रविवार, 19 अप्रैल 2015

महिला मिली तो सामने आई फिल्मी कहानी



12 घंटे में पुलिस ने किया दस्तयाब

पाली. राष्ट्रीय राजमार्ग नं.112 पर स्थित जोड़की नाडी पर एक दिन पूर्व नव विवाहिता के अपहरण के मामले का राजफाश कर पुलिस ने कथित रूप से अपहृत युवती को पकड़ा तो फिल्म 'डॉली की डोलीÓ जैसी स्टोरी सामने आई।
Women found the film story emerged
महिला ने खुद को बालिग बताते हुए अपहरण नहीं होने की बात कही है। पुलिस उसके न्यायालय में बयान करवाएगी। पुलिस को जानकारी मिली कि करीब 10 बजे एक ट्रेवल्स बस को रुकवाकर लग्जरी गाड़ी में आए युवकों ने एक नवविवाहिता का अपहरण कर लिया। नागौर जिले के सियाराम जाट नामक युवक ने खुद को उसका पति बताते हुए प्रकरण भी दर्ज करवाया।

सूचना के आधार पर पुलिस ने मशक्कत करते हुए बालेसर के आगे शेखाला गांव के एक बेरे से शनिवार को उसे दस्तयाब किया। पुलिस ने उसके बयान लेकर छोड़ा है। पूछताछ के दौरान उसने बताया कि पहला विवाह मध्यप्रदेश में हुआ। दूसरा राजू नामक एक युवक से हुआ था। तीसरा विवाह सियाराम से किया। राजू द्वारा अपने बकाया गहने लेने के लिए युवती को साथ ले जाने की बात सामने आई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

जैतारण थाने की सीमा का निकला मामला

महिला का अपहरण जोड़की नाड़ी के पास हुआ था, जहां पर बिलाड़ा व जैतारण थानों की सीमा आई हुई है। घटनास्थल थाना सीमा के पांच कदम भीतर होने के चलते जैतारण थाने में मामला दर्ज हुआ।

महिला मिली तो सामने आई फिल्मी कहानी



12 घंटे में पुलिस ने किया दस्तयाब

पाली. राष्ट्रीय राजमार्ग नं.112 पर स्थित जोड़की नाडी पर एक दिन पूर्व नव विवाहिता के अपहरण के मामले का राजफाश कर पुलिस ने कथित रूप से अपहृत युवती को पकड़ा तो फिल्म 'डॉली की डोलीÓ जैसी स्टोरी सामने आई।
Women found the film story emerged
महिला ने खुद को बालिग बताते हुए अपहरण नहीं होने की बात कही है। पुलिस उसके न्यायालय में बयान करवाएगी। पुलिस को जानकारी मिली कि करीब 10 बजे एक ट्रेवल्स बस को रुकवाकर लग्जरी गाड़ी में आए युवकों ने एक नवविवाहिता का अपहरण कर लिया। नागौर जिले के सियाराम जाट नामक युवक ने खुद को उसका पति बताते हुए प्रकरण भी दर्ज करवाया।

सूचना के आधार पर पुलिस ने मशक्कत करते हुए बालेसर के आगे शेखाला गांव के एक बेरे से शनिवार को उसे दस्तयाब किया। पुलिस ने उसके बयान लेकर छोड़ा है। पूछताछ के दौरान उसने बताया कि पहला विवाह मध्यप्रदेश में हुआ। दूसरा राजू नामक एक युवक से हुआ था। तीसरा विवाह सियाराम से किया। राजू द्वारा अपने बकाया गहने लेने के लिए युवती को साथ ले जाने की बात सामने आई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

जैतारण थाने की सीमा का निकला मामला

महिला का अपहरण जोड़की नाड़ी के पास हुआ था, जहां पर बिलाड़ा व जैतारण थानों की सीमा आई हुई है। घटनास्थल थाना सीमा के पांच कदम भीतर होने के चलते जैतारण थाने में मामला दर्ज हुआ।

मूक पक्षियों की सेवा सबसे बड़ा धर्म' सैनिक कल्याण और जेल में लगे परिण्डे

मूक पक्षियों की सेवा सबसे बड़ा धर्म'

