बुधवार, 7 अक्तूबर 2015

अजमेर।बोर्ड कॉपियों पर होगा बार कोड, नहीं मालूम होगा रोल नंबर

अजमेर।बोर्ड कॉपियों पर होगा बार कोड, नहीं मालूम होगा रोल नंबर

परीक्षाओं में अच्छे नंबर लाने अथवा मेरिट में आने के लिए अब परीक्षकों से मिलीभगत काम नहीं आएगी। निजी स्कूल संचालकों द्वारा विद्यार्थियों को मनचाहे अंक दिलाने के लिए परीक्षकों से मेलजोल के मामले सामने आने के बाद अब माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान ने उत्तर पुस्तिकाओं की पहचान छिपाने के लिए फुलप्रूफ बार कोडिंग की नई व्यवस्था लागू करने का फैसला किया है।
इस साल माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की बारहवीं परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाएं जांचने के मामले में बड़ा खुलासा सामने आया था। एक निजी स्कूल संचालक सुरेश जाट ने उदयपुर सराड़ा के परीक्षक अमरचंद कुम्हार से संपर्क कर अपने स्कूल के विद्यार्थियों को अधिक अंक देने के लिए प्रलोभन दिया। बात नहीं बनी तो धमकी तक दे दी।
कुम्हार की शिकायत पर पुलिस में मामला दर्ज हुआ और शिक्षा बोर्ड की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन में मिलीभगत का बड़ा मामला सामने आया।
बार कोडिंग से आशंका खत्म
शिक्षा बोर्ड ने परीक्षकों से मिलीभगत की आशंका खत्म करने के लिए अब उत्तर पुस्तिकाओं को बार कोडिंग के हिसाब से डिजाइन कराने के निर्देश दिए हैं। उत्तर पुस्तिका के मुख पृष्ठ पर विद्यार्थी का रोल नंबर, उत्तर पुस्तिका क्रमांक, विषय, परीक्षा दिनांक के कॉलम होते हैं। उत्तर पुस्तिका इस तरीके से बनाई जाएगी कि उसका यह सिरा परीक्षा के बाद हटा दिया जाएगा और उसकी जगह सांकेतिक भाषा में गोपनीय रोल नंबर का स्टीकर (बार कोडिंग) लग जाएगा। बार कोङ्क्षडग के बाद बोर्ड कार्मिकों सहित परीक्षक को भी जानकारी नहीं होगी कि उस कॉपी पर कौन सा रोल नंबर है। यह रोल नंबर सिर्फ विशेष मशीन (बार कोड स्केनर) की मदद से देखा जा सकेगा, जो बोर्ड अधिकारियों के पास होगी।
यह है बार कोडिंग
बड़ी कम्पनियों के उत्पाद सहित अब डिपार्टमेंटल स्टोर में सामान खरीदने के बाद कैश काउंटर पर भुगतान करते समय कर्मचारी बार कोड स्केनर से उस उत्पाद की कीमत स्केन करते हैं। यही बार कोडिंग व्यवस्था है। किसी ग्राहक द्वारा उस उत्पाद पर लगे मूल्य का टैग हटाने अथवा बदलने के बावजूद उत्पाद का सही मूल्य सामने आ जाता है। उत्तर पुस्तिकाओं में अब रोल नंबर छुपाने के लिए इसी सांकेतिक गोपनीय भाषा बार कोडिंग का उपयोग किया जाएगा।
नए साल से उत्तर पुस्तिकाओं में बार कोडिंग की सुरक्षात्मक व्यवस्था लागू करने के निर्देश दिए हैं। इसकी तैयारी चल रही है। इसके बाद स्कूल संचालक, परीक्षक और बोर्ड के कार्मिक भी उत्तर पुस्तिका की पहचान नहीं कर पाएंगे।
प्रो. बी.एल. चौधरी, अध्यक्ष, माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान।

जोधपुर अपहरण-डकैती के आरोप में हिस्ट्रीशीटर सहित दो गिरफ्तार



जोधपुर अपहरण-डकैती के आरोप में हिस्ट्रीशीटर सहित दो गिरफ्तार


आपसी रंजिश के चलते दुकान पर बैठे व्यापारी का अपहरण कर दस हजार रुपए लूट ले जाने के मामले में करवड़ थाना पुलिस ने हिस्ट्रीशीटर सहित दो युवकों को मंगलवार को गिरफ्तार किया।

