शनिवार, 3 अक्तूबर 2015

धौलपुर रिश्वत के आरोप में पकड़े लिपिक की मौत



धौलपुर रिश्वत के आरोप में पकड़े लिपिक की मौत


बसेड़ी में रिश्वत लेने के आरोप में पकड़े गए कनिष्ठ लिपिक की गुरुवार रात्रि को मौत हो गई। मृतक के परिजनों ने जेल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है।

जानकारी के अनुसार 17 सितम्बर को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने बसेड़ी पंचायत समिति कार्यालय के कनिष्ठ लिपिक उमेश पचौरी को गिरफ्तार किया था।

एसीबी कोर्ट ने लिपिक को भरतपुर स्थित सेवर जेल भेज दिया था। 25 सितम्बर को पैर में इन्फेक्शन होने पर लिपिक को आरबीएम अस्पताल भरतपुर में भर्ती कराया गया। यहां से 26 सितम्बर को उन्हें एसएमएस जयपुर रैफर कर दिया गया।

यहां से छुट्टी मिलने के बाद लिपिक वापस 28 सितम्बर को सेवर जेल आ गया। तबियत खराब होने पर उसे 30 सितंबर को भरतपुर अस्पताल में भर्ती कराया गया। लिपिक को 30 सितम्बर को हाईकोर्ट से जमानत मिल गई, लेकिन जेल प्रशासन के पास आदेश एक अक्टूबर को दोपहर बाद मिले।

ऐसे में लिपिक को जेल प्रशासन ने गुरुवार शाम करीब 7.30 बजे रिहा किया। परिजनों ने बताया कि उमेश को बेहोशी की हालत में गाड़ी में लिटाकर लाया गया। यहां रात्रि उनकी तबियत फिर से खराब हो गई। अस्पताल में चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। परिजनों ने जेल प्रशासन पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है।

पोस्टमार्टम में मौत का कारण हृदय गति रुकना बताया जा रहा है। पुलिस ने इस मामले में मर्ग दर्ज कर ली है।

परशुराम शर्मा, थाना प्रभारी निहालगंज

जोधपुर कोटा न होने पर भी दे सकते हैं परीक्षा



जोधपुर कोटा न होने पर भी दे सकते हैं परीक्षा


राजस्थान हाईकोर्ट ने अनुसूचित जनजाति वर्ग के एक कांस्टेबल को हैड पदोन्नति परीक्षा में अनुसूचित जनजाति वर्ग की सीटें नहीं होने के कारण वंचित किए जाने को अनुचित मानते हुए परीक्षा में शामिल करने के आदेश दिए हैं।

डूंगरपुर जिले के निवासी लालशंकर की याचिका पर प्रारम्भिक सुनवाई के बाद न्यायाधीश संदीप मेहता ने यह आदेश पारित किया। हैड कांस्टेबल के पद पर पदोन्नति के लिए चार अक्टूबर को परीक्षा होनी है।

याचिकाकर्ता की ओर से अधिवक्ता अंकुर आनन्द शर्मा ने कोर्ट में कहा कि अनुसूचित जनजाति वर्ग की सीटें नहीं होने कारण वह सामान्य वर्ग की सीटों के लिए दावेदारी करने का पात्र है। उसका आवेदन खारिज करना गलत है।

प्रारम्भिक सुनवाई के बाद न्यायाधीश मेहता ने याचिकाकर्ता को सामान्य वर्ग की सीटों के लिए परीक्षा में शामिल करने के आदेश देते हुए राज्य सरकार के गृह विभाग के सचिव, पुलिस महानिदेशक, पुलिस महानिरीक्षक और डूंगरपुर जिला पुलिस अधीक्षक को नोटिस जारी कर जवाब पेश करने के निर्देश दिए।

उदयपुर ब्लू-टूथ से नकल कराने वाले चार और गिरफ्तार



उदयपुर ब्लू-टूथ से नकल कराने वाले चार और गिरफ्तार


उदयपुर पुलिस ने राजस्थान लोकसेवा आयोग की ओर से आयोजित कनिष्ठ लेखाकर भर्ती परीक्षा में ब्लू-टूथ से नकल कराने वाले गिरोह के चार और आरोापित गिरफ्तार कर लिए।