 सैनिक कल्याण  और जेल  में लगे परिण्डे


बाड़मेर जीव दया अभियान   के तहत रविवार को सैनिक कल्याण बोर्ड  कार्यालय परिसर और जेल परिसर में  
में  सोसियल  मर्जी और मनरेगा की टीम ने परिंडे लगाए गए।परिसर में लगे पेड़ो पर
सुमेर सिंह शेखावत ,पूर्व सैनिक करनाराम  ,मदन बारुपाल ,श्रीमती पुष्पा
चौधरी ,अखेदान बारहट , भगवान आकोड़ा  ,बाबू भाई शेख ,मदन सिंह राठोड  ,मगाराम माली , कार्यक्रम प्रभारी चन्दन सिंह भाटी के नेतृत्व में परिण्डे लगाये
तथा पक्षियों के लिए दाना पानी की व्यवस्था की।  उन्होंने परिंडों में चुग्गा
एवं पानी भी डाला।  सुमेर सिंह शेखावत  ने कहा की  मूक पक्षियों की सेवा से बढ़कर कोई
कार्य नहीं है। उन्होंने अभियान को बढ़ाने की भी बात कही।  सेवा के इस प्रकल्प
से लोगों में जागरुकता आएगी। वहीं परिंडों से गर्मी के मौसम में मूक पक्षियों
को राहत मिलेगी। जेल प्रभारी  ने अभियान की सराहना करते हुए कहा इससे कई
इलाको ने प्रेरणा ली हे ,अब जगह जगह लोग इस नेक काम को अंजाम दे रहे हैं
,उन्होंने कहा की गर्मी के मौसम में इससे नेक काम और कोई हो नहीं सकता , यह
पहला मौका हे जब सोसियल वात्सप्प ग्रुप मेरी मर्जी के सदस्य परिण्डे लगा कर
पक्षियों को राहत दे।  अब तक  ग्रुप द्वारा छ सौ से अधिक  परिण्डे लगाये जा
चुके हैं।

शनिवार, 18 अप्रैल 2015

रेजांग ला के हीरो मेजर षैतान सिंह, परम वीर चक्र कीे धर्मपत्नी का निधन



रेजांग ला के हीरो मेजर षैतान सिंह, परम वीर चक्र कीे धर्मपत्नी का निधन


रेजांग ला के हीरो मेजर षैतान सिंह, परम वीर चक्र की धर्मपत्नी श्रीमती षगुन कनवर का देहांत षुक्रवार रात तकरीबन सवा सात बजे, 86 वर्ष की आयु में उनके पैतृक गाँव षैतान सिंह नगर में हो गया। मेजर षैतान सिंह, परम वीर चक्र कुमाऊँ रेजिमेंट की 13वी बटालियन से थे और उन्होने 1962 के युद्ध के दौरान जम्मू . कष्मीर के चुषुल सेक्टर में रेजांग ला की लड़ाई में अपनी चार्ली कंपनी के 114 बहादूर सैनिकों के साथ मातृभूमि की रक्षा करते हुए उत्कृष्ट बलिदान दिया। उनकी बहादूरी और वीरता की गाथा आज भी भारतीय सेना में जिवित है और आधुनिक युद्ध के इतिहास में एक मिषाल है।

श्रीमती षगुन कनवर के अंतिम संस्कार के दौरान चीफ आॅफ आर्मी स्टाफ, जनरल अफसर कमानडिंग दृ इन . चीफ सदर्न कमांड और जनरल अफसर कमानडिंग 14 कोर ;जिस कोर के आधीन रेजांग ला की लड़ाई लड़ी गई थीद्ध की ओर से फूल माला अर्जित की गई। इस अवसर पर लेफ्टिनेंट जनरल बाॅबी मेथ्युस, जनरल अफसर कमानडिंग कोनार्क कोर, मेजर जनरल ए एस चैधरी, जनरल अफसर कमानडिंग जोधपुर सब एरिया एवं अन्य भारतीय सेना और सिविल अधिकारी उपस्थित थे, जिन्होने वीर नारी को अपनी श्रंद्धांजली अर्पित की।

जैसलमेर बिजली का करंट लगने से एक की मौत।

जैसलमेर  बिजली का करंट लगने से एक की मौत।
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जैसलमेर जिले के रणधा गांव में शनिवार सुबह 10 बजे घरेलु बिजली का तार ठीक करने के लिए कोहरा निवासी बुटाराम पुत्र श्री बसरराम 40, जाती-मेघवाल, बिजली के खम्भे पर चढ़ा हुआ था तभी अचानक उसका बायां हाथ बिजली के तार से छु गया जिससे वह खम्भे से उछलकर निचे गिर गया फिर ग्रामीणों ने 108 को कॉल किया।
घटना की सुचना के बाद शिव से 108 एम्बुलेंस के ईएमटी बटुकेश्वर खिंटलिया और पायलट श्रवण सिंह ने घायल को सामुदायिक स्वास्थय केंद्र शिव के बाद बाड़मेर हॉस्पिटल लाया गया जहाँ उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई।

