शनिवार, 11 अप्रैल 2015

जोधपुर थार में फिर गूंजी शौर्य की गाथा, जांबाजों ने ध्वस्त किए दुश्मन के ठिकाने



जोधपुर

सदर्न स्टार इन्फॉर्मेशन कैम्पेन से जुड़ी कोणार्क कोर के अंतर्गत ब्लैक मेस ब्रिगेड ने शुक्रवार को पोकरण फील्ड फायरिंग रेंज में युद्धाभ्यास और फौजी साजो-सामान का प्रदर्शन किया।
Thar again saga of courage echoed throughout the world, the destruction of the enemy's whereabouts bravehearts


दिन व रात में एकीकृत फायरिंग प्रदर्शन के दौरान सेना ने अपनी तैयारियों का प्रदर्शन किया। पश्चिमी सरहद पर तपते थार की पोकरण फायरिंग रेंज में टी-90 टैंक , बीएमपी-2 और अन्य अत्याधुनिक हथियारों से लैस ब्लैक मेस ब्रिगेड नेे दुश्मन टुकड़ी पर धावा बोल दिया।




ब्रिगेड ने टी-90 टैंक से 5 किमी दूर दुश्मन के ठिकानों पर मिसाइल से सटीक निशाने साध उन्हें नष्ट कर दिया।




रक्षा प्रवक्ता ले. कर्नल मनीष ओझा ने बताया कि यह यूनिट प्रथम विश्वयुद्ध का शताब्दी समारोह मना रही है।

सिरोही अस्पताल से नवजात बच्ची चुराने वाली पकड़ी



सिरोही

मां के आंचल से शनिवार को चुराई तीन दिन की नवजात मासूम आखिर बीस किलोमीटर दूर पकड़ में आ गई।
The newborn baby girl caught stealing from hospital


आरोपित महिला इसे टैक्सी से ले जा रही थी। जनाना अस्पताल में मां के पास सो रही बच्ची को टीका लगाने के नाम पर इस महिला ने उठाया था। उसकी मां को बच्ची सुपुर्द कर दी गई।




पुलिस ने आरोपित महिला को गिरफ्तार कर लिया। हालांकि अभी तक उसने कुछ भी जानकारी नहीं दी है। जानकारी के मुताबिक अस्पताल में ईसरा निवासी रमेश गरासिया की पत्नी भूरी ने तीन दिन पहले बच्ची को जन्म दिया था।




शनिवार दोपहर महिला आई और टीका लगाने की बात कहते हुए बच्ची उठा ले गई। नर्स को पता चलने पर उसने पुलिस को सूचित किया। पुलिस ने इधर-उधर पूछताछ की तो पता चला कि एक महिला बच्ची को लेकर टैक्सी में घूम रही है।




बाद में बागसीन टोल नाके के पास आरोपित महिला को पकड़ लिया। पुलिस की पूछताछ में अभी तक उसने कुछ नहीं बताया है।




यहां मिला शिशु

निवाई/टोंक। रेलवे स्टेशन रोड पर शनिवार सुबह पांच दिन का नवजात मिला। एक जने ने सुबह पुलिस को सूचना दी कि मोबाइल टावर के समीप जीवित नवजात शिशु पड़ा हुआ है।




मौके पर पहुंची पुलिस ने उसे राजकीय सामुदायिक अस्पताल में भर्ती कराया। जहां चिकित्सकों ने जयपुर के जे. के. लोन अस्पताल के लिए रैफर कर दिया। नवजात की स्थिति गंभीर बताई है। पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

शुक्रवार, 10 अप्रैल 2015

'बोस की जासूसी' पर गरम सोशल मीडिया



सोशल मीडिया पर शुक्रवार का दिन रहा भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू और सुभाषचंद्र बोस के नाम.
जवाहरलाल नेहरू
सोशल मीडिया इस्तेमाल करने वालों के दो गुट बन गए.

एक बोस के समर्थन में रहा तो दूसरा नेहरू का बचाव और समर्थन करते दिखा.

जिस ख़बर ने सोशल मीडिया पर हंगामा मचाया वो थी बोस की कथित जासूसी जो नेहरू सरकार ने दो दशकों तक कराई.

