बाड़मेर। निर्वाचित महिला सरपंच को चार्ज दिलाने एवं बलात्कार के आरोपी को गिरफ्तार करने की मांग की।
बाड़मेर। दलित अत्याचार निवारण समिति, बाड़मेर के संयोजक उदाराम मेघवाल ने सोमवार को मुख्यमंत्री के नाम जिला कलक्टर बाड़मेर को ज्ञापन सौंपकर पंचायत तालसर के ग्रामसेवक एवं ग्राम रोजगार सहायक को हटाकर अनुसूचित जाति की निर्वाचित महिला सरपंच को चार्ज दिलाने एवं बलात्कार के आरोपी को गिरफ्तार करने की मांग की।
ज्ञापन में मेघवाल ने बताया कि ग्राम पंचायत तालसर पंचायत समिति धनाउ जिला बाड़मेर से निर्वाचित अनुसूचित जाति की महिला सरपंच इन्द्रा देवी मेघवाल को निर्वाचित होने के नौ माह बाद भी आज-तक किसी प्रकार का चार्ज या ग्राम पंचायत का रिकार्ड तक नहीं दिखाया गया है। साथ ही इस ग्राम पंचायत मंे कार्यरत पूर्व सरपंच के पुत्र एवं ग्राम रोजगार सहायक सुजाराम भादू एवं पूर्व सरपंच के स्वजातीय बंधु ग्रामसेवक चेतनराम चैधरी द्वारा ग्राम पंचायत मुख्यालय पर नौ माह मंे मात्र तीन बार उपस्थिति दी गई है। सरपंच के आदेशों की लगातार अवहेलना करते हुए करीबन 29 लाख से अधिक राशि का चैक काटकर विकास अधिकारी, पंचायत समिति धनाउ के हस्ताक्षर करवाकर राशि का आहरण कर लिया गया है। उक्त ग्राम पंचायत मंे करोड़ांे का गबन एवं अनियमितताआंे के मामले मंे तत्कालीन अतिरिक्त मुख्य सचिव ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज विभाग श्री सी.एस. राजन द्वारा पूर्व सरपंच पुत्र ग्राम रोजगार सहायक को पद के दुरूपयोग करने के कारण हटाने के निर्देश अगस्त 2012 मंे दिए गए थे। लेकिन आज दिन तक इस संबंध मंे कोई कार्यवाही नहीं हो पाई है, कि वर्तमान मंे ग्रामसेवक चेतनराम चैधरी जो कि कई अनियमितताआंे एवं गबन के प्रकरणांे मंे शामिल है और सरपंच के रहते हुए उसने करीबन 29 लाख से अधिक की राशि को अनियमित तरीके से आहरित किया है।
इस प्रकार पूर्व मंे करोड़ांे रूपए के गबन की जांच भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो मंे अपराध संख्या 334/11 विरूद्व श्री जवाराराम सरपंच ग्राम पंचायत तालसर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो बाड़मेर मंे विचाराधीन है। सरपंच द्वारा बार-बार ग्रामसेवक को निर्देशित करने के बावजूद भी ग्रामसेवक एवं ग्राम रोजगार सहायक पंचायत मुख्यालय पर उपस्थित नहीं रहे। जिससे ग्राम पंचायत मंे समस्त ग्रामीण विकास की योजनाआंे की क्रियान्विति नहीं हो पा रही है तथा जनता के साथ भेदभाव हो रहा है। इस प्रकार सरपंच द्वारा उन्हंे कार्य नहीं करने देने तथा ग्राम पंचायत का समस्त रिकार्ड ग्राम पंचायत मुख्यालय पर नहीं रखने एवं पूर्व सरपंच द्वारा उसके कार्याें मंे दखल की शिकायत विकास अधिकारी, प्रधान, जिला कलक्टर, जिला प्रमुख, पंचायतीराज मंत्री सहित उच्च स्तर पर करने के उपरांत भी कोई कार्यवाही नहीं हुई है। जो एक अनुसूचित जाति की चुनी हुई महिला सरपंच के साथ अन्याय एवं अपमान है।