न्यायालय ने आरोपित पूछताछ के लिए 5 अक्टूबर तक रिमाण्ड पर पुलिस को सौंपे हैं। इधर, इस मामले में एसओजी अभी नकल गिरोह के जोधपुर मॉड्यूल के सरगना सहित 10 से अधिक आरोपित गिरफ्तार कर चुकी है।

गौरतलब है कि 2 अगस्त को राजस्थान लोकसेवा आयोग की कनिष्ठ लेखाकार व तहसील राजस्व लेखाकार प्रतियोगी परीक्षा में उदयपुर पुलिस ने हाईटेक नकल का भण्डाफोड़ कर मुन्नाभाई व एक सहयोगी को पकड़ा था। परीक्षा के दौरान ही राजसमंद, पाली, जालोर, बाड़मेर, जयपर में सात आरोपितों को गिरफ्तार किया था।

पुलिस के अनुसार गायरियावास स्थित अभिनव स्कूल के प्राचार्य उपेन्द्र रावल की ओर से दर्ज कराए गए हाईटेक नकल के मामले में हिरणमगरी थाना पुलिस ने राजला लोहावट (जोधपुर) निवासी सुभाषचंद्र पुत्र सिद्धाराम विश्नोई, तेतरवालों की ढाणी सांचौर (जालौर) निवासी सोहनलाल पुत्र हरचंद विश्नोई, भादू जाप जालौर निवासी संजय कुमार पुत्र मांगीलाल विश्नोई एवं बीठाणी सांचौर (जालौर) निवासी महेश कुमार पुत्र नाथूराम विश्नोई को गिरफ्तार किया।

पुलिस ने शुक्रवार को

अदालत में पेश किया, जहां से इन्हें जयपुर में मौका तस्दीक करने के लिए 5 अक्टूबर तक रिमाण्ड पर सौंपा है।

जयपुर मैं जिन्दा हूं! इस प्रमाण-पत्र के लिए अब नहीं भटकेंगे बुजुर्ग



जयपुर मैं जिन्दा हूं! इस प्रमाण-पत्र के लिए अब नहीं भटकेंगे बुजुर्ग


हर साल नवम्बर में खुद के जीवित होने का प्रमाण देने के लिए बैंकों के चक्कर लगाने वाले चार लाख से अधिक सरकारी पेंशनर्स के लिए अच्छी खबर है। इस काम के लिए अब उन्हें बैंक में परेशानी नहीं झेलनी होगी।

सिर्फ नजदीक के ई-मित्र कियोस्क पर जाकर बायोमीट्रिक मशीन पर उपस्थिति दर्ज करानी होगी, इसके तत्काल बाद उन्हें प्रमाण पत्र जारी कर दिया जाएगा। सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग ने सामान्य पेंशनर्स के बायोमीट्रिक मशीन से सत्यापन की सफलता के बाद अब सरकारी पेंशनर्स को जीवन प्रमाण पत्र जारी करने की तैयारी कर ली है।

अभी यह देना होता है प्रमाण

अभी पेंशनर्स को हर साल नवम्बर में बैंक में जाकर खुद के जीवित होने का प्रमाण देना होता है। कई वर्ष से चली आ रही इस प्रक्रिया में उन्हें लिखकर देना होता है कि 'मैं जिंदा हूंÓ।

पेंशनर के जीवित होने का प्रमाण तभी माना जाता है, जब बैंक अधिकारी यह सत्यापित कर दे कि सम्बन्धित व्यक्ति मेरे समक्ष उपस्थित हुआ है। हर साल एक साथ शुरू होने वाली इस प्रक्रिया के चलते बुजुर्गों को बैंकों में चक्कर लगाने को मजबूर होना पड़ता है।

एक तिहाई कियोस्क पर लगी है

सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग के रिकॉर्ड के मुताबिक अभी 33 हजार कियोस्क में से 9900 पर बायोमीट्रिक मशीन लग चुकी हैं। शेष सभी कियोस्कों को एक सप्ताह का समय दिया गया है, जिसके बाद ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन नहीं होने से वे खुद काम नहीं कर पाएंगे।

