मंगलवार, 19 जनवरी 2016

जैसलमेर, गायों में करोंवाल रोग के लिए बचाव ही उपचार है


जैसलमेर, गायों में करोंवाल रोग के लिए बचाव ही उपचार है

पषुपालन विभाग ने रोग के लक्षण व सावधानी की दी जानकारी



जैसलमेर, 19 जनवरी/संयुक्त निदेषक पषुपालन डाॅ. मलखान मीणा ने गायों में होने वाले करोंवाल रोग (बोटयूलिजम) के संबंध में एक पेम्पलेट प्रकाषित कर बताया कि इस रोग के लिए बचाव ही मुख्य उपचार है। उन्होंने बताया कि इस रोग का मुख्य लक्षण यह होगा कि पषु जमीन पर बैठ जाते हैं तथा जीभ बाहर निकाल देते हैं एवं मुंह में लार गिरनी शुरु हो जाती है व पषुचारा पानी व खाना - पीना बन्द कर देता है एवं उसकी दो - तीन दिन में मृत्यु हो जाती है।

उन्होंने बताया कि करों वाला रोग (बोटयूलिजम) आहारमें फोस्फोरस तत्व की कमी से पाईका रोग होने से होता है। इसमें पषु फासफोरस की पुर्ती के लिए मृत पषुओं हडडियां, पत्थर, पोलीथिन व अन्य कचरा खाना शुरु कर देते है गायों व भैसों द्वारा मृत पषुओं की हड्डियां खाने से हस रोग का प्रकोप हेता हे। मृत पषुओं की हडडियों में लगे सडे हुए मांस में क्लोस्टिडियम बोटुलीनम नामक बैक्ट्रिया टोक्सिन पैदा करते है एवं हडडियों में लगे हुए मांस की एक से दो ग्राम मात्रा स्वस्थ पषु की मृत्यु के लिए काफी है।

उन्होंने बताया कि इस रोग से अच्छे दुधारु पषु व ब्याने वाली गायें ज्यादा प्रभावित होती है क्योंकि दुग्ध उत्पादन के लिए व पेट में बछडे की हडियों के बनने के लिए फास्फोरस की आवष्यकता होती है। इस रोग का पुर्व में कोई टीका (वैक्सीन) उपलब्ध नहीं है व बीमार होने पर औष्धियां भी असर नहीं करती है।

उन्होंने बताया कि इस रोग से बचाव के लिए पषुओं को आहार में फास्फोरस तत्व की मात्रा देनी चाहिए। फास्फोरस की पूर्ति के लिए पषुओं को नियमित रुप से मिनरल मिक्सचर पाउडर 25-25 ग्राम व पावडर सोडियम ऐसिड फाॅस्फेट 25 - 25 ग्राम सुबह - शाम आहार में देना चाहिए व वर्ष में तीन बार पेट के कीडों की दवाई पिलानी चाहिए।

रोग से बचाव के लिए पषुओं को मृत पषुओं की हड्डीयां खाने से रोकना चाहिए। इस के लिए मृत पषुओं को गांव से बाहर चार दिवारी या तारबंदी में डालना चाहिए।

---000---

जैसलमेर, सडक सुरक्षा विषेष जांच अभियान के दौरान 24 जनवरी तक ये गतिविधियां कराने के जिला कलक्टर ने दिये निर्देष

जैसलमेर, सडक सुरक्षा विषेष जांच अभियान के दौरान 24 जनवरी तक ये गतिविधियां कराने के जिला कलक्टर ने दिये निर्देष