ये ख़बर इंडिया टुडे में छपी जिसमें सुभाषचंद्र बोस से जुड़ी ख़ुफ़िया फ़ाइलों का हवाला दिया गया था. उसके बाद सोशल मीडिया पर #NehruSnooped चलने लगा.

कई ट्विटर यूज़र्स ने ख़बर के बाद जवाहरलाल नेहरू की आलोचना करनी शुरू कर दी तो वहीं कई लोगों ने लिखा कि इस बात को बेवजह का तूल देने की कोई ज़रूरत नहीं है.
नेहरू की आलोचना

शेखर मित्तल नाम के एक ट्विटर यूज़र ने लिखा, "नेहरू, अंग्रेज़ों के बेहद क़रीबी थे. और उनसे यही उम्मीद की जा सकती है."

श्वेता पटेल लिखती हैं, "नेहरू से जुड़ी ऐसी और बातें सामने आनी चाहिए."

कुछ पाठकों ने लिखा कि गांधी का पटेल के बजाय नेहरू को प्रधानमंत्री बनाना एक ऐतिहासिक भूल थी.
समर्थन

वहीं कुछ पाठकों ने इस मामले में नेहरू का पक्ष लिया.

जस्ट रोज़ी ने लिखा, "सुभाषचंद्र बोस हिटलर के क़रीबी थे. ऐसे में उनकी जासूसी कराने में कोई ग़लती नहीं है."

मिथुन मेमन नाम के ट्विटर यूज़र ने लिखा, "नरेंद्र मोदी की सरकार भारत की मौजूदा समस्याओं को सुलझा नहीं पा रही है तो इतिहास के तथ्य तोड़-मरोड़ के लीक करा रही है."

वहीं विनोद कुमार ने लिखा, "सब शांत रहो. यहां कोई संत नहीं है."

महात्मा गांधी के पड़पोते तुषार गांधी ने ट्वीट किया, "नेहरू ने अगर सुभाषचंद्र बोस के परिवार की निगरानी की तो इसमें ग़लत क्या है."
कांग्रेस बनाम भाजपा

कांग्रेस ने इस पर नेहरू का बचाव किया.

वरिष्ठ कांग्रेस नेता पीसी चाको ने कहा, "ये इतिहास का सही प्रस्तुतीकरण नहीं है. पंडित नेहरू और सुभाषचंद्र बोस के बीच कुछ मतभेद ज़रूर थे लेकिन दोनों एक दूसरे की बड़ी इज़्ज़त करते थे."

कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा, "भाजपा की सरकार सत्ता में है तो ऐसी ख़बरें आएंगी ही. सब जानते हैं कि नेहरू संघ परिवार की हिंदू-मुसलमानों को बांटने की नीति के ख़िलाफ़ थे. इसलिए भाजपा नेहरू के बारे में ऐसी बातें फैला रही है."

भारतीय जनता पार्टी के नेता मुख्तार अब्बास नक़वी ने कहा, "कांग्रेस का इतिहास ही ऐसी नकारात्मक बातों से भरा है."

बागपत हत्याकांड में खुलासा, पत्नी के थे ससुर से संबंध



उत्तर प्रदेश के बागपत में हुए हत्याकांड में बड़ा खुलासा हुआ है। बस चालक आलमगीर ने ही अपनी पत्नी और 3 बच्चों की हत्या की थी। पुलिस पूछताछ मे चालक ने बताया कि उसकी पत्नी सलीमा के उसके पिता दलशेर से अवैध संबंध थे। कई साल से दोनों के बीच प्रेम प्रसंग चल रहा था। ये बच्चे भी उसके बाप के ही थे, जिस कारण सलीमा समेत बेटी करिना, आस्मिन और बेटा सुफियान की गर्दन रेत कर हत्या कर दी गई।
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मारने से 2 दिन पहले भी मोबाइल पर सलीमा से उसकी कहासुनी हुई थी। बुधवार रात आलमगीर रात 9 बजे घर आया और पहले अपनी पत्नी को कोल्ड ड्रिंक मे सल्फास की गोली मिलाकर पिला दी और वो बेहोश हो गयी। इसके बाद उसने बच्चों को भी जहरीली कोल्ड ड्रिंक पिला दी और रात 11 बजे उसने सबके एक ही धारदार हतियार से सबके गले रेत दिए। परिवार को खत्म करने के बाद पूरी रात रोया। तड़के 4 बजे घर से कांधला चला गया। 6.11 पर उसके पिता ने फ़ोन करके उसे हत्या की जानकारी दी तो वह वापस आ गया। पुलिस ने उसके हावभाव और बयानों मे विरोधाभास के चलते कल रात ही दबोच लिया था। उसके कब्जे से हथियार भी बरामद कर लिया गया है।