साथ ही विभाग जल्द ही 20 हजार माइक्रो-एटीएम मशीनें भी फील्ड में लगाने वाला है। अभी 13 हजार से अधिक कियोस्क पर ये मशीन लग चुकी हैं, जहां लोगों को एटीएम जैसी सुविधाएं मिल रही हैं।

बायोमीट्रिक एक, फायदे अनेक

सरकारी पेंशनर्स को जीवन प्रमाण पत्र :- अगले माह से शुरू हो रही इस प्रक्रिया में सरकारी पेंशनर्स को पीपीओ व आधार कार्ड का नम्बर ई-मित्र कियोस्क पर देना होगा। इसके बाद बायोमीट्रिक मशीन पर अंगूठे का निशान लिया जाएगा। इस डाटा की ऑनलाइन पुष्टि होते ही जीवन प्रमाण पत्र जारी कर दिया जाएगा।

कियोस्क संचालक की उपस्थिति सुनिश्चित :- विभाग ने ई-मित्र कियोस्क पर मॉनिटरिंग के लिए भी बायोमीट्रिक मशीन की अनिवार्यता लागू कर दी है। 5 अक्टूबर के बाद कोई भी कियोस्क संचालक ई-मित्र के पोर्टल पर तभी काम कर सकेगा, जब वह बायोमीट्रिक पर उपस्थिति व आधार कार्ड का नम्बर दर्ज करेगा। इससे ई-मित्र कियोस्क को किराए पर देने की प्रवृत्ति पर रोक

लग सकेगी।

भामाशाह में प्रत्यक्ष धन स्थानान्तरण :- बायोमीट्रिक मशीन के जरिए भामाशाह योजना के लाभार्थियों को नकद भुगतान किया जा रहा है।

सामान्य पेंशनर्स का सत्यापन :-सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के वृद्ध, विधवा व निशक्तजन पेंशनर्स के सत्यापन का काम पहले से ही ई-मित्र कियोस्क पर बायो मीट्रिक मशीनों से किया जा रहा है।

5 अक्टूबर तक समय

सरकारी पेंशनर्स को जीवन प्रमाण पत्र ई-मित्र के जरिए जारी करने की पूरी तैयारी कर ली है। सभी कियोस्क पर 5 अक्टूबर तक बायोमीट्रिक मशीन लगानी होगी। संचालकों के लिए भी बायोमीट्रिक मशीन पर उपस्थिति अनिवार्य की जा रही है।

आर.के.शर्मा, संयुक्त निदेशक (ई-मित्र प्रोजेक्ट), सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग

फैक्ट फाइल

33 हजार से ज्यादा ई-मित्र कियोस्क प्रदेश में

3 लाख से अधिक लोगों को रोजाना मिल रहा लाभ

11 करोड़ रुपए से अधिक का रोजाना कैश ट्रांजेक्शन

अहमदाबाद।गरबा महोत्सव: मुस्लिमों पर पाबंदी तो हिंदुओं को गोमूत्र छिड़कने पर ही मिलेगा प्रवेश



अहमदाबाद।गरबा महोत्सव: मुस्लिमों पर पाबंदी तो हिंदुओं को गोमूत्र छिड़कने पर ही मिलेगा प्रवेश


देश में सामाजिक एकता की मिसाल गुजरात में नवरात्र पर होने वाले गरबा महोत्सव शायद इस बार राजनीति के भेंट चढ़ते दिख रहे हैं। कच्छ के मांडवी ताल्लुका में इस बार मुस्लिमों के गरबा महोत्सवों में घुसने पर पूरी तरह से पाबंदी लगा दी गई है। इसके अलावा हिंदुओं को भी गोमूत्र छिड़कने व माथे पर तिलक लगाने के बाद ही प्रवेश दिया जाएगा।

