शनिवार, 14 नवंबर 2015

एससी/एसटी छात्र जल्द करें आवेदन, हर महीने मिलेगी 4,000 रुपए की स्कॉलरशिप!

छात्र जल्द करें आवेदन, हर महीने मिलेगी 4,000 रुपए की स्कॉलरशिप!

नई दिल्ली। ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉरपोरेशन लिमिटेड यानि ओएनजीसी (ONGC) ने एससी/एसटी छात्रों के स्कॉलरशिप जारी की है। यह स्कॉलरशिप उन छात्रों को दी जाएगी जो प्रोफेशनल कोर्सेज कर रहे हैं। इसके लिए 15 नवंबर तक आवेदन कर सकते हैं।

स्कॉलरशिप के लिए चयन किए जाने वाले हर छात्र को 4 हजार रुपये हर महीने दिया जाएगा। ओएनजीसी की ओर से 500 छात्रों को इस स्कॉलरशिप का लाभ देगा।

इसके लिए वे छात्र आवेदन कर सकते हैं जो इंजीनियरिंग, एमबीबीएस, एमबीए या मास्टर इन ज्योलॉजी के पहले साल के छात्र हैं। ऐसे छात्रों के 12वीं में 60 फीसदी अंक होना जरूरी है। आवेदक की उम्र सीमा 30 साल निर्धारित की गई है।

इतना ही नहीं आवेदन करने वाले छात्र के परिवार की कमाई 4.50 लाख सलाना से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। 50 फीसदी स्कॉलरशिप लड़कियों के लिए रिजर्व रखा गया है।

राजस्थान के जालोर में भीषण सड़क हादसा।5 लोगो की मौत और 1 घायल।



राजस्थान के जालोर में भीषण सड़क हादसा।
एम्बुलेंस और ट्रोलर की भिड़ंत।
5 लोगो की मौत और 1 घायल।
बच्ची के शव को लेकर बाड़मेर जा रही थी एम्बुलेंस
सभी मृतक बाड़मेर निवासी।
शवो को रखा साँचोर के राजकीय चिकिसालय।

बेंगलूरु।गैंगरेप पर मंत्री के शर्मनाक बोल, रात में क्यों खेल रही थी टेनिस?



बेंगलूरु।गैंगरेप पर मंत्री के शर्मनाक बोल, रात में क्यों खेल रही थी टेनिस?

कर्नाटक के पूर्व गृह मंत्री ने कहा था कि दो लोगों द्वारा किए गए रेप को गैंग रेप कैसे कहा जा सकता है। अब राज्य के नए गृह मंत्री ने एक युवती को ही रेप के लिए जिम्मेदार ठहरा दिया है।



हाल में ही राज्य के गृह मंत्री बने जी परमेश्वरा ने कहा, एक महिला को रात के 9.30 बजे टेनिस क्यों खेलना चाहिए? बुधवार रात 30 वर्षीय युवती के साथ दो सिक्यॉरिटी गाड्र्स ने टेनिस क्लब में कथित तौर पर रेप किया था।



क्लब की मेंबरशिप लेने गई थी युवती
युवती क्लब की मेंबरशिप के लिए गई थी, लेकिन उसे अगले दिन बुलाया। आरोप है कि पार्किंग एरिया में उसको अकेला देख गाड्र्स ने उससे कहा कि वे मेंबरशिप दिलाने में मदद कर सकते हैं। इसके बाद, गाड्र्स युवती को एक सूनसान जगह लेकर गए और उसके साथ रेप किया।







इस्तीफा दें मंत्री: मेनका
केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका गांधी ने कहा कि ऐसा संवेदनहीन मंत्री को इस्तीफा देना चाहिए। यह पहली बार नहीं है। यह संवेदनहीन बयान है।

