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जैसलमेर, पैनल अधिवक्ताओं का प्रशिक्षण कार्यक्रम सम्पन्नजैसलमेर, 31 अक्टूबर। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वाधान में पैनल एवं रिटेनर अधिवक्ताओं का दो दिवसीय प्रशिक्षण का कार्यक्रम अटल सेवा केन्द्र जिला परिषद्, जैसलमेर में सम्पन्न हुआ।यह प्रशिक्षण जिला एवं सैशन न्यायाधीश नरसिंहदास व्यास एवं मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट अनवर अहमद चैहान के सतत निर्देशन एवं मार्गदर्शन में संभाग मुख्यालय से प्रशिक्षण प्राप्त करके आए प्रशिक्षित अधिवक्तागण विमलेश कुमार पुरोहित, विपिन व्यास एवं टीकूराम गर्ग ने प्रदान किया। दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आठ सत्रों में चला जिसमें अधिवक्ताओं को विधिक सेवा कार्यक्रमों एवं योजनाओं की क्रियान्विति एवं दीवानी एवं फौजदारी कानूनों संबंधी अधिवक्ताओं को ध्यान रखने योग्य विधिक पहलुओं आदि के बारे में व्यावहारिक जानकारियां प्रदान की गयी। पैनल अधिवक्ताओं को लघु चल चित्रों व विधि से संबंधित विभिन्न प्रकार की उपयोगी पठनीय सामग्री उपलब्ध करवाई गई ताकि वे प्रभावी तरीके से अपने कर्तव्यों का निर्वहन कर सकें एवं किसी भी दृष्टि से किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं रहे। समापन सत्र के अवसर पर जिला एवं सैशन न्यायाधीश नरसिंहदास व्यास ने आशा व्यक्त की इस प्रशिक्षण कार्यक्रम से अधिवक्ताओं को दी गई विधिक जानकारियों से वे अपने पक्षकारों को अधिक से अधिक संख्या में लाभान्वित कर सकेंगे। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट अनवर अहमद चैहान ने सभी अधिवक्ताओं का आभार व्यक्त किया।सरदार पटेल के जन्म दिवस के उपलक्ष में विचार गोष्ठी का आयोजन
जैसलमेर 31 अक्टू। लौह पुरूष के नाम से विख्यात सरदार पटेल को भारत के गृह मंत्री के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान काष्मीर के संवेदनषील मामले को सुलझाने में कई गभ्ंाीर मुष्किलो को सामना करना पड़ा था। यह बात नेहरू युवा केन्द्र में सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयन्ती के अवसर पर बोलते हुए अति0 जिला षिक्षा अधिकारी कमल किषोर व्यास ने कही ।
गोष्ठी के दौरान व्यास ने युवाओ से कहा कि सरदार अपनी धुन के पके व्यक्ति थे। उन्होने हैदराबाद के भारत में विलय के साथ ही कई रियासतो को भारत में शामिल होने के लिए राजी किया । इस अवसर पर सहायक जिला जनसम्पर्क अधिकारी ईष्वरदान कविया ने गोष्ठी में बोलते हुए कहा कि पटेल बर्फ से ढके एक ज्वालामुखी थें। पटेल का जन्म 31 अक्टू 1875 में हुआ। वे स्वतंत्र भारत के प्रथम उप प्रधानमंत्री बने तथा देष को नई दिषा प्रदान करने में अपनी अग्रणी भूमिका निभाई।
सहायक जनसम्पर्क अधिकारी कविया ने उपस्थित युवाओ को राष्ट्रीय एकता की प्रतिज्ञा दिलाई। कार्यक्रम का संचालन नेहरू युवा केन्द्र के हरिवल्लभ गोपा ने किया। इस अवसर पर युवा मंडल कबीर बस्ती के मनोहर लाल, युवा मंडल नाथूसर के अषोक पालीवाल, नवयुवक मंडल म्याजलार के भीखसिंह, राष्ट्रीय युवा कोर स्वंय सेवक हाथीचन्द ने भी अपने विचार प्रकट किये।