जैसलमेर, 19 जनवरी/राज्य सरकार के निर्देषानुसार जिले में 18 जनवरी से चालू किये गये सडक सुरक्षा विषेष जांच अभियान के दौरान विभिन्न गतिविधयां करने के संबंध में जिला कलक्टर एवं मजिस्टेªट विष्व मोहन शर्मा ने जिला पुलिस अधीक्षक के साथ ही अधीक्षण अभियन्ता सार्वजनिक निर्माण विभाग, जिला परिवहन अधिकारी, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, प्रमुख चिकित्सा अधिकारी तथा आयुक्त नगर परिषद जैसलमेर व अधिषाषी अधिकारी नगरपालिका पोकरण के पत्र पे्रषित किया।
जिला कलक्टर ने परिवहन व पुलिस विभाग को इस विषेष जांच अभियान के दौरान 24 जनवरी तक सभी भार/यात्री वाहन पर रेट्रो रिफलेक्टिव टेप लगाने के निर्देष दिये व साथ ही निर्देष दिये कि बिना रिफलेक्टिव टेप के चल रहे वाहनों के फिटनेस प्रमाण पत्र निरस्त कियें जावें। इसके साथ ही बैल गाडी, ऊंट गाडी इत्यादि पर भी रिफलेक्टिव टेप लगाने, बिन वैध चालक लाईसेंस द्वारा वाहन संचालन करने पर उसके विरुद्ध कार्यवाही करने, बिना हेलमेट/सीटबैल्ट लगाकर वाहन चलाने वाले चालकों के विरुद्ध कार्यवाही करने, बिना फिटनेस, बिना अनुज्ञापत्र तथा बिना वाहन बीमा कराये संचालित हो रहे वाहनों के विरुद्ध कार्यवाही करनें, क्षमता से अधिक भार परिवहन करने व भार वाहनों में यात्रियों को बैठाकर ले जाने वाले वाहन धारकों के विरुद्ध, नषे में वाहन चलाने वालों, वाहन चलाते समय मोबाइल का उपयोग करने वालो इत्यादि के विरुद्ध कार्यवाही करने के निर्देष दिये।
जिला कलक्टर शर्मा ने नगरीय निकाय के अधिकारियों के साथ ही सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देष दिये िकवे सभी सडकों पर सुस्पष्ट सुचना पट्ट लगावें, गति सीम दर्षाने वाले सुचना पट्ट लगाने, सडक के किनारे आ रहे वृक्षों पर रिफलेक्टर लगाने, चालकों केा बाधित करने वाले वृक्ष व झाडियों की कटाई कराने, दृर्घटना संभावित चिन्हित स्थलों का सुधार करावे।
उन्होंने मुख्य चिकित्सा एवं प्रमुख चिकित्सा अधिकारी को निर्देष दिये कि वे विषेष जांच अभियान के दौरान रेड क्रोस सोसायटी के माध्यम से फस्र्ट एड की टेªंनिग दिलानें, स्वास्थ्य केन्द्रों में वाहन चालकों की आंखो की जांच के लिए षिविर लगाने के निर्देष दिये।
---000---

जैसलमेर, मुख्यमंत्री महोदया की जोधपुर संभाग अधिकारियांे को बिना अनुमति के मुख्यालय परित्याग पर रोक

जैसलमेर,  मुख्यमंत्री महोदया की जोधपुर संभाग  अधिकारियांे को बिना अनुमति के मुख्यालय परित्याग पर रोक 
 

जैसलमेर, 19 जनवरी/मुख्यमंत्री महोदया की प्रस्तावित जोधपुर संभाग की यात्रा को ध्यान में रखते हुए जिला कलक्टर विष्व मोहन शर्मा ने एक आदेष जारी कर जिले के समस्त जिला स्तरीय अधिकारियों को निर्देष दिये है कि वे बिना अनुमति प्राप्त किए अपने मुख्यालय का परित्याग नहीं करेंगे साथ ही अपने अधीनस्थ स्टाफ को भी इस अवधि में मुख्यालय परित्याग की अनुमति प्रदान नहीं करेंगें। इस आदेष की अवेहलना की स्थिति में संबंधित अधिकारी के विरुद्ध नियमानुसार आवष्यक कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।
---000---
 

जैसलमेर भारत पाक सीमावृती गांव मुहार के वासिन्दों को सीमा क्षेत्र विकास कार्यक्रम मेें मिला पीने के पानी का तोहफा




(सफलता की कहानी)