राष्ट्रपति पद की दावेदारी की घोषणा करेंगी हिलेरी

अमेरिका की पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन राष्ट्रपति पद के लिए 2016 में होने वाले चुनावों में अपनी दावेदारी की घोषणा इस सप्ताहांत में कर सकती हैं। वह दूसरी बार इस पद के लिए अपनी दावेदारी पेश करेंगी। Image Loading

67 वर्षीय हिलेरी 2008 में भी राष्ट्रपति पद की उम्मीदवारी की होड़ में शामिल थीं, लेकिन वह अमेरिका के मौजूदा राष्ट्रपति बराक ओबामा से पिछड़ गई थीं। हिलेरी अपनी राजनीतिक महत्वाकांक्षाओं पर सालों से लग रही अटकलों को विराम देंगी। साथ ही राष्ट्रपति पद के लिए अपनी दावेदारी पेश करने के संबंध में इस सप्ताहांत औपचारिक घोषणा करेंगी।


मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, हिलेरी की टीम ने हाल में ब्रुकलिन में कार्यालय के लिए जगह पट्टे पर लेने के लिए हस्ताक्षर किए हैं। यही कार्यालय उनकी प्रचार मुहिम का मुख्यालय होगा। बहरहाल, इस संबंध में हिलेरी के कार्यालय से कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं आई है।


एक मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि चुनाव पूर्व सर्वेक्षणों में हिलेरी को उनके संभावित रिपब्लिकन प्रतिद्वंद्वी जेब बुश से आगे बताया जा रहा है।

एनकाउंटर के बाद अब घमासान

चेन्नै
आंध्र प्रदेश में मारे गए 20 कथित लाल चंदन तस्करों में से दो के परिजन ने गुरुवार को सड़क पर शव रखकर तिरुवन्नामलाई जिले में प्रदर्शन किया और न्याय की मांग की। जब परिजनों ने लाश को अंतिम संस्कार के लिए ले जाने से मना कर दिया तो पुलिस और उनके बीच झड़प हो गई। वहीं इस घटना के विरोध में राज्य में तीसरे दिन भी प्रदर्शन जारी रहे। मारे गए लकड़हारों में से 12 तिरुवन्नामलाई के थे, वहीं 7 धर्मपुरी और एक सलेम का था। लाल चंदन आंध्र प्रदेश के कम से कम 4 जिलों में 'संरक्षित पेड़' की श्रेणी में आता है। इसकी ज्यादातर चीन और जापान जैसे देशों में मांग रहती है, जहां फर्नीचर, म्यूजिकल इंस्ट्रुमेंट्स और खिलौने बनाने में इस लकड़ी का इस्तेमाल किया जाता है। तिरुवन्नामलाई के पदावेडू में शशि कुमार और मुरगन के रिश्तेदारों ने उनके शव के साथ प्रदर्शन किया, जिसके बाद इलाके में तनाव बढ़ गया। उन्होंने जांच और 


