बाड़मेर में नरेगा के साथ कन्वर्जेन्स से बनेंगे 632 आंगनबाड़ी केन्द्र
बाड़मेर ।
बाड़मेर ।
जिले में महात्मा गांधी नरेगा योजनान्तर्गत महिला एवं बाल विकास तथा पंचायतीराज विभाग की विभिन्न योजनाआंे के साथ कन्वर्जेन्स के माध्यम से 632 आंगनबाड़ी केन्द्र बनाए जाएंगे। इसके तहत पूरे प्रदेश मंे 1385 आंगनबाड़ी केन्द्रांे का निर्माण आगामी चार वर्षाें मंे कराया जाएगा।
जिला कलक्टर एम.एल.नेहरा ने बताया कि केन्द्र सरकार ने आईपीपीई ब्लाक तथा 20 हार्डबर्डन जिलांे मंे कन्वर्जेन्स के माध्यम से आंगनबाड़ी केन्द्रांे का निर्माण मय शौचालय तथा पीने के पानी की सुविधा आगामी चार वर्षाें मंे कराने के निर्देश दिए है। प्रत्येक आंगनवाड़ी केन्द्र पर 6.60 लाख रूपए व्यय किए जाएंगे। इसमंे महात्मा गांधी नरेगा योजना से 5 लाख रूपए, महिला एवं बाल विकास विभाग से शेष राशि तथा शौचालय एवं पीने के पानी की व्यवस्था के लिए पंचायतीराज विभाग के चैदहवे वित्त आयोग से राशि खर्च की जाएगी। नेहरा ने बताया कि आंगनबाड़ी केन्द्रांे के चारांे तरफ बच्चांे के अनुकूल ग्रीन फैन्सिंग करने का कार्य करने के निर्देश दिए गए है। उन्हांेने बताया कि राज्य के चिहिन्त 20 हार्ड बर्डन जिलांे बाड़मेर, अलवर, बांरा, बीकानेर, चितौड़गढ, चुरू, दौसा, धौलपुर, डूंगरपुर, जयपुर, झूंझनू, जोधपुर, टोंक, करोली, कोटा, राजसमंद, सवाई माधोपुर, सिरोही, उदयपुर मंे 1385 आंगनबाड़ी केन्द्र बनाए जाने है। इन आंगनबाड़ी केन्द्रांे का निर्माण कम से कम 600 वर्ग फीट क्षेत्रफल मंे किया जाना है। ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज विभाग ने महात्मा गांधी नरेगा योजना के प्रावधान के अनुसार स्वीकृति जारी करवाकर आंगनबाड़ी केन्द्रांे का निर्माण कार्य शीघ्र प्रारंभ करने के निर्देश दिए है। महात्मा गांधी नरेगा योजना के अतिरिक्त जिला कार्यक्रम समन्वयक सुरेश कुमार दाधीच ने बताया कि इन कार्याें की कार्यकारी एजेंसी ग्राम पंचायत होगी। साथ ही श्रम सामग्री अनुपात का संधारण जिला स्तर पर किया जाएगा।
जिला कलक्टर एम.एल.नेहरा ने बताया कि केन्द्र सरकार ने आईपीपीई ब्लाक तथा 20 हार्डबर्डन जिलांे मंे कन्वर्जेन्स के माध्यम से आंगनबाड़ी केन्द्रांे का निर्माण मय शौचालय तथा पीने के पानी की सुविधा आगामी चार वर्षाें मंे कराने के निर्देश दिए है। प्रत्येक आंगनवाड़ी केन्द्र पर 6.60 लाख रूपए व्यय किए जाएंगे। इसमंे महात्मा गांधी नरेगा योजना से 5 लाख रूपए, महिला एवं बाल विकास विभाग से शेष राशि तथा शौचालय एवं पीने के पानी की व्यवस्था के लिए पंचायतीराज विभाग के चैदहवे वित्त आयोग से राशि खर्च की जाएगी। नेहरा ने बताया कि आंगनबाड़ी केन्द्रांे के चारांे तरफ बच्चांे के अनुकूल ग्रीन फैन्सिंग करने का कार्य करने के निर्देश दिए गए है। उन्हांेने बताया कि राज्य के चिहिन्त 20 हार्ड बर्डन जिलांे बाड़मेर, अलवर, बांरा, बीकानेर, चितौड़गढ, चुरू, दौसा, धौलपुर, डूंगरपुर, जयपुर, झूंझनू, जोधपुर, टोंक, करोली, कोटा, राजसमंद, सवाई माधोपुर, सिरोही, उदयपुर मंे 1385 आंगनबाड़ी केन्द्र बनाए जाने है। इन आंगनबाड़ी केन्द्रांे का निर्माण कम से कम 600 वर्ग फीट क्षेत्रफल मंे किया जाना है। ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज विभाग ने महात्मा गांधी नरेगा योजना के प्रावधान के अनुसार स्वीकृति जारी करवाकर आंगनबाड़ी केन्द्रांे का निर्माण कार्य शीघ्र प्रारंभ करने के निर्देश दिए है। महात्मा गांधी नरेगा योजना के अतिरिक्त जिला कार्यक्रम समन्वयक सुरेश कुमार दाधीच ने बताया कि इन कार्याें की कार्यकारी एजेंसी ग्राम पंचायत होगी। साथ ही श्रम सामग्री अनुपात का संधारण जिला स्तर पर किया जाएगा।
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