जांच कर रहे एएसआई नाथूसिंह के अनुसार गत 10 अप्रेल को विनायकपुरा भवाद स्थित दुकान पर बैठे सहीराम विश्नोई का लग्जरी कार में सवार पांच जन ने अपहरण किया था।

वे उसे भवाद स्थित एक फैक्ट्री में ले गए, जहां उसके साथ मारपीट की और पेशाब पिलाया। साथ ही दस हजार रुपए लूट लिए थे। इस संबंध में मामला दर्ज किया गया था। पुलिस तीन जन को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।

वहीं, मूलत: विनायकपुरा हाल महामंदिर तीसरी पोल निवासी संतोष बेनीवाल पुत्र धन्नाराम विश्नोई तथा मथानिया थानान्तर्गत उम्मेद नगर निवासी छैलाराम पुत्र गोरधनराम जाट वांछित थे। मुखबिर की सूचना पर मंगलवार सुबह दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया। इन्हें बुधवार को न्यायालय में पेश किया जाएगा।

वाराणसी: एक ही छत के नीचे दो रूपों में विराजते हैं भैरव बाबा

कहते हैं कि काशी में अगर भैरव के दर्शन न करें तो बाबा विश्वनाथ का दर्शन पूरा नहीं होता.वाराणसी के कमच्छा क्षेत्र के एक मंदिर में अपने दो रूपों में भैरव विराजते हैं. इनके दर्शन से ग्रह बाधा तो दूर होती ही है, पुत्र प्राप्ति की मनोकामना भी पूरी होती है.
पहला रूप बटुक भैरव
कहते हैं इनके दर्शन से ही कष्ट दूर हो जाते हैं. पहला रूप बटुक भैरव का है. बाबा भैरव नाथ का यह बाल रूप है. कहा जाता है कि इनके दर्शन से पुत्र प्राप्ति की अभिलाषा पूरी हो जाती है. मान्यता है कि अगर कोई भक्त 21 मंगलवार या रविवार इनके दरबार में हाजिरी लगाये तो बाबा उसकी झोली खुशियों से भर देते हैं.

दूसरा रूप आदि भैरव
इसी मंदिर के दूसरे हिस्से में भैरव आदि भैरव के रुप में विराजते हैं . भैरव का यह रूप भी बाल रूप है. कहते हैं इनके दर्शन से राहु केतु की बाधा दूर हो जाती है और भक्तों को आशीर्वाद मिलता है . मंदिर के पुजारी विशाल मोहनपुरी कहते हैं, ' यहाँ दर्शन करने से भक्तों की मनोकामना पूरी होती है.'


आरती के दौरान नगाड़े बजाना
इस मंदिर में दिन में तीन बार आरती होती है और सबसे खास है इस आरती के दौरान नगाड़े को बजाना. मान्यता है कि इस मन्दिर में पूजा और आरती के दौरान जो भी नगाड़ा बजाता है उस पर बाबा की विशेष कृपा होती है. इस दरबार में आया कोई भी भक्त खाली हाथ वापस नहीं जाता. इसीलिए पूरे साल यहां भक्तों की भीड़ लगी रहती है.

गरबा करने वाले मुस्लिम लड़कों की कराई जाएगी 'घर वापसी':

गरबा करने वाले मुस्लिम लड़कों की कराई जाएगी 'घर वापसी':  
नवरात्रि शुरू होने से पहले विश्व हिंदू परिषद ने धमकी दी है कि अगर कोई मुसलमान लड़का गरबा करते पाया गया तो उसकी 'घर वापसी' करवाई जाएगी. इतनी ही नहीं संगठन ने यह भी कहा है कि अगर रात 12 बजे से पहले पुलिस ने कार्यक्रम बंद करवाया तो मस्जिद से माइक उतार लिया जाएगा.