पुष्कर।पुष्कर के धोरों में हुई रौनक, शुरु हुआ पशु मेला

पुष्कर।पुष्कर के धोरों में हुई रौनक, शुरु हुआ पशु मेला

पुष्करपशु मेला शुरू हो गया है। मेला मैदान में ऊंटों व घोड़ों की आवक तेज हो गई है। पशुपालन विभाग ने मेला मैदान में पशुपालकों के लिए पेयजल व रोशनी के इंतजाम शुरू कर दिए हैं। पशु मेला 27 नवम्बर तक चलेगा। 19 नवम्बर को जिला कलक्टर आरुषि मलिक मेला मैदान में झंडारोहण कर प्रशासनिक स्तर पर मेले का आगाज करेंगी।
पशुपालन विभाग की ओर से पशुओं की गणना के लिए मैदान के सभी प्रवेश मार्गों पर शनिवार से 12 चौकियों की स्थापना की जाएगी। मेला मैदान में करीब पौने पांच सौ पशु आए हैं। इनमें सर्वाधिक 395 ऊंट प्रजाति के व 70 घोड़े हैं।
हालांकि इस बार मेला अवधि परिवर्तित किए जाने से पशुओं की आवक अपेक्षाकृत नहीं बढ़ी है, लेकिन व्यापारियों व मनोरंजन के साधन लगाने वालों ने डेरे जमाने शुरू कर दिए। इसके चलते मेला मैदान में चहल-पहल शुरू हो गई है। विदेशी पर्यटक मैदान में घूमकर पशुओं की फोटोग्राफी करते नजर आ रहे हैं।
धार्मिक पुष्कर मेला 22 से
धार्मिक पुष्कर मेला 22 नवम्बर को कार्तिक मास की पवित्र प्रबोधिनी एकादशी के पहले पंचतीर्थ महास्नान के साथ शुरू होगा तथा पूर्णिमा तिथि को 25 नवम्बर को आखिरी स्नान के साथ सम्पूर्ण होगा।

लंदन के वेम्ब्ली स्टेडियम में बोले PM मोदी, 'विविधता भारत की आन, बान, शान है'



लंदन।लंदन के वेम्ब्ली स्टेडियम में बोले PM मोदी, 'विविधता भारत की आन, बान, शान है'

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लंदन के वेम्ब्ली स्टेडियम में अपने भाषण में कहा कि भारत दुनिया की मेहरबानी नहीं चाहता है बल्कि वह बराबरी चाहता है, और पिछले 18 महीनों में यह शुभ संकेत सामने आने लगा है कि आज भारत से जो भी बात करता है वह बराबरी से बात करता है।

प्रधानमंत्री ने वेम्ब्ली स्टेडियम में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन और भारतीय समुदाय के करीब 70000 लोगों की उपस्थिति में कहा, ‘दुनिया को भारत ने अपनी ताकत का एहसास करा दिया है। भारत दुनिया से मेहरबानी नहीं चाहता। भारत दुनिया से बराबरी चाहता है।’







भारत मेहरबानी नहीं बराबरी चाहता है
उन्होंने कहा 'पिछले 18 महीने के अपने अनुभवों से मैं कह सकता हूं कि आज जो भी भारत से बात करता है, बराबरी से बात करता है।' गौरतलब है कि 18 महीने पहले मोदी के नेतृत्व में भारत में राजग सरकार सत्ता में आई थी।



मोदी ने कहा, ‘आज दुनिया का हर देश भारत से जुड़ना चाहता है लेकिन अब वह ‘विन विन’ के फामूर्ले के साथ जुड़ना चाहता है। आगे बढ़ना चाहता है तो कदम से कदम मिलाकर बढ़ना चाहता है। और मैं इसे आने वाले भविष्य के लिए शुभ संकेत के रूप में देख रहा हूं।’



उन्होंने कहा कि भारत ने जो गति और दिशा पकड़ी है, भारत और दुनिया के लोग बहुत जल्दी उसके फल को भी देखना शुरू कर देंगे।

मोदी ने कहा कि देशवासियों ने जो नई जिम्मेदारी उन्हें सौंपी है, उसे पूरा करने के लिए वह भरपूर कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा, 'मैं देशवासियों को यह विश्वास दिलाता हूं कि जो सपने आपने देखें हैं, हर हिन्दुस्तानी ने देखें हैं, उसे पूरा करने का सामर्थ्य भारत में है।



