मंगलवार, 17 नवंबर 2015

बाड़मेर 489 ग्राम पंचायत मुख्यालयो पर बनेंगे अनाज गोदाम

बाड़मेर 489 ग्राम पंचायत मुख्यालयो पर बनेंगे अनाज गोदाम
जिले की समस्त ग्राम पंचायत मुख्यालयों पर कन्वर्जेंन्स के माध्यम से 100 मैट्रिक टन क्षमता के अनाज गोदामों का निर्माण कराया जाएगा। महात्मा गांधी नरेगा योजनान्तर्गत गोदाम निर्माण कार्य के लिए ग्रामीण 

विकास एवं पंचायतीराज विभाग ने दिशा-निर्देश जारी किए है।


जिला कार्यक्रम समन्वयक एवं जिला कलक्टर एम.एल.नेहरा ने बताया कि बाड़मेर जिले की 489 ग्राम पंचायतों में अनाज गोदाम भवन निर्माण और स्थान चिन्हित करने के लिए सहकारिता विभाग की संस्थाओं और खाद्य नागरिक आपूर्ति विभाग का सहयोग लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि गोदाम के लिए भूमि का चयन आबादी के आस-पास उपयुक्त स्थान पर किया जायेगा। केन्द्र सरकार से प्राप्त राशि सशर्त होने के कारण गोदाम निर्माण की प्रक्रिया शीघ्र शुरू करने के निर्देश दिए गए है। उन्होंने बताया कि पंचायती राज विभाग ने प्रोजेक्ट के तहत प्रत्येक गोदाम निर्माण के लिए लगभग 22.39 लाख रुपए की राशि निर्धारित की है। इसमें 9.67 लाख रुपये श्रम मद एवं 12.72 लाख रुपये सामग्री मद में खर्च किए जाएंगे। उन्हांेने बताया कि अनाज गोदाम निर्माण की नोडल एजेन्सी के रूप में ग्राम पंचायतों भूमिका निर्धारित की गई है। निर्माण कार्य की मॉनिटरिंग जिला कलेक्टर और अन्य सहयोगी संस्थाएं करेगी। सहकारिता विभाग की संस्थाआंे और खाद्य नागरिक आपूर्ति विभाग की सहमति से चयनित भूमि विभाग को आवंटित की जाएगी। एक गोदाम के लिए अधिकतम एक एकड़ जमीन आवश्यक होगी जिसमें 40 गुणा 50 साईज के गोदाम का निर्माण होगा। उन्हांेने बताया कि सभी ग्राम पंचायतों में अनाज गोदाम निर्माण के कार्य को शीघ्र पूरा कराने का प्रयास किया जाएगा जिससे प्रत्येक ग्राम पंचायत में अतिरिक्त अनाज को सुरक्षित रखा जा सकेगा। क्योंकि गोदामों की कमी के कारण बड़ी मात्रा में अनाज भण्डारण के अभाव में खराब हो जाता है।
अतिरिक्त जिला कार्यक्रम समन्वयक सुरेश कुमार दाधीच ने बताया कि महात्मा गांधी नरेगा योजना में गोदाम निर्माण पर 16.10 लाख रुपए तथा पंचायती राज व ग्रामीण विकास विभाग की (टीएफसी, एसएफसी, निबंध, डांग, मगरा विकास योजना) मद से 6.29 लाख रुपए व्यय होंगे। उन्होंने बताया कि गोदाम निर्माण में अकुशल श्रम कार्य महात्मा गांधी नरेगा योजनान्तर्गत जॉब कार्डधारी परिवारों से कराया जाएगा। इसमंे ठेका प्रक्रिया के साथ मानव श्रम के बदले मशीनों का प्रयोग भी पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा।
यहां बनेंगे अनाज गोदामः
प्रत्येक ग्राम पंचायत स्तर पर संचालित होने वाले अटल सेवा केंद्र के पंचायत भवन के पास इन गोदामों का निर्माण होगा। गोदाम निर्माण के लिए शीघ्र ही ग्राम पंचायत स्तर पर जमीनों को चिन्हित किया जाएगा। ग्राम पंचायत के पंचायत भवन के पास अगर गोदामों के निर्माण के लिए जमीन की उपलब्धता किसी कारण नहीं हो पाती तो पंचायत स्तर की सरकारी जमीन पर इनका निर्माण किया जाएगा।
इन बातों का रखना होगा ध्यानः
गोदाम निर्माण कराते समय निर्माण स्थल की ऊंचाई, पानी निकासी, बिजली, गैस एवं ऑयल पाइपलाइन से दूरी, पार्किंग व्यवस्था, हड्डी क्रेशिंग मिल, पशुवध गृह, चमड़े के कारखाने, मल जल उपचार संयत्र से 500 मीटर दूरी, डेयरी एवं मुर्गीपालन केंद्र से 300 मीटर दूरी, पैट्रोल पंप, फैक्ट्री से 150 मीटर दूरी का ध्यान रखना होगा।