गोमूत्र से मुस्लिम युवाओं को बनाएंगे हिंदू: VHP

गुजरात विश्व हिंदू परिषद के अध्यक्ष रणछोड़ भरवाड़ ने कहा, 'यह घोषणा भी करवाई जाएगी कि गरबा खेलने जो भी मुसलमान पहुंचेगा उसके बारे में यह माना जाएगा कि वो हिंदू बनने की ख्वाहिश से ही पंडाल में कदम रखेगा. इसलिए पंडाल में पहुंचे हर मुसलमान को गोमूत्र और गंगाजल से हिंदू बनाया जाएगा.'




मस्जिदों से माइक उतारने की धमकी

वीएचपी का ये भी कहना है कि हर बार सिर्फ हिन्दू धर्म के त्योहार को लेकर ही क्यों इस तरह कि गाइडलाइन बनाई जाती है कि रात को 12 बजे गरबा बंद कर दो. हिंदू संगठन ने कहा, 'हर बार यह कहा जाता है कि माइक नहीं चलाना चाहिए उसे ध्वनि प्रदूषण होता है, लेकिन अगर मस्जि‍द पर माइक बजता रहता है. अगर गरबा बंद करवाया जाएगा तो वीएचपी मस्जि‍द के माइक उतार लेगी.'

चार साल का बच्चा हुआ प्रेग्नेंट, दंग रह गए डॉक्टर

चार साल का बच्चा हुआ प्रेग्नेंट, दंग रह गए डॉक्टर   
वेस्ट बंगाल के मिदनापुर में चार साल के बच्चे के पेट से मृत भ्रूण निकलने की घटना ने सबको हैरान कर दिया. डॉक्टर इसे मेडिकल साइंस की दुर्लभतम घटना बता रहे हैं. ऐसा केस हर छह लाख लोगों में से एक में पाया जाता है.

डॉ. शीर्षेंदु गिरि ने बताया कि बच्चे को पेट में तेज दर्द के बाद नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया था. शुरू में ट्यूमर का संदेह था, लेकिन अल्ट्रासोनोग्राफी और सीटी स्कैन के बाद पता चला कि बच्चे के पेट में मृत भ्रूण है.
डॉक्टर के मुताबिक, रविवार की रात बच्चे का ऑपरेशन करके उसके पेट से भ्रूण को निकाल दिया गया. भ्रूण के हाथ, पैर, नाखून और सिर विकसित हो गए थे. बीनपुर के खरिकाबंद गांव का रहने वाला यह बच्चा अब ठीक है.
बताते चलें कि जब गर्भावस्था की शुरूआत में जुड़वां शिशुओं में से एक गर्भनाल के माध्यम से दूसरे में प्रवेश कर जाता है, तो दूसरे शिशु के लिए परजीवी की तरह हो जाता है. तब ऐसी स्थिति बनती है. जन्म के बाद यह एक बच्चे के पेट में रह जाता है.





मंगलवार, 6 अक्तूबर 2015

जयपुर।जम्मू: राजस्थान के जवान सुरेन्द्र सिंह शहीद



जयपुर।जम्मू: राजस्थान के जवान सुरेन्द्र सिंह शहीद


जम्मू और कश्मीर के हंडवारा अफरूडा फारेस्ट में बैटल कैजुअल्टी आतंकवादियों के खिलाफ अभियान में राजस्थान में अलवर जिले के जवान सुरेन्द्र ङ्क्षसह तकक्षक शहीद हो गए।

सैनिक कल्याण विभाग के अनुसार तकक्षक सोमवार को इस अभियान के तहत आतंकवादियों से लड़ते हुए शहीद हो गए।

वह 22 फील्ड रेजीमेंट (6 आर आर) में तैनात थे। शहीद का अंतिम संस्कार पूर्ण राजकीय सम्मान के साथ जिले की बहरोड तहसील में स्थित उनके पैतृक गांव जाट में बुधवार को किए जाने की संभावना है।

जयपुर।एकल पट्टा मामलाः एसीबी की कार्रवाई, आरएएस अधिकारी निष्काम दिवाकर गिरफ्तार



जयपुर।एकल पट्टा मामलाः एसीबी की कार्रवाई, आरएएस अधिकारी निष्काम दिवाकर गिरफ्तार


भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने गणपति कंस्ट्रक्शन कंपनी के प्रोपराइटर शैलेंद्र गर्ग को एकल पट्टा जारी करने के मामले में कार्रवाई करते हुए मंगलवार को आरएएस अधिकारी निष्काम दिवाकर को गिरफ्तार कर लिया।