भारत को गरीब रहने का कोई कारण नहीं है
भारत में गरीबी का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा, ‘पिछले 18 महीने के अपने अनुभवों से मैं कह सकता हूं कि भारत को अब गरीब रहने का कोई कारण नहीं है। हमने बिना कारण गरीबी को पाल रखा है। आदतन हमें गरीबी को पुचकारने में मजा आने लग गया है।’



उन्होंने कहा कि सवा सौ करोड़ आबादी वाले जिस देश में 80 करोड़ लोग 35 साल से कम उम्र के हों, यानी जो देश जवानी से लबालब भरा हो, वह देश अब पीछे नहीं रह सकता है, वह विकास की इस यात्रा में रूक नहीं सकता।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘भारत में बड़े पैमाने पर विविधिता उसकी आन, बान, शान और शक्ति है।’ उन्होंने कहा कि भारत की धरती पर रहीम और कबीर की बातें हम सबको प्रेरणा देती हैं। सूफी परंपरा अगर बलवान हुई होती और इस्लाम में ही सूफी परंपरा का प्रभाव बढ़ा होता और जिसने भी सूफी परंपरा को समझा होता तब वह हाथ में बंदूक लेने का विचार नहीं करता।'



विविधता हमारी आन, बान, शान
भारत में विविधता का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि हमारे यहां सौ भाषाएं, 1500 बोलियां, हजारों खानपान की पद्धतियां और सैकड़ों वेशभूषाएं हैं। इतनी सारी विविधताएं हैं लेकिन यह विविधता हमारी विशेषता भी है, हमारी आन, बान, शान भी है और हमारी शक्ति भी है।

मोदी ने कहा कि यह भारतीय समुदाय ने सिखाया है कि विविधताओं के बीच भी सबके साथ मिलकर कैसे जिया जाता है, अपनी परंपराओं को बचाते हुए, दूसरों को बिना खरोंच पहुंचाते हुए कैसे घुलमिलकर रहा जा सकता है, इसी से हिन्दुस्तान की सही पहचान बनती है।

फ्रांस में आंतकी हमले में 158 लोगों की मौत, आपातकाल की घोषणा

फ्रांस में आंतकी हमले में 158 लोगों की मौत, आपातकाल की घोषणा 

पेरिस। फ्रांस की राजधानी पेरिस में कई जगहों पर हुई गोलीबारी और नेशनल स्टेडियम के पास हुए बम धमाकों में कम से कम 120 लोगों के मारे जाने की खबर है। वहीं राजधानी के कॉन्सर्ट हॉल में करीब 60 लोग बंधक बने हुए हैं। वहीं एक अन्य समाचार स्त्रोत के मुताबिक, मरने वालों की संख्या 158 के करीब बताई गई है।

बता दें कि जिस वक्त धामके हुए उस वक्त फ्रांस और जर्मनी के बीच फुटबॉल मैच खेला जा रहा था। मिली जानकारी के मुताबिक फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांदा भी यह मैच देख रहे थे, लेकिन उन्हें सुरक्षित निकाल लिया गया है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कॉन्सर्ट हॉल में पुलिस ने पांच हमलावरों को मार गिराया है। वहीं देश पर अचानका आई इस आफत के बाद राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांदा ने जी20 सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए तुर्की जाने की योजना रद्द कर दी है और देश में आपातकाल की घोषणा कर दी गई है।

फ्रांस की राजधानी पेरिस के बैटाकलां कन्सर्ट हॉल में कई लोगों को बंधक बनाने और उनको मौत के घाट उतारने वाला बंदूकधारी हमलावर पुलिस से साथ मुठभेड़ में मारा गया। हमलावर के मारे जाने की पुष्टि करते हुए फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद ने कहा कि हमले को अंजाम देने वाले बाकी अन्य को भी न्याय के कटघरे में लाया जाएगा। आतंकवादियों ने उस स्टेडियम के पास भी धमाका किया जहां फुटबॉल मैच खेला जा रहा था। राष्ट्रपति ओलांद भी वहीं मैच देख रहे थे लेकिन उन्हें हमले से बचा लिया गया ।

फ्रांस पर आए संकट पर दुनिया भर के नेताओं ने चिंता व्यक्त की है। भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर घटना पर दुख प्रकट किया है। उन्होंने लिखा- पेरिस से आई खबर बहुद दुखद और भयावह है। मारे गए लोगों के परिवार के लिए प्रार्थना करता हूं। दुख की घंडी में हम फ्रांस के लोगों के साथ हैं।