भारत पाक सीमावृती गांव मुहार के वासिन्दों को सीमा क्षेत्र विकास कार्यक्रम मेें मिला पीने के पानी का तोहफा

मानव व पषुधन के पीने के लिए सरकारी स्तर पर पहली बार मिली पानी की सुविधा ,

ग्रामीणों के खिल उठें चेहरे

अब तक कुएं से चड़स से निकालकर पीते थे पानी, वर्षो बाद हुई ग्रामीणों की तमन्ना पूरी


जैसलमेर 19 जनवरी/जैसलमेर में प्राचीन समय से ही पानी की कमी रही है। जैसलमेर के भारत पाक सीमा से सटे सीमवर्ती गांव मुहार जहां आजादी के बाद से अब तक इस गांव के वासिन्दे पुराने गहरे कुएं से बैलों के माध्यम से चड़स सींचकर पीने का पानी निकालकर अपनी व पषुधन की प्यास बुझातें थें। इस कार्य के लिए प्रत्येक परिवार को अधिकतम समय पानी की व्यवस्था के लिए बिताना पडता था।

सीमावर्ती गांव मुहार जो भारत पाक सीमा से मात्र 18 किमी. दूरी पर है एवं वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार इस गांव की जनसंख्या मात्र 189 है तथा यहां पर लगभग 3000 गायें, 20 हजार भेड - बकरियां, 200 गधे व 300 ऊंट है। गांव के वासिन्दों की मुख्य आजीविका का साधन पषुपालन ही है।

उल्लेखनीय है कि वर्ष 2013 में जलदाय विभाग के अधिकारियों ने इस सीमा से सटे गांव का दौरा किया एवं वहां की पानी की स्थिति को देखा तो उन्होंने सीमा क्षेत्र विकास कार्यक्रम के अंतर्गत इस गांव में स्थानीय स्तर पर पानी की व्यवस्था करने के लिए नलकूप निर्माण करने के प्रस्ताव बनाकर जिला कलक्टर को पेष किये गये थें। जिला कलक्टर द्वारा इस कार्य के लिए 29.18 लाख की राषि स्वीकृत की गई। जलदाय विभाग द्वारा गांव में अप्रेल 2015 में नलकूप का निर्माण करवाया जाकर उससे पानी आपूर्ति के लिए डीजल चलित इंजन के लगवाया गया।

केन्द्र प्रवर्तित योजना के अंतर्गत आजादी के बाद इस छोटे से सीमावर्ती गांव में सरकारी स्तर पर पेयजल के लिए सराहनीय कार्य किया गया। इस नलकूप के साथ ही 2 लाख लीटर का स्वच्छ जलाषय, 20 हजार लीटर का भूतल जलाषय, पषुखेली का निर्माण कराया गया साथ ही पम्प रुम का भी निर्माण करवाया गया। पेयजल की सरकारी स्तर पर व्यवस्था हो जाने के कारण मुहार के वासिन्दों के साथ ही वहां के हजारों पषुधन को पीने के पानी की अच्छी सुविधा मिलनी शुरु हो गई। जब पहली बार नलकूप गांव में खोद कर पानी की आपूर्ति शुरु की गई तो ग्रामीणों की खुषी का ठिकाना नहीं रहा। वहीं उन्होंने इस प्रयास के लिए राज्य सरकार के साथ ही जिला प्रषासन व जलदाय विभाग के प्रति भी आभार जताया।