बायें हाथ में लगी चोट-
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गंभीर घायल के बायें हाथ में जहा पर बिजली का तार छुआ वहा पर हाथ की हड्डी के ऊपर का मांस जल चुका था जिससे हड्डी सामने दिख रही थी।

हाली अमावस्यां पर जमी रैयाणे, देखे जमाने के शगुन


हाली अमावस्यां पर जमी रैयाणे, देखे जमाने के शगुन
मिला अच्छे जमाने का शगुन
ओम प्रकाश सोनी 
बालोतरा। बालोतरा में हाली अमावस्यां का पर्व परम्परागत तरीके से मनाया
गया। हाली अमावस्या पर शहर के गांधीपुरा में माली समाज की आगामी वर्ष के
शगुन देखने की 80 वर्षो से चली आ रही पमम्परा का निर्वाहन हुआ। शगुन की
सभा में माली समाज के मोजीज लोगो ने षिरकत की। इस दोरान मिट्््््टी के
चार पात्रो को वर्ष के बारह महिनो में मोसम के अनुसार नाम दिया जाता है
ओर बीच में एक बड़ा कटोरा समुचे वर्ष में बारिष होने की मात्रा का प्रतीक
माना जाता है। फिर मिट्टी के पांचो पात्रो में पानी भरा जाता है। बाद में
मिट्टी के पात्रो के पानी में गलकर टूटने के समय के आधार पर बारिष के
शगुन देखे जाते है। कम समय में पात्रो के गलने पर अच्छी बारिष का अनुमान
लगाया जाता है। बुजुर्ग लोग बताते है कि हर बार हाली अमावस्यां पर मोसम
को लेकर मिलने वाले संकेतो पर जो पुर्वानुमान लगाया जाता है वो लगभग सटीक
उतरता है। इस बार शगुन देखने की प्रथा मे आने वाले वर्ष में अच्छी बारिष
होने ओर सुकाल रहने के संकेत मिले है। गोरतलब है कि वर्तमान पीढी भी इस
परम्परा को सही मानकर इसका निर्वाहन कर रही है।

मसरत की गिरफ्तारी के बाद श्रीनगर में भड़की हिंसा, एक की मौत

मसरत की गिरफ्तारी के बाद श्रीनगर में भड़की हिंसा, एक की मौत


जम्मू-कश्मीर की राजधानी श्रीनगर में अलगाववादी नेता की गिरफ्तारी के बाद उसके कार्यकार्तओं ने शहर में फिर माहौल गर्मा दिया। इसे गिरफ्तार करने के बाद श्रीनगर में भारी हिंसा भड़क गई। हिंसककारियों ने रोड पर निकल कर पुलिस पर पथराव किया है। प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए सुरक्षाकर्मियों ने आसू गैस के गोले छोड़े। इसी बीच प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रध्वज जलाते हुए सुरक्षाकर्मियों पर पत्थरबाजी कर दी और सुरक्षाकर्मियों के द्वारा कि गई फायरिंग में एक व्यक्ति की मौत हो गई।

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दरअसल कट्टरपंथी नेता मसरत आलम की गिरफ्तारी शुक्रवार को की गई थी। मसरत को मुफ्ती सरकार के आदेश के बाद शुक्रवार को राजद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किया है। जिसके बाद श्रीनगर में कई जगह हिंसक प्रदर्शन हुए। इस प्रदर्शन में दो पुलिसकर्मी समेत 14 लोग घायल हो गए। बताया जा रहा है कि मुफ्ती सरकार ने गिलानी और मसरत को घर में नज़रबंद कर लिया था, जिसके बाद मसरत को शहीदगंज पुलिस ने उसके घर से गिरफ्तार किया।

violence erupted in shrinagar


गौरतलब है कि बुधवार को हुर्रियत कांफ्रेंस अध्यक्ष सैयद अली शाह गिलानी की रैली में मसरत आलम ने पाकिस्तान के झंड़े फहराकर देश विरोधी नारे लगाए थे। इसके बाद केन्द्र सरकार ने मुफ्ती सरकार से मसरत को जल्द से जल्द गिरफ्तार कराने को कहा था। केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिहं ने अपने बयान में इस पूरे प्रकरण पर नारागी जताई थी।

