रविवार, 5 अप्रैल 2015

अदालतें नहीं देंगी "तारीख पर तारीख", निर्धारित होगी समय सीमा -



नई दिल्ली। यदि सब कुछ पटरी पर रहा तो अदालतों में वादियों और प्रतिवादियों को "तारीख पर तारीख" नहीं मिलेगी। उच्चतम न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश एच एल दत्तू ने रविवार को कहा कि न्यायिक सुधार की दिशा में ऎसे प्रयास किए जा रहे हैं, जिससे निचली अदालतों में अधिकतम पांच साल और अपीलीय अदालत में अधिकतम दो साल में मामले की सुनवाई पूरी हो जाएगी।
Courts will now decide cases on particular date


न्यायमूर्ति दत्तू ने राज्यों के मुख्यमंत्रियों और 24 उच्च न्यायालयों के मुख्य न्यायाधीशों के संयुक्त सम्मेलन के बाद यहां संवाददाताओं को बताया कि न्यायपालिका इस दिशा में जोर-शोर से प्रयास कर रही है, परन्तु इसके लिए बुनियादी ढांचों को दुरूस्त करने, आबादी के हिसाब से न्यायाधीशों की संख्या बढ़ाने, सूचना प्रौद्योगिकी के व्यापक इस्तेमाल जैसे उपायों को मूर्त रूप देना होगा।�




उन्होंने बताया कि सम्मेलन में न्यायपालिका के समक्ष मौजूद समस्याओं पर गहनता से विचार विमर्श किया गया, जिनमें अदालतों का कम्प्यूटीकरण, नियुक्ति की नीतियां, त्वरित अदालतों, किशोर न्याय बोर्ड, महिला उत्पीड़न और वृद्धजनों से जुड़ी समस्याओं के अलावा भ्रष्टाचार के मामले शामिल हैं।

किताब न खरीद पाने से खिन्न छात्र ने आत्महत्या की



पटना। बिहार के एक गांव में पिता द्वारा नई किताबें खरीदने के लिए 1,500 रूपए देने में असमर्थता जताने के बाद एक स्कूल के छात्र ने आत्महत्या कर ली। पुलिस ने रविवार को बताया कि घटना पश्चिम चंपारण जिले में कठारी गांव में शनिवार को घटी।
Failing to buy books, student in Bihar commits suicide


पुलिस अधिकारी सम्राट दीपक ने कहा कि अफरोज आलम इतना खिन्न था कि उसने खुद को आग लगा ली। वह एक सरकारी स्कूल में कक्षा नौ का छात्र था, और उसके पिता अली दीवान मजदूर हैं। अफरोज की मां समताली खातून ने पुलिस को बताया, बेटे ने जितने पैसे मांगे, उतने मेरे पति के पास नहीं थे। 

इच्छाधारी नाग ने की नागिन से शादी! पुलिस ने की व्यवस्था



एक व्यक्ति द्वारा अपने आप को इच्छाधारी नाग बताकर नागिन से विवाह रचाने की खबर जैसे ही लोगों को मिली उसे देखने के लिए लोग दूर-दूर से आने लगे। आलम यह हो गया की विवाह देखने आने वाले लोगों को कंट्रोल करने के लिए पुलिस को आना पड़ा। भीड़ इतनी ज्यादा बढ़ गई की लोगों को कंट्रोल करने में पुलिस के पसीने छूट गए।

 Wishful snake married to nagin, police controlled the matter



बनारस से करीब 30 किमी दूर फूलपुर इलाके के राजपुर गांव में रहने वाले संदीप पटेल नाम के एक युवक के खुद को इच्छाधारी नाग बताने और उसका शनिवार को शिव मंदिर में इच्छाधारी नागिन से विवाह रचाने की बात पूरे इलाके में फैल गई। शादी की अफवाह उसके गांव के आस पास के गांवों के अलावा आसपास के जिलों में भी फैल गई। इच्छाधारी नाग-नागिन का विवाग देखने के लिए लोग दूर-दूर से आने लगे। शानिवार की सुबह से ही लोगों की भीड़ जुटने लगी और दूर दराज से भी लोग आने लगे।