ये फरमान एक हिंदूवादी संगठन, हिंदू संगठन युवा मोर्चा और गरबा आयोजकों की ओर से जारी किए गए हैं। संगठन के अध्यक्ष रघुवीर सिंह जडेजा ने इन प्रतिबंधों के बारे में जानकारी देते हुए बताया, हमने पिछले साल भी गैर हिंदू लोगों को गरबा महोत्सव में घुसने पर पाबंदी लगाई थी।

इस बार इन प्रतिबंधों को और कड़ा किया जा रहा है। इन प्रतिबंधों को न्यायसंगत बताते हुए जडेजा ने कहा, नवरात्र एक धार्मिक त्योहार है।

लोग नौ दिनों तक देवी मां की पूजा करते हैं। हम लव जिहाद के बढ़ते मामलों को लेकर काफी चिंतित हैं। इस कारण इस प्रतिबंध और कड़े किए गए हैं।

काफी संख्या में है मुस्लिम

जानकारी के मुताबिक मांडवी ताल्लुका तटीय इलाका है और यहां काफी बड़ी संख्या में मुस्लिम हैं, जो परंपरागत रूप से नाव बनाने का व्यवसाय करते हैं।

इसके अलावा गौर करने वाली बात यह है कि यहां आज तक कभी भी सांप्रदायिक हिंसा नहीं हुई। ऐसे में हिंदूवादी संगठनों की ओर से जारी किए प्रतिबंध समझ से परे हैं। गौरतलब है कि मांडवी क्षेत्र में छह बड़े गरबा महोत्सव होते हैं।

हर व्यक्ति की लेंगे तलाशी

जडेजा ने कहा उनके संगठन के कार्यकर्ता हर गरबा महोत्सव स्थल पर जाकर वहां उपस्थित लोगों की तलाशी लेंगे और इस बात की पुख्ता व्यवस्था करेंगे कि गरबा स्थल के अंदर कोई भी मुस्लिम न हो।

सूत्रों ने बताया जडेजा का फाइनेंस से जुड़ा व्यवसाय है। उन्होंने इस संगठन का निर्माण एक साल पहले ही किया है और यह संगठन विश्व हिंदू परिषद से जुड़ा हुआ है।

भाजपा नेता सहित स्थानीय लोग नाखुश

हिंदूवादी संगठन के इस फरमान से स्थानीय भाजपा नेताओं सहित स्थानीय लोग नाखुश बताए जा रहे हैं। लोगों का कहना है कि कुछ लोग जानबूझकर क्षेत्र की शांति को नष्ट करना चाहते हैं।

लोगों का कहना है कि क्षेत्र में लोग आपसी भाईचारे से रहते हैं व यहां कभी भी धार्मिक हिंसा को स्थान नहीं दिया गया है।लोगों का कहना है कि यहां कई ऐसे हिंदू परिवार हैं जो रमजान के पवित्र माह में रोजा रखते हैं और मुस्लिम भी गणेश चतुर्थी के त्योहार में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं।

कटिहार।पीएम मोदी सहित 14 नेताओं की चुनावी सभाओं पर हमले का खतरा!



कटिहार।पीएम मोदी सहित 14 नेताओं की चुनावी सभाओं पर हमले का खतरा!


खुफिया एजेंसियोंं ने बिहार विधानसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित 14 नेताओं की चुनावी सभाओं पर आतंकी और नक्सली हमले की आशंका जताई है। खुफिया एजेंसियोंं के एलर्ट के बाद सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए गए हैं।

सुरक्षा एजेंसियोंं ने आशंका जताई है कि विधानसभा चुनाव के दौरान भारत नेपाल की खुली सीमा का लाभ आतंकी और उग्रवादी उठा सकते हैं। वहीं नेपाल में मधेशी आंदोलन को देखते हुए बॉर्डर गार्डिंग फोर्स को सर्तकता बतरने के निर्देश दिए गए हैं।

खुफिया एजेंसियोंं के अलर्ट के बाद प्रशासन ने सीमांचल के कटिहार, किशनगंज, अररिया एवं पूर्णिमा जिले में होने वाली इन नेताओं की सभा को लेकर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है।इसके अलावा सीमांचल के नक्सल प्रभावित इलाकों में भी पुलिस गश्ती बढ़ाने एवं सभा स्थल पर एक दिन पूर्व से ही नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं।