वहीं मामले में रिटायर्ड आईएएस जीएस संधू के ठिकानों पर भी दबिश दी गई। हालांकि संधू एसीबी की टीम को नहीं मिलें।

दोनों पर आरोप है कि नियम के विपरित व्यवसायी शैलेंद्र गर्ग को जगतपुरा में 28028 वर्ग गज का एकल पट्टा जारी कर दिया था।एसीबी के आईजी वीके सिंह ने बताया कि एकल पट्टा जारी करने के मामले में आरएएस अधिकारी और तत्कालीन यूडीएच डिप्टी सेक्रेट्री निष्काम दिवाकर को गिरफ्तार कर लिया गया है।

‘‘मूवमेंट फौर सोशल जस्टिस ‘‘सामाजिक न्याय आंदोलन की विशाल आम सभा आयोजित

‘‘मूवमेंट फौर सोशल जस्टिस ‘‘सामाजिक न्याय आंदोलन की विशाल आम सभा आयोजित


बाड़मेर! पूरे जिलेभर से मूल ओबीसी व अगड़े सवर्णो की आरक्षण की मांग को लेकर जिला मुख्यालय पर विशाल जन जागरण सभा का आयोजन हुआ। सभा का संबोधित करते हुए शिव विधायक कर्नल मानवेन्द्रसिंह ने कहा कि गरीब और वंचित के लिए न्याय की लड़ाई लड़ना मेरे संस्कार में है, आज आरक्षण की जरूरत मानवेन्द्रसिंह को नही है, लेकिन गांव और ढाणी में रहने वाले गरीब ब्राहमण, राजपूत, वैष्य, सिंधी, पंजाबी, की है।

देश के इतने बड़े तबके के साथ आन न्याय की जरूरत है और आरक्षण का न्यायपूर्ण बंटवारा भारत देश व राजस्थान प्रदेश की सामाजिक समरक्षता के लिए अन्यंत आवशायक है। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रताप फाउण्डेशन के प्रदेश संयोजक महावीरसिंह सरवड़ी ने कहा कि जब सरकार न्याय नही करती है तब न्याय मांगने के लिए आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ता है।

राजस्थान विधानसभा में अगड़ी जातियों को किया गया आरक्षण बिल संवैधानिक दायरे से बाहर है। सरकार की मंशा हमको यदि हमें आरक्षण देने की है तो संसद में संविधान संशोधन का बिल लेकर के आये और भारत के गरीब नागरिको के साथ न्याय करे।