मुआवजा बढ़ाने की मांग की।
PM की 'चुप्पी' पर को लेकर पीएमके ने की निंदा
लाल चंदन तस्करों के खिलाफ एक पुलिस अभियान में 20 लोगों के मारे जाने की घटना संबंधी मामले में बीजेपी के नेतृत्व वाली एनडीए की सहयोगी दल पीएमके ने गुरुवार को प्रधानमंत्री की 'चुप्पी' की निंदा की। पीएमके ने इस घटना की सुप्रीम कोर्ट के जज या सीबीआई से जांच कराने की मांग करते हुए कहा कि केवल केंद्रीय हस्तक्षेप से न्याय मिल सकता है। मृतकों में से कई तमिलनाडु के रहने वाले थे। पीएमके नेता एस रामदास ने एक बयान में कहा कि पुलिस द्वारा ऐसी नृशंस हत्या को लेकर आंध्र प्रदेश में आक्रोश है, लेकिन प्रधानमंत्री की कोई टिप्पणी नहीं आई है।
हकीकत बताएगा 'जिंदा बचा शख्स'
टीएनएन, तिरुवन्नामलाई
चंदन तस्करों के एनकाउंटर के मामले में एक चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है। एक एनजीओ ने दावा किया है कि मारे गए लोगों में से 7 को एक दिन पहले बस से उतारा गया था। इस एनकाउंटर में बचे एक व्यक्ति के बयान के आधार पर किए गए इस दावे की पुष्टि होती है, तो आंध्र प्रदेश पुलिस मुश्किल में फंस जाएगी। अब तक वह फेक एनकाउंटर के आरोपों को गलत बताते हुए कह रही है कि 100 तस्करों के ग्रुप ने हमला किया था, जिसके जवाब में एसटीएफ को गोली चलानी पड़ी थी। आंध्र प्रदेश सिविल लिबर्टीज कमिटी के मैंबर क्रांति चैतन्य ने इस एनकाउंटर की न्यायिक जांच करवाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि उनके संगठन ने एनकाउंटर में जिंदा बचे एक शख्स से संपर्क कर लिया है, जो चित्तूर से तमिलनाडु लौटा है। चैतन्य ने कहा कि सर्वाइवर को सुरक्षित जगह पर रखा गया है। हम उसे नैशनल ह्यूमन राइट्स कमिशन के सामने पेश करेंगे।
इनसेट.....
गजपति में भारी मात्रा में चंदन की लकड़ी बरामद
भाषा, बरहमपुर (ओडिशा)
ओडिशा के गजपति जिले के जंगलों से पिछले 2 वर्षों में लाल चंदन की करीब 200 क्विंटल लकड़ी बरामद की गई और इसे काटने वाले कम से कम 12 लोगों को गिरफ्तार किया गया। क्षेत्रीय अधिकारी के मुताबिक, लाल चंदन की लकड़ियां जिले के गरबांध, गोशानी, गंदहाटी, नारायणपुर, जलांगा और किछलिंगी के जंगलों से बरामद की गईं। डिविजनल फॉरेस्ट अफसर ने कहा कि हमने समय से दखल देकर और सर्च ऑपरेशन के जरिए तस्करी के कई प्रयासों को नाकाम किया।

नागाणा थाना में लगे पक्षियों के लिए परिण्डे

नागाणा थाना में लगे पक्षियों के लिए परिण्डे 


बाड़मेर। गर्मी में मूक पक्षियों की प्यास बुझाने के लिए व्हाट्स अप्प सोसियल ग्रुप मेरी मर्जी बाड़मेर न्यूज़ ट्रैक मनरेगा और कृष्णा संस्था के तत्वाधान में जीव दया अभियान के तहत शुक्रवार को नागाणा थाना ,अटल सेवा केंद्र निम्बाणियो की ढाणी  और एम पी टी के पास जन्हा वृक्षों पर हज़ारो पक्षी बसेरा करते हैं ,जिनके लिए गर्मी के मौसम में पानी की व्यवस्था के लिए बड़ी तादाद में परिंदे लगाये गए। कार्यक्रम प्रभारी चन्दन सिंह भाटी , मदन बारुपाल ,अखेदान बारहट ,पुष्पा चौधरी  ,छिंदरपाल कौर ,रमेश कड़वासरा  ,भगवान आकोड़ा ,बाबू भाई शेख    , सुरेन्द्र गोसवामी ,ललित छाजेड़ ,  ,मगाराम माली  ने परिंदे लगा पक्षियों के लिए पानी की व्यवस्था की  कार्यक्रम संयोजक और अतिरिक्त जिला कार्यक्रम समन्वयक सुरेश दाधीच के नेतृत्व में सदस्यों  परिण्डे लगाये तथा पानी की जिम्मेदारी सौंपी। अब पंचायत समिति स्तर पर परिण्डे अभियान के तहत लगाए जाएंगे ,

