शुक्रवार, 27 मार्च 2015

बाडमेर फसल खराबे का 4800लाख का मुआवजा जारी


बाडमेर फसल खराबे का 4800लाख का मुआवजा जारी
बाडमेर, 27 मार्च। जिले में फसल खराबे से प्रभावित काश्तकारों को करीब 4800 लाख रूपये का मुआवजा स्वीकृत कर भुगतान के लिए जारी किया गया है। यह राशि केन्द्रीय सहकारी बैंक को भुगतान के लिए जारी की गई है।

जिला कलक्टर (आपदा प्रबन्धन एवं सहायता) मधुसूदन शर्मा ने बताया कि अभाव संवत् 2071 (खरीफ फसल 2014) में 50 प्रतिशत या उससे अधिक फसल खराबा वाले पात्र लधु, सीमान्त एवं अन्य कृषको हेतु कुल 4787.00 लाख रूपये की स्वीकृतियां जारी की गई है। जिले के गडरारोड, बायतु, चैहटन, सेडवा, गिडा, पचपदरा, धोरीमना, रामसर, शिव, बाडमेर एवं समदडी तहसील क्षेत्रों के कुल 1451 प्रभावित ग्रामों के पात्र 27936 सीमान्त कृपकों हेतु 45963474 रूपये, 35813 लधु कृषको हेतु 130325339 रूपये तथा 59720 अन्य कृषको हेतु 302373047 रूपये सहित कुल 123469 कृपकों हेतु कुल 478661860 रूपये की राशि जमा कराई गई है।

उन्होने बताया कि गडरारोड तहसील के 164 प्रभावित ग्रामों के 10660 सीमान्त, लधु एवं अन्य कृषकों हेतु 67479980 रूपये की राशि जमा कराई गई है। इसी प्रकार बायतु तहसील के 55 प्रभावित ग्रामों के 5007 सीमान्त, लधु एवं अन्य कृषकों हेतु 18302545 रूपये, चैहटन तहसील के 261 ग्रामों के 16129 सीमान्त, लधु एवं अन्य कृषकों हेतु 58069670 रूपये, सेडवा तहसील के 223 ग्रामों के 30997 सीमान्त, लधु एवं अन्य कृषकों हेतु 97432285 रूपये, गिडां तहसील के 126 ग्रामों के 10563 सीमान्त, लधु एवं अन्य कृषकों हेतु 37706825 रूपये, पचपदरा तहसील के 12 ग्रामों के 2355 सीमान्त, लधु एवं अन्य कृषकों हेतु 9275650 रूपये, धोरीमना तहसील के 11 ग्रामों के 1609 सीमान्त, लधु एवं अन्य कृषकों हेतु 5430150 रूपये, रामसर तहसील के 177 ग्रामों के 6158 सीमान्त, लधु एवं अन्य कृषकों हेतु 20082525 रूपये, शिव तहसील के 79 ग्रामों के 3916 सीमान्त, लधु एवं अन्य कृषकों हेतु हेतु 15158595 रूपये, बाडमेर तहसील के 297 ग्रामों के 25972 सीमान्त, लधु एवं अन्य कृषकों हेतु हेतु 100462857 रूपये तथा समदडी तहसील के 46 प्रभावित ग्रामों के 10103 सीमान्त, लधु एवं अन्य कृषकों हेतु 49260778 रूपये की राशि जमा कराई गई है।

उन्होने उक्त जमा राशि को तहसीलदारों से जारी कृषि आदान- अनुदान की स्वीकृतियों एवं अनुसूचियों अनुसार कृषकों के खातों में राशि हस्तान्तरण कर सूचना एवं उपयोगिता प्रमाण पत्र अविलम्ब भिजवाने के निर्देश दिए है।

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राजस्व राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार)

चैधरी कल बाडमेर आएगें

बाडमेर, 27 मार्च। राजस्व, उप निवेशन, पुनर्वास एवं देवस्थान विभाग राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) अमराराम चैघरी कल बाडमेर आएगें।

निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार राजस्व राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) चैघरी 28 मार्च को दोपहर 3.00 बजे शिकारपुरा धाम से प्रस्थान कर सायं 5.00 बजे बालोतरा पहुंचेगे तथा रात्रि विश्राम बालोतरा में करेंगे। वे 29 मार्च को प्रातः 8.00 बजे बालोतरा से प्रस्थान कर 9.00 बजे जेठन्तरी जाएगें तथा जेठन्तरी से प्रातः 10.00 बजे प्रस्थान कर 12.30 बजे सर्किट बाडमेर पहुंचेगे तथा उसके बाद बाडमेर से दोपहर 3.00 बजे जयपुर के लिए प्रस्थान कर जाएगें।

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बालोतरा सफाई कर्मी के साथ मारपीट ,हंगामा बरपा

बालोतरा सफाई कर्मी के साथ मारपीट ,हंगामा बरपा 

 ओम प्रकाश सोनी 

बलोतरा। बालोतरा में आज दोपहर को नगरपरिषद के एक सफाई कर्मचारी के साथ एक

युवक द्वारा मारपीट कर गंभीर घायल करने के मामले ने तूल पकड़ लिया। पहले

तो घायल युवक के परिजनो ने अस्पताल के चिकित्सक पर इलाज में लापरवाही

बरतने का आरोप लगाकर अस्पताल में हंगामा कर दिया ओर बाद में चिकित्सक को

पीट दिया। इसके बाद जब प्रषासन ओर पुलिस मामले की जांच में जुटे थे उस

दोरान सफाई कर्मचारी के परिजनो ने मारपीट करने वाले कथित आरोपियो के घर

पर तोड़फोड की। इस दोरान नगरपरिषद के पास में दोनो गुटो में झड़प ओर

पत्थर बाजी हो गई। मोके पर मोजुद पुलिस बल ने लोगो को नियंत्रित करने का

प्रयाय किया। जानकारी मिलने पर उपखंड अधिकारी उदयभानु चारण, उप पुलिस

अधिक्षक राजेन्द्र ढिढारिया मोके पर पहुचे ओर आक्रोषित लोगो से समझाईस कर

मामले को शांत करने का प्रयास किया। बाद में घायल कर्मचारी सोहनलाल को

जोधपुर रफफर किया गया। उधर अभी भी माहोल तनाव पुर्ण है। वही दूसरी ओर

नाहटा अस्पाताल के चिकित्सको में मारपीट के बाद से रोष है। मारपीट का

षिकार होने वाले चिकित्सक डॉक्टर डी.आर. गुंसाई ने बालोतरा पुलिस में

रिपोर्ट दी है। साथ ही नगरपरिषद के सफाई कार्मिको ने भी आरोपियो को

गिरफतार करने की मांग की है। प्रषासन ओर पुलिस अधिकारी दोनो पक्षो से

वार्ता कर मामले को शांत करवाने का प्रयास कर रहे है। देर शाम को पुलिस

अधिक्षक परिस अनिल देषमुख भी बालोतरा पहुचे। शहर में अतिरिक्त पुलिस

जाब्ता भी तेनात किया गया है।

रिश्वत प्रकरण में लिपिक को चार साल की सजा



कोटा

दशहरा मेले में दुकान आवंटन के लिए एक दुकानदार से रिश्वत लेने के 15 साल पुराने मामले में न्यायालय ने गुरुवार को नगर निगम के तत्कालीन कनिष्ठ लिपिक को 4 साल कठोर कैद व 10 हजार रुपए जुर्माने से दंडित किया है। जबकि तत्कालीन राजस्व अधिकारी समेत 4 अन्य कर्मचारियों को साक्ष्य के अभाव में दोष मुक्त कर दिया।
Bribery Case clerk sentenced to four years


किशोरपुरा निवासी दुकानदार सज्जन सिंह ने एसीबी में शिकायत दी थी, जिसमें कहा कि अक्टूबर 2000 में आयोजित दशहरा मेले में उसे नगर निगम की ओर से एक दुकान आवंटित की गई थी। इसके बाद नगर निगम के तत्कालीन राजस्व अधिकारी कैलाश चंद शर्मा, कनिष्ठ लिपिक गजेन्द्र सिंह व गिर्राज गहलोत, मोहर्रिर रमेशचंद शर्मा, परिचालक रमेश मरुंडा व चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी रामचरण ने उस दुकान को किसी अन्य के नाम आवंटित करने के नाम पर धमकाते हुए उससे 2 हजार रुपए की मांग की।




