मंगलवार, 14 अप्रैल 2015

नीमराणा प्रेमी से करवाई थी हत्या




नीमराणा की बावड़ी में मिले संजय के शव के मामले का खुलासा करते हुए पुलिस ने सोमवार को मृतक की पत्नी प्रीति और उसके प्रेमी पवन कुमार को गिरफ्तार कर लिया।
Boyfriend had filed murder



गिरफ्तार आरोपित पवन पुत्र कंवर सिंह हरियाणा के रेवाड़ी जिला के खोल थाना क्षेत्र के खोहरी गांव का रहने वाला है।




पुलिस ने बताया कि प्रेम-प्रसंग के चलते सम्बन्धों में रोड़ा बनने पर पत्नी ने ही प्रेमी से पति की हत्या करवाई थी।




गौरतलब है कि 31 मार्च को नीमराणा की बावड़ी में सिलारपुर निवासी संजय पुत्र लालचन्द मेघवाल का शव मिला था। पुलिस ने बताया प्रीति की संजय से चार माह पहले ही शादी हुई थी। प्रीति की छोटी बहिन की शादी भी संजय के छोटे भाई से हुई है।




पुलिस उपाधीक्षक डॉ. तेजपाल सिंह ने बताया कि संजय की हत्या के आरोपित पवन कुमार व संजय की पत्नी के बीच शादी के पहले से ही अवैध सम्बन्ध थे। प्रीति की शादी के बाद भी पवन मोबाइल से सम्पर्क कर उसकी ससुराल सिलारपुर में आता-जाता रहा।




सिर पर हॉकी व पत्थर से किए वार

उन्होंने बताया कि 31 मार्च को संजय नीमराणा से अपने भाई को परीक्षा के लिए छोड़ कर गांव सिलारपुर लौट रहा था। इस दौरान बावड़ी पर खड़े पवन ने आवाज लगा कर उसे अपने पास बुलाया।




पवन ने बावड़ी की सीढिय़ों पर संजय के सिर पर हॉकी से और बाद में गिर जाने पर पत्थर से वार किए। इससे संजय की मौत हो गई। इसके बाद उसने शव को बावड़ी में फेंक दिया और फरार हो गया।




मोबाइल लेने से थी खफा

प्रीति और पवन के मिलने की भनक संजय को लग गई। इसके बाद उसने प्रीति से मोबाइल ले लिया। इससे खफा होकर प्रीति रूठ कर अपने मायके मामडिय़ा (रेवाड़ी ) चली गई, जहां उसने अपने प्रेमी को मोबाइल छीनने व शक होने के बारे में बताया। इस पर दोनों ने संजय की हत्या का षड्यंत्र रचा।




प्रीति ने दी बावड़ी की जानकारी

प्रीति ने प्रेमी पवन को बताया कि संजय हर रोज सुबह घर से बाइक पर नीमराणा की एक फैक्ट्री में काम पर जाता है, जहां बीच रास्ते में बावड़ी पड़ती है।




षड्यंत्र के अनुसार कुछ दिन बाद प्रीति अपने गांव से संजय के पास आ गई और प्रेमी पवन को सूचना दी कि संजय 31 मार्च को सुबह अपने भाई को परीक्षा देने छोडऩे जाएगा।

सोमवार, 13 अप्रैल 2015

बालोतरा पहले हमें परखो, फिर कराओ दाखिला



बालोतरा

'सरकारी स्कूलों में कहां पढ़ाई होती हैÓ, आम लोगों का यह जुमला और उनकी इसी धारणा को बदलने की ठानी है इस स्कूल के शिक्षकों ने। धोरीमन्ना का यह सरकारी स्कूल निजी स्कूलों से टक्कर लेने को पूरी तरह तैयार है।

First we tested, then get admission

बिल्कुल उसी अंदाज में। इसके लिए बाकायदा वे स्कूल की खासियतों को हर एक व्यक्ति तक पहुंचा रहे हैं। पेम्फलेट बांट रहे हैं, गली-गली घूम अपनी उच्च शैक्षणिक योग्यताआें, स्कूल की गतिविधियों और बेहतर परिणाम का हवाला देकर अपने बच्चों को इस सरकारी स्कूल में दाखिला दिलवाने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। वे कह रहे हैं, पहले हमें परखो, फिर दिलाओ दाखिला।