बाड़मेर में नरेगा के साथ कन्वर्जेन्स से बनेंगे 632 आंगनबाड़ी केन्द्र

बाड़मेर में नरेगा के साथ कन्वर्जेन्स से बनेंगे 632 आंगनबाड़ी केन्द्र
बाड़मेर ।


जिले में महात्मा गांधी नरेगा योजनान्तर्गत महिला एवं बाल विकास तथा पंचायतीराज विभाग की विभिन्न योजनाआंे के साथ कन्वर्जेन्स के माध्यम से 632 आंगनबाड़ी केन्द्र बनाए जाएंगे। इसके तहत पूरे प्रदेश मंे 1385 आंगनबाड़ी केन्द्रांे का निर्माण आगामी चार वर्षाें मंे कराया जाएगा।
जिला कलक्टर एम.एल.नेहरा ने बताया कि केन्द्र सरकार ने आईपीपीई ब्लाक तथा 20 हार्डबर्डन जिलांे मंे कन्वर्जेन्स के माध्यम से आंगनबाड़ी केन्द्रांे का निर्माण मय शौचालय तथा पीने के पानी की सुविधा आगामी चार वर्षाें मंे कराने के निर्देश दिए है। प्रत्येक आंगनवाड़ी केन्द्र पर 6.60 लाख रूपए व्यय किए जाएंगे। इसमंे महात्मा गांधी नरेगा योजना से 5 लाख रूपए, महिला एवं बाल विकास विभाग से शेष राशि तथा शौचालय एवं पीने के पानी की व्यवस्था के लिए पंचायतीराज विभाग के चैदहवे वित्त आयोग से राशि खर्च की जाएगी। नेहरा ने बताया कि आंगनबाड़ी केन्द्रांे के चारांे तरफ बच्चांे के अनुकूल ग्रीन फैन्सिंग करने का कार्य करने के निर्देश दिए गए है। उन्हांेने बताया कि राज्य के चिहिन्त 20 हार्ड बर्डन जिलांे बाड़मेर, अलवर, बांरा, बीकानेर, चितौड़गढ, चुरू, दौसा, धौलपुर, डूंगरपुर, जयपुर, झूंझनू, जोधपुर, टोंक, करोली, कोटा, राजसमंद, सवाई माधोपुर, सिरोही, उदयपुर मंे 1385 आंगनबाड़ी केन्द्र बनाए जाने है। इन आंगनबाड़ी केन्द्रांे का निर्माण कम से कम 600 वर्ग फीट क्षेत्रफल मंे किया जाना है। ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज विभाग ने महात्मा गांधी नरेगा योजना के प्रावधान के अनुसार स्वीकृति जारी करवाकर आंगनबाड़ी केन्द्रांे का निर्माण कार्य शीघ्र प्रारंभ करने के निर्देश दिए है। महात्मा गांधी नरेगा योजना के अतिरिक्त जिला कार्यक्रम समन्वयक सुरेश कुमार दाधीच ने बताया कि इन कार्याें की कार्यकारी एजेंसी ग्राम पंचायत होगी। साथ ही श्रम सामग्री अनुपात का संधारण जिला स्तर पर किया जाएगा।

बाड़मेर बीएडीपी से बदलेगी चार ग्राम पंचायतो की तस्वीर

बाड़मेर बीएडीपी से बदलेगी चार ग्राम पंचायतो की तस्वीर

बाड़मेर जिले की चार ग्राम पंचायतो में स्वच्छता, स्वास्थ्य, सड़क, शिक्षा, विद्युत के साथ समस्त आवश्यक सुविधाएं जुटाई जाएगी। इन ग्राम पंचायतो में आधारभूत सुविधाएं जुटाने के लिए सीमांत क्षेत्र विकास कार्यक्रम में विशेष प्रावधान किया गया है। प्रत्येक ग्राम पंचायत में दो करोड़ रूपए खर्च होंगे।