शिकायत पर एसीबी ने कार्रवाई करते हुए 19 अक्टूबर 2000 को गजेन्द्र सिंह को अन्य सभी कर्मचारियों के लिए 1500 रुपए रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया था। उसी समय वहां मौजूद अन्य कर्मचारियों को भी इस मामले में गिरफ्तार किया था। करीब 15 साल चली सुनवाई के बाद न्यायालय ने गजेन्द सिंह को रिश्वत लेने का दोषी मानते हुए उसे 4 साल कठोर कैद व 10 हजार रुपए जुर्माने से दंडित किया है, जबकि अन्य आरोपित को दोष मुक्त कर दिया।

गुरुवार, 26 मार्च 2015

जब पृथ्वी के पीछे पूरी तरह छिप जाएगा चन्द्रमा

इन्दौर। अगर आप 4 अप्रैल को लगने वाले पूर्ण चन्द्रग्रहण को निहारने के लिए भारत में माकूल जगह की तलाश में हैं तो देश के पूर्वोत्तर हिस्से का रुख कर सकते हैं, जहां सूर्य, पृथ्वी और चन्द्रमा की इस लुकाछिपी का शानदार नजारा दिखने की उम्मीद है।



उज्जैन की जीवाजी वेधशाला के अधीक्षक डॉ. राजेन्द्रप्रकाश गुप्त ने बुधवार को बताया कि पूर्ण चन्द्रग्रहण की शुरुआत भारतीय मानक समय के मुताबिक दोपहर 3.45.04 बजे होगी और यह शाम 7.15.2 बजे खत्म हो जाएगा। इस तरह सूर्य, पृथ्वी और चन्द्रमा की ‘त्रिमूर्ति’ की रोमांचक भूमिका वाला खगोलीय घटनाक्रम तकरीबन 3.30 घंटे तक चलेगा।

कोई 2 सदी पुरानी वेधशाला के अधीक्षक ने अपनी गणना के हवाले से बताया कि पूर्ण चन्द्रग्रहण शाम 5.30.30 बजे अपने चरम स्तर पर पहुंचेगा, जब चन्द्रमा पृथ्वी की छाया से पूरी तरह ढंका नजर आएगा।

उन्होंने बताया कि भारत में पूर्ण चन्द्रग्रहण का सबसे अच्छा नजारा पूर्वोत्तर हिस्से में नजर आने की उम्मीद है, जहां देश के दूसरे इलाकों के मुकाबले चन्द्रोदय जल्दी होता है।

पूर्ण चन्द्रग्रहण तब लगता है, जब सूर्य और चन्द्रमा के बीच पृथ्वी आ जाती है। परिक्रमारत चन्द्रमा इस स्थिति में पृथ्वी की ओट में पूरी तरह छिप जाता है और उस पर सूर्य की रोशनी नहीं पड़ पाती है।

पाकिस्तान में हत्या के 4 दोषियों को फांसी



पाकिस्तान की तीन अलग-अलग जेलों में बुधवार को हत्या के चार दोषियों को फांसी दे दी गई। 'डॉन' ऑनलाइन के अनुसार, अब्दुल रज्जाक चौहान और जलाल मोरेजो को सिंध प्रांत के सुक्कुर केंद्रीय कारागार-1 में फांसी दे दी गई।
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चौहान ने एक छात्र आफताब मेरानी की हत्या कर दी थी। 2003 में चौहान को इस मामले में मृत्युदंड सुनाया गया था। मोरेजो को 1997 में एक व्यक्ति की हत्या का दोषी पाया गया था और 2000 में उसे मृत्युदंड सुनाया गया था।