जिले ही नहीं, पूरे प्रदेश के लिए इन दिनों उदाहरण बना है धोरीमन्ना का राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय। यहां की कार्यवाहक प्रधानाचार्य और सभी शिक्षकों ने निर्णय किया कि वे निजी विद्यालयों से प्रतिस्पद्र्धा करेंगे। छुट्टियों से पहले ही गांव में माहौल बनाने और अभिभावकों को प्रेरित करना प्रारंभ कर दिया है। बकौल जिला शिक्षा अधिकारी, पूरे जिले में यह मॉडल बन गया है। हमें इसे सभी स्कूलों में लागू करके बाड़मेर की सरकारी स्कूलों को पूरे प्रदेश में मॉडल बनाना है।




गिना रहे सरकारी स्कूलों की सुविधाएं

इसके लिए प्रचार-प्रसार सामग्री प्रकाशित करवाई है। इसमें उल्लेख किया है कि विद्यालय में बेटियों के आगे बढऩे और पढऩे के संपूर्ण अवसर है। यहां पर खेल, शैक्षणिक सह शैक्षणिक गतिविधियां और विद्यालय का परिणाम भी बेहतर है। साथ ही शिक्षकों की शैक्षणिक-सहशैक्षणिक योग्यता का उल्लेख किया है कि वे किसी भी मायने में कमतर नहीं है।




कई प्रतियोगी परीक्षाओं में अव्वल आकर वे शिक्षक बने हैं। सरकारी स्कूलों में गार्गी पुरस्कार, आपणी बेटी योजना, निशुल्क साइकिल, ट्रांसफर वाउचर और छात्रवृत्ति जैसी कई सुविधाएं हैं, जिससे बेटियों का भविष्य संवर सकता है। पेम्फलेट में विद्यालय की अव्वल छात्राओं का भी उल्लेख किया है।




सोशल मीडिया पर भी

विद्यालय में प्रवेश के लिए अभिभावकों को प्रेरित करने की इस सामग्री का सोशल मीडिया पर भी पूरा इस्तेमाल किया है। इसके जरिए अभिभावकों को प्रेरित किया जा रहा है।




धारणा बहुत कचोटती है

विद्यालय में मेहनत करके पढ़ाया जा रहा है। लोगों की धारणा सरकारी विद्यालयों में पढ़ाई नहीं होने की है। इसे हमें ही बदलना होगा। लोगों की यह धारणा हमें बहुत कचोटती है। जब जिम्मेदारीपूर्वक हम कहेंगे कि पढ़ाएंगे तो परिजन विश्वास से बेटियों को भेजेंगे। इसलिए यह पहल की है।

हेमलता चौधरी, कार्यवाहक प्रधानाचार्य, राबाउमाावि, धोरीमन्ना




जिले भर में माहौल बनाएंगे

सरकारी विद्यालयों में इस तरह की पहल सराहनीय है। मुझे जानकारी मिलने पर अन्य प्रधानाचार्यों को भी अनुकरण करने का लिखा है। अब टीम वर्क के साथ काम करना होगा। मैं भी इसके लिए धोरीमन्ना जाकर अभिभावकों को प्रेरित करूंगा।

प्रेमप्रकाश व्यास, जिला शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक)

रिफाइनरी प्रोजेक्ट में देरी, राजस्‍थान को 4100 करोड़ का घाटा

रिफाइनरी प्रोजेक्ट में देरी, राजस्‍थान को 4100 करोड़ का घाटा



जयपुर। पचपदरा (बाड़मेर) में प्रस्तावित रिफाइनरी प्रोजेक्ट में हो रही देरी से प्रदेश को अब तक करीब 4100 करोड़ रुपए से ज्यादा के टैक्स का नुकसान हुआ है। फायदा यहां केयर्न एनर्जी को मिल रहा है क्योंकि बाड़मेर में रिफाइनरी नहीं होने से यहां उत्पादित पेट्रोलियम गुजरात की रिफाइनरी को भेजा जा रहा है।

केयर्न एनर्जी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड बाड़मेर में खनिज तेल एवं प्राकृतिक गैस का उत्पादन का काम कर रही है। कच्चे तेल को गुजरात भेजे जाने की वजह से प्रदेश को 5 प्रतिशत वैट की जगह सिर्फ 2 प्रतिशत सीएसटी मिल रहा है। हालांकि वाणिज्यिक कर विभाग ने केयर्न को 5 प्रतिशत टैक्स ही जमा करवाने का नोटिस दे रखा है, लेकिन कंपनी ने इसके विरुद्ध हाईकोर्ट में अपील दायर कर दी।