शुक्रवार, 13 नवंबर 2015

कल सुबह 6 बजकर 20 मिनट जीएमटी पर पृथ्वी से टकराने वाला है WT1190F, जानें क्या होगा अंजाम

कल सुबह 6 बजकर 20 मिनट जीएमटी पर पृथ्वी से टकराने वाला है WT1190F, जानें क्या होगा अंजाम


युरोपियन स्पेस एजेंसी के मुताबिक शनिवार, 13 नवंबर सुबह 6 बजकर 20 मिनट जीएमटी पर अंतरिक्ष से आने वाली कोर्इ अज्ञात वस्तु धरती से टकराने वाली है।

अभी ठीक ठीक से यह नहीं बताया जा सकता है कि अज्ञात वस्तु धरती पर कहां गिरने वाली है। कारण यह कि वस्तु के गिरने पर होने वाला घर्षण आैर तेज दबाव उसके गिरने की दिशा बदलकर उसे कहीं से कहीं ले जा सकता है। बताते चलें कि यह अज्ञात वस्तु अस्थार्इ वलयाकार आॅर्बिट में नीचे गिर रही है।



पहली बार इस अज्ञात वस्तु को यूनीवर्सिटी आॅफ एरिजोआना बेस्ड कैटलिना स्कार्इ सर्वे के वैज्ञानिकों ने देखा था।







लेकिन इसके बावजूद वैज्ञानिकों ने यह अनुमान लगाने में सफलता हासिल कर ली है कि यह अज्ञात वस्तु दक्षिणी श्रीलंका से 65 किलोमीटर की दूरी पर हिंद महासागर के किसी हिस्से में गिर सकती है।







वैज्ञानिकों के मुताबिक इस वस्तु की अनुमानित चौड़ार्इ 3 से 6.5 फीट हो सकती है। अनुमान लगाया जा रहा है यह अज्ञात वस्तु हाल ही में चंद्रमा पर उतरने के लिए हाल ही में किए गए एक राेबोटिक अभियान का बचा हुआ टुकड़ा हो सकता है।







इससे यह बात तो साबित हो जाती है कि यह अज्ञात वस्तु काफी छोटी है आैर पृथ्वी के वातावरण में आने से पहले ही इसके बिखर जाने की पूरी संभावना है।



घर्षण के कारण बिखरने के बाद वस्तु के केवल कुछ टुकड़े ही पृथ्वी तक पहुंच सकेंगे जो शायद हमें आग के छोटे-छोटे गोलों के रुप में दिखार्इ दें। इसलिए माना जा रहा है कि इस अज्ञात वस्तु से पृथ्वी कोर्इ नुकसान नहीं होगा।







हालांकि लोग इसे एक मुसीबत मान रहे हैं लेकिन वैज्ञानिकों के लिए तो यह एक मौका है जब वे पृथ्वी से होने वाली एक खगोलीय टक्कर की शुरूआत से लेकर उसके अंत तक स्टडी कर सकेंगे।

कोर्ट का फैसला, फेसबुक भरेगा 1 करोड़ 78 हजार रुपए प्रतिदिन का जुर्माना!

कोर्ट का फैसला, फेसबुक भरेगा 1 करोड़ 78 हजार रुपए प्रतिदिन का जुर्माना!

बेल्जियम में एक अदालत ने फ़ेसबुक को 48 घंटे के भीतर उन सभी लोगों की निगरानी बंद करने को कहा है जो इस सोशल नेटवर्क के सदस्य नहीं हैं।

वहीं फ़ेसबुक का कहना है कि वह इस फ़ैसले के ख़िलाफ़ अपील करेगी। यह आदेश उस कुकी से संबंधित है जिसका इस्तेमाल इसने पांच सालों तक किया है।

कोई ऐसा इंटरनेट यूजर फ़ेसबुक पन्ने पर जाता है जो इस सोशल नेटवर्क का सदस्य न हो तब भी उसके सिस्टम पर कुकी इन्स्टॉल हो जाती है। हालांकि बेल्जियम की अदालत ने कहा कि सूचनाएं एकत्र करने के लिए कंपनी को पहले सहमति लेनी चाहिए थी।