मृत्युदंड का सामना कर रहे एक अन्य दोषी शाहबाज अली को पंजाब प्रांत के शाहीवाल केंद्रीय कारागार में फांसी दे दी गई। अली ने 1998 में जमीन विवाद में सात साल के एक बच्चों की गोली मार कर हत्या कर दी थी।




चौथे दोषी गुलाम यासीन को पंजाब प्रांत के केंद्रीय कारागार बहावलपुर में फांसी दे दी गई। उसे 2002 में दुष्कर्म और हत्या का दोषी पाया गया था। कोई 8,000 कैदियों को देश के विभिन्न जेलों में अभी फांसी दिया जाना शेष है।




गौरतलब है कि पेशावर के आर्मी पब्लिक स्कूल में 16 दिसंबर, 2014 को हुए आतंकवादी हमले के बाद सरकार ने अगले ही दिन आतंकवादी हमले के संबंध में मृत्युदंड पर लगाई गई रोक हटा दी थी। इसके बाद सरकार ने सभी अपराध के मामलों में मृत्युदंड पर लगाई रोक हटाने का फैसला किया था।



विश्व कप लाइव : वॉर्नर के विकेट के बाद फिंच और स्मिथ ने सम्भाली पारी



ऑस्ट्रेलिया ने गुरुवार को सिडनी क्रिकेट मैदान (एससीजी) पर भारत के साथ जारी आईसीसी विश्व कप 2015 के दूसरे सेमीफाइनल मैच में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए अपना पहला विकेट गंवाने के बाद एरन फिंच और स्टीवन स्मिथ ने पारी को सम्भाला। दोनों के बीच अभी तक 62 रन की साझेदारी हो चुकी है। स्मिथ ने 3 7 गेंदों में 6 चौके लगाए जबकि फिंच ने 41 गेंदों में दो चौके लगाए।
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एरन फिंच (21) और स्टीवन स्मिथ (41) खेल रहे हैं। खबर लिखने तक ऑस्ट्रेलिया ने 14 ओवर में एक विकेट के नुकसान पर 77 रन बना लिए हैं।




पूल स्तर पर दूसरा स्थान हासिल करने के बाद ऑस्ट्रेलिया ने क्वार्टर फाइनल में पाकिस्तान को हराया था जबकि पूल-बी में शीर्ष पर रहे मौजूदा चैम्पियन भारत अपने पड़ोसी बांग्लादेश को 109 रनों से शिकस्त दी थी।

जरायम के नेटवर्क में फंसे बरेली के नौजवान



धार्मिक उन्माद, रुपये-पैसे का लालच, रईस बनने का जूनून या ब्रेन वाश...। तरीका कोई भी हो, दिल्ली में मुहम्मद यूसुफ की गिरफ्तारी से साफ है कि बरेली के युवा माफिया और आतंकी संगठनों के हथियार बन रहे हैं। दिल्ली में माफिया डॉन लक्कड़वाला का गुर्गा यूसुफ भी गरीबी से जूझ रहे पुराने शहर के एक परिवार का है। इसके साथ ही यह आशंका मजबूत हो गई है कि आतंकी संगठनों ने धीरे-धीरे ही सही, शहर के युवाओं तक अपना नेटवर्क तैयार कर लिया है। अब तक 5 युवक राष्ट्रविरोधी ताकतों की मदद करते पकड़े जा चुके हैं।




आतंकी संगठनों की मदद के बारे में सबसे पहले बरेली अक्षरधाम मंदिर पर हुए हमले के समय चर्चा में आया था। अक्षरधाम मंदिर पर हुए आतंकी हमले में बरेली के चांद को खुफिया विभाग की सूचना पर गिरफ्तार किया गया था। वह पेशे से मैकेनिक था। उसके बाद बंगलुरू में विज्ञान मंदिर हमले की जांच में शीशगढ़ के जाफरपुर निवासी इरफान बंजारा का नाम सामने आया था। उसे कर्नाटक के कोलार से पकड़ा गया था। दो गिरफ्तारियों से आईबी के अफसर भी मानने लगे कि बरेली में युवकों को आतंकियों ने अपने मददगार के तौर पर इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है। कोहाड़ापीर का रहने वाला नमाजी भी राजस्थान के बाड़मेर सेक्टर से पकड़ा गया था जब वह सीमा पार करने की फिराक में था।