कोर्ट ने कंपनी को इस मामले में स्टे देते हुए 13 मई को अगली सुनवाई की तारीख दी है। प्रत्यक्ष करों में होने वाले नुकसान के अलावा रिफाइनरी में मिलने वाले रोजगार और इसके साथ ही पनपने वाली एंसेलरी यूनिट्स में होने वाले निवेश से भी प्रदेश वंचित हो रहा है। केयर्न एनर्जी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ने बाड़मेर में 2009-10 से क्रूड निकालने का काम शुरू किया था। मार्च 15 तक कंपनी ने 2 प्रतिशत सीएसटी के रूप में प्रदेश को 2751.04 करोड़ रुपए का राजस्व दिया।

सरकार नए सिरे से एमओयू की इच्छुक

पिछली सरकार में पचपदरा में प्रस्तावित रिफाइनरी प्रोजेक्ट के लिए एचपीसीएल से किए गए एमओयू की मौजूदा सरकार समीक्षा कर रही है। इसके लिए सरकार ने हाल में प्राइस वाटर कूपर्स को कंसलटेंसी कंपनी बनाया था। इसकी रिपोर्ट का हवाला देते हुए सरकार ने एचपीसीएल को एमओयू रिवाइज करने के लिए कहा है। एचपीसीएल से कहा गया है कि इस मामले में वह जल्द ही अपना जवाब पेश करे।

कहां कितने भंडार

राज्य सरकार के आंकड़ों के मुताबिक बाड़मेर में क्रूड ऑयल का 500 मिलियन टन रिजर्व है और प्राकृतिक गैस के 6 हजार मिलियन घन मीटर रिजर्व हैं। वहीं जैसलमेर में 22 हजार मिलियन घनमीटर तक प्राकृतिक गैस रिजर्व मौजूद हैं।

दो युवकों ने फांसी लगाकर की आत्महत्या

Two young men committed suicide by hanging

दो युवकों ने फांसी लगाकर की आत्महत्या


जोधपुर

शहर में दो अलग-अलग घटनाओं में दो युवकों ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। प्रताप नगर थाना पुलिस के अनुसार मथुरा हाल संजय कॉलोनी प्रताप नगर निवासी शिव कुमार (20) पुत्र वीरसिंह जाटव अपने भाई के साथ यहां रहता था। रविवार रात बारह बजे तक उसने अपने भाई के साथ टीवी देखा। बाद में वह अपने कमरे में जाकर सो गया। सुबह उसका शव कमरे में फंदे पर लटका मिला। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। मौके पर भीड़ जमा हो गई। आत्महत्या के कारणों का खुलासा नहीं हो पाया है। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया।




एक अन्य घटना कुड़ी भगतासनी हाउसिंग बोर्ड में हुई। यहां सेक्टर 7डी निवासी सद्दाम हुसैन पुत्र असलम खान ने रात में अपने घर में ही फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस का कहना है कि वह मानसिक रूप से परेशान था। उसका पत्नी से तलाक भी हो रखा था। आत्महत्या के कारणों का पता नहीं चला है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

राजे सरकार का लाखों सरकारी कर्मचारियों को तोहफा



जयपुर राजस्थान के लाखों सरकारी कर्मचारियों के लिए खुशखबरी है। राज्य सरकार ने मंहगाई भत्ता (डीए) में 6 फीसदी की बढ़ोतरी की है। इस संबंध में सोमवार को वित्त विभाग ने आदेश जारी किए।
Raje government increased DA of state employes


अब कर्मचारियों को मूल वेतन पर 107 की जगह 6 फीसदी बढ़कर 113 फीसदी महंगाई भत्ता मिलेगा। इससे करीब सात लाख अधिकारी-कर्मचारी और तीन लाख पेंशनर्स लाभांवित होंगे।




वित्त विभाग के अनुसार यह डीए 1 जनवरी 2015 से लागू होगा। 1 जनवरी 2015 से लेकर 31 मार्च तक की भत्ते की राशि को कार्मिकों के सामान्य निधि कोष (जीपीएफ) में जमा किया जाएगा । साथ ही जो भत्ता बनता है वह 1 अप्रैल 2015 से कर्मचारी को जुडकर मिलेगा।