गोपनीयता क़ानून का हवाला देते हुए जज ने कहा कि बिना सहमति के किसी इंटरनेट यूज़र के निजी डेटा का इस्तेमाल फ़ेसबुक नहीं कर सकता है।

अगर फ़ेसबुक इस फ़ैसले को नहीं मानता तो उस पर 2 लाख़ 50 हज़ार यूरो रोजाना तक का जुर्माना लग सकता है। अदालत ने कहा कि जुर्माने की रकम बेल्जियन प्राइवेसी कमिशन को मिलेगी जिसने इस मामले में अपील की थी।

कुकीज़ दरअसल सामान्य फ़ाइलें होती हैं जो इंटरनेट यूज़रों पर निगरानी रखती हैं कि एक यूज़र किसी वेबसाइट पर पहले गया है या नहीं और फिर उसकी सूचना उस वेबसाइट को देती हैं।

ये फ़ाइलें इस बात पर भी नज़र रखती हैं कि यूज़र ने किसी पेज पर कितना वक़्त बिताया, किस पर क्लिक किया और किसको तरज़ीह दी। फ़ेसबुक का तर्क है कि वो कुकीज का इस्तेमाल दुनियाभर में अपने 1.5 अरब यूज़रों की सुरक्षा के लिए करता है।

हालांकि कंपनी ने यह आश्वासन दिया कि वह बेल्जियम के लोगों के फ़ेसबुक इस्तेमाल में आने वाली हर अड़चन को कम करने की कोशिश कर रहा है।

सांप-सीढ़ी और लूडो जैसे खेलों से लाडो जानेगी 'बाल विवाह' की हकीकत

सांप-सीढ़ी और लूडो जैसे खेलों से लाडो जानेगी 'बाल विवाह' की हकीकत


अब खेल-खेल में बेटियों को बाल विवाह जैसी कुरीति के प्रति जागरूक किया जाएगा। जन्म से लेकर 18 साल तक के जीवनचक्र पर आधारित सांप-सीढ़ी और लूडो खेल के माध्यम से बालिकाओं को छोटी उम्र में विवाह के दुष्परिणामों की जानकारी दी जाएगी। ताकि राज्य में बाल विवाह को रोका जा सके।

राज्य सरकार, यूनिसेफ और लाड़ली सम्मान अभियान के सहयोग से बाल विवाह को रोकने और इसका विरोध करने के लिए राज्य में जल्द ही घर-घर जाकर एक जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। इसमें हर घर की बेटी को 18 साल पूरे होने के बाद ही विवाह करने की शपथ भी दिलाई जाएगी।







लाड़ली सम्मान अभियान के समन्वयक विपिन तिवाड़ी ने बताया कि पूरे राज्य में इस अभियान के तहत बाल विवाह का विरोध किया जाएगा। पिछले दिनों राज्य के कुछ चुनिंदा स्थानों व गांव-ढाणियों में ही इसकी शुरुआत की गई थी। इस दौरान बेटियों के विवाह के एेसे मामले सामने आए थे, जिन्होंने बेहद चौंका दिया था।
कम उम्र में शादी और उसके बाद बेटी के संघर्ष की दास्तां, समाज की कुंठित मानसिकता को दिखाती है। इसे मिटाने के लिए ही इस अभियान को व्यापक स्तर पर चलाकर जागरूकता फैलाने का निर्णय लिया गया है।






'चौपाल' पर चलेगा 'खेल'

बेटियों के घर जाकर उन्हें खेल के लिए आमंत्रित किया जाएगा। एक निश्चित दिन तय कर गांव की चौपाल पर बैठकर उनके साथ सांप-सीढ़ी और लूडो खेला जाएगा।

सांप की पूछ से शुरू होकर उसके मुंह तक पहुंचने के रोचक खेल के माध्यम से बेटी के जन्म से उसके बालिग होने तक की दास्तां को बयां किया जाएगा। इस दौरान विभिन्न उतार-चढ़ाव के संघर्ष को व्यावहारिक रूप में बताया जाएगा।