इन तीन गिरफ्तारियों से जो आशंका बनी, राजेश गुप्ता की गिरफ्तारी ने उस पर मुहर लगा दी थी। दिल्ली और लखनऊ के करीब बीच में होने के कारण बरेली को आतंकियों ने अब तक एक सेंटर के रूप में इस्तेमाल किया है। यहां से दिल्ली, लखनऊ के साथ ही पूर्वांचल और बिहार तक आसानी से पहुंचा जा सकता है। उसके बाद राजेश को एके 47 के साथ गिरफ्तार किया जाना खतरे की घंटी बजाने वाला रहा। अब मुहम्मद यूसुफ की गिरफ्तारी से साफ हो गया है कि बरेली के नौजवानों को जरायम की दुनिया में असलहे की तरह इस्तेमाल किया जा रहा है।

बुधवार, 25 मार्च 2015

भीलवाड़ा डायन बता चिमटे से दागा



भीलवाड़ा

बनेड़ा क्षेत्र के निम्बाहेड़ा कलां गांव में महिला को डायन (ऊपरी हवा का प्रकोप) बताकर ससुराल पक्ष ने चिमटे से दागा ही नहीं बल्कि मारपीट कर गम्भीर रूप से घायल कर दिया। महिला की हालत बिगडऩे पर सोमवार देर रात उसे महात्मा गांधी चिकित्सालय में भर्ती करवाया गया।
Tell witch scored with tongs


पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आरोपित पति, सास, ननद व देवर को मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया। चारों को अदालत में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।




थाना प्रभारी राजेन्द्रसिंह ने बताया कि निम्बाहेड़ा कलां में महिला को रविवार देर रात पति रफीक, सास सम्भो, ननद मेराज व देवर असलम ने ऊपरी हवा को भगाने की बात कहते हुए गर्म चिमटे से पीठ और पेट पर कई जगह दागा। उसके चिल्लाने पर आरोपितों ने उसके साथ मारपीट की। कई जगह दागे जाने से पीडि़ता की हालत बिगड़ गई।




ले गए धर्मस्थल पर

दागने के बाद आरोपित महिला को जंगल में स्थित धर्मस्थल पर ले गए,जहां उसे बैठा दिया गया। उसका चेहरा चुन्नी से ढक दिया गया। दर्द से कहराती पीडि़ता घुंघट में आंसू बहाती रही, लेकिन आरोपितों ने उसे वहां से उठने नहीं दिया। इस दौरान वहां कई लोग मौजूद थे।




मौका पाकर भाई को किया कॉल

सोमवार सुबह आरोपितों के इधर-उधर होने पर मौका पाकर पीडि़ता ने किसी का मोबाइल लेकर अपने भाई को फोन कर दिया। मोबाइल पर वह महज उसे जल्द आने के अलावा कुछ नहीं कह पाई। इससे पीहर पक्ष हरकत में आ गया। कई लोग वाहन लेकर उसके ससुराल पहुंचे, लेकिन वहां कोई नहीं मिला। तलाशते हुए दोपहर में धर्मस्थल पर पहुंच गए।




जाने नहीं दिया पास

पीहर पक्ष वहां पहुंचा तो ससुराल पक्ष ने ऊपरी हवा बताते हुए उसे बैठे रहने देने की सलाह दी। कुछ देर तक पीडि़ता का भाई बैठा रहा, लेकिन उसे कुछ ठीक नहीं लगा। वह पीडि़ता को वाहन में बैठाकर पीहर ले आया।




तब तक पीडि़ता ने भाई को गर्म चिमटे से दागने की बात नहीं बताई। सोमवार रात को पीडि़ता ने भाई को इसके बारे में बताया। हालत बिगडऩे पर उसे भीलवाड़ा के महात्मा गांधी चिकित्सालय भर्ती कराया गया। सूचना पर देर रात बनेड़ा थाना पुलिस वहां पहुंची और पीडि़ता के बयान दर्ज किए।