राजस्थान सिविल सर्विसेज 2008 के तहत वित्त विभाग ने इसे 1 जनवरी 2015 से लागू करने के आदेश जारी किए है । भत्ता बढने के साथ एरियर भी 1 जनवरी 2015 से 31 मार्च 2015 तक प्रदेश के करीब 7 लाख राज्य कर्मियों और 3 लाख पेंशन धारको को मिलेगा ।

बालोतरा स्कुली छात्रो से भरी लोडिंग टेक्सी पलटी, 17 मासूम घायल


बालोतरा स्कुली छात्रो से भरी लोडिंग टेक्सी पलटी, 17 मासूम घायल
बालोतरा। बायतु उपखंड के गिड़ा थाना क्षेत्र के खारापार गांव के निकट आज

सुबह स्कुली छात्रो से भरी लोंडिंग टेक्सी तेज गती व लापरवाही के चलते

पलट गई। हादसे में लोंडिंग टेक्सी में सवार 17 स्कुली छात्र घायल हो गये।

हादसे की जानकारी मिलने पर ग्रामीणो ने निजी वाहनो ओर 108 एंबंुलेंस की

मदद से सभी घायल छात्रो को बालोतरा के राजकिय नाहटा अस्पताल पहुचाया। एक

साथ बड़ी तादाद में 17 घायलो के आने पर अस्पताल में अफरा तफरी मच गई।

अस्पताल में चिकित्सको ने सभी छात्रो का इलाज किया।चार छात्रो की हालत

गंभीर बताई जा रही है। गनीमत यह रही कि किसी भी छात्र के जानलेवा चोटे

नही आई। सभी छात्र खारापार ओर मलवा के रहने वाले है जो लोंडिग टेक्सी में

बेठकर खारापार के भगवान जवसंत विद्यालय जा रहे थे। बाद में अस्पताल में

भर्ती छात्रो को वार्ड में भारी परेषानियो का सामना करना पड़ा। वार्डो

में पंखे तक नही चल रहे थे जिससे गर्मी के मारे घायल छात्रो के हाल बेहाल

थे। वही प्रषासन ओर पुलिस के किसी अधिकारी ने मोके पर आने की जहमत नही

उठाई। जानकारी मिलने पर बायतु विधायक केलाष चोधरी नाहटा अस्पताल पहुचे ओर

छात्रो से मिलकर उनकी कुषलक्षेम पुछीं।

धोरीमन्ना उपखण्ड में कब होगा इन समस्याओं का समाधान



धोरीमन्ना उपखण्ड में कब होगा इन समस्याओं का समाधान
श्रीराम ढाका / प्रकाशचंद बिश्नोई।।
धोरीमन्ना टैग लाइन। बढ़ रहा है अतिक्रमण धोरीमन्ना कस्बे की सड़कों के दोनों ओर अतिक्रमण बढ़ता जा रहा है। मेन रोड़ पर एक तरफ दुकानदारों ने पहले ही दुकानें बढ़ा कर लगाना शुरू कर दिया था। अब दूसरी तरफ वाहनों का जमावड़ा लगने लगा है। ऐसे में यहां से वाहनों के निकलने की बात दूर, बाजार और कालोनियों में आने-जाने वालों को पैदल चलने में भी मुश्किलें आ रही हैं। फिर जन प्रतिनिधियों ने भी इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा हैं। जिस कारण सड़कों के दोनों ओर की सड़क कम होती जा रही है। वाहन चालकों और आम आदमी को सड़कों से गुजरते हुए कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। कुछ जगहों पर तो अतिक्रमण की हालत यह हो गई है कि दुकानदारो ने सड़क पर अतिक्रमण करते हुए अपनी अपनी दुकानों को आगे बढ़ा लिया है। बाजार के मुख्य मार्ग में ऐसा होते देखा जा सकता है। पर हैरानी की बात यह है कि अब तक ऐसा करने वालों पर स्थानीय प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। मुख्य सड़कों की चौड़ाई दिनों दिन कम होती जा रही है। जो कि धोरीमन्ना शहर के विकास के लिहाज से चिंता का विषय है। वाहनों के बढ़ते दबाव के आगे सड़कों का चौड़ीकरण आज की आवश्यकता है, पर प्रशासन की निष्क्रियता और लोगों की हठधर्मिता के कारण पूरे शहर की सड़के गली में तब्दील होती जा रही हैं। इस पूरे मामले में अगर स्थानीय प्रशासन कुछ कर पाने में असमर्थ है। तो इस स्थिति में जिला प्रशासन को सामने आने की आवश्यकता है। बड़े शहरों में अवैध कब्जा हटाने अभियान चलाया जाता है। धोरीमन्ना में पूर्व इस तरह का अभियान चलाया गया था पर नए सिरे से हो रहे अतिक्रमण पर रोक नहीं लगाने के कारण अतिक्रमणकारियों के हौसले बुलंद हैं।