भीड़ इतनी बढ़ गई की लोगों को काबू करने के लिए पुलिस को आना पड़ा। बढ़ती भीड़ को देखकर इलाहाबाद, चंदौली और सोनभद्र आदि जिलों से बड़ी संख्या में 5 थानों की पुलिस फोर्स को बुलाया गया। भीड़ को नियंत्रित करने में पुलिस फोर्स की हालत खराब हो गई। पुलिस द्वारा अफवाह फैलाने के आरोप में संदीप और उसके पिता दयाशंकर को हिरासत में लेने के बावजूद भीड़ वहां जुटी रही।


पूरे दिन की कड़ी मशक्कत के बाद पुलिस ने समझा-बुझाकर लोगों को वापस भेजा। पुलिस ने बताया कि संदीप लकवा ग्रसित है उसके हाथ-पैर काम न करने के कारण वह रेंग कर चलता है। जिसके कारण गांव के कुछ लोग उसे इच्छाधारी नाग कहने लगे और इसी का फायदा उठाकर संदीप ने अपनी शादी इच्छाधारी नागिन संग विवाह रचाने की बात फैला दी जिसके कारण विवाह देखने के लिए लोगों की भीड़ जुटने लगी। - 

डायन कहा तो मिलेगी 5 साल तक की कैद या एक लाख का जुर्माना -



जयपुर। डायन प्रथा और टोना-टोटके को बढ़ावा देकर सताना या डायन प्रताड़ना से मौत के मामलों में बचना मुश्किल होगा। डायन प्रताड़ना के मामले में सात साल तक तथा इससे मौत पर आजीवन कारावास की सजा मिलेगी। राज्य सरकार ने डायन प्रथा को लेकर हाईकोर्ट की फटकार झेलने के बाद आखिरकार विधानसभा में विधेयक पेश कर दिया है। इस कानून के तहत पीडिताओं का पुनर्वास और सताने वालों पर जुर्माना भी किया जाएगा।

 Assebly passes anti daayan bill, will have strict laws against women molestars saying daayan


राज्य सरकार की ओर से हाल ही राजस्थान डायन-प्रताड़ना निवारण विधेयक-2015 नाम से विधेयक पेश किया गया है। इसके पारित होने के बाद राजस्थान ऎसा कानून बनाने वाले गिने-चुने राज्यों में शामिल हो जाएगा। विधेयक में कहा है कि महिलाओं को डायन कहकर अखाद्य पदार्थ पीने या खाने को मजबूर करने, नग्न या अर्द्ध नग्न घुमाने अथवा सम्पत्ति से बेदखल करने की शिकायतों पर कार्रवाई के लिए यह कानून लाया जा रहा है, इसके तहत इन महिलाओं को सताने वालों के साथ ही डायन चिकित्सक होने का दावा करने वालों को भी सजा होगी।




यह है सजा का प्रस्ताव




- डायन के नाम पर प्रताड़ना- 5 साल तक सजा या 50 हजार रूपए जुर्माना अथवा दोनों।

- जबरन महिला को अखाद्य खिलाने या पिलाने पर- 3 से 7 साल तक सजा या 50 हजार रूपए जुर्माना अथवा दोनों।

- महिला को नग्न, अर्द्धनग्न घुमाने या सम्पत्ति हथियाने पर- 3 से 7 साल सजा या 50 हजार रूपए जुर्माना अथवा दोनों।

- डायन के इलाज का दावा करना- एक से तीन साल सजा या 10 हजार रूपए जुर्माना अथवा दोनों।

- बुरी आत्मा भगाने को अनुष्ठान करना- 3 से 7 साल सजा या 50 हजार रूपए जुर्माना अथवा दोनों।

- डायन प्रताड़ना से महिला की मृत्यु पर - आजीवन कारावास तक सजा या एक लाख रूपए जुर्माना अथवा दोनों।

- अपराध सामूहिक किए जाने पर- जुर्माना सामूहिक होगा और सभी आरोपितों से वसूल होगा। - 