आठ साल पहले हुआ विवाह

पीडि़ता का आठ साल पूर्व रफीक से विवाह हुआ। उसके डेढ़ साल का पुत्र भी है। लम्बे समय से उसे डायन बताकर परेशान कर रहे थे। कई बार मारपीट भी की गई, जिससे ससुराल चली आई, लेकिन पीहर पक्ष ने समझाइश कर उसे वापस भेज दिया। मारपीट से उसकी आंख पर गहरी चोट आई है तथा चेहरा सूज गया है।




बैरक में मां-बेटी गुत्थमगुत्था

बहू को डायन कहकर प्रताडि़त कर चिमटे से जलाने वाली सास और ननद के बीच मंगलवार देर रात जिला कारागार में खूनी संघर्ष हो गया। महिला बैरक में बंद बेटी ने मां पर हमला कर दिया, जिससे जेल में आधी रात को हंगामा खड़ा हो गया। दोनों को छुड़ाने गई अन्य महिला बंदी भी लहूलुहान हो गई। मां-बेटी को महात्मा गांधी चिकित्सालय में भर्ती कराया गया जबकि तीन अन्य महिला बंदियों का प्राथमिक उपचार किया गया।




जेल उपाधीक्षक सुमन मालीवाल ने बताया कि निम्बाहेड़ा कलां निवासी सम्भो व उसकी बेटी मेराज को शाम को जेल लाया गया। महिला बैरक मंे मां-बेटी बंद थे। रात ग्यारह बजे मेराज ने वहां सो रही सम्भो पर हमला कर दिया। उसके बाल पकड़ कर दीवार पर पटकने लगी तथा वहां रखी झाडु से मारने लगी। यह देख बैरक में सो रही अन्य महिला बंदी बचाने आई, लेकिन मेराज ने सभी को पछाड़ दिया। उसने अन्य महिला बंदियों की भी पिटाई कर दी।




बैरक में बंद 13 महिला बंदियों में से 11 उसे काबू में नहीं कर पा रही थी। इस दौरान दो महिला कांस्टेबल भी बचाव में दौड़ी। बैरक में हंगामा सुनकर अन्य प्रहरी दौड़कर आए। इस दौरान जेल उपाधीक्षक मालीवाल भी वहां पहुंच गई। बमुश्किल मेराज को अलग गया, लेकिन तब तक दोनों लहूलुहान हो गई। इस सम्बंध में जिला कलक्टर रविकुमार सुरपुर और पुलिस अधीक्षक हेमंत शर्मा को हालात से अवगत कराया गया।

भीलवाड़ा डायन बता चिमटे से दागा



भीलवाड़ा

बनेड़ा क्षेत्र के निम्बाहेड़ा कलां गांव में महिला को डायन (ऊपरी हवा का प्रकोप) बताकर ससुराल पक्ष ने चिमटे से दागा ही नहीं बल्कि मारपीट कर गम्भीर रूप से घायल कर दिया। महिला की हालत बिगडऩे पर सोमवार देर रात उसे महात्मा गांधी चिकित्सालय में भर्ती करवाया गया।
Tell witch scored with tongs


पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर आरोपित पति, सास, ननद व देवर को मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया। चारों को अदालत में पेश किया, जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।




थाना प्रभारी राजेन्द्रसिंह ने बताया कि निम्बाहेड़ा कलां में महिला को रविवार देर रात पति रफीक, सास सम्भो, ननद मेराज व देवर असलम ने ऊपरी हवा को भगाने की बात कहते हुए गर्म चिमटे से पीठ और पेट पर कई जगह दागा। उसके चिल्लाने पर आरोपितों ने उसके साथ मारपीट की। कई जगह दागे जाने से पीडि़ता की हालत बिगड़ गई।




ले गए धर्मस्थल पर

दागने के बाद आरोपित महिला को जंगल में स्थित धर्मस्थल पर ले गए,जहां उसे बैठा दिया गया। उसका चेहरा चुन्नी से ढक दिया गया। दर्द से कहराती पीडि़ता घुंघट में आंसू बहाती रही, लेकिन आरोपितों ने उसे वहां से उठने नहीं दिया। इस दौरान वहां कई लोग मौजूद थे।




