पशुधन विकास बोर्ड को उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा है।