ग्रामीणों ने बताया कि अब तक उनका अधिकतम समय केवल मानव व पषुधन के पीने के लिए ही खपत हो जाता था एवं वे मजदूरी करने के लिए इस कारण बाहर नहीं जा पाते थें। वहीं महिलाएं भी अधिकतम पानी के कार्य में ही सहयोग करती थीें। पानी की सुविधा मिलने से जहां पीने के पानी के लिए जो समय जाया होता था उसमें बचत हो गई वहीं अब वे इस बचत को अन्य मेहनत मजदूरी के लिए काम में लेना प्रारंभ कर दिया जिससें उन्हें आर्थिक सम्बलता भी मिल रही है और पषुपालक अब उत्साह के साथ अपने पषुधन का कार्य कर रहे है। जिस पषुधन को पानी पिलाने के लिए उनको कडी मेहनत करनी पडती थी वहीं पषुधन को दो - तीन दिन के अंतराल में पीने का पानी दिया जाता था अब इस सुविधा के बाद पषुधन को नियमित रुप से पीने का पानी मिल रहा है यहीं नहीं इस क्षेत्र में बहुतायत मात्रा में सेवण घास होने से आस - पास के क्षेत्र के पषुपालक भी यहां अपने पषुधन को बचाने के लिए पहुंचते है तथा उन्हें भी अब पीने के पानी की उपलब्धता होने के कारण उन्हें भी बहुत बडी राहत मिल रही है। इस प्रकार सीमा से सटे मुहार के वासिन्दों के लिए तो जैसे घर बैठें गंगा आ गई हो ऐसा भाव उनके मन मे हिलोरे मार रहा है। हर ग्रामीण के चेहरों पर इस सुविधा की मुस्कान झलक रहीं है।

---000---



जैसलमेर बुधवार को रखी गई सब बैठकें स्थगित



जैसलमेर बुधवार को रखी गई सब बैठकें स्थगित


जैसलमेर 19 जनवरी/जिला कलक्टर विष्व मोहन शर्मा की अध्यक्षता में बुधवार, 20 जनवरी को प्रातः 11 बजे रखी गई बीएडीपी, महानरेगा, मुख्यमंत्री ग्रामीण बीपीएल आवास, सांसद/ विधायक स्थानीय क्षेत्र विकास योजना व राष्ट्रीय पौषाहार सहायता तथा दोपहर 3 बजे रखी गई बीस सूत्री कार्यक्रम की समीक्षा बैठक अपरिहार्य कारणों से स्थगित कर दी गई है। आगामी बैठक के संबंध में अलग से सूचना जारी कर दी जाएगी।

---000---

जैसलमेर गार्गी पुरस्कार के लिए आवेदन पत्र 22 जनवरी तक अनिवार्य रुप सें भेजे



जैसलमेर गार्गी पुरस्कार के लिए आवेदन पत्र 22 जनवरी तक अनिवार्य रुप सें भेजे


जैसलमेर 19 जनवरी/ जैसलमेर जिले के समस्त राजकीय/निजी विधालयों के संस्थाप्रधानों को आदेषित किया जाता है कि सत्र 2014-15 मे उतीर्ण कक्षा-10 एवं 12 (तीनों संकायों) की वे बालिकाए जिन्होने 75 प्रतिषत एवं से अधिक अंक प्राप्त किये है। उनकों क्रमषः गार्गी एंव बालिका प्रोत्साहन पुरस्कार राषि वितरित की जानी है।

जिला षिक्षा अधिकारी माध्यमिक हरिप्रकाष डिण्डोर ने इस संबंध मे बताया कि जिले के सभी विधालयों को तत्संबंधी बालिकाओं की सूचियां एवं आवेदन फार्म भिजवाये जा चुके है। अतः 22 जनवरी तक जिला षिक्षा अधिकारी माध्यमिक कार्यालय को आवेदन प्रस्तुत करें। किसी पात्र बालिका के पुरस्कार से वंचित रहने की स्थिति मे समस्त उत्तरदायित्व संबंधित संस्थाप्रधान का होगा। साथ ही सत्र 2013-14 मे उतीर्ण बालिकाए जिन्होने कक्षा 10 एवं 12 मे 75 प्रतिषत एवं से अधिक अंक प्राप्त किये है तथा वर्तमान मे निरन्तर अध्ययनरतः है के आवेदन भी साथ भिजवायें। ताकि बालिकाओं को द्वितीय किस्त का भुगतान किया जा सके।

