जैसलमेर। रेसला का जिला स्तरीय शिक्षक सम्मेलन हुआ आयोजित
जैसलमेर। अमर शहीद सागरमल गोपा राउमावि मंे सोमवार को रेसला के जिला स्तरीय शिक्षक सम्मेलन आयोजित किया गया, सभाध्यक्षता प्रधानाचार्य चतुरभुज प्रजापत ने की। रेसला के अध्यक्ष श्री उगमदान बारहट ने 67 अनुपात 23 में पदोनति को संगठन की बहुत बडी जीत बताया। उन्होंने बताया कि एक लंबे संघर्ष के बाद अंतत न्याय की जीत हुई। इसका फायदा वर्तमान में नव नियुक्त व्याख्याताओं को ज्यादा होगा।
कार्यक्रम की अध्यक्षता अतिरिक्त जिला षिक्षा अधिकारी कमल किषोर व्यास ने की। श्री व्यास ने कहा कि हम प्रधानाचार्य सदैव व्याख्याताओं के संघर्ष में उनके साथ रहेंगे। साथ ही व्याख्याताओं से निवेदन किया कि वो अपने षिक्षण कार्य को अधिक से अधिक प्रभावी बनाए।
प्रवक्ता सुनील बोहरा ने बताया कि जितने भी प्रधानाचार्य व्याख्याता से पदोन्नत होकर बने है। वे सभी रेसला को समर्थन देते रहेंगे। रेसला व्याख्याताओं की जो भी मांगें अभी तक पूरी नहीं हुई है उसमें ये प्रधानाचार्य उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खडे रहेंगे। 67 अनुपात 33 को वास्तविक वर्तमान संख्या अनुपात में करने के लिए रेसला को संघर्ष जारी रखने का कहा। सम्मेलन में नाथूराम गर्ग, चांदूराम, ब्रजपाल खत्री, घनष्याम गोस्वामी, प्रमोद व्यास, सुजानाराम, प्रतापसिंह भाटी, प्रीतमराम, जगदीष शर्मा, गोविंद गर्ग, तुलछाराम, मनोहरलाल महेचा, वीरमाराम, मोडसिंह, अचलसिंह, भवानीषंकर, पूरणमल मीणा, ब्रजमोहन मीणा, और शैतानसिंह पूनमनगर सहित अन्य नवनियुक्त व्याख्याताओं ने भी सम्मेलन में हिस्सा लिया।
जैसलमेर। अमर शहीद सागरमल गोपा राउमावि मंे सोमवार को रेसला के जिला स्तरीय शिक्षक सम्मेलन आयोजित किया गया, सभाध्यक्षता प्रधानाचार्य चतुरभुज प्रजापत ने की। रेसला के अध्यक्ष श्री उगमदान बारहट ने 67 अनुपात 23 में पदोनति को संगठन की बहुत बडी जीत बताया। उन्होंने बताया कि एक लंबे संघर्ष के बाद अंतत न्याय की जीत हुई। इसका फायदा वर्तमान में नव नियुक्त व्याख्याताओं को ज्यादा होगा।
कार्यक्रम की अध्यक्षता अतिरिक्त जिला षिक्षा अधिकारी कमल किषोर व्यास ने की। श्री व्यास ने कहा कि हम प्रधानाचार्य सदैव व्याख्याताओं के संघर्ष में उनके साथ रहेंगे। साथ ही व्याख्याताओं से निवेदन किया कि वो अपने षिक्षण कार्य को अधिक से अधिक प्रभावी बनाए।
प्रवक्ता सुनील बोहरा ने बताया कि जितने भी प्रधानाचार्य व्याख्याता से पदोन्नत होकर बने है। वे सभी रेसला को समर्थन देते रहेंगे। रेसला व्याख्याताओं की जो भी मांगें अभी तक पूरी नहीं हुई है उसमें ये प्रधानाचार्य उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खडे रहेंगे। 67 अनुपात 33 को वास्तविक वर्तमान संख्या अनुपात में करने के लिए रेसला को संघर्ष जारी रखने का कहा। सम्मेलन में नाथूराम गर्ग, चांदूराम, ब्रजपाल खत्री, घनष्याम गोस्वामी, प्रमोद व्यास, सुजानाराम, प्रतापसिंह भाटी, प्रीतमराम, जगदीष शर्मा, गोविंद गर्ग, तुलछाराम, मनोहरलाल महेचा, वीरमाराम, मोडसिंह, अचलसिंह, भवानीषंकर, पूरणमल मीणा, ब्रजमोहन मीणा, और शैतानसिंह पूनमनगर सहित अन्य नवनियुक्त व्याख्याताओं ने भी सम्मेलन में हिस्सा लिया।
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