जम्मू-कश्मीर मुस्लिम लीग का प्रमुख और कट्टरपंथी नेता मसर्रत आलम 10 दिन पहले ही जेल से रिहा हुआ था। इससे पहले भी 2010 में कश्मीर में इस पत्थरबाजी का मास्टरमाइंड मसरत आलम राज्य में अशांति फैलाने के आरोप में गिरफ्तार किया जा चुका है। श्रीनगर के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि मसर्रत को शुक्रवार सुबह शहर के हब्बाकदम इलाके स्थित उसके घर से गिरफ्तार किया था।

रैली से पहले ही राहुल ने पूछा किसानों का हाल...

रैली से पहले ही राहुल ने पूछा किसानों का हाल...


बेमौसम बारिश से तबाह किसान राहत की आश में दिल्ली पहुंचे और दो महीने की छुट्टी के बाद कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी हितेषी बनकर सामने आए हैं। खेत-किसान रैली के एक दिन पहले ही राहुल गांधी ने किसानों का हाल-चाल पूछा। दरअसल कल होने वाली रैली में किसान पहुंचे हैं।


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विभिन्न राज्यों से आए किसानों से राहुल गांधी व उनके साथ राजस्थान के पीसीसी चीफ सचिन पायलट भी किसानों के मसीहा बनकर सामने आए हैं। राहुल गांधी ने किसानों से मिलकर बीजेपी सरकार के द्वारा बनाएगे कानून के बारे में राय जानी।आपको बात दें कि 19 अप्रैल को रामलीला मैदान में खेत-किसाने रैली है, जिसको राहुल गांधी संबोधित करेंगे। लोकसभा चुनाव में कड़ी हार को बाद कांग्रेस ने अपनी मकर कस ली है और किसीनों के पक्ष को लेकर बीजेपी पर निशाना साधा रही है। वहीं पायलट ने कहा कि बाजेपी किसानों की ज़मीन पर कब्जा करना चाहती है और हम किसानों के हक की लड़ाई लेंगे।गौरतलब है कि 2011 में उत्तर प्रदेश के भट्टापार सौल के किसानों के बाच भी राहुल गांधी गए थे। इसलिए राहुल पहले से ही किसानों के बीच रहे हैं। बताया जा रहा है कि कल होने वाली रैली में भट्टापार सौल के किसान भी पहुंचे है।

गेहूं में नमी बताकर समर्थन मूल्य में 25 रूपए की कटौती

गेहूं में नमी बताकर समर्थन मूल्य में 25 रूपए की कटौती


हनुमानगढ़| FCI अधिकारियों द्वारा गेहूं के समर्थन मूल्य 1450 रूपए में से 25 रूपए की कटौती कर खरीदी करने की बात पर आज किसान आक्रोशित हो उठे। आक्रोशित किसानों ने धानमण्डी में सभा की तथा सरकार को जमकर कोसा। इसके बाद किसानों ने कृषि उपज मण्डी समिति सचिव व FCI अधिकारियों का घेराव किया जो करीब एक घंटा तक जारी रहा।

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पिछले 10 दिनों से धान मण्डी में अपनी फसल लेकर बैठे किसान पर विपदाएं कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। शुक्रवार को FCI अधिकारियों ने गेहूं की समर्थन मूल्य 1450 रूपए पर खरीद शुरू करने की बात कही थी, लेकिन आज कोई अधिकारी गेहूं की खरीद करने जब धानमण्डी में नहीं पहुंचा तो किसानों का आक्रोश उबाल खा गया तथा उन्होंने धान मण्डी में प्रदर्शन शुरू कर दिया। इसके बाद जुलूस के रूप में किसान कृषि उपज मण्डी समिति कार्यालय पहुंचे तथा समिति सचिव व एफसीआई अधिकारियों का घेराव किया।



FCI अधिकारियों ने गेहूं में नमी बताकर समर्थन मूल्य में 25 रूपए कटौती कर गेहूं की खरीदी करने की बात कही। यह बात सुनकर किसान आक्रोशित हो उठे। हालात बेकाबू होते देख अधिकारियों की सूचना पर मौके पर पुलिस पहुंच गई तथा उन्होंने आक्रोशित किसानों को समझा-बुझाकर शांत करने का प्रयास किया।