जैसलमेर गरीबों के लिए वरदान है भामाषाह स्वास्थ्य बीमा योजना- डाॅ.चावला



जैसलमेर गरीबों के लिए वरदान है भामाषाह स्वास्थ्य बीमा योजना- डाॅ.चावला

ईलाज के लिए मिलेगी 30 हजार से 3 लाख रूपये तक की केषलैस सुविधा



जैसलमेर 19 जनवरी/ भामाषाह स्वास्थ्य बीमा योजना के व्यापक प्रचार प्रसार एवं जानकारी प्रदान करने के उद्देष्य से स्वास्थ्य भवन में मंगलवार को प्रेसवार्ता का आयोजन किया गया । प्रेसवार्ता को सम्बोधित करते हुए डाॅ. राजा चावला, संयुक्त निदेषक, जयपुर ने बताया कि भामाषाह स्वास्थ्य बीमा योजना गरीबों के लिए एक वरदान है । योजना के अन्तर्गत रोगी के इलाज की राषि का पुनर्भरण बीमा कंपनी द्वारा अस्पताल कांे किया जाता है। भामाषाह स्वास्थ्य बीमा योजना में प्रत्येक परिवार में सामान्य बीमारी में 30 हजार रूपए तक और गंभीर बीमारी में 3 लाख रूपए तक की कैषलेष चिकित्सा सुविधा मिलती है।

डाॅ. चावला ने बताया कि 13 दिसंबर 2015 से प्रारम्भ की गई भामाषाह स्वास्थ्य बीमा योजना द्वारा जनता के द्वारा स्वास्थ्य पर किए जा रहे खर्च को कम करके एवं गरीब व्यक्ति के उच्च निजी चिकित्सालयों में भी सुविधा प्राप्त करने के अवसर बढाने का प्रयास किया जा रहा है।

भामाषाह स्वास्थ्य बीमा योजना के लाभार्थी

डाॅ.एन.आर.नायक मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि योजना के अंतर्गत राजस्थान राज्य के राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (एनएफएसए) व राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना (आरएसबीवाई) में आने वाले परिवारों को इसका लाभ दिया जा रहा है।

भामाषाह स्वास्थ्य बीमा योजना के लाभ

उन्होने बताया कि योजना के अंतर्गत लाभार्थी के लिए सभी चिकित्सा सुविधाएं कैषलेस होती है। प्रत्येक परिवार को प्रतिवर्ष सामान्य बीमारियों के लिए 30 हजार रूपये व चिन्हित गंभीर बीमारियों के लिए 3 लाख रूपये तक का स्वास्थ्य बीमा कवर दिया जाता हैं। योजना के अन्तर्गत चिन्हित बीमारी के लिए आवष्यक भर्ती के अतिरिक्त, अस्पताल भर्ती से पूर्व सात दिन यथा बाद के 15 दिन की चिकित्सा भी कवर होगी। ह्रदय रोग तथा अत्यधिक आधात की स्थिति में 100 से 500 रूपए तक का यात्रा भत्ता भी बीमा राषि में शामिल होगा।

योजना में सम्मिलित परिवार की पहचान

उन्होने बताया कि भामाषाह स्वास्थ्य बीमा योजना हेतु लाभार्थी अस्पताल में अपने साथ भामाषाह कार्ड /राषन कार्ड / आरएसबीवाई कार्ड से संबंधित पहचान दस्तावेज अवष्य लावें।

उन्होने बताया कि योजना के अंतर्गत लाभार्थी को जैसलमेर में स्वास्थ्य सुविधाएं श्री जवाहिर चिकित्सालय, जैसलमेर तथा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पोकरण में सुविधा प्रदान की जा रही है। चिकित्सालय में स्वास्थ्य मार्गदर्षक द्वारा रोगी का पंजीकरण साॅफ्टवेयर में किया जाता है । डाॅ.नायक ने बताया कि भामाषाह स्वास्थ्य बीमा योजना के क्रियान्वयन से पात्र मरीजों को ईलाज में काफी संबल मिलेगा।