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खुले में शौच से मुक्ति हेतु जागरूकता आवष्यक-भाटी
जिला स्वच्छता मिषन के द्वारा खुले में शौच से मुक्ति हेतु राष्ट्रीय अभियान के तहत आयोजित समापन समारोह में स्वच्छ भारत की परिकल्पना एवं उसके लक्ष्यो को प्राप्त करने में ग्रामीण जनता में वातावरण निर्माण महत्व पहलु है। कोई भी व्यक्ति खुले में शौच न जावे तथा ग्रामीण परिवेष साथ सुथरा रखे इसके लिए जनप्रतिनिधियों के साथ ही आम जनता की जागरूकता की आवष्यकता है
विघायक छोटू सिह भाटी ने स्वच्छ भारत मिषन लिए खुले में शौच मुक्त जाने की 40 ग्राम पचायतो व सरपंच ग्राम सेवक एवं नोडल प्रधानाध्यापक की कार्यषाला में कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे है जिला प्रमुख अंजना मेधववाल ने अपने उदबोधन में आहवान किया कि ग्रामीण श्रेत्रो में महिलाओ को इस कार्यक्रम में साथ में भाग लेने की अपील की एवं कहा कि जिन धरो में शौचालय निर्मित हो गये है उनके सुनिष्चित उपयोग की आवष्यकता जताई ।उन्होने जिन ग्राम पंचायतो द्वारा खुले में शौच से मुक्ति हेतु चुनौति को स्वीकार किया है। उनके लक्ष्यों को प्राप्त करने की अपील की है।
उपजिला प्रमुख उम्मेदसिह नरावत ने बताया कि खुले में शौच से मुक्ति हेुतु मानव संसाधन के शुद्धिकरण का विषेष महत्व होता है। इसलिए ऐसे विकल्पों को बढावा दिया जावे जो मानव मल के सुरक्षित निपटान तथा रोगो को पूर्णतया रोक दे।
प्रधान जैसलमेर अमरदीन ने स्वच्छता को स्वास्थय से जोडते हुए अभियान को जोडते हुए मानव के हित के लिए बताया। इन्होने 44 ग्राम पंचायत को इस वितिय वर्ष तक खुले में शौच से मुक्त होने के लक्ष्य को प्राप्त कर लेगें।
प्रधान सांकडा अमतुल्ला ने अपने उदधोषध में आहान किया कि स्वच्छता जिंदगी से जुडा विषय है , अत इसके बिना किसी भेदभाव एंव पक्ष विपक्ष से मे ध्यान में रखकर सबको सम्मिलित रूप से प्रयास कर खुले में शौच की प्रकृति को रोकना चाहिए विषेष कर इन्होने महिलाओ से आहान किया कि खुले में शौच जाना उनके अनीमता से जुडा प्रष्न है। अत शौचालय निर्माण अवष्क करावे।
मुख्य कार्यकारी अधिकारी नारायण सिह चारण ने कार्यक्रम की रूपरेखा बताते हुए खुले में शौच से मुक्त ग्राम पंचायतो के लिए गौरव एव प्रतिष्ठा की बात बताई तथा विधायक तथा जिला प्रमुख महोदया द्वारा चार ग्राम पंचातो सोनू , काठोडी डाबला छत्रैल के सरपचों को स्मृति चिन्ह भेंट किया जिन्होने निर्धारित अवधि में अपनी में शत प्रतिषत शौचालय का निर्माण कर नियत अवधि में लक्ष्यो को प्राप्त किया है। उन्होने उनके द्वारा अन्य ग्राम पंचायतो से भी शत प्रतिषत लक्ष्य शीध्र पूर्ण कर खुले में शौच से मुक्त होने का आवाहन किया ।
इस अवसर पर स्वच्छता अभियान (25 सित्बर से 31 अक्टूबर 2015 तक विभिन्न प्रतियोगिताओ में विजेता छात्र छात्राओ को पुरस्कृत किया। लाठी ,डेढा ,मोढा फतेहगढ खुहडी भू के सरपचों द्वारा खुले में शौच मुक्त होने की धोषणा की । जिला षिक्षा अधिकारी प्रतापसिह कच्छवा ने धन्यवाद ज्ञापित किया । इस अवसर पर स्वच्छता प्रर्दषनी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का संचालन गणपत जोषी व किषोर बिस्सा द्वारा स्वच्छ भारत मिषन (ग्रामीण ) द्वारा किया गया ।