बाड़मेर।

जिले की सीमावर्ती चार ग्राम पंचायतांे मंे सीमांत क्षेत्र विकास कार्यक्रम के तहत समस्त आधारभूत सुविधाएं जुटाई जाएगी। इसके लिए ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज विभाग ने सीमांत क्षेत्र विकास कार्यक्रम के तहत विशेष प्रोजेक्ट को मंजूरी देते हुए अतिरिक्त राशि आवंटित की है। प्रदेश के तीन जिलांे की 16 ग्राम पंचायतांे मंे समग्र विकास कराया जाना है।

कार्यवाहक जिला कलक्टर एम.एल.नेहरा ने बताया कि बीएडीपी मंे विशेष बजट आवंटित करते हुए श्री योजनान्तर्गत सग्रम ग्राम विकास योजना के तहत विकास कार्य कराए जाएंगे। बाड़मेर जिले की सरहदी ग्राम पंचायतांे बुरहान का तला, बाखासर, मिठड़ाउ, गडरारोड़ ग्राम पंचायतांे मंे दो-दो करोड़ रूपए की लागत से विकास कार्य कराए जाएंगे। इसके लिए संबंधित विकास अधिकारियांे को आधारभूत सुविधाआंे संबंधित कार्याें के प्रस्ताव 20 नवंबर तक भिजवाने के निर्देश दिए गए है। उन्हांेने बताया कि इन ग्राम पंचायत मुख्यालयांे पर मूलभूत सुविधाएं स्वच्छता, स्वच्छ पेयजल, ग्रामीण आतंरिक सड़कें मय नाली निर्माण, शिक्षा एवं चिकित्सा सुविधा के साथ विद्युत व्यवस्था की जाएगी।

कैसे होगी स्वच्छताः विशेष प्रोजेक्ट के तहत प्रत्येक गांव को साफ-सुथरा बनाने के साथ खुले मंे शौच से मुक्ति, गंदे पानी की व्यवस्थित निकासी एवं निस्तारण, नाली निर्माण एवं उनकी सफाई की व्यवस्था, ठोस एवं तरल कचरा संग्रहण एवं प्रबंधन के साथ सार्वजनिक शौचालयांे की व्यवस्था की जाएगी।

स्वास्थ्य सुविधाः प्रत्येक गांव मंे वर्ष पर्यन्त स्वच्छ पेयजल की उपलब्धता के साथ राजकीय,सामुदायिक परिसर मंे स्वच्छ पेयजल की उपलब्धता, फ्लोराइड युक्त एवं खारा पानी वाले क्षेत्र में वाटर ट्रीटमेंट तथा आरओ प्लांट स्थापित किए जाएंगे।

आतंरिक सड़कांे की सुविधाः प्रत्येक गांव मंे सुगम यातायात के लिए आतंरिक सड़कांे की सुविधा मय नाली के साथ प्रत्येक गांव को मुख्य सड़कांे से जोड़ना। इसी तरह राजकीय कार्यालयों, शिक्षा एवं चिकित्सा केन्द्रांे तथा धार्मिक स्थलांे तक सुगम मार्ग की पहुंच सुनिश्चित करना।

शिक्षा एवं चिकित्सा सुविधाः प्रत्येक गांव मंे छात्र संख्या के अनुपात मंे शाला भवनांे एवं कमरों का निर्माण, प्रयोगशालाआंे की समुचित व्यवस्था,उपकरण एवं रसायनांे की उपलब्धता, चिकित्सा एवं शिक्षा केन्द्रांे मंे शौचालय, पेयजल की सुविधा, छात्रांे के शारीरिक एवं कौशल विकास के लिए खेल मैदान, पुस्तकालय एवं खेलकूद की समुचित व्यवस्था, शिक्षा एवं चिकित्सा इकाइयांे मंे पंखों,फर्नीचर, बैड की व्यवस्था तथा चिकित्सा उपकरणांे एवं दवाइयांे की व्यवस्था की जाएगी।

विद्युत व्यवस्थाः प्रत्येक घर मंे रोशनी, राजकीय भवनांे, शिक्षा एवं चिकित्सा केन्द्रांे मंे रोशनी की व्यवस्था की जाएगी। गांवांे के आम रास्तांे, सार्वजनिक स्थलांे एवं ग्राम चैपालांे पर समुचित रोशनी की व्यवस्था की जाएगी।