उन्होने उपस्थित मीडिया बंधुओं को भामाषाह स्वास्थ्य बीमा योजना के व्यापक प्रचार प्रसार में आवष्यक सहयोग प्रदान करने की अपील की । उन्होने बताया कि चिकित्सा संस्थानों पर पर्याप्त मात्रा में जिला स्तर से भिजवाये गये भामाषाह स्वास्थ्य बीमा योजना के पोस्टरों, लीफलेट्स व ब्रोषर प्रदर्षित किये गये है । चिकित्सालयों की ओपीडी में तथा ग्राम पंचायत मुख्यालयों पर आयोजित किये जा रहे आरोग्य राजस्थान स्वास्थ्य षिविरों में आने वाले मरीजों को भी योजना के बारे में जानकारी आवष्यक रूप से प्रदान की जा रही है। योजना का एएनएम व आषा सहयोगिनियों के माध्यम से व्यापक प्रचार प्रसार कर आमजन को योजना के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान की जा रही है।

जैसलमेर राष्ट्रीय मतदाता दिवस कार्यक्रम के अन्तर्गत ‘प्रदर्षनी’ का आयोजन



जैसलमेर राष्ट्रीय मतदाता दिवस कार्यक्रम के अन्तर्गत ‘प्रदर्षनी’ का आयोजन

जिला कलक्टर शर्मा ने किया फोटो प्रदर्षनी का उदघाटन

अधिक से अधिक लोगो को अवलोकन कराएं प्रदर्षनी का


जैसलमेर 19 जनवरी/ राष्ट्रीय मतदाता दिवस - 25 जनवरी के कार्यक्रमों की कडी में मंगलवार को अमर शहिद सागरमल गोपा राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में राष्ट्रीय मतदाता जागरूकता प्रदर्षनी का आयोजन किया गया। जिला कलक्टर विष्व मोहन शर्मा ने फीता काटकर प्रदर्षनी का विधिवत उदघाटन किया। इस अवसर पर अतिरिक्त जिला कलक्टर भागीरथ शर्मा, तहसीलदार धर्मराज गुर्जर के साथ ही अन्य अधिकारी एवं षिक्षा जगत से जुडे प्रतिनिधि उपस्थित थे।

जिला कलक्टर शर्मा एवं अन्य अतिथियों ने प्रदर्षनी का बारीकी से अवलोकन किया। निर्वाचन विभाग राजस्थान द्वारा तैयार किए गए निर्वाचन संबंधी विभिन्न रंगीन पैनल प्रदर्षनी में प्रर्दषित किए गए है। जिला कलक्टर ने बताया कि इस प्रदर्षनी को अधिक से अधिक लोगो को दिखाए ताकि वें मतदान प्रक्रिया एवं अपने मत के महत्व के बारे में जान सके वही इस रंगीन छाया चित्रों के माध्यम से प्राचीन तरीके की निर्वाचन पद्वति एवं नवीन निर्वाचन पद्वति से भी रूबरू हो सके। उन्होने बताया कि प्रदर्षनी में लगे पैनल वास्तव में निर्वाचन प्रक्रिया के लिए वास्तव में ज्ञानवर्धक है इसलिए उन्होने विद्यालायों के विद्यार्थियों एवं युवा मतदाता को इसका अवलोकन कराने के निर्देष दिए।

इस मतदाता जागरूकता फोटो प्रदर्षनी में शीर्षस्थ चुनावाी दौर में चुनाव सभा को सम्बोधन करने, मत डालने, मतगणना प्रक्रिया, बैलेट पेपर से मतगणना प्रक्रिया, प्राचीन समय में चुनाव परिणामों के प्रर्दषन एवं उनको देखने के लिए उमडी भीड, निर्वाचन प्रक्रिया को देखने आए विदेंषी दल के भ्रमण, राजस्थान में चुनावी महोत्सव में गुजरे दिनो के चुनाव प्रचार अभियान की पद्वति, महिलाओं की मतदान के प्रति सहभागिता, निःषक्त जन , वृद्व मतदाताओं द्वारा मत डालने के प्रति उत्साह, लोकसभा एवं विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों की मतदाता सूचियों में नाम सम्मिलित किए जाने के लिए योग्यताएं एवं अयोग्यताएं, बूथ लेवल अधिकारियों के दायित्व एवं कर्तव्य, निर्वाचन विभाग की वेबसाइट की जानकारी से सम्वन्धित रंगीन पैनल प्रर्दर्षित किए गए है।