बाड़मेर संघ ने गोविन्द जी खत्री को दी श्रद्धान्जलि


बाड़मेर संघ ने गोविन्द जी खत्री को दी श्रद्धान्जलि  


05 अप्रेल 2015

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के बाड़मेर के वरिष्ठतम् कार्यकत्र्ताओं में से एक ‘श्री गोविन्द जी खत्री‘ के देहावसान पर संघ की ओर से आदर्श विद्या मंदिर, जोशियों के निचले वास में 4 अप्रेल 2015 की रात्रि 9 बजे सामुहिक श्रद्धान्जलि का कार्यक्रम रखा गया। इस श्रद्धान्जलि सभा में उनके निकटतम रहे कार्यकत्र्ताओं में से छत्तूमल जी, अम्बालाल जी, नैनूराम जी, अमृतलाल जी एवम् पुखराज जी गुप्ता ने उनके जीवन से संबंधित संस्मरण रखे। उन्होंने बताया आप बाल्यकाल से ही पढ़ाई में होनहार मेघावी थे। आपने दसवीं वाणिज्य में करने के बाद भी 1963 में इंजिनियरिंग की डिग्री में गोल्डमेडलिस्ट रहे। बरसों संघ के विभिन्न दायित्वों का निर्वाह करते हुए बाड़मेर में जिला कार्यवाह रहने के बाद गृहस्थ होने के बावजूद अलवर के जिला प्रचारक रहे तथा बाद में भी संघ के आनुसांगिक संगठनों में नेतृत्व किया। संघ की ओर से नागपुर में लगने वाला विशेष प्रशिक्षण शिविर ‘तृतीय वर्ष‘ जिसमें सम्पूर्ण भारत के चयनित कार्यकत्र्ता भाग लेते हैं उनमें से वे पूरे वर्ग में शारीरिक, बौद्धिक में तृतीय स्थान पर रहे अर्थात् शारीरिक, बौद्धिक और मानसिक रुप से योग्य एवम् सक्षम थे। संगीत एवम् विभिन्न वाद्यों पर भी पूरा अधिकार था। आपात्काल के दौरान उन्होंने जेल में रहकर भी संघ का कार्य निरन्तर जारी रखा। और जीवन के अंतिम क्षणों तक संघ का कार्य करते रहे। उनके कुछ निकटवर्ती स्वयंसेवकों के द्वारा उनके जीवन की कुछ घटनाओं का स्मरण कराने पर कई कार्यकत्र्ता भाव-विभोर हुए।

बाड़मेर के सभी कार्यकत्र्ता संघ में दिये गये उनके अविस्मरणीय समय एवं योगदान को सदैव याद रखेंगे एवं उनके कार्यो से प्रेरणा लेंगे।

कार्यक्रम में संघ के बाड़मेर विभाग प्रचारक बाबुलाल जी, जिला संघचालक श्री पुखराज गुप्ता, दिलीप जी सिंधी, नारायण जी खत्री, मुकेश जी लखारा, अरविन्द जी तापड़िया, दशरथ जी शारदा, प्रदीप जी कौशिक समेत संघ के सभी कार्यकत्र्ता सम्मिलित रहे।

इसी के साथ स्व. श्री गोविन्द जी खत्री के परिवार के सदस्य श्री जगदीश खत्री, एवं श्री अमृत लाल खत्री भी मौजूद रहे।

अंत में सभी स्वयंसेवकों ने उनके चित्र पर पुष्पांजलि से श्रद्धा सुमन अर्पित किये।

हाई अलर्ट पर दिल्ली, सुरक्षा एजेंसी ने 'फिदायीन' हमले की चेतावनी जारी की

नई दिल्ली: सुरक्षा एजेंसियों ने दिल्ली पुलिस को अलर्ट किया है कि आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद शहर में ठीक वैसे ही 'फिदायीन' हमले को अंजाम दे सकता है, जैसा कि उसने जम्मू-कश्मीर के सांबा स्थित सैन्य शिविर पर किया था।Delhi Put on Terror Alert, Security Agencies Warn of Possible 'Fidayeen' Attack
खुफिया जानकारी के आधार पर केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों ने एक परामर्श में कहा कि सांबा में हुए हालिया फिदायीन हमले की जांच में पाया गया कि पाकिस्तान आधारित जैश-ए-मोहम्मद की दिल्ली में आतंकी हमला करने की योजना है।