नई दिल्ली।प्राचीन भारत की वैज्ञानिक उपलब्धियों का खाका खींचेगी इतिहास अनुसंधान परिषद



नई दिल्ली।प्राचीन भारत की वैज्ञानिक उपलब्धियों का खाका खींचेगी इतिहास अनुसंधान परिषद


भारतीय इतिहास अनुसंधान परिषद ने दो नई परियोजनाओं पर आगे बढऩे का निश्चय किया है, इनमें से एक वैदिक काल से लेकर 18वीं सदी तक देश की वैज्ञानिक उपलब्धियों का पता लगाना ।

परिषद की गत 23 सितंबर को हुई बैठक में प्राचीन काल से लेकर अब तक के पर्यावरण विज्ञान के इतिहास का ढांचा बनाने के प्रस्ताव को अनुमति दी गई।

परिषद इतिहासकारों से प्राचीन वैदिक साहित्य वेद, पुराण, धर्मशास्त्र, अर्थशास्त्र, वेदांग, ज्योतिष और वस्तुशास्त्र का अध्ययन करने का प्रारूप बनाएगी ताकि देश की प्राचीन वैज्ञानिक उपलब्धियों जैसे अंतरिक्ष, रसायन विज्ञान, वनस्पति विज्ञान, आयुर्वेद, वास्तुकला, सौंदर्य सिद्धान्त और सैन्य विज्ञान समेत अन्य प्रौद्योगिकी और विज्ञान शिक्षा के बारे में पता चल सके।

परिषद के अध्यक्ष एन. सुदर्शन राव ने कहा कि सर मोनियर विलियम्स जैसे विद्वान प्राचीन भारत में विज्ञान और कला में हुई तरक्की को देखकर दंग रहे थे।अन्य क्षेत्रों में भी भारत ने उपलब्धियां हासिल की थी। हम पाली साहित्य समेत बौद्ध और जैन साहित्य में मौजूद विज्ञान का पता लगाएंगे।

शीना मर्डर केस में आरोपी इंद्राणी मुखर्जी की हालत में सुधार नहीं, दी जा रही है ऑक्सीजन

शीना मर्डर केस में आरोपी इंद्राणी मुखर्जी की हालत में सुधार नहीं, दी जा रही है ऑक्सीजन


 
शीना बोरा मर्डर केस में आरोपी इंद्राणी मुखर्जी की हालत गंभीर बनी हुई है. इंद्राणी का इलाज मुंबई के जेजे अस्पताल में चल रहा है. डॉक्टर के मुताबिक, उनकी हालत में कोई सुधार नहीं है. सांस लेने की दिक्कत की वजह से उन्हें ऑक्सीजन दी जा रही है.

जेजे अस्पताल के डीन डॉक्टर लहाने के मुताबिक, अभी ऐसा नहीं कहा जा सकता है कि इंद्राणी मुखर्जी की हालत खतरे से बाहर है, क्योंकि सांस लेने की प्रक्रिया नॉर्मल नहीं है.




जांच के लिए रात में पहुंची CBI व पुलिस

इंद्राणी मुखर्जी की हालत खराब होने के बाद सीबीआई, स्थानीय पुलिस व जेल अध‍िकारी रात में पूछताछ के लिए अस्पताल गए. मुलाकात के लिए परिवार का कोई सदस्य नहीं पहुंचा.


जेल के अंदर खुदकुशी की कोशिश!

सूत्रों के मुताबिक, इंद्राणी की सेहत एंटी एपि‍लेप्टिक दवाओं का ओवरडोज लेने से बिगड़ गई. इंद्राणी मुंबई के ऑर्थर रोड जेल में न्यायिक हिरासत में थीं. डॉक्टरों का कहना है कि इंद्राणी का एमआरआई सामान्य है. टॉक्सिन की सफाई हो चुकी है, लेकिन सांस लेने में परेशानी है.