राजस्थान सरकार के निर्देशानुसार पूरे प्रदेश मंे 2 अक्टूबर गांधी जयंती के अवसर पर ग्राम सभाआंे का आयोजन किया गया। लेकिन तालसर ग्राम पंचायत मुख्यालय पर ग्रामसेवक एवं ग्राम रोजगार सहायक के तानाशाही एवं अडि़यल रवैए तथा अनुपस्थिति के कारण ग्राम सभा का आयोजन नहीं हो पाया।
इसी प्रकार बाड़मेर जिले मंे अनुसूचित जाति की महिलाआंे के साथ आए दिन जघन्य अपराध होना आम बात हो गई है तथा पुलिस बलात्कार जैसे गंभीर प्रकरणांे मंे महिनांे तक आरोपियांे को गिरफतार नहीं कर रही है। पुलिस थाना रामसर मंे प्रकरण 82/2015 दिनांक 15.08.2015 धारा आईपीसी 342,376,379 एवं एससी,एसटी एक्ट मंे दर्ज हुआ। लेकिन जिसमंे पुलिस आज दिन तक आरोपी कंवराजसिंह पुत्र आंबसिंह निवासी हाथमा को गिरफ्तार नहीं कर पाई है। आरोपी पीडि़त दलित महिला को लगातार राजीनामा करने के लिए धमकियां दे रहा है। इस संबंध मंे बाड़मेर पुलिस अधीक्षक महोदय को भी शिकायत की जा चुकी है।
मेघवाल ने बताया कि तालसर ग्राम पंचायत की महिला सरपंच को न्याय नहीं मिलने एवं बलात्कार के आरोपी की गिरफ्तारी नहीं होने के विरोध मंे दलित समुदाय एवं सरपंच तालसर तथा बलात्कार पीडि़ता आज दिनांक 05.10.2015 से अनिश्चितकालीन धरने पर बैठकर मांग करते है कि हमारी मांगें तत्काल पूरी की जाए। अन्यथा मजबूर होकर आंदोलन को तेज करना पड़ेगा।
बाड़मेर। दलित अत्याचार निवारण समिति, बाड़मेर के संयोजक उदाराम मेघवाल ने सोमवार को मुख्यमंत्री के नाम जिला कलक्टर बाड़मेर को ज्ञापन सौंपकर पंचायत तालसर के ग्रामसेवक एवं ग्राम रोजगार सहायक को हटाकर अनुसूचित जाति की निर्वाचित महिला सरपंच को चार्ज दिलाने एवं बलात्कार के आरोपी को गिरफ्तार करने की मांग की।
ज्ञापन में मेघवाल ने बताया कि ग्राम पंचायत तालसर पंचायत समिति धनाउ जिला बाड़मेर से निर्वाचित अनुसूचित जाति की महिला सरपंच इन्द्रा देवी मेघवाल को निर्वाचित होने के नौ माह बाद भी आज-तक किसी प्रकार का चार्ज या ग्राम पंचायत का रिकार्ड तक नहीं दिखाया गया है। साथ ही इस ग्राम पंचायत मंे कार्यरत पूर्व सरपंच के पुत्र एवं ग्राम रोजगार सहायक सुजाराम भादू एवं पूर्व सरपंच के स्वजातीय बंधु ग्रामसेवक चेतनराम चैधरी द्वारा ग्राम पंचायत मुख्यालय पर नौ माह मंे मात्र तीन बार उपस्थिति दी गई है। सरपंच के आदेशों की लगातार अवहेलना करते हुए करीबन 29 लाख से अधिक राशि का चैक काटकर विकास अधिकारी, पंचायत समिति धनाउ के हस्ताक्षर करवाकर राशि का आहरण कर लिया गया है। उक्त ग्राम पंचायत मंे करोड़ांे का गबन एवं अनियमितताआंे के मामले मंे तत्कालीन अतिरिक्त मुख्य सचिव ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज विभाग श्री सी.एस. राजन द्वारा पूर्व सरपंच पुत्र ग्राम रोजगार सहायक को पद के दुरूपयोग करने के कारण हटाने के निर्देश अगस्त 2012 मंे दिए गए थे। लेकिन आज दिन तक इस संबंध मंे कोई कार्यवाही नहीं हो पाई है, कि वर्तमान मंे ग्रामसेवक चेतनराम चैधरी जो कि कई अनियमितताआंे एवं गबन के प्रकरणांे मंे शामिल है और सरपंच के रहते हुए उसने करीबन 29 लाख से अधिक की राशि को अनियमित तरीके से आहरित किया है।