इस प्रर्दषनी के उदघाटन समारोह के अवसर पर सहायक निदेषक सांख्यिकी डाॅ बृजलाल मीना, जिला साक्षरता एवं सतत षिक्षा अधिकारी राजकुमार विष्नोई, प्राचार्य अमर शहीद सागरमल गोपा विद्यालय नवल किषोर गोयल के साथ ही निर्वाचन विभाग के दलपत सिंह, भीम गिरी, भगु राम व षिक्षकगण उपस्थित थे।



---000---

बाड़मेर,माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की परीक्षाआंे पर रहेगी विशेष नजर

बाड़मेर,माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की परीक्षाआंे पर रहेगी विशेष नजर

बाड़मेर, 19 जनवरी। माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान अजमेर की मार्च माह मंे शुरू होने वाली मुख्य परीक्षाओं की निगरानी के लिए जिला कलक्टर और पुलिस अधीक्षक को निगरानी और व्यवस्थाओं की जिम्मेदारी सौंपी गई है। परीक्षा के दौरान व्यवस्था और अनुचित साधनों की रोकथाम के लिए जिला स्तरीय परीक्षा संचालत समितियां गठित की जाएगी। इस बार नकल रोकने के लिए भी पुख्ता इतंजाम किए जाएंगे।
अधिकारिक सूत्रांे के मुताबिक राज्य स्तरीय उच्चाधिकार प्राप्त परीक्षा समिति की बैठक में तय किया गया कि जिला कलक्टरों की अध्यक्षता में गठित होने वाली परीक्षा संचालन समिति के सह अध्यक्ष पुलिस अधीक्षक होंगे और जिला शिक्षा अधिकारी को सदस्य सचिव बनाया जाएगा। बारहवीं और वरिष्ठ उपाध्याय की परीक्षाएं 3 मार्च से और सैकंण्डरी एवं प्रवेशिका परीक्षा 10 मार्च से शुरू होंगी। यह परीक्षाएं 29 मार्च को समाप्त होगी।
सशस्त्र पुलिस बल तैनात होगाः माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की परीक्षाओं के दौरान जिलों में प्रश्न-पत्र वितरण केन्द्रों पर सशस्त्र पुलिस को तैनात किया जाएगा। संवेदनशीन और अतिसंवेदनशील परीक्षा केन्द्रों पर पुलिस जाप्ते के साथ सीसीटीवी कैमरे एवं टेबलेट से विशेष निगरानी रखी जाएगी। परीक्षा केन्द्रों पर पुलिसकर्मियों एवं होम गार्ड की तैनाती होगी। इस बार बाड़मेर, दौसा, करौली, सवाईमाधोपुर, जोधपुर, नागौर, सीकर व झुंझुंनू जिलों में सुरक्षा के विशेष इंतजाम होंगे। आमतौर पर इन जिलों में सर्वाधिक नकल एवं अनुचित साधनों के प्रयोग के मामले सामने आते हैं। निजी विद्यालयों के परीक्षा केन्द्रों पर माइक्रो आब्जर्वर भी नियुक्त होंगे। प्रश्न-पत्र पुलिस थानों में रखवाने की व्यवस्था के साथ जिलों में उपखण्ड मजिस्ट्रेट, वृताधिकारी एवं तहसीलदार संयुक्त निरीक्षण करेंगे।
अंग्रेजी उत्तर पुस्तिकाओं में बार कोडिंगः मूल्यांकन व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के लिए इस बार बोर्ड की उत्तर पुस्तिकाओं में बार कोडिंग की व्यवस्था शुरू की जा रही है। इस साल फिलहाल अंग्रेजी की उत्तर पुस्तिकाओं में यह व्यवस्था लागू होगी।