सरकार के दिए जांच के आदेश
इंद्राणी की खुदकुशी की खबर को लेकर पुलिस से लेकर सरकार तक में हड़कंप मच गया. महाराष्ट्र सरकार ने पूरे मामले की जांच के आदेश दिए हैं. आईजी जेल इस पूरे मामले की जांच करेंगे. इसे जेल प्रशासन की तरफ से लापरवाही माना जा रहा है.

 
दी जाती थीं एंटी डिप्रेशन गोलियां
जेल विभाग के मुख्य सचिव सतबीर सिंह के मुताबिक, इंद्राणी को रोजाना एंटी डिप्रेशन की दो गोलियां दी जाती थीं. जेजे अस्पताल के ही डॉक्टर उनका इलाज कर रहे थे. हो सकता है कि इंद्राणी ने इन्हीं गोलियों को जमा करके एक साथ खा लिया हो. इंद्राणी को 11 सितंबर से दवा दी जा रही थी.

दवा की नहीं थी जरूरत: वकील
उधर इंद्राणी की वकील गुंजन मंगला का कहना है कि उन्हें किसी दवा की जरूरत नहीं थी. उनकी तरफ से इंद्राणी को किसी भी तरह की दवा देने के लिए आवेदन नहीं किया गया था, न ही जेल प्रशासन की तरफ से इसकी जानकारी दी गई थी. वकील के मुताबिक, एक दिन पहले इंद्राणी से उनकी मुलाकात हुई थी और वे बिलकुल हताश नहीं लग रही थी. वे किसी भी हालात का सामना करने का हौसला रखती थीं. इंद्राणी के वकील सोमवार को कोर्ट में आवेदन देने वाले थे, ताकि वे अपनी स्वर्गीया मां को श्रद्धांजलि दे सकें.



 






शुक्रवार, 2 अक्तूबर 2015

जहरीला दाना खिलाकर 11 मोर मारे

जहरीला दाना खिलाकर 11 मोर मारे


देई(बूंदी) मोहब्बतपुरा गांव के समीप शुक्रवार को 11 मोरों को जहरीला दाना डालकर कुछ लोगों ने शिकार कर लिया। शिकारी चार मोरों को साथ लेकर फरार हो गए। उन्हें पकडऩे के लिए वन विभाग ने नाकाबंदी कराई है। मौके से तीन मादा मोर, उनके चार बच्चे व एक कोयल का शव तथा मक्का के दाने बरामद किए हैं।
जानकारी के अनुसार, मोडसा सरपंच मोजीराम गुर्जर को दोपहर 12 बजे पंचायत समिति सदस्य दिलखुश गोचर ने फोन कर बताया कि बूंदी-नैनवां मार्ग पर मोहब्बतपुरा मोड़ के समीप खेत पर शिकारियों ने मोरों का शिकार किया है।
सरपंच मौके पर पहुंचे और वन विभाग को सूचना दी। इस पर नैनवां रेंजर संजीव गौतम व वन्यजीव प्रेमी बिट्ठल सनाढ्य वनकर्मियों के साथ मौके पर पहुंचे। रेंजर गौतम ने बताया कि अज्ञात शिकारियों के विरुद्ध मामला दर्ज कर जांच शुरू की है। जैतपुर, इन्द्रगढ़ खटकड़ सहित अन्य स्थानों पर नाकाबंदी कराई है। वनकर्मी मृत पक्षियों को पोस्टमार्टम के लिए बूंदी ले गए।
पंचायत समिति सदस्य ने किया पीछा
सरपंच गुर्जर ने बताया कि मोहब्बतपुरा निवासी रामरतन गुर्जर अपने खेत पर चारा काट रहा था। तभी उसे दो मोरनी व उसके दो बच्चे मरे हुए दिखाई दिए। कुछ देर बाद तीन युवक मोटरसाइकिल पर आए और मृत मोर को कट्टे में डाल लिया और भाग छूटे। इस दौरान पंचायत समिति सदस्य दिलखुश गोचर भी वहीं फसल कटाई कर रही थी। गोचर ने बताया कि शिकारी तीन युवक थे, जिनकी उम्र करीब 18-20 वर्ष थी। वे बिना नंबरी मोटरसाइकिल पर फरार हो गए।