परामर्श में कहा गया, 'जैश-ए-मोहम्मद की योजना दिल्ली में आतंकी हमले को अंजाम देने की है, जो कि सांबा में किए गए फिदायीन हमले जैसा हो सकता है।'

आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि दिल्ली पुलिस को अलर्ट पर रहने की हिदायत देने वाले इस परामर्श में कहा गया कि किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों, विशेषकर पुलिस उपायुक्तों को, अपने अधिकारक्षेत्र में आने वाले इलाकों में बचाव एवं सुरक्षा के लिए सभी जरूरी उपाय करने चाहिए।

21 मार्च को दो फिदायीन आतंकियों ने सांबा में जम्मू-पठानकोट राजमार्ग पर स्थित एक सैन्य शिविर पर हमला बोला था। हालांकि सुरक्षाकर्मियों ने दोनों आतंकियों को मारकर इस हमले को विफल कर दिया था।

इससे ठीक पहले 20 मार्च को इसी समूह के दो फिदायीन आतंकियों ने जम्मू के कठुआ जिले में एक पुलिस चौकी पर हमला बोला था। इस हमले में तीन सुरक्षाकर्मियों और दो नागरिकों की मौत हो गई थी और एक पुलिस उपाधीक्षक समेत कुल 11 लोग घायल हो गए थे। गोलीबारी में दो आतंकी भी मारे गए थे।

पाकिस्तान में एक ही परिवार के 10 सदस्यों की हत्या



पेशावर

पाकिस्तान के खैबर पख्तूनवा के चरसद्दा जिले में रविवार सुबह एक ही परिवार के 10 सदस्यों की हत्या कर दी गई। यह हत्या जेन्दी क्षेत्र में की गई।
10 members of a family killed in pakistan


चरसद्दा पुुलिस के अधिकारी ने डान समाचार पत्र को बताया कि आरोपी गुल अहमद सईद ने परिवार के सदस्यों पर अंधाधुंध गोलियां चलानी शुरू कर दी और उसने 10 व्यक्तियों की हत्या कर दी।




पुलिस ने बताया कि दोषी व्यक्ति परिवार का दामाद बताया जाता है। उसने अपने श्वसुर तथा बहन की हत्या कुछ महीने पहले की थी । सईद की पत्नी कुछ महीने पहले पिता के घर आ गई थी। परिवार ने उसे उसके पति के साथ भेजने से मना कर दिया था। इससे नाराज होकर उसने परिवार के सदस्यों की हत्या कर दी।

सफ़ेद आकड़ा में लगे परिण्डे मेरी मर्ज़ी ग्रुप द्वारा परिण्डे लगाने का अभियान जारी ,

सफ़ेद आकड़ा में लगे परिण्डे  मेरी मर्ज़ी ग्रुप द्वारा परिण्डे लगाने का अभियान जारी , 


बाड़मेर। गर्मी में मूक पक्षियों की प्यास बुझाने के लिए व्हाट्स अप्प सोसियल ग्रुप मेरी मर्जी बाड़मेर न्यूज़ ट्रैक मनरेगा और कृष्णा संस्था के तत्वाधान में जीव दया अभियान के तहत रविवार को गडरा चौराहा और सफर्ड आकड़ा महादेव मंदिर परिसर में परिण्डे लगाये , चन्दन सिंह भाटी ,हरवंश सिंह  ,बाबू भाई शेख ,भगवान आकोदा ,ललित छाजेड़,लूणकरण नाहटा ,दिग्विजय सिंह चुली  ,मोनू मोटवानी , रमेश सिंह इन्दा , ,धीरज जैन ,मगाराम माली ने परिंदे लगा पक्षियों के लिए पानी की व्यवस्था की , कार्यक्रम संयोजक और अतिरिक्त जिला कार्यक्रम समन्वयक सुरेश दाधीच के नेतृत्व में सदस्यों  परिण्डे लगाये तथा पानी की जिम्मेदारी सौंपी। वाही टीम के सदस्य रावताराम के नेतृत्व में सिणधरी पंचायत समिति के कमठाई गांव में परिंदे लगाए गए ,टीम की प्रेरणा से ग्रामीण क्षेत्रो में बड़ी संख्या में परिण्डे लगाये जा रहे हैं। शहर भर में आगामी दिनों तक परिण्डे लगाने का काम जारी रहेगा। 