सीएलजी की बैठक रह गई कागजी खानापूर्ति




कुछ दिन पूर्व स्थानीय थाना परिसर में कस्बे के व्यापारियों बस एवं टेक्सी यूनियनों की सीएलजी बैठक आयोजित हुई थी जिसमे व्यापारी बस एवं टेक्सी ऑपरेटर्स एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित हुए बैठक में एसडीएम मणिलाल तीरगर ने सभी को कहा की बाजार की व्यवस्था बनाने में सभी सहयोग करे बाजार अतिक्रमण हटाने मुख्य बाजार में बड़े वाहनो के प्रवेश की रोक पार्किग व् बस डिपो की उचित जगह के संबंध में ग्रामीणो से राय लेकर चर्चा की गई उचित जगह पर टेक्सी स्टेण्ड निर्धारित करने बाजार में चोकीदार लगाने सब्जीमण्डी को सही जगह पर लगाने की बाजार में यातायात व्यवस्था एक तरफ़ा करने तथा बाजार में सुबह 10 से शाम 6 बजे तक भारी वाहनों के प्रवेश पर रोक लगाने का निर्णय लिया गया बैठक में व्यापारियो को दुकानों के आगे अतिक्रमण नहीं करने की अपील की लेकिन उस बैठक को हुए कई दिन बीत गए पर बैठक में लिए गए निर्णय उस बैठक तक ही सिमित रहे उसको लागु करने की जहमियत किसी ने नहीं उठाई।




सड़कों पर फैली है गंदगी




धोरीमन्ना मेन बाजार में लंबे समय से कूड़ेदान की व्यवस्था नहीं की गई है। जिस कारण बाजार में गंदगी बढ़ती जा रही है इस वजह से सड़क पर कई जगह कूड़े के ढेर बन गए हैं सड़क के किनारे भी गंदगी का अंबार लगा हुआ है। सरकार सफाई अभियान के लाख दावे करें लेकिन वास्तविक स्थिति इसके विपरीत है। यहां परआवारा पशु भी घूमते रहते हैं। जिस कारण सड़कों से गुजरने में स्वयं की सुरक्षा की चिंता बनी रहती है। लेकिन अभी तक समस्याओं को नहीं सुलझाया जा सका है। जिसका खामियाजा स्थानीय लोगों को भुगतना पड़ रहा है।




नहीं हैं सब्जी मंडी की सुविधा




धोरीमन्ना स्थानीय सबसे बड़ी सब्जीमंडी मूलभूत सुविधाओं से जूझ रही है। सब्जी मंडी मुख्य बाजार में होने के कारण आवारा पशुओ का अंबार लगा हुआ है सफाई की कोई व्यवस्था नहीं है। शहरवासियों का कहना है कि जब यहां पर लोग सब्जी लेने के लिए आते हैं तो आवारा घूम रहे पशुओ से बच कर रहना पड़ता है। पुरानी गली-सड़ी सब्जियां यहां के दुकानदार कहीं पर फेंक देते है। यहां पर कोई सफाई कर्मचारी दस्तक नहीं देता है।




बिजली की आँख मिचौनी




गर्मी के मौसम में बिजली की खपत बढ़ जाती है। बिजली की खपत कम करने के लिए अलग-अलग क्षेत्र में कई घण्टों तक बिजली कटौती कर रही है। कटौती का कोई समय भी निर्धारित नहीं है। यह कटौती टुकड़ों में की जा रही है। दिन में कई बार बिजली बंद होने से गर्मी के कारण लोगों को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।