मूवमेंट के प्रवक्ता यषवर्द्धनसिंह शेखावत ने संबोधित करते हुए कहा कि सरकारें सम्रद्ध व मजबूत जातियों के दबाव के आगे झूक जाती है व गरीब नागरिकों का हित आरक्षण के नाम पर मजबूत लोग छीन कर ले जाते है। हम इस लड़ाई को दो स्तरों पर लड़ रहे है। माननीय न्यायालय के आगे और जनता की अदालत में सरकार चाहे तो आर्थिक, पिछड़ो को सहायता देने के लिए आर्थिक पिछड़ा बोर्ड का तुरन्त गठन कर सकती है। मूवमेंट की प्रदेश कार्यसमिति सदस्य व विप्र फाउण्डशन के भंवर पुरोहित ने कहा के सरकार राजस्थान की 30 अगडत्रे वर्ग व 40 मूल ओबीसी की मांग को नजर अंदाज नही कर सकती। यदि हमारी मांगो का हल नही हुआ तो हमारा नौ जवान अगली बार सरकारो को पलट देने का फैसला कर देगा। मूवमेंट की कोर कमेटी के सुरेन्द्रसिंह शेखावत ने कहा कि 14% के धोखे भरे बिल और मूल ओबीसी के आरक्षण पर पड़ रहे दावे को अब बर्दाश्त नहीं किया जावेगा। सभा को संबोधित करते हुए मौलवी अब्दुल करीम ने कहा के बाॅर्डर पर रहने वाला गरीब मुसलमान ओबीसी में आ तो गया लेकिन मिला कुछ नही हमारे बच्चें भी सरकारों के सामने न्याय के लिए टुकर टुकर देख रहे है। सभा को सबोंधित करते हुए ब्राहम्ण महासभा के उपाध्यक्ष रामसिंह बोथिया ने कहा कि सामाजिक न्याय आंदोलन कि इस वाजिब लड़ाई में ब्राहमण समाज पूरी तरह से साथ है।कोर कमटी के सदस्य राजेन्द्र सिंह भीयाड़ ने पूरे आंदोलन की रूपरेखा व भावी राजनीति बताते हुए कहा कि हम राजस्थान के प्रत्येक जिलें में मूल ओबीसी व आर्थिक पिछड़ों के खिलाफ हो रहे अन्याय को जन जन के बीच में पहचायेंगे और राजस्थान की सरकार को बेनकाब करेंगे। मारवाड़ राजपूत सभा के अध्यक्ष हनुमानसिंह खांगता ने कहा कि राजस्थान की बड़ी आबादी के न्याय की इस लड़ाई में पूरी मारवाड़ राजपूत सभा कंधे से कंधा मिलाकर सामाजिक न्याय आंदोलन का साथ देगी।मूल ओबीसी के प्रतिनिधि जयकिशन रामावत ने कहा कि राजस्थान कि 40 से ज्यादा ऐसी जातियो है जिनको ओबीसी के आरक्षण का कोई फायदा नहीं मिला। इससे बड़ा छलावा क्या हो सकता है। कोर कमेटी सदस्य व युवा नेता आईदानसिंह भाटी ने सरकार को चेताया कि यदि इस आरक्षण के मसले पर हमारी मांग को नही सुना गया तो सरकार से आरपार की लड़ाई होगी। सभा को नगर परिषद रेणूदर्जी, पूर्व जिला परिषद सदस्य गणपतसिंह ताणु, यूसुफ खान, पूर्व उप प्रधान जोगराजसिंह्र रामसर, बांकसिंह महाबार, भोमसिंह बलाई, पदमसिंह भाउड़ा, कालूसिंह गंगासरा, महेन्द्रसिंह गोलिया, समेत कई लोगो ने संबोधित किया। मंच सचालन प्रदेष कोर कमेटी सदस्य महेन्द्रसिंह्र तारातरा ने किया।

मुस्लिम महिला ने मंदिर में दिया बच्चे को जन्म, नाम रखा गणेश



मुस्लिम महिला ने मंदिर में दिया बच्चे को जन्म, नाम रखा गणेश

देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में एक मुस्लिम परिवार ने अपने बच्चे का नाम गणेश रखने का फैसला किया है। दरअसल इस मुस्लिम बच्चे का जन्म गणेशजी के एक मंदिर में हुआ है और उसके माता-पिता के लिए यह भगवान का सबसे बड़ा तोहफा है। जानकारी के अनुसार, प्रसव पीड़ा होने के बाद नूरजहां का पति इलयाज उसे अस्पताल ले जा रहा था। रास्ते में उसकी स्थिति ज्यादा बिगड़ गई। यह देखकर टैक्सी ड्राइवर घबरा गया और उसने आगे जाने से इन्कार कर दिया। इसके बाद वे वहीं उतर गए। पास ही गणेशजी का एक मंदिर था। मंदिर में कई महिला श्रद्धालु मौजूद थीं। उन्होंने फौरन जरूरी सामान का इंतजाम कर प्रसव कराया। इस दंपत्ति ने उन श्रद्धालुओं का आभार जताया जो मंदिर में भगवान के दर्शन करने आए और उन्होंने वक्त पर उनकी मदद की। अगर उनकी मदद न मिली होती तो उनकी तकलीफें और बढ़ सकती थीं। इलयाज के मुताबिक, जब उन्होंने मंदिर देखा तो महसूस हुआ कि परमात्मा उनके साथ है और लोगों ने भी आगे बढ़कर उनकी मदद की। इसके बाद उन्होंने बच्चे का नाम गणेश रखने का फैसला किया। नूरजहां और उसका बेटा गणेश पूरी तरह से स्वस्थ हैं।