जल भागीरथी फाउंडेषन बना भारतीय प्रायद्वीप से चुने जाने वाला का पहला गर्वनर

वल्र्ड वाटर काउंसील में राजस्थान का एनजीओ होगा गर्वनर

जल भागीरथी फाउंडेषन बना भारतीय प्रायद्वीप से चुने जाने वाला का पहला गर्वनर



फ्रांस के मार्सिले शहर में आयोजित वल्र्ड वाटर काउंसील की साधारण सभा की बैठक में जल भागीरथी फाउंडेषन को फोरम में गर्वनर के रूप में चुना गया है संस्था की ओर से प्रबंधन्यासी पुथ्वीराज सिंह ने इस सम्मान के लिए सभी को धन्यवाद दिया। गौरतलब है कि जल भागीरथी फाउंडेषन पष्चिमी राजस्थान में पारम्परीक जल स्त्रातों के संर्वंधन एवं संरक्षण का कार्य कर रही है। भारतीय उपमहाद्वीप से पहली बार कोई संस्थान इस अग्रणी वैष्विक जल संगठन में गर्वनर के रूप में चुनी गई है । इस अवसर पर विष्व के लगभग 160 देषों से आए प्रधिनिधियों ने अपनी उपस्थती दर्ज करवाई।

वल्र्ड वाटर काउंसील , सयुक्त राष्ट्र संगठन के साथ ही ओ.ईसी.डी के साथ करीबी तालमेल से कार्य करते है इसके अलावा विष्व बैंक, वल्र्ड इकाॅनोमिक फोरम सरीखे जल संरक्षण एवं संर्वधन नीतियों के वैष्विक नीतिनिर्माताओं के साथ भी बेहतर तालमेल के साथ विष्व जल निती निर्धारण एवं क्रियान्वयन पर कार्य करती है। विष्व स्तर पर आयाजित होने वाला सबसे बडा जलनीति एवं मंथन कार्यक्रम वल्र्ड वाॅटर फोरम जिसमें देष विदेष के 40000 से अधिक प्रतिभागी होते है का आयोजन भी वल्र्ड वाटर काउंसील ही करती है।

हैदराबाद।हैदराबाद: लिफ्ट में सिर फंसने से 4 साल की नर्सरी स्टूडेंट की मौत



हैदराबाद।हैदराबाद: लिफ्ट में सिर फंसने से 4 साल की नर्सरी स्टूडेंट की मौत


हैदराबाद में स्कूल की लिफ्ट एक चार साल की मासूम बच्ची के लिए मौत की वजह बन गई। शहर के दिलसुख नगर स्थित एक प्राइवेट स्कूल में मंगलवार सुबह हुए इस दर्दनाक हादसे में नन्ही बच्ची का सिर लिफ्ट के दरवाज़ों के बीच इस कदर बुरी तरह से फंस गया कि बच्ची ने मौके पर ही दम तोड़ दिया। इस घटना के बाद स्कूल परिसर में हड़कम्प मच गया और जिसने भी इस घटना के बारे में सुना वो सन्न रह गया।

जानकारी के मुताबिक़ स्कूल की नर्सरी कक्षा में पढ़ने वाली बच्ची अन्य बच्चों और स्कूल स्टाफ के साथ लिफ्ट के अंदर गई थी। इसी दौरान उसका सिर लिफ्ट के दरवाज़ों के बीच बुरी तरह से फंस गया। बुरी तरह घायल हुई बच्ची को अस्पताल ले जाया गया। लेकिन रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया।

सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले की तफ्तीश शुरू की। मृतक बच्ची के परिजनों ने स्कूल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया है।

परिजनों और स्थानीय लोगों ने स्कूल के बाहर जमकर प्रदर्शन भी किया। पुलिस ने कहा है कि जांच में स्कूल प्रशासन की किसी भी तरह की लापरवाही सामने आएगी तो उसके खिलाफ कार्यवाही होगी।