 टीम के कई सदस्यों ने बड़ी तादाद में परिण्डे लगा कर गर्मी में मूक पक्षियों की प्यास बुझाने का प्रयास किया। कार्यक्रम संयोजक सुरेश दाधीच ने बताया जीव दया अभियान के तहत बेजुबान पक्षियों की प्यास के लिए एक हजार परिण्डे लगाये जा रहे है। भीषण गर्मी व जल संकट से बेहाल बेजुबान पक्षियों को बचाने के लिए हर घर की छत पर मिट्टी के जलपात्र रखने का दाधीच ने आह्वान किया

गुरुवार, 9 अप्रैल 2015

पति को पेड़ में बांधकर महिला से चार लोगों ने किया बलात्कार


woman raped by four men, husbend  tied to a tree
सहारनपुर

उत्तर प्रदेश में सहारनपुर जिले के गंगोह क्षेत्र में चार लोगों द्वारा एक महिला के साथ उसके पति की मौजूदगी में सामूहिक बलात्कार करने का मामला प्रकाश में आया है।




वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नितिन तिवारी ने बताया कि सहारनपुर-शामली मार्ग पर दुपहिया वाहन से जा रहे दम्पति को मंगलवार की रात रोककर आरोपियों ने पति को पेड़ से बांध दिया।




इसके बाद उन्होंने महिला से उसके पति के सामने ही बलात्कार किया। इस दौरान दम्पति का चार माह का पुत्र जमीन पर पड़ा बिलखता रहा। पति के विरोध करने पर आरोपियों ने पिस्तौल दिखाकर उसे जाने से मार देने की धमकी दी।




महिला से बलात्कार करने के बाद चारों आरोपियों ने उसे भी पेड़ से बांध दिया। देर रात एक वाहन चालक ने पीडि़तों की मदद के लिए 100 नम्बर पर फोन करके पुलिस को घटना की जानकारी दी।




सूचना मिलने के बाद पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे और पीडि़त दम्पति को बंधनमुक्त किया इसके बाद पुलिसकर्मियों ने पीडि़तों को चिकित्सा उपलब्ध करवाई। आरोपियों ने उनसे कोई लूटपाट नहीं की।




तिवारी ने मौका मुआयना किया है और शीघ्र ही आरोपियों को गिरफ्तार करने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि महिला का अदालत में बयान दर्ज कराया जाएगा।

हत्यारिन पत्नी को 20 साल तक करनी होगी मरीजों की सेवा



बीकानेर पति की हत्या के मामले में दोषी पाई महिला को किशोर न्याय बोर्ड ने अजब सजा सुनाई है। गुरुवार को बोर्ड ने फैसला सुनाया कि दोषी महिला को अगले 20 साल तक मरीजों की सेवा करनी होगी। इस फैसले को अपराधी को सजा की बजाए रचनात्मक सुधार पर जोर देने वाला माना जा रहा है।
murderer wife must Patients serve 20 years


प्रकरण के अनुसार करीब 11 साल पहले जब महिला नाबालिग थी, उस पर उसके पति की हत्या का आरोप लगा था। तब से ये मामला कोर्ट में चल रहा था। घटना के समय महिला नाबालिग थी, एेसे में किशोर न्याय बोर्ड ने उसे दोषी मानते हुए फैसला सुनाया।




किशोर न्याय बोर्ड के प्रधान मजिस्ट्रेट जगेन्द्रकुमार अग्रवाल ने फैसले में कहा कि महिला को तय स्वास्थ्य उप केंद्र में बीस साल तक रोजाना दो घंटे मरीजों की सेवा और परिसर में सफाई करनी होगी।




इस मामले में अभियोजन पक्ष की ओर से सात गवाह पेश किए गए। यह मामला अपराधी के जेठ के पर्चा बयान पर 28 जून 2004 को दर्ज किया गया था।