कालाबाजारी पर अंकुश लगे




धोरीमन्ना उपखण्ड में घरेलू गैस की कालाबाजारी पर रोक नहीं लग रही है। गैस एजेंसियों की मिलीभगत से ऐसे लोगों को गैस आसानी से मिल जाती है जबकि दूसरे लोगों को परेशान होना पड़ रहा है। उन्हें एक सिलिंडर के लिए कई दिनों तक इंतजार करना पड़ रहा हैं। वाहनों में घरेलू सिलेंडरों का प्रयोग होने से सिलेंडरों की कालाबाजारी भी बढ़ गई है। बावजूद इसके लोगों को सिलिंडर कब मिलेगा, इसकी जानकारी भी उपभोक्ताओं को नहीं मिल पाती है। एजेंसी की मिलीभगत के चलते व्यावासायिक प्रतिष्ठानों पर घरेलू सिलैंडर खुलेआम प्रयोग किए जा रहे हैं। इतना ही नहीं उपभोक्ताओं के साथ गैस एजैंसी कारिंदे अभद्रता करने से भी गुरेज नहीं करते। अगर कोई परेशान उपभोक्ता एजैंसी के विरुद्ध कार्रवाई करता भी है तो उसे भी विभाग के अधिकारी दबा देते हैं। जिसकी वजह से एजैंसी पर कार्य करने वाले कारिंदों व संचालक के हौसले बुलंद हैं।




पानी सप्लाई का समय निर्धारित नहीं




धोरीमन्ना क्षेत्र में पानी की सप्लाई का कोई समय निर्धारित नहीं है। पानी कब आता है कब जाता है, इसका कोई पता नहीं रहता है। टाइम निर्धारित नहीं होने से लोगों को क्षेत्र में पानी की सप्लाई के बारे में भी पता ही नहीं लग पाता है। इसलिए लोगों को रात में या दिन भी पानी भरकर रखना पड़ता है ताकि पानी न मिलने की वजह से घरेलू कार्य प्रभावित न हो। क्षेत्र में पानी की सप्लाई का समय निर्धारित करना चाहिए जिससे लोगों को इसका फायदा मिले। लोगों को पीने के पानी की समस्या का सामना करना पड़ रहा है, वहीं लोग टेंकरों से पानी मंगवा कर पी रहे है। गरीबों की दशा तो ओर भी खराब है। ग्रामीण इलाको में दस वर्षो से जलदाय विभाग की बानी पानी की टंकिया सुखी पड़ी है पशुओ को भी पानी के लिया भटकना पड़ रहा है




लाखों ख़र्च पर नहीं रुकी रोडवेज




धोरीमन्ना पुलिस थाने के पीछे ग्रामीणों की सुविधा के लिए रोडवेज बस स्टेण्ड बनाया गया था। पर वहा तक रोडवेज नहीं जा रही है ग्रामीणो द्वारा कई बार उच्चाधिकारियों को इस और अवगत करवाया लेकिन रोडवेज प्रशासन की नींद ही नहीं खुल रही है पूर्व में इस बारे में पत्रिका द्वारा भी मुद्दा उठाया गया लेकिन बसें वहां नहीं रुकतीं। जिससे ग्रामीणों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।




कही पर भी नहीं पेशाबघर एवं शौचालय की सुविधा




धोरीमन्ना बाजार एवं सार्वजनिक स्थान पर आमजन के लिए कही पर भी पेशाबघर एवं शौचालय की सुविधा नही है शौचालय न होने से लोगों को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।लोगों को मजबूरी में खुले में ही शौच जाना पड़ता है। स्वच्छ भारत अभियान के तहत सरकार बड़े-बड़े दावे करने के साथ घर-घर शौचालय निर्माण को लेकर प्रोत्साहन कर रही है। मगर धोरीमन्ना उपखण्ड पर शौचालय नहीं होना समझ से परे है।




धोरीमन्ना में दमकल की दरकार




धोरीमन्ना क्षेत्र में दीपक और चूल्हे की चिनगारी से भड़कने वाली आग से हर साल सैकड़ों आशियाने जलकर राख हो जाते हैं, वहीं इनमें बसने वालो के पास खुले आसमान का साया और धरती की गोद के अलावा कोई सहारा ही नहीं बचता। पलक झपकते ही सब कुछ स्वाह होने के बाद तात्कालिक सहायता के लिए पड़ोसी के अलावा कोई नहीं दिखता घासफूस के आशियानों में बसने वाला अस्सी फीसदी से अधिक तबका गरीब श्रेणी का होता है, अपने पसीने की गाढ़ी कमाई से नसीब होने वाली छत को एक ही पल में गंवा देने के बाद तो मानों उस पर आसमान ही टूट पड़ता है। इसके बावजूद धोरीमन्ना उपखण्ड पर इस तरह की भीषण त्रासदियों पर नियंत्रण पाने का कोई जरिया नहीं है, कोई चारा नहीं है। धोरीमन्ना में दमकल की व्यवस्था को लेकर कई बार मांग उठती रही, लेकिन नतीजा विफल रहा है।