मौका पाकर भाई को किया कॉल

सोमवार सुबह आरोपितों के इधर-उधर होने पर मौका पाकर पीडि़ता ने किसी का मोबाइल लेकर अपने भाई को फोन कर दिया। मोबाइल पर वह महज उसे जल्द आने के अलावा कुछ नहीं कह पाई। इससे पीहर पक्ष हरकत में आ गया। कई लोग वाहन लेकर उसके ससुराल पहुंचे, लेकिन वहां कोई नहीं मिला। तलाशते हुए दोपहर में धर्मस्थल पर पहुंच गए।




जाने नहीं दिया पास

पीहर पक्ष वहां पहुंचा तो ससुराल पक्ष ने ऊपरी हवा बताते हुए उसे बैठे रहने देने की सलाह दी। कुछ देर तक पीडि़ता का भाई बैठा रहा, लेकिन उसे कुछ ठीक नहीं लगा। वह पीडि़ता को वाहन में बैठाकर पीहर ले आया।




तब तक पीडि़ता ने भाई को गर्म चिमटे से दागने की बात नहीं बताई। सोमवार रात को पीडि़ता ने भाई को इसके बारे में बताया। हालत बिगडऩे पर उसे भीलवाड़ा के महात्मा गांधी चिकित्सालय भर्ती कराया गया। सूचना पर देर रात बनेड़ा थाना पुलिस वहां पहुंची और पीडि़ता के बयान दर्ज किए।



आठ साल पहले हुआ विवाह

पीडि़ता का आठ साल पूर्व रफीक से विवाह हुआ। उसके डेढ़ साल का पुत्र भी है। लम्बे समय से उसे डायन बताकर परेशान कर रहे थे। कई बार मारपीट भी की गई, जिससे ससुराल चली आई, लेकिन पीहर पक्ष ने समझाइश कर उसे वापस भेज दिया। मारपीट से उसकी आंख पर गहरी चोट आई है तथा चेहरा सूज गया है।




बैरक में मां-बेटी गुत्थमगुत्था

बहू को डायन कहकर प्रताडि़त कर चिमटे से जलाने वाली सास और ननद के बीच मंगलवार देर रात जिला कारागार में खूनी संघर्ष हो गया। महिला बैरक में बंद बेटी ने मां पर हमला कर दिया, जिससे जेल में आधी रात को हंगामा खड़ा हो गया। दोनों को छुड़ाने गई अन्य महिला बंदी भी लहूलुहान हो गई। मां-बेटी को महात्मा गांधी चिकित्सालय में भर्ती कराया गया जबकि तीन अन्य महिला बंदियों का प्राथमिक उपचार किया गया।




जेल उपाधीक्षक सुमन मालीवाल ने बताया कि निम्बाहेड़ा कलां निवासी सम्भो व उसकी बेटी मेराज को शाम को जेल लाया गया। महिला बैरक मंे मां-बेटी बंद थे। रात ग्यारह बजे मेराज ने वहां सो रही सम्भो पर हमला कर दिया। उसके बाल पकड़ कर दीवार पर पटकने लगी तथा वहां रखी झाडु से मारने लगी। यह देख बैरक में सो रही अन्य महिला बंदी बचाने आई, लेकिन मेराज ने सभी को पछाड़ दिया। उसने अन्य महिला बंदियों की भी पिटाई कर दी।




बैरक में बंद 13 महिला बंदियों में से 11 उसे काबू में नहीं कर पा रही थी। इस दौरान दो महिला कांस्टेबल भी बचाव में दौड़ी। बैरक में हंगामा सुनकर अन्य प्रहरी दौड़कर आए। इस दौरान जेल उपाधीक्षक मालीवाल भी वहां पहुंच गई। बमुश्किल मेराज को अलग गया, लेकिन तब तक दोनों लहूलुहान हो गई। इस सम्बंध में जिला कलक्टर रविकुमार सुरपुर और पुलिस अधीक्षक हेमंत शर्मा को हालात से अवगत कराया गया।