 टीम के कई सदस्यों ने बड़ी तादाद में परिण्डे लगा कर गर्मी में मूक पक्षियों की प्यास बुझाने का प्रयास किया। कार्यक्रम संयोजक सुरेश दाधीच ने बताया जीव दया अभियान के तहत बेजुबान पक्षियों की प्यास के लिए एक हजार परिण्डे लगाये जा रहे है। भीषण गर्मी व जल संकट से बेहाल बेजुबान पक्षियों को बचाने के लिए हर घर की छत पर मिट्टी के जलपात्र रखने का दाधीच ने आह्वान किया

मिशन इन्द्रधनुष अभियान द्वारा होगा पूर्ण टीकाकरण – डॉ बिस्ट



मिशन इन्द्रधनुष अभियान द्वारा होगा पूर्ण टीकाकरण – डॉ बिस्ट
स्वास्थ्य विभाग की तरफ से नियमित टीकाकरण के लक्ष्य को शत प्रतिशत प्राप्त करने के लिए मिशन इन्द्रधनुष कार्यक्रम दिनांक 7 अप्रैल 2015 से जिले में प्रारम्भ किया जा रहा है, मिशन इन्द्रधनुष अप्रैल 15 से जून 15 तिन माह तक चलाया जायेगा, यह प्रतिमाह की 7 तारिक से 13 तारिक (7 दिन) तक चलेगा |

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एस. के. सिहं बिस्ट ने बताया की मिशन इन्द्रधनुष का उद्देश्य नियमित टीकाकरण सारणी अनुसार वंचित बच्चो एवं गर्भवती महिलाओ को सभी टिके लगाना है | यह अभियान खास तोर से हाई रिस्क एरिया (प्लस पोलियो में चिन्हित) अर्बन स्लम, घुमक्कड़, ईट भट्ट, निर्माण स्थल, टीकाकरण सेवाओ से वचिंत क्षेत्र, ऐसे क्षेत्र जहाँ नियमित टीकाकरण की उपलबधिया कम है, खसरा, डीप्थीरिया इत्यादि बीमारी वाले क्षेत्र, रिक्त उपकेन्द्र, ऐसे उपकेन्द्र जहा ANM लम्बे समय से अवकाश पर है एवं छोटे गाँव/ ढानीया जहा नियमित टीकाकरण के प्रतिमाह सत्र आयोजित नही होते है |

जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डॉ खुस्वंत खत्री ने बताया की इस अभियान के तहत लक्षित समुह 2 वर्ष तक की उम्र के समस्त बच्चे जिनमे छुटे हुये तथा अपूर्ण टिके वाले बच्चे एवं गर्भवती महिलाये होगी |

जिला आशा समन्वयक राकेश भाटी ने बताया की मिशन इन्द्रधनुष में जिले में कार्यरत समस्त आशा सहयोगिनी की अहम भूमिका रहेगी, आशा और एएनएम् सफल सहयोग से इस कार्यक्रम को सफल बनाया जा सकता है, आशा सहयोगिनी सोशियल मोबिलाईजर के रूप में कार्य करेगी, एवं जिन क्षेत्र में आशा सहयोगिनी का पद रिक्त है वहा पर उस क्षेत्र की आगनवाडी कार्यकर्त्ता, सहायिका, लिंक वर्कर या चिन्हित महिला सोशियल मोबिलाईजर के रूप में कार्य करेगी |