श्रीनाथ मंदिर को फिर बम से उड़ाने की धमकी

श्रीनाथ मंदिर को फिर बम से उड़ाने की धमकी


राजसमंद. श्रीनाथजी मंदिर, नाथद्वारा के प्रबंधक के नाम बम से उड़ाने का धमकीभरा पत्र सोमवार को डाक के जरिये पहुंचा। इसके बाद पुलिस सतर्क हो गई है। बम निरोधी दस्ते के साथ खुफिया विभाग ने सघन जांच की। देर रात तक श्रीनाथजी मंदिर के साथ ही बस स्टैंड, ट्रेवल्स कम्पनियों के दफ्तरों व बसों की भी जांच की गई। हालांकि जांच में एेसी को संदिग्ध या आपत्तिजनक चीज नहीं मिली। देर रात अजमेर से बम निरोधक दस्ता नाथद्वारा पहुंचा और जांच शुरू की। जानकारी के अनुसार श्रीनाथजी मंदिर नाथद्वारा (राजस्थान) के नाम से डाक आई। पत्र के मुताबिक श्रीनाथजी से बड़ौदा जाती हुई श्रीनाथ ट्रावेल्स की बस में बम विस्फोट करने की चेतावनी दी गई। इसके बाद जिला पुलिस अधीक्षक डॉ. विष्णुकांत के निर्देश पर नाथद्वारा थानाप्रभारी ज्ञानेंद्र सिंह के नेतृत्व में पुलिस ने श्रीनाथजी मंदिर के साथ ही समूचे शहर में सघन जांच की। बस स्टैंड, ट्रेवल्स कम्पनियों के दफ्तरों के साथ बसों, टैक्सियों व अन्य वाहनों और उनमें मिले बैग की भी विशेषज्ञ दल के साथ जांच की गई। देर रात तक पुलिस की जांच पड़ताल चलती रही। धमकीभरा पत्र मिलने के बाद मंदिर मंडल प्रबंधन ने भी सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी है। अतिरिक्त पुलिस जाब्ता भी तैनात कर दिया गया।
पहले भी मिल चुकी हैं धमकियां : गत 30 अक्टूबर को भी मंदिर मंडल के श्रीकृष्ण भंडार के सुधाकर उपाध्याय के घर पैकेट राजसमंद की पूर्बिया कॅरियर एजेंसी से प्राप्त हुआ। फिर पैकेट खोलने पर डमी बम निकला। अब यह स्थिति स्पष्ट नहीं हुई है कि आखिर यह डमी बम व चेतावनी भरा संदेश देने वाला कौन है, जिस पर पुलिस द्वारा गहन पड़ताल की जा रही है। इसके अलावा कुछ माह पहले भी वड़ोदरा से डाक के जरिए धमकीभरा पत्र मिला था।

नई दिल्ली।दिल्ली पुलिस के एसीपी ने खुद को गोलीमार की आत्महत्या, पत्नी भी चौथी मंजिल से कूदी



नई दिल्ली।दिल्ली पुलिस के एसीपी ने खुद को गोलीमार की आत्महत्या, पत्नी भी चौथी मंजिल से कूदी

दिल्ली पुलिस में तैनात एक एसीपी ने सोमवार देर रात अपने नोएडा स्थित आवास पर स्वयं को गोलीमार कर आत्महत्या कर ली। पति की मौत से सदमे आई पत्नी ने भी अपार्टमेंट की चौथी मंजिल से कूद कर आत्महत्या की कोशिश की।



गंभीर रूप से घायल हुई महिला को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक साउथ वेस्टर्न रेंज, स्पेशल सेल में तैनात एसीपी अमित सिंह मूल से रूप से छपरा बिहार के रहने वाले थे। तीन माह पूर्व वह दिल्ली के पटपडग़ंज से नोएडा के सेक्टर 100 में टॉवर नंबर लोटस बोलवर्ड अपार्टमेंट में शिफ्ट हुए थे।



उनकी पत्नी डॉ. सरिता भी एक निजी अस्पताल में दंत चिकित्सक हैं। पुलिस के मुताबिक एसीपी अमित सोमवार शाम करीब सात बजे ऑफिस से घर लौटे थे। रात को पति-पत्नी के बीच किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई।



इसके बाद अमित अपने कमरे में चले गए और दरवाजा बंद करने के बाद खुद के सर्विस रिवॉल्वर से स्वयं को गोलीमार कर आत्महत्या कर ली। गोली की आवाज सुनकर पत्नी सरिता ने सुरक्षा गार्ड को बुलवाया और उसकी मदद से दरवाजा तोड़ा।