जैसलमेर जिला मानव तस्करी यूनिट द्वारा 04 बाल श्रमिकों को ठेकेदार मुक्त कराया

जैसलमेर  जिला मानव तस्करी यूनिट द्वारा 04 बाल श्रमिकों को ठेकेदार मुक्त कराया

जैसलमेर  गोपनीय सूचना व सर्वे रिपोर्ट अनुसार बालश्रम की रोकथाम व बालकों का संरक्षण, देखभाल व पुर्नवास के सम्बध मे चलाये जा रहे विशेष अभियान के अन्तर्गत रतनलाल नि.पु. प्रभारी मानव तस्करी विरोधी ईकाई जैसलमेर मय जाब्ता नारायणसिंह मु.आ. 98, शेलेन्द्रसिंह कानि. 245 (फोटोग्राफर), शैतानसिंह कानि0 434, पठानाराम कानि0 367 जरिये सरकारी वाहन आर.जे. 15 यू.ए. 0603 चालक श्री किशोर कुमार 1084 के बाल श्रमिकों की चैकिंग हेतु जैसलमेर से रवाना होकर चांदन पहुंचे जहां पर जरिये सोर्स सूचना मिली कि सरहद सोजियों की ढ़ाणी फ्ल्डि फायरिंग रेंज चांदन में बाल श्रमिकों से स्क्रेप इक्ट्ठा करने व मजदूरी करवाई जा रही है जिस पर थानाधिकारी पुलिस थाना लाठी अमरसिंह उ0नि0  कानि. इन्द्राराम व कालूराम व हैड कानि. दीपाराम प्रभारी, पुलिस चैकी चांदन मय बाबूसिंह कानि0 612 जरिये प्राईवेट साधन के फ्ल्डि फायरिंग रेंज चांदन (सरहद सोजियों की ढ़ाणी) पहुचे। तो फ्ल्डि फायरिंग रेंज में रोड़ व तारबंदी को कार्य चल रहा था। जिसे चैक करने पर मौका पर राकेश कुमार शर्मा पुत्र जगदीशप्रसाद शर्मा प्लाॅट सं 138 राजीव नगर तीसरी पोल के बाहर, महामंदिर जोधपुर अपनी फर्म एम0एस0 जगदीश प्रसाद एण्ड कंपनी मजदूरों व बाल श्रमिकों से मजदूरी करवाता हुआ उपस्थित मिला। ठेकेदार राकेश कुमार शर्मा की मौजूदगी में 04 बाल श्रमिकों क्रमशः 01. गोरधननाथ पुत्र श्री शाकरनाथ जाति जोगी उम्र 17 वर्ष निवासी शीतल कवास जिला बाड़मेर 02. रूगानाथ पुत्र श्री अनोपनाथ जाति जोगी उम्र 16 वर्ष निवासी चांदन पुलिस थाना लाठी 03. दिनेशनाथ पुत्र श्री अनापेनाथ जोगी उम्र 15 वर्ष निवासी चांदन पुलिस थाना लाठी। 04. मूडनाथ पुत्र श्री शंभू नाथ जाति जोगी उम्र 14 वर्ष निवासी हरसाणी फांटा, बाड़मेर हाल फ्ल्डि फायरिंग रेंज चांदन जैसलमेर होना बताया। जिन्हें बाल श्रम की रोकथाम व पुर्नवास हेतू हस्बकायदा पुलिस संरक्षण में लिया गया। चूंकि उक्त बालकों से मजदूरी ठेकेदार राकेश कुमार शर्मा द्वारा इस प्रकार कठिन परिस्थितियों में विधि विरूद्ध बालश्रम करवाने के सम्बध में अनुज्ञा पत्र व लाईसेंस के बारे में पूछा गया तो अपने पास कोई वैध लाईसेेंस व परमिट होना नहीं बताया। जिस पर मानव तस्करी यूनिट द्वारा ठेकेदार के विरूद्ध प्रकरण दर्ज कर एएसटीयू टीम के सदस्य थानाधिकारी पुलिस थाना लाठी को वास्ते अनुसंधान सुपूर्द किया गया।
इस प्रकार उक्त ठेकेदार का उक्त कृत्य धारा 374 आई.पी.सी. व 26 किशोर न्याय अधि0 2000 के तहत दण्डनीय व संज्ञेय अपराध की श्रेणी का होने से धारा 41ए(1) दण्ड पं्रकिया संहिता के प्रावधानांे के अनुसार वास्त्ेा अनुसंधान उपस्थित होने बाबत् नोटिस जारी किया गया। इसके बाद बच्चों को जिला बाल कल्याण समिति जैसलमेर के कार्यालय में सदस्य  अमीन खां को उक्त बालकों के पुर्नवास व देखभाल हेतू धारा 32 किशोर न्याय अधिनियम 2000 के प्रावधानों के अनुसार सुपुर्द किया गया। 