इस प्रकार पूर्व मंे करोड़ांे रूपए के गबन की जांच भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो मंे अपराध संख्या 334/11 विरूद्व श्री जवाराराम सरपंच ग्राम पंचायत तालसर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो बाड़मेर मंे विचाराधीन है। सरपंच द्वारा बार-बार ग्रामसेवक को निर्देशित करने के बावजूद भी ग्रामसेवक एवं ग्राम रोजगार सहायक पंचायत मुख्यालय पर उपस्थित नहीं रहे। जिससे ग्राम पंचायत मंे समस्त ग्रामीण विकास की योजनाआंे की क्रियान्विति नहीं हो पा रही है तथा जनता के साथ भेदभाव हो रहा है। इस प्रकार सरपंच द्वारा उन्हंे कार्य नहीं करने देने तथा ग्राम पंचायत का समस्त रिकार्ड ग्राम पंचायत मुख्यालय पर नहीं रखने एवं पूर्व सरपंच द्वारा उसके कार्याें मंे दखल की शिकायत विकास अधिकारी, प्रधान, जिला कलक्टर, जिला प्रमुख, पंचायतीराज मंत्री सहित उच्च स्तर पर करने के उपरांत भी कोई कार्यवाही नहीं हुई है। जो एक अनुसूचित जाति की चुनी हुई महिला सरपंच के साथ अन्याय एवं अपमान है।
राजस्थान सरकार के निर्देशानुसार पूरे प्रदेश मंे 2 अक्टूबर गांधी जयंती के अवसर पर ग्राम सभाआंे का आयोजन किया गया। लेकिन तालसर ग्राम पंचायत मुख्यालय पर ग्रामसेवक एवं ग्राम रोजगार सहायक के तानाशाही एवं अडि़यल रवैए तथा अनुपस्थिति के कारण ग्राम सभा का आयोजन नहीं हो पाया।
इसी प्रकार बाड़मेर जिले मंे अनुसूचित जाति की महिलाआंे के साथ आए दिन जघन्य अपराध होना आम बात हो गई है तथा पुलिस बलात्कार जैसे गंभीर प्रकरणांे मंे महिनांे तक आरोपियांे को गिरफतार नहीं कर रही है। पुलिस थाना रामसर मंे प्रकरण 82/2015 दिनांक 15.08.2015 धारा आईपीसी 342,376,379 एवं एससी,एसटी एक्ट मंे दर्ज हुआ। लेकिन जिसमंे पुलिस आज दिन तक आरोपी कंवराजसिंह पुत्र आंबसिंह निवासी हाथमा को गिरफ्तार नहीं कर पाई है। आरोपी पीडि़त दलित महिला को लगातार राजीनामा करने के लिए धमकियां दे रहा है। इस संबंध मंे बाड़मेर पुलिस अधीक्षक महोदय को भी शिकायत की जा चुकी है।
मेघवाल ने बताया कि तालसर ग्राम पंचायत की महिला सरपंच को न्याय नहीं मिलने एवं बलात्कार के आरोपी की गिरफ्तारी नहीं होने के विरोध मंे दलित समुदाय एवं सरपंच तालसर तथा बलात्कार पीडि़ता आज दिनांक 05.10.2015 से अनिश्चितकालीन धरने पर बैठकर मांग करते है कि हमारी मांगें तत्काल पूरी की जाए। अन्यथा मजबूर होकर आंदोलन को तेज करना पड़ेगा।