वहां पति का शव देखकर उन्होंने किचन में काम आने वाले चाकू से खुद पर ही हमला किया लेकिन पड़ोसियोंं ने किसी तरह उन्हें ऐसा करने से रोक दिया।



कुछ देर बाद ही सरिता ने अपार्टमेंट की चौथी मंजिल की बालकनी से छलांग लगा दी। गंभीर रूप से घायल सरिता सिंह को तुरंत ही अस्पताल में भर्ती कराया गया है।



साथी एसीपी की खुदकुशी की खबर सुनकर डीसीपी संजीव यादव समेत भारी पुलिस बल अस्पताल पहुंचा।



उन्होंने बताया कि अमित 2008 के बैच के अधिकारी हैं। वह काफी सरल स्वभाव के थे। वहीं नोएडा सिटी एसपी दिनेश यादव का कहना है कि एसीपी अमित ने आत्महत्या क्यों की, इसकी जांच की जा रही है। प्रथमदृष्टया लगता है कि यह घटना पति-पत्नी के बीच झगड़े का परिणाम है।

अजमेर।आरपीएससी ने बढ़ाई तिथि..21 तक करें कॉलेज लेक्चरर्स भर्ती आवेदन



अजमेर।आरपीएससी ने बढ़ाई तिथि..21 तक करें कॉलेज लेक्चरर्स भर्ती आवेदन


राजस्थान लोक सेवा आयोग की ओर से कॉलेज व्याख्याता भर्ती परीक्षा के आवेदन की अंतिम तिथि पर सोमवार को आयोग की वेबसाइट और ई-मित्र का सर्वर खराब रहने से सैकड़ों अभ्यर्थियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। आवेदन करने से वंचित रहे अभ्यर्थियों के लिए आयोग ने आवेदन की अंतिम तिथि बढ़ाकर 21 नवम्बर कर दी है।

आरपीएससी ने कॉलेज व्याख्याता भर्ती के लिए 28 विषयों में 1 हजार 325 पदों के लिए 16 नवम्बर को शाम 5 बजे तक ऑनलाइन आवेदन मांगे थे। अंतिम दिन ई-मित्र केन्द्रों और कम्प्यूटर जॉब वर्क सेंटर्स पर आवेदन के लिए अभ्यर्थियों की भीड़ रही, लेकिन दोपहर में आयोग की वेबसाइट और ई मित्र सर्वर में तकनीकी खराबी के कारण केन्द्रों पर परीक्षा शुल्क भी जमा नहीं हो सका।

देशभर से मिली शिकायतों के बाद देर शाम आयोग के सचिव नरेश ठकराल ने आवेदन की अंतिम तिथि को बढ़ाकर 21 नवम्बर कर दिया है।

भाई रिमांड पर, अनैतिक संबंध बनाने वाली पत्नी न्यायिक अभिरक्षा में

भाई रिमांड पर, अनैतिक संबंध बनाने वाली पत्नी न्यायिक अभिरक्षा में


उदयपुर. ओगणा थाना क्षेत्र के मादड़ा गांव के एक कुंए में पांच दिन पूर्व तीन माह पुराना कंकाल मिलने के मामले में पुलिस ने मृतक की पत्नी और बड़े भाई को गिरफ्तार कर लिया है। इनकी निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त सामग्री बरामद कर ली गई है। मृतक की पत्नी को न्यायिक अभिरक्षा में तथा बड़े भाई को तीन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है। विदित हो कि बुधवार को पुलिस ने कपड़ों के आधार पर शिनाख्त के बाद संदेह के आधार पर मृतक की पत्नी व भाई से कड़ी पूछताछ की थी। जिसमें दोनों ने हत्या कर शव कुंए में फेंकने की बात कबूल कर ली। पुलिस ने बताया कि कालू सिंह पुत्र रतन सिंह व उसके छोटे भाई की पत्नी सूर्या ने पति मनोहर सिंह (30) पुत्र रतन ङ्क्षसह की हत्या कर शव कुंए में डाल दिया था। दोनों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया जहां से कालू सिंह को तीन दिन की पुलिस रिमांड व मृतक की पत्नी को न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया। रविवार को पुलिस ने आरोपितों की निशानदेही पर वारदात को अंजाम देने के लिए प्रयोग किए गए प्लास्टिक का बोरा व गोदड़ी बरामद कर ली।