बालोतरा 16 ईकाईयां नालो में बहा रही रासायनिक प्रदुषित पानी


बालोतरा 16 ईकाईयां नालो में बहा रही रासायनिक प्रदुषित पानी
बालोतरा। नगरपरिषद के नालो ओर नये बस स्टैण्ड ईलाके में जोजरी नदी में रासायनिक प्रदुषित पानी छोड़ने वाली 16 ओद्योगिक ईकाईयो को नगरपरिषद ने आज नोटिस जारी किये है।परिषद के आयुक्त षिवपालसिंह राजपुरोहित ने बताया कि लंबे समय से जानकारी मिल रही थी कि नगरपरिषद की हद में संचालित होने वाले ओद्योगिक ईकाईयो द्वारा निकलने वाले रंगीन पानी को ईकाईयो द्वारा नगपरिषद के नालो में बहाया जा रहा है। नगपरिषद ने ऐसी 16 ईकाईयो को चिन्हित कर उनको नोटिस दिये है। आयुक्त ने बताया कि इन इकाईयो के खिलाफ धारा 133 के मुकदमें दर्ज करवाए जायेंगे। नगरपरिषद ने मों अली के हाजी मोहम्मद, एम रमजान डाइंग के चांद खां, फातमा पेडिंग र्डाइंग कार्य के यासीन खां छींपा, युनुस डाईंग के युसुफ जमाल जी, सलीम प्रोसेसिंग के अलादीन रमजान जी, हाजी मोहम्मद र्डाइंग के हाजी खां, सफी मोहम्मद के गुलाम रसुल टांक, महादादाजी डाईंग के ओम प्रकाष खत्री, आरफ जिलानी डाईंग के मोहम्मद फारूख गुलाब रसुल, कोहिनुर हेण्ड प्रिंट के नसरूदीन छींपा, मोहम्मद मुस्ताक डाईंग के चांद खां उमरदीन,मांगु खां मों.क्ली डाईंग के एम अजीज फेब्रिक्स, मोहम्मद रफीक गुलाम रसुल के सफी खां, मोईनुद्दीन डाईंग के अलाबक्स, गूलाब डाईंग3 सहित मारूती डाईंग के अषोक डांगरा को नोटिस दिये गये है। ये सभी ईकाईया रासायनिक प्रदुषित पानी नगरपरिषद के नालो में बहा रही है।

प्रदुषण नियंत्रण मंडल पर सवालिया निषान-

नगर परिषद ने जो कार्रवाई ही है वो कार्रवाई करने के लिये जिम्मेदार विभाग प्रदूषण नियंत्रण मंडल है। पर यहां नियुक्त अधिकारियो की उद्यमियो से मिलीभगती के चलते लंबे समय से दर्जनो ईकाईयो नगरपरिषद के नालो में रासायनिक प्रदूषित पानी बहा रही है। ये प्रदुषित पानी नालो के माध्यम से आगे जाकर लुणी नदी ओर जोजरी नदी में मिलता है। नालो में पानी बहाने से दोनो ही नदियो में प्रदुषण का स्तर बढ रहा है। गोरतलब है कि हाईाकोर्ट ने बालोतरा के टेक्सटाईल युनिटो से निकलने वाले प्रदुषित पानी को खुले में डालने, नालो में बहाने ओर नदी नालो मे डालने पर रोक लगा रखी है पर वाटर पोल्युषन कंट्रोल ट्रस्ट के पदाधिकारी ही हाईकोर्ट के आदेषो